Sanjana Kirodiwal

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Love You जिंदगी – 14

Love you Zindagi -14
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Love You zindagi – 14

जैसे ही सार्थक ने सूना शीतल राज की गर्लफ्रेंड है उसका दिल टूट गया वह कुछ बोल ही नहीं पाया तब तक शीतल दरवाजे पर आयी और सार्थक को देखकर हैरानी से कहा,”तुम यहाँ ?”
“क्यों मेरी मौजूदगी में इसे यहाँ नहीं आना चाहिए था ?”,राज ने सार्थक को घूरते हुए कहा
“राज ये सार्थक है इसी अपार्टमेंट में रहता है !”,शीतल ने डरते हुए कहा
“रोज आता होगा तुमसे मिलने”,राज ने गुस्से के घूंठ पीते हुए कहा
“ऐसे क्यों बात कर रहे हो ?”,शीतल ने कहा
“क्यों तकलीफ हो रही है ? मेरी गैरमौजूदगी में कैसे कैसे लड़के तुमसे मिलने आते है साफ दिख रहा है शीतल ?”,राज ने गुस्से से कहा
“देखिये ऐसा कुछ नहीं है मैं सिर्फ,,,,,,,,,,,,,,,,!”,सार्थक ने जैसे ही कहा राज ने उसे गुस्से से कहा,”तू निकल यहाँ से , समझा !”
सार्थक को राज की बात अच्छी नहीं लगी लेकिन उसे कोई फर्क नहीं पड़ा , उसे तो बस शीतल की परवाह थी वह जैसे ही शीतल की और बढ़ा राज बिच में आ गया और कहा,”क्यों ? लवर है इसका प्यार करता है इस से ? मुझसे ज्यादा प्यार इसे कोई नहीं कर सकता ,,चल निकल यहाँ से !”
“शीतल मुझे तुमसे एक बार बात करनी है !”,सार्थक ने शीतल से कहा
“फिर ठीक है मैं चला जाता हु , मेरे सामने वो बाते कैसे होंगी जो अकेले में होती है ?”,राज ने गुस्से से कहा
“शीतल सिर्फ दो मिनिट , मेरी बात सुन लो प्लीज”,सार्थक ने कहा
राज ने शीतल की बांह पकड़ी और कहा,”तू डिसाइड कर ले तुझे यहाँ ये चाहिए या मैं ?”
“सार्थक प्लीज जाओ यहाँ से !”,शीतल की आँखों में आंसू आ गए !
“शीतल !”,सार्थक ने आसभरी नजरो से देखते हुए कहा
“सार्थक प्लीज जाओ यहाँ से”,कहते हुए शीतल ने सार्थक के मुंह पर दरवाजा बंद कर दिया !
सार्थक अपना टुटा दिल लेकर वहा से चला गया ! शीतल ने जैसे ही दरवाजा बंद किया राज ने उस से झगड़ना शुरू कर दिया और एक थप्पड़ शीतल के गाल पर रसीद करते हुए कहा,”कौन था वो ? यार था तुम्हारा ? मैं काफी नहीं हु हां ,, दिल्ली आये अभी कुछ दिन हुए तुम्हे और तुमने रंग दिखाना शुरू कर दिया !! देखा कैसे घूर रहा था वो मुझे ? साले की इतनी हिम्मत मेरे सामने तुमसे मिलने आएगा वो ,, और तू तुम्हे तो ख़ुशी हो रही होगी लड़को की लाइन लगी है तुम्हारे पीछे , लेकिन मैं तुम्हे इतनी आसानी से छोड़ने वाला नहीं हु !”
“ऐसा कुछ भी नहीं है राज , वो यहाँ क्यों आया था मुझे नहीं पता ?”,शीतल ने रोते हुए कहा
“अच्छा तुम्हे नहीं पता , बहुत भोली बन रही हो मेरे सामने ,, तुम्हे मैं अच्छे से जानता हु मुझसे मन भर गया तो तुमने नया यार ढूंढ लिया लेकिन एक बात का ध्यान रखना मैं ऐसा हरगिज नहीं होने दूंगा ! बर्बाद कर दूंगा तुम्हे और तुम्हारे उस आशिक़ को !”,राज ने गुस्से से शीतल की बांह पकड़ते हुए कहा जिस से शीतल को भयंकर दर्द हुआ ! उसकी आँखों से आंसू बहते रहे वह राज को अपने सही होने की सफाई देती रही लेकिन राज ने उसकी एक नहीं सुनी और उसे छोड़कर वहा से चला गया ! शीतल वही दिवार से लगकर जमींन पर बैठ गयी और रोने लगी ! राज का बर्ताव और उसकी बातें एक बार फिर उसके दिल को छलनी कर गयी !

