Sanjana Kirodiwal

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Love You जिंदगी – 16

Love You Zindagi – 16

Love You Zindagi - Season 2
Love You Zindagi – Season 2

नैना को अपनी पीठ पर उठाये अवि बाहर चला आया। मोंटी रुचिका भी उठ चुके थे और पूल साइड में घूम रहे थे। सार्थक फोन पर किसी से बात करने में बिजी था और शीतल अपने कमरे में थी। रुचिका ने जब अवि नैना को साथ देखा तो मुस्कुराते हुए मोंटी से कहा,”तुमने तो कभी नहीं उठाया मुझे अपनी पीठ पर,,,,,,,,,,,!”
“मुझे अभी जीना है,,,,,,,,!”,मोंटी ने रुचिका को छेड़ते हुए कहा तो रुचिका मुँह फुलाकर हाथ बांधकर खड़े हो गयी। मोंटी ने देखा तो उसके बगल में आया और उसे पूल में गिराने का सोचकर जैसे ही उसे पूल में धक्का देने का सोचा रुचिका आगे बढ़ गयी और बेचारा मोंटी सुबह सुबह पानी में जा गिरा। रुचिका ने देखा तो जोर जोर से हंसने लगी और कहा,”देखा दुसरो के लिए गड्ढा खोदे तो उसमे पहले खुद ही गिरते है,,,,,,,,,,,,,,,अब इंजॉय करो”
“वो अकेला एन्जॉय कैसे करेगा तुम भी जाओ”,कहते हुए नैना ने रुचिका को भी पानी में धक्का दे दिया और हसने लगी। अवि ने देखा तो नैना के पास आया और कहा,”तुम्हे ऐसा नहीं करना चाहिए था,,,,,,,,,,,,,,,,,आह्ह्ह्ह”
अवि नैना को गिराने का सोचकर आया था लेकिन सार्थक ने अवि को पानी में धक्का देते हुए कहा,”बिल्कुल नैना को ऐसा ही करना चाहिए , हम सब लोग यहाँ एन्जॉय करने आये है गाईज अगर एक दूसरे की बातो का बुरा मानते रहे तो फिर हो गया,,,,,,,,,,,,,,,,,नैना चले ?”
सार्थक ने नैना की तरफ अपना हाथ बढाकर कहा तो नैना ने उसका हाथ थामा और दोनों साथ साथ पानी में कूद गए। मोंटी , रुचिका , अवि , नैना और सार्थक पाँचो मिलकर पानी में मस्ती करने लगे। कोई एक दूसरे पर पानी उछाल रहा था तो कोई अपनी स्विमिंग स्किल्स दिखा रहा था। रुचिका तो बहुत खुश थी उसका सपना था मोंटी के साथ पूल में जाने का,,,,,,,,,,,,,उसने मोंटी को देखा और दोनों साइड में चले आये। दोनों हसते मुस्कुराते एक दूसरे की बांहो में थे। अवि ने उन्हें देखा तो नैना के साथ साइड में चला आया ताकि उनके स्पेशल मोमेंट्स के बीच में ना आये।
नैना , अवि और सार्थक तीनो साथ साथ खड़े बातें करते हुए सुबह का लुफ्त उठाने लगे। अवि के आर्डर देने पर वेटर उन सब के लिए जूस रखकर चला गया। मोंटी रुचिका एक दूसरे में बिजी थे इसलिए अवि ने उन्हें डिस्टर्ब नहीं किया। सार्थक ने देखा वहा सब थे बस शीतल नहीं तो उसने पानी से बाहर जाते हुए कहा,”मैं शीतल को लेकर आता हूँ”
“आराम से आना,,,,,,,,,,,,,!”,अवि ने कुछ सोचते हुए कहा उसकी बात सार्थक समझ गया इसलिए मुस्कुरा उठा और वहा से चला गया
“तुमने उसे आराम से आने को क्यों कहा ?”,नैना ने अपना जूस पीते हुए कहा
अवि ने नैना की कमर पर हाथ रखकर उसे अपने करीब किया और उसकी आँखों में देखते हुए कहा,”अभी बताता हूँ”
