Main Teri Heer Season 5 – 28

Main Teri Heer Season 5 – 28

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

पम्पकिन हलवा चखने के बाद शक्ति के चेहरे पर कठोर भाव आ चुके थे उसे गुस्से में देखकर बाकि सब टीम मेंबर खाते खाते रुक गए। शक्ति ने नितिन से मैनेजर को बुलाने को कहा। घबराया हुआ मैनेजर वहा आया और उसके साथ हुसैन सर भी चले आये क्योकि शक्ति और उसकी टीम के लिए खाना बनाने वाले और उन्हें परोसने वाले स्टूडेंट उनके ही थे। शक्ति ने उन सबको देखा और कहा,”ये हलवा जिसने प्रिपेयर किया है उसे और सर्व करने वाले दोनों को यहाँ बुलाइये”


“एनीथिंग रोंग सर ?”,हुसैन सर ने हाथो को बांधकर शक्ति से कहा
“हम उनसे मिलना चाहते है और आपके सवाल का जवाब भी हम उनके सामने ही देंगे,,,,,,,!!”,शक्ति ने सहजता से कहा
हुसैन सर ने काशी और आदिल को वहा बुलाया। काशी का दिल जोरो से धड़क रहा था बस उसने अपना डर चेहरे पर नहीं आने दिया और हुसैन सर के पास आकर खड़ी हो गयी। आदिल भी काशी के बगल में आकर खड़े हो गया। सभी शक्ति के बोलने का इंतजार करने लगे।


शक्ति ने काशी और आदिल को देखा और कहा,”ये सब खाना आप दोनों ने प्रिपेयर करवाया है ?”
“जी सर,,,,,,,,!!”,आदिल ने कहा
“किसी भी खाने को प्रिपेयर करवाने के बाद क्या आप लोग उसे कस्टमर को सर्व करने से पहले खुद टेस्ट करते है ? ये पता करने के लिए कि सब ठीक बना है या नहीं ?”,शक्ति ने उसी सहजता से फिर पूछा


“यस सर , बाकि सब खाना मैंने खुद टेस्ट किया है और पम्पकिन हलवा,,,,,,,,,,,,,!!”,आदिल ने इतना ही कहा कि शक्ति ने उसकी बात बीच में काटकर कहा,”और ये पम्पकिन हलवा इन मैडम ने सर्व किया है तो प्रिपेयर भी इन्होने ही करवाया होगा , राइट ?”
“यस सर”,आदिल ने काशी की तरफ देखकर कहा
काशी ने कोई गड़बड़ की है सोचकर सबकी नजरे काशी पर चली गयी और बेचारी काशी अंदर ही अंदर घबरा रही थी कि आज तो सबके सामने उसकी भारी बेइज्जती होगी।

शक्ति काशी से कुछ कहता इस से पहले हुसैन सर ने कहा,”सर आई एक्स्ट्रीमली सॉरी ! एक्चुअली दे आल आर इंटर्न्स एंड आज इनका इस होटल में पहला दिन है। अगर आपको खाना पसंद नहीं आया है तो हम इसे चेंज करवा देते है,,,,,,,,!!”
हुसैन सर को शक्ति से माफ़ी मांगते देखकर काशी का सर झुक गया , वह जानती थी कि उसने जानबूझकर ये किया था  


“डिलिशियस,,,,,,,,,,,,!!”,एकदम से शक्ति आवाज काशी और बाकि सब के कानो में पड़ी। काशी ने अपना सