Sanjana Kirodiwal

Story with Sanjana Kirodiwal

Telegram Group Join Now

और प्यार हो गया – 12

Aur Pyar Ho Gaya – 12

Aur Pyar Ho Gaya
Aur Pyar Ho Gaya by Sanjana Kirodiwal

” i am in love with sofiya , नंदू “,कार्तिक ने नंदिनी से कहा
नंदिनी ने जैसे ही सूना उसे लगा जैसे उसका दिल अंदंर ही अंदर टूटकर बिखर चुका है l सांसे एक पल के लिए जैसे थम गयी l कार्तिक को सोफिया से प्यार है ये जानकर उसका दिल टूट गया l उसकी आँखों में आंसू भर आये l आज वह कार्तिक से अपने प्यार का इजहार करने वाली थी और आज ही…………………… आखिर उसी के साथ ये सब क्यों हुआ ? उसने कार्तिक की और पीठ कर रखी थी कार्तिक ने आगे कहा ,”हां नंदू ये सच है l ये सब कब हुआ मुझे पता ही नहीं चला मैंने सोचा नहीं था मैं किसी लड़की के इतना करीब आ जाऊंगा पर आ गया l और इसलिए थैंक्यू सो मच अगर तुम मुझे नहीं बदलती तो मैं कभी प्यार को समझ ही नहीं पाता l सच नंदू प्यार बहुत खुबसुरत होता है l मैंने कहा था ना मेरी जिंदगी में एक ऐसी लड़की जरूर आएगी जिस से मुझे भी प्यार हो जाएगा l वो लड़की सोफिया ही है नंदू , शी इज “
नंदिनी आँखों में भर आये आंसुओ को रोककर ख़ामोशी से सब सुनती रही l नंदिनी को खामोश देखकर कार्तिक ने कहा,”तुम चुप क्यों हो नंदू ? कुछ कहोगी नहीं l
नंदिनी ने जल्दी से अपनी आँखों के किनारो को साफ किया और होंठो पर झूठी मुस्कान लाकर कार्तिक की और पलटकर कहा,”कोंग्रेचुलेशन bunny , आई ऍम सो हैप्पी फॉर यू ,, तुम्हे तुम्हारा प्यार मिल गया”
“थैंक्यू नंदू , अच्छा तू कुछ कहने वाली थी मुझसे , बोल क्या बात है ?”,कार्तिक ने कहा
“bunny उस बात का अब कोई मतलब नहीं रहा , मैं तुम्हारे लिए खुश हु जाओ जाकर सोफिया से अपने दिल की बात कह दो कही देर ना हो जाये”,नंदिनी ने अपने दिल को मजबूत करके कहा
“हां मैं उसे आज परपोज़ करने वाला हु”,कार्तिक ने कहा और दूर खड़ी सोफिया की तरफ देखकर मुस्कुरा उठा

