Main Teri Heer Season 5 – 75
Main Teri Heer Season 5 – 75

वंश सबको साथ लेकर मुरारी के घर के लिए निकल गया। सभी मुरारी के घर पहुंचे , गौरी जैसे ही अंदर आयी सबकी नजरे उस पर टिक गयी वही काशी भी आज किसी से कम नहीं लग रही थी। शक्ति तो सबके साथ लॉन में ही था बस मुन्ना कही नजर नहीं आ रहा था। अनु ने गौरी को देखा तो अपनी आँख से काजल निकालकर कान के पीछे लगाकर कहा,”बहुत प्यारी लग रही हो किसी की नजर ना लगे”
“थैंक्यू सासू माँ”,गौरी ने कहा
अनु ने गौरी की बगल में खड़ी काशी को भी काला टिका लगाया और कहा,”तुम तो बिल्कुल राजकुमारी लग रही हो काशी , आज तो शक्ति तुम्हे देखकर पिघल ही जाएगा”
“क्या अनु मौसी ?”,काशी ने शर्माते हुए कहा
“अच्छा चलो वहा चलते है तुम्हारे मुरारी चाचा ने बनारस का सबसे बढ़िया ओर्केस्ट्रा बुक किया है”,अनु ने कहा
“सासू माँ मान कहा है ? कही नजर नहीं आ रहा,,,,,,,,!!”,अनु ने इधर उधर देखते हुए कहा
“मुन्ना से मिलने की तुम्हारी बेकरारी मैं समझ सकती हूँ गौरी , वो अपने कमरे में तैयार हो रहा है अभी आ जाएगा”,अनु ने कहा
गौरी ने सुना तो झेंप गयी और अनु के साथ चल पड़ी। लॉन में एक तरफ बढ़िया बड़े स्पीकर्स के साथ ओर्केस्ट्रा का सेट अप था , उसके बगल में बड़ा सा स्टेज , सामने बड़े बड़े आलीशन सोफे , कुर्सियां थी जहा मेहमान जमा थे। दूसरी तरफ खाने का बंदोबस्त था निशि और अंजलि हमउम्र थी और एक दो मुलाकात के बाद ही उनकी दोस्ती गहरी भी हो गयी दोनों साथ साथ लॉन में घूम रही थी।
घूमते घामते दोनों खाने के स्टॉल की तरफ पहुंची और जैसे ही अंजलि की नजर गोलगप्पे स्टॉल पर पड़ी उसने ख़ुशी से चहककर कहा,”गोलगप्पे”
निशि ने अंजलि की तरफ देखा तो अंजलि ने कहा,”निशि प्लीज चलो ना खाते है ,बनारस के गोलगप्पे बहुत टेस्टी होते है , प्लीज प्लीज प्लीज”
“अच्छा बाबा ठीक है चलो”,निशि ने मुस्कुराकर कहा और दोनों गोलगप्पे खाने चली आयी।
“भैया दो प्लेट बना दीजिये और हाँ एकदम तीखी वाली”,अंजलि ने मुंह में पानी लाकर कहा
लड़के ने 2 प्लेट में चार चार गोलगप्पे रखे और साथ में एक एक छोटी कटोरी पानी रख दिया जिस से खाने वाला अपने हिसाब से खा सके। अंजलि ने जल्दी से गोलगप्पे में पानी भरा और मुंह में रखकर कहा,”अहम्म्म्म्म बहुत अच्छा है”
निशि ने भी उठाकर एक खाया और महसूस किया कि ये सच में अच्छा था। दोनों मजे से खड़े होकर गोलगप्पे खाने लगी , तुरंत ही उन्होंने दूसरी प्लेट भी बनवा ली और खाने लगी। वंश को निशि से बात करनी थी वह उसे ढूंढते हुए वहा चला आया और जब दोनों को गोलगप्पे खाते देखा तो अंजलि की प्लेट से उठाकर खाते हुए कहा,”अकेले अकेले ठूस रही हो शर्म नहीं आती”
“क्या है वंश भैया दूसरी प्लेट लो ना मेरी प्लेट से क्यों खाया ?”,अंजलि ने कुनमुनाते हुए कहा
