Sanjana Kirodiwal

Story with Sanjana Kirodiwal

Telegram Group Join Now

शाह उमैर की परी -18

Shah Umair ki Pari -18

Shah Umair Ki Pari

शहर धनबाद में :
परी यह चेक करने के लिए दूसरा गुलाब जामुन उठाती कि इस बार उमैर इसे खाता है या नहीं? परी दूसरा गुलाब जामुन उठा कर हाथ में लिए बैठी रहती है, मगर इस बार उमैर उसे नहीं खाता!
“नहीं खाना है क्या तुम्हे ?” परी धीरे से कहती है !
“पहले तुम इसमें और मिठास तो भर दो।” उमैर उसके कानों में बोलता है !
‘’ओह, हम्म ठीक है !’’ धीमे आवाज़ में कहती है!
परी आधा गुलाब जामुन खा कर आधा हाथ में पकड़ी रहती है फिर उसे अपने हाथेलियों पे किसी के सांसों की गर्माहट महसूस हो रही होती है और गुलाब जामुन परी की हथेलियों से गायब रहता है! अजीब सी, अनदेखे से जज़्बात परी के मन में भी जन्म लेने लगते है ! परी शादी में अपने आस पास हर वक़्त उमैर की मौजूदगी महसूस कर रही होती है परी को उमैर का अनदेखा सा लेकिन खूबसूरत साथ अच्छा लगने लगता है!
”खाना हो गया हो तो परी चले !”आसिफ परी के पास आकर कहता है !
”जनाब आसिफ साहब इतनी भी क्या जल्दी है ? आप क्या बस खाने के लिए ही आये थे? अभी थोड़ी देर रुक जाये।” सुमन ने कहा !
“नही सिर्फ खाने के लिए नही आया हूँ ,आप सब को नज़रे भर कर देखना भी तो है , फलक के सितारे जो आज ज़मीन पर उतर आए है,कभी कभार तो उन सितारों के साथ चमकने का मौका मिलता है! अब आप सब रोक रही है तो रुक जाता हूँ मगर बस थोड़ी देर !”आसिफ ने कहा !
“काफी आशिक़ मिज़ाज़ मालूम होते है आप? वैसे इतनी तारीफ के लिए शुक्रिया !” सुमन ने कहा फिर सभी लड़कियां एक साथ हँसने लगती है !
“आसिफ…….बस भी करो तुम अपनी हरकतों से बाज नही आओगे!” परी ने गुस्से से कहा!
“अरे यार परी मैं तो बस थोड़ी सी मस्ती कर रहा था।इतनी जल्दी नाराज़ मत हुआ करो।अच्छा चलो तुम सब बात करो मैं आता हूँ!” आसिफ कह कर चला जाता है !
परी दोस्तों से बातें करने में मगन रहती है तभी उसकी नज़र सामने खड़े उमैर पर पड़ती है जो सामने खड़ा उसे देख मुस्कुरा रहा होता है !
“संगीता तुम्हे वो लड़का दिख रहा !” परी उमैर की तरफ इशारा करते हुए कहती है !
”कौन लड़का ? कोई पसंद आ गया क्या ?” संगीता ने कहा !
‘’वो जो गोल्डन कुरता पहने उधर सामने खड़ा है !” परी ने कहा !
“कौन? नहीं ऐसा तो कोई भी मुझे नहीं दिख रहा।” संगीता ने कहा !
” हम्म, ठीक है फिर !” परी ने कहा!
‘’मतलब यह सिर्फ मुझे दिख रहा है!’’ मन ही मन परी बोली।
परी जिधर नज़रे उठा कर देखती उसे उधर मुस्कुराते हुए उमैर दिखता है !
“बस देखते रहने का इरादा है शाह उमैर या कुछ कहना भी है?” परी उमैर की तरफ बढ़ते हुए कहती है !
‘’अभी इतनी जल्दी नहीं परी थोड़ा और वक़्त फिर आराम से सामने बैठ कर ढ़ेरो बातें होंगी तुमसे !’’ उमैर कहता है ! इससे पहले के परी उसके पास पहुँचती वो गायब हो जाता है !
”रुको गायब मत हो, प्लीज् मुझे तुमसे कुछ पूछना है !” सामने खड़े उमैर को देख परी ने कहा ! मगर वो उसकी नज़रों से गायब हो चुका होता है !
उमैर कभी परी को दिखता कभी छुप जाता , परी उसके पीछे भागती हुई उसे ढूंढ़ती रहती है! परी के साथ इस प्यार भरी आँख मिचौली में उमैर को बहुत मज़ा आ रहा होता है !
”परी….. परी तुम यहाँ गार्डन में अकेले क्या कर रही हो ? किसी को ढूंढ रही हो क्या ? ” आसिफ परी के पास आकर कहता है !
