और प्यार हो गया – 17

Aur Pyar Ho Gaya – 17

Aur Pyar Ho Gaya
Aur Pyar Ho Gaya by Sanjana Kirodiwal

नेशनल कॉलेज , कानपुर
कार्तिक आज वक्त से पहले ही कॉलेज आ गया l नंदिनी उससे नाराज थी और उसे नंदिनी को मनाना था l सीढ़ियों पर बैठा कार्तिक नंदिनी का इंतजार कर रहा था l कुछ देर बाद सामने से नंदिनी उसे आते हुये दिखाई दी l कार्तिक उठा और नंदिनी के पास आकर कहा,”नंदू , नंदू , नंदू मेरी बात सुनो , कल जो तुमने देखा वैसा कुछ भी नहीं था कसम से ! वो कॉफी गिरने की वजह से वो सीन हो गया था l मैंने उसे टच भी नहीं किया सच्ची “
नंदिनी – its ok bunny
कार्तिक – मतलब तुम मुझसे नाराज नहीं हो ?
नंदिनी – मैं तुमसे नाराज क्यों होउंगी bunny (नंदिनी ने अपने मन की बात छुपाते हुए कहा)
कार्तिक – तो फिर कल से तुम्हारा फोन बंद क्यों आ रहा है ? मेरे कॉल्स मेसेज का जवाब क्यों नहीं दिया तुमने बोलो ?
नंदिनी – मुझे ध्यान नहीं रहा (गुस्से और दुःख में जान बूझकर बंद कर लिया था)
कार्तिक – अच्छा छोडो ये सब , चलो चलकर कोफ़ी पिते है
नंदिनी – नहीं मुझे लायब्रेरी जाना है , बाय
नंदिनी वहा से चली गयी कार्तिक वही खड़ा नंदिनी को जाते हुए देखता रहा l पिछले दिन वाली बातें नंदिनी अभी भूली नहीं थी उसे अब कार्तिक को अपनी अहमियत का अहसास दिलाना था और यही वजह थी की नंदिनी अब जान बूझकर उस से दूर रहने लगी थी l कार्तिक को वहा खड़े देखकर चंदन आया और कहा,”यहाँ क्यों खड़ा है ?
कार्तिक – कुछ नहीं !
चंदन – चल आ सीढ़ियों पर बैठते है , कुछ बात करनी है तुझसे
कार्तिक और चंदन दोनों आकर सीढ़ियों पर बैठ जाते है l कार्तिक को खामोश देखकर चंदन कहता है,”ये सब क्या चल रहा है ? कार्तिक !”
कार्तिक – तू किस बारे में बात कर रहा है ?
चंदन – मैं तेरे और नंदिनी के बारे में बात कर रहा हु l कितने वक्त से साथ हो तुम दोनों ?
कार्तिक – एक साल से
चंदन – फिर भी दोनों एक दूसरे को नहीं समझ पा रहे हो
कार्तिक – तू क्या कह रहा है ? मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है
चंदन – यार तु और नंदिनी साथ साथ थे तो फिर उस सोफिया को अपनी जिंदगी में क्यों आने दिया ? सोफिया के आने के बाद कितनी बदल गई है तेरी लाइफ ना तेरे पास दोस्तों के लिए टाइम है ना नंदिनी के लिए l
कार्तिक – चंदन वो मेरी बेस्ट फ्रेंड है यार , वो इस बात का कभी बुरा नहीं मानती की मैं उसे वक्त नहीं देता
चंदन – वो इसलिए बुरा नहीं मानती क्योकि उसके दिल में तेरे लिए फीलिंग्स है
कार्तिक – ये क्या कह रहा है तू ? और नंदू ने मुझसे ऐसा कभी कुछ नहीं कहा है
चंदन – कैसे कहेगी तूने कभी उस पर ध्यान दिया है , सोफिया से तेरी नजर हटे तब ना जाकर तुझे उसका प्यार दिखे
कार्तिक – यार सोफिया को लेकर तो मैं खुद कन्फ्यूज हु
चंदन – तू क्यों कन्फ्यूज है अब ?