निशि की प्लेट में अभी भी दो थे तो उसने एक गोलगप्पा उठाया और अंजलि की तरफ बढाकर कहा,अंजलि ये लो तुम ये खाओ”
वंश ने देखा निशि कितने प्यार से अंजलि को खिला रही है तो उसने निशि की तरफ आकर कहा,”काश कोई मुझे भी इतने ही प्यार से खिलाता”
निशि ने सुना तो वंश की तरफ पलटी और मुस्कुरा कर कहा,”व्हाई नॉट”
वंश ने सुना तो खुश हो गया , निशि ने प्लेट में रखा गोलगप्पा उठाया और वंश की तरफ बढ़ा दिया , वंश ने भी खाने के लिए जैसे ही मुँह खोला निशि ने उसकी आँखों में देखते हुए गोलगप्पा नीचे गिरा दिया और अंजलि का हाथ पकड़कर वहा से चली गयी और बेचारे वंश ने झेंपकर अपना मुंह बंद कर लिया। वह वही खड़ा निशि और अंजलि को देखता रहा और मुंह बना लिया।
“अरे वंश हिया का कर रहे हो ? अरे वहा चलो डांस करो तुम्हाये जिगरी भाई की शादी का संगीत है यार थोड़ा नाचो गाओ “,मुरारी ने आकर वंश के कंधे पर हाथ रखकर कहा
वंश मुरारी से नाराज था इसलिए उसने मुरारी का हाथ अपने कंधे से हटाया और कहा,”मेरी अच्छी खासी जिंदगी का बेंड बजाकर आप मुझसे नाचने को कह रहे है मुरारी चाचा ?”
“अरे यार हो गयी गलती , माफ़ कर दयो और तुमहू काहे चिन्तियाते हो हमहू है ना हमहू कर देंगे सब ठीक”,मुरारी ने कहा
“हाँ देखा मैंने कितना ठीक किया है आपने , अब मैं आपकी किसी भी बात में नहीं आने वाला हूँ मुरारी चाचा”,वंश ने कहा
“सॉरी ना भाई माफ़ कर दयो मानते है गलती हो गयी और कौनसा सुमन के साथ तुम्हाये फेरे पड़वा दिये रिश्ते की बात ही तो हुई है न , तुड़वा देंगे रिश्ता तुमहू परेशान ना हो”,मुरारी ने कहा
वंश को मुरारी पर अब बिल्कुल भरोसा नहीं था इसलिए उसने कुछ नहीं कहा और ख़ामोशी से मुरारी को देखने लगा तो मुरारी ने अपने कान पकडे और कहा,”सॉरी ना बाबू , अब का जान लेबू हमायी,,,,,,,!!”
वंश ने कुछ नहीं कहा और वहा से चला गया। मुरारी भी उसे मनाने उसके पीछे पीछे चला आया और चलते चलते सोनू आर्केस्ट्रा को गाना बजाने का इशारा किया और वंश को पकड़कर सबके बीचे स्टेज की तरफ ले आया। गाना बजने लगा और मुरारी वंश के साथ नाचते हुए उसे मनाने लगा। उस पार आर्केस्ट्रा वाले ने गाना भी ऐसा बजाया कि वंश हैरान था लेकिन मुरारी भैया फुल फोम में थे।
“नैन तोहर कजरारी
दिलवा पे करे बमबारी
लपकेला कमरिया ऐसे
जैसे लपके बा सवारी
Sorry, sorry कह तारू
Sorry, sorry कह तारू
Bobby देह में छूवाके
जान लेबु का ए?
जान जियते मुआ के”
मुन्ना तैयार होकर नीचे चला आया उसने जब वंश और मुरारी को को देखा तो सबके बीच चला आया लेकिन जब उसने गाना सुना और अपने पापा को डांस करते देखा तो अनु के पास आया और कान के पास आकर दबी आवाज में कहा,”माँ ये सब क्या है ? और पापा ने ये कैसा ओर्केस्ट्रा बुक किया है ?”
