Pakizah – 40 Pakizah – 40 रूद्र ने जैसे ही शिवेन का नाम देखा चौंक गया l सारी बातें साफ साफ नजरो के सामने घूमने लगी l अब उसे समझ आने लगा की क्यों पाकीजा को पहली बार देखते ही उसे...
Pakizah – 35 Pakizah – 35 “एक वेश्या के बेटे से आखिर इस से ज्यादा ओर क्या उम्मीद की जा सकती है”,अविनाश जी ने शिवेन से ये कड़वे शब्द कहे ओर वहां से चले गए “वेश्या का बेटा” शिवेन को छोड़कर...
Pakizah – 33 Pakizah – 33 कॉन्स्टेबल की बात शिवेन के सीने में चुभ सी गयी l वह आकर गाड़ी में बैठा l “अब कहा चलना है अपनी बेइज्जती करवाने ?”,राघव ने गुस्से से ड्राइवर सीट पर बैठते हुए कहा शिवेन...
Pakizah – 32 Pakizah – 32 पाकीजा की कहानी में अपना नाम पढ़कर रूद्र एकदम से चौंक गया l उसने किताब बंद कर दी l घडी की तरफ देखा जो की सुबह के 5 बजा रही थी l पाकीजा की कहानी...
Pakizah – 30 Pakizah – 30 शिवेन ने पाकिजा को अम्माजी के पास छोड़ा और जल्दी आने का कहकर राघव ओर मयंक को घर छोड़ने के लिए चला गया l शिवेन चुपचाप किसी सोच में डूबा गाड़ी चला रहा था l...