कार्तिक – यार आई लाईक हर , लव हर ! पर वो फीलिंग्स नहीं आती जो आनी चाहिए l जब भी वो मेरे करीब आती है एक अजीब सी बेचैनी से घिर जाता हु l जब वो छूती है तो कॉम्फर्टेबल महसूस नहीं होता l उसके साथ होते हुए भी लगता है अकेला हु l कभी कभी तो सोचने लगता हु मैं वाकई उस से प्यार करता हु या नही
चंदन – इस सब बातो का तो एक ही मतलब है और वो ये है की सोफिया तेरे लायक नहीं है l मैं मानता हु तू उसे पसंद करता है लेकिन जितना खुश तू नंदनी के साथ रहता है उतना सोफिया के साथ नहीं
कार्तिक – यार नंदू मेरी दोस्त है
चंदन – यार बंद करो तुम दोनों ये दोस्ती का नाटक , दोस्त है दोस्त है दोस्त है l पूरा कॉलेज जानता है तुम दोनों की केमेस्ट्री कितनी स्ट्रांग है बस तुम दोनों को ही नही दिखता है l
कार्तिक – स्टॉप इट चंदन !
चंदन – व्हाई ? व्हाई आई स्टॉप इट , मेरे चुप रहने से सच बदल नहीं जाएगा l तू और नंदिनी दोनों एक दूसरे के लिए बने हो ये बात तुम दोनों को बहुत जल्द समझ आएगी l
कार्तिक – अच्छा तो अब तू भविष्वाणी करना भी सिख गया , सही है
चंदन – हां हां उड़ा ले मजाक , जब नंदिनी तुझसे दूर चली जाएगी न तब समझ आएगा तुझे
कार्तिक – वो कही नहीं जाएगी मैं उसे कही जाने ही नहीं दूंगा , तू अपना मुंह बंद रख !!
चंदन – सोफिया जैसी लड़की के लिए तू नंदिनी को इग्नोर कर रहा है
कार्तिक – मैं जाकर नंदिनी से ही पूछ लेता हु
कहते हुए कार्तिक उठा और अपना बेग लेकर लायब्रेरी की और चला गया l नंदिनी रॉ के पास खड़ी किताबे देखने में मग्न थी l कार्तिक उसके पास आया और उसकी बांह पकड़कर खींचते हुए उसे सबसे आखरी रॉ के पीछे ले गया l आज से पहले कार्तिक को इतना सीरियस नंदिनी ने कभी नहीं देखा था l वह कुछ समझ पाती इस से पहले कार्तिक ने सीरियस होकर कहा,”नंदू मैंने तुझे इग्नोर कब किया ?
नंदिनी – कभी नहीं
कार्तिक – क्या तुम मुझसे प्यार करती हो ?
कार्तिक की बात सुनकर नंदिनी का दिल तेजी से धड़कने लगा l कार्तिक ने अचानक से उस से ये कैसे पूछा वो समझने की कोशिश कर ही रही थी की तभी कार्तिक ने फिर से कहा,”नंदू खामोश मत रहो मेरे सवाल का जवाब दो , क्या तुम मुझसे प्यार करती हो ?
नंदिनी – तुमसे ये सब किसने कहा ? (नंदिनी को लगा कही ये सोफिया की कोई चाल ना हो)
कार्तिक – वो चंदन , वो कहता है हम दोनों दोस्त नहीं है बल्कि इस से ज्यादा है , तुम बताओ नंदू क्या कभी दोस्ती प्यार में बदलती है , वी आर बेस्ट फ्रेंड्स और तुमने कभी मुझसे नहीं कहा की तुम मेरे लिए फील करती हो ना ही मुझे ऐसा कुछ लगा तुम बताओ क्या है ये सब ?
कार्तिक के मुंह से ये बात सुनकर की वह अभी भी नंदिनी के लिए कुछ महसूस नहीं करता उसका दिल एक बार फिर टूट गया उसने अपने अंदर की फीलिंग्स को छुपाते हुए कहा,”bunny चंदन ने ऐसे ही कह दिया होगा , मैं तुम्हारी बेस्ट फ्रेंड थी और हमेशा रहूंगी l
“नंदू ! आई नो पर सच में बहुत डिस्ट्रबर्ड हु यार , कुछ समझ नहीं आ रहा क्या सही है ? क्या गलत ?”,कार्तिक ने उदास होकर कहा
“हम्म्म्म इसका इलाज है मेरे पास”,नंदिनी ने मुस्कुरा कर कहा
“कैसा इलाज ?”,कार्तिक ने कहा
“चलो कॉफी पीते है”,कहकर नंदिनी ने कार्तिक का हाथ पकड़ा और उसे लेकर लायब्रेरी से बाहर चली आई l नंदिनी के हाथ पकड़ने के बाद कार्तिक ने एक पोसिटिव अहसास महसूस किया जो की वह हमेशा करता था l क्लास शुरू हो चुकी थी पर नंदिनी क्लास की और ना जाकर कार्तिक के साथ केंटीन की और चल दी l केंटीन में आकर उसने दो कॉफी आर्डर की और आकर कार्तिक के साथ बैठ गयी l नंदिनी के सामने बैठा कार्तिक बस अपलक नंदिनी को देखे जा रहा था l कार्तिक को ऐसे देखकर नंदिनी ने कहा,”bunny घूरना बंद कर यार
कार्तिक – “सॉरी ! घूर नहीं रहा देख रहा हु
नंदिनी – क्या देख रहे हो ?
