Sanjana Kirodiwal

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Love You जिंदगी – 98

Love You Zindagi – 98

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By Sanjana Kirodiwal

अनुराग के केबिन में आकर उसकी बाते सुनकर नैना का दिमाग और ज्यादा ख़राब हो गया। वह बाहर निकली और सीधा केंटीन की और चली आयी उसे देखते ही केंटीन के लड़के ने कहा,”अरे दीदी आप , कैसी है ?”
“चाय है ?”,नैना ने पूछा
“अरे है ना दीदी , रुको अभी देते है !”,लड़के ने कहा और कप में चाय डालकर नैना की और बढ़ा दी नैना वही खड़े होकर चाय पीने लगी टेंशन के भाव उसके चेहरे पर साफ दिखाई दे रहे थे। कुछ देर बाद वहा से ऑफिस का ही एक लड़का गुजरा जो की नैना को देखते ही जा रहा था नैना ने देखा तो कहा,”क्या है बे ? लड़की नहीं देखी कभी !”
बेचारा लड़का चुपचाप वहा से चला गया और नैना मन ही मन खुद से कहने लगी,”क्या कर रही है नैना ? दूसरे लोगो पर गुस्सा क्यों निकाल रही है ? गुस्सा तो तुझे उस अनुराग पर आना चाहिए जिसने पुरे ऑफिस में तुम्हारा तमाशा बना रखा है ,, जिस सचिन को ऑफिस से निकाला गया था वह यहाँ काम कर रहा है ये देखकर ही समझ आ रहा है की अनुराग कितना घटिया आदमी है , इसे ना अपनी कम्पनी की परवाह है ना ही अपनी इज्जत की,,,,,,,,,,,,,,,,,,,चू,,,,,,,,,,,,,,,,,,नहीं ये तो बहुत ही छोटा वर्ड है इसके लिए,,,,,,,,,,,,,,डेड को तो पता भी नहीं होगा किस हरामी से पाला पड़ा है उनका बट यू डोंट वरी डेड इसे तो मैं ऐसा सबक सिखाऊंगी न ये जिंदगी भर याद रखेगा !” कहते हुए नैना ने अपनी चाय खत्म की और पैसे देकर वापस अपने केबिन में चली आयी। केबिन में आयी तो देखा रुचिका कुछ परेशान है उसे देखकर नैना ने कहा,”अब तुझे क्या हुआ ?”
“यार वो सचिन वापस क्यों आया है ऑफिस में ?”,रुचिका ने कहा
“इग्नोर हिम रूचि , ये सब अनुराग का किया धरा है ,, उसके दिमाग में क्या चल रहा है पता लगाना होगा !”,नैना ने सोचते हुए कहा और फिर सब अपने कामो में लग गए ! दोपहर में शार्ट ड्रेस पहने एक लड़की अनुराग के केबिन में आयी और फिर हँसते मुस्कुराते हुए अनुराग के साथ केबिन से बाहर निकली और दोनों ऑफिस से बाहर चले गए ! पेंडिंग काम बहुत ज्यादा था वह करते करते नैना थक गयी उसने लेपटॉप बंद किया , सर में हल्का हल्का दर्द होने लगा था इस वजह से नैना अपना सर पकड़कर बैठ गयी कुछ देर बाद उसके कानो में एक जानी पहचानी आवाज पड़ी,”नैना !”
