Main Teri Heer – 5

Main Teri Heer – 5

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

गौरी से बात करते हुए मुन्ना को सामने से किसी ने टक्कर मारी और उसके हाथ से फोन छूटकर नीचे जा गिरा। मुन्ना ने गुस्से से सामने देखा , मुन्ना के सामने खड़ा भूषण खा जाने वाली नजरो से उसे घूर रहा था। मुन्ना कुछ कहता इस से पहले भूषण ने आगे बढ़कर उसका टुटा हुआ फोन उठाया और उसके टुकड़ो को इक्कठा कर मुन्ना की हथेली पर रखते हुए कहा,”बड़ा कमजोर फोन है मुन्ना , एक हलकी सी टक्कर से बिखर गया”
कहकर भूषण मुन्ना के थोड़ा और करीब आया उसकी आँखों में देखकर गुस्से से कहा,”और ऐसे ही तुम बिखरोगे जब मुझे बनारस का युवा नेता बनते देखोगे”


कहकर भूषण पीछे हटा और हँसते हुए कहा,”बनारस युवा इलेक्शन का टिकट हमे मिल चुका है मुन्ना , अब हम दिखाएंगे बनारस में अपना भौकाल,,,,,,,,,,वैसे भी अब मुरारी मिश्रा और मुरारी मिश्रा का भौकाल दोनों ही ठंडे पड़ चुके है। बनारस को जरुरत है एक गर्म खून की,,,,,,,,,,,,,तुम खैर मनाओ मुन्ना , जिस दिन युवा नेता बने ना सबसे पहिले तुम्हारा कर्ज सूद समेत चुकाएंगे”


मुन्ना चुपचाप बिना कोई प्रतिक्रिया दिए ख़ामोशी से भूषण की बात सुनता रहा। उसने अपने हाथ में रखे फोन के टुकड़ो को देखा और कहा,”शेर की खाल ओढ़ लेने से लोमड़ शेर नहीं बन जाता भूषण,,,,,,,,,,,,युवा नेता इलेक्शन का टिकट मिला है अभी तुम इलेक्शन जीते नहीं हो,,,,,,,,,,,,!!”


“और अगर हमने जे इलेक्शन जीत लिया तो का करोगे मुन्ना ?”,भूषण ने कठोरता से कहा
मुन्ना भूषण के करीब आया और उसकी आँखों में देखकर कहा,”तो हम जे शहर छोड़ देंगे”
“सुनो रे जे मुन्ना का कह रहा है ? अगर हमहू युवा नेता इलेक्शन जीते तो इह बनारस छोड़ देंगे,,,,,,,,,,,,,,इह तो मीठे पर और मीठा हो गवा , मतलब हम राजनीती में भी आएंगे और हमरे दुश्मन का पत्ता भी साफ़,,,,,,,,,,हमको मंजूर है मुन्ना”,भूषण ने खुश होकर कहा

भूषण की बात सुनकर उसके साथ खड़ा रमेश और बाकि लड़के हंसने लगे। भूषण को खुश देखकर मुन्ना ने उसके कंधे पर हाथ रखा और कहा,”और अगर तुम नहीं बन पाए तो हम तुम्हारे मुंह पर कालिख पोत कर , तुम्हे बैल पर बैठाकर , पुरे बनारस में तुम्हारा जुलुस निकाल देंगे,,,,,,,,,,!!”
मुन्ना की बात सुनकर भूषण के चेहरे से ख़ुशी एकदम से गायब हो गयी। रमेश मुन्ना के पास आया और कहा,”मुन्ना गधे पर सुना था फिर ये बैल पर काहे ?”


मुन्ना रमेश की तरफ पलटा और कहा,”अब एक गधे को दूसरे गधे पर बैठाया तो गधा बुरा ना मान जाएगा,,,,,,,,,,,,,,मिलते है”
कहकर मुन्ना वहा से चला गया और भूषण गुस्से से मुन्ना को जाते हुए देखता रहा। मुन्ना जैसे ही आँखों से ओझल हुआ रमेश ने कहा,”वैसे कुछ भी कहो भूषण भैया , मुन्ना भैया का ऐटिटूड बवाल है , साला कुछ भी कहे सीधा दिल पे लगता है,,,,,,,,,,,,,,,!!”