कार्तिक – यही की मेरे सामने बैठी लड़की कितनी पागल है जो पहले मुझे कॉफी के लिए मना करती है और अब खुद ही कॉफी पिलाने ले आई l
नंदिनी – जरुरी हो गया था
कार्तिक – अच्छा क्या जरुरी था बताना जरा ?
नंदिनी – तुम्हारा मूड सही जो करना था वरना क्लास में तुम मेरा ही सर खा रहे होते

कार्तिक नंदिनी की इस बात पर मुस्कुरा उठा l कार्तिक को मुस्कुराते हुए देखकर नंदिनी के दिल को थोड़ा सुकून मिला वह मन जी मन खुद से कहने लगी,”मैं जानती हु bunny इस वक्त तुम बहुत उलझे हुए हो पर फ़िक्र मत करो मैं हु ना मैं इन उलझे धागो को सुलझा दूंगी”
कार्तिक – अब तुम क्या सोचने लगी ?
नंदिनी – कुछ खास नहीं , अगले महीने राजवीर भैया आ रहे है यहाँ कुछ दिन के लिए उनका कोई सेमिनार है उसमे l उसमे मुझे उनकी हेल्प करनी है अर्रेंज्मेंट को लेकर बस वही सोच रही थी
कार्तिक – अरे यार मैं तो राजवीर के बारे में भूल ही गया , मौली दी और उनके बिच के गलतफहमी कैसे दूर होगी ?
नंदिनी – मैं भी यही सोच रही हु l मैंने उनसे बात की इस बारे में लेकिन उन्होंने ज्यादा बात करने से मना कर दिया था और मौली दी वो तो शायद अब बहुत नफरत करती है उनसे l
कार्तिक – हां यार , वो तो उसका नाम भी सुनना नहीं चाहती , माफ़ कैसे करेगी उनको ?
नंदिनी – डोंट वरी हम दोनों है न कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेंगे l
कार्तिक – हां मुझे तुम पर पूरा भरोसा है और हमे ये काम जल्दी ही करना होगा , मॉम और पापा उनके लिए लड़का देख रहे है कही ऐसा ना हो मौली दी शादी के लिए हाँ कह दे और हम प्लान बनाते ही रह जाये
नंदिनी – वो शादी के लिए हाँ नहीं कहेंगी
कार्तिक – तुम इतना श्योर कैसे हो ?
नंदिनी – राजवीर भैया उनका पहला प्यार है और एक लड़की सब कुछ भुला सकती है पर अपना पहला प्यार नहीं
कार्तिक नंदिनी की आँखों में देखने लगता है और महसूस करता है की ये बात कहते हुए नंदिनी की आँखों में एक अलग ही आकर्षण था l उसने मुस्कुराते हुए कहा,”नंदू तू जब ऐसे बात करती है ना तो बहुत प्यारी लगती है”
नंदिनी मुस्कुराने लगी l लड़का कॉफी रखकर चला गया l दोनों कॉफी पीते हुए बातें करने लगे l नंदिनी से बात करके कार्तिक का मन हल्का हो गया था l उसकी मुस्कुराहट चेहरे पर फिर से लौट आई थी l कॉफी पीते हुए कुछ हिस्सा कार्तिक के होठ से ऊपर लग गया नंदिनी ने देखा तो वह थोड़ा आगे आई और अपनी ऊँगली से उसे हटा दिया l कार्तिक को एक अलग ही फीलिंग महसूस हुई l उसने नंदिनी का हाथ पकड़ लिया
“क्या हुआ bunny ?”,नंदिनी ने हैरानी से पूछा कार्तिक उठा और नंदिनी की बगल में आकर बैठ गया
“नंदू मेरे गाल छूना जरा”,कार्तिक ने कहा
“पर क्यों ?”,नंदिनी अब भी हैरान थी
“मैंने जो कहा वो करो प्लीज़”,कार्तिक ने बेसब्री से कहा
नंदिनी ने कार्तिक के गाल को छुआ l कार्तिक को फिर वही अहसास हुआ
“मेरी गर्दन छुओ”,कार्तिक ने कहा
“bunny ये कह रहे हो तुम ?”,नंदिनी को कार्तिक का बिहेव अजीब रहा था
“नंदू भरोसा है न मुझपर , टच माय नेक नाउ”,कार्तिक ने नंदिनी की आँखों में देखते हुए कहा
नंदिनी ने कांपते हाथो से कार्तिक की गर्दन को छुआ l फिर वही अहसास
