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कितनी मोहब्बत है – 42

Kitni mohabbat hai – 42

“कितनी मोहब्बत है”

By Sanjana Kirodiwal

Kitni mohabbat hai – 42

मीरा अक्षत का हाथ थामे उसके सामने घुटनो पर बैठी थी और आँसुओ से भरी आँखों से उसे देखे जा रही थी ! अक्षत ने देखा तो उसके आंसू पोछते हुए कहा,”पागल हो तुम सच में , मैंने सब पर गुस्सा किया और तुम मेरे लिए आंसू बहा रही हो !”
“क्योकि आज तक किसी ने हमारे लिए वो नहीं किया जो आपने किया , सबने आपका गुस्सा देखा लेकिन उस गुस्से के पीछे की परवाह और वजह किसी ने नहीं देखी ! आपको चोट लगी किसी ने नहीं देखा , आपको दर्द हुआ किसी ने नहीं देखा !”,मीरा कहती गयी तो अक्षत ने उसका गाल छूकर कहा,”शशशश बस करो यार मैं रो दूंगा !”
मीरा चुप हो गयी तो अक्षत ने कहा,”देखो कुछ नहीं हुआ मुझे आई ऍम फाइन , देखो ! चलो अब मुस्कुरा कर दिखाओ”
मीरा खामोश रही तो अक्षत ने,”अब मुस्कुरा भी दो यार ऐसे बिल्कुल अच्छी नहीं लगती तुम , प्लीज़ !” अक्षत के कहने पर मीरा मुस्कुरा दी अक्षत ने उसके हाथ से कॉटन लिया और अपने होंठो के पास लगी चोट को सही करने लगा ! मीरा ने उसके हाथ से कॉटन लिया और कहा,”हम कर देते है !”
मीरा अक्षत के बगल में बैठकर उसका घाव सही करने लगी , वो उसके बहुत करीब थी अक्षत बस उसकी आँखों में देखे जा रहा था और मीरा इस सब से बेखबर दवा लगाने में बिजी थी ! अक्षत ने महसूस किया मीरा की आँखों में कितना प्यार था उसके लिए वह बहुत खुश था लड़को से मार खाने का दुःख नहीं था उसे बल्कि उस से भी ज्यादा ख़ुशी उसे इस बात की थी की मीरा उसके साथ थी ! मीरा ने दवा लगाई और कहा,”दर्द तो नहीं हो रहा ना ?”
अक्षत ने बड़े प्यार से ना में गर्दन हिला दी ! मीरा उठी और जाने लगी तो अक्षत ने उसका हाथ पकड़ लिया और रोकते हुए कहा,”मीरा !
“जी !”,मीरा ने पलटकर कहा
“भूख लगी है”,अक्षत ने बच्चो वाला फेस बनाकर कहा
“हम कुछ ले आते है आपके लिए ! बताईये क्या खाएंगे आप ?”,मीरा ने कहा
“कुछ भी ले आओ !”,अक्षत ने कहा और मीरा को देखता रहा बेचारी मीरा इंतजार करती रही की अक्षत हाथ छोड़े तो वह जाये लेकिन अक्षत पता नहीं कहा खोया था , आखिर में मीरा ने ही कहा,”आप हमारा हाथ छोड़ेंगे तभी तो जायेंगे ना !”
अक्षत ने हाथ छोड़ दिया मीरा वहा से निचे चली आयी निचे हॉल में विजय ने अलग ही माहौल बनाया हुआ था ! निचे हॉल में कव्वाली का प्रोग्राम चल रहा था सभी वहा बैठे थे सोमित , तनु , सुनीता , निधि और लक्ष्य भी बैठे थे ! अर्जुन बाहर गार्डन में था नीता से फोन पर बाते कर रहा था ! घर के सभी लोग थे और विजय के कुछ दोस्त भी थे कुछ आस पड़ोस के लोग अब इतने लोगो के बिच से उठकर जाना भी पॉसीबल नहीं था ! सोमित जीजू ने निधि को कोहनी मारते हुए कहा,”क्या यार बेटा ? मौसाजी ने कहा फंसा दिया हम लोगो को !”
“मैं खुद बोर हो रही हु जीजू , सोच कैसे निकलू यहाँ से पापा ने देखा तो चिल्लायेंगे !”,निधि ने फुसफुसाते हुए कहा !
