Sanjana Kirodiwal

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Love You जिंदगी – 23

Love You Zindagi – 23

Love You Zindagi - Season 2
Love You Zindagi – Season 2

ये हिस्सा भाग 21 का है जो कि गलती से छूट गया था , इसे पढ़ने के बाद उम्मीद है आपको आगे की कहानी समझ आये। असुविधा के लिए खेद है !!

( शीतल सार्थक को सुबह हुए कांड के बारे में कुछ नहीं पता था वे दोनों अपने कमरे में थे। सार्थक सो रहा था और शीतल नहाने चली गयी। शीतल के फोन पर मेसेज रिंग बजी तो सार्थक की नींद में खलल पड़ा , उसने करवट बदल ली। सार्थक ने जैसे ही दोबारा सोने की कोशिश की शीतल के फोन की मेसेज टोन फिर बजी। सार्थक की नींद में फिर खलल पड़ा और उसके बाद तीन चार बार फिर मेसेज टोन बजी। सार्थक उठकर बैठ गया उसने बाथरूम की तरफ देखा तो शॉवर की आवाज सुनाई दी। वह टेबल की तरफ झुका और शीतल के फोन को लेकर देखा। किसी अननोन नंबर से कुछ मेसेज थे। सार्थक ने मेसेज ओपन किये तो वो कुछ इस तरह थे
“हाय शीतल”
“मैं जानता हूँ तुम इस वक्त अपने हस्बेंड के साथ गोआ में हो”
“मैं तुमसे मिलना चाहता हूँ”
“प्लीज ना मत बोलना सिर्फ 10 मिनिट के लिए,,,,,,,,,,,,!!”
“मैं तुम्हारे जवाब का इंतजार करूंगा”
“तुम मुझसे मिलने आओगी ना ?”
“इतनी आसानी से हमारे बीच सब खत्म नहीं हो सकता , मैं जानता हूँ अभी भी तुम्हारे दिल में मेरे लिए फीलिंग्स है”
“सिर्फ एक बार मुझसे मिलो प्लीज,,,,,,,,,,,,मैं इंतजार करूँगा”
सार्थक ने जैसे ही मेसेज पढ़े उसका दिल धड़क उठा और एक साथ कई ख्यालो ने उसे घेर लिया। बाथरूम का दरवाजा खुला तो सार्थक ने जल्दी से फोन बंद करके साइड में रख दिया और शीतल की तरफ देखकर मुस्कुरा उठा। शीतल ने सार्थक को मुस्कुराते देखा तो वह भी मुस्कुरा उठी और फिर शीशे के सामने आकर अपने बाल सुखाने लगी
। )