नैना ने सर उठाकर देखा सामने अवि खड़ा था , नैना ने उसे वहा देखा तो खुश हो गयी और कहा,”तुम यहाँ ?”
“मिस कर रहा था तुम्हे इसलिए चला आया”,अवि ने प्यार से नैना को देखते हुए कहा तो नैना मुस्कुरा उठी , उसने देखा केशव , ख़ुशी , विशाल और अमित उसे ही देख रहे है तो नैना उठी और अवि के पास आकर कहा,”गाईज ये अवि है”
“हाय !”,सबने कहा लेकिन केशव थोड़ा परेशान था उसने नैना से पूछा,”नैना अगर तुम इसे पसंद करती हो तो अनुराग सर ने ये क्यों कहा की उनकी और तुम्हारी शादी होने वाली है”
रुचिका ने सूना तो अपना हाथ सर पर मारते हुए कहा,”अरे वो बहुत लम्बी कहानी है तुम सबके समझ में नहीं आएगी”
“नैना-अवि तुम दोनों की जोड़ी परफेक्ट है !”,ख़ुशी ने मुस्कुराते हुए कहा
“थैंक्यू !”,अवि ने कहा
अवि नैना को लेकर साइड में आया और कहने लगा,”नैना , मुझे जाना होगा यू नो नया काम है और दो दिन से मैं यही हूँ ,,,,,,, डेड को अच्छा नहीं लगेगा यार एंड आई प्रॉमिस मैं जल्दी ही आऊंगा तुम्हारे घर ,, बस अभी तुमसे जाने की परमिशन लेने आया हूँ”
“हम्म्म्म !”,नैना ने थोड़ा उदास होकर कहा अब तक अवि की आदत हो चुकी थी उसे , नैना को उदास देखकर अवि ने उसके चेहरे को अपने हाथो में लिया और कहने लगा,”नैना अनुराग की टेंशन मत लो मैं जानता हूँ तुम बहुत स्ट्रांग हो बस उस से उलझना मत !”
“हम्म्म !”,नैना ने कहा जबकि उसके दिमाग में एक तूफान चल रहा था !
“तो मैं जाऊ ?’,अवि ने सवाल किया
नैना कुछ देर खामोश रही और फिर कहा,”हम्म !”
अवि ने रुचिका और बाकि स्टाफ को बाय बोला और जाने लगा दो कदम चलकर रुका और पलटकर वापस नैना के पास आया और उसके माथे पर किस करके कहा,”आई लव यू एंड आई ऍम ऑलवेज विथ यू !”
एक खूबसूरत अहसास जो आज से पहले नैना को शायद कभी नहीं हुआ था उसे अंदर तक छू गया। वह प्यार से अवि को जाते हुए देखती रही लेकिन कोई और भी था जिसने अवि को किस करते देखा था और वो था अनुराग जो की अपने केबिन में बैठा सब देख रहा था ! वह उठकर बाहर आया लेकिन अवि को रोक पाता इस से पहले ही अवि वहा से जा चुका था। अनुराग पैर पटक कर रह गया , उसे अवि से जो खुन्नस थी वो नैना की वजह से नहीं बल्कि अपनी और अवि की पहली मुलाकात की वजह से थी।