अनु ने सामने देखकर मुस्कुराते हुए कहा,”मुन्ना तुम तो जानते ही हो ना अपने पापा के शौक और इस बार तो आई भी उनके साथ है,,,,,,,,,!!”
“सच में ये लोग कमाल है”,मुन्ना ने हताश होकर कहा
अनु की नजरे तो आज अपने मुरारी पर थी उसने मुरारी को प्यार भरी नजरो से देखते हुए कहा,”वैसे कुछ भी कहो मुन्ना आज तुम्हारे पापा लग तो कतई जहर रहे है,,,,,,,,!!”
“माँ आप भी,,,,,,,!!”,मुन्ना ने हैरानी से कहा तभी अंजलि वहा आयी और मुन्ना को पकड़कर ले जाते हुए कहा,”अरे मुन्ना भैया आप यहाँ क्या कर रहे है , चलिए वहा अगला परफॉर्मेंस आपका और गौरी भाभी का है,,,,,,,,!!”
“माँ ये सब क्या है ?”,मुन्ना ने अंजलि के साथ जाते हुए कहा
“तुम्हारी शादी है और क्या है ? एन्जॉय करो ये पल जिंदगी में दोबारा नहीं आएंगे मुन्ना,,,,,,,,,!!”,अनु ने मुस्कुरा कर कहा और अंजलि मुन्ना की बांह थामे वहा से ले गयी।
अंजलि मुन्ना को गौरी के सामने लेकर आयी तो मुन्ना गौरी को देखता ही रह गया। वह सबसे बेखबर अपने हाथो में पहनी गुलाबी चूडियो को जमा रही थी। अंजलि ने मुन्ना को खोया देखा तो उसकी बांह छोड़कर साइड हो गयी और मुन्ना गौरी की तरफ बढ़ गया। वह एकटक गौरी को देख रहा था।
नारंगी और गहरे गुलाबी रंग का लहंगा , कंधे से होकर कमर में खोंसा गया झीना दुपट्टा , लहंगे और कुर्ती के बीच झांकती गौरी की दूधिया कमर , चेहरे पर झूलती बालों की लटें , आँखों में गहरा काजल , होंठो पर लाली , ललाट पर एक छोटी गुलाबी बिंदी , मुन्ना गौरी की खूबसूरती को ऐसे निहार रहा था जैसे पहली बार देख रहा हो , आज सुबह गौरी ने सच ही कहा था कि उसे देखकर मुन्ना के होश उड़ने वाले है और वही हुआ,,,,,,,,,,,,!!
मुन्ना को बस गौरी दिखाई दे रही थी , आस पास सब धुंधला दिख रहा था अब तो उसके कानों में आर्केट्रा वाला गाना भी बजना बंद हो चुका था और उसकी जगह बज रही थी कोई प्यारी सी धुन।
मुन्ना गौरी के सामने आ खड़ा हुआ। गौरी ने मुन्ना को अपने सामने देखा तो मुस्कुरा दी और कहा,”क्यों उड़ा दिए ना तुम्हारे होश ?”
मुन्ना ने कुछ नहीं कहा बस अपनी छोटी ऊँगली पर गौरी की आँख से काजल निकाला और गौरी की गर्दन पर लगाकर कहा,”आज तुम इतनी सुंदर लग रही हो कि तुम्हे हमारी नजर लग जाएगी”
गौरी ने सुना तो मुस्कुरा उठी और शरमा कर नजरे झुका ली। मुन्ना अब भी गौरी को ही देख रहा था तभी ऋतू , काशी , शक्ति और अंजलि ने एक साथ खासकर मुन्ना की तन्द्रा तोड़ी तो मुन्ना ने सबसे नजरे बचाकर इधर उधर देखते हुए कहा,”अह्ह्ह्ह तुम सब यहाँ , हम तो बस”
“हाँ हाँ आप तो बस गौरी को काला टीका लगाने आये थे क्योकि आज आपकी गौरी,,,,,,,,,,,!!”,काशी ने शरारत से इतना ही कहा कि बाकि सबने एक साथ कहा,”इतनी खूबसूरत जो लग रही है”
बेचारा मुन्ना शर्म से उसके गाल लाल हो गए। ऋतू ने मुन्ना के गाल खींचे और कहा,”अरे गौरी तुम से ज्यादा तो मान के गाल शर्म से लाल हो रहे है,,,,,,,,,,!!”