विजय ने पीछे पलटकर देखा और सोमित से कहा,”क्या हुआ सोमित जी ? कोई परेशानी !”
“नहीं नहीं मौसाजी सब ठीक है !”,जीजू ने कहा
“प्रोग्राम कैसा है ?”,विजय ने कहा
“अरे बहुत बढ़िया मौसाजी , माहौल बना दिया अापने तो , मेरा तो दिल कर रहा है सारी रात बस इन लोगो को ही सुनता रहु !”,सोमित ने कुछ ज्यादा ही बढ़ चढकर बोल दिया ! विजय को ख़ुशी हुई तो उन्होंने कहा,”अरे तो फिर वहा पीछे क्या कर रहे है , यहाँ आगे आईये मेरे पास”
बेचारे जीजू अपनी कही बात की वजह से फस गए और उठकर विजय के बगल में आकर बैठ गया ! निधि और लक्ष्य जीजू की इस हालत पर हंस रहे थे ! धीरे धीरे एक एक करके सब वहा से खिसकने लगे ! बस जीजू ही बचे जब उन्होंने पीछे पलटकर देखा तो सब साफ वहा कोई नहीं था उन्होंने वाशरूम जाने का बहाना बनाया और वहा से खिसक गए ! घर में सबसे सेफ एरिया था अक्षत का रूम क्योकि वहा किसी को जाने की परमिशन नहीं थी लेकिन वो खुद हॉल के सोफे पर बैठा मीरा का इंतजार कर रहा था ! सभी एक एक करके अक्षत के पास आकर बैठ गए अक्षत दिल ही दिल में उन्हें कोस रहा था वो मीरा के साथ बैठकर कुछ वक्त बिताना चाहता था लेकिन ये सब के सब कबाब में हड्डी बनकर यहां भी आ चुके थे ! अक्षत उठकर जाने लगा तो सोमित जीजू ने उसे बैठाते हुए कहा,”अरे साले साहब आप कहा चल दिए ? आज तो आपने आग ही लगा दी !”
अक्षत ने कुछ नहीं कहा बस चुपचाप बैठ गया तो तनु ने कहा,”अब हम लोगो से किस बात पर गुस्सा है आशु ? मानते है उस वक्त हम लोगो ने कुछ नहीं कहा क्योकि तू और अर्जुन दोनों ही गुस्से में थे ऐसे में किसी एक के लिए बोलना गलत होता !”
“इट्स ओके दी मैं आप लोगो से नाराज नहीं हु !”,अक्षत ने कहा
‘नाराज नहीं हो तो फिर ये गोलगप्पे जैसा मुंह क्यों बनाया हुआ है ?”,जीजू ने कहा
“ये लीजिये आपका खाना !”,मीरा ने आकर कहा लेकिन देखा सामने अक्षत के साथ बाकि सब भी है तो चुप हो गयी ! जीजू समझ गए अक्षत उनके आने से क्यों परेशान था ? जीजाजी ने मीरा से प्लेट लेकर कहा,”अरे वह मैग्गी , वैसे भूख बड़ी लगी थी नई साले साहब !”
अक्षत खा जाने वाली नजरो से जीजू को देखे जा रहा था !
अक्षत ने जीजू के हाथ से प्लेट ली और कहा,”मेरे लिए है ये !” और फिर मन ही मन खुद से कहा,”कहा मैं मीरा के हाथ से खाता और वो प्यार से खिलाती लेकिन इन सबको भी कबाब में हड्डी बनने अभी आना था !”
“अरे मीरा खड़ी क्यों बैठो न ?”,तनु ने अपने सोफे पर मीरा के लिए जगह बनाते हुए कहा ! मीरा आकर तनु के पास बैठ गयी ! अक्षत बेमन से मैग्गी खाने लगा निधि भी आकर उसकी बगल में बैठ गयी तो उसने चम्मच उसे देकर कहा,”लो ठूस लो !”
“अच्छा निधि कल तो अर्जुन की मेहँदी है न ?”,जीजू ने उस से चम्मच लेते हुए कहा !
“हां जीजू , भाभी के घरवाले भी आएंगे कल तो और भी ज्यादा मजा आने वाला है !”,निधि ने कहा
“आज के जैसे ?”,जीजू ने अक्षत की और देखते हुए कहा तो अक्षत को अहसास हुआ आज उसकी वजह से सब गड़बड़ हुई थी उसने कहा,”सॉरी !!”