नंदिनी के टूटे दिल की किरचे अंदर ही अंदर उसे चुभने लगी l कार्तिक जिसे वह प्यार करने लगी थी उसकी आँखों के सामने अब किसी और का हो जाएगा ये सोचकर ही नंदिनी का दिल बैठा जा रहा था l कार्तिक के चेहरे की ख़ुशी देखकर नंदिनी ने अपना प्यार भुलाना ही सही समझा l कार्तिक को खोये हुए देखकर नंदिनी ने कहा,”bunny जाओ सोफिया सामने ही है कह दो उसे अपने दिल की बात”
कार्तिक मुस्कुराया और जाने लगा तो नंदिनी ने कहा,”bunny !”
“हां नंदू”,कार्तिक ने पलटकर कहा
“ऑल द बेस्ट”,नंदिनी ने मुस्कुराकर कहा
“थैंक्यू नंदू”,कहकर कार्तिक वहा से सोफिया की तरफ चला गया l सोफिया के सामने जाकर उसने अपने घुटनो पर बैठकर उसे परपोज़ किया l सोफिया तो मारे ख़ुशी के उछल पड़ी l उसने कार्तिक को गले लगा लिया l कार्तिक ने भी उसे अपनी गोद में उठा लिया और घूमने लगा l दोनों के चेहरे से ख़ुशी झलक रही थी l दूर खड़ी नंदू ये नजारा नम आँखों से देख रही थी तभी किसीने आकर उसके कंधे पर हाथ रखा l नंदिनी ने पलटकर देखा पीछे श्रुति खड़ी थी l
“वो सब क्या हो रहा है नंदिनी ?”,श्रुति ने हैरानी से सोफिया और कार्तिक को देखकर पूछा
नंदिनी – कार्तिक सोफिया से प्यार करता है ( बिना किसी भाव के )
श्रुति – व्हाट ? ये सब कब हुआ ?
नंदिनी – अभी कुछ देर पहले ही उसने मुझे बताया
श्रुति – बट ये तो गलत है यार , कार्तिक ऐसे कैसे कर सकता है ? वो सोफिया से प्यार आई कांट बिलीव दिस
नंदिनी – यही सच है श्रुति ( कहकर जाने लगती है लेकिन श्रुति ने उसे रोक लिया )
श्रुति – तुम्हे कोई फर्क नहीं पड़ता ( आँखों में देखने लगती है )
नंदिनी – नहीं और मुझे क्यों फर्क पड़ेगा ?
श्रुति – लेकिन तू तो कार्तिक से प्यार करती है फिर उसे किसी और के साथ
नंदिनी – किसने कहा मैं कार्तिक से प्यार करती हु , मैंने कहा कभी तुम से या किसी और से l वो सिर्फ मेरा दोस्त है श्रुति और कुछ नहीं l इसलिए बार बार ये प्यार का गीत गाना बंद करो l खुश है ना वो दोनों एक दूसरे के साथ फिर क्यों बीच में आउंगी मैं उनके l सोफिया बहुत खुशनसीब है जो उसे कार्तिक जैसा प्यार करने वाला लड़का मिला l”
श्रुति ख़ामोशी से नंदिनी के चेहरे को देखने लगी l बात करते हुए उस वक्त नंदिनी के चेहरे से जो दर्द झलक रहा था श्रुति उसे देख सकती थी l उसने कुछ नहीं कहा तो नंदिनी वहा से चली गयी l श्रुति वही खड़े कभी कार्तिक और सोफिया का मुस्कुराता हुआ चेहरा देखती तो कभी नंदिनी का दर्द l वो फैसला नहीं कर पाई यहाँ कौन सही था ? और कौन नहीं
नंदिनी वाशरूम में आई और अंदर से दरवाजा बंद करके कमोड पर बैठ गयी l उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था दिमाग में बस एक ही सवाल चल रहा था की उसने अपने प्यार का इजहार करने में देर कर दी या कार्तिक ने जल्दी l आँखों में भरे आंसू बहकर गालो पर आ गए l काफी देर तक नंदिनी वही बैठी कार्तिक और अपने रिश्ते के बारे में सोचती रही l घडी पर नजर पड़ी तो अहसास हुआ की क्लास का टाइम हो गया है l नंदिनी उठी वाशबेसिन के सामने आकर मुंह धोया और शीशे में देखकर मुस्कुराती है लेकिन आज इस मुस्कुराहट में एक दर्द था कुछ खो देने का दर्द l
वाशरूम से बाहर निकल कर नंदिनी क्लास की और चल दी l क्लास के सामने आकर उसकी नजर सामने बैठे कार्तिक और सोफिया दोनो एक दूसरे का हाथ थामे बैठे थे l सोफिया आज उसकी जगह बैठी थी ऐसा पहली बार हुआ था की नंदिनी की जगह आज कोई और लड़की बैठी थी l पर ये सच भी था l नंदिनी दरवाजे के बाहर ही खड़ी थी की उसके पास से श्रुति ने गुजरते हुए कहा,”आज सीट छीनी है कल तुम्हारे bunny को भी तुमसे छीन लेगी”

