Sanjana Kirodiwal

Telegram Group Join Now

और प्यार हो गया – 13

Aur Pyar Ho Gaya – 13

Aur Pyar Ho Gaya
Aur Pyar Ho Gaya by Sanjana Kirodiwal

नंदिनी जैसे ही निचे आई स्वाति ने कहा,”कहा चली गयी थी ?”
“कही नहीं चल चलते है”,कहकर नंदिनी ने बैग्स उठाये और स्वाति को लेकर मॉल से बाहर आ गयी l हॉस्टल आकर नंदिनी ने कपडे चेंज किये और फिर खाना खाकर वापस कमरे में आकर मार्किट से लाया हुआ सामान देखने लगी l आज उसने सफेद रंग का अनारकली सूट खरीदा था साथ में सफेद दुपट्टा भी l नंदिनी उसे अपने हाथो में लेकर देखने लगी और खयालो में खो गयी l पहली बार कार्तिक को उसने सफ़ेद शर्ट में ही देखा था l नंदिनी जानती थी सफेद कार्तिक का पसंदीदा रंगो में से है l अचानक से उसे मॉल वाली बात याद आई और वह फिर से उलझन में पड़ गयी l
“आखिर वह लड़की थी कौन ? उसका चेहरा भी ढंग से नहीं देख पाई थी मैं l और वो लड़का उसे तो पहली बार देखा था मैंने कौन हो सकते है वो लोग ? तू भी ना नंदिनी खामखा परेशान हो रही है l होंगे कोई भी और तुम्हे क्यों फ़िक्र हो रही है इतनी l कई बार कुछ लोगो को देखकर ऐसे लगता है जैसे उनसे पहले भी मिल चुके है पर हमेशा ऐसा नहीं होता , फॉरगेट इट”,नंदिनी ने मन ही मन कहा
“नंदिनी , क्या हुआ क्या बड़बड़ा रही है तू अकेले में ?”,स्वाति ने नंदिनी के पास बैठते हुए कहा
“कुछ नहीं”,नंदिनी ने हड़बड़ाते हुए कहा
“आजकल तू ना कुछ बदली बदली सी नजर आने लगी है , जब देखो तब कही ना कही खोई रहती है”,स्वाति ने उसकी आँखों में देखते हुए कहा
“कही भी नहीं यार , कुछ दिनों से परेशान हु कुछ समझ नहीं आ रहा , अचानक से सब अच्छा लगने लगता है फिर अगले ही पल सब बुरा लगने लगता है l किसी चीज में दिलचस्पी नहीं रही”,नंदिनी ने खोये हुए स्वर में कहा l
“नंदिनी , तू उसे अपने दिल की बात बता क्यों नहीं देती ?”,स्वाति ने प्यार से नंदिनी के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा
“नहीं बता सकती , bunny किसी और से प्यार करता है”,नंदिनी ने धीरे से कहा
“पर जरुरी तो नहीं है की वो लड़की उसके लिए सही हो”,स्वाति ने कहा
नंदिनी – स्वाति , bunny उसके साथ खुश है
स्वाति – खुश तो वह तेरे साथ भी रहता है फिर तुझसे प्यार क्यों नहीं हुआ उसे ?
नंदिनी – स्वाति प्यार एक अहसास है जरुरी नहीं ये अहसास सबको हो , bunny सिर्फ मुझे अपनी बेस्ट फ्रेंड समझता है और सोफिया ही उसके लिए सही है शी लवज हिम
स्वाति – सोफिया……………….बड़ा अजीब नाम है , लेकिन उसे रास्ते से हटाना होगा तुमको , कुछ भी करके कार्तिक को अहसास दिलाओ की तुम उस से प्यार करती हो
नंदिनी – ये कैसी बात कर रही है तू ? कार्तिक भी सोफिया से प्यार करता है मैंने अगर अपने लिए उन दोनों को अलग किया तो ये तो गलत होगा ना l शायद कार्तिक का प्यार मेरी किस्मत में नहीं है और उससे अपनी फीलिंग बताकर मैं उसकी दोस्ती नहीं खोना चाहती