कार्तिक ने नंदिनी के दोनों हाथो को अपने हाथो में लिया और कुछ महसूस करने लगा और आखिर में उसने नंदिनी को अपनी और खींचकर गले लगा लिया l वही अहसास जो पिछले कई दिनों से नंदिनी के करीब आने से हो रहा था l
“bunny छोडो सब देख रहे है”,नंदिनी ने कार्तिक से दूर होते हुए कहा
सॉरी , सॉरी नंदू वो मैं……………….आई ऍम सॉरी”,कहकर कार्तिक वहा से उठकर चला गया l
नंदिनी वही बैठी कार्तिक के इस अजीब बिहेव के बारे में सोचने लगी l
केंटीन से निकलकर कार्तिक बरामदे में बड़बड़ाते हुए चला जा रहा था,”ये क्या हो गया है मुझे ? नंदू के साथ ये सब अजीब नहीं लगता सब अच्छा लगता है फिर सोफीया के छूते ही अजीब सा महसूस क्यों होने लगता है ? क्या चंदन जो कह रहा था वो सच था l क्या सच में मेरा और नंदिनी का रिश्ता आगे बढ़ चुका है ? ये कैसा अहसास है जो मैं चाहकर भी भुला नहीं पा रहा हु l”
चलते चलते कार्तिक सामने से आती सोफिया से टकरा गया
“बेबी कहा गायब हो आज सुबह से ? मैंने क्लास में भी देखा वहा भी नहीं थे l कल वाली बात से नाराज हो क्या बेबी ?”,सोफिया ने कहा
“सोफिया शाम को मिलता हु”,कहकर कार्तिक आगे बढ़ गया
कार्तिक अपने ही सवालों में उलझा जाकर क्लास में बैठ गया पर ना तो उसका पढ़ने में मन था और न ही किसी से बात करने में l शाम को जब सोफिया से मिला तो वही कुछ ना कुछ बोले जा रही थी और कार्तिक ख़ामोशी से सब सुने जा रहा था l भले वह सोफिया के साथ बैठा था पर दिमाग में नंदिनी ही चल रही थी l इसी कश्मकश में एक हफ्ता निकल गया शनिवार की शाम सोफिया और कार्तिक एक रेस्टोरेंट में बैठे कॉफी पि रहे थे l कार्तिक को खामोश देखकर सोफिया ने कहा,”क्या बात है आजकल तुम बड़ा खोये खोये से रहते हो ?
कार्तिक – सोफिया , मैं लाख कोशिश करू पर तुम्हारे साथ होकर भी मेरे दिमाग में हर वक्त नंदू का ख्याल रहता है , आई लाईक यू एंड आई लव यू पर पता नहीं क्यों मैं चाहकर भी उसके ख्याल से बाहर नहीं निकल पाए रहा l ये फीलिंग्स क्या है कुछ समझ नहीं आ रहा ? (कार्तिक ने सीधे सीधे

कार्तिक के मुंह से नंदिनी का नाम सुनकर सोफिया का कलेजा जल गया l खतरे की घंटी बज चुकी थी अपनी साजिश नाकामयाब होते देखकर सोफिया ने शब्दो में मिठास घोलते हुए कहा,”कार्तिक तुम न बहुत ज्यादा सोचने लगे हो आजकल , तुम और नंदिनी दोनों क्लोज फ्रेंड हो और ऐसे में उसका ख्याल रहना इट्स नार्मल l मैंने कहा था ना उस दिन की मेरे आने से नंदिनी अकेले हो गयी है बस इसी लिए तुम्हे हर वक्त उसकी फ़िक्र रहती है”
“आई थिंक तुमने सही कहा”,कार्तिक ने धीरे से कहा
“वो डेट का क्या हुआ ? तुम नंदिनी के लिए सरप्राइज डेट अरेंज करने वाले थे पवन के साथ भूल गए ना”,सोफिया ने अगली चाल चलते हुए कहा
“सोफिया ये सब जरुरी है क्या ?”,कार्तिक ने थोड़ा सोचकर कहा
“बहुत जरुरी है , वरना तुम हमेशा ऐसे ही उलझे रहोगे और फिर हमे भी हमारी रिलेशनशिप शुरू करनी है l “,सोफिया ने थोड़ा रोमांटिक होकर कहा
“हम्म्म्म , ओके मैं नंदू से बोल दूंगा”,कार्तिक ने बुझे मन से कहा
“बोल दूंगा नहीं , अभी मेरे सामने उस फोन करो और कल शाम डेट पर आने का कहो”,सोफिया ने कार्तिक का फोन उसकी और बढाकर कहा l
कार्तिक ने फोन लिया और नंदिनी का नंबर डॉयल किया स्क्रीन पर नंदिनी की मुस्कुराती हुई तस्वीर शो हो रही थी l
नंदिनी – हेलो !!