नैना और उसके प्यार के बीच अवि अनुराग को रोड़ा नजर आ रहा था। वह गुस्से से अपने केबिन में चला आया और सोच विचार करने के बाद अपने काम में लग गया ! शाम को घर जाने से पहले उसने रुचिका को अपने केबिन में बुलाया और दो लिफाफे देकर कहा,”रुचिका शर्मा ये आपके और शीतल के लिए है !”
“ये क्या है सर ?”,रुचिका ने कहा
“तुम्हारा और शीतल का ट्रांसफर पेपर है , कल से तुम दोनों ऑफिस नहीं आओगे बल्कि दिल्ली के बाहर हमारे ऑफिस की जो दूसरी ब्रांच है वहा काम करोगी , इस ऑफिस में रश ज्यादा है इसलिए मुझे ऐसा करना पड़ा !”,अनुराग ने अपना काम करते हुए कहा
“लेकिन सर अचानक से ये फैसला , वैसे भी 6 महीने के लिए हमे यहाँ साईन किया गया था , इस तरह अचानक ट्रांसफर वो भी सिर्फ हम दोनों का ,,,,,, व्हाई ?”,रुचिका ने कहा तो अनुराग ने उसकी और देखकर कहा,”बॉस तुम हो या मैं ? इस कम्पनी के मालिक मेरे डेड है , उनके बाद ये काम मैं सम्हालता हूँ इसलिए ये मैं डिसाइड करूंगा कौन यहाँ काम करेगा और कौन नहीं ?”
“ओह्ह्ह तो ये बात है , कही आप पर्सनल रीजन की वजह से तो ऐसा नहीं कर रहे है ?”,रुचिका ने सवाल किया
“माइंड योर ओन बिजनेस मिस रुचिका , कल से ऑफिस आने की जरूरत नहीं है ! नाउ गेट आउट !”,कहकर अनुराग फिर अपने काम में लग गया !
रुचिका दोनों लिफाफों के साथ वहा से बाहर चली आयी चलते हुए उसकी नजर सचिन पर गयी जो की उसे देखकर बदतमीजी से हंस रहा था ! रुचिका उदास सी अपने केबिन में आयी तो नैना ने कहा,”चल यार रूचि चलते है आज वैसे भी इतनी देर हो गयी है।”
रुचिका ने कोई जवाब नहीं दिया तो नैना की नजर उसके हाथ में पकडे हुए लिफाफों पर गयी नैना ने उसके हाथ से वो सब लिया और देखकर गुस्से से कहा,”अच्छा तो वो इतना गिर गया , रुक अभी बात करती हूँ उस से”
“नहीं नैना ! वो जानबूझकर ऐसा कर रहा है। उस से कुछ कहने का कोई फायदा नहीं है”,रुचिका ने
“अगर ऐसा है तो फिर उस से बात करना बहुत जरुरी है मेरी वजह से वो तुम लोगो की लाइफ में प्रॉब्लम नहीं ला सकता !”,कहते हुए नैना वहा चली गयी। ऑफिस के आधे से ज्यादा लोग जा चुके थे बस कुछ इक्का दुक्का लोग बचे थे ! नैना बिना किसी की परवाह किये सीधा अनुराग के केबिन में आयी और दोनों लिफाफे अनुराग की टेबल पर डालते हुए कहा,”ये सब क्या है सर ?”
“क्या हुआ नैना ? कोई परेशानी है ?”,अनुराग ने अनजान बनते हुए कहा
“रुचिका और शीतल को बाहर वाले ऑफिस में ट्रांसफर क्यों दिया है आपने ? वो भी बिना किसी नोटिस के”,नैना ने अपने गुस्से को काबू में रखते हुए कहा
“ओह्ह्ह तो तुम उनकी शिफारिश लेकर आयी हो , नैना बेबी ये छोटे छोटे इशू है इन पर ध्यान मत दो !”,अनुराग ने कहा
“देखो अनुराग , मैं जानती हूँ तुम ये सब क्यों कर रहे हो ? मेरे दोस्तों को मुझसे अलग करके तुम्हे लगता है तुम मेरे करीब आ सकते हो तो तुम ये गलत सोच रहे हो ,, मैं सिर्फ अपने डेड की वजह से चुप इसे मेरी कमजोरी या सहमति समझने की कोशिश भी मत करना”,नैना ने अपने दाँत पीसते हुए कहा।
“ओह्ह्ह सर से सीधा अनुराग , आई लाइक इट नैना”,अनुराग ने नैना का मजाक उड़ाते हुए कहा
“जब आपने प्रोफेशनल चीजों को पर्सनल बना दिया तो मुझे नहीं लगता की सीधे तरीके से समझाने पर आप मेरी बात समझेंगे”,नैना ने कहा तो अनुराग उसके पास आया और कहा,”नैना नैना नैना तुम गुस्सा बड़ी जल्दी हो जाती हो यार , मैंने उन्हें शिफ्ट किया क्योकि मुझे तुम्हारे साथ टाइम स्पेंड करना था ,,, और देखो मैंने उनकी सेलेरी भी डबल कर दी है !”
“तुम्हे क्या लगता है सब यहाँ पैसो के लिए काम कर रहे है , अनुराग ग्रो अप अपने इस पैसो के महल से ना बाहर निकलो , रुचिका परफेक्ट इन हर वर्क उसके बराबरी का ऑफिस में कोई नहीं है मैं भी नहीं ,, वो यहाँ काम अपने प्रोफेशन के लिए कर रही है ना की पैसो के लिए लेकिन तुम जैसे अमीर बाप के बिगड़ैल बेटे को प्रोफेशन के बारे में क्या पता ? तुम्हे तो हर चीज पैसो से खरीदने की आदत है !”,नैना ने जैसे ही सच कहा अनुराग को गुस्सा आ गया और उसने कहा
“माइंड योर लेंग्वेज नैना , मैं तुम्हे पसंद करता हूँ इसका मतलब ये नहीं है की तुम कुछ भी कहोगी”,अनुराग ने बिफरते हुए कहा