रुचिका ख़ुशी के साथ शॉपिंग कर उसके घर चली गयी ! दोनों ने वहा ख़ुशी के भाई बहनो के साथ मिलकर खूब मस्ती की , खाना खाया और मूवी देखी ! नैना और शीतल के साथ साथ रुचिका को ख़ुशी की दोस्ती भी मिल चुकी थी ! नैना लायब्रेरी से मॉल चली आयी उसे शॉपिंग का कोई शौक नहीं था उसने कोई इंग्लिश मूवी की टिकट ली और अकेले ही देखने चली गयी ! नैना की बगल में एक कपल आकर बैठ गया नैना ने एक नजर देखा और फिर फिल्म पर ध्यान लगा लिया ! आधी मूवी तक मुश्किल से नैना वो फिल्म देख पाई क्योकि फिल्म से ज्यादा उसके कानो में पास बैठे कपल्स की बाते ज्यादा पड़ रही थी ! इंटरवेल में नैना बाहर आयी अपने लिए कोल्डड्रिंक ली और वापस आकर अपनी सीट पर बैठ गयी ! वह कपल वही बैठा एक दूसरे का हाथ थामे प्यारभरी बाते कर रहे थे ! नैना ने अपना ध्यान फिल्म में लगा लिया कुछ देर बाद ही उस कपल्स की बाते फिर शुरू हो गयी ! नैना इतना तो समझ चुकी थी की वे दोनों फिल्म देखने में बिलकुल इंट्रेस्टेड नहीं थे ! नैना ने फिर ध्यान फिल्म पर लगाया तभी पास बैठे कपल में से लड़के ने कहा,”बेबी एक किस दो ना !”
“नहीं बाबू , सब देख रहे है”,लड़की ने कहा
“सब फिल्म देखने में बिजी है , प्लीज सिर्फ एक किस ही तो मांगा है ,, प्लीज !”,लड़के ने कहा
“बाबू समझा करो ना ये पब्लिक प्लेस है , जिद नहीं करते !”,लड़की ने कहा
“बेबी प्लीज , इतनी अच्छी मूवी है एक किस तो बनता है !”,लड़के ने मिमियाते हुए कहा नैना जो अब तक खुद को कंट्रोल करके बैठी थी उसने सामने स्क्रीन देखते हुए कहा,”दे दो एक किस , बेचारे ने 360 रूपये की टिकट ख़राब की है तुम्हारे लिए , एक किस तो बनता है !”
लड़का लड़की ने सूना तो हैरानी से नैना की और देखने लगे और फिर लड़की ने कहा,”एक्सक्यूज़ मी आपको कोई प्रॉब्लम है क्या ? वो मुझसे मांग रहा है तुमसे नहीं !”
“मुझसे मांग भी नहीं सकता , क्योकि उसके बाद किस करने के लिए इसके होंठ सलामत नहीं रहेंगे ! और तुम दोनों को ये कुचु पुचु ही करना था तो कॉर्नर वाली सीट लेते , मेरे टिकट के पैसे क्यों बर्बाद कर रहे हो ?”,नैना ने कोल्डड्रिंक पीते हुए कहा जो की आधी हो चुकी थी !
लड़का लड़की कुछ देर के लिए चुप हो गए लेकिन उनकी बाते फिर शुरू हो गयी इस बार लड़की ने लड़के का हाथ थामते हुए कहा,”बाबू आप बहुत स्वीट हो !”
लड़का अपनी तारीफ सुनकर खुश हो गया और कहा,”हां बेबी , तुम भी बहुत हॉट हो !”
