Main Teri Heer Season 5 – 85

Main Teri Heer Season 5 – 85

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

दिनभर सभी शादी की रस्मो में व्यस्त थे दोपहर बाद वंश तैयार होकर मुरारी के घर चला आया आखिर उसे अपने भाई की बारात में डांस जो करना था हालाँकि उसके पैर में चोट लगी थी पर वंश को इसकी परवाह नहीं थी। मुन्ना और शक्ति रस्मो में बिजी थी और मेहमानो से घिरे थे। मुरारी बाहर फोन में किसी को फोन पर फटकार लगा रहा था वंश ने देखा तो मुरारी के पास चला आया। मुरारी ने फ़ोन काटा और कहा,”अरे वंश तुम हिया का कर रहे हो ?”
“आपको थैंक्यू कहने आया हूँ”,वंश ने कहा  
“मतलब ?”,मुरारी ने हैरानी भरे स्वर में कहा


वंश आगे बढ़कर मुरारी के गले लगा और कहा,”थैंक्यू सो मच मुरारी चाचा इस बार तो आपके पासवर्ड ने सच में कमाल कर दिया। हाह पहले आपने मुझे फंसाया और फिर मुसीबत से निकाल भी लिया आपके इसी अंदाज पर तो मैं फ़िदा हूँ,,,,,,,,,,आई लव यू सो मच।  सुमन का मेटर भी सॉल्व हो गया , बाबा को दिया वचन भी नहीं टूटा और मैं बच भी गया , अब मैं मुन्ना की शादी टेंशन फ्री रहकर एन्जॉय कर सकता हूँ”
मुरारी ने सुना तो मुस्कुरा उठा और वंश की पीठ थपथपा कर कहा,”अरे बाबू ! हम का कहे थे हम सब ठीक कर देंगे,,,,,,!!”


“वो सब तो ठीक है लेकिन आपने सुमन को पासवर्ड की धमकी क्यों दी ? बेचारी कितना ऑक्वर्ड लगा होगा उसे उस टाइम”,वंश ने मुरारी से दूर होकर कहा  
“देखो बेटा हमारा हिसाब साफ है या तो प्यार से या हथियार से , जो ना समझे बातो से उह समझे फिर मार से,,,,,,,,,अरे सूरजवा का नाम तो इहलीये लिये तक उह पगलेट लड़की अपने प्रेम का स्वीकार कर ले,,,,,,,,,,,वरना हमसे हमाये पासवर्ड नाही सम्हलते हमहू दुसरो के पासवर्ड का खोलेंगे ? नाही”,मुरारी ने कहा


“खुल गया”,मुरारी की बात सुनकर वंश ने कहा उसके चेहरे पर परेशानी के भाव थे
“का खुल गवा ?”,मुरारी ने पूछा उस बेचारे को तो पता भी नहीं था कि उसके पीछे अनु खड़ी है
“आपका पासवर्ड खुल गवा”,वंश ने मायूसी भरे स्वर में कहा
” हमरा कौनसा पासवर्ड बे ? जबसे तुम्हायी मौसी आयी है ना हमायी जिंदगी मा तबसे हमहू पासवर्ड रखना ही छोड़ दिए है ,

हमाये लिए वही हमरा परमानेंट  पासवर्ड है समझे और तुम भी जितना जल्दी हो सके निशि को अपना परमानेंट पासवर्ड बनाय ल्यो वरना बाबा फिर तुम्हाये लिए कोनो नवा खाता खोल देंगे,,,,,,हमहू ज़रा अपनी वाली को देखकर आते है”,मुरारी ने आत्मविश्वास से भरकर कहा
“मुरारी , तुम्हे कही जाने की जरूरत नहीं है मैं ही तुम्हारे पास आ गयी हूँ”,अनु ने मुरारी के पीछे से आगे आकर कहा लेकिन पहली बार मुरारी के चेहरे पर डर या घबराहट के कोई भाव नहीं थे बल्कि आज तो मुरारी ने कुछ भी ऐसा नहीं कहा था जिस से वह अनु के सामने फंस जाए।