रमेश के मुंह से मुन्ना की तारीफ सुनकर भूषण ने रमेश के सर पर एक जोर की चपत मारी और कहा,”साले खाते हमरा हो और गुणगान मुन्ना के,,,,,,,,,,,,,, खाल उधेड़ लेंगे समझे,,,,,,,,,,,अब चलो हिया से”
रमेश ने झेंपते हुए अपना सर सहलाया और भूषण के साथ वहा से निकल गया।
घाट से निकलकर मुन्ना बाहर आया और सबके साथ घर के लिए निकल गया

नवीन का घर , मुंबई
पिछले 10 मिनिट से निशि और वंश घर के दरवाजे के बाहर खड़े थे और बेल बजाने के लिए एक दूसरे को इशारा कर रहे थे। वंश ने निशि की तरफ देखा और कहा,”हम ऐसे कब तक बाहर खड़े रहेंगे , बेल बजाओगी तभी तो कोई दरवाजा खोलेगा,,,,,,,,,,,!!”
“तुम बजाओ ना , डेड घर आ चुके होंगे ,, अगर उन्हें पता चला कि मैं अब तक बाहर हूँ और तुम्हारे साथ हूँ तो वो और गुस्सा हो जायेंगे,,,,,,,!!”,निशि ने अपने नाख़ून चबाते हुए कहा।  

वह नवीन का सामना करने से घबरा रही थी।
वंश ने सुना और दरवाजे की तरफ जाते हुए कहा,”आज तुम्हारे डेड से फेस टू फेस बात करके ही जाऊंगा , मुझे जानना है आखिर उन्हें मुझसे प्रॉब्लम क्या है ? आज मैं उन्हें साफ साफ बोल दूंगा कि निशि मेरी दोस्त है और उन्हें मेरे और निशि के साथ रहने से प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए,,,,,,,,,,,,,,!!”
निशि ने सुना तो उसकी आँखे हैरानी से बड़ी हो गयी। निशि वंश को रोकती इस से पहले वंश ने बेल बजा दी। उसने दो तीन बार बेल बजायी और कुछ देर बाद दरवाजा नवीन ने खोला।

वंश को सामने खड़े देखकर नवीन हैरान था पर जब उसने वंश के पीछे खड़ी निशि को देखा तो उसकी हैरानी कठोरता में बदल गयी और उसने कहा,”तुम दोनों इस वक्त कहा से आ रहे हो ?”
“वो डेड वो वंश और,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,निशि ने इतना ही कहा कि वंश ने उसे साइड कर नवीन के सामने आकर कहा,”निशि को छोड़िये मुझसे बात कीजिये ,

आखिर आपको मेरी प्यारी , मासूम , खूबसूरत , हॉट निशि से प्रॉब्लम क्या है ? आप क्यों मेरी सिमरन जैसी निशि की जिंदगी के बाबूजी बने हुए है उसे कहते क्यों नहीं ‘जा सिमरन जा , जी ले अपनी जिंदगी’ ,, लिस्टन मिस्टर नवीन शर्मा निशि वो बेकार , उबाऊ बैंक की नौकरी करना नहीं चाहती है।

उसके अपने कुछ सपने है , इच्छाएं है , वो एक हेरोइन बनना चाहती है और अच्छी बात ये है कि वो मेरी सीरीज की हीरोइन बनना चाहती है यानी मेरी हीरोइन,,,,,,,,,,,,,,,,और आप एक टिपिकल विलीन बाप की तरह इस लव स्टोरी के बीच में आ रहे है। बहुत हो चुकी आपकी मनमानी मेरी प्यारी मासूम निशि ने 24 साल आपके जुल्म सही है अब मेरी निशि को परेशान करना बंद कीजिये आप,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”


“हेलो मैं तुम से पूछ रहा हूँ , तुम इस वक्त निशि के साथ यहाँ क्या कर रहे हो ?”,नवीन ने कठोरता से कहा तो वंश की तन्द्रा टूटी , उसे अहसास हुआ कि अभी जो कुछ उसने कहा वो बस उसकी अंतरात्मा की आवाज थी असल में तो वह नवीन से कुछ कह ही नहीं पाया था।  