“बस करो गाइज,,,,,,,,!!”,गौरी ने भी हँसते हुए कहा और फिर काशी उन्हें स्टेज की तरफ लेकर चल पड़ी।
सुमित एक तरफ खड़ा अपने हाथो को बांधे बड़े प्यार से वंश और मुरारी का डांस देख रहा था। वंश को देखकर सुमित मुस्कुरा रहा था , बहुत कम दिनों में वंश के साथ उसका एक प्यारा सा रिश्ता जो बन चुका था। प्रिया एकदम से वहा आयी और उसने सुमित की तरफ ध्यान दिए बिना ही उसके कंधे पर अपनी कोहनी टीकाकर वंश और मुरारी को देखते हुए कहा,”यार ये वंश और मुरारी चाचा साथ साथ कितने ऑसम लग रहे है,,,,,,,,हाउ कूल”
सुमित ने देखा प्रिया की कोहनी उसके कंधे पर है और प्रिया उसके इतना करीब खड़ी है तो बेचारे का दिल ही धड़क उठा और उसने धीरे से कहा,”हाँ ऑसम तो लग रहे है पर क्या तुम्हे ये गाना समझ आ रहा है ?”
प्रिया ने देखा जिसके कंधे पर उसने कोहनी रखी है वो सुमित है तो जल्दी से अपनी कोहनी हटाकर कहा,”ओह्ह्ह सॉरी,,,,,,,,,गाना समझ नहीं आ रहा बट अच्छा लग रहा है,,,,,,,,!!”
“मुझे भी,,,,,,,,,!!”,सुमित ने प्रिया के मुस्कुराते चेहरे और चमकती आँखों को देखते हुए कहा। अब वह वंश से ज्यादा प्रिया को देख रहा था और प्रिया वंश और मुरारी को
डांस तो बहाना था मुरारी सबके सामने कान पकड़कर वंश से माफिया मांग रहा था लेकिन वंश तो आज मुरारी से कुछ ज्यादा ही नाराज था उसने मौका देखा और वहा से निकल गया।
मुरारी भी नीचे चला आया। मुरारी के बाद मुन्ना और गौरी ने डांस किया। शर्म के मारे मुन्ना के गाल जो लाल हुए है उन्हें देखकर तो कोई भी उस पर मर मिटे। गौरी जितनी चंचल मुन्ना उतना शांत। गौरी ने देखा मुन्ना से ज्यादा तो सामने खड़ा मुरारी एक्साइटेड है तो वह मुरारी और अनु को भी अपने साथ ले गयी उसके बाद मुरारी और गौरी ने साथ साथ जो ठुमके लगाए है उन्हें देखकर लग ही नहीं रहा था
दोनों ससुर बहू है बल्कि गौरी मुरारी की कॉपी लग रही थी। ख़ुशी का माहौल था इसलिए सब एन्जॉय कर रहे थे। सारिका ने निशि के साथ डांस किया वंश तो सुमित के बगल में खड़े होकर प्यार से निशि को देख रहा था सुमित ने देखा तो वंश की बांहो को थामकर कहा,”आज तो तुम्हे निशि से आई लव यू कह ही देना चाहिए,,,,,,!”
“बड़े भैया,,,,,,,,आई लव यू तो पहले निशि मैडम ही कहेंगी,,,,,,,मैं तो बस उसे माँ के साथ देखकर खुश हो रहा हूँ , दोनों साथ में कितने अच्छे लग रहे है ना,,,,,,,,,!!”,वंश ने सुमित की तरफ देखकर कहा
“हाँ लेकिन एक कमी है”,सुमित ने सोचते हुए कहा
“किस की ?”,वंश ने पूछा
सुमित ने वंश को निशि सारिका की तरफ धक्का दिया और कहा,”तुम्हारी,,,,,,,,!!”