“ये हुई ना मर्दो वाली बात , अब चलो सब सोने जाओ सुबह जल्दी उठना है न , घर में कितने सारे काम है !”,जीजू ने कहा !
मीरा निधि और तनु तीनो निधि के रूम में चली गयी ! जीजू ने लक्ष्य से अर्जुन के रूम में चलकर सोने को कहा और खुद अक्षत के पास रुक गए ! अक्षत ने उन्हें देखा तो कहा,”आप नहीं गए सोने ?”
“तुमसे कुछ बात करनी है !”,जीजू ने थोड़ा सीरियस होकर कहा
“हम्म्म्म , कहिये !”,अक्षत ने कहा
“देखो अक्षत तुम्हारा गुस्सा करना जायज था लेकिन एक बार भी तुमने मीरा के बारे में सोचा , वो कितना डर गयी थी उस वक्त ! मैं ये नहीं कह रहा की तेरा उसकी परवाह करना , उसके बारे में सोचना गलत है लेकिन इस तरह सबके सामने तू ऐसे गुस्सा करेगा तो कैसा वो ? , घर में शादी का माहौल है ऐसे में किसी भी तरह की परेशानी सबको परेशानी कर सकती है !”,जीजू ने उसे प्यार से समझाया !
“तो अब आप क्या चाहते है ?”,अक्षत ने कहा
“मीरा तुम्हारी है और तूम मीरा के हो ये बात तो तय है , बस जब तक अर्जुन की शादी हो तब तक तूम थोड़ा अपने गुस्से को कंट्रोल में रखो ! प्लीज़”,जीजू ने कहा
“आई ऍम सॉरी जीजू !”,अक्षत को अपनी गलती का अहसास हुआ !
” अच्छा ये सब छोडो और ये बताओ मीरा से अपने दिल की बात कही के नहीं !”,जीजू ने कहा
“जीजू अभी कहने का मन नहीं कर रहा , उसे मेरी परवाह करते देखना अच्छा लग रहा है ,,कुछ दिन ये फीलिंग्स लेने दीजिये ना , और फिर आपने तो कहा ही है की वो मेरी है तो मुझे किस बात का डर !”,अक्षत ने मुस्कुराते हुए कहा
“तो फिर हसो मुस्कुराओ और भाई की शादी इंजॉय करो !”,जीजू ने उठते हुए कहा और सोने चले गए ! अक्षत भी उठकर अपने कमरे में आ गया और बेड पर लेट गया ! मीरा के कहे शब्द उसके कानो में गूंज रहे थे – हमे सिर्फ आपकी परवाह है ! वह देर तक मीरा के बारे में सोचता रहा और फिर नींद के आगोश में चला गया ! अगले दिन घर में अच्छी खासी तैयारियां चल रही थी ! घर को फूलो की लड़ियो और लाइटिंग से सजाया जा रहा था !
अक्षत उठकर कमरे से बाहर आया उसने घर का माहौल देखा तो बस देखता रह गया घर पूरी तरह चेंज लग रहा था ! अर्जुन जब निचे जा रहा था तो अक्षत ने कहा,”भाई !
“हां !”,अर्जुन ने हाथ पर घडी पहनते हुए कहा
“पापा ने बहुत खर्चा किया है तुम्हारी शादी में , क्या बात है ?”,अक्षत ने कहा
अर्जुन मुस्कुराया और कहा,”हां , और तू वहा क्या कर रहा है ? तैयार होकर निचे आजा !”
अक्षत ने देखा अर्जुन के चेहरे पर अक्षत को लेकर कोई शिकायत के भाव नहीं थे वह मुस्कुरा उठा और अपने कमरे में चला आया कुछ देर बाद तैयार होकर निचे आया तो अर्जुन ने उसे एक कार्ड देते हुए कहा,”यहाँ से मेरे शादी वाले कपडे लेकर आने है , ले आएगा ना !”