कार्तिक – नंदू
नंदिनी – हाँ bunny
कार्तिक – कल शाम फ्री हो ?
नंदिनी – हाँ कहो क्या बात है ?
कार्तिक – एक्चुली , मैंने तुम्हारे लिए डेट प्लान की है , तो क्या तुम कल शाम आओगी ?
नंदिनी ने जैसे ही सूना उसका दिल एक पल के लिए जैसे धड़कने से रुक गया हो l जिस पल का वो कबसे इंतजार कर रही थी वो आखिर आ ही गया l कार्तिक उसे डेट के लिए पूछ रहा है इस से ज्यादा ख़ुशी की बात भला और क्या हो सकती थी l
कार्तिक – हेलो नंदू , तुम सुन रही हो ना ?
नंदिनी – हां हां bunny कहो (हड़बड़ाते हुए)
कार्तिक – तुम आओगी ना ?
नंदिनी – हां bunny मैं जरूर आउंगी (ख़ुशी से)
कार्तिक – अड्रेस और टाइम मैं तुम्हे मेसेज का दूंगा …………………. कहकर कार्तिक ने फोन काट दिया l
कार्तिक को ये करना बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था , पहली बार उसने नंदिनी से झूठ कहा था l अनमने मन से सोफिया के साथ बैठा वह नंदिनी के बारे में सोचता रहा l

दूसरी तरफ जैसे ही फोन कटा नंदिनी ख़ुशी के मारे उछलने कूदने लगी l ख़ुशी उसके चेहरे से साफ झलक रही थी l उसे देखकर स्वाति उसके पास आई और कहा,”अरे ! इतना क्यों उछल कूद कर रही हो ? मुझे भी बताओ क्या बात है ?
“स्वाति ! तू सुनेगी न तो तू भी ख़ुशी से नाचने लगेगी”,नंदिनी ने मुस्कुराते हुए कहा
“जल्दी बताओ मुझसे अब सब्र नहीं हो रहा है”,स्वाति ने एक्साइटेड होकर कहा
“कार्तिक कल मुझे डेट पर लेकर जा रहा है”,नंदिनी ने कहा
“क्या ? तू सच कह रही है ? ओह्ह माय गॉड मतलब कार्तिक को फील हो चूका की वो भी तुझसे प्यार करता है”,स्वाति ने ख़ुशी से उछलते हुए कहा l
“हाँ , और कल वो मुझसे कह भी देगा , मैं बहुत बहुत बहुत खुश हु स्वाति”,नंदिनी ने स्वाति के गले लगते हुए कहा
“मैंने कहा था न देर से ही सही ये दोस्ती प्यार में बदल जाएगी”,स्वाति ने मुस्कुरा कर कहा
नंदिनी सारी रात सो नहीं पाई l कार्तिक के साथ बिताया एक एक लम्हा उसकी आँखों के सामने आने लगा l सुबह उठते ही उसने बिस्तर पर कपड़ो का ढेर लगा दिया पर शाम को क्या पहन कर जाना है उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था l नंदिनी को परेशान होते देखकर स्वाति अपनी कबर्ड से एक खूबसूरत सी ब्लेक रंग की ड्रेस निकाल लाई और नंदिनी को दे दी l
नंदिनी को वो ड्रेस बहुत पसंद आई l वह बेसब्री से शाम होने का इंतजार करने लगी l और फिर वो वक्त भी आ गया कार्तिक ने उसे एड्रेस मेसेज कर दिया l स्वाति ने नंदिनी को खुद अपने हाथो से तैयार किया वह आज बहुत खूबसूरत लग रही थी l उसके चेहरे पर आई ख़ुशी उसे और भी खूबसूरत बना रही थी l तैयार होने के बाद वह बिसो बार स्वाति से पूछ चुकी थी ,”मैं ठीक तो लग रही हु ना” l तय समय पर नंदिनी हॉस्टल से निकल गयी l उसने मेकअप के नाम पर सिर्फ अपनी आँखों में काजल लगाया था और बालो को खुला छोड़ा था l दूसरी तरफ कार्तिक सोफिया के साथ रिसोर्ट में नंदिनी और पवन के लिए डेटिंग टेबल को सजा रहा था l ऐसा करते हुए उसे बड़ा अजीब लग रहा था l