अवि नैना से कुछ कहता या कोई हरकत करता इस से पहले ही नैना ने गर्दन घुमा ली। उसकी नजर रुचिका और मोंटी पर चली गयी जो कि सुबह सुबह थोड़ा ज्यादा ही रोमांटिक हो चुके थे और सबसे बेखबर एक दूसरे को किस कर रहे थे। नैना आँखे फाडे उन दोनों को देखने लगी लेकिन मोंटी रुचिका को इस से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था वो दोनों एक दूसरे में काफी खोये हुए थे। अवि ने देखा तो नैना की आँखों पर अपना हाथ रखते हुए कहा,”नैना वो उनका प्राईवेट मोमेंट है उन्हें ऐसे मत देखो”
“प्राइवेट है तो प्राइवेट में जाकर करे ना यहाँ सबके सामने ऐसे,,,,,,,,,,,,,,,ये मोंटी तो पहले से भरा पड़ा था लेकिन ये रूचि इसे क्या हो गया है ?”,कहते हुए नैना जाने लगी तो अवि ने उसे रोक लिया और कहा,”वो दोनों हसबेंड वाइफ है और साथ ही जेनुअन कपल,,,,,,,,,,और उनके बीच जो चल रहा है उसे किस कहते है जो की अपना प्यार और अपनी फीलिंग्स एक्सप्रेस करने का एक जरिया होता है। उन्हें डिस्टर्ब करने से बेहतर है तुम हमारे ऊपर कोंस्ट्रेट करो ना”
अवि नैना को समझा ही रहा था कि मोंटी और रुचिका पर फिर उसकी नजर पड़ी और उसने पहले धीमी आवाज में कहा और फिर एकदम से चिल्लाई,”मेरा दिमाग फट जाना है ये सब देखकर , अबे ! गद्दा लगवा दू दोनों के लिए,,,,,,,,,!”
अवि ने सूना तो अपना सर पीट लिया
“उप्स सॉरी नैना वो मैं जरा भावनाओ में बह गयी थी”,रुचिका ने शरमाते हुए कहा
नैना रुचिका की तरफ आयी और उसका हाथ पकड़कर उसे ले जाते हुए कहा,”तेरा जितना वजन है ना रूचि तूने बहना नहीं है इस गधे के साथ फस जाना है”
रुचिका ने सूना तो मुस्कुराने लगी। मोंटी भी अपना सर खुजाते हुए मुस्कुरा उठा और अवि की तरफ चला आया,”कैसे झेलते हो इस लड़की को ?”
अवि ने सूना तो नैना को देखते हुए मुस्कुराने लगा और धीमे स्वर में कहा,”वो बाकि लड़कियों से थोड़ी अलग है”
“हम्म्म सही है,,,,,,,,,,,,,!!”,मोंटी ने कहा और पूल से बाहर निकल गया। जाते जाते नैना ने पलटकर अवि को देखा और भँवे उचकाई तो अवि ने ना में गर्दन हिला दी और कुछ देर बाद खुद भी पूल से बाहर चला आया।

अंदर आकर नैना शॉवर लेने चली गयी। कुछ देर बाद वह अपने गीले बालों को तौलिये से पोछते हुए बाहर आयी लेकिन नैना की किस्मत बाल पोछते हुए उसका हाथ खिड़की के दरवाजे से लगा और उसके मुंह से आह निकल गयी। अवि ने सुना तो नैना के पास आया और उसके हाथ से टॉवल लेकर कहा,”लाओ मैं पोछ देता हूँ”
“पडोसी मैंने ना एक दिन गंजा हो जाना है इन बालों के चक्कर में,,,,,,,,,,,,,,हम लड़कियों की लाइफ इतनी डिफिकल्ट क्यों है यार ?”,नैना ने भुनभुनाते हुए कहा। अवि मुस्कुराने लगा और उसके बाल पोछते हुए कहा,”इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी , चंडीगढ़ जाकर तुम अपने बाल थोड़े छोटे करवा लेना फिर ये दिक्कत नहीं आएगी,,,,,,,,,,!!”