नैना जिसका गुस्सा आसमान फाड् चुका था अपनी सीट से उठी और बची हुई कोल्डड्रिंक लड़की के मुंह पर फेंककर कहा,”ले हो गयी ये ठंडी ! साला जबसे आये हो बेबी बाबू बाबू बेबी से बात आगे नहीं बढ़ रही तुम्हारी ,, ना खुद देख रहे हो ना दूसरे को देखने दे रहे हो !”
नैना की आवाज सुनकर थियेटर बॉय उसके पास आया और कहा,”मैडम मैं आपकी सीट चेंज कर देता हु !”
“अबे हटो परे देखनी ही नहीं है मुझे , और तु बाहर मिल मुझे तेरी हॉटनेस मैं निकालती हु !!”,कहते हुए नैना वहा से चली गयी !
लड़का लड़की बस एक दूसरे का मुंह देखते रह गए ! नैना बिना पूरी मूवी देखे ही बाहर आ गयी ! मूड ख़राब हो चुका था सही करना भी बहुत जरुरी था ,, नैना को याद आया उसे फ़ोन लेना है उसने एक शॉप से अपने लिए फोन लिया और पॉकेट पर्स में रखी सिम डालकर घर पर फोन लगा दिया !! नैना की माँ बहुत नाराज थी उसके फोन ना लग पाने से नैना ने उन्हें समझाया और उसके बाद रुचिका शीतल का नंबर दे दिया जिस से अगर दोबारा नैना का फोन ना लगे तो घरवाले उस पर फोन कर ले !
घूमते घामते शाम को वह वापस अपार्टमेंट पहुंची ! लिफ्ट के सामने आयी लेकिन सुबह वाला वाक्या उसे याद आ गया और वह सीढ़ियों की ओर बढ़ गयी ! नैना ने ऊपर आकर बेल बजायी लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला ! नैना ने देखा दरवाजा पहले से खुला हुआ है , वह गेट खोलकर अंदर आयी तो काफी अँधेरा था लाइट्स सारी ऑफ थी !
“इतना अँधेरा क्यों है ? शीतल शीतल , शीतू कहा हो ?”,नैना ने अंदर आते हुए कहा लेकिन कोई जवाब नहीं मिला ! नैना ने लाइट्स जलाई इधर उधर देखा तो दिवार के पास एक कोने में सिमटी शीतल उसे दिखाई दी ! शीतल को ऐसी हालत में देखकर नैना ने अपना बैग फेका और उसके पास आकर उसे सम्हालते हुए कहा,”शीतल , शीतल क्या हुआ ? तुम तुम ठीक तो हो ना !”
“ह्ह्हह्ह्ह्ह !”,नैना की आवाज सुनकर शीतल चौंक उठी जैसे गहरी नींद से जागी हो ! नैना को अपने सामने देखकर उसकी आँखों से आंसू बह निकले ! नैना ने उसे अपने गले से लगा लिया उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था लेकिन इस वक्त वह शीतल को कुछ पूछकर परेशान नहीं करना चाहती थी ! नैना ने उसे सम्हाला और वहा से उठाकर सोफे के पास ले आयी , शीतल को सोफे पर बैठाकर नैना उसके लिए पानी ले आयी उसे पानी पिलाया और कहा,”आर यू ओके ?”
“हम्म्म , हम्म्म !”,शीतल ने डरी हुई आवाज में कहा
“क्या हुआ तुम्हे ? और राज कहा है ?”,नैना ने उसके पास बैठते हुए कहा
“वो चला गया !”,शीतल ने खोये हुए स्वर में कहा
“इतनी जल्दी , तुम दोनों के बिच कुछ हुआ है क्या ? (कहते हुए नैना की नजर शीतल के गाल पर गयी जो थप्पड़ की वजह से लाल हो चुका था) एक मिनिट उसने हाथ उठाया तुम पर ?”,कहते कहते उसके चेहरे पर गुस्से वाले भाव आ गए !
“नैना वो,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,शीतल ने कहा लेकिन उसकी आँखों ने उसका साथ नहीं दिया और फिर से बहने लगी !
