Main Teri Heer – 25

Main Teri Heer – 25

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

फिल्मसिटी , मुंबई
वंश निशि और उसके बैग को उठाकर अपने सूटकेस के पास लेकर आया और निशि को छोड़ दिया।
“अह्ह्ह्ह तुम मुझे वहा से क्यों ले आये मैं उसका मुंह तोड़ने वाली थी”,निशि ने गुस्से से भरकर कहा
“बेटा ! सबको नहीं मार सकते ना हम,,,,,,,,छोडो ये सब चलो सब लोग आ चुके है,,,,,,!!”,वंश ने अपना सूटकेस सम्हालते हुए कहा


“सबको नहीं लेकिन उसे तो मार ही देती मैं,,,,,,,,,हाह उसने कहा मुझे काम नहीं है,,,,,,,,इतनी सुबह शूटिंग पर आना क्या ये काम नहीं है ?”,निशि ने अपना सूटकेस सम्हालते हुए कहा लेकिन वो इतना भारी था कि निशि उसे लेकर ठीक से चल भी नहीं पा रही थी।
फिल्मसिटी के बाहर ट्रेवलर बस खड़ी थी वंश ने बस का बाहर खड़े स्पॉट बॉय को आवाज देकर अपने पास बुलाया , अपना और निशि का सूटकेस उसे दिया और लेकर चलने को कहा। एक बैग वंश की पीठ पर था दूसरा निशि की पीठ पर जिनमे दोनों का जरुरी सामान था।


“वैसे मुझे लगा नहीं था तुम शूटिंग पर आओगी,,,,,,,,!!”,वंश ने निशि के साथ चलते हुए कहा
“हाँ उम्मीद तो मुझे भी कम ही थी लेकिन पता है मेरे बहुत कहने पर डेड मान गए,,,,,,,,,!!”,निशि ने कहा
“अरे वो हिटलर,,,,,,,,,,,,,,,!!”,वंश के मुंह से निकला लेकिन जैसे ही उसने निशि को अपनी और घूरते पाया वह झेंपते हुए मुस्कुराया और कहा,”मेरा मतलब नवीन अंकल , उन्हें वैसे भी अब मान जाना चाहिए तुम्हारी एक्टिंग के लिए,,,,,,,,,,!!!”


“हाँ मान गए है इसलिए तो मैं यहाँ हूँ,,,,,,,!!”,निशि ने खुश होकर कहा और आगे बढ़ गयी
वंश वही रुक गया और निशि को देखकर कहा,”बस ऐसे ही वो हम दोनों के रिश्ते के लिए मान जाए,,,,,,,,,!!”
“हे वंश ! वहा क्या कर रहे हो चलो ?”,सुमित की आवाज वंश के कानों में पड़ी तो वंश की तंद्रा टूटी और वह सुमित के पास चला आया  


“ये तुम्हारा सीट है मायरा के बगल में,,,,,,,,चलो अंदर चलकर बैठो”,सुमित ने वंश को उसका पास देकर कहा जो कि मायरा के बगल में था , वंश कुछ कहता इस से पहले सुमित वहा से चला गया। मन मारकर वंश बस में चढ़ा। निशि विंडो सीट के पास बैठी थी उसके बगल में सुमित की सीट थी लेकिन निशि को नहीं पता था , उसे लगा वंश उसके बगल में ही आकर बैठेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ वंश निशि के सामने से निकल कर पीछे चला गया। विंडो सीट के पास बैठी मायरा हाथ में आईना लिए अपने होंठो पर लिपस्टिक लगा रही थी।

जब उसने वंश को देखा तो खाली सीट थपथपाते हुए बैठने का  इशारा किया। कल रात जो मायरा ने वंश को फोटोज भेज थे उसके बाद से वंश को मायरा के इरादे कुछ ठीक नहीं लग रहे थे। वह वापस घुमा और सामने से आते सुमित को देखकर कहा,”सुमित सर क्या मुझे कोई और सीट मिल सकती है ?”
“तुम्हे इस बस में कोई सीट खाली दिख रही है ?”,सुमित ने कहा
“हाँ वो रही,,,,,,,!!”,वंश ने निशि के बगल वाली खाली सीट की तरफ इशारा करके कहा


सुमित आकर निशि के बगल में बैठा और कहा,”अब ?”
वंश ने देखा पूरी बस में कोई सीट खाली नहीं थी सिवाय उसकी खुद की जो मायरा के बगल में थी। वंश ने मायूसी से कहा,”ये है”
“हाँ तो चुपचाप बैठ जाओ”,सुमित ने कहा तो वंश ने जोर से अपना बैग उस खाली सीट पर पटका और मन ही मन कहा,”इस मेकअप की दुकान के बगल में तो मैं बिल्कुल नहीं बैठने वाला,,,,,,,,,,,!!”