“हां सच में सुनने में तुम्हारी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम जो कुछ हो ना अपने डेड की वजह से हो समझे अपनी मेहनत से पहले कुछ बनो उसके बाद लोगो को जज करना शुरू करो। पैसे की गद्दी पर बैठकर कोई भी ज्ञान दे सकता है , उन पैसो को बनाना कितना मुश्किल है ये तुम्हे क्या पता ? आज तक मुझे लगता था की मैं लड़को के मामले में सख्त हूँ , उन्हें समझ नहीं पाती लेकिन मिस्टर अनुराग मित्तल तुम जैसे इंसान से मिलने के बाद आई ऍम डेम स्योर की पैसो के बिना तुम कुछ भी नहीं हो ! रुचिका और शीतल इस ऑफिस में तो क्या तुमसे जुड़े किसी भी ऑफिस में काम नहीं करेगी , रिजायन बनाओ उनका और हां उनके साथ साथ एक रिजाईन और बनाना वो भी मेरा ,, क्योकि तुम जैसे लोगो के साथ काम करना मैं अपना टाइम वेस्ट करना समझती हूँ”,कहकर नैना जैसे ही जाने लगी अनुराग ने उसका हाथ पकड़कर उसे रोक लिया और कहा,”नैना नैना आई ऍम सॉरी , वो गुस्से में मैंने ये सब,,,,,,,,,,,,,,,,,,आई ऍम सॉरी बेबी ,, मैं शीतल और रुचिका का ट्रांसफर रोक दूंगा !”
“हाथ छोड़”,नैना ने सख्ती से कहा
“नैना प्लीज !”,अनुराग तो जैसे निहायती बेशर्म ही हो चुका था
“मैने कहा हाथ छोड़ !”,नैना ने मुश्किल से खुद को काबू में रखा और इस बार भी जब अनुराग ने नहीं सूना तो नैना ने पलटकर एक घूंसा अनुराग के मुंह पर दे मारा। अनुराग निचे जा गिरा और उसके मुंह से खून आने लगा , नैना ने उसे घूरकर देखा और कहा,”डोंट जज मी वीक अनुराग अगर अपने डेड के प्यार के लिए मैं इतने दिन चुप थी अगली बार आगे जबरदस्ती की तो तुम्हारा वो हाल करुँगी की आईना देख के शर्म आएगी”
नैना गुस्से में वहा से चली गयी और अनुराग उठाकर शीशे के सामने आया उसके होंठ से खून निकल रहा था और आईने में उसे अपना अक्स बहुत ही भद्दा लग रहा था उसने एक घुसा शीशे पर दे मारा ! नैना रुचिका के साथ अपार्टमेंट चली आयी। अवि जा चुका था , शीतल कमरे में बैठी कपडे समेटने में लगी थी और मोंटी सोफे पर बैठा अपना फोन देखने में बिजी था। अंदर आकर नैना ने अपना बैग बेड पर फेंका और नहाने चली गयी। उसने शॉवर ऑन किया और अपनी आँखे मूँद ली। अनुराग ने आज जो किया उस पर नैना को बहुत गुस्सा आ रहा था। नैना के चक्कर में अनुराग ने रुचिका और शीतल की जॉब भी छीन ली ! रुचिका ने जब शीतल को बताया तो उसने कहा,”भाड़ में जाये नौकरी और वो अनुराग अपने आपको समझता क्या है ? उसे क्या लगता है बस दिल्ली में एक वो ही है जो हमे नौकरी दे सकता है ,, अरे बहुत नौकरी मिल जाये। मुझे बस नैना की परवाह हो रही है उसने बस अनुराग से कोई झगड़ा ना किया हो !”
“बहस तो हुई होगी ना शीतल , मुझे लगता है अब हम लोगो को यहाँ से चले जाना चाहिए ,, ये सब प्रॉब्लम्स फेस करते करते तक चुकी हूँ मैं यार !”,रुचिका ने रुआंसा होकर कहा तो शीतल ने उसे सम्हाला और कहा,”परेशान मत हो रूचि सब ठीक हो जाएगा !”
कुछ देर बाद नैना आयी और आकर ख़ामोशी से बैठ गयी मोंटी को रुचिका ने सब बता दिया तो मोंटी ने कहा,”डोंट वरी यार शादी के बाद तुम मेरे ऑफिस में मेरे साथ काम कर लेना”
शीतल को कोई टेंशन नहीं थी क्योकि सार्थक के साथ रहकर वह उसका घर सम्हालने को तैयार थी। देर रात तक सभी नैना को हिम्मत बंधाते रहे और फिर वह सोने चली गयी। उसका माइंड बहुत अपसेट था और इस वक्त वह अपने डेड को बहुत मिस कर रही थी। सुबह नैना देर से उठी तो देखा फोन पर डेड के 10 मिस्ड कॉल थे नैना ने फ़ोन मिलाया तो उधर से विपिन जी ने थोड़ा नाराज होकर कहा,”ये सब क्या है नैना फोन क्यों नहीं उठा रही हो तुम ? सुबह से कितनी बार फोन कर चूका हूँ तुम्हे !”
“सॉरी डेड वो मैं सो रही थी !”,नैना ने नींद में कहा
“नैना 11 बज रहे है ये कोई उठने का टाइम है , ओके लिस्टन मोंटी वहा होगा”,विपिन जी ने कहा
“हां डेड यही है !”,नैना ने कहा
“आज शाम उसके साथ सीधा लखनऊ चली आओ , कोई सवाल नहीं करोगी कोई बहस नहीं करोगी !”,विपिन जी ने सख्ती से कहा
“पर डेड,,,,,,,,,,,!”,नैना ने कहना चाहा तो विपिन जी ने उसे रोकते हुए कहा,”मैने कहा ना नैना कोई सवाल नहीं”
“ओके फाइन !”,कहकर नैना ने फोन काट दिया अब ये एक नयी मुसीबत नैना के सर पर मंडरा रही थी और नैना अपना सर पकडे बैठी थी ! उसकी जिंदगी की ये भसड़ कब खत्म होगी वो खुद नहीं जानती थी !!!

क्रमश – Love You जिंदगी – 99

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संजना किरोड़ीवाल !

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