स्वाति – तो क्या इस प्यार को एक तरफ़ा रखेगी
नंदिनी – क्या बुराई है ?
स्वाति – बुराई कुछ भी नहीं है नंदिनी पर किसी से एक तरफ़ा प्यार करना आसान नहीं होता l
नंदिनी – स्वाति एक तरफ़ा प्यार दुनिया की सबसे खूबसूरत फीलिंग है जानती है क्यों ? क्योकि इसमें किसी को खो देने का डर नहीं रहता है l मेरा प्यार bunny की ख़ुशी से बढकर नहीं है l अगर वो सोफिया के साथ खुश रहा तो मैं समझूंगी मेरा प्यार मुकम्मल हो गया l मैं जिंदगीभर उसकी दोस्त बनकर ही खुश हु भले उसे कभी मुझसे प्यार हो या ना हो (कहते कहते आँखे नम हो जाती है)
स्वाति आगे बढ़कर नंदिनी के गले लग गयी और कहा,”तुम्हे प्यार करने के लिए मैं हु ना पागल”
नंदिनी ने आँखे बंद कर ली और स्वाति के गले लगे लगे सोचने लगी,”तुमने सही कहा स्वाति एक तरफ़ा प्यार इतना आसान नहीं होता , पर मैं इसे आसान बनाउंगी अपने लिए , कार्तिक के लिए और हमारी दोस्ती के लिए”
“वैसे तुझसे एक बात कहु , तू ना कॉलेज खत्म होने के बाद लव गुरु बन जाना , सबका भला हो जायेगा”,स्वाति ने नंदिनी से दूर होकर कहा
“अच्छा जी , सबसे पहले खुद का भला ना करू मैं”,नंदिनी ने मुस्कुराते हुए कहा
“यार एक बात समझ नहीं आती लोग जिंदगीभर एक ही इंसान से प्यार कैसे कर लेते है ? मुझे तो हर हफ्ते किसी ना किसी से प्यार हो जाता है”,स्वाति ने सामने बैठते हुए कहा l
“उसे प्यार नहीं उसे ठरक कहते है”,नन्दिनी ने सामने बेड पर बैठते हुए कहा l
स्वाति ने तकिया उठाकर नंदिनी की तरफ फेंककर कहा,”ठरक में जो मजा है वो मोहब्बत में कहा”
“अरे अरे देवी जी , चरण कहा है आपके ?”,नंदिनी ने नौटंकी करते हुए कहा
“यही है आओ आशीर्वाद ले लो”,कहकर स्वाति हसने लगी l
“यार कॉफी पिने का मन कर रहा है”,नंदिनी ने कहा
“मैं लेकर आती हु , स्ट्रांग वाली”,कहकर स्वाति उठी और दरवाजे की और बढ़ गयी l नंदिनी उठी और बेड पर बिखरे कपड़ो को तह करके रखने लगी l स्वाति चलते चलते रुकी और मुड़कर कहा,”नंदिनी”
“हम्म्म”,नंदिनी ने कपडे तह करते हुए बिना स्वाति की तरफ देखे कहा
“भले कार्तिक सोफिया को चाहता हो पर तुम जितना उसे कोई नहीं चाह पायेगी”,स्वाति ने सधी हुई आवाज में कहा
स्वाति की बात सुनकर नंदिनी उसकी तरफ देखने लगी l स्वाति वहा से चली गयी लेकिन नंदिनी हाथ में कपडे पकडे अवाक् खड़ी थी l उसकी आँखों के किनारे आंसुओ से भीग गए l एक टीस सीने में उठी और नंदिनी सोचने लगी,”सब मेरे दिल का हाल जानते है फिर bunny ये सब क्यों नहीं देख पाया ? काश वो देखता और समझ पाता की ये रिश्ता अब दोस्ती का नहीं रहा इसमें प्यार शामिल हो चूका है”
सोचते सोचते नंदिनी की नजर हाथो पर गयी हाथो में अब भी वही सफ़ेद सूट था जो उसने खरीदा था l उसने उसे अपने सीने से लगा लिया और आँखे बंद कर ली आँखों से लुढ़ककर आंसुओ की बुँदे गालो पर आ गई l