वंश को खुद में भुनभुनाते देखकर मायरा ने अपने होंठो पर लिपस्टिक लगाते हुए कहा,” इस अच्छी सीट और मुझसे अच्छी लड़की तुम्हे नहीं मिलेगी,,,,,,,डार्लिंग”
वंश ने अपना पैर पटका और सुमित के पास आकर कहा,”वो मुझे डार्लिंग बोल रही है,,,,,,,,,,,!!”
“कौन ?”,सुमित ने पलटकर वंश से कहा


“वो मेरी को स्टार और कौन ? मैं वहा नहीं बैठूंगा,,,,,,,,,,,,,आप मेरी जगह क्यों नहीं बैठ जाते ? प्लीज सर प्लीज प्लीज प्लीज वैसे भी आपने जो स्क्रिप्ट मुझे भेजी है उमसे मेरे और निशि के डायलॉग्स है , मैं निशि के पास बैठकर वो भी देख लूंगा,,,,,,,!!”,वंश ने धीमे स्वर में रिक्वेस्ट करते हुए कहा
सुमित तो खुद यही चाहता था कि उसे मायरा के पास बैठने का मौका मिले लेकिन मायरा ने जानबूझकर वंश की सीट अपने साथ रखवाई। सुमित को खामोश देखकर वंश ने कहा,”क्या सर मैं आपके भले के लिए सोच रहा हूँ और आप मेरे लिए इतना भी नहीं कर सकते,,,,,,,,!!”


“इसमें मेरा क्या भला है ?”,सुमित ने कहा
वंश ने देखा आस पास बैठे लोग उसे ही देख रहे है तो उसने सुमित के हाथ से फोन लिया और उसमे एक मैसेज टाइप करके फोन सुमित की तरफ बढ़ा दिया। सुमित ने मैसेज देखा जिसमे लिखा था “आई नो आप सबके सामने हार्ड बनते है लेकिन आपका दिल मोम है जो कि मायरा के लिए पिघल चुका है , मैं आपको उस से नजदीकियां बढ़ाने का मौका दे रहा हूँ और आप मुझे अपना सौत बनाना चाहते है,,,,,,,,,,,!!”


सुमित ने हैरानी से वंश को देखा तो वंश ने बड़ी सी स्माइल दी , सुमित मायरा को पसंद करता है ये बात शूटिंग पर किसी को पता नहीं थी लेकिन वंश को समझ आ गया। सुमित ने अपना फोन जेब में रखा और उठकर वंश का कंधा थपथपाते हुए कहा,”;डायलॉग अच्छे से याद करना वंश,,,,,,,,,हम्म्म्म”
कहते हुए उसने वंश को घुरा और उसका कंधा भी दबा दिया।


वंश ने अपने कंधे से सुमित का हाथ हटाया और सुमित का कंधा दबाते हुए धीमे स्वर में कहा,”आप भी स्क्रिप्ट अच्छे से लिखना बड़े भैया,,,,,,,,,,!!”
“बड़े भैया ? मैं तुम्हारा असिस्टेंट डारेक्टर हूँ,,,,,,,,,!!”,सुमित ने दबी जबान में गुस्से से कहा  
“हाँ लेकिन सुंदर लड़कियों के मामले में आप मुझसे दो कदम आगे है”,वंश ने अपनी दाढ़ी खुजाते हुए कहा
सुमित बुरा फंस चुका था , वंश को उसके और मायरा के बारे में पता चलना मतलब मुसीबत मोल लेना। उसने वंश को बैठने को कहा और आगे बढ़ गया।

सुमित आकर चुपचाप मायरा के बगल में बैठ गया , मायरा को लगा वंश है वह ख़ुशी से पलटी लेकिन अगले ही पल उसकी ख़ुशी गायब हो गयी और उसने मुंह बनाकर कहा,”अह्ह्ह्ह सुमित ! तुम यहाँ क्या कर रहे हो ?”
“अह्ह्ह्ह वो के.डी ने कुछ स्क्रिप्ट्स दी थी वंश और निशि के लिए तो उन्हें साथ बैठना पड़ा,,!!”,सुमित ने झूठ कहा


