Shah Umair Ki Pari – 15 दुसरी दुनियाँ – ज़ाफ़रान क़बीला :“बच्चो आज मेरी तबीयत बहतर लग रही.। चलो हम सब मिल के बगीचे में टहलते है, थोड़ा ताजी हवा के साथ कूछ वक़्त बच्चो तुम दोनो के साथ भी गुज़र...
Shah Umair Ki Pari – 14 heart a broken broken heart a Shah Umair Ki Pari – 14 शहर धनबाद में ;-”क्या मैं अंदर आ जाऊं ?” आसिफ दरवाज़े पर खड़ा कहता है !”नहीं। ” परी ने कहा”मगर क्यों? ”आसिफ पूछता...
Shah umair ki pari -13 heart a broken broken heart a Shah umair ki pari -13 शहर धनबाद में :- “ओफ्फो! परी बेटा ऑफिस नहीं जाओगी तो क्या दिन भर सोती ही रहोगी? कितनी देर हुई तुम्हें सोते। चलो अब, उठो...
Shah Umair Ki Pari -11 heart a broken broken heart a Shah Umair Ki Pari -11 शहर धनबाद में :-परी ख्वाबों की दुनियाँ में धीरे धीरे क़दम रखती है जहां उसे एक खूबसूरत फूलों से भरे पेड़ पर लगा झूला दिखता...
Shah Umair Ki Pari -10 शहर धनबाद में :-”परी मैम आप को बॉस अपने केबिन में बुला रहे है !” ऑफिस बॉय छोटू कहता है!परी को अच्छे से पता रहता है कि जिस तरह उसने दोपहर में अपने बॉस को सुनाया...