सोफिया का सच क्या था ये तो कोई नहीं जानता था l लेकिन इतना जरूर था की कार्तिक को पाने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकती थी l एक शाम सोफिया ने अपने घर पर एक छोटी सी पार्टी रखी जिसमे उसने सिर्फ अपने कुछ करीबी दोस्तों को ही इन्वाइट किया था l सोफिया ने वो पार्टी स्पेशली कार्तिक के लिए ही रखी थी l
शाम को कार्तिक तैयार होकर सोफिया के घर पहुंचा l वह अंदर आया अंदर म्युजिक का बहुत शोर था l सोफिया के दोस्त हॉल में डांस कर रहे थे l लाईटे बिल्कुल डिम थी , परफ्यूम की स्मेल से माहौल घुटनभरा हो रखा था कार्तिक पहली बार ऐसी पार्टी में आया था l वह आगे आया उसने चारो तरफ नजर घुमाई l सोफिया अपनी दोस्तों के साथ खड़ी बातें कर रही थी जैसे ही उसकी नजर कार्तिक पर पड़ी वह सबको छोड़कर उसके पास आई और उसे हग करते हुए कहा,”लुकिंग सो हॉट”
कार्तिक ने मुस्कुराते हुए कहा,”थैंक्यू !!
“आओ मैं तुम्हे अपने दोस्तों से मिलवाती हु”,कहकर सोफिया कार्तिक की बांह पकडे उसे खींचते हुए अपने दोस्तों के बिच ले गयी और म्यूजिक सिस्टम बंद करने का इशारा किया l म्यूजिक बंद हो गया सोफिया ने कार्तिक से चिपक्त हुए कहा,”गाईज मीट माय लव कार्तिक”
सबने कार्तिक को हाय हेलो कहा , बदले में कार्तिक ने भी मुस्कुराकर सबको जवाब दिया l
सोफिया ने आगे कहा,”इसलिए आज की पार्टी कार्तिक के लिए , ही इज माय लव ! वी आर इन रिलेशनशिप सो लेटस एन्जॉय आल ऑफ़ यू”
सोफिया के इतना कहते ही सोफिया का एक दोस्त शेम्पेन की बोतल ले आया और हवा में उछाल दी l म्यूजिक एक बार फिर शुरू हो गया l सभी नाचने में लग गए कुछ सोफे पर बैठकर ड्रिंक का मजा ले रहे थे l कार्तिक की बांह पकडे सोफिया भी गाने की धुन पर थिरक रही थी l कार्तिक को यहाँ बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था लेकिन सोफिया की ख़ुशी के लिए वो वहा खड़ा था l सभी बहुत खुश थे सिवाय उस लड़के के जो कोने में खड़ा काफी देर से सोफिया और कार्तिक को घूर रहा था l सोफिया की नजर सामने उस लड़के पर गई तो लड़के ने उसे साइड में आने का इशारा किया l सोफिया ने कार्तिक का हाथ छोड़ा और कहा,”बेबी आई विल कम जस्ट ए मिनिट”
“हम्म्म इट्स ओके”,कार्तिक ने मुस्कुरा कर कहा

