Love You जिंदगी – 61
Love You Zindagi – 61
अपार्टमेंट के टेरेस पर बैठे नैना और अवि खामोश थे। कुछ देर बाद अवि ने कहा,”वैसे तुम शीतल और उसके बॉयफ्रेंड के बारे में बात कर रही हो , है ना ! और वो तीसरा इंसान सार्थक है”
नैना ने हैरानी से अवि की और देखा और कहा,”यार तुम तो सच में जादुगर हो , मतलब मेरे बताने से पहले ही तुमने कहानी बता दी”
“मैडम मेरे पास भी आँखे मुझे भी सब दिखता है अपार्टमेंट में लव बर्ड्स वो दोनों ही है। मुझे आज से नहीं काफी पहले से पता है लेकिन मुझे दुसरो की जिंदगी में दखल देने की आदत नहीं है।”,अवि ने सामने देखते हुए कहा
“है , सच्ची ! लेकिन मेरी लाइफ में तो बड़ा इंट्रेस्ट है तुम्हे”,नैना ने ताना मारते हुए कहा
“क्योकि तुम्हारा फ्यूचर मुझसे जुड़ा है इसलिए”,अवि अपने आप में ही बड़बड़ाया
“क्या ?”,नैना को सुनाई दिया लेकिन समझ में नहीं आया
“कुछ नहीं , ये बताओ की तुम्हे मुझसे क्या हेल्प चाहिए ?’,अवि ने उसकी और पलटकर कहा
“शीतल जिस लड़के के साथ रिलेशनशिप में है वो लड़का एक नंबर का हरामी इंसान है , जब देखो तब इसे टॉर्चर करता रहता है। ये मत करो , वो मत करो ,यहाँ मत जाओ , वहा मत जाओ , मतलब उसकी जिंदगी का हर डिसीजन शीतल बाद में करती है वो इंसान पहले करता है। साला कतई बाप बना बैठा है इसका , शीतल को शायद उस से कुछ ज्यादा ही अटेचमेंट है बस इसलिए वो उसे छोड़ नहीं पा रही है। सार्थक अच्छा लड़का है वह उसे पसंद भी करता है बेचारे ने हिम्मत करके कहा भी की वह उस से प्यार करता है लेकिन ये मोहतरमा तो पागल है अपने उस राज के पीछे ,, हर लड़का DDLJ वाला राज नहीं होता है कौन समझाए उस बेवकूफ को। अब बस उस राज को उसकी जिंदगी से हटाकर सार्थक को फिट करना है यही मेरा प्लान है।”,नैना एक साँस में सब कह गयी
अवि ख़ामोशी से सब सुनता रहा और फिर कहा,”देखो जितना मैं सार्थक को जानता हूँ मैं कह सकता हूँ वो अच्छा लड़का है और शीतल को जैसे मैंने अब तक देखा है वो मुझे फेक लगती है !”
“व्हाट डू यू मीन ? फेक कैसे बोला मेरी दोस्त को ?”,नैना ने गुस्से से आँखे दिखाते हुए कहा
“कूल तुम क्या हर वक्त लड़ने के मूड में रहती हो। फेक मतलब वो वैसा बिहेव नहीं करती है जैसी वो एक्चुअल में है। मेरी समझ से शीतल एक बहुत समझदार और सुलझी हुई लड़की है जो कम बोलती है लेकिन सही बोलती है।”,अवि ने कहा
“लेकिन राज के मामले में इतना रोंग डिसीजन क्यों ?”,नैना ने कहा
“दिल के हाथो मजबूर है वो ! राज उसके दिल में है और जब इंसान दिल की सुनता तब दिमाग काम करना बंद कर देता है। शीतल के साथ भी यही हो रहा है उसका दिमाग उसे राज की गलतिया दिखाता जरूर है लेकिन उसका दिल उसे सब देखने ही नहीं देता। एक इमेज जो राज की उसके दिल में बन चुकी है उसे निकालना इतना भी आसान नहीं”,अवि ने कहा
“क्या ये दिल दिमाग लगा रखा है , सीधी भाषा में समझाओ ना”,नैना ने झुंझलाकर कहा
“अंधी हो गयी है वो उसके प्यार में , उसे सही गलत कुछ समझ नहीं आता है !”,अवि ने कहा
“वही तो मैं कह रही हूँ , अब उसे कैसे समझाऊ की राज उसके लिए गलत ऑप्शन है।”,नैना ने कहा