“हां भाई !”,कहकर अक्षत ने कार्ड लेकर जेब में रखा और अपनी बाइक लेकर चला गया ! अर्जुन दूसरे काम देखने लगा आज नीता के घरवाले जो आने वाले थे और ऐसे में अर्जुन किसी भी तरह की कमी नहीं चाहता था ! हॉल में मेहन्दी का सारा अरेंजमेंट हो चुका था ! बाहर लॉन में खाने का बंदोबस्त था ! सुबह 11 बजे नीता और उसके घर से कुछ लोग आ गए ! सभी हॉल में चले आये मीरा ने गहरे हरे रंग का अनारकली सूट पहना जिस पर लाल रंग का दुपट्टा था ! उसने बालो को गुथकर चोटी बना ली और कानो में छोटे बुँदे पहन लिए ! माथे पर एक लाल रंग की बिंदी लगाई और निचे चली आयी ! मीरा निचे आकर नीता से और बाकि सब से मिली अब तक वह व्यास फैमिली का हिस्सा जो बन चुकी थी और सबकी पसंदीदा तो वह थी ही ! अक्षत मार्किट में अर्जुन के काम के लिए चक्कर लगा रहा था ! सारा काम निपटाकर वह लौटा और अपनी भाभी से मिला मीरा को देखा तो बस दिल थाम लिया वो सादगी में और ज्यादा खूबसूरत लगती थी ! अक्षत ऊपर आया और कबर्ड खोलकर देखा उसने हरे रंग की शर्ट निकाल ली शर्ट पहनते हुए उसके चेहरे पर मुस्कराहट अपने आप आ रही थी क्योकि ये मीरा की ड्रेस से जो मिलता था ! अक्षत निचे आया और जीजू और बाकि लोगो के बिच शामिल हो गया !! हॉल में बीचोबीच अर्जुन और नीता बैठे थे , राधा ने अपने हाथ से नीता की एक ऊँगली पर मेहँदी लगाईं घर में रिवाज था की होने वाली बहू को मेहँदी उसकी सास लगाती है ! राधा ने शगुन पूरा किया और फिर मेहँदीवाली ने नीता और अर्जुन को मेहँदी लगाना शुरू कर दिया ! घर में मौजूद ओरतो ने ढोलक बजाना शुरू कर दिया जिस से माहौल और खूबसूरत हो रहा था ! मीरा नीता के पास बैठी उसके हाथो में मेहँदी लगते देख रही थी , निधि उसके पास आयी और उसका हाथ पकड़कर उसे उठाते हुए बिच में ले आयी दोनों डांस करने लगी , अक्षत जीजू के कंधे पर कोहनी टिकाये मीरा को देख रहा था वो इतनी प्यारी लग रही थी की अक्षत की उस से नजरे नहीं हट रही थी ! राधा , भुआ , सुनीता और तनु भी शामिल हो गयी सभी बहुत एन्जॉय कर रहे थे ! अक्षत ने देखा दादू घर के कोने में सोफे पर अकेले बैठे है तो वह उनके पास चला आया और कहा,”अरे क्या बात है दादू ? आप यहाँ अकेले क्यों बैठे हो ?”
“तो और क्या करू ? किसी को मेरी परवाह ही नहीं है ! सब अपने अपने में लगे है एक तू था जिस से दिल की बात कर लिया करता था पर जबसे मीरा तेरी जिंदगी में आई है तू भी पराया हो गया है !”,दादू ने कहा
अक्षत उनके पास बैठा और कहा,”कैसी बात कर रहे हो दादू ? मैं हु ना बताओ क्या हुआ ?”
“एक हफ्ता गुजर गया , दो घूंठ भी गले से नहीं लगे है !”,दादू ने अपनी मज़बूरी बताई तो अक्षत हंस पड़ा और कहा,”बस इतनी सी बात आज शाम को ही बंदोबस्त करते है !”
“शादी के घर में ये सब !”,दादू ने आपत्ति जताई
“अरे किसी को पता नहीं चलेगा , आज रात का प्रोग्राम पक्का !”,अक्षत ने दादू को गले लगाते हुए कहा !
“अच्छा अच्छा तू जा !”,कहकर दादू बाहर आ निकल गए !
अक्षत वहा से उठकर वापस सोमित जीजू के पास चला आया ! औरते डांस कर रही थी नीता और अर्जुन को मेहँदी लग चुकी थी वो दोनों साइड में बैठे थे ! तनु , सुनीता , निधि राधा और बाकि औरतो ने भी मेहँदी लगवाई ! मीरा ने नहीं लगवाई वह बस बैठकर देख रही थी ! मेहँदीवाली तनु को मेहँदी लगा ही रही थी की सोमित जीजू और अक्षत भी उनके पास चले आये ! सोमित जीजू ने तनु की साइड में बैठते हुए मेहँदीवाली से कहा,”इनकी मेहँदी में मेरा नाम भी लिख देना !”