वंश हक्का बक्का सा नवीन को देखते रहा , वंश को खामोश देखकर निशि ने उसे साइड किया और कहा,”डेड मै कोचिंग से घर आ रही थी रास्ते में वंश मिला तो इसने कहा कि मैं घर छोड़ देता हूँ,,,,,,,,,,,,!!”
“ठीक है अंदर जाओ,,,,,,,,,!!”,नवीन ने कहा तो निशि सर झुकाकर चुपचाप अंदर चली गयी। वंश ने भी निशि के पीछे अंदर जाना चाहा तो नवीन ने उसे रोका और कहा,”अब तुम कहा जा रहे हो ?”
“वो मैंने सोचा इतनी दूर आ ही गया हूँ तो क्यों ना आंटी के हाथो से बनी कॉफी पी लू”,वंश ने मोके का फायदा उठाते हुए कहा क्योकि नवीन के पीछे मेघना खड़ी थी जो अभी अभी बाहर आयी थी।


“अरे वंश ! तुम यहाँ कैसे ? और तुम बाहर क्या कर रहे हो अंदर आओ ?”,मेघना वंश का हाथ पकड़कर उसे अंदर ले गयी और नवीन उसे कुछ नहीं कह पाया। वह एकदम से वंश को इग्नोर भी नहीं करना चाहता था। नवीन कुछ देर दरवाजे पर रुका और फिर अंदर चला आया। मेघना वंश को सोफे पर बैठने का कहकर किचन में चली गयी। नवीन ने देखा वंश और निशि एक ही सोफे पर बैठे है तो नवीन उन दोनों के बीच आकर बैठा और निशि की तरफ गर्दन घुमाकर कहा,”वंश बाहर आया है इसके लिए पानी लेकर आओ,,,,,,,,,,,,!!”


“हाँ बिल्कुल,,,,,,,,,!!”,निशि ने कहा और वहा से चली गयी
निशि के जाते ही नवीन वंश की तरफ पलटा और धीमे स्वर में कहा,”देखो वंश अगर तुम्हे लगता है तुम अपनी चिकनी चुपड़ी बातो में निशि को फंसा लोगे तो मैं तुम्हे ऐसा हरगिज नहीं करने दूंगा,,,,,,,,,,,,समझे तुम”
कहते हुए नवीन वंश पर लगभग झुक चुका था और बेचारा वंश अपनी सांसे रोके नवीन की बात को समझने की नाकाम कोशिश कर रहा था। उसने नवीन को हटने का इशारा किया तो नवीन सीधा बैठ गया। वंश ने अपने सीने पर हाथ रखा और राहत की साँस लेकर कहा,”आपको ऐसा क्यों लगता है ?”


नवीन ने वंश को घुरा और कहा,”क्योकि तुम से मिलने के बाद निशि के सर पर एक्टिंग का भूत सवार हो गया है , वो अपनी पढाई छोड़कर उस बेकार सी सीरीज में अपना वक्त बर्बाद कर रही है,,,,,,,,,,,!!”
“लेकिन निशि पढाई करना नहीं चाहती , उसका इंट्रेस्ट एक्टिंग है आपको उसे वही करने देना चाहिए,,,,,,,,,,,,,,!!”,वंश ने अपनी बात रखी
“मैं निशि का बाप हूँ मुझे बेहतर पता है उसके लिए क्या सही है और क्या नहीं,,,,,,,,,,,और वैसे भी अगर उसे पढाई नहीं करनी तो फिर उसके पास एक ही ऑप्शन है वो शादी कर ले”,नवीन ने कहा


“शादी के बाद तो निशि सीरीज में काम कर सकती है ना ?”,वंश ने एकदम से पूछा तब तक निशि उसके लिए पानी का गिलास लेकर आ चुकी थी। उसने गिलास वंश की तरफ बढ़ाया और वापस जाते हुए उसे देखकर कहा,”पता नहीं ये चिरकुट डेड के साथ बैठकर क्या बकवास कर रहा है , कही ये हमेशा के लिए मेरा घर से बाहर निकलना ना बंद करवा दे,,,,,,,,,,,,,,,,!!