नैना ने उसे चुप कराया और सारी बातें पूछी तो शीतल ने रोते हुए सब बता दिया ! नैना को जब पता चला की राज ने शीतल पर हाथ उठाया है तो गुस्से से उसने अपने दाँत भींच लिए , उसकी मुट्ठिया भींच गयी ! वह उठी और गुस्से से यहाँ वहा घूमते हुए कहने लगी,”तुम ऐसे इंसान के साथ रिलेशनशिप में क्यों हो ? तुम्हे खुद पर भरोसा नहीं है क्या शीतल ? उस से अच्छे लड़के मिलेंगे तुम्हे , मिलेंगे क्या दुनिया में आलरेडी मौजूद है लेकिन तुम्हे उसी लड़के के पीछे अपनी जिंदगी ख़राब करनी है ! यहाँ सबसे बड़ी गलती तुम्हारी है शीतल उसने हाथ उठाया तो खामोश नहीं रहना था बल्कि हाथ उखाड देना था उसका ,, किसी भी लड़के या लड़की को ये हक़ नहीं है की वो रिलेशनशिप में आकर एक दूसरे पर हाथ उठाये !! राज तुम्हारे लायक नहीं है शीतल !”
“लेकिन मैं उस से बहुत प्यार करती हु !”,शीतल ने रोते हुए कहा
“कैसा प्यार हां ? वो प्यार जिसमे हर रोज तुम्हे रोना पड़ता है जलील होना पड़ता है उस इंसान से ,, तुम अपनी मर्जी से कही आ जा नहीं सकती , कपडे नहीं पहन सकती , किसी से बात नहीं कर सकती ! वो जब चाहे तब तुम्हे गाली दे सकता है , तुम्हे मार सकता है यहाँ तक के हर दिन तुम्हे घुट घुट कर जीना पड़ता है ,, किस काम का ऐसा प्यार जिसमे इंसान खुश ही ना”,नैना कहते कहते थोड़ा इमोशनल हो गयी ! उसे शीतल को आज इस हाल में देखकर नैना को बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था ! हमेशा हसने मुस्कुराने वाली , जिंदगी बेपरवाह होकर जीने वाली नैना की आँखे आज नम थी , शीतल का दर्द वह महसूस कर पा रही थी ! वह शीतल के पास आयी और उसके बगल में बैठते हुए कहा,”इन सबसे बाहर निकलो शीतल , जिंदगी में करने को बहुत कुछ है !”
“मैं सोना चाहती हु नैना , थोड़ी देर के लिए सो जाऊ प्लीज !”,शीतल ने कहा
“हम्म्म ओके , कुछ खाओगी तुम !”,नैना ने पूछा
“नहीं !”,शीतल ने कहा
“ठीक है , तुम सो जाओ ! सो जाओगी तो थोड़ा अच्छा लगेगा !”,नैना ने कहा तो शीतल उठकर कमरे में चली गयी ! नैना सोफे पर बैठी गुस्से से उबल रही थी ! इतना रिश्ता तो बन चुका था उसका रुचिका और शीतल से की उनकी आँखों में आंसू देखना नैना को अब अच्छा नहीं लगता था ! शीतल जाकर सो गयी नैना कमरे का दरवाजा बंद किया और गुस्से से यहाँ वहा घूमने लगी , क्या करे समझ नहीं आ रहा था तभी उसकी नजर टेबल पर रखे शीतल के फोन पर गयी ! नैना ने उसे उठाया और राज का नंबर निकाला और डायल करने का सोचकर रुक गयी,”यहाँ बात की तो शीतल जग जाएगी , बाहर जाकर करती हु !”
नैना फोन लेकर चुपचाप टेरेस पर चली आयी ! उसने राज का नंबर डायल किया दो चार रिंग के बाद उधर से आवाज आयी,”साली कितनी बार कहा है तुझसे की मुझे फोन मत कर , समझ में नहीं आता तुझे !”
“सुन बे ##### ( गाली )”,नैना ने कहा
शीतल की जगह किसी और की आवाज सुनकर राज थोड़ा चौंका और कहा,”कौन बोल रहा है ?”
“तेरी अम्मा बोल रहे है बे , साले का समझते हो बे खुद को ? लड़की पे हाथ उठाओगे ,, साले मर्दानगी बची नहीं है क्या ? और तू होता कौन है उसपे हाथ उठाने वाला !”,नैना का गुस्सा अपनी मातृ भाषा में निकला !
