Love You जिंदगी – 59

Love You Zindagi – 59

Love You Zindagi - Season 2
Love You Zindagi – Season 2

अवि नैना को साथ लेकर एयरपोर्ट चला आया। कुछ देर बाद दोनों चंडीगढ़ के लिए निकल गए। नैना का बहुत मन था मधु को सबक सिखाने का लेकिन अवि की एग्जीबिशन के बारे में सोचकर नैना ने ये प्लान केंसल कर दिया। फ्लाइट में अवि के बगल में बैठी नैना अवि के देखे जा रही थी। अवि ने उसे एग्जीबिशन के बारे में नहीं बताया और सब छोड़कर उसके साथ यहाँ चला आया सोचकर ही नैना को अवि पर बहुत प्यार आ रहा था। वह मन ही मन खुद से कहने लगी,”आई नो मैं तुम्हे बहुत तंग करती हूँ , तुम्हारी कोई बात नहीं मानती , तुम्हे बहुत टॉर्चर भी करती हूँ , तुम पर चिल्लाती हूँ , गुस्सा भी करती हूँ लेकिन तुम हमेशा मुझसे प्यार से पेश आते हो,,,,,,,,,,,,,,,,,मुझे याद भी नहीं है कि तुम कभी मुझ पर चिल्लाये होंगे। तुम अच्छे हो पडोसी,,,,,,,,,,,,,,,अहम्म्म्म्म अच्छे नहीं तुम बहुत बहुत बहुत ज्यादा अच्छे हो। डेड सही कहते है सिर्फ तुम मुझे सम्हाल सकते हो , मुझे समझ सकते हो और मुझे झेल सकते हो। कोई इतना स्वीट कैसे हो सकता है यार ?”
“क्या हुआ ?”,नैना को खोया देखकर अवि ने उसके सामने हाथ हिलाते हुए कहा
“हाँ,,,,,,,,,,,,,,,,हाँ कुछ नहीं , मुझे नींद आ रही है,,,,,,,,,,एक्चुली मैं पूरी रात सोई नहीं हूँ”,नैना ने मासूमियत से कहा
नैना की बात सुनकर अवि ने अपना कंधा आगे कर दिया नैना ने मुस्कुराते हुए अवि की बांह थामी और अपना सर अवि के कंधे पर टीकाकार आँखे मूंद ली। अवि दूसरे हाथ से नैना का सर थपथपाने लगा। कुछ देर बाद ही नैना को नींद आ गयी उसे सोया देखकर अवि मन ही मन खुद से कहने लगा,”घर पहुँचते ही मैं नैना को उसकी बीमारी के बारे में बता दूंगा,,,,,,,,,,,,,,,,पता नहीं ये कैसे रिएक्ट करेगी ? नैना ये सब एक्सेप्ट कर पायेगी भी नहीं,,,,,,,,,,,,,,,,,ये इतनी खुशमिजाज और लापरवाह है कि इसके लिए ये सुनना बहुत मुश्किल होगा कि इसे कैंसर,,,,,,,,,,,,,,,,मैं नैना को कुछ नहीं होने दूंगा,,,,,,,,,,,कुछ भी नहीं , मैंने इसके डेड से प्रॉमिस किया है और जब तक मैं हूँ मैं इसका ख्याल रखूंगा”
“पडोसी इतना मत सोचो,,,,,,,,,,,,,,,,,सब ठीक हो जाएगा,,,,,,,,,,,,,,,,हर कहानी के अंत में सब ठीक हो जाता है”,नैना नींद में बड़बड़ाई तो अवि की तंद्रा टूटी और उसने नैना के ललाट को अपने होंठो से छुआ और धीरे से बुदबुदाया,”हाँ अंत में सब ठीक हो जाता है”

कुछ वक्त बाद नैना और अवि घर पहुंचे। नैना बहुत खुश थी लेकिन अवि उतना ही परेशान,,,,,,,,,,,,,,वो और नैना बिना बताये घर से बाहर थे ये जानकर चौधरी साहब और सौंदर्या जी का क्या रिएक्शन होगा सोचकर ही अवि मन ही मन परेशान हो रहा था। बीती रात सौंदर्या जी ने जिस तरह से बात की थी उस से ये कन्फर्म था कि घर में सब उन दोनों से नाराज है।
“गुड मॉर्निंग पापा,,,,,,,,,,,,,,,गुड मॉर्निंग मॉम”,नैना ने डायनिंग टेबल की तरफ आते हुए कहा जहा बैठकर सौंदर्या जी , चौधरी साहब और निबी नाश्ता कर रहे थे। सौंदर्या जी ने कोई जवाब नहीं दिया और चौधरी साहब ख़ामोशी से अवि को देखने लगे।
उन्हें चुप देखकर नैना को थोड़ा अजीब लगा उसने पलटकर अवि को देखा तो अवि ने आँखों ही आँखों में नैना को शांत रहने का इशारा किया। वह आगे आया और कहा,”डेड वो,,,,,,,,,,,,,,!!”