 निशि वही डायनिंग के पास बैठकर दोनों की बाते सुनने लगी। नवीन को शक ना हो इसलिए निशि ने जूस का गिलास उठाया और धीरे धीरे पीने लगी। वंश की बात सुनकर नवीन ने कहा,”हाँ शादी के बाद वो जो मर्जी करे,,,,,,!!”
 नवीन की बात सुनकर वंश मन ही मन खुद में बड़बड़ाने लगा,”अगर निशि की शादी किसी सीरीज में काम करने वाले से हो जाये तो निशि की प्रॉब्लम सॉल्व है , फिर वो रोज मेरे साथ शूटिंग पर भी जा सकती है और उसे नवीन अंकल को एक्सप्लेन भी नहीं करना पडेगा,,,,,,,,,,,आपने तो मेरे दिल की बात कह दी नवीन अंकल मुह्हह्हआ”


वंश ने नवीन की तरफ देखा और ख़ुशी से भरकर कहा,”तो फिर आप निशि की शादी कर दीजिये,,,,,,,,,,,,,,!!”
वंश के मुंह से अपनी शादी की बात सुनकर निशि को झटका लगा , उसके मुंह में भरा जूस बाहर आ गिरा और वह खांसने लगी। नवीन और वंश दोनो में पलटकर निशि को देखा और फिर उसे इग्नोर करके वंश ने कहा,”आपको निशि के सीरीज में काम करने से प्रॉब्लम है , अगर आपकी उसकी शादी कर देंगे तो आपकी प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी,,,,,,,,,,,और निशि भी अपने सपने पुरे कर पायेगी”


निशि की शादी की बात पर वंश को खुश होते देखकर नवीन उलझन में पड़ गया , उसे लगा वंश निशि की शादी की बात सुनकर परेशान हो जाएगा लेकिन यहाँ तो वंश उलटा खुद निशि की शादी करवाने की बात कर रहा था। निशि ने जूस का गिलास टेबल पर रखा और हॉल में आकर कहा,”डेड ! मुझे अभी कोई शादी नहीं करनी है”
“ओह्ह्ह अब ये निशि को क्या हो गया है ? ये मेरे बने बनाये प्लान पर पानी क्यों फेर रही है ?”,वंश ने निशि को घूरकर देखा और मन ही मन खुद से कहा


“ये आइडिआ मेरा नहीं तुम्हारे दोस्त वंश का है,,,,,,,,,,,,,क्यों वंश ?”,नवीन ने सारा किया धरा वंश पर डालते हुए कहा
वंश ने सुना तो निशि की तरफ देखकर मुस्कुराया जैसे उसने कोई बहुत महान काम किया है। निशि कुछ कहती इस से पहले मेघना वंश और बाकि सब के लिए कॉफी ले आयी और निशि की शादी का टॉपिक वही रुक गया।

बनारस , शिवम् का घर
 मुन्ना और गौरी की सगाई के बाद सभी बनारस पहुँच चुके थे , राधिका , अंजलि और अंजलि के पापा शाम में ही अपने घर के लिए निकल गए। मुरारी अनु और मुन्ना अपने घर चले गए बाकि शिवम् , सारिका , आई और बाबा अपने घर चले आये। रात के खाने के बाद आई बाबा बाहर बगीचे में घूमने लगे और शिवम् अपने कमरे में चला आया। इंदौर जाने के कारण काफी सारा काम पेंडिग पड़ा था।

शिवम्  कम्प्यूटर के सामने बैठकर उसे देखने लगा। सारिका घर के नौकर को बाकि सब काम समझाकर किचन में चली आयी और शिवम् के लिए चाय बनाने लगी। ऐसा महीने में एक आध बार हमेशा होता था जब सारिका को इत्मीनान से शिवम् से कुछ बात करनी होती थी तब वह एक कड़क चाय का कप लेकर शिवम् के पास जाती और शिवम् उसे मना नहीं कर पाता था। आज भी सारिका को शिवम् से कुछ जरुरी बात करनी थी।