‘’मैं, किस को ढूंढने निकलूंगी? किसी को भी नहीं ढूंढ रही बस ऐसे ही टहल रही हूँ !’’ परी ने कहा !
”बहुत रात हो चुकी है मुझे लगता है अब हमे घर चलना चाहिए !”आसिफ ने घड़ी देखते हुए कहा !
‘’मैं एक मिनट संगीता को बाय बोल कर आती हूँ !” परी ने कहा !
‘’ठीक है मैं कार पार्किंग से निकालता हूँ तब तक तुम मिल कर आ जाना !” आसिफ कहता हुआ चला जाता है !
परी उमैर को चरों तरफ ढूंढ़ती है मगर वो उसे नज़र नहीं आता है !
”कितनी मासूम हो तुम परी बस ख्वाब में देखा था तुमने मुझे , मगर मुझे यह नहीं पता था के तुम मुझे हकीकत में भी महसूस करोगी !” उमैर परी के सामने खड़ा खुद में कहता है ! उमैर को अब न देख कर पारी संगीता के पास आ जाती है।
“संगीता अब मैं चलती हूँ काफी देर हो गई है तुम अपना ख्याल रखना और हाँ कॉल करती रहना !” परी ने भरे मन से कहा !
‘’क्यों जा रही रुक जाना विदाई बाद चले जाना।” !संगीता ने कहा !
“नहीं यार। अभी तो रात भर तुम्हारी रस्मे चलती रहेंगी और मैं बहुत थक गयी हूँ प्लीज जाने दे !” परी request करती हुई कहती है !
‘’अच्छा ठीक है बाबा जा और हाँ अपना ख्याल रखना तुम भी और देखना तेरा वक़्त भी बदल जायेगा, बहुत बहुत जल्दी ही।!”संगीता ने कहा !
परी जैसे ही संगीता से मिल कर मुड़ती है सुमन उससे टकरा जाती है जिससे उसके हाथ से कॉफ़ी से भरा कप परी की ड्रेस पर गिर जाता है !
“ओ……. आई ऍम सो सॉरी परी मैंने देखा नहीं गलती से कॉफ़ी तुम्हारे ड्रेस पे गिर गयी !” सुमन ने कहा !
“तुमने ने मेरी पूरी ड्रेस खराब कर दी यार, खैर it’s ok कोई बात नहीं है। तुमने जान कर थोड़े न किया।” परी कॉफ़ी साफ़ करते हुए कहती है और चली जाती है !
“साली सुमन की बच्ची तूने जान बुझ कर उसकी ड्रेस पे कॉफ़ी गिराई ना ?” सुमन की दोस्त ने सुमन से कहा!
‘’हाँ सही कहा तुमने ,उस भिखारी परी को इतनी अच्छि ड्रेस पहन कर नहीं आना चाहिए था। उसे उसकी औक़ात याद दिला रही थी बस।” सुमन मुस्कुराते हुए जलन के साथ कहती है !
फिर जैसे ही वो स्टेज से उतरने लगती है उसकी ड्रेस फस जाती है और वो पूरी महफ़िल में सब के सामने गिर जाती है ! सब उसे गिरते हुए देख जोर-जोर से हँसने लगते है !
“जो लोग दूसरों के लिए गड्ढा खोदते है कभी-कभी उसमे खुद ही गिर जाते है।” सुमन की दोस्त ने उसे उठाते हुए कहा !
”शट अप ” गुस्से में कहते हुए सुमन चली जाती है !
यह तुम्हारी ड्रेस को क्या हुआ ?” आसिफ ने कहा !
”आ रही थी तो सुमन से टकरा गयी और उसकी कॉफ़ी मेरी ड्रेस पर गिर गयी !” परी कार में बैठते हुए कहती है !
”ड्राई क्लीन करवा लेना दाग चला जायेगा !” आसिफ कहता है !
”मुझे नहीं लगता कि ये दाग जाएगा !”परी ने कहा !
”चला जायेगा चिंता मत करो !” कहता हुआ आसिफ कार स्टर्ट कर देता है !
”हम्म, देखते है।” परी ने थोड़ा उदास होकर कहा कहा !
‘’चलो तब सांग लगा देता हूँ कोई अच्छा सा तुम्हारे मूड को सही करने के लिए !’’ आसिफ सांग प्ले करते हुए कहता है!
म्यूजिक स्टार्ट हो जाता है ! आसिफ प्यार से परी को एक नज़र देखता है और गाने को फील करते हुए गाड़ी चलाता है!
“हज़ारों चेहरे देखे मगर ,
हाँ तुमसा कोई मिला नहीं
तुम्हे देखु भर के नज़र
हाँ तुमसा कोई मिला नहीं !
करनी है तुमसे पहल
हाँ तुम सा कोई मिला नहीं
हज़ारों चेहरे देखे मगर
हाँ तुम सा कोई मिला नहीं !