अनु को देखते ही मुरारी की आँखे चमक उठी और उसने कहा,”का बात है मैग्गी , कोई कह नहीं सकता तुमहू आज सास बनने जा रही हो , अरे जे गुलाबी साड़ी मा तो पूरा गुलाब का फूल लग रही हो,,,,,,,,,!!”
कहकर मुरारी कुछ ढूंढने की एक्टिंग करने लगा तो अनु ने कहा,”क्या हुआ क्या ढूंढ रहे हो ?”
“अरे काजल की डिब्बी ढूंढ रहे है , सोच रहे है एक ठो काला टिका लगाय दे का है कि नजर लग जाएगी”,मुरारी ने कहा


“क्या मुरारी तुम भी ना , अच्छा मैं ये कहने आयी थी घोड़ी वाला कब तक आ जायेगा मुन्ना और शक्ति तैयार है और चाचाजी कह रहे है अपने घर से गेस्ट हॉउस पैदल ही जायेंगे”,अनु ने कहा
“अरे उसी गधे की तो क्लास लगा रहे थे , तुम एक काम करो अंदर जाकर सबको बाहिर जमा होने को कहो हमहू करते है कुछो बंदोबस्त”,मुरारी ने कहा तो अनु ने हामी में गर्दन हिलाई और मुरारी के गाल पर अपनी ऊँगली लगाकर कहा,”अच्छे लग रहे हो”


“कसम से मैग्गी आज के दिन जे बिजलिया हम पे ना गिराओ , तुम्हरे छूने से ही करंट लगता है”,मुरारी ने कहा तो अनु हँसते हुए वहा से चली गयी
वंश हैरान सा मुंह फाड़े मुरारी को देख रहा था कुछ देर पहले मुरारी उसके सामने कितने आराम से पासवर्ड की बात कर रहा था और अनु के आते ही कैसे एकदम से उसका सुर बदल गया।
“अभी जो किया वो क्या था ?”,वंश ने मुरारी से पूछा


“बेटा शादी के बाद इह सब करना पड़ता है तुमहू भी कुछो ट्रेनिंग ले लो हमसे वरना सारी जिंदगी निशि के पीछे हाथ जोड़ते घूमोगे”,मुरारी ने कहा
“हाह मुझे ये सब सीखने की जरूरत नहीं है,,,,,,,,!!”,वंश ने अकड़कर मुरारी के कंधे पर अपनी कोहनी रखकर कहा


मुरारी ने वंश की कोहनी को झटका और आगे बढ़ते हुए कहा,”उह्ह तो बेटा आने वाला बख्त बताएगा और इह जो थोक के भाव मा सबको आई लव यू बोल रहे हो , एक ठो बार जाकर निशि से भी कह दयो तो सारी समस्या ही हल हो जाए”
“अरे चचा ! आप नाही समझे हो मेरी तो समस्या में भी मजा है”,वंश ने कहा और मुन्ना से मिलने चला गया। मुरारी घोड़ी वाले को फ़ोन लगाकर गरियाते हुए आगे बढ़ा,”अबे दुइ मिनिट मा घोड़ी लेकर हिया नहीं आये ना तो तुम्हाये पीछे पूछ लगाकर मुन्ना को तुम्हाये ऊपर बैठा देंगे और चने की दाल खिलाएंगे सो अलग,,,,,,,,,,अबे पहुंचो जल्दी वरना कही पहुँचने लायक नहीं रहोगे”

वंश अंदर चला आया तब तक शक्ति और मुन्ना सभी रस्मो से फ्री हो चुके थे। वंश ने शक्ति को देखा और कुछ देर एकटक देखता रहा। शक्ति ने वंश को ऐसे देखा तो कहा,”क्या हुआ वंश ? तुम हमे ऐसे क्यों देख रहे हो ?”
वंश शक्ति के पास आया और कहा,”शक्ति कुछ घंटो बाद तुम मेरे जीजाजी और काशी के पति बन जाओगे , मेरी बहन बहुत मासूम और अच्छी है मुझसे वादा करो तुम हमेशा उसका ख्याल रखोगे , उसे कभी कोई परेशानी नहीं होने दोगे , उसकी आँखों में कभी आँसू नहीं आने दोगे और अगर तुमने कभी उसे रुलाया तो,,,,,,,,,,,,,!!”


