Main Teri Heer – 42
Main Teri Heer – 42
देर रात शक्ति की आँख खुली शक्ति ने देखा उसे सुलाते सुलाते काशी खुद भी वहा सो गयी है तो शक्ति धीरे से काशी का हाथ साइड कर उठा और काशी को बहुत ही आराम से लेटा दिया। काशी गहरी नींद में थी और शक्ति नहीं चाहता था वह उठे , शक्ति बिस्तर से नीचे आया और तकिया लेकर काशी के सर के नीचे लगा दिया। उसने बिस्तर पर रखी चद्दर को उठाया और काशी को ओढ़ा दिया। चद्दर ओढ़ाते हुए शक्ति की निगाहे काशी के चेहरे पर ठहर सी गयी।
काशी का चेहरा मासूमियत से भरा नजर आ रहा था। उसकी प्यारी सी छोटी छोटी दो आँखे और सुर्ख गुलाबी होंठ। शक्ति एकटक काशी को देखता रहा और फिर अपने होंठो से काशी के ललाट को छूकर साइड हो गया। वह किसी भी हाल में काशी को हर्ट करना नहीं चाहता था , हालाँकि काशी को लेकर शक्ति के दिल में कई खूबसूरत अरमान भी थे लेकिन शक्ति उस भरोसे को तोड़ना नहीं चाहता था जिस भरोसे के चलते काशी ने आज राज यहाँ रुकने का फैसला किया।
शक्ति ने बिस्तर पर पड़ा दुसरा तकिया उठाया और कमरे से बाहर आकर हॉल में पड़े सोफे पर लेट गया। कुछ देर बाद उसे नींद आ गयी।
अगली सुबह काशी की नींद खुली उसने देखा कमरे में बिस्तर पर वह अकेली है उसे शक्ति कही दिखाई नहीं दिया। वह आँखे मसलते हुए उठी और कमरे से बाहर आयी तो बाहर भी उसे कोई दिखाई नहीं दिया। काशी शक्ति को ढूंढते हुए किचन में चली आयी देखा प्लेटफॉर्म के पास खड़ा शक्ति शक्ति चाय बना रहा था। काशी उसके पास आयी और कहा,”शक्ति ! तुम ये सब क्यों कर रहे हो ? तुम्हे आराम करना चाहिए,,,,,,,हटो ये हम बना लेते है।”
“कोई बात नहीं हमे सुबह की चाय बनाने की आदत है,,,,,,,,,,!!”,शक्ति ने कप में चाय छानते हुए कहा
“अहम्म्म्म , शादी के बाद भी बनाओगे,,,,,,,,,?”,काशी ने प्यार से पूछा
“हाँ शादी के बाद भी बना देंगे,,,,,,,,,,,,वैसे तुम्हे ये चाय पीकर फटाफट घर के लिये निकलना चाहिए,,,,!!”,शक्ति ने काशी को चाय का कप हाथ में थमाते हुए कहा और उसके साथ किचन से बाहर चला आया
“हाह क्या तुम हमे घर से भगाना चाहते हो ?”,काशी ने कहा
“अरे नहीं बाबा ! हमारा बस चले तो हम तुम्हे यहाँ से कभी जाने ही ना दे , पर आज तुम्हारे भाई की सगाई है ना और तुम्हारे घरवाले भी इंदौर आ रहे है तुम्हे उन्हें अटेंड करना चाहिए,,,,,,,,,,!!”,शक्ति ने चाय पीते हुए कहा
“ये तो हम भूल ही गए थे,,,,,,,,,,,,आज तो माँ पापा भी आने वाले,,,,,,,,,,,!!”,काशी ने इतना ही कहा कि उसका फोन बजा काशी ने देखा फोन उसके पापा का ही था। काशी ने फोन उठाया और कहा,”बहुत लम्बी उम्र है आपकी , अभी हम शक्ति से आपका ही जिक्र कर रहे थे ,, आप कैसे है पापा ?”