“और अगर फिर भी दिक्कत आयी तो ?”,नैना ने एकदम से अवि की तरफ पलटकर कहा। उसके गीले बाल धीरे से अवि के मुंह पर आ लगे जिन्हे हटाते हुए अवि ने बड़े ही प्यार से कहा,”तो मैं हूँ ना,,,,,,,,,,,,,मैं तुम्हारा और तुम्हारे बालो का पूरा ख्याल रखूंगा”
“थैंक्यू,,,,,,,,,,,,,,,तुम जाकर नहा लो तब तक मैं खाने का कुछ देखकर आती हूँ,,,,,,,,,,,,,बहुत भूख लगी है”,नैना ने जाते हुए कहा
अवि ने बैग से अपने कपडे निकाले और बाथरूम की तरफ बढ़ गया।

नैना बाहर आयी देखा मोंटी भी नहाकर आ चुका है और रिसोर्ट के गार्डन एरिया में रखे टेबल के पास बैठा है। नैना उसी तरफ चली आयी देखा मोंटी फोन पर किसी से बात करते हुए थोड़ा चिढ़ा हुआ था। जैसे ही मोंटी ने फोन रखा नैना ने कुर्सी खिसकाकर बैठते हुए पूछा,”क्या हुआ सब ठीक है ?”
“कहा यार मेरा बॉस मेरे गले की फ़ांस बना बैठा है वीकेंड पर भी उस आदमी को चैन नहीं है। अपने किसी पेंडिंग प्रोजेक्ट की फाइल को लेकर डिस्कस कर रहा है वो मुझसे,,,,,,,,,,आहहह मैं यहाँ आया हूँ क्यों ?”,मोंटी ने चिढ़ते हुए कहा
“रिलेक्स ब्रो ! मुझे तो ये समझ नहीं आता तू उस नौकरी में है ही क्यों ?,,,,,,,,,,,,,,,,कही तेरा ऑफिस में चक्कर तो नहीं चल रहा ?”,नैना ने शकभरे स्वर में पूछा तो मोंटी उसे घूरने लगा। मोंटी को अपनी ओर घूरते पाकर नैना ने खिंसियाते हुए कहा,”वैसे तेरी शक्ल देखकर लगता नहीं कोई लड़की तुझसे सेट होगी वो तो मेरा अहसान है तुझ पर कि मैंने अपनी दोस्त से तेरा जुगाड़ करा दिया,,,,,,,,,,,,,!!”
“जुगाड़,,,,,,,,,,,,? सीरियसली नैना”,पीछे से आते अवि ने कहा तो नैना ने अपनी जीभ को दाँतो तले दबाया और झेंपते हुए कहा,”उप्स मेरे मुंह से निकल गया , आई अपोलोजी”
“सुधर जाओ नैना वरना कल को तुम्हारे बच्चे ABCD बाद में पहले कुछ और ही सीखेंगे”,मोंटी ने नैना को छेड़ते हुए कहा
अवि कुर्सी खिसकाकर नैना के बगल में बैठा और कहा,”इसकी नौबत नहीं आएँगी वो इस पर तो बिल्कुल नहीं जायेंगे”
“क्यों नहीं जायेंगे ? क्या खराबी है मुझमे हाँ जबान थोड़ी खराब है लेकिन लड़की तो अच्छी हूँ ना मैं,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,नैना ने अपनी आँखों को छोटा करके अवि की तरफ देखते हुए कहा
“लड़की तुम बहुत अच्छी हो लेकिन चुप रहो तब,,,,,,,,,,,,,,,,,अब चुपचाप नाश्ता करो , फिर हम सबको बाहर भी जाना है”,अवि ने कहा तो नैना ने मुंह बना लिया। कुछ देर बाद सार्थक , शीतल और रुचिका भी चले आये। सब उस चौकोर टेबल के इर्द गिर्द बैठ गये। वेटर नाश्ता रख कर चला गया। सबने अपनी अपनी प्लेट में नाश्ता रखा और खाने लगे। रुचिका और मोंटी एक दूसरे को अपने हाथ से खिला रहे थे वही सार्थक शीतल के लिए खुद परोस रहा था उन्हें देखकर अवि का दिल भी किया वह नैना के लिए ऐसा कुछ करे। उसने काँटे में ऑमलेट का एक टुकड़ा उठाया और जैसे ही नैना की तरफ घुमा देखा नैना सबसे बेपरवाह बस खाये जा रही है। अवि समझ गया इसलिए उसने टुकड़ा वापस अपनी प्लेट में