“इस घर के बच्चे अब इतने बड़े हो गए है कि अपनी मर्जी से हर फैसला लेने लगे है। जब ऐसा ही है तो फिर मैं और तुम इस घर में क्यों है सौंदर्या ?”,चौधरी साहब ने कठोरता से कहा
“ये बात घर समझने की जरूरत नैना को है , ये दोस्त , फ्रेंडशिप ये सब शादी के पहले तक ठीक है लेकिन शादी के बाद रिस्पोंसब्लिटी बढ़ जाती है। ऐसे में दोस्त बुलाये तो क्या सब छोड़कर चले जाना सही है”,सौंदर्या जी ने नाश्ता करते हुए कहा
“मॉम नैना को वहा लेकर मैं गया था,,,,,,,,,,,,,,!”,अवि ने नैना के बचाव में कहा।
“एक मिनिट अवि,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए नैना ने अवि को पीछे किया और सौंदर्या की तरफ आकर कहा,”मॉम आपने ऐसा क्यों कहा ? आई नो शादी के बाद चीजे बदल जाती है लेकिन इतनी भी नहीं कि आप अपने फॅमिली और फ्रेंड्स से मुंह मोड़ ले,,,,,,,,,,,,मेरे दोस्त मेरे लिए फॅमिली जैसे है और रुचिका प्रॉब्लम में थी इसलिए मुझे जाना पड़ा”
“फॅमिली जैसे है,,,,,,,,,,,,,,,फॅमिली तो नहीं है ना नैना,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम्हारी शादी हो चुकी है तुम्हे अपनी जिम्मेदारियां समझनी चाहिए तुम हर वक्त ये बचकानी हरकत नहीं कर सकती”,सौंदर्या जी ने कहा
“बचकानी हरकते ? व्हाट डू मीन मॉम,,,,,,,और मैंने कब अपनी रिस्पोंसब्लिटी नहीं समझी ?”,नैना ने थोड़ा गुस्से से कहा
“अवि नैना से कहो अपनी सास से ऐसे बात ना करे,,,,,,,,,,,,इस घर के कुछ नियम है जिन्हे सबको फॉलो करना होता है”,कहते हुए चौधरी साहब उठे और वहा से चले गए
“लेकिन,,,,,,,,,,,,,,,,!”,नैना ने जैसे ही कुछ कहना चाहा अवि ने अपने होंठो पर ऊँगली रखकर चुप रहने का इशारा किया और नैना को अपने साथ ले जाते हुए कहा,”मैं नैना को समझा दूंगा मॉम”
“बेहतर होगा,,,,,,,,,,,,!”,कहकर सौंदर्या जी उठी और अपना बैग लेकर वहा से चली गयी। निबेदिता चुपचाप अपना नाश्ता कर रही थी ना उसने नैना से कुछ बात की ना अवि से,,,,,,,,,,,,,,,,
अवि नैना को लेकर सीढ़ियों की तरफ बढ़ गया और नैना समझ नहीं पा रही थी आखिर एक रात में ही इन सबको हो क्या गया है ?
कमरे में आते ही नैना अवि की तरफ पलटी और गुस्से से कहा,”तुमने मुझे चुप रहने को क्यों कहा ? तुमने सूना न मॉम ने क्या कहा ? क्या मैं अपनी जिम्मेदारियां नहीं समझती,,,,,,,,,,,क्या मेरी वजह से मॉम-डेड को तकलीफ हुई है,,,,,,,,,,,,,,,,,फिर वो ऐसे बात कैसे कर सकती है ? मैं अभी जाकर उनसे बात करती हूँ वो मुझसे ऐसे बात नहीं कर सकती”
कहते हुए नैना जैसे ही जाने को हुई अवि ने उसकी बांह पकड़कर उसे रोक लिया और अपने सामने करके कहा,”उनकी बात पर इतना ध्यान मत दो , हम बिना बताये शहर से बाहर गए इसलिए वो थोड़ा सा नाराज है और ये सही भी है। हम इतने लापरवाह नहीं हो सकते,,,,,,,,,,,,,,अब सुनो मुझे तुम्हे कुछ बताना है”
“हाँ कहो,,,,,,,,,,,,,,,!”,नैना ने परेशानी भरे स्वर में कहा शायद उसके दिमाग में अभी भी सौंदर्या के कहे शब्द चल रहे थे
“ऐसे नहीं,,,,,,,,ऐसे टेंशन वाली सिचुएशन में मैं तुम्हे कुछ नहीं बता सकता”,अवि ने कहा
नैना ने अपना मूड सही किया और एक गहरी साँस लेकर कहा,”हम्म्म आई ऍम ओके,,,,,,,,,,,,,,,अब बताओ क्या बात है ?”