“नैना तुम्हारे इरादे सही है लेकिन तरिका गलत है , उसे समझाने का कोई फायदा नहीं है”,अवि ने कहा
“तो फिर मैं क्या करू ? मैं जब उस बन्दे का नाम भी सुनती हूँ ना तो मेरा खून खोल जाता है ,, किसी दिन मेरे सामने आ गया ना मैंने उसका खून कर देना है”,नैना ने गुस्से से कहा अवि ने देखा गुस्से से नैना की नाक लाल हो चुकी है उसने कहा,”सुनो ! शीतल को तुम्हे समझाना नहीं है बल्कि अहसास दिलाना है की राज उसके लिए सही नहीं है। अब तक शीतल को राज की गलतिया इसलिए समझ नहीं आती क्योकि वो ये सब अकेले में करता है या फिर फोन पर , तुम्हे ऐसी सिचुएश बनानी है की राज और शीतल सबके सामने हो और उसके बाद वो कुछ ऐसा करे जिसे शीतल इग्नोर ना कर पाए। जब सबके सामने राज शीतल
के साथ कोई बदतमीजी या गलत हरकत करेगा तब बात शीतल के सेल्फ रिस्पेक्ट पर आएगी और बात जब लड़की की सेफ रिस्पेक्ट पर आती है तो वो किसी से भी लड़ जाती है। बस एक बार वो मोमेंट आये जब शीतल का सामना ऐसी किसी सिचुएशन से हो तुम देखना उस दिन तुम्हे असली शीतल देखने को मिलेगी !”
“बात तो तुम्हारी सही है पडोसी लेकिन ऐसी सिचुएशन आएगी कैसे ?”,नैना ने उसके कंधे पर अपनी कोहनी टिकाकर सोचते हुए कहा। अपने कंधे पर नैना की कोहनी अवि को बहुत अच्छी लग रही थी ,कभी कभी नैना सच में बच्चो जैसे ही बिहेव करती थी अवि को अपनी और देखता पाकर नैना ने कोहनी हटा ली और कहा,”मेरा मतलब राज तो इंदौर में है और शीतल यहाँ और ऐसी सिचुएशन भी नहीं है तो क्या करे ?”
“नवरात्री में डांडिया आयोजन होगा ना आपर्टमेंट में ?”,अवि ने पूछा
“है ना बिल्कुल है , तुम्हे खेलना है क्या ?”,नैना ने कहा
“सच में नमूना हो तुम , मतलब किसी को तुम पे गुस्सा भी आये ना तो ऐसी बातें सुन के प्यार आने लगेगा !”,अवि ने नैना की आँखों में देखते हुए प्यार से कहा
“कुछ गलत कहा क्या मैंने ? अरे यार छोडो ये सब इतना आइडिआ दिया है तो ये भी बता दो आगे क्या करना हैं ?”,नैना ने कहा
“डांडिया आयोजन में राज को इन्वाइट करो। शीतल को कुछ पता नहीं चले इन्फेक्ट तुम्हारे अलावा किसी को पता नहीं चलना चाहिए राज आ रहा है। अचानक वो यहाँ आएगा शीतल को ऐसे माहौल में देखकर अगर उसने कुछ हरकत की तो शीतल जरूर जवाब देगी और अगर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने बात अधूरी छोड़ दी
“अगर क्या ? आगे भी तो बोलो !”,नैना ने आतुरता से कहा
“और अगर राज शीतल को खुश देखकर खुश हो , उसे माहौल को स्वीकार कर ले तो तुम हमेशा हमेशा के लिए शीतल और राज की जिंदगी से दूर हो जाना , मतलब दोस्ती रखना लेकिन उन्हें अलग करने की मत सोचना।”,अवि ने कहा
“वो क्यों ?”,नैना ने कहा
“देखो नैना कई बार जो हम देखते है या सुनते है वो सच नहीं होता है। कुछ लोग पहली बार में हमे पसंद नहीं आते है तो फिर हम उनके बारे में राय कायम कर लेते है और वो जिंदगीभर हमे पसंद नहीं आते है। तुमने जो देखा सूना हो सकता है वो तुम्हारे नजरिये से गलत हो और शीतल के नजरिये से सही हो इसलिए जो भी करना सोच समझ कर करना”,अवि ने नैना को समझाते हुए कहा वह नहीं चाहता था नैना किसी तरह की प्रॉब्लम में पड़े और तीनो दोस्तों के बिच किसी तरह की ग़लतफ़हमी पैदा हो !