Love You Zindagi – 23

मोंटी का नैना के करीब जाना अवि को बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था। सुबह सुबह सब लोगो के मूड खराब हो चुके थे। अवि नैना का झगड़ा हो चुका था। सार्थक शीतल के फ़ोन में मेसेज देखकर परेशान था। मोंटी अवि के बीच एक डिस्टेंस आ चुका था। मोंटी को नैना से दूर रहने का कहकर अवि वहा से चला गया। उसे रिसोर्ट में रुकना थोड़ा अजीब लग रहा था इसलिए वह समंदर किनारे चला आया और आकर पानी से कुछ दूरी बनाकर बैठ गया। आज मौसम काफी सुहावना था , धुप भी नहीं थी और इस बीच पर लोगो की ज्यादा भीड़ भी नहीं थी। बस इक्का-दुक्का लोग यहाँ वहा घूम रहे थे। अवि खामोश बैठा आती जाती लहरों को देखते रहा। पानी की लहरे कभी उस से दूर जाती कभी एकदम से आकर उसके पैरो को भीगा देती। यहाँ बैठकर उसे अब थोड़ा ठीक लग रहा था
अवि का मन कुछ शांत हुआ तो वह खुद से ही कहने लगा,”ये अचानक से क्या हो गया था मुझे ? मोंटी और नैना अच्छे दोस्त है मैं उन्हें लेकर इतना इनसिक्योर क्यों हो रहा हूँ ? नैना मुझसे प्यार करती है और मुझ पर बहुत भरोसा भी करती है मुझे उसे लेकर गलत नहीं सोचना चाहिए लेकिन आज उसने शीतल के सामने जो कुछ कहा वो ठीक नहीं था। माना कि शीतल और रुचिका नैना की अच्छी दोस्त है लेकिन वो हमारे पर्सनल मोमेंट्स उनके साथ शेयर नहीं कर सकती,,,,,,,,,,,,,,,मैं नैना से कुछ ज्यादा ही उम्मीदे कर बैठा मैं भूल गया कि वो लड़की कभी नहीं बदल सकती , किसी के लिए नहीं बदल सकती,,,,,,,,,,,,मेरे लिए भी नहीं”
अवि ये सब सोच ही रहा था कि एक फुटबाल आकर उसके पास गिरा अवि ने जैसे ही उसे उठाया उसके कानों में किसी लड़के की आवाज पड़ी,”Hey Bro ! pass the ball please”
अवि उठा और बॉल लड़के की तरफ फेंक दी। लड़के के साथ दो लड़के और थे जो वही समंदर किनारे खेल रहे थे।
लड़के ने बॉल किया और कहा,”हे ब्रो तुम हमारे साथ खेलना चाहोगे ?”
अवि का मन पहले से थोड़ा उदास था इसलिए उसने कोई जवाब नहीं दिया और वापस समंदर की तरफ पलट गया। अवि को पलटते देखकर साथ खड़े लड़के ने कहा,”छोड़ ना यार लगता है भाईसाहब की उम्र हो गयी है , वो नहीं खेल पाएंगे”
लड़के की बात सुनकर बाकि दोनों लड़के हसने लगे। अवि ने सूना तो वापस पलटा और लड़को की तरफ चला आया उसके चेहरे के भावो से साफ पता चल रहा था कि उसे उस लड़के की बात पसंद नहीं आयी। बॉल वाले लड़के ने देखा तो अवि के सीने पर हाथ रखकर कहा,”रिलेक्स ब्रो ये सिर्फ मजाक कर रहा था”
“एक गेम हो जाये ?”,अवि ने उसके हाथ को अपने सीने से हटाते हुए कहा।
“स्योर”,लड़के ने मुस्कुरा कर कहा और फिर सब साथ मिलकर फुटबाल खेलने लगे। अवि अकेला उन तीन पर भारी पड़ रहा था। उसका खेलना देखकर तीनो लड़के हैरान रह गए। अवि ने उन्हें बॉल को किक तक नहीं करने दिया। कुछ देर बाद ही तीनो लड़के थककर नीचे रेत पर आ बैठे और हांफने लगे। अवि भी पसीने से तरबतर हो चूका था इसलिए उसने अपनी टीशर्ट निकाल दी। लड़को ने जब अवि के एब्स और परफेक्ट बॉडी देखी तो बस देखते ही रह गए। नैना कमरे की बालकनी में आयी और जैसे ही अंगड़ाई ली उसकी नजर अवि पर चली गयी जो की टीशर्ट हाथ में पकडे बस शॉर्ट्स में खड़ा था
अवि उस वक्त काफी अच्छा लग रहा और साथ ही पसीने से तर बतर उसकी बॉडी धूप में चमक रही थी। अवि को देखते हुए नैना बालकनी से गिरते गिरते बची और अपना हाथ सीने पर रखकर गहरी साँस लेकर कहा,”ये पडोसी भी ना कभी सरप्राईज्ड करता है तो कभी शॉक्ड,,,,,,,,,,,,,,,,और ये वहा क्या कर रहा है ? चलकर देखना पडेगा आफ्टर आल मेरा मूड ऑफ करके तुम अकेले खुश कैसे रह सकते हो ?”