“हम ठीक है लेकिन तुम ये बताओ काशी इतनी सुबह तुम शक्ति के साथ क्या कर रही हो ?”,शिवम् ने सहजता से पूछा
काशी ने सुना तो दांतों तले अपनी जीभ दबा ली , शक्ति ने देखा तो समझ गया काशी सच बोलकर फंस गयी है तो उसने काशी के हाथ से फोन लिया और कान से लगाते हुए कहा,”प्रणाम पापा”
“आयुष्मान भवः , कैसे हो शक्ति ?”,शिवम् ने पूछा
“हम ठीक है आप कैसे है ?”,शक्ति ने पूछा
“हम भी ठीक है , कुछ घंटो में इंदौर पहुँच जायेंगे,,,,,,,,!!”,शिवम् ने कहा
“स्वागत है पापा , वैसे काशी नहीं बल्कि हम ही सुबह सुबह नानाजी के घर चले आये , कल शाम काशी ने बताया आप सब लोग यही रुकने वाले है तो उसकी मदद करने ताकि आप सबको किसी तरह की परेशानी ना हो,,,,,,,,,,,!!”,शक्ति ने काशी के लिये सुबह सुबह झूठ बोल दिया
काशी ने सुना तो अपना सर पीट लिया ये देखकर शक्ति मुस्कुराया और शिवम् से कहा,”हम और काशी आप सबका बेसब्री से इंतजार कर रहे है , लीजिये काशी से बात कीजिये”
शक्ति ने फोन काशी की तरफ बढ़ा दिया तो काशी ने धीरे से कहा,”हेलो पापा,,,,,,,,,,,!!”
“सच में हमारा इंतजार कर रही हो ?”,शक्ति ने बड़े प्यार से पूछा
“हाँ पापा , हमे आप सबकी बहुत याद आ रही है,,,,,,,,,!!”,काशी ने कहा
“बस कुछ घंटे और उसके बाद तुम्हारे साथ होंगे,,,,,,,,,,,,,अपना ख्याल रखना और हाँ शक्ति से ज्यादा काम मत करवाना ,, वो हमारे घर का होने वाला दामाद है , अच्छा नहीं लगता”,शिवम् ने कहा
“ठीक है पापा,,,,,,माँ को हमारा प्रणाम कहियेगा अभी हम रखते है हमे घर भी जाना है”,जल्दी जल्दी में काशी फिर सच बोल गयी
“घर ?”,शिवम् ने पूछा
“अरे वो गौरी के घर भी जाना है,,,,,,,,,,,!!”,काशी ने अगले ही पल अपनी बात सम्हालते हुए कहा
“ठीक है हम रखते है”,कहकर शिवम् ने फोन काट दिया
काशी ने राहत की साँस ली तो शक्ति ने उसके ललाट पर हलके से मारकर कहा,”पागल हो तुम भी,,,,,,,,,तुमने अपने पापा से सच क्यों नहीं कहा कि तुम मेरे घर में हो,,,,,,,,!!”
“अगर हम ऐसा कहते तो पापा क्या सोचते कि शादी से पहले हम तुम्हारे साथ रह रहे है,,,,,,,,,,!!”,काशी ने उठते हुए कहा
“तो इसमें क्या है ? शादी से पहले साथ रहने में क्या दिक्कत है ?”,शक्ति ने जान बूझकर काशी को छेड़ते हुए कहा
“दिक्कत है शक्ति शादी से पहले साथ रहो तो गड़बड़ हो जाती है,,,,,,,,,!!”,काशी ने अपनी बड़ी बड़ी पलकों को झपकाकर कहा
“अच्छा क्या गड़बड़ हो जाती है ?”,शक्ति ने पूछा
“वो हम तुम्हे बाद में बताएँगे,,,,,,,,,,,,हम चलते है और तुम शाम में सगाई में आ जाना,,,,,,,,!!”,काशी ने जाते हुए कहा
“तुम चाहती हो हम ऐसे आये ?”,शक्ति ने अपने हाथ में बंधी पट्टी और ललाट पर लगी बेंडेज देखकर कहा
“हाँ तुम्हे आना ही पडेगा क्योकि हमारे मुन्ना भैया की सगाई है , और मत भूलो वो तुम्हारे भी फेवरेट है।”,काशी ने कहा और वहा से चली गयी
सुबह की चाय पीने के लिये मुरारी ने बस को रुकवाया था। सभी फ्रेश होकर चाय नाश्ता कर रहे थे। मुन्ना भी चाय के इंतजार में बस के बाहर घूम रहा था। ये जगह बहुत ही खूबसूरत थी और सुबह सुबह तो और भी ज्यादा खूबसूरत लग रही थी। मुन्ना ने अपना फोन निकाला और गौरी का नंबर डॉयल किया। एक दो रिंग जाने के बाद गौरी ने फोन उठाया और उन्मांद भरे स्वर में कहा,”हेलो,,,,,,,,!!”