“सब काम हो गया अब नंदिनी भी आने वाली होगी”,सोफिया ने कहपवन पहले ही आ चूका था उसकी ख़ुशी उसके चेहरे से साफ साफ झलक रही थी पर कार्तिक की मुस्कराहट गायब थी l कुछ देर बाद सामने से नंदिनी मुस्कुराते हुए चली आ रही थी l कार्तिक की नजर जब नंदिनी पर पड़ी तो वह बस उस देखता ही रह गया l सादगी में भी कोई इतना प्यारा लग सकता है ये कार्तिक ने आज देखा था l सोफिया ने कार्तिक का हाथ पकड़ा और उसे खींचते हुए दूसरे गेट से बाहर की तरफ ले जाने लगी पर कार्तिक की नजरे तो जैसे बर्फ बन चुकी थी l जाते जाते कार्तिक बस नंदिनी को ही देख रहा था l पहली बार उसे नंदिनी से दूर जाना अजीब लग रहा था l उसे लगा जैसे उसके सीने में कुछ टूट रहा है जिसकी चुभन वह साफ महसूस कर सकता है l सोफिया कार्तिक को रिसोर्ट से बाहर ले आई दोनों गाड़ी में आ बैठे कार्तिक ने अपना सर सीट से लगा लिया और आँखे मूंद ली l नंदिनी का किसी और के करीब जाना आज उसे अच्छा नहीं लग रहा था l उसने अपना हाथ अपने सीने पर रख लिया l बैचैन दिल की धड़कने वह साफ महसूस कर सकता था l सोफिया ने गाड़ी स्टार्ट की और सड़क पर दौड़ा दी l

नंदिनी टेबल के पास आई जहा पवन पीठ किये खड़ा था l मुस्कराहट नंदिनी के होंठो से दूर होने का नाम नहीं ले रही थी l वह उसके पास आई और धीरे से कहा,”bunny “
पवन मुस्कुराते हुए पलटा l कार्तिक की जगह पवन को देखकर नंदिनी अवाक् रह गयी l मुस्कराहट उसके चेहरे से एकदम से गायब हो गयी l उसने अपने आस पास देख पर कार्तिक वहा नहीं था l
“कार्तिक कहा है ?”,नंदिनी के हलक से मुश्किल से ये शब्द निकले
“कार्तिक चला गया है , उसने ही तो ये सारा अरेंजमेंट किया था हम दोनों के लिए”,पवन ने मुस्कुरा हुए कहा
“कार्तिक ने ये सब पवन और मेरे लिए किया है ? मतलब उसने मुझे यहाँ पवन के लिए बुलाया था l bunny ऐसा कैसे कर सकता है ?”,नंदिनी मन ही मन खुद से सवाल करने लगी l कार्तिक ने फिर से उसका दिल तोड़ दिया आँखों में आंसू भर आये जो की सारी हदे तोड़कर बह जाना चाहते थे l नंदिनी को खोया हुआ देखकर पवन ने कहा,”नंदिनी क्या सोचने लगी ? आओ बैठो न”
पवन की बात सुनकर नंदिनी उसकी और देखा और सोचने लगी,”पवन को सारा सच बता देती हु , ये मेरी बात जरूर समझ जाएगा”
नंदिनी आकर पवन के सामने बैठ गयी,”पवन मैं तुमसे…………………!!