नैना दरवाजे से ना जाकर सीधा बालकनी से ही नीचे कूद गयी लेकिन नैना की बुरी किस्मत कूदते वक्त उसने ध्यान नहीं दिया कि उसका पैर पहले से दर्द कर रहा था। नैना मुंह के बल मिटटी में आ गिरी। एकदम से गिरने की आवाज से तीनो लड़को और अवि ने बालकनी की तरफ देखा। नैना खुद को झाड़ते हुए उठी उसे देखकर लड़के हसने लगे लेकिन अवि ने अपना सर पीट लिया। वह टीशर्ट हाथ में लिए नैना की तरफ आया और उसके सामने आकर खड़े हो गया। नैना के मुँह , हाथ और बालों में मिटटी लग चुकी थी। उसने जैसे ही अवि को अपने सामने देखा एक प्यारी सी स्माइल दी लेकिन अवि पर उसकी स्माइल का कोई खास फर्क नहीं पड़ा। अवि ने हाथ आगे बढ़ाया और नैना के चेहरे पर लगी मिटटी को साफ करते हुए मन ही मन खुद से कहने लगा,”मैं कितनी भी कोशिश कर लू नैना लेकिन मैं खुद को तुम्हारी परवाह करने से नहीं रोक पाता,,,,,,,,,,,,,,,,,,और शायद यही फीलिंग है जो मुझे तुम से जोड़े हुए है। तुम हमेशा गड़बड़ करती हो , तुम दरवाजे से भी आ सकती थी लेकिन नहीं तुम्हे तो सुपर वीमेन बनना है। अब हालत देखो अपनी बिल्कुल पागल लग रही हो,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मुझे ना अपने नेक्स्ट एग्जीबिशन में तुम्हारी ये तस्वीर लगानी चाहिए तुम बहुत फनी लगोगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,क्यों नैना ? तुम ऐसी क्यों हो ? क्या तुम्हे मेरा प्यार दिखाई नहीं देता ?”
“अब क्या छील दोगे इसे ?”,अवि को ख्यालो में खोया देखकर नैना ने चिढ़ते हुए कहा तो अवि की तंद्रा टूटी और उसने पीछे हटते हुए कहा,”तुम दरवाजे से भी आ सकती थी”
“तुम्हे उस से क्या मैं कही से भी आउ ?”,नैना ने थोड़ा अकड़कर कहा और जान बुझकर कहा ताकि अवि को गुस्सा आये और वह अपने अंदर भरा गुस्सा नैना पर निकाल दे
“राईट मुझे उस से क्या तुम कही से भी आओ ? तुम तो नैना द ग्रेट हो तुम आसमान में उड़ भी सकती हो और पानी में तैर भी सकती हो।”,अवि ने भी चिढ़ते हुए कहा
“जब इतना सब पता है मेरे बारे में तो अपनी ये बकवास एडवाइस अपने पास रखो,,,,,,,,,,समझे”,नैना ने भी अवि को घूरते हुए कहा
तीनो लड़के तब तक अपना बॉल लेकर वहा चले आये और उनमे से एक ने कहा,”ब्रो गेम स्किप करना है क्या ?”
अवि ने लड़के की बात पर ध्यान ना देकर उसे साइड करके कहा,”मैं इतना फ्री भी नहीं हूँ कि तुम्हे एडवाइस दू ना ही मेरी एडवाइस इतनी सस्ती है जो मैं वेस्ट करू”
“अरे यार गाईज तुम दोनों झगड़ा,,,,,,,,,,,,,!”,बॉल वाले लड़के ने नैना और अवि के बीच सुलह करवाने की कोशिश करते हुए कहा लेकिन अवि की बात सुनकर नैना का गुस्सा और बढ़ गया उस ने लड़के के हाथ से बॉल लेकर साइड में फेंकते हुए कहा,”तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ऐसा बोलने की पडोसी ? मैं क्या तुम्हे वेल्ली नजर आती हूँ”
“अरे मेम”,दूसरे लड़के ने फिर कहा तो नैना ने उसे साइड किया और अवि की तरफ आकर कहा,”अगर तुमने बकवास की ना तो मैंने भूल जाना है कि तुम मेरे पति हो और मैंने मुंह तोड़ देना है तुम्हारा,,,,,,,,,,,,,,,समझे”
“हाँ और तुम कर ही क्या सकती हो ? लखनऊ की बहुत बड़ी गुंडी हो ना तुम,,,,,,,,,,,पर तुम्हारे ये तेवर ना मेरे सामने नहीं चलेंगे,,,,,,,,,,,समझी तुम,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने भी गुस्से में आकर कहा
“मैं दिखाउंगी क्या कर लोगे तुम ? नहीं नहीं बोलो क्या कर लोगे तुम,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने लगभग अवि को घूरते हुए कहा
“अरे मेडम मेरी बात,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,लड़के ने जैसे ही कहा उसका पैर अपने जूते के लेस में उलझा और वह नैना पर गिरते गिरते बचा। अवि से चिढ़ी नैना का गुस्सा अब सांतवे आसमान पर था इसलिए वह लड़के की तरफ पलटी और कहा,”ले आजा गोद में चढ़ जा मेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,अबे आँखे दी है ना भगवान ने इस्तेमाल काहे नहीं करते”
“मैं बस इतना कह रहा हूँ झगड़ा मत करो कोई बात है तो बैठकर शार्ट आउट कर लो न”,लड़के ने डरते डरते कहा
नैना ने अपनी बांयी भँव ऊपर चढ़ाकर लड़के को देखा और कहा,”एक बात सुनो बेटा तुम वकील हो ?”
“नहीं,,,,,,,,,,,,,,,!!”,लड़के ने उलझन भरे स्वर में कहा
“जज हो ?”,नैना ने फिर पूछा
“नहीं,,,,,,,,,,,!”,लड़का अब भी नहीं समझ पा रहा था नैना क्या कहना चाहती है
“हमाये बाप हो ? रिश्तेदार हो ?”,नैना ने थोड़ा चिढ़कर कहा