“गुड मॉर्निंग,,,,,,,,,,,तुम अभी तक सो रही हो , क्या तुम भूल गयी हो आज हमारी सगाई है ?”,मुन्ना ने सर्द आवाज में बहुत ही प्यार से कहा
गौरी जिसकी आँखे अभी भी बंद थी उसने कहा,”हम्म्म लेकिन सगाई तो शाम में है तब तक तो मैं सो सकती हूँ न,,,,,,,,,,,,,,!!”
“नहीं तुम्हे उठना चाहिए और देखना चाहिए तुम्हारी मेहँदी का रंग कितना गहरा आया है ?”,मुन्ना ने कहा
गौरी को याद आया तो उसने एकदम से अपनी आंखे खोली और उठकर बैठ गयी उसने फोन कान से लगाये अपने हाथो की मेहँदी को देखा जो कि फीकी रची थी ये देखकर गौरी मायूस हो गयी और रोआँसा होकर कहा,”मेहँदी का रंग बहुत फीका आया है इसका मतलब तुम मुझसे प्यार नहीं करते,,,,,,,,,,,,!!”
मुन्ना मुस्कुराया और अपनी हथेली में रची मेहँदी को देखकर कहा,”पर तुम हम से बहुत ज्यादा प्यार करती हो,,,,,,,,,!!”
“मतलब ?”,गौरी ने कहा
“विडिओ कॉल करो बताते है,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा
“क्या विडिओ कॉल ? नहीं नहीं नहीं इस वक्त नहीं,,,,,,,,,,,,,मैंने मुंह भी नहीं धोया है और मेरे बाल , मेरे बाल तो इस वक्त चिड़िया का घोसला बने हुए है , मेरी आँखों के नीचे डार्क सर्कल दिखाई दे रहे है , मैं नहीं चाहती सुबह सुबह तुम मुझे ऐसे देखो,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने कहा
“हमे फर्क नहीं पड़ता गौरी शर्मा हमारे लिये तुम हमेशा खूबसूरत रहोगी , वैसे भी शादी के बाद हम रोज सुबह तुम्हे ऐसे ही देखने वाले है,,,,,,,,,,,,,,चलो अब कॉल करो”,मुन्ना ने कहा
” माआआअन,,,,,,,,!!”,गौरी ने मना करने वाले भाव से कहा लेकिन तब तक मुन्ना फोन काटकर खुद से ही विडिओ कॉल लगा चुका था।
गौरी ने फोन उठाया तो स्क्रीन पर मुन्ना के चेहरे की जगह उसका हाथ दिखा जिसमे मेंहदी लगी थी और बहुत गहरी रची थी। गौरी ये देखकर खुश हो गयी और अगले ही पल स्क्रीन पर मुन्ना दिखाई देने लगा। सफ़ेद रंग का शर्ट पहने मुन्ना बहुत ही प्यारा लग रहा था उस पर उसकी प्यारी सी स्माइल जो गौरी से मिलने के बाद आजकल उसके चेहरे पर दिखाई देने लगी थी।
“अच्छी लग रही हो,,,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा
“हाँ क्या सच में ? पर मैं उदास हूँ , मेरी मेहँदी बहुत फीकी रची है,,,,,,,,,,,,तुम सच में मुझसे प्यार नहीं करते”,गौरी ने कहा