“हाह ! मुझे समझ नहीं आता आखिर ये दोनों दिनभर साथ में करते क्या है ? शूटिंग पर इन्हे साथ रहना होता है , यहाँ बस में भी साथ,,,,,,,,,तुम्हे क्या लगता है इन दोनों के बीच कुछ ? अह्ह्ह्हह्हह नहीं ये नहीं हो सकता वंश जैसा स्मार्ट , कूल लड़का निशि जैसी लड़की को पसंद नहीं कर सकता,,,,,,,,,!!”,मायरा ने इतराते हुए कहा

“मायरा,,,,,,,,,,,तुम आखिर वंश को लेकर इतना ऑब्सेस्ड क्यों हो ? वो लड़का तुम्हे भाव तक नहीं देता,,,,,,,,,!”,सुमित ने उदास होकर कहा
“इसलिए तो वो मुझे पसंद है , यू नो सुमित जो मुझे आसानी से मिल जाये उस हासिल करने में कैसा मजा ?  जैसे कि तुम,,,,,,,,,,!!”,मेरा ने इतराकर कहा


सुमित ने सुना तो उसे बुरा लगा , वह मायरा को दिल से पंसद करता था लेकिन मायरा के ख्यालात उस से मेल नहीं खाते थे। सुमित को उदास देखकर मायरा ने हँसते हुए कहा,”अरे बाबा ! मजाक कर रही हूँ,,,,,,,,,!!”
सुमित मुस्कुरा दिया वह तो बस इसी में खुश था कि इस डेढ़ घंटे के सफर में वह मायरा के साथ रहेगा ,

सुमित के जाने के बाद वंश निशि के बगल में बैठ गया। निशि अपने कानो में ईयर फोन लगाकर कुछ सुन रही थी वंश ने अपनी साइड का ईयर फोन निकालकर अपने कान में लगाते हुए कहा,”क्या सुन रही हो ?”
निशि वंश से नाराज थी इसलिए अपना ईयर फोन उसके कान से निकालकर कहा,”तुम यहाँ क्या कर रहे हो ? तुम्हे तो वहा बैठना था मिस मायरा की बगल में,,,,,,,,,,,,,एक काम करो ना जाकर उसकी गोद में ही बैठ जाओ”


“ओह्ह्ह्ह तो तुम्हे जलन हो रही है,,,,,,,,!!”,वंश ने अपना कन्धा निशि के कंधे से टकरा कर उसे छेड़ते हुए कहा
“मुझे क्यों जलन होगी ? जहा जाना है वहा जाओ मैं भी , मैं भी कोई अच्छा हैंडसम लड़का ढूंढकर उसके बगल में बैठ जाती हूँ”,निशि ने चिढ़ते हुए कहा


वंश निशि के थोड़ा करीब आया और गुस्से से लेकिन धीमी आवाज में कहा,”ए ! मैं सब बर्दास्त करूंगा लेकिन ये नहीं,,,,,,,,,,,मुंह तोड़ उसका जिसने तुम्हरा नाम भी लिया,,,,,,,,,!!”
निशि को सुनकर अच्छा लगा लेकिन इतनी जल्दी तो वंश को माफ़ नहीं करने वाली थी इसलिए उसने वंश को साइड में धक्का दिया और कहा,”और मैं तुम्हारा”


“हहहहहहह क्या ? तुम मेरा मुंह तोड़ेगी,,,,,,,,इतने हैंडसम , प्यारे , मासूम लड़के का मुँह तोड़ना चाहती हो तुम ,,,,,,,,,,क्या तुम्हे इस चेहरे में मासूमियत नजर नहीं आती ? क्या तुम्हे इन आँखों में अपने लिए प्यार नजर नहीं आता ? हे भगवान् ! ये कैसा अन्याय है मैं इस लड़की को इतना पसंद करता हूँ और ये मेरा मुंह तोड़ना चाहती है,,,,,,, इसे मुझ पर ज़रा भी रहम नहीं आता , एक तो मुझ मासूम ने सुबह से कुछ खाया भी नहीं है,,,,,,,,,,!!”,वंश ने नौटंकी करते हुए कहा
वंश की बात सुनकर निशि को याद आया कि नवीन ने उसके टिफिन में वंश लिए भी खाना रखा था।