सारिका ने ख़ुशी ख़ुशी चाय को कप में छाना और लेकर अपने कमरे में चली आयी। उसने चाय का कप शिवम् की टेबल पर रखा और बिस्तर पर आ बैठी। शिवम् ने चाय का कप उठाया और लेकर सारिका की तरफ घूम गया। सारिका आँखों में मोहब्बत और चेहरे पर मासूमियत लिए शिवम् को देख रही थी। शिवम् ने चाय का एक घूंठ भरा और कहा,”बाकि दिनों के बजाय आज चाय ज्यादा कड़क है,,,,,,,,,,,,,!!”
“बाकि दिनों के बजाय आज बात भी तो ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है,,,,,,,,,,,!!”,सारिका धीरे से बड़बड़ाई


“तुमने कुछ कहा ?”,शिवम् ने पूछा
“नहीं पर हम कुछ कहना चाहते है,,,,,,,,,,,!!”,सारिका ने कहा
“हम्म्म कहो”,शिवम् ने कहा
सारिका कुछ देर खामोश रही और कहा,”आज शेयर्स होल्डर्स के साथ नवीन की मीटिंग थी हमारी पुरानी कम्पनी को लेकर , उसने बताया मीटिंग अच्छी रही , कम्पनी को फिर से शुरू किया जा सकता है लेकिन,,,,,,,,,,,,,,!!”
“लेकिन क्या सरु ?”,शिवम् ने पूछा


“शेयर्स होल्डर्स का कहना है वो कम्पनी शुरू होने के बाद उसमे इन्वेस्ट कर सकते है लेकिन कम्पनी शुरू करने से पहले हमे कम्पनी में 70-80 लाख रूपये का पर्सनल इन्वेस्टमेंट करना होगा। हमारी कुछ सेविंग्स है लेकिन फिर भी हमे बैंक से लॉन लेना पडेगा। नवीन ने कहा वह सब देख लेगा ,, अगले हफ्ते हमे बैंक मीटिंग और डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए मुंबई जाना होगा,,,,,,,,,,,,,,,!!”,सारिका ने कम शब्दों में अपनी बात कही
शिवम् को याद आया कि मुन्ना गौरी की सगाई के चलते वह मुंबई में सारिका की कम्पनी फिर से शुरू करने की बात तो भूल ही गया था।  

सारिका मुंबई चली जाएगी सोचकर शिवम् का मन उदास हो गया। एक बार फिर उसे सारिका के बिना रहना होगा और ये उस 14 साल के इंतजार से भी ज्यादा तकलीफदेह ख्याल था। शिवम् को खामोश देखकर सारिका ने कहा,”हम भी ना कितने बुद्धू है , आप सफर से थककर आये है और हमने आते ही आपको ये सब  बताकर परेशान कर दिया। आप परेशान मत होईये हम सब देख लेंगे,,,,,,,,,,,,!!”


शिवम् ने हामी में सर हिला दिया तो सारिका मुस्कुराते हुए उठी और बिस्तर लगाने लगी। शिवम् के जहन में इस वक्त क्या चल रहा था ये तो बस शिवम् ही जानता था लेकिन वह अपनी मैडम जी इस तरह परेशान नहीं देख सकता था।

Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main TerMain Teri Heer – 5i Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5

Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5Main Teri Heer – 5

Continue With Main Teri Heer – 6

Visit https://sanjanakirodiwal.com

Follow Me On instagram

 संजना किरोड़ीवाल 

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal
Main Teri Heer
Main Teri Heer – Season 4

शेयर्स होल्डर्स का कहना है वो कम्पनी शुरू होने के बाद उसमे इन्वेस्ट कर सकते है लेकिन कम्पनी शुरू करने से पहले हमे कम्पनी में 70-80 लाख रूपये का पर्सनल इन्वेस्टमेंट करना होगा। हमारी कुछ सेविंग्स है लेकिन फिर भी हमे बैंक से लॉन लेना पडेगा। नवीन ने कहा वह सब देख लेगा ,, अगले हफ्ते हमे बैंक मीटिंग और डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए मुंबई जाना होगा,,,,,,,,,,,,,,,!!”,सारिका ने कम शब्दों में अपनी बात कही
शिवम् को याद आया कि मुन्ना गौरी की सगाई के चलते वह मुंबई में सारिका की कम्पनी फिर से शुरू करने की बात तो भूल ही गया था।  

One Comment

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!