अवि ने नैना के दोनों हाथो को अपने हाथो में थाम लिया। घबराहट और टेंशन में अवि के हाथ काँप रहे थे। वह बस सोच रहा था कि नैना को सब कैसे बताये ?
अवि को चुप देखकर नैना ने कहा,”अब बोलो भी”
“देखो तुम परेशान मत होना और ज्यादा सोचना मत,,,,,,,,,,,,,!”,अवि ने हिम्मत करके कहा
“ऐसा क्या बोलने वाले हो ? क्या तुम्हारा कही चक्कर चल,,,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने जैसे ही कहा अवि ने उसके मुंह पर हाथ रखते हुए कहा,”इस जन्म में तुम मेरे लिए काफी हो,,,,,,,,,,,,!!”
“तो फिर बताओ ना क्या बात है ?”,नैना ने अवि का हाथ अपने मुंह से हटाते हुए कहा
“नैना वो,,,,,,,,,,,,विहान का फोन,,,,,,,,,,,,,!!”,अवि इतना ही कह पाया कि मृणाल ने कमरे में आते हुए कहा,”तेरा फोन क्यों बंद है ? यार अवि तू अपने काम को लेकर इतना केयरलेस कैसे हो सकता है ? आज एग्जीबिशन है और मैं उसे छोड़कर यहाँ तुझे ये बताने आया हूँ कि मेरे साथ चलकर उसे सम्हाल,,,,,,,,,,,,,,,,,पार्टी सिर्फ तुझसे मिलना चाहती है और ये एग्जीबिशन अब सिर्फ तेरी प्रेजेंस पर टिकी है”
मृणाल को वहा देखकर और उसके मुंह से एग्जीबिशन की बात सुनकर नैना को याद आया आज तो अवि की सबसे खास एग्जीबिशन थी। नैना मृणाल के पास आयी और कहा,”क्या ये वही एग्जीबिशन है जिसके लिए अवि पिछले 1 महीने से मेहनत कर रहा है ?”
“हां ना भाभी,,,,,,,,,,,,,अब आप ही इसे बोलो शायद आपकी बात सुन ले”,मृणाल ने आसभरे स्वर में कहा
“अरे बोलना क्या है ? पडोसी,,,,,,,,,,,,,,,,आई मीन अवि तुम्हे जाना चाहिए , वो तुम्हारा सपना है उसे पूरा करो”,नैना ने अवि के सामने आकर कहा
“वो सब मैं कर लूंगा अभी मुझे तुमसे कुछ जरुरी बात करनी है”,अवि ने परेशानी भरे स्वर में कहा
“वो सब मैं बाद में सुन लुंगी,,,,,,,,,,,,,,,वैसे भी तुम्हारे पास कोई बोरिंग सी न्यूज होगी जिसे सुनकर मुझे अपना मूड और खराब नहीं करना। तुम मृणाल भैया के साथ जाओगे अपनी एग्जीबिशन में और झंडे गाड़ दोगे,,,,,,,,,,,,,,क्यों मृणाल भैया ?”,नैना ने एक्साइटेड होकर कहा
“हाँ भाभी बिल्कुल सही,,,,,,,,,,,,!”,मृणाल ने नैना को हाई फाइव देकर कहा
“नैना तुम मेरी बात नहीं समझ रही हो”,अवि ने कहा
“फ़िलहाल मुझे कुछ नहीं समझना,,,,,,,,,,,,,,,तुम मृणाल भैया के साथ ऑफिस जा रहे हो बस,,,,,,,,,,,,मैं तुम्हारी वाइफ हूँ एंड एज अ वाइफ मेरी रिस्पोंस्बिटी बनती है हस्बेंड को उसके लक्ष्य की ओर प्रेरित करने की”,नैना ने थोड़ी नौटंकी करते हुए कहा
“वाह भाभी क्या बात कही है ? अवि बाबू कुछ सीखो हमारी भाभी से,,,,,,,,,,,!”,मृणाल ने नैना की तारीफ में कहा तो अवि उसे घूरने लगा
“नैना,,,,,,,,,,,,,!”,अवि ने बुझे स्वर में फिर कहा
“तुम्हे मेरी कसम,,,,,,,,,,,,,,,,,जाओ”,नैना ने अवि को मजबूर करते हुए कहा तो अवि ख़ामोशी से उसे देखने लगा। अवि को अपनी तरफ देखते पाकर नैना ने प्यार से उसके चेहरे को अपने हाथो में लिया और कहा,”मैं कभी तुम्हारे सपनो के आड़े आना नहीं चाहती अवि,,,,,,,,,,,,,,,,तुम्हे जाना चाहिए , मेरे लिए हम्म्म्म !”