नंदिनी को श्रुति की बात हर्ट हुयी पर उसने कुछ नहीं कहा और किताबो को सम्हाले क्लास में ना जाकर सीढ़ियों पर जाकर बैठ गयी l दिल टूटता है तब दर्द होता है और वो दर्द तब और ज्यादा बढ जाता है जब दिल तोड़ने वाला कोई अपना हो l कार्तिक नंदिनी की फीलिंग्स से पूरी तरह अनजान था l उसे तो पता भी नहीं था की नंदिनी उसे चाहने लगी है और शायद इसलिए वह नंदिनी के प्यार को देख नही पा रहा था l वही सोफिया मॉर्डन खयालो की लड़की है जो की काफी बोल्ड होने के साथ साथ स्टाइलिश भी है ऐसे में किसी भी लड़के का उस पर दिल आना सामान्य था l लेकिन उसने भी कॉलेज के सबके होनहार लड़के कार्तिक को चुना l कार्तिक से वह पहले दिन से इम्प्रेस थी और यही वजह थी की उसने अपने प्यार के रूप में कार्तिक को चुना l ये सच में सोफिया का प्यार था या सिर्फ उसका अट्रेक्शन ये तो सिर्फ सोफिया ही जानती थी
सीढ़ियों पर बैठी नन्दिनी का मन आज बहुत उदास था कार्तिक को सोफिया के साथ देखकर उसे बिल्कुल अच्छा नही लग रहा था l लेकिन वह कर भी क्या सकती थी कार्तिक कितना खुश था और वह किसी भी कीमत पर कार्तिक को दुख पहुचाना नही चाहती थी l लेकिन अब ये सब उसे रोज रोज देखना पड़ेगा l नन्दिनी वहां काफी देर तक बैठी रही क्लास खत्म होने के बाद कार्तिक आया ओर नन्दिनी की बगल में बैठते हुए कहा,”आज तुम क्लास में क्यों नही आई ?”
“बस ऐसे ही मन नही था”,नन्दिनी ने बिना कार्तिक की तरफ देखते हुए कहा
“क्या बात है नंदू सुबह तो ठीक थी तो अब अचानक से क्या हो गया ?”,कार्तिक ने चिंता जताते हुए कहा
“कुछ नही bunny बस थोड़ा सा सर में दर्द है “,नन्दिनी ने बात टालते हुए कहा
कार्तिक उठा और नन्दिनी से ठीक ऊपर वाली सीढ़ी पर बैठ गया और अपने हाथों से हल्के हल्के उसका सर दबाते हुए कहने लगा,”पता है नंदू जब भी मेरे सर में दर्द होता है तब मेरी मॉम ऐसे ही मेरा सर दबाती है और सरदर्द पल में छूमंतर l देखना तुम्हारा सरदर्द भी छू मंतर हो जाएगा”
कार्तिक का इस तरह परवाह करना नन्दिनी के दिल को सुकून पहुंचा रहा था l उसने अपनी आंखे मूंद ली और कार्तिक के हाथों की छुअन को अपने बालों में महसूस करने लगीं l सर दबाते हुए कार्तिक उसे हँसाने के लिए उटपटांग जोक भी सुना रहा था l आखिरकार नंदीनी हस दी l कार्तिक आकर उसकी बगल में बैठ गया और अपने कंधे से उसके कंधे पर हल्के से मारते हुए कहा ,”तू हँसती हुई ही अच्छी लगती है”
बरामदे से आते हुए सोफिया ने जब कार्तिक को नन्दिनी के साथ बैठे देखा तो जलभुन गयी l वह आई और कार्तिक का हाथ पकड़कर उसे उठाते हुये कहा,”बेबी चलो न तुम्हे कुछ दिखाना हैं”
“बेबी ?”,कार्तिक ने अजीब से मुंह बनाकर सोफिया की तरफ देखा जैसे पूछना चाहते हो ये क्या है ?
“हा बेबी , आज से हम रिलेशनशिप है सो मैने तुम्हारा निक नेम निकाला है कैसा है ?”,सोफिया ने चहकते हुए कहा l
“अच्छा है , लेकिन सोफिया थोड़ा अजीब नही लगता सबके सामने ऐसे नाम से बुलाना”,कार्तिक ने कहा
“पर जब नंदिनी तुम्हे ‘bunny’ कहकर बुला सकती है तो मैं क्यों नहीं ?”,सोफिया ने थोड़ा खीजकर कहा
नंदिनी ने जब सुना तो उसने सोफिया को देखा और फिर वापस सामने देखने लगी l सोफिया का व्यवहार उसे थोड़ा अजीब लगा l कार्तिक ने जब सुना तो उसने प्यार से कहा,”अच्छा बाबा तुम्हे जो अच्छा लगे तुम मुझे बुला सकती हो”