“ये इसलिए फीकी है क्योकि अभी हम तुम से दूर है शाम तक देखना इसका रंग,,,,,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने ऐसे ही कुछ बात बनाते हुए कहा।
“हाहाहाहाहा वैरी फनी , अच्छा ये बताओ कैसा लग रहा है ?”,गौरी ने पूछा
“मतलब ?”,मुन्ना ने असमझ की स्तिथि में कहा
“अरे मतलब मुझसे मिलने के बारे में सोचकर कैसा लग रहा है ?”,गौरी ने खुश होकर कहा
“वो ख़ुशी हम शब्दों में बंया नहीं कर सकते , वैसे भी हम जब भी तुम से मिलते है लगता है पहली बार मिल रहे है , वो अहसास हो हमे आज से पहले कभी नहीं हुआ वो सिर्फ तुम से मिलकर होता है और हम चाहते है ये अहसास हमेशा ज़िंदा रहे। सेंकडो बार तुम से मिलने के बाद भी जब हम तुमसे मिले तो हमारे दिल में यही अहसास हो और तुम्हारी आँखो में इंतजार,,,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने प्यार से कहा
गौरी तो जैसे मुन्ना की बातो में खोकर रह गयी और कहा,”पर इंतजार को अब खत्म हो जाना चाहिए मान,,,,,,,,,,,,मैं तुम्हे बता नहीं सकती मैं आज कितनी खुश हूँ,,,,,,,,,आज के बाद तुम ऑफिशली मेरे हो जाओगे,,,,,,,,,,,,,!!”
“हमने तो अपने महादेव को साक्षी मानकर तुम्हे उसी दिन अपना मान लिया था जब तुमसे पहली बार टकराये थे,,,,,,,,,,,,,!”,मुन्ना ने कहा लेकिन वो ये भूल गया कि वो जहा खड़ा है वहा उसके रिश्तेदार और घरवाले भी घूम रहे थे और घूमते घामते मुरारी वहा आ पहुंचा ,
बाकि सब तो मुरारी ने नहीं सुना लेकिन जब मुन्ना ने आखरी शब्द कहे तो वो मुरारी के कानो में पड़े और उसने मुन्ना से कहा,”ए मुन्ना ! जे टकराने से का सच में प्यार हो जाता है ?”
“आप ? आप यहाँ क्या कर रहे है ?”,मुन्ना ने फोन काटे बिना ही शर्ट की जेब में डालते हुए कहा
“अरे हम जो पूछ रहे है उह बताओ , का सच में ऐसा होता है ?”,मुरारी ने थोड़ा सीरियस होकर पूछा
“हमे नहीं पता,,,,,,,,,,!!”,कहकर मुन्ना वहा से साइड में चला गया
मुरारी ने जाते हुए मुन्ना को देखा और बड़बड़ाया,”अगर ऐसा होता तो साला बनारस में अब तक कितने ही पासवर्ड घूम रहे होते हमरे नाम के,,,,,,,,,,,,,पर अगर ऐसा होता है तो फिर उनको काहे नहीं हुआ ?,,,,,,,,,,,!!”