“हम्म्म्म जैसे तुमने बना ली मेरे बारे में !”,नैना ने अवि की और देखकर कहा
“तुम्हे क्या मैं इतना बेवकूफ लगता हूँ उस दिन मैंने तुम्हारे सामने जो कुछ कहा वो सही था , सिचुएशन गलत थी लेकिन मेरी बातें सच थी वो सब बातें तुम में है”,अवि ने कहा
“नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है !”,नैना ने कहा
“ओके आई विल एक्सप्लेन मैंने कहा था की तुम अच्छी इंसान हो लोगो से अच्छे से बात करती हो वो काबिलियत तुम में है और उसका जीता जागता सबूत है करीम अंकल , जिस तरह तुमने उन्हें रिस्पेक्ट दी , मेरे अंकल जिनसे तुमने अच्छे से बात की। हां मान सकता हूँ कुछ लोगो से तुमने उनकी भाषा में बात की लेकिन यू आर अ गुड़ लिस्टनेर आल्सो , उसके बाद मैंने कहा था की तुम लोगो की मदद करने में विश्वास रखती हो , यस तुम वैसी हो जिस तरह तुम अपनी दोस्तों के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती हो। देन मैंने कहा था तुम्हे कॉफी पसंद है हां वो थोड़ा गलत हो सकता है , उसके बाद मैंने कहा था तुम्हे नोवेल्स पसंद है , सही कहा था तुम्हे नोवेल्स पसंद नहीं होंगे लेकिन तुम्हारे दिमाग में हर वक्त कोई ना कोई कहानी चलती रहती है। मैंने तुमसे बदलने को कहा था सिर्फ तुम्हारा नजरिया जिन खूबियों को तुम खुद में नहीं मानती वो तुम में है , बस तुम्हारे देखने का नजरिया थोड़ा अलग है ! तुम्हारी लेंग्वेज थोड़ी टेढ़ी है आई नो बट यू हेव अ ब्यूटीफुल सोल , स्वीट हार्ट एंड अ स्मार्ट माइंड आल्सो ,, खूबसूरती के साथ साथ तेज दिमाग बड़ा रेयर कॉम्बिनेशन है मिस नैना बजाज।”,अवि ने कहा और नैना की आँखों में देखने लगा ! नैना जो की अवि की बातो से खामोश हो चुकी थी उसने कहा,”तुम बहुत खतरनाक हो , दिमाग पढ़ लेते हो।”
“नो बस मुझे इंसानो की परख है”,अवि ने कहा
नैना मुस्कुरा उठी और कहा,”मुझे अब चलना चाहिए”
“या , गुड़ नाईट !”,अवि ने कहा
नैना दिवार से निचे उतरी और जाने लगी जाते जाते रुकी और कहा,”पडोसी , थैंक्स !”
“योर मोस्ट वेलकम !”,अवि मुस्कुरा दिया नैना वहा से चली गयी और निचे आकर सो गयी
सुबह नैना शीतल और रुचिका नहाकर निचे पांडाल में आयी सभी माता की आरती में शामिल थे बस अवि नहीं था। नैना के नैना आज उसे ही ढूढ़ रहे थे आज खैर आरती ख़त्म हुई और सभी प्रशाद लेकर अपने अपने घरो की और जाने लगे तभी अपार्टमेंट के बाहर आकर एक जीप रुकी उसमे से 5-6 गुंडे जैसे दिखने वाले लड़के उतरे और अंदर चले आये। उनमे से एक सीधा मिस्टर मेहता के पास आया और उनका कॉलर पकड़कर कहा,”क्या रे मेहता पैसे उधार लिए और अब चुकाने की बारी आयी तो मुंह छिपा लिया। पैसे देने इरादा नहीं है क्या ?”
“ऐसा नहीं है भाईसाहब , आप यहाँ तमाशा मत कीजिये मैं आपके पैसे चुका दूंगा। थोड़ी मोहलत दे दीजिये !”,मेहता जी ने गिड़गिड़ाते हुए कहा
उनके बेटे शुभ ने देखा तो आया और उस आदमी से कहा,”ओये छोड़ मेरे पापा को !”