सोफिया वहा से निकलकर लड़के के पास आई और गुस्से से उसका हाथ पकड़ते हुए उसे लेकर बालकनी की तरफ आई और कहा,”तुम यहाँ क्या कर रहे हो ?
कौन है वो ?
सोफिया – तुमसे मतलब
मतलब है तभी पूछ रहा हु उसके साथ बहुत उछल रही हो (गुस्से से दाँत पिसते हुए)
सोफिया – आई लव हिम
कितने दिनों तक
सोफिया – व्हाट डू यू मीन कितने दिनों तक , हमेशा के लिए
हाहाहाहाहा गुड़ जोक , तुम शायद भूल रही हो तुम किसी लड़के के साथ ज्यादा से ज्यादा 1 महीना रुकोगी और जैसे ही तुम्हारा मन भरेगा उसे छोड़कर तुम किसी और के पास चली जाओगी ,,
सोफिया – तुम ऐसा कैसे कह सकते हो ?
हुंह तुम्हारी रग रग से वाकिफ हु मिस माफिया l कल तक मेरे साथ थी आज इसके साथ हो कल किसी और के साथ नजर आओगी , लोग जिस तरह बिस्तर की चददर बदलते है तुम भी उसी तरह……………..खैर जाने दो
सोफिया – निकलो यहाँ से और दोबारा शकल मत दिखाना अपनी
जा ही रहा हु , वैसे भी लौटकर तो तुम्हे मेरे पास ही आना है (लड़के ने विश्वास के साथ कहा)
सोफिया – हुंह्ह बिल्कुल नहीं , आई लव कार्तिक और बहुत जल्द मैं उस से शादी करने वाली हु
शादी शरीफ लड़कियों के लिए होती है तुम जैसी लड़कियों के लिए , वो लड़का जिसे तुमने अपने प्यार के जाल में फसाया है जिस दिन उसके सामने तुम्हारा घिनोना चेहरा आएगा वो खुद तुम्हे छोड़कर चला जाएगा
सोफिया – कार्तिक सिर्फ मेरा है , हमारे बिच जो भी आया समझो वो गया
तुम जैसी घटिया लड़की और कर भी सकती है
सोफिया – हाउ डेयर यू टॉकिंग लाईक देट (कहते हुए उस लड़के की तरफ हाथ उठाती है लेकिन लड़का उसका हाथ पकड़कर उसे रोक लेता है)
तुम अच्छी तरह जानती हो तुम क्या हो और क्या नहीं ? वैसे आज बड़ी कातिलाना लग रही हो (कहकर लड़के ने सोफिया के होंठो को जबरदस्ती चुम लिया)
“गेट आउट फ्रॉम हियर”,सोफिया ने लड़के को खुद से दूर धकियाते हुए कहा

लड़का मुस्कुराता हुआ वहा से निकल गया सोफिया ने अपने बाल और चेहरा सही किया और होंठो पर बड़ी सी मुस्कान लिए वापस भीड़ की तरफ बढ़ गयी l कार्तिक कबसे अकेले खड़े खड़े यहाँ वहा किसी को ढूंढ रहा था l
“सॉरी बेबी वो थोड़ा सा टाइम लग गया”,सोफिया ने कार्तिक के पास आकर कहा
“इट्स ओके , अपने बाकि के दोस्त कहा है ?”,कार्तिक ने चारो और देखते हुए कहा
“सब तो है यहाँ”,सोफिया ने हैरानी से कहा
“मैं नंदू , श्रुति , चंदन और त्यागी की बात कर रहा हु वो सब कहा है ?”,कार्तिक ने कहा
“कार्तिक ये पार्टी मैंने सिर्फ हम दोनों के लिए ऑर्गनाइज की है , उन लोगो का यहाँ क्या काम ?”,सोफिया ने उसकी बांह में अपनी बांह डालते हुए अदा के साथ कहा
“हां लेकिन वो सब भी हमारे दोस्त है और नंदू को तो एटलीस्ट इन्वाइट कर ही सकती थी”,कार्तिक ने कहा
कार्तिक के मुंह से नन्दिनी का नाम सुनकर सोफिया गुस्से से भर उठी लेकिन खुद को कंट्रोल करते हुए कहा,”क्या बेबी जब देखो तब दोस्त कभी मेरे लिए भी टाइम निकाल लिया करो”
“हम्म्म्म”,कार्तिक ने बुझे मन से कहा
कार्तिक का चेहरा देखकर सोफिया ने कहा,”चलो तुम्हे कुछ पिलाती हु जबसे आये हो मैंने तुम्हे कुछ पूछा तक नहीं”
सोफिया कार्तिक को लेकर सामने गेलेरी के पास पड़े सोफे की तरफ बढ़ गयी l उसने कार्तिक को बैठने को कहा और खुद उसके लिए ड्रिंक लेने चली गयी l कुछ देर बाद वह दोनों हाथो में ग्लास उठाये कार्तिक के पास आयी और एक ग्लास उसकी तरफ बढ़ा दिया और दुसरा खुद लेकर कार्तिक की बगल में बैठ गयी l
कार्तिक ना जाने किन ख्यालो में खोया था वह एक साँस में ही ग्लास में भरा सारा जूस पि गया l जूस का स्वाद थोड़ा अलग ही था जिससे कार्तिक के मुंह का टेस्ट भी बिगड़ गया l उसने सोफिया की और देखा वह बाद इत्मीनान से एक एक घूंट पि रही थी l उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं था l ड्रिंक ख़त्म करके उसने ग्लास सामने टेबल पर रखा और अपना सर कार्तिक के कंधे पर टिका दिया l कार्तिक के हाथ की उंगलियों में अपनी उंगलिया फसाकर कहँने लगी,”कार्तिक यू आर रियली सो स्वीट , तुमसे पहली नजर में ही मुझे प्यार हो गया था l तुम्हारा क्यूट फेस , तुम्हारी कातिल मुस्कराहट , तुम्हारी बॉडी , तुम्हारे बात करने का स्टाइल आह्ह ! सब दिल में उतर गया l “
बात करते हुए कार्तिक को लगा सोफिया उसे बहुत चाहती है उसने भी अपनी उंगलियों को उसकी उंगलियों में कस लिया और कहा,”सोफिया , आई ऍम लकी वन जो मुझे तुम्हारे जितना प्यार करने वाली लड़की मिली”