“मुरारी ! वहा का कर रहे हो ? हिया आओ,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,शिवम् की आवाज से मुरारी की तंद्रा टूटी और वह वहा से चला गया
सुबह सुबह उर्वशी इंदौर पहुंची। उसने कैब बुक की और होटल सनशाइन चली आयी जहा उर्वशी ने पहले ही अपना लग्जीरियस रूम बुक कर रखा था। कैब में बैठी उर्वशी इंदौर की खाली सड़को को देखे जा रही थी। सुबह सुबह का समय था इसलिये भीड़ भी कम थी। उर्वशी के होंठो पर मुस्कान तैर गयी कितने सालो बाद वह इंदौर आयी थी और आने की वजह भी खास थी। कुछ देर बाद गाड़ी होटल के बाहर आकर रुकी उर्वशी गाड़ी से बाहर आयी।
होटल के बाहर खड़ा लड़का उर्वशी के पास आया और उसका सूटकेस उठाते हुए कहा,”वेलकम मेम”
उर्वशी लड़के के साथ होटल के अंदर चली आयी। कुछ जरुरी इन्फॉर्मेशन देने के बाद उर्वशी अपना पर्स उठाये लिफ्ट की तरफ बढ़ गयी। लड़का उसके सूटकेस के साथ उसे ऊपर कमरे तक छोड़ने आया। अपने कमरे में आकर उर्वशी ने अपना पर्स बिस्तर पर रखा और उसमे से अपना फोन निकालकर किसी का नंबर डॉयल किया और कमरे की बड़ी सी खिड़की के पास आकर उसके पर्दो को हटाते हुए कहा,”हेलो स्वीट हार्ट”
इंदौर गौरी का घर
“हेलो वगैरह बाद में , पहले ये बताईये आप है कहा ? और अभी तक आयी क्यों नहीं ? आपको पता है ना आज शाम में मेरी सगाई है”,गौरी ने बिस्तर से उठकर खीजते हुए कहा
“अरे अरे शांत हो जाओ मेरी लड़ाकू विमान , मैं इंदौर आ चुकी हूँ और जैसा कि मैंने तुमसे प्रॉमिस किया है मैं तुम्हारी सगाई में भी आ जाउंगी,,,,,,,,,,,,,,तुम इतना स्ट्रेस मत लो आज शाम के फंक्शन में तुम्हे अच्छा भी दिखना है”,दूसरी तरफ से एक प्यारी सी मीठी आवाज उभरी
“क्या किट्टो मौसी ? ये आप ठीक नहीं कर रही है , और इंदौर में कहा रुकी है आप ?”,गौरी ने मायूसी से कहा
“मैं होटल में रुकी हूँ,,,,,,,,,,,!!”,किट्टो मौसी ने कहा
“हद करती हो किट्टो मौसी , हमारे होते आप होटल में रुकी है ,, ये सही नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,,,आपको सीधा घर आना चाहिए था , मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा”,गौरी और ज्यादा मायूस हो गयी
“गौरी ! स्वीट हार्ट तुम तो जानती हो ना तुम्हारी नानी यानी मेरी माँ पहले से वहा मौजूद है , और वहा उनके साथ रहकर तुम्हारी सगाई से पहले मैं अपना मूड खराब करना नहीं चाहती ,, वैसे भी नंदिता और माँ के पास वही घिसा पीटा टॉपिक है मेरी शादी का और वो सुनने में मैं बिल्कुल इंट्रेस्टेड नहीं हूँ ,, तुम मुझे सगाई के वेन्यू की लोकेशन भेज देना मैं पहुँच जाउंगी ,, आई मिस यू बेबी,,,,,,,,,,!!”,किट्टो मौसी ने कहा
“मिस यू टू,,,,,,,,,,,,,,,जल्दी आना , मुझे आपको मान से भी मिलवाना है”,गौरी ने प्यार से कहा
“उसी से मिलने तो इंडोर आयी हूँ मैं,,,,,,,,,,,,शाम में मिलते है”,किट्टो मौसी ने कहा और फ़ोन काट दिया
गौरी ने ख़ुशी ख़ुशी अपना फ़ोन रखा और वहा से नीचे चली गयी
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संजना किरोड़ीवाल
OMG….yeh kitto Massi to I think Urvashi niklee….quki usne hee abhi hotal m chek in kiya hai aur abhi pho par hee usne kisi ko hi sweetheart bola hai… matlab kitto Massi hee urvashi hai…fir gaye re bhaiya… Munna ko alart rahana hoga Urvashi se…
Kitto mausi urvashi he. Nice part
Ye lo ab mosi to ab honewala demand par Fida h
🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰
Very good👍👍👍👍👍