परी को कार के शीशे में पीछे की सीट पर बैठा उमैर दिखता है वो फ़ौरन पलट कर देखती है मगर पीछे सीट खाली होता है ! मगर उमैर उसे आईने में अब भी मुस्कुराता हुआ, मोहब्बत से देख रहा होता है ! गाने के बोल परी को ऐसे महसूस हो रहे होते है जैसे वो सारे लाइन उमैर अपनी नज़रों से उसे कह रहा हो !
परी भी सीट से सिर टिकाये गाने को फील करती हुई आईने में मौजूद उमैर को देखती रहती है ! एक दूसरे की नज़रों में खोये न जाने कितनी बातें दोनों के दरमियाँ होती रहती है !
“सालों से मैंने तलाशा तुम्हे। 2
सालों से तेरी है रहे तकी ,
सालों से है तेरी तलब
हाँ तुम सा कोई मिला नहीं
करनी है तुमसे पहल
हाँ तुम सा कोई मिला नहीं !
कभी बारिशों की तरह तुम मिले
कभी सर्दी में धुप से तुम खिले
साथ तेरा मिला इसकदर
के तुम सा कोई मिला नहीं
हज़ारों चेहरे देखे मगर ,
हाँ तुम सा कोई मिला नहीं !

“लो घर आ गया ” आसिफ ने कहा!
“Thank you आसिफ ,चलो गुड नाईट कल मिलते है।”परी कहती है फिर वो कार से उतरते वक़्त कार में सामने की तरफ रखे आईने में देखती जहा उसे कार का खाली बैक सीट दिखता है !
“Thank you की क्या बात है परी? एक दोस्त होने का बस फ़र्ज़ निभाया है मैंने। ok चलो good night और हाँ तुम्हे पता है?” आसिफ ने कहा!
“क्या?”परी ने कहा!
“You are the most beautiful and soft hearted girl in the world.” आसिफ ने कहा!
“आसिफ मियां क्या हुआ? मतलब …..कुछ भी ! ” परी ने कहा!
‘’सच कह रहा हूँ, यक़ीन करो तुम बहुत अच्छी हो या यूं कहूँ कि सबसे अच्छी हो!’’ आसिफ ने कहा!
‘’तारीफ के लिए शुक्रिया ,अब मैं चली तुम मैन गेट अच्छे से लॉक कर देना और हाँ तुम भी सूट में काफी decent लग रहे हो ! इस तारीफ को wrong way में मत ले लेना हम बस दोस्त है!” परी ने कहा!
“तुमने इतना कहा, बहुत है मेरे लिए। thanks!”आसिफ मुस्कुराते हुए कहता है !
“Ok fine, अब finally good night.” कहती हुई परी चली जाती है और अपने घर के दरवाजे को knock करती है!
“आ गयी तुम बेटा कैसी रही शादी? यह तुम्हारे कपड़े पर क्या गिर गया?!” नदिया जी दरवाज़ा खोलते हुए कहती है !
“अच्छी रही शादी मम्मी, वो एक दोस्त से टकरा गई थी, जिससे उसकी कॉफी मेरे कपड़े पर गिर गयी ,आप यह बताओ आप अभी तक सोयी नही?आप मेरा wait कर रही थी ना?”परी ने कहा !
“हाँ बेटा बस ध्यान लगा हुआ था तेरी तरफ। जा जाकर सो जा कल यह कॉफ़ी के दाग मैं हटाने की कोशिश करती हूँ !” नदिया जी कहते हुए अपने कमरे में चली जाती है !
परी फ्रेश होकर सोने के लिए बेड पे चली जाती है! अचानक लाइट चली जाती है !
कमरे में रात के सन्नाटे में बेड में परी लेटे उमैर के खयालों में खोयी रहती है ! तभी उसे ऐसा महसूस होता है जैसे उसके कमरे में कोई तेज तेज़ सांसें ले रहा है ! फिर उसे अपने पैरों के पास कोई बैठा हुआ मालूम होता है ! परी डर से उठ बैठती है और कहती है ! “क…क .कौन है? म मैं मैंने कहा कौन है ?” परी डर से घबराते हुए कहती है!