वंश आगे कहता इस से पहले ही मुन्ना बोल पड़ा,”ए वंश ! तुम शक्ति से रिक्वेस्ट कर रहे हो या उसे धमका रहे हो”
“अह्ह्ह रिक्वेस्ट कर रहा हूँ”,वंश ने कहा
शक्ति ने सुना तो मुस्कुराया और वंश के पास आकर उसका हाथ उठाया और अपना हाथ उसके हाथ पर रखकर कहा,”हम वादा करते है तुम्हारी बहन को हमेशा खुश रखेंगे , हमारी वजह से कभी उसकी आँखों में आँसू नहीं आएंगे”


वंश ने सुना तो शक्ति के गले आ लगा और कहा,”मुझे माफ़ कर देना अनजाने में मैंने आपका बहुत दिल दुखाया है , बहुत बदतमीजी से भी बात की और परेशान भी किया लेकिन आज आपको देखकर मैं कह सकता हूँ काशी ने अपने लिए बिल्कुल सही जीवनसाथी चुना है”
वंश की बात सुनकर शक्ति की आँखों में नमी तैर गयी , मुन्ना और शक्ति की दोस्ती तो बहुत पहले हो गयी थी लेकिन वंश ने कभी शक्ति को काशी के लायक नहीं समझा और हमेशा उस से चिढ़ा चिढ़ा रहा लेकिन आज वंश को अपनी गलती का अहसास हो चुका था और शक्ति इस बात से बहुत खुश था।

उसने वंश की  थपथपाई और कहा,”लगता है निशि के साथ रहकर सुधर गए हो”
वंश शक्ति से दूर हटा और हसने लगा तभी मुन्ना ने कहा,”ए तुमने शक्ति से काशी का ख्याल रखने की रिक्वेस्ट की लेकिन हमसे नहीं ऐसा क्यों ?”
वंश मुन्ना के पास आया और कहा,”अरे मुन्ना ! तुम्हारे लिए तो मुझे गौरी के पैर पकड़ने होंगे उस से रिक्वेस्ट करनी होगी कि वह शादी के बाद तुम्हे ज्यादा तंग ना करे , तुम्हारा ख्याल रखे और तुम्हे थोड़ा अपने जैसा बनाये खुशमिजाज”


मुन्ना ने सुना तो हसने लगा और कहा,”हाहाहाहा बात तो सही है तुम्हारी”
शक्ति ने देखा कमिश्नर साहब आये थे तो वह उनकी तरफ बढ़ गया और वंश मुन्ना के सामने चला आया। वंश को अपने सामने देखकर मुन्ना मुस्कुराया और कहा,”कैसे लग रहे है ?”
“हाह ! बिल्कुल उस राजकुमार की तरह जो सफ़ेद घोड़े पर सवार होकर आता है जिसके सपने लड़किया देखती है। इतने सुंदर कि अगर मैं लड़की होता तो अभी तुम से शादी कर लेता”,वंश ने कहा तो मुन्ना फिर हंस पड़ा


वंश मुन्ना के थोड़ा सा करीब आया और उसके साफे पर लगी कलंगी को सही करते हुए कहा,”हम सब कितनी जल्दी बड़े हो गए ना मुन्ना , अब कल से तुम्हारी जिंदगी में सब बदल जाएगा , अब कल से तुम एक बेटे , एक भाई होने के साथ साथ किसी के पति भी कहलाओगे , मैं बस दुआ करूंगा तुम्हारी आने वाली जिंदगी खुशियों से भरी हो उसमे कोई परेशानी कोई दुःख ना हो”  
“वंश तुम तो ऐसे बात कर रहे हो जैसे हम तुम्हारी प्रेमिका है”,मुन्ना ने वंश की टाँग खींचते हुए कहा