“नहीं ना,,,,,,,,,पर मैं जो कह,,,,,,,,,,,,!!”,लड़का अपनी बात कह भी नहीं पाया की नैना बिफर पड़ी और कहा,”साले जब नहीं हो तो काहे यहाँ अपनी टाँग अड़ा रहे हो,,,,,,,,,,,,,,,हमारी खिसके उस से पहले खिसक लो वरना ऐसा पेलेंगे जिंदगी फुटबॉल बना देंगे तुम्हारी,,,,,,,,,,,,,,,अबे निकलो बे”
नैना को गुस्से में पागल देख लड़को ने वहा से जाना ही ठीक समझा और चले गये उनके जाने के बाद अवि ने नैना को अपनी तरफ किया और कहा,”मेरा गुस्सा किसी और पर क्यों निकाल रही हो तुम ?”
“हाह,,,,,,,,,,,,,,तुम्हे लगता है मैं ऐसा करुँगी , मैं तुमसे डरती नहीं हूँ पडोसी अगर मुझे कुछ कहना होगा तो मैं तुम से डायरेक्ट आकर बोल दूंगी समझे,,,,,,,,,,,,,,,,सुबह से कद्दू जैसा मुंह बना रखा है मुझे तो समझ नहीं आता आखिर तुम मुझसे चाहते क्या हो ? शादी से पहले हमारी क्या बात हुई थी कि तुम मुझे कभी बदलने को नहीं कहोगे,,,,,,,,,,,,,,,लेकिन अब तो तुम मेरे हाथ धोकर पीछे पड़ गए हो,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आखिर कैसी बीवी चाहिए तुम्हे ?”
“कैसी भी नहीं ? मैंने एक बार शादी कर ली और इस जन्म में मेरे लिए इतनी सजा काफी है”,अवि ने गुस्से का घूंठ निकलते हुए कहा
“व्हाट डू यू मीन ? मुझसे शादी करना तुम्हारे लिए सजा है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,सीरियसली ब्रो ?”,नैना ने चौंकते हुए कहा
“सी तुम्हारी इन्ही बातो की वजह से,,,,,,,,,,,,,,,,,,,खैर छोडो मैं भी किस से बहस कर रहा हूँ दिमाग खराब है मेरा”,कहकर अवि वहा से चला गया
“दिमाग तो मेरा खराब है जो मैंने ये शादी की,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अक्ल पर पत्थर पड़े थे मेरी जो मैंने शादी नाम की चरस अपनी जिंदगी में बो ली,,,,,,,,,,तुम्हारे जैसे अकड़ू इंसान के साथ घर बसाने से अच्छा था मैं हाई वे पर चाय की दुकान खोल लेती तो वो ज्यादा अच्छी चलती,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने गुस्से से तेज आवाज में कहा
इस वक्त दोनों गुस्से में थे और दोनों को ही अहसास नहीं था कि दोनों क्या बोल रहे है बस वो मन की भड़ास गुस्सा बनकर बाहर निकल रही थी।
अवि ने सूना तो वापस नैना के पास आया और कहा,”तो चला लो और मुझे तंग करना बंद करो तुम्हारी बकवास सुनकर मेरा दिमाग अब गर्म हो रहा है”
“और तुम्हारी शक्ल देख कर मुझे गुस्सा आ रहा है”,नैना ने अवि को घूरते हुए कहा
“तो मत देखो,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने भी नैना को घूरते हुए कहा दोनों एक दूसरे की आँखों में देखने लगे जैसा की हमेशा होता था अवि की आँखो में देखते ही नैना का मन बैचैन होने लगा और उसने अवि के पैर पर जोर से अपना पैर मारते हुए कहा,”भाड़ में जाओ तुम”
अवि बेचारा अपना पैर पकड़कर वही बैठ गया। वह नैना को जाते हुए देख ही रहा था की उसका फोन बजा अवि ने फोन उठाकर कान से लगाया तो दूसरी तरफ से फोन सौंदर्या जी का था। उनकी आवाज सुनकर अवि ने चिढ़ते हुए कहा,”मॉम अगर मैं नैना का खून कर दू तो मुझे कितने साल की सजा होगी ?”
“व्हाट ? ये क्या कह रहे हो तुम ? अवि तुम दोनों में फिर झगड़ा हुआ है क्या ? बेटा नैना थोड़ी गुस्से वाली है पर तुम तो समझदार हो , तुम ऐसी बातें क्यों कर रहे हो ?”,सौंदर्या ने चिंतित होते हुए कहा
“वो और समझदार ? मॉम आप जानती नहीं है उसने क्या किया है ?”,अवि ने कुढ़ते हुए कहा
“मुझे जानना भी नहीं है कि नैना ने क्या किया है ? तुम उसका ख्याल रखोगे और उसे परेशान नहीं करोगे,,,,,,,,,,,,समझे तुम”,सौंदर्या जी ने पहली बार अवि को डांट लगाते हुए कहा
“मॉम,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने हैरानी से कहा
“अवि बेटा एक हेल्दी रिलेशन में झगड़ा होना बहुत जरुरी है , झगडे से प्यार बढ़ता है,,,,,,,,,,,,,,,,,,अच्छा वैसे मुझे नैना से ही बात करनी थी कहा है वो ?”,सौंदर्या जी ने कहा
“अपने रूम में आप उसके फोन पर फोन कीजिये,,,,,,,,,,,,,बाय”,अवि ने फोन काट ते हुए कहा
“तुम्हे तो मैं छोड़ूंगा नहीं नैना बजाज,,,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए अवि उठा और वहा से चला गया।