“उस से क्या होता है जीजू ?”,अक्षत ने सवाल किया !
“कहते है मेंहदी में अपने प्यार का नाम लिखने के बाद उसका रंग जितना गहरा आएगा वो उस से उतना ही प्यार करता है !”,तनु ने कहा
“अरे वाह ये लॉजिक हुआ भला ?”,अक्षत ने कहा
“लिखवा के देख लो , क्या पता तुम्हे तुम्हारे सवाल का जवाब मिल जाये !”,सोमित जीजू ने कहा
अक्षत नीता के पास बैठी मीरा को देखने लगा जो नीता की मेहँदी पर मीठा पानी लगा रही थी ! अक्षत ने उसे देखते हुए अपना हाथ आगे किया और कहा,”फिर तो मैं भी लगवाउँगा मेहँदी !”
“तू कबसे लड़कियों वाले शौक रखने लगा ?”,कुछ ही दूर बैठे अर्जुन ने अक्षत को ताना मारते हुए कहा
“आप पूरी की पूरी लड़की लेकर जा रहे हो , हम लड़कियों वाले शौक भी ना रखे भाई साहब !”,अक्षत भी कहा पीछे रहने वाला था उसने जैसे ही कहा वहा मौजूद सभी हसने लगे ! कुछ देर बाद राधा ने सबको खाना खाने के लिए कहा ! सभी उठकर चले गए बस जिनके हाथो में मेहँदी लगी थी वो वही बैठे थे ! सुनीता फोन आने से बाहर चली गयी ! अक्षत अब भी अपना हाथ आगे करके मेहँदी लगाने को बोल रहा था तो जीजू ने कहा,”अरे मीरा यहाँ आओ !”
मीता नीता के पास से उठकर जीजू के पास आयी और कहा,”जी जीजाजी !”
“यहाँ बैठो !”,जीजू ने कहा तो मीरा उनके पास बैठ गयी और कहा,”बैठ गए अब !”
जीजू ने मेहँदी का कोन उठाया और मीरा को देकर कहा,”अक्षत को मेहँदी तुम लगा दो , वरना वो तनु की मेहँदी नहीं लगने देगा !
“लेकिन हमे नहीं आती !”,मीरा ने कहा
“अरे कुछ भी बना दो , तुम्हे कोनसा अवार्ड मिलने वाला है !”,कहते हुए जीजू ने अक्षत का हाथ मीरा के हाथ में थमा दिया ! सबके बिच मीरा अक्षत के सामने उसका हाथ पकडे बैठी थी ! अक्षत ने मीरा की और देखा और कहा,”लगा दो !”
“ह्म्म्मम्म !”,मीरा ने कहा और अक्षत के हथेली पर मेहँदी लगाने की कोशिश करने लगी उसके हाथ कांप रहे थे ! जीजू और अक्षत को तो बस मस्ती करनी थी मीरा के साथ इसलिए जान बूझकर फसाया उसे ! मीरा ने अक्षत की और देखा और कहा,”हमे सच में लगानी नहीं आती ! ” मीरा की मासूमियत देखकर अक्षत ने उसके हाथ से मेहँदी का कोन लेकर साइड में रखते हुए कहा,”कोई बात नहीं तुम जाओ !”
मीरा उठकर वहा से चली गयी तो जीजू ने अक्षत से कहा
कितनी परवाह करते हो यार , झगडे करवाओगे तुम मेरे घर में !”
अक्षत ने कुछ नहीं कहा तो जीजू ने मेहँदीवाली से कहा,”दीदी आप ही लगा दो इसको मेहँदी !”
लड़की ने तनु को मेहँदी लगाने के बाद अक्षत का हाथ पकड़ा और उसमे मेहँदी का एक छोटा सा बूटा बना दिया ! अक्षत बस देखता रहा फिर उसने मीरा की और देखा जो की काव्या के साथ बैठी उस से बाते कर रही थी अक्षत उसे देखने में इतना खोया हुआ था की जीजू ने लड़की से कहकर अक्षत के हाथ में मीरा का नाम लिखवा दिया ! अक्षत ने देखा तो कहा,”अरे ये क्या किया ? किसी ने देखा तो अच्छा नहीं लगेगा !”