सोफिया ने मुस्कुराते हुए कार्तिक के हाथ में हाथ डालकर उसे वहा से ले गयी l जाते जाते उसने पलटकर नंदिनी की और देखा दोनों की नजरे एक दूसरे से मिली l एक नफरत और चिड़चिड़ाहट का अहसास दोनों को हुआ l नंदिनी वहा से उठकर अपनी अगली क्लास के लिए चली गयी l क्लास में बैठी वह अपनी किताब मे ध्यान लगाने की कोशिश कर रही थी लेकिन बार बार कार्तिक का ख्याल आ जाने से उसका ध्यान भटक रहा था l
“hii नंदिनी”,पवन ने उसके सामने पड़ी खाली कुर्सी पर बैठते हुए कहां
“हाय “,नंदिनी ने पवन को वहा देखकर हैरानी से कहा
“अरे यार मैं आज सुबह से तुम्हे ही तो ढूंढ रहा हु”,पवन ने कहा
नंदिनी – मुझे क्यों ?
पवन – तुमने एक्साम्स की टाइम मुझे जो नोटस दिए थे ना सच्ची यार वो मेरे बहुत काम आये और मेरे मार्क्स भी बहुत अच्छे बने l इसलिए तुम्हे थैंक्यू बोलना था l
नंदिनी – इतनी सी बात के लिए थैंक्यू की क्या जरूरत है पवन , वी आर क्लासमेट्स इतना तो चलता है
पवन – नंदिनी सच यार तुम बहुत अच्छी हो मतलब अहम् नाम की चीज जरा सी भी नहीं है तुम में l कितनी आसानी से तुम्हारे पास हर बात का जवाब होता है l हैट्स ऑफ़ यू
नंदिनी – क्या पवन तुम भी ? इतनी भी तारीफ मत करो वरना हो जाएगा अहम
पवन – अरे कॉलेज की टॉपर हो इतना अहम् तो बनता है यार , पर कही हमे मत भूल जाना (कहकर हसने लगता है)
नंदिनी – पवन तुम भी ना कुछ भी बकते हो (कहते हुए नंदिनी हंस पड़ी उसका हाथ अनजाने में पवन के हाथ से टकरा गया , पवन को एक खूबसूरत अहसास हुआ लेकिन नन्दिनी इस से अनजान थी)
पवन हंसती हुई नंदिनी को प्यार से देखने लगा और फिर कहा,”नंदिनी मेरे साथ कॉफी पर चलोगी ?”
कॉफी की बात सुनकर नंदिनी पवन को घूरकर देखने लगी तो पवन ने मासूमियत से कहा,”अरे यार नार्मल कॉफी के लिए पूछ रहा हु कोनसा डेट पर लेकर जा रहा हु तुमको ? यकीन ना हो तो कॉफी का बिल तू भर दियो l “
नंदिनी पवन की इस बचकानी बात पर हसने लगी और फिर कहा,”ठीक है चलूंगी लेकिन बिल तुम्हे ही भरना पड़ेगा”
“तुम कहो तो तुम्हारा हर बिल भरने को तैयार हु”,पवन ने नंदिनी की आँखों में देखते हुए मन ही मन कहा l उसे चुप देखकर नंदिनी ने उसके चेहरे के सामने हाथ हिलाते हुए कहा,”क्या हुआ कहा खो गए ?
“कुछ नहीं , तो चलो चले”,पवन ने उठते हुए कहा
“अभी नहीं पवन , अभी मुझे कुछ काम है फिर कभी चलते है”,नंदिनी ने सहज भाव से कहा
“ठीक है मैं इंतजार करूंगा , बस तुम भूल मत जाना”,पवन ने जाते जाते कहा l