रख लिया और चुपचाप नाश्ता करने लगा। टेबल पर बैठे रुचिका , मोंटी , सार्थक और शीतल ही बातें कर रहे थे बाकि अवि बीच बीच में हाँ ना में जवाब दे देता लेकिन नैना चुप,,,,,,,,,,,,,,वह बस चुपचाप खाये जा रही थी। सार्थक ने देखा तो धीरे से फुसफुसाते हुए शीतल से कहा,”यार ये नैना अवि के साथ कुछ ज्यादा ही सख्ती दिखा रही है , अवि अकेले खा रहा है एटलीस्ट नैना उसकी प्लेट में भी तो खा सकती है ना। मुझे अवि भाई के लिए थोड़ा बुरा लग रहा है यार”
“सार्थक वो शुरू से ऐसी ही है,,,,,,,,,,,,,उस से बदलने की उम्मीद नहीं की जा सकती,,,,,,,,,,,,,,,बुरा तो मुझे भी लग रहा है अवि को देखकर बट आई हॉप की इस ट्रिप के बाद इनके बीच थोड़ी मोहब्बत और अंडरस्टेंडिंग बढ़ जाये”,शीतल ने भी धीमी आवाज में कहा
नाश्ता करते हुए जब रुचिका की नजर अवि और नैना पर पड़ी तो उसने मोंटी को धीरे से कोहनी मारकर कहा,”नैना तुम्हारी दोस्त है ना तुम उसे समझाओ थोड़ा,,,,,,,,,,,,,,,,शादी के बाद भी उसकी तरफ से अवि के लिए कोई एफर्ट्स नही है,,,,,,,,,,,,,,,कभी कभी तो सोचती हूँ वो अवि से प्यार करती भी है या नहीं ?”
मोंटी ने सूना तो नैना की तरफ देखा जो की खामोशी से अपना नाश्ता कर रही थी और अवि नाश्ता करते हुए बीच बीच में उसे देख रहा था। खाते खाते नैना के बगल में रखा फोन नीचे गिर गया
“मैं उठा देता हूँ”,कहते हुए अवि नैना के बगल में आया और जैसे ही झुकने को हुआ नैना ने खाते हुए अपना हाथ टेबल के नुकीले कॉर्नर पर रख दिया जिस से अवि को चोट ना लगे। अवि ने नैना का फोन अपने जेब में रख लिया और आकर वापस बगल में बैठ गया। मोंटी , रुचिका , सार्थक और शीतल चारो ये नजारा देख रहे थे और ये देखने के बाद चारो के चेहरे पर मुस्कुराहट थी। नैना ने बिना कुछ कहे ये जता दिया कि उसे अवि से कितना प्यार है और वो उसकी परवाह भी करती है। नैना ने खाते खाते सबको देखा और अपनी भँवे उचकाई तो सबने एक साथ ना में गर्दन हिला दी और खाने में लग गए। नैना ने अवि की तरफ देखा उसे अवि के बगल में रखा जेम चाहिए था। अवि ने देखा तो उसकी नजर नैना के होंठ के नीचे लगे सॉस पर चली गयी। अवि ने पहले उसे हटाया ,जैसे ही अवि ने नैना को छुआ एक खूबसूरत अहसास उसे छूकर गुजरा। अवि ने साइड में रखा जेम उठाया और नैना को पकड़ा दिया। नैना ने जेम ब्रेड पर लगाया और एक बाईट लिया
ब्रेड खाते हुए नैना को ना जाने क्या सुझा उसने जेम लेकर फिर से अपने होंठ के नीचे लगा लिया और क्यूट सा फेस बनाकर अवि को देखने लगी। अवि ने देखा तो फिर अपने हाथ से उसके होंठ के नीचे लगे जेम को हटा दिया। नैना मुस्कुराई और फिर ब्रेड खाने लगी लेकिन अब उसे ऐसा करते हुए बड़ा मजा आ रहा था वह बार बार होंठ से नीचे जेम लगाती और अवि उसे हटा देता। रुचिका मोंटी , सार्थक शीतल नाश्ता करके जा चुके थे और ये नैना को नहीं पता था वह तो बस अवि को परेशान करने में लगी हुई थी। अगली बार जैसे ही नैना ने फिर जेम हटाने के लिए अवि को देखा अवि ने सीधा अपने होंठो से उसे हटाया और उठकर चला गया। नैना की धड़कने थोड़ी तेज थी और वही बैठी रही,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,वह अपने और अवि के बीच के प्यार को समझ नहीं पा रही थी।