पवन उसकी बात पूरी होंने से पहले बिच में ही बोल पड़ा,”नंदिनी आज मुझे बोलने दो प्लीज़ , मुझे तुमसे बहुत कुछ कहना है l नंदिनी जब मैंने तुम्हे पहली बार देखा था उसी दिन से मैं तुम्हे चाहने लगा , तुम कार्तिक की दोस्त थी इसलिए तुमने कभी मुझे नोटिस नहीं किया पर देखो आज एक साल बाद तुम मेरे सामने हो , मुझे तो अपनी आँखों पर यकींन ही नहीं हो रहा l”
नंदिनी चुपचाप सब सुनती रही वह पवन को हर्ट नहीं करना चाहती थी इसलिए उस इस डेट को लेकर कोई बात नहीं की l उसने फैसला किया यहाँ से जाने के बाद वह कल कॉलेज में पवन को सब सच बता देगी l वेटर पानी के गिलास रख गया l
“अच्छा नंदिनी सॉरी तो से लेकिन कार्तिक मुझे अच्छा नहीं लगा l हां मानता हु उसने ये डेट प्लान की पर सच पूछो तो वो किसी लायक नहीं है l वो दुनिया का पहला लड़का होगा जो तुम जैसी खूबसूरत लड़की को छोड़कर उस सोफिया के पीछे पीछे घूमता है ! अपनी ही बेस्ट फ्रेंड की किसी और लड़के के साथ डेट फिक्स कर रहा है l ऊपर से यहाँ आकर गधो की तरह डेकोरेशन भी किया l उसके जितना बेवकूफ मैंने आज तक नहीं देखा”,कहते हुए पवन हसने लगा l
नंदिनी से ये सब बर्दास्त नहीं हुआ उसने धीरे से कहा,”पवन माइंड योर लेंग्वेज
“फॉर व्हाट उस कार्तिक के लिए , नन्दिनी सीरियस होने की जरूरत नहीं है , वो सिर्फ तुम्हारा दोस्त है”,पवन ने बेरुखी से कहा
“bunny सिर्फ दोस्त नहीं है मेरा , वो मेरा सबकुछ है और ये बात तुम जैसे लोगो को समझ नहीं आएगी”,नंदिनी ने चिल्लाकर उठते हुए कहा
“उस कार्तिक की मेरे सामने औकात ही क्या है ? उस जैसे दो कौड़ी के दोस्तों की मैं यहां लाइन लगा सकता हु”,पवन ने भी गुस्से से फुफकारते हुए कहा
नंदिनी को ये सुनकर इतना गुस्सा आया की उसने टेबल पर रखा पानी का ग्लास उठाया और उसका पानी पवन के मुंह पर फेंकते हुए कहा,”भाड़ में जाओ तुम”
नंदिनी जैसे ही जाने लगी पवन ने उसका हाथ पकड़कर उसे रोकते हुए कहा,”इतना घमंड !! वो भी उस लड़के पर जिसे तुम्हारी जरूरत तक नहीं”
“पवन लिव माय हेंड”,नंदिनी ने गुस्से से कहा
“नंदिनी बहुत इंतजार किया है तुम्हारा इतनी आसानी से तुम्हे जाने नहीं दूंगा”,पवन ने दांत पिसते हुए कहा
“तड़ाक !!”
तेज आवाज माहौल में गूंज उठी आस पास की टेबल पर बैठे लोगो की नजरे अब नंदिनी और पवन पर थी l नंदिनी ने पवन को एक जबरदस्त थप्पड़ मारा था जिसकी गूंज शांत माहौल में साफ साफ सुनाई दी l पवन का चेहरा गुस्से से लाल हो गया उसने नंदिनी को धक्का देते हुए कहा,”साली मुझे थप्पड़ मारती है , तेरी इतनी हिम्मत ! चल निकल यहा”
धक्का मारने से नंदिनी निचे आ गिरी उसके हाथ पर चोट लगी l वह उठी और खमोशी से वहा से बाहर निकल गयी उसकी आँखों से आंसू बहने लगे l आखिर क्या गलती थी उसकी ? कार्तिक ने उसके साथ ऐसा क्यों किया ? कार्तिक ने उसके लिए पवन जैसा लड़का चुना l नंदिनी की आँखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे l रात के 9 बजे वह अकेली सुनसान सड़क पर चली जा रही थी l रोते रोते नंदिनी का गला रुंध गया l
दूसरी तरफ सोफिया कार्तिक को लेकर नाईट बार में आ गई l कार्तिक का बिल्कुल मन नहीं था फिर भी सोफिया के लिए उसे आना पड़ा उसे बार बार नन्दिन का ख्याल आ रहा था l सोफिया ने काउंटर पर दो ग्लास ज्यूस आर्डर किया l सोफिया के कुछ दोस्त भी वही थे l सोफिया कार्तिक से वही रुकने का कहकर उनकी तरफ चली गयी l
“सर आपका जूस”,वेटर ने ग्लास कार्तिक के सामने रखते हुए कहा