पवन के जाते ही श्रुति वहा आई और कहा,”ये यहाँ क्या कर रहा था ?
नंदिनी – कुछ नहीं थैंक्स कहने आया था
श्रुति – हम्म्म , थोड़ा सम्हल कर इस कॉलेज के लड़को का कोई भरोसा नहीं है कब किसपे फिसल जाये (श्रुति ने कार्तिक को निशाना बनाकर ये बात कही थी लेकिन नंदिनी ने कोई रिएक्शन नहीं दिया)
नंदिनी – ऐसी बात नहीं है यार , अच्छा लड़का है l वैसे भी यहाँ मैं सिर्फ चंदन त्यागी और कार्तिक के अलावा किसी और से ज्यादा बात नहीं करती
श्रुति – तू भी न नंदिनी आजकल बात बात पर सफाई देने लग जाती है
नंदिनी – सफाई नही दे रही बता रही हु l अच्छा तूम यहाँ कैसे ? क्लास नहीं है “
श्रुति – नहीं , मेहता सर एक वीक के लिए छुट्टी पर है , अच्छा मुझे ये एक टॉपिक समझ नहीं आ रहा प्लीज़ तुम हेल्प कर दोगी
नंदिनी – बिलकुल , ये भी कोई पूछने की बात है भला
नंदिनी सहजता से श्रुति को टॉपिक समझाने लगी l श्रुति नंदिनी के चेहरे को देखते हुए सोचने लगी,”ऊपर वाले ने कितना मजबूत बनाया है इसे भी , सुबह किसी ने इसका दिल तोड़ा और ये , ये सबकी मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहती है l नंदिनी जैसी लड़की मैंने आज से पहले कभी नहीं देखी l हे ! भगवान इसकी जिंदगी में किसी अच्छे लड़के को ले आओ जो इसे सम्हाल सके l वो कार्तिक जिस से ये प्यार करती है उस गधे को तो कोई परवाह ही नहीं है वो तो उस सोफिया के पीछे लट्टू बना घूम रहा है l सोफिया मेक अप की दुकान अरे असली ब्यूटी तो यहाँ है नंदिनी के चेहरे में , कितनी मासूमियत , कितना नूर झलकता है इसके चेहरे से l “
“तो ये ऐसे होगा”,कहकर नंदिनी ने जैसे ही श्रुति की और देखा उसे अपनी और देखता पाकर कहा,”क्या हुआ ऐसे क्यों देख रही हो ?
“कु कुछ नहीं”,श्रुति ने अपने ख्यालो से बाहर आते हुए हड़बड़ाकर कहा l
“कभी कभी bunny भी ऐसे ही……………………..!!”,नंदिनी ने एक्साइटेड होकर कहा लेकिन बात अधूरी छोड़ दी l
“चल केंटीन चलकर कुछ खाते है , बड़ी भूख लगी है”,श्रुति ने कहा वह नहीं चाहती थी कार्तिक के बारे में बात करके वह उसे और ज्यादा डिस्टर्ब करे l
दोनों उठकर केंटीन की और चली गयी l केंटीन में आकर श्रुति ने नंदिनी को बैठने को कहा और खुद काउंटर की तरफ बढ़ गयी l काउंटर से दो बर्गर , दो कॉफी और एक कोन फ्रेंच फ्राइज लेकर वह आयी l उसने सब नंदिनी के सामने रखा और खुद उसके सामने पड़ी चेयर पर आकर बैठ गयी l श्रुति ने बर्गर उठाया और खाने लगी , नंदिनी चुपचाप बैठी किसी सोच में डूबी थी श्रुति ने उसे खाने का इशारा किया तो उसने एक फ्राइज उठायी और जैसे ही मुंह में रखने वाली थी किसी ने उसके हाथ से वह फ्राइज छीन ली l नंदिनी ने चौंककर देखा तो उसके बिलकुल बगल में कार्तिक बैठा था