नैना की आँखों में अपने लिए प्यार और परवाह देखकर अवि का मन भारी होने लगा। वह नैना को छोड़कर जाना नहीं चाहता था लेकिन नैना उसे अपनी कसम दे चुकी थी। अवि ने मृणाल से 5 मिनिट माँगे। बाथरूम जाकर हाथ मुंह धोये , कपडे चेंज किये और जरुरी सामान लेकर मृणाल के साथ चल पड़ा। अवि जैसे ही कमरे से बाहर जाने लगा नैना ने कहा,”पडोसी,,,,,,,,,,,!”
अवि पलटा तो नैना मुस्कुराई और कहा,”बेस्ट ऑफ़ लक , जीत के आना,,,,,,,,,,,,,,मैं तुम्हारा इंतजार करुँगी और अपना ख्याल रखना”
आखरी शब्द नैना ने थोड़े ऊँचे स्वर में कहे तो अवि ने अपनी पलके झपका दी और मृणाल को लेकर वहा से चला गया

आशीर्वाद अपार्टमेंट , दिल्ली
शीतल और मिसेज शर्मा सुबह तैयार होकर अपने फ्लेट से निकली और नीचे चली आयी। मिसेज शर्मा से थप्पड़ खाने के बाद मिसेज आहूजा तो अपने फ्लेट से बाहर ही नहीं निकली थी। मिसेज गुप्ता अपार्टमेंट की कुछ महिलाओ के साथ खड़ी बतिया रही थी। उन्होंने जब मिसेज शर्मा और शीतल को साथ साथ जाते देखा तो उनके पास चली आयी और अपने शब्दों में चाशनी घोलकर कहा,”अरे मिसेज शर्मा,,,,,,,,,,शीतल सुबह सुबह कहा जा रही हो ?”
“स्कूल,,,,,,,,,,,,मेरी बहू को स्कूल जाने की जरूरत है”,मिसेज शर्मा ने कहा
“हाँ स्कूल ये क्या बोल रही है आप ? आपकी बहू इस उम्र में स्कूल जाएगी,,,,,,,,,,ये कैसा मजाक है ?”,मिसेज गुप्ता ने हैरान होते हुए कहा
“क्यों नहीं मिसेज गुप्ता ? अब अपार्टमेंट के लोगो को लगता है मेरी बहू बद्तमीज है तो सोचा क्यों ना उसे स्कूल भेजना शुरू कर दू”,मिसेज शर्मा ने मिसेज गुप्ता और आस पास खड़ी औरतो को सुनाते हुए कहा
शीतल ने सूना तो उसे मन ही मन मिसेज गुप्ता की हालत पर हंसी आने लगी। शीतल ने मिसेज गुप्ता की ओर देखा और कहा,”माँ दरअसल मजाक कर रही है मिसेज गुप्ता,,,,,,,,वो हम लोग पास ही के एक स्कूल में जा रहे है कत्थक क्लास के लिए”
“ओह्ह्ह ऐसा,,,,,,,,,,,,वैसे अच्छा ही है मैं भी सोच रही थी कुछ एक्टिविटी ज्वाइन करने की,,,,,,,,,,,,,!!”,मिसजे गुप्ता ने कहा
“आपसे नहीं हो पायेगा मिसेज गुप्ता,,,,,,,,,,,,,मिसेज आहूजा के बिना तो वैसे भी पत्ता नहीं हिलता,,,,,,,,,,,,कमर क्या हिला लेंगी ?,,,,,,,,,,,,अच्छा थोड़ा साइड हटेंगी प्लीज हम दोनों को जाना है”,मिसेज शर्मा ने कहा तो मिसेज गुप्ता उनका मुंह ताकने लगी।
मिसेज शर्मा ने मिसेज गुप्ता को साइड किया और शीतल के साथ आगे बढ़ गयी।
“आपने उन्हें कुछ ज्यादा ही सूना दिया। बेचारी मिसेज गुप्ता वो इतनी बुरी भी नहीं है बस वो तो आहूजा आंटी की बातो में आकर गड़बड़ कर देती है”,शीतल ने चलते चलते मिसेज शर्मा से कहा
“हाँ पर मुझे बड़ा मजा आया,,,,,,,,,,,,अब चलो देर हो जाएगी”,मिसेज शर्मा ने शीतल का हाथ थामकर आगे बढ़ते हुए कहा
मिसेज शर्मा का साथ और प्यार पाकर शीतल बहुत खुश थी और उसकी ये ख़ुशी उसकी आँखों में और चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी।

अवि का घर , चंडीगढ़