निशि ने अपने बैग से टिफिन निकाला और वंश की गोद में रखते हुए कहा,”लो खा लो,,,,!!”
“ये कहा से आया ?’,वंश ने नॉर्मल होकर कहा
“सुबह घर से निकलते वक्त डेड ने पैक करके दिया , उन्होंने इसमें तुम्हारे लिए भी खाना रखा है”,निशि ने कहा
“क्या ? उस हिटलर को मुझसे इतना प्यार कब से हो गया ?”,वंश ने चौंककर कहा


“तुम ना रहने दो , तुम इस लायक ही नहीं हो,,,,,,,,,,,,डिब्बा इधर दो”,निशि ने डिब्बा उठाते हुए कहा लेकिन वंश ने बीच में ही डिब्बे को पकड़ लिया और कहा,”अरे नहीं , मैं उनका प्यार देखकर थोड़ा इमोशनल हो गया था,,,,,,,,,,,!!”
वंश ने डिब्बा खोला उसमे रखे पराठे और आलू की सब्जी ने पुरी बस का ध्यान अपनी तरफ खींचा लेकिन वंश ने पहले ही उठकर कह दिया,”ये डिब्बा सिर्फ मेरे लिए है और इसे मेरे किसी खास दोस्त ने भेजा है , इसकी खुशबु से किसी ने लार टपकाई या मुझसे मांगने की कोशिश की तो सोच लेना मैं उसका क्या हाल करूंगा ?”


बस में बैठे आधे लोगो ने वंश की बात पर ध्यान नहीं दिया बाकि आधो ने मुंह बना लिया और अपने अपने कामो में बिजी हो गए। निशि ने वंश को खींचकर बैठाया और कहा,”क्या कर रहे हो तुम ? चुपचाप खाओ न”
वंश ने डिब्बा निशि की तरफ बढ़ा दिया और कहा,”तुम खिलाओ ना , अपने हाथ से”
निशि ने सुना तो वंश को देखने लगी , पहले तो वंश ऐसे कभी बात नहीं करता था लेकिन अब करने लगा था। निशि कुछ देर खामोश रही और फिर सोचकर कहा,”अहम्म्म्म ठीक है लेकिन एक शर्त पर”


“कैसी शर्त ?”,वंश ने निशि की तरफ घूमकर बैठते हुए पूछा
“मैं हर निवाले पर तुम्हे तुम्हारे कमी बताउंगी और तुम हर निवाले पर मेरी तारीफ करोगे,,,,,,,,,,,मंजूर है ?”,निशि ने अपनी प्यारी सी शर्त वंश के सामने रखी
“तुम्हे लगता है मुझमे कमिया है ?”,वंश ने पूछा
“बहुत,,,,,,!”,निशि ने कहा


“हाँ तो तुम्हे एडजस्ट करना होगा”,वंश ने मुंह बनाकर कहा
“वो मैं कर लुंगी,,,,,,,,,तुम ये बताओ शर्त मंजूर है,,,!!”,निशि ने कहा
“ठीक है अब खिलाओ बहुत भूख लगी है,,,,,,,,,!!”,वंश ने बेसब्री से कहा
निशि ने एक निवाला तोड़ा और वंश को खिलाकर कहा,”तुम बहुत बद्तमीज हो”


“अह्म्म्मम्म्म्म ! कितना टेस्टी आलू है , पक्का ये आंटी ने बनाया होगा,,,,,,,,,,,,!!”,वंश ने कहा वह अपनी शर्त भूल गया
“हाँ मम्मा ने ही बनाया है , तुम्हारी टर्न,,,,,,,,,,,!”,निशि ने कहा लेकिन वंश ने उसकी बात पूरी सुनी ही नहीं और कहा,”आई नो वही बना सकती है , तुम्हे तो कुछ बनाना नहीं आता , इन्फेक्ट आज तक कभी एक सेंडविच भी खिलाया है तुमने मुझे बना के,,,,,,,,,,,,,!!”,वंश ने कहा
निशि उसे घूरने लगी और कहा,”तुम अपनी शर्त भूल रहे हो”


“ओह्ह्ह्ह हाँ ! तुम बहुत स्वीट हो”,वंश ने निशि की तारीफ करके कहा
“थैंक्स,,,,,,,,,,,,,तुम बहुत अकड़ू हो”,निशि ने दुसरा निवाला खिलाते हुए कहा
“तुम बिना मेकअप भी बहुत सुन्दर दिखती हो”,वंश ने निशि के चेहरे की तरफ देखकर कहा जिस पर कोई मेकअप नही था।
“तुम्हे सिगरेट पीने की गन्दी आदत है,,,,,,,,,,,!!”,निशि ने अगला निवाला खिलाकर कहा