कार्तिक ने कुछ नहीं कहा बस सामने खड़ी भीड़ को देखता रहा l बैठे बैठे वह फिर से नंदिनी के बार में सोचने लगा,”पता नहीं नंदू इस वक्त क्या कर रही होगी ? वो पवन के साथ कम्फर्टेबल तो होगी ना ? उसे फोन कर लेता हु ……………… नही नहीं वो डिस्टर्ब हो जाएगी l पवन उसे छुएगा तो नहीं ना ……………. वो दोनों डेट पर है bunny टच करना तो आम बात होगी l लेकिन किस अगर पवन ने उसे किस के लिए फाॅर्स किया तो………………………नहीं नंदू ऐसा नहीं करेगी वो मना कर देगी l लेकिन पवन पवन तो लड़का है वो जबरदस्ती कही उसके साथ………. ये मैं नंदू को कहा छोड़ आया l”
कार्तिक की उलझन अब गुस्से का रूप ले चुकी थी l सेंकडो dj उसके कानो में बजने लगे l ऐसा लगा जैसे उसका सर फट जायेगा वह बार काउंटर की और पलटा और वहा पड़ी बियर की बोतल एक झटके में हलक से निचे उतार ली l पवन का नंदिनी के करीब आना , नंदिनी को छूना कार्तिक से बर्दास्त ही नहीं हो रहा था l उसकी आँखों में गुस्सा और चेहरे से बेबसी टपकने लगी l सोफिया ने देखा तो वह कार्तिक के पास आई और कहा ,”बेबी व्हाट हैपन , चलो वहा चलकर बैठो”
कहते हुए सोफिया ने कार्तिक को सामने खाली पड़ी कुर्सियों की और इशारा किया l कार्तिक उठकर चला गया लेकिन अपना फोन काउंटर पर ही भूल गया l सोफिया ने फोन उठाया और वही रुककर वेटर से ड्रिंक बनाने को कहा l

नंदिनी हैरान परेशान सी सड़क पर चली जा रही थी उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कहा जाये l उसने अपने आंसू पोछे और बेग से फोन निकाला l उसने कांपते हाथो से कार्तिक का नंबर डॉयल किया l रिंग जा रही थी लेकिन कार्तिक ने फोन नहीं उठाया l कैसे उठाता उसका फोन तो सोफिया के पास था l सोफिया ने जब कार्तिक के फोन पर नंदिनी का कॉल देखा तो एक रहस्य्मयी मुस्कान उसके होंठो पर तैर गयी l नंदिनी बार बार कार्तिक को फोन किये जा रही थी लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला
“bunny प्लीज़ फोन उठाओ”,कहते हुए नंदिनी ने एक बार फिर फोन किया l
झुंझलाकर सोफिया ने काट दिया l इस अनजान शहर में कार्तिक ही नंदिनी की पहली और आखरी उम्मीद था l कार्तिक की और से जब कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला तो नंदिनी ने कांपते हाथो से मेसेज टाइप किया
“i need your help bunny , प्लीज़ पिक अप द कॉल”
नंदिनी की आँखों से फिर आंसू बहने लगे l आज पहली बार खुद को बहुत ही बेचारी और अकेली महसूस कर रही थी वो l सोफिया ने जब कार्तिक के फोन पर आया नंदिनी का मेसेज पढ़ा तो फोन को स्विच ऑफ करके अपने बेग में डाल दिया l
काफी देर तक जब कार्तिक का कोई जवाब नहीं आया तो नंदिनी वहा खड़ी मदद के लिए इंतजार करने लगी l रात का समय ऐसे में भला कौन उसकी मदद करने आता l कुछ वक्त में घटी इस घटना से नंदिनी का दिमाग सुन्न हो गया उसे कुछ याद आया और उसने चंदन को फोन लगाया l नंदिनी ने रोते हुए उसे सारी बात बता दी
“नंदिनी तुम बिल्कुल मत घबराओ , मैं अभी वहा पहुंचता हु l”,चंदन ने घबराते हुए कहा
नंदिनी ने फोन वापस बेग में रख लिया l
नंदिनी जैसे ही पलटी सामने से तेजी से आती गाड़ी ने नंदिनी को एक जोरदार टक्कर मारी l नंदिनी 10 फुट दूर जा गिरी l उसके सर और पांव पर चोट लगी थी l गाड़ी की हेडलाईट में वह कुछ देख नहीं पाई और फिर अचेत हो गयी l सर से निलकता खून उसके कपड़ो को भीगा गया l गाड़ी से एक हट्टा कट्टा आदमी निकला और फोन पर किसी से कहा
“मेडम आपका काम हो गया”

Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17 Aur Pyar Ho Gaya – 17

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संजना किरोड़ीवाल

Aur Pyar Ho Gaya
Aur Pyar Ho Gaya by Sanjana Kirodiwal

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