नाश्ता करने के बाद सभी तैयार होकर घूमने निकल पड़े। अप्रैल का महीना था लेकिन गोआ का मौसम अभी काफी अच्छा था। ज्यादा धुप नहीं थी और धुप थी भी तो किसे परवाह थी। रुचिका ने शार्ट वन पीस फ्रॉक पहना था , शीतल ने भी आज पहली बार जींस और टॉप पहना था , नैना ने शॉर्ट्स और उस पर टॉप मोंटी ने शॉर्ट्स के साथ टीशर्ट पहना और साथ में ओपन शर्ट , अवि ने टीशर्ट और शॉर्ट्स , बाकि सार्थक ने भी शर्ट और शॉर्ट्स पहन लिया। सभी लोग गोआ के ग्रीन मार्किट पहुंचे बीच पर शाम में जाना था इसलिए रुचिका ने सबके साथ मार्किट घूमने का प्लान बनाया। मार्किट पहुँचते ही नैना ने रुचिका शीतल को लड़को से अलग किया और कहा,”हम लड़किया अलग घूमने जायेंगे”
“तब तक हम लोग क्या करेंगे ?”,मोंटी ने पूछा
“तुम लोग घूमो , मजे करो , लड़किया ताड़ो,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने आँखों पर चश्मा लगाते हुए कहा
“क्या सच में ?,,,,,,,,,,,,,,,,,,,सोच लो तुम्हे प्रॉब्लम हो जाएगी”,अवि ने नैना की तरफ देखते हुए कहा
नैना अवि के पास आयी और बड़े प्यार से उसके सीने को थपथपाते हुए कहा,”माय डियर हसबैंड आई नो ये सिर्फ कहने के लिए है बाकि तुम ट्राय करके देखो लो,,,,,,,,,,,,,,,,,,प्रॉब्लम का दूसरा नाम,,,,,,,,,,,,,,,,!!”
“नैना बजाज है,,,,,,,,,,!”,नैना के कहने से पहले ही सार्थक , रुचिका , मोंटी और शीतल बोल उठे तो नैना ने अपने हाथ उचका दिए और फिर रुचिका शीतल के साथ वहा से आगे बढ़ गयी।
उनके जाने के बाद अवि , मोंटी और सार्थक भी दूसरी तरफ चले गए और अपने लिए शॉपिंग करने लगे। अवि को वैसे सार्थक और मोंटी के साथ अच्छा भी लग रहा था तीनो बिना किसी डिस्टबेंस के आराम से घूम रहे थे। उधर तीनो लड़किया भी बिना किसी परेशानी के आराम से घूम रही थी। तीनो ने काफी सारी शॉपिंग कर ली थी। नैना ने तीनो के लिए बड़े बड़े हेट खरीदे और पहन भी लिए। रुचिका ने शाम में बीच पर पहनने के लिए सबके लिए ड्रेसेज भी ले लिए। घूमते घुमते नैना को प्यास लगने लगी तो तीनो एक जूस सेंटर के बाहर रुक गयी। नैना ने तीन ग्लास जूस आर्डर किया उसी दुकान के बगल वाली बियर शॉप पर अवि सार्थक और मोंटी खड़े थे लेकिन उन्होंने लड़कियों को देखा नहीं था। बियर शॉप पर खड़े कुछ मनचले लड़को ने जब नैना , रुचिका और शीतल को देखा तो अपनी बियर की बोतल पकडे जूस शॉप की तरफ चले आये। नैना अपने फोन में बिजी थी उसने लड़को पर ध्यान भी नहीं दिया लेकिन शीतल और रुचिका की नजर उन पर चली गयी और दोनों ने मुँह फेर लिया।
“हे ब्यूटीफुल व्हाट्स अप”,उनमे से एक लड़के ने नैना को देखते हुए कहा
नैना ने सूना तो उसकी बांयी भव ऊपर चढ़ गयी जिसे देखकर रुचिका मन ही मन कहने लगी,”नैना नैना नहीं नैना पंगा मत करना,,,,,,,,,,,,,,प्लीज कुछ मत बोलना इग्नोर कर इन्हे,,,,,,,,,,,,,,नैना नो”