“तुम्हारी आँखे बहुत सुंदर है और उस से भी प्यारे तुम्हारे हो,,,,,,,,,,,!!”,कहते कहते वंश रुक गया , उसकी नजर निशि के सुर्ख होंठो पर जाकर ठहर गयी और बीती रात वाला किस जो अचानक हुआ था उसे याद आ गया।
“हो क्या ?”,निशि ने पूछा
“अह्ह्ह्ह कुछ नहीं , खिलाओ ना”,वंश ने निशि से ध्यान हटाकर कहा
“तुम्हे गुस्सा बहुत आता है,,,,,,,,,!!”,निशि ने आगे खिलाया


“तुम शांत और समझदार हो”,वंश ने कहा
“तुम सब लड़कियों से फ्लर्ट करते हो”,निशि ने अगला निवाला खिलाकर कहा
“लेकिन मैं प्यार सिर्फ तुम से करता हूँ,,,,,,,,,,,,!!”,वंश ने निशि की आँखों में देखते हुए कहा , वंश की बात सुनकर निशि का दिल धड़क उठा उसने निवाला तो तोड़ा लेकिन वंश को खिला नहीं पाई , वह उसके हाथ में ही रह गया। वंश ने आगे बढ़कर खुद ही उसे खाया और कहा,”हम्म्म्म बताओ मेरी कमी,,,,,,,,,,,,,!!”


“और नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,!!”,निशि ने खोये हुए स्वर में कहा
“देखा मैंने कहा था ना मुझमे कोई कमी नहीं है , इतना परफेक्ट लड़का तुम्हे कही नहीं मिलेगा”,वंश ने कहा
निशि को खामोश देखकर वंश ने उसके हाथो से डिब्बा लिया और उसमे से एक निवाला और तोड़ते हुए कहा,”लेकिन मैं अभी भी तुम्हारी 100 तारीफ कर सकता हूँ,,,,,,,,,,,,,,कहते हुए वंश ने निवाला निशि की तरफ बढ़ाया और कहा,”तुम एक बहुत अच्छी लड़की हो , बस कभी कभी खुद का ख्याल रखना भूल जाती हो ,, इसलिए तो भगवान् में मुझे तुम्हारी जिंदगी में भेजा है,,,,,,,,!!”


निशि ने सुना तो बस वंश को एकटक देखने लगी , वंश ऐसी बातें भी करता है निशि को आज पता चला,,,,,,,,,,,,!!

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संजना किरोड़ीवाल  

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal
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Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

और नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,!!”,निशि ने खोये हुए स्वर में कहा
“देखा मैंने कहा था ना मुझमे कोई कमी नहीं है , इतना परफेक्ट लड़का तुम्हे कही नहीं मिलेगा”,वंश ने कहा
निशि को खामोश देखकर वंश ने उसके हाथो से डिब्बा लिया और उसमे से एक निवाला और तोड़ते हुए कहा,”लेकिन मैं अभी भी तुम्हारी 100 तारीफ कर सकता हूँ,,,,,,,,,,,,,,कहते हुए वंश ने निवाला निशि की तरफ बढ़ाया और कहा,”तुम एक बहुत अच्छी लड़की हो , बस कभी कभी खुद का ख्याल रखना भूल जाती हो ,, इसलिए तो भगवान् में मुझे तुम्हारी जिंदगी में भेजा है,,,,,,,,!!”

और नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,!!”,निशि ने खोये हुए स्वर में कहा
“देखा मैंने कहा था ना मुझमे कोई कमी नहीं है , इतना परफेक्ट लड़का तुम्हे कही नहीं मिलेगा”,वंश ने कहा
निशि को खामोश देखकर वंश ने उसके हाथो से डिब्बा लिया और उसमे से एक निवाला और तोड़ते हुए कहा,”लेकिन मैं अभी भी तुम्हारी 100 तारीफ कर सकता हूँ,,,,,,,,,,,,,,कहते हुए वंश ने निवाला निशि की तरफ बढ़ाया और कहा,”तुम एक बहुत अच्छी लड़की हो , बस कभी कभी खुद का ख्याल रखना भूल जाती हो ,, इसलिए तो भगवान् में मुझे तुम्हारी जिंदगी में भेजा है,,,,,,,,!!”

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