“तुम कब आये ?”,नंदिनी ने हैरानी से पूछा
“तब जब आप अपने ख्यालो की दुनिया में डूबी हुई थी मिस नंदू , वैसे दिन में किसके सपने देख रही थी ?”,कार्तिक ने नंदिनी को छेड़ते हुए कहा l
“शट अप bunny”,नंदिनी ने कहा
“और आज तुम मेरे बिना ही खा रही हो ना”,कार्तिक ने मुंह बनाकर कहा
“ये लो कार्तिक तुम भी खा लो , कहो तो मैं और मंगवा देती हु”,श्रुति ने सामने पड़े बर्गर की प्लेट कार्तिक की तरफ बढाकर कहा l
“अरे नही श्रुति , ये है ना मैं नंदू वाले में से खा लूंगा”,कार्तिक ने फ्राइज की प्लेट अपनी तरफ खिसकाते हुए कहा l
नंदिनी ने प्लेट वापस अपनी और खिसकाई और कहा,”ओह्ह हेलो ये मेरा है”
“हमारे बिच कबसे तेरा मेरा होने लगा नंदू , हम दोनों तो एक ही है ना”,कार्तिक ने मासूमियत से कहा
नंदिनी कार्तिक के चेहरे को देखने लगी कुछ भी तो नहीं बदला था अभी भी कार्तिक वैसा ही था जैसा हमेशा से था l अब भी वह वैसे ही मस्ती , मजाक और नंदिनी की परवाह कर रहा था l फिर नंदिनी को क्यों लगने लगा था की सोफिया के आने से वह कार्तिक से दूर हो जाएगी ये उसका वहम था या सच l
कार्तिक प्लेट से उठा उठा कर फ्राइज खाने लगा l एक फ्राइज उसने उठाकर नंदिनी के मुंह में रखते हुए कहा,”अरे नंदू भूखी रह जाएगी मेरे बच्चे”
नंदिनी ने खा लिया और मुस्कुरा दी l उसने कॉफी का कप उठाया और पिने लगी l कार्तिक एक टुकड़ा खुद खाता और दुसरा नंदिनी को खिला देता l इस थोड़े से वक्त में नंदिनी सब भूल गयी l सामने बैठी श्रुति कॉफी पिते हुए दोनों को प्यार से देख रही थी उसने जेब से फोन निकाला और दोनों की एक प्यारी सी तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर ली l
“अरे पूरी क्या अकेले ही पि जाओगी , मुझे भी पिलाओ”,कहते हुए कार्तिक ने नंदिनी के हाथ से आधी बची कॉफी का कप ले लिया
“बन्नी वो जूठी है”,नंदिनी ने कहा
“तो क्या हुआ , फ्रेंड्स में सब चलता है और तू तो ऐसे कह रही है जैसे तूने कभी मेरा झूठा खाया ही नहीं”,कार्तिक ने कोफ़ी पीते हुए कहा l
उसके बाद क्या था दोनों में तू तू मैं मैं शुरू हो गयी l सामने बैठी श्रुति दोनों को कुछ देर के लिए अकेला छोड़कर बिल पे करने चली गयी l केंटीन से निकलकर सबने अपनी अपनी क्लास ली और घर की और निकल गए l