“क्या है बे ?”,नैना ने अपना फोन जेब में रखकर लड़के की तरफ पलटते हुए कहा
“दिखने में तो अच्छे घर की लगती हो लेकिन जबान,,,,,,,,,,,,,,,,,उफ़ तुम्हारे ये तेवर,,,,,,,,,,,,वैसे गोआ अकेले आयी हो या किसी के साथ,,,,,,,,,,,,,,,,अकेली हो तो कम्पनी देने के लिए मैं हूँ ना,,,,,,,,,,,,,,तुम ब्यूटीफुल मैं हॉट,,,,,,,,,,,,,,,,बेस्ट कॉम्बिनेशन है,,,,,,,,,,,,,,!!”,लड़के ने लार टपकाते हुए कहा
नैना ने हेट और चश्मा उतारा और शीतल की तरफ बढ़ा दिया टॉपर की स्लीव्स बड़ी थी इसलिए उन्हें ऊपर चढ़ाते हुए लड़के की तरफ आयी और कहने लगी,”देखो बेटा ऐसा है ऐटिटूड उतना ही दिखाओ जितना सम्हल सके वरना पेले जाओगे,,,,,,,,,,,,,,,,,,छुई मुई समझ कर जिसे तुम छेड़ने की कोशिश कर रहे हो,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम्हायी लंका लगा देनी है उसने , गोआ तो मैं किसी के साथ आयी हूँ लेकिन तुम जैसे चिलगोजो की अक्ल ठिकाने लगाने के लिए अकेले ही काफी हूँ। अभी क्या कहा तुमने हाँ हॉट,,,,,,,,,,,,,,,बाबू तुमसे ज्यादा हॉट तो हमारे लखनऊ में 3-6 पानी आता है , अभी दुई कंटाप रख दिए ना चरमरा के गिर पड़ोगे,,,,,,,,,,,,,,,!!”
नैना ने जैसे ही अपनी भाषा में चार शब्द कहे दोनों लड़के एक दूसरे का मुंह देखने लगे और आस पास के लोग उनकी बाते सुनकर हसने लगे। लड़को से भरा ये कहा बर्दास्त होता उनमे से एक लड़के ने आकर जैसे ही नैना का हाथ पकडने की कोशिश की नैना ने घुमाकर एक घुसा लड़के के नाक पर मारा और नाक से खून का फनवारा छूट गया। लड़का अपनी नाक पकड़कर बिलबिलाने लगा। नैना ने अपना हाथ झटका और कहा,”अबे लापचेड़ हो का ?एक बार में बात समझ नहीं आती साले मर वर जाओगे हमाये मुंह ना लगो”
अवि ने जैसे ही नैना की आवाज सुनी वह उस तरफ आया उसने देखा सच में वो नैना ही थी और लड़को से बुरी तरह उलझी हुई थी
अवि ने नैना को कमर से पकड़ कर उन लड़को से दूर किया तो नैना ने मचलते हुए कहा,”पडोसी छोडो मुझे इनकी तो मैं,,,,,,,,,,,,!!”
“आई लव यू”,अवि ने नैना को एकदम से अपने सामने करके कहा
“पडोसी ये रोमांस करने का टाइम नहीं है ये फाइट टाइम है हटो”,नैना ने अवि को साइड करना चाहा लेकिन अवि ने उसकी बांहो को मजबूती से पकड़ा हुआ था और उसकी आँखों में देखते हुए एक बार फिर कहा,”नैना आई लव यू,,,,,,,,,,,,इसका मतलब जानती हो तुम ?”
“आई नो इसका मतलब है कि मैं तुम से प्यार करती हूँ”,नैना ने बेचैनी भरे स्वर में कहा
“नहीं इसका मतलब है कि मैं तुमसे प्यार करता हूँ और मैं नहीं चाहता तुम ऐसी किसी मुसीबत में पड़ो,”अवि ने अपने एक एक शब्द पर जोर देते हुए कहा जिन्हे सुनकर नैना का गुस्सा शांत हो गया और वो खोयी हुई सी अवि की आँखों में देखने लगी

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संजना किरोड़ीवाल

Love You Zindagi - Season 2
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