“लकी तो मैं हु कार्तिक , आई डीपली लव यू”,कहते हुए सोफिया ने एक हाथ से कार्तिक का चेहरा अपनी तरफ घुमा लिया दोनों के चेहरे आमने सामने थे l होंठो के बिच कुछ ही दूरी थी दोनों की गरम सांसे एक दूसरे से टकराते हुए जाने लगी l सोफिया की नशीली आँखे आज और भी नशीली लग रही थी कार्तिक जैसे उनमे डूबता सा जा रहा था सोफिया थोड़ा आगे आयी उसने जैसे ही कार्तिक के होंठो को छूने की कोशिश की उसके मुंह से आती शराब की बदबू को कार्तिक ने महसूस किया और अगले ही पल सोफिया से दूर होकर कहा,”तुमने शराब पि रखी है ?”
“सो व्हाट ? इट्स नार्मल”,सोफिया ने बेपरवाही से कहा
“मुझे तुमसे ये उम्मीद नहीं थी सोफिया”,कार्तिक ने हैरानी से कहा l
“ओह्ह कम ऑन कार्तिक आजकल ये सब नार्मल बातें है यार सब पीते है , लेटस हैव एन्जॉय”,कहते हुए सोफिया ने कार्तिक के गले में अपनी बांहे डालनी चाही लेकिन कार्तिक ने उसके हाथो को हटाते हुए कहा
“बिहेव योर सेल्फ सोफिया , सब पीते होंगे पर मैं नहीं पिता”
“अभी तुमने जो पिया वो क्या था ? , वो वोदका था बेबी”,सोफिया ने कहा
“व्हाट ? आर यू सीरियस ?”,कार्तिक ने हैरानी से पूछा
“छोडो ना कार्तिक , कम किस मी”,सोफिया ने कार्तिक की तरफ बढ़ते हुए कहा
कार्तिक ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो वह उसे जबरदस्ती किस करने की कोशिश करने लगी l
“स्टॉप इट सोफिया , आई कांट फील कम्फर्टेबल ……………….सॉरी”,कहकर कार्तिक ने सोफिया को खुद से दूर किया और वहा से उठकर दरवाजे की तरफ बढ़ गया
कार्तिक का ये बर्ताव सोफिया बर्दास्त नहीं कर पाई शराब के नशे में चूर वह जाते हुए कार्तिक को देखती रही और फिर उसने टेबल पर पड़े ग्लासों को हाथ से मारकर गिरा दिया l गुस्से से उसकी आँखे लाल हो रखी थी l पहली बार किसी लड़के ने उसके साथ इस तरह का व्यवहार किया था l
“इस कार्तिक को तो मैं सबक सीखा कर रहूंगी”,कहकर सोफिया उठी और भीड़ की और बढ़ गयी
कार्तिक सोफिया के घर से बाहर आया l शराब का नशा धीरे धीरे होने लगा था उसके कदम लड़खड़ाने लगे l अपनी बाइक वही छोड़कर वह पैदल ही निकल गया l रात के 10 बजे सड़क पर लड़खड़ाते हुए पैदल चलकर जा रहा था l ना उसे रास्ते का पता था ना ही अपना ख्याल था बस चला जा रहा था l अभी सड़क पर चल ही रहा था की तभी एक गाड़ी उसके करीब से निकली और वह गाड़ी से टकराते टकराते बचा l
“अबे ! मरना है क्या ? इतनी रात को सड़क पर क्या कर रहा है ?”,गाड़ी की खिड़की से झांकते हुए आदमी ने तेज आवाज में कहा
“सॉरी , सॉरी बॉस”,कहकर कार्तिक फुटपाथ की और बढ़ गया l