शाम को नंदिनी अपनी रूममेट स्वाति के साथ मार्किट आई हुई थी l दोनों ने अपना अपना सामान ख़रीदा और पैदल ही चल पड़ी l जूस सेंटर पर आकर दोनों ने जूस पीया l अभी कुछ ही दूर चले थे की स्वाति ने कहा,
“नंदिनी यार मुझे वाशरूम जाना है”
“हॉस्टल जाकर कर लेना”,नंदिनी ने सामान से भरे पैकेट उठाते हुए कहा
“अरे यार , बड़ी जोर से आयी है चल ना , वरना गड़बड़ हो जाएगी”,स्वाति ने मिमियाते हुए कहा l
“तुझे ना हमेशा गलत वक्त पर गड़बड़ करनी होती है , एक तो ऐसे ही देर हो चुकी है l अब यहाँ कहा बाथरूम मिलेगा तुझे”,नंदिनी ने स्वाति को डांट लगाते हुए कहा l
“अरे चल ना यार वो देख सामने मॉल वहा बाथरूम मिल ही जाएगा”,कहते हुए स्वाति बिना नंदिनी के जवाब का इंतजार करते हुए आगे बढ़ गयी l
नंदिनी भी उसके पीछे पीछे चल पड़ी l अंदर आकर स्वाति ने सामान रखा और बाथरूम की तरफ भाग गयी l नंदिनी वेटिंग एरिया में खड़ी उसके आने का इंतजार करने लगी l नंदिनी की नजर एक कपल पर गयी l लड़के को वह पहली बार देख रही थी लेकिन लड़की की शक्ल उसे कुछ जानी पहचानी सी लगी l लड़की की शक्ल भी वह साफ देख नहीं पा रही थी उसके बालो और आँखों पर लगे ग्लासेस की वजह से l
नंदिनी ने बैग्स वही छोड़े और उस कपल का पीछा करने लगी l वह लड़का लड़की एक दूसरे की कमर में हाथ डाले आगे बढ़ रहे थे l लिफ्ट से ना जाकर सीढ़ियों से जाने लगे l नंदिनी का काम उन्होंने आसान कर दिया छुपते छुपाते नंदिनी उन दोनों के पीछे पीछे चली जा रही थी 4th फ्लोर पर जाकर वह कपल एक गेलेरी में घुस गया नंदिनी भी आगे जाकर दिवार के पीछे छिप गयी l चूँकि फोर्थ फ्लोर पर किसी होटल्स के रूम बने थे इसलिए वहा कोई आता जाता नहीं था l शांत माहौल था नंदिनी दिवार से पीठ लगाए खड़ी अपनी सांसो को नार्मल करने की कोशिश कर रही थी l कुछ देर बाद उसने हलकी सी गर्दन झुकाकर उस लड़की को देखने की कोशिश की l गेलेरी का नजारा देखकर उसका दिल धक् से रह गया वह तेजी से वापस दिवार की ओट में आ गयी l
उसने देखा लड़का लड़की एक दूसरे के आलिंगन में कैद एक दूसरे को किस कर रहे थे l लड़की की पीठ नंदिनी की तरफ थी इसलिए वह उसका चेहरा देख नहीं पाई पर लड़के का चेहरा उसे साफ साफ नजर आ रहा था l लड़के से नंदिनी को कोई मतलब नहीं था उसे लड़की का चेहरा देखना था जो की नीचे उसे जानी पहचानी सी लगी थी l नंदिनी के लिए लड़की का चेहरा देखना बहुत जरुरी था इसलिए जैसे ही उसने देखने की कोशिश की उसके हाथ में पकड़ा फोन बज उठा l फोन स्वाति का था लड़का लड़की फोन की आवाज सुनकर सतर्क हो गए और नंदिनी की तरफ बढे l दोनों ने जैसे ही आकर दिवार के दूसरी और देखा वहा कोई नहीं था l नंदिनी उनके आने से पहले ही वहा से जा चुकी थी
“यहाँ तो कोई नहीं है”,लड़की ने लड़के से कहा
लड़के ने लड़की का हाथ पकड़ कर उसे तेजी से अपनी और खिंचा और उसे अपनी बांहो में भरते हुए कहा
“कम ऑन डार्लिंग सोफिया , प्यार के ऐसे हसींन पलो को यु बर्बाद नहीं करते”

Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12 Aur Pyar Ho Gaya – 12

क्रमश – Aur Pyar Ho Gaya – 13

Read More – और प्यार हो गया – 11

Follow Me On – instagram | facebook | youtube

Read More Story Here – waveofshama

संजना किरोड़ीवाल

Aur Pyar Ho Gaya
Aur Pyar Ho Gaya by Sanjana Kirodiwal

One Comment

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!