“वो मुझसे प्यार करती है , मैं उसे मारू या हाथ उठाऊ तुम कौन होती हो हम दोनों के बिच बोलने वाली ?”,राज भी टेश में आ गया
“दोस्त है वो मेरी और हमारे यहाँ दोस्तों के लिए जान दी जाती है , आँखों में आंसू नहीं !! तू जानता भी है कितना प्यार करती है वो तुझसे उसके बाद तू उसके साथ इतना घटिया बर्ताव करता है , साले थू है तुझपे !”,नैना गुस्से में कहे जा रही थी !
“ए देखो तमीज से बात करो !”,राज ने हकलाते हुए कहा
“साले तमीज की बत्ती बना के तेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तू जो कर रहा है अच्छा नहीं कर रहा है , एक सीधी साधी लड़की का प्यार के नाम पर फायदा उठा रहा है तू !”,नैना ने कहा तो राज बेशर्मो की तरह हसने लग गया और कहा,”वो प्यार करती है मुझसे वो भी इतना की मेरे एक इशारे पर दौड़े चली आएगी , और तू मत सीखा मुझे प्यार के बारे में ,,, तू जानती भी क्या है प्यार क्या है ?”
नैना ने कहा,”मैं भले प्यार के बारे में ना जानती हु ,लेकिन तुम्हे तुम्हारी भाषा में ही समझाना पडेगा , बेटा प्यार के नाम पर ये जो बवासीर फैलाये हो ना ये समेट लो , वरना बहुत बुरे पेले जाओगे और आज के बाद शीतल को परेशान किया या उसे रुलाया तो याद रखना नैना बजाज नाम है मेरा , ऐसा हाल करुँगी आईना देखेगा तो पहचान नहीं पायेगा खुद को !”
“तुम क्या उखाड लोगी मेरा ?”,राज ने कहा
“बेटा ज्यादा चौड़ियाने की जरूरत नहीं है , मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा तुम्हारा बहुत कुछ उखाड़ लेना है मैंने ! अपने से कमजोर पर हाथ उठाया है किसी शेरनी से पाला नहीं पड़ा तेरा , बचपन में तेरी मम्मी ने अगर खिंच के कंटाप लगाए होते ना तो समझ आता एक लड़की पर हाथ उठाना क्या होता है ? तुम्हारे लिए अच्छा यही है की शीतल से दूर रह तू”,कहकर नैना ने फोन काट दिया
राज को हड़काने के बाद भी उसका गुस्सा शांत नहीं हो रहा था , क्योकि उसकी बातो से नैना ये तो समझ चुकी थी की राज शीतल के बिल्कुल लायक नहीं है , लेकिन यही बात शीतल को समझाना बहुत जरुरी था ! नैना फ़ोन को हाथ में घुमाते हुए वापस जाने लगी तभी सामने से आता शुभ मिल गया !
नैना को सामने देखकर शुभ की ख़ुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं रहा ! वह उसके सामने आ गया तो नैना साइड से जाने लगी शुभ को शरारत सूझ रही थी बिना नैना का मूड जाने वह भी साइड में होकर फिर नैना के सामने आ गया ! नैना जो पहले से ही राज की वजह से गुस्से में थी उसने एक बार फिर दूसरी साइड से निकलने का सोचा लेकिन इस बार भी शुभ बिच में आ गया ! नैना रुकी और उसकी और देखकर कहा,”क्या है बे ?”
“कुछ नहीं !”,शुभ ने मुस्कुरा के कहा
“कुछ नहीं है तो साइड हट !”,नैना ने कहा
“अरे नैना जी आप इतने गुस्से में क्यों है ? कुछ हुआ है क्या ?”,शुभ ने अपनापन दिखाते हुए कहा
“मेरा ना किसी को मारने का मन कर रहा है , दू रख के तुम्हे ?”,नैना ने गुस्से से कहा
“अरे ये क्या बात हुई ?”,शुभ ने कहा
“अबे हटो परे , यहाँ जिंदगी की लगी पड़ी है ऊपर से तुम्हे अलग चूल मची है !”,कहकर नैना ने उसे साइड किया और वहा से चली गयी !

क्रमश

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