कार्तिक को सामने एक पानी का नल दिखा वह उसके पास गया और मुंह धोया और पानी पीया l पहले से थोड़ा बेटर फील कर रहा था l वह वही पास पड़े पत्थर पर बैठ गया और खुद से कहने लगा,”काश नंदू यहां होती तो मैं इतना अकेला फील नहीं करता l सब मेरी गलती है सोफिया के चक्कर में आजकल उसे ना वक्त देना तो दूर उस से ठीक से बात तक नहीं कर पाता l मैंने ही नंदू को खुद से इतना दूर कर दिया पर वो वो फिर भी बुरा नहीं मानेगी l वो दुनिया की सबसे अच्छी लड़की है l काश वो यहाँ होती …… आई मिस हर “
कार्तिक का चेहरा उदासी से घिर गया l उसने जेब से फोन निकाला स्क्रीन पर उसकी और नंदिनी की साथ में पिक थी कार्तिक प्यार से मुस्कुराता हुआ उस तस्वीर को देखता रहा l उसने नंदिनी का नंबर डॉयल किया l रिंग जा रही थी
नंदिनी ने जब स्क्रीन पर कार्तिक का नाम देखा तो चौंक गयी l इस वक्त वह नंदिनी को कभी फोन नहीं करता था नंदिनी उठी और बालकनी में आ गई उसने फोन उठाया और कहा,”हेलो bunny , इस वक्त फोन किया सब ठीक तो है ना ?
कार्तिक – हाय नंदू , कैसी हो ?
नंदिनी – मैं ठीक हु कार्तिक , तुम ठीक तो हो ना (कार्तिक की आवाज नंदिनी को आज कुछ अजीब लगी)
कार्तिक – यस आई ऍम फाइन नंदिनी
नंदिनी – तुमने शराब पि है ?
कार्तिक – मैंने नहीं पि वो सोफ़िया है ना उसने पीला दी मुझे , तुमको पता है ना मैं कभी नहीं पिता (जबान लड़खड़ाने लगी)
नंदिनी – bunny आर यू स्टुपिड ? उसने पिलाई और तुमने पी भी ली
कार्तिक – सॉरी न नंदू , उसको देखते ही सब भूल जाता हु
नंदिनी – हां मुझे भी अब भूल जाओ (गुस्से से)
कार्तिक – नंदू (मिमियाते हुए)
नंदिनी – क्या है ? (गुस्से से)
कार्तिक – आई मिस यू (धीमी आवाज में)
नंदिनी ये बात सुनकर पिघल जाती है और कहती है,”इस वक्त तुम कहा हो ?
कार्तिक – आई डोंट नो , यहाँ सामने एक बस स्टॉप है 40 नंबर , सामने पानी का बड़ा सा नल है और कुछ भी नहीं है यहा
नंदिनी – तुम वही रुको और कही जाना मत मैं अभी आती हु
इतना कहकर नंदिनी ने फोन काट दिया
नन्दिनी ने चुपचाप से टेबल से स्वाति की स्कूटी की चाबी उठाई और नीचे आई l रात के 10 बज रहे थे और इस वक्त उसे बाहर जाने की परमिशन नही मिलेगी इसलिए वह वार्डन के पास गई और उनसे अपनी परेशानी बताई l वार्डन को नन्दिनी पर भरोसा था इसलिये उसने उसे जाने की परमिशन दे दी और साथ ही जल्दी लौटकर आने को कहा l
नन्दिनी जल्दी से वहां से निकली और स्कूटी स्टार्ट कर कार्तिक के बताए पते की ओर निकल गई l आधे घंटे में ही नन्दिनी बस स्टॉप के पास थी l उसने चारो ओर नजर घुमाकर देखा लेकिन कार्तिक कही दिखाई नही दे रहा था l नन्दिनी का दिल घबराने लगा l साथ ही कार्तिक पर गुस्सा आ रहा था कि कार्तिक सोफिया के साथ गया ही क्यों ?
नन्दिनी ने स्कूटी खड़ी की ओर कार्तिक को ढूंढने लगी फोन भी वह होस्टल छोड़ आई थी l कार्तिक को ढूंढते ढूंढते नन्दिनी के कानों में कार्तिक की आवाज पड़ी l
“जग घुमेया मारे जैसा ना कोई”