 वंश ने मुन्ना की तरफ देखा और कहा,”तुमने मेरे लिए जो किया है मैं उसका आधा भी नहीं का पाऊंगा मुन्ना , जब जब मैंने किसी से झगड़ा किया मेरे साथ तू भी पीटा है , जब जब मैंने बियर पीकर उलटी की तूने साफ़ किया , अरे बनारस में लौंडे का खवाब होता है अपनी बाइक की पिछली सीट पर अपनी गर्लफ्रेंड को बैठाकर पूरा बनारस घुमाने का और तूने मुझे घुमाया , मेरी ख़ुशी के लिए अपना प्यार गौरी छोड़ दिया , मैंने तो सिर्फ सपने देखे और तूने उन्हें अपनी आँखों में सजा लिया , मेरे एक बार भैया बोलने पर तू सब छोड़कर मेरे पास चला आया

, हमेशा शांत रहने वाला तू मेरे लिए सबसे लड़ गया , अब तू ही बता मुन्ना क्या मैं कभी तेरे लिए ये सब कर पाऊंगा”
मुन्ना ने सुना तो उसका दिल भारी होने लगा , वंश की बातें उसे भावुक कर रही थी और उसके साथ बिताये पल मुन्ना की आँखों के सामने घूम रहे थे। मुन्ना ने उसे खींचकर अपने सीने से लगाया और कहा,”हाँ कर सकता अगर तुमने हमे एक बार और भैया कहकर बुला दिया तो हम ये सब भूल जायेंगे”
वंश ने सुना तो मुस्कुराया और कहा,”शादी मुबारक हो बड़े भैया , मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ इतना कि मैं कभी बता नहीं पाऊंगा”


मुन्ना ने कसकर वंश को गले लगा लिया और कहा,”बस कर पगले आज हमारी शादी है और हम आज के दिन रोना नहीं चाहते”
वंश ने सुना तो अपनी आँखे पोछते हुए पीछे हटा और कहा,”चलो सब बाहर आपका इंतजार कर रहे है और आपकी गौरी भी,,,,,,,,!!”
मुन्ना ने सुना तो मुस्कुरा उठा और वंश के साथ बाहर चला आया।


मुन्ना और शक्ति दोनों अपनी अपनी सजी हुई घोड़ी पर आ बैठे और सब उन्हें लेकर गेस्ट हॉउस के लिए निकल गए। वंश के पैर में दर्द था लेकिन अपने बड़े भाई की शादी में वह डांस ना करे ऐसा भला कैसे हो सकता था ? मुरारी के साथ मिलकर उसने जो डांस किया है सबकी नजरे उसी पर थी। मुन्ना भी उसे खुश देखकर बहुत खुश था कि अब वंश की जिंदगी में सब ठीक था।

गेस्ट हॉउस के एक कमरे में काशी और गौरी दुल्हन के जोड़े में सजी धजी बैठी थी। ऋतू , प्रिया , निशि , अंजलि सभी वहा मौजूद थी। कुछ घर के मेहमान भी थे  जो काशी और गौरी को देखकर खुश हो रहे थे। दोनों सहेलियों ने एक जैसा शादी का जोड़ा लिया था और दोनों आज बहुत खुश थी। निशि ने पर्पल रंग की बहुत ही सुन्दर डिजायनर साड़ी पहनी थी और वह बहुत ही प्यारी लग रही थी। काशी ने निशि को देखा तो उसे अपने पास आने का इशारा किया। निशि काशी के सामने चली आयी  