सार्थक मोंटी के साथ पूल साइड में बैठा था। शीतल अपने कमरे में थी वह गीले कपड़ो को सुखाने बालकनी में आयी और जैसे ही कपडे सूखाने लगी किसी ने एकदम से उसकी कलाई पकड़ी और उसे खींचकर कमरे में ले आया। शीतल कुछ समझ पाती इस से पहले ही उसके सामने खड़े शख्स ने उसके मुंह पर हाथ रख उसकी दिवार पीठ से लगा दी और उसके सामने आ खड़ा हुआ। अपने सामने खड़े शख्स को देखकर शीतल की आँखे डर और हैरानी से फ़ैल गयी उसके सामने “राज” खड़ा था।
शीतल का दिल डर और घबराहट के मारे जोरो से धड़कने लगा। मुंह बंद होने की वजह से वह कुछ बोल भी नहीं पा रही थी उसने राज को वहा से हटाने की कोशिश की तो राज अपना हाथ मुंह से हटाकर उसकी गर्दन से लगा दिया और उसका गला दबाते हुए कहा,”अगर तुमने चिल्लाने की कोशिश की तो तुम सोच भी नहीं सकती मैं तुम्हारा और तुम्हारे उस सार्थक का क्या हाल करूंगा ?”
“तुम यहाँ क्यों आये हो ? आखिर तुम मुझसे चाहते क्या हो ?”,शीतल ने राज के हाथ से अपना गला छुड़ाने की नाकाम कोशिश करते हुए कहा लेकिन राज ने अपना हाथ उसके गले और ओर कस लिया
“तुम्हे चाहता हूँ,,,,,,,,,,,,,,,,,पागलो की तरह लेकिन तुम्हे मेरे प्यार की कोई कदर नहीं है मुझे छोड़कर तुमने उस सार्थक से शादी कर ली,,,,,,,,,,,,,,,,आखिर क्या नहीं दिया मैंने तुम्हे ?”,राज ने गुस्से से लेकिन दबी आवाज में कहा वह आगे कुछ कहता इस से पहले ही कमरे का दरवाजा खुला और राज की आँखे फ़ैल गयी। वही शीतल का दिल जोरो से धड़कने लगा उसने और राज ने एक साथ चौंककर दरवाजे की तरफ देखा।

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संजना किरोड़ीवाल

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