नन्दिनी ने मुड़कर देखा l दूर एक बेंच पर बैठा कार्तिक जोर जोर से गाना गा रहा था l नन्दिनी दोड़कर उसके पास गई ओर हांफते हुए कहा ,”थैंक गॉड तुम यहाँ मिल गए , लेकिन तुम यहाँ क्या कर रहे हो ?”
कार्तिक ने देखा सामने नंदिनी खड़ी है तो उसने मुस्कुरा कर उसका हाथ पकड़ा और खींचकर अपने पास बैठाते हुए कहा,”नंन्दू देखो न कितनी अच्छी हवा चल रही है और वो सामने चाँद कितना प्यारा लग रहा है”
नन्दिनी ने देखा सामने आसमान में चाँद दूधिया रोशनी में नहाया हुआ था l कार्तिक के बराबर में बैठकर वह भी चाँद को निहारने लगी l कार्तिक ने अपना सर नन्दिनी के कंधे पर टिका दिया ओर कहने लगा ,”तुम बहुत अच्छी हो नंदू जब भी मुझे तुम्हारी जरूरत होती है तुम हमेशा मेरे साथ होती हो l देखो आज भी तुम मेरे साथ हो l तुम्हारे साथ सब अच्छा लगता है मुझे l सोफिया ने पता नही क्यों मुझे शराब पिला दी वो पार्टी बहुत बोरिंग थी यार मुझे वहां बिल्कुल अच्छा नही लग रहा था ना वहां श्रुती थी , ना चंदन ना त्यागी ओर………..!!’
“ओर ? “,नन्दिनी ने प्यार से कहा
“ओर तुम भी तो नही थी वहां , इसलिए मैं चला आया वहां से l”,कार्तिक ने नन्दिनी की आंखो मे देखते हुए कहा l
दोनो एक दूसरी की आँखों मे देखते रहे और फिर नन्दिनी ने धीरे से कहा,”bunny घर चले’
कार्तिक ने हां में अपना सर हिला दिया l
नन्दिनी ओर कार्तिक दोनो एक दूसरे का हाथ थामे चलकर स्कूटी के पास आये l नन्दिनी ने स्कूटी स्टार्ट की ओर कार्तिक से बैठने को कहा l कार्तिक नन्दिनी के पीछे आ बैठा l नन्दिनी ने स्कूटी आगे बढ़ा दी l कुछ ही दूर चले थे l
“bunny एक काम करो मुझे पकड़ लो तुम होश में नही हो गिर जाओगे”,नन्दिनी ने स्पीड बढ़ाते हुए कहा
कार्तिक ने अपने दोनों हाथ नंदनी की कमर के चारो ओर डाल दिया लेकिन न जाने क्यों उसके हाथ कांप रहै थे l पहली बार नन्दिनी के इतना करीब था उस पर नन्दिनी के उड़ते बाल बार बार उसके चेहरे पर आ रहे थे l स्पीड ब्रेकर आने से कार्तिक नन्दिनी की पीठ पर आ गिरा और नन्दिनी की कमर पर उसके हाथों की पकड़ मजबूत हो गयी l
नन्दिनी उस अहसास को महसूस कर रही थी पर चुपचाप गाड़ी चलाती रही l कार्तिक ने अपना सर नन्दिनी की पीठ पर टिका दिया उसका सर चकराने लगा था l
कुछ दूर चले कि मौसम बदल गया और बूंदाबांदी होने लगी l नन्दिनी ने स्कूटी रोकी ओर कार्तिक के साथ जाकर एक बन्द दुकान की टिन के नीचे खड़ी हो गई
“इस बारिश को भी अभी आना था”,नन्दिनी ने परेशान होते हुए कहा
“नंदू कितना रोमांटिक मौसम है ना”,कार्तिक ने बारिश के पानी को हाथ मे लेकर नन्दिनी पर उछालते हुए कहा l
“bunny , अब घर कैसे जाएंगे ?”,नन्दिनी ने कहा
“इतना रोमांटिक मौसम , रात का वक्त , एक खूबसूरत और हसीन लड़का ओर साथ मे एक चश्मिश लड़की है l ओर तुम्हे घर जाने की पड़ी है
“अच्छा तो घर नही जाए तो क्या करे ?”,नन्दिनी ने अपनी कमर पर हाथ रखते हुए कहा