अचानक बादलों की गरज़ और बिजली के चमक के साथ तेज़ बारिश शुरू हो जाती है , जिससे परी को और भी ज्यादा खौफ आता है ! परी जैसे ही हवा की वजह से हिलती खिड़कियों को उठ कर लगाने जाती है बिजली बहुत तेज़ चमकती है जिससे उसके अंधेरे कमरे में चारो तरफ कुछ देर के लिए रौशनी हो जाती है ,बिजली की चमक में परी को उसके सामने खड़ा उमैर दिखता है जिसकी आंखे रौशनी से हीरे की मानिंद चमक रही होता है ! उमैर परी के सामने खुद को जाहिर कर देता है !
“तू … तुम यहाँ? मुझे लगा तुम बस…..” परी चौंकते हुए कहती है !
‘’हाँ मैं…..मैं तो हर वक़्त तुम्हारे साथ ही रहता हूँ !”उमैर ने कहा !
परी एक टक शांत उमैर को देखती है फिर कहती है !
“तुम जिन होना ?”
”हाँ मैं एक जिन हूँ जिसे तुम ने इस दुनियाँ में आने के लिए मजबूर कर दिया है !”
”मैंने तुम्हे मजबूर किया ? मैं समझी नहीं !”
”पहले यह बताओ तुम्हे मुझसे डर तो नहीं लग रहा ? अगर लग रहा है तो मैं चला जाता हूँ। ” उमैर ने पूछा !
”डर? वो भी तुमसे? नहीं….. नहीं बिलकुल भी नहीं डरी मैं। तुम please मत जाना ! बहुत कुछ पूछना है तुमसे ! वैसे भी पहली बार थोड़ी देख रही हूँ। तुम तो कई बार मेरे खवाबों में आये हो और शादी में भी तुम हर वक़्त मेरे साथ ही थे। मैंने तुम्हारी खुश्बू हर पल महसूस की है। तुम साये की तरह साथ थे तो तुमसे कैसा डर?” परी ने कहा !
”हाँ पता है मुझे ! वैसे भी ये सवाल उठना तुम्हारे मन में लाजिमी भी है ! मैंने बहुत परेशान जो किया है तुम्हे। है ना ?” उमैर ने मुस्कुराते हुए कहा !
“तुम जिन हो, लेकिन यंहा कैसे? मुझे समझाओगे कुछ?” परी ने सवालती नजरो से देखते हुए पूछा।
”तुम्हारे आईने की ही तरह एक दूसरा आईने मेरे पास भी है मेरी दुनियाँ में जो दोनों दुनियाँ को जोड़ने का काम करता है, परी मैं इस आईने के जरिये ही तुम तक आया हूँ !” उमैर ने कहा !
“मतलब यह आईना सच में जादुई है !” परी ने कहा !
“हाँ कुछ वैसा ही समझ लो , यह मेरे दादा अब्बू ने मुझे दिया था और कहा था के इसमे मुझे वो देखेगी जो मेरी हमसफर बनेगी। तब से इसमें मैं हर रोज अपनी मोहब्बत को तलाश कर रहा था और मुझे एक दिन तुम दिखी बस तब से तुम पर ही दिल हार बैठा हूँ!’’ उमैर बड़ी ही संजीदगी से कहता है !
‘’तो जिन्नातों की भी फेमिली होती है?”परी ने हैरत से कहा!
“हाँ जैसे इंसानो की दुनिया के रोज मर्रा के काम होते है ,परिवार होता है वैसे ही हमारी दुनिया भी है। बस हम आग से बने है और तुम इंसान खाक से और ये आग से बना जिन एक खाकी पे दिल हार बैठा है !”उमैर मोहब्बत से कहता है!
“क्या खड़े ही रहोगे बैठोगे नही !”परी ने कहा !
“हाँ बिल्कुल !” उमैर कहता है फिर परी के सामने बैठ जाता है!
“तुम्हारी आँखों मे बहुत ही गहराई है उमैर इनमे ऐसा कौन सा राज छुपा रखा है तुमने?”परी पूछती है!
“इन आँखों की गहराइयों में तुम्हारे लिए मोहब्बत भरी है परी जिसे मैं अब छुपाना नही चाहता !” उमैर ने कहा!’’
“मगर…. मैंने ने तो अभी तक इज़हारे मोहब्बत किया ही नहीं है थोड़ा वक़्त लगेगा मुझे।” परी मुस्कुराते शर्माते हुए कहती है !
”मुझे कोई जल्दी नहीं है !” उमैर ने कहा !
“परी बेटा तुम सोयी नही अभी तक और किससे बातें कर रही हो ?”नदिया जी परी के कमरे के दरवाजे पे दस्तक देते हुए कहती है !