अवि अपनी एग्जीबिशन में बिजी था और नैना आराम से अपने घर पर सो रही थी। शाम में नैना उठी और बाथरूम में चली आयी। उसने अपने बाल बांधे और मुंह धोने लगी। मुंह धोते धोते नैना के जहन में अवि का ख्याल आया। उसने रॉ में रखा छोटा तौलिया उठाया और मुंह पोछते हुए खुद में बड़बड़ाने लगी,”पडोसी मुझे क्या बताने वाला था ? वो कुछ परेशान भी था,,,,,,,,,,,,क्या हुआ है उसे पता लगाना पडेगा,,,,,,,,,,,,,,लेकिन उस से पहले मुझे उसका मूड ठीक करना होगा।”
सोचते हुए नैना बाहर चली आयी उसने देखा कमरे पूरा बिखरा पड़ा है। अवि को साफ सुथरी चीजे बहुत पसंद आती थी
नैना ने कमरे को अच्छे से साफ किया। अवि के कपड़ो और बाकि सामान को व्यवस्तिथ करके रखा। अवि की फेवरेट बेडशीट और पिलो रखे। खिड़की के परदे भी चेंज किये और ये सब करते हुए उसके दिमाग में बस अवि का ख्याल था और वह रह रह कर मुस्कुरा रही थी। नैना के मन में अवि के लिए ये फीलिंग्स बहुत खूबसूरत थी जो वक्त के साथ धीरे धीरे बढ़ते जा रही थी और इस बार नैना ने भी खुद को नहीं रोका था। नैना ने सब काम ख़त्म किया और नहाने चली गयी। नहाकर उसने हलके पीले रंग का कुरता पहना और सफ़ेद अचकन,,,,,,,,,,,,,,ये ड्रेस नैना को अवि से ही तोहफे में मिली थी जिसे नैना ने आज दूसरी बार पहना था। नैना शीशे के सामने आयी और अपने बाल बनाने लगी। बाल बनाते हुए नैना का ध्यान फिर कंघी पर गया और उसका चेहरा उदासी से घिर गया। उसने कंघी से बाल निकालते हुए खुद से कहा,”मेरे बाल इन दिनों कुछ ज्यादा ही झड़ने लगे है,,,,,,,,,,,,,,क्या मुझे किसी डॉक्टर को दिखाना चाहिए ? नहीं,,,,,,,,,,,,,,डॉक्टर के नाम से ही मुझे चक्कर आने लगता है। ये शायद शेम्पू या आयल की वजह है मुझे उन्हें चेंज करना चाहिए मैं कल ही मार्किट जाकर नया शेम्पू लेकर आती हूँ,,,,,,,,,,ये सही रहेगा।”
नैना ने अपने बाल बनाये , आँखों में बहुत सावधानी से काजल लगाया जिसमे वह बहुत प्यारी लग रही थी। नैना ने बालो को खुला ही छोड़ दिया। तैयार होकर उसने घडी की तरफ देखा जो कि शाम के 6 बजा रही थी। नैना ने अवि को फोन करने के लिए अपना फोन देखा तो पाया कि वो बंद था। नैना फोन का चार्जर ढूंढने लगी। कमरे में चार्जर ना पाकर नैना अवि के स्टडी टेबल की तरफ आयी और वहा देखने लगी। चार्जर देखते हुए नैना ने ड्रावर खोला तो उसकी नजर सिटी हॉस्पिटल के लिफाफे पर गयी।
“ये पडोसी ने इसे यहाँ क्यों रखा है ?”,कहते हुए नैना ने उसे उठाया और खोलकर देखने लगी। वो नैना की ही रिपोर्ट्स थी नैना ख़ुशी ख़ुशी उसे देखने लगी। जैसे ही नैना ने “पॉजिटिव” देखा उसके चेहरे की मुस्कराहट गायब हो गयी। दिल तेजी से धड़कने लगा और हाथ में पकड़ा फोन नीचे जमीन पर जा गिरा। नैना जान चुकी थी कि उसे कैंसर है।

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संजना किरोड़ीवाल

Love You Zindagi - Season 2
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