“ये करना चाहिए”,कहकर कार्तिक ने फिर से पानी नन्दिनी पर उछाल दिया l
“bunny रूको अभी बताती हु “,कहकर नन्दिनी कार्तिक को मारने भागी l
भरी बारिश में दोनो सड़क पर आ गए नन्दिनी कार्तिक को पकड़ने के लिए उसके पीछे दौड़ने लगी l अचानक से नन्दिनी फिसल कर गिर पड़ी l कार्तिक उसके पास आया और ताली मारकर जोर जोर से हँसने लगा l
हँसता हुआ वह कितना प्यारा लगता है l कार्तिक ने अपना हाथ बढ़ाया ओर नन्दिनी को खड़ा किया l दोनो बारिश में भीगने लगें l उस वक्त दोनो बच्चों की तरह कभी साथ उछलते तो कभी साथ मटकते खुली सुनसान सड़क पर कौन था उन्हें रोकने वाला l कुछ पल के लिए दोनो ही दुनिया जहान को भूल चुके थे l
बारिश अपने पूरे जोर पर थी नन्दिनी ओर कार्तिक दोनो बुरी तरह भीग चुके थे l भीगते भागते जब नन्दिनी पलटी तो कार्तिक से टकरा गई गिरने ही वाली थी कि कार्तिक ने उसे अपनी बांहो में थाम लिया l l
दोनो एक दूसरे की आखों में देखते रहे l नन्दिनी को होश आया तो वह कार्तिक से दूर जाने के लिए जैसे ही आगे बढ़ी कार्तिक ने उसका हाथ थाम लिया नन्दिनी के दिल की धड़कने धौकनी की तरह चलने लगी वो अहसास ही कुछ और था l नन्दिनी कुछ कहती इस से पहले ही कार्तिक ने उसे अपनी गोद मे उठाया और चलने लगा l नन्दिनी से कुछ बोला ही नही गया वो पल इतना खूबसूरत था कि बस वह खो सी गई l कार्तिक के इतना करीब आ जायेगी उसने सोचा नही था l
नन्दिनी को गोद मे उठाये कार्तिक बेंच के पास आया और नीचे उतारकर कहा,”तुमसे कुछ मांगना चाहता हु मांगू
“हम्म मांगो”,नन्दिनी ने प्यार से कहा
“वादा करो तुम हमेशा मेरे साथ रहोगी ऐसे ही”,कार्तिक ने नन्दिनी की आंखो मे देखते हुए कहा
नन्दिनी कार्तिक के करीब आयी और कहा,”मैं वादा करती हूं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगी ऐसे ही”
कार्तिक मुस्कुरा उठा और नन्दिनी के चारो ओर घूमते हुए जोर से कहने लगा,”नंदू मेरी जान है “
कार्तिक की बात सुनकर नन्दिनी ने उसकी तरफ फ्लाइंग किस कर दिया कार्तिक उसके पास आया और कहा,”किस ऐसे थोड़े होता है”
“फिर कैसे होता है ?”,नन्दिनी ने आगे होकर कहा
कुछ मौसम का असर था और कुछ वोदका का कार्तिक ने नन्दिनी के चेहरे को हाथों में भरा ओर अपने होंठो से नन्दिनी के होंठो को चूम लिया l नन्दिनी आंखे फाडे अवाक रह गई ऐसा कुछ भी होगा
उसने अपनी आंखें मूंद ली और उस खूबसूरत अहसास को दिल की गहराईयों तक महसूस करने लगी l

Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13 Aur Pyar Ho Gaya – 13

क्रमश – Aur Pyar Ho Gaya – 14

Read More – और प्यार हो गया – 12

Follow Me On – instagram | facebook | youtube

Read More Story Here – waveofshama

संजना किरोड़ीवाल

Aur Pyar Ho Gaya
Aur Pyar Ho Gaya by Sanjana Kirodiwal

One Comment

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!