Category: Pakizah – Ak Napak Jindagi

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 17

Pakizah – 17 Pakizah – 17 ( अब तक आपने पढ़ा रागिनी रुद्र के घर उसे शाम के फंक्शन के लिए इनवाइट करने आती है , साथ ही अलसम से मुलाकात के दौरान उसे पता चलता है कि वह रागिनी को...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 16

Pakizah – 16 Pakizah – 16 ( अब तक आपने पढ़ा अम्माजी मुरली को अपने कोठे से निकाल देती है !! कहानी को पढ़ने वाले रूद्र को अहसास होता है की वह रातभर सोया नहीं है , सुबह जब दरवाजे पर...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 15

Pakizah – 15 Pakizah – 15 मुरली सभी लड़कियों को लेकर वहां से निकल जाता है l सभी चुप चाप गाड़ी में बैठीं थी l मुरली ड्राइवर के साथ आगे बैठा था l कभी कभी गर्दन घुमाकर पीछे बैठी सोनाली को...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 14

Pakizah – 14 Pakizah – 14 शाम को सोनाली पाकीजा और बाकि 4 लड़कियों को लेकर आई मेक्स बार के लिए निकल गयी l पाकीजा सबसे खूबसूरत लग रही थी लेकिन उदासी ने उसके चेहरे को घेर रखा था l उसका...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 13

Pakizah – 13 Pakizah – 13 सुख विलास , दुसरी मंजिलफ्लैट नम्बर 301 शाम 7 बजे दरवाजे की घंटी लगातार बजती है l शिवेन उठकर दरवाजा खोलता है सामने मयंक ओर राघव खड़े है “दरवाजा खोलने में इतनी देर क्यों लगा...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 12

Pakizah – 12 Pakizah – 12 बेल्ट की मार से पाकीजा सुबह से दोपहर तक बेसुध सी बिस्तर पर पड़ी रही l खिडकी से आती धुप की किरणे जब आकर उसके चेहरे पर पड़ी तो उसकी आँख खुली सारा बदन दर्द...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 11

Pakizah – 11 Pakizah – 11 अंधेरे कमरे में बिस्तर पर पड़ी पाकीजा की आंख खुली l उसे कुछ याद नही था ना ये पता था कि वो कहा है ! सर दर्द से फटा जा रहा था बाहर से आती...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 10

Pakizah – 10 Pakizah – 10 पाकीजा की कहानी पढ़ने के बाद रूद्र सारी रात सो नहीं पाया और सारी रात बिस्तर पर करवटे बदलता रहा ! उसका दर्द सारी रात रूद्र की आँखों में घूमता रहा lलेकिन ये तो पाकीजा...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 9

Pakizah – 9 Pakizah – 9 पाकीजा के आश्चर्य का कोई ठिकाना नही था सामने बैठा अधेड़ उम्र का सख्स खुद को उसका शौहर बता रहा था l पाकीजा ने सर पर ओढ़ा दुपट्टा उतार फेका ओर बिस्तर से उतर कर...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 8

Pakizah – 8 Pakizah – 8 रूद्र के हाथ में पन्नो में सिमटा पाकीजा की जिंदगी का सच था l वो सच जिसे जानने के लिए रूद्र के साथ साथ सारे पाठक भी बेसब्र थे l रूद्र स्टडी टेबल के पास...
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