“प्यार किया तो डरना क्या जब प्यार किया तो डरना क्या ?”,जीजू ने अक्षत की टांग खींचते हुए कहा
अर्जुन ने सूना तो आगे का गाना गा दिया,”प्यार किया कोई चोरी नहीं की बापू से फिर डरना क्या ?” जीजू ने दूर बैठे ही अर्जुन को हाई फाइव दिया तो अक्षत ने कहा,”ले लो मजे आप लोग !” अक्षत उठकर चला गया ! उसके जाने के बाद तनु ने कहा,”मीरा तुम भी लगवा लो ना मेहँदी , यहाँ आओ !”
मीरा उठकर आयी तो लड़की ने उसके हाथो में भी मेहँदी लगा दी हथेली में थोड़ी जगह खाली छोड़ दी मीरा ने देखा तो कहा,”ये तो खाली रह गया !”
“मीरा इसमें तुम नाम लिख लेना !”,तनु ने कहा
“किसका ?”,मीरा ने कहा
तनु मुस्कुराने लगी और कहा,”कहते है अपने चाहने वाले का नाम मेहँदी में लिखो तो उसकी उम्र लम्बी होती है , और वो नाम जितना गहरा रचता है उन दोनों में प्यार उतना ही ज्यादा होता है ! !
मीरा ने कुछ नहीं कहा बस उठाकर वहां से चली गयी ! मेहँदी के बाद सबने खाना खाया और शाम के डांस की तैयारी में लग गए ! तनु और निधि के बार बार कहने पर मीरा ने लहंगा पहना था और वह इसमें बहुत प्यारी भी लग रही थी ! नीता के घर से उसके कुछ फ्रेंड्स और कजिन्स आये थे रात के डांस पार्टी में सभी काफी चमक रहे थे ! नीता भी बड़ी खूबसूरत लग रही थी लहंगे में !
अक्षत तैयार होकर बाहर लॉन में आया तो बस सब उसे देखते रह गए , एक बार फिर वो सफ़ेद रंग की कमीज में था ! वह सबके बिच आया लेकिन सबसे अपना एक हाथ छुपाता घूम रहा था मीरा का नाम जो लिखा था उसके हाथ पर ! उधर मीरा वो भी अपने एक हाथ को छुपा रही थी ! फंक्शन अभी शुरू नहीं हुआ था अक्षत ने मीरा को देखा और उसका हाथ पकड़कर साइड में लाकर कहा,”मीरा जीजू ने तुम्हारे साथ मेरा डांस रखा है तुम कर लोगी ना !”
“हम्म्म !”,मीरा ने कहा
“फिर ठीक है !”,अक्षत ने कहा मीरा ने देखा अक्षत अपना हाथ छुपा रहा है तो मीरा ने कहा,”आप अपना हाथ क्यों छुपा रहे है ?”
“कुछ नहीं ऐसे ही !”,अक्षत को शर्म आ रही थी तो उसने हाथ जेब में डाल लिया !! मीरा को कुछ गड़बड़ लगी तो उसने कहा,”अपना हाथ दिखाईये !”
अक्षत ने हाथ मीरा के सामने करते हुए कहा,”मैंने कुछ नहीं वो जीजू ने ही मेहँदीवाली से बोलकर ये “
मीरा ने अक्षत के हाथ पर अपना नाम देखा तो मुस्कुरा उठी अक्षत को कुछ समझ नहीं आया वह मीरा को देखता रहा और कहा,”कसम से मैंने नहीं कहा था लिखने को ? मैं ये सब मेहँदी में नाम लिखना ये सब बाते मानता भी नहीं हु !”
मीरा ने कुछ नहीं कहा और अपना हाथ अक्षत के सामने कर दिया जिसमे अक्षत के नाम का A लिखा था ! अक्षत ने देखा और साइड में देखकर मुस्कुराने लगा ! मीरा जाने लगी तो अक्षत ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोकते हुए कहा,”ये A कौन है ?
“खुद पता लगा लीजिये !”,मीरा ने कहा और वहा से चली गयी !!
दोनों बिना कुछ कहे अपनी मोहब्बत का इकरार कर चुके थे !

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