काशी ने अपनी आँख के किनारे से काजल निकालकर निशि के कान के पीछे लगाकर कहा धीरे से कहा,”किसी की नजर ना लगे छोटी भाभी”
निशि ने सुना तो हैरानी से काशी को देखने लगी काशी ने देखा तो थोड़ा सा निशि की तरफ झुकी और कहा,”आज अच्छा मौका है हमारे वंश भैया से अपने दिल की बात कह दो क्योकि हमने तो आपको अपनी भाभी मान लिया है”
निशि ने सुना तो ख़ुशी और हैरानी से भाव उसके चेहरे पर झिलमिलाने लगे साथ ही शर्म से उसके गाल लाल भी हो गए तभी अंजलि ने आकर उसकी बांह थामते हुए कहा,”और हमने भी”


अंजलि की बात सुनकर निशि को और ज्यादा हैरानी हुई क्योकि उसके और अंजलि के बीच काफी अच्छी बॉन्डिंग थी लेकिन निशि ने उसे वंश और अपने रिश्ते के बारे में नहीं बताया था निशि को हैरान परेशान देखकर अंजलि ने कहा,”आपको क्या लगा मैं बच्ची हूँ मुझे कुछ पता नहीं चलेगा,,,,,,,मुझे तो बहुत पहले ही पता चल गया था कि मेरे चिरकुट वंश भैया को आप ही सुधार सकती हो”
अंजलि की बात सुनकर निशि के साथ साथ बाकि सब भी हंस पड़ी गनीमत था ये बाते कमरे में मौजूद मेहमानो ने नहीं सुनी वरना वंश और निशि की प्रेम कहानी का चर्चा बाबा तक पहुँच जाता।


“अरे लड़कियों तुम सब यहाँ क्या कर रही हो बाहर बारात आ चुकी है , चलो चलो जल्दी चलो मुन्ना और होने वाले दामाद जी आज कितने सुंदर लग रहे है चलो चलकर देखो”,राधिका भुआ ने आकर कहा तो सब बारात और दूल्हो को देखने कमरे से बाहर चली गयी। काशी और गौरी ने जब सुना कि उन्हें दूल्हे बारात लेकर आ चुके है तो दोनों के दिल धड़क उठे और दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कुरा उठी।

सभी बारात देखने बाहर आयी वंश को डांस करते देखकर ऋतू प्रिया तो खुद को रोक ही नहीं पायी और उसके साथ आकर डांस करने लगी। डांस करते करते प्रिया ने सुमित का हाथ पकड़ा और उसे भी साथ ले लिया। वंश ने देखा तो खुश हो गया और फिर सुमित के साथ मिलकर डांस करने लगा। अंजलि के साथ खड़ी निशि डांस करते वंश को बड़े प्यार से देख रही थी , आज ना जाने क्यों उसे वंश की शर्म आ रही थी।

वंश ने निशि को अंजलि के साथ देखा तो आने का इशारा किया लेकिन नवीन को वहा देखकर निशि ने ना में गर्दन हिला दी लेकिन अंजलि ठहरी अपने वंश की प्यारी बहन तो वंश ने अंजलि की तरफ इशारा किया
“भाभी चलो न डांस करते है”,अंजलि ने निशि को ले जाते हुए कहा
“भाभी,,,,,,,,!!”,पास ही खड़े बाबा ने कहा
“भाभी कौन भाभी ? अरे नानाजी हमने तो निशि कहा,,,,,,,निशि चलो ना सब डांस कर रहे है हम भी चलते है , हम जाए नानाजी ?”,अंजलि ने बाबा से पूछा


“हाँ हाँ बिटिया जाओ,,,,,निशि बिटिया तुमहू भी जाओ”,बाबा ने कहा तो निशि ख़ुशी ख़ुशी अंजलि के साथ सबके बीच चली गयी। सबने मिलकर जो डांस किया
मुन्ना और शक्ति तो घोड़ी पर बैठे बैठे ही एन्जॉय कर रहे थे। वंश ने अपनी आँखों पर चश्मा लगा रखा था और वह कुछ ज्यादा ही प्यारा लग रहा था।

Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85

Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85Main Teri Heer Season 5 – 85

संजना किरोड़ीवाल 

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal
Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

One Comment

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!