आदमी ने मेहता जी को छोड़ा और एक थप्पड़ शुभ के गाल पर जड़ दिया शुभ दूर जा गिरा ! मिसेज मेहता ने उसे सम्हाला आदमी वापस मेहता जी के पास आया और उन्हें धमकाने लगा। मेहता उसके सामने हाथ जोड़ रहे थे लेकिन वह आदमी उन्हें गन्दी गालिया देने लगा और अपने पैसे मांगने लगा ! वहा खड़े लोगो में से किसी ने उनकी मदद नहीं की बस सब खड़े खड़े देखते रहे।
नैना रुचिका और शीतल भी चुपचाप खड़ी थी। शुभ और मिसेज मेहता रो रहे थे किसी को उनके आंसुओ से कोई फर्क नहीं पड़ा था। आदमी जो पैसे लेने आया था वह बदतमीजी से आगे बढ़ा और जैसे ही मेहता जी पर हाथ उठाने लगा नैना ने बिच में आकर उसका हाथ रोक लिया और निचे कर दिया ! एक लड़की ने रोका ये देखकर आदमी बोखला गया। उसने दूसरे हाथ से मारना चाहा तो नैना ने खींचकर एक थप्पड़ उसे मारा आदमी निचे जा गिरा तो नैना ने कहा,”का है बे ? ज्यादा गर्मी चढ़ी है एक बुजुर्ग आदमी पर हाथ उठाओगे , पैसे ही तो लिए है खुद को गिरवी थोड़े रखा है जो ऐसे बर्ताव करोगे। साले इज्जत से पेश आओ नहीं ऐसी मार मारेंगे भूल नहीं पाओगे। का समझे ?”
आदमी गुस्से से उठा और कहा,”पैसे लेने आया हूँ अपने कोई शौक नहीं मुझे ऐसे किसी के घर आने का !”
“कितने है ?”,नैना ने कहा
“पुरे 40 हजार !”,आदमी ने अकड़कर कहा
नैना ने रुचिका की और देखा और कहा,”रूचि पैसे लेकर आ !”
रुचिका गयी नैना तब तक उस आदमी को घूरती रही रूचि पैसे लेकर आयी और नैना को दे दिए। नैना ने पैसे आदमी को दिए और कहा,”ये पकड़ अपने पैसे और निकल यहाँ से आईन्दा से अगर यहाँ नजर आया ना तो याद रखना छोडूंगी नहीं !”
“हां तो क्यों आऊंगा , चलो रे !”,आदमी ने अपने आदमियों से कहा और जाते जाते रुका और वापस नैना के पास आकर कहा,”पैसे तो तूने मुझे दे दिए लेकिन ये जो थप्पड़ मारा है उसका हिसाब अभी बाकि है !”
कहते हुए आदमी ने जैसे ही नैना पर हाथ उठाया किसी ने उसके हाथ को बिच में रोक लिया आदमी के साथ साथ नैना ने भी साइड में देखा उस आदमी का हाथ रोके नैना की बगल में अवि खड़ा था। आदमी ने अवि की और देखा तो अवि ने कहा,”सॉरी बोल !”
आदमी ने घुरा तो अवि ने उसका हाथ हल्का सा मोड़ा और शांत लहजे में कहा,”सॉरी बोल !”
“सॉरी , सॉरी मैडम”,आदमी ने कहा
अवि ने उसका हाथ छोड़ दिया आदमी ने अपने बाकि आदमियों को इशारा किया। अवि से पहले ही नैना ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया ये देखकर सार्थक और शुभ भी चले आये अवि ने देखा तो सर पीट लिया ! मार पीट के दौरान एक ने नैना को ही घुसा मार दिया और वह निचे जा गिरी , होंठ पर लगी और मुंह से खून निकल आया अवि ने देखा तो उसे गुस्सा आया और वह भी शामिल हो गया मारपीट में , कुछ ही देर में सारे लड़के भाग गए ! अवि एक सीधा साधा लड़का आज मार पीट कर रहा था और नैना निचे जमीन पर बैठकर उसे देख रही थी। अवि ने जैसे ही नैना की और देखा नैना अवि को देखकर अपने दोनों हाथो से बलाये लेते हुए मुस्कुरा दी !!
क्रमश – love-you-zindagi-62
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संजना किरोड़ीवाल !!