दूसरी दुनियाँ ” ज़ाफ़रान कबीला –
अपने शाही पलंग पर उमैर के ख्यालों से परेशान शाहजादी मरयम करवटे बदलती रहती है!
“आज नींद क्यों नही आ रही मुझे? ‘’
“उफ़्फ़…. यह उमैर और उसके ख्याल मुझे पागल बना देंगे ! कितना मासूम है वो ,और थोड़ा सा शरारती भी, जी चाहता है बस वो मेरे सामने रहे और मैं उसे देखती रहूँ ! कही मुझे इश्क़ तो नही हो रहा उस उमैर से?” मरयम खुद से ही कहती है!
‘’लगता है अब इज़हार करना ही होगा मगर उससे पहले कोई ऐसी तरकीब निकालनी होगी जिससे अब्बा और भाई को जब मैं उमैर के बारे में बताऊं तो वो मना ना कर पाए मगर उससे पहले उमैर को अपने दिल का हाल बता दूँ फिर अब्बा से कहूँगी!” शाहजादी मरयम अपने बेड पर लेटी हुई खुद से ही कहती हैं फिर आँखे बंद कर के उमैर के तसव्वुर में खो जाती हैं!
(एक तरफ इंसानी दुनियाँ जहां उमैर और परी दोनो ही एक दूसरे के लिए दिल मे जो मोहब्बत थी उसे जाहिर करने में लगे होते हैं वही दूसरी दुनियां के ज़ाफ़रान कबीले की शाहजादी मरयम को भी उमैर से इश्क़ हो चुका है अब देखना यह है आगे इनकी जिंदगी में और क्या-क्या होता है? )

Shah Umair Ki Pari
shah-umair-ki-pari-18

क्रमशः shah-umair-ki-pari-19

Previous Part – shah-umair-ki-pari-17

Follow Me On – instagram

Follow Me On – facebook

शमा खान

Shah Umair Ki Pari
Shah Umair Ki Pari

”दो दुनिया एक जैसे मोहब्बत के जज़्बात ,
नाजाने किस का दिल जुड़ेगा ,
नाजाने किसके अधूरे रह जाएंगे ख्वाब !”

SHAMA KHAn

2 Comments

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!