वंश को सामने देखकर निशि ने मुंह बनाकर और जाने के लिये पलट गयी तो वंश के हाथ में उसके गले का दुपट्टा आ गया निशि को लगा वंश ने जान बूझकर किया है
वह पलटी और वंश का कान पकड़कर उसे सारिका के सामने लाकर गाने के साथ गाते हुए कहा,”मैया यशोदा , ये तेरा कन्हैया , पनघट पे मेरी पकडे है बहिया , तंग मुझे करता है , संग मेरे लड़ता हाय,,,,,,,,!!
निशि ने इतना कहकर वंश का कान छोड़ दिया और पीछे हटकर नाचते हुए गाने लगी
“राम जी की कृपा से मैं बची , राम जी की कृपा से मैं बची , राम जी की कृपा से”
वंश ने निशि को डांस करते बड़े प्यार से देख रहा था सारिका ने देखा तो उसे निशि के साथ डांस करने का इशारा किया। वंश भी अपनी नाराजगी झगडे गुस्सा भूलकर निशि के साथ डांस करने लगा। सामने बैठे बाबा की नजर जब हँसते मुस्कुराते निशि और वंश पर पड़ी तो उन्हें वो पल याद आ गया जब उन्होंने वंश के सामने उसकी शादी की बात की थी और वंश कैसे एकदम से उदास हो गया था लेकिन अब निशि के साथ वंश खुश नजर आ रहा था।
बाबा को खोया देखकर बगल में बैठे शिवम् ने कहा,”क्या बात है बाबा ? आपको कुछ चाहिए ?”
“अरे नहीं शिवा बस ऐसे ही हमने मुरलीधर से आने को कहा था उह्ह्ह आया नहीं,,,,,,,!!”,बाबा ने पीछे देखते हुए कहा
“आप यही बैठिये हम देखकर आते है , उनका नंबर दे दीजिये हम फोन करके पूछ लेते है”,शिवम् ने कहा और बाबा से मुरलीधर का नंबर लेकर साइड में चला आया। बाबा की नजरे एक बार फिर वंश और निशि पर चली गयी और वे धीर से बुदबदुआए,”का हमसे कोनो गलती तो ना हो गयी ?”
बाबा के इस सवाल का जवाब बाबा को छोड़कर बाकि सब जानते थे लेकीन बाबा की ख़ुशी के लिए सब चुप थे।
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संजना किरोड़ीवाल


वंश ने निशि को डांस करते बड़े प्यार से देख रहा था सारिका ने देखा तो उसे निशि के साथ डांस करने का इशारा किया। वंश भी अपनी नाराजगी झगडे गुस्सा भूलकर निशि के साथ डांस करने लगा। सामने बैठे बाबा की नजर जब हँसते मुस्कुराते निशि और वंश पर पड़ी तो उन्हें वो पल याद आ गया जब उन्होंने वंश के सामने उसकी शादी की बात की थी और वंश कैसे एकदम से उदास हो गया था लेकिन अब निशि के साथ वंश खुश नजर आ रहा था।
वंश ने निशि को डांस करते बड़े प्यार से देख रहा था सारिका ने देखा तो उसे निशि के साथ डांस करने का इशारा किया। वंश भी अपनी नाराजगी झगडे गुस्सा भूलकर निशि के साथ डांस करने लगा। सामने बैठे बाबा की नजर जब हँसते मुस्कुराते निशि और वंश पर पड़ी तो उन्हें वो पल याद आ गया जब उन्होंने वंश के सामने उसकी शादी की बात की थी और वंश कैसे एकदम से उदास हो गया था लेकिन अब निशि के साथ वंश खुश नजर आ रहा था।
Lagta hai ki ab Baba ko apni galti ka ehsaas ho gaya hai…lakin itni jaldi to hone se rha…ki wo Suman se Vansh k rishte k manaa kar de…abhi sirf baba ne notice Kiya hai ki vansh Nishi k sath kitna khush hai…ab wo shayad kuch sahi faisla lange…
Thank god ! Baba ko ehsas to hua.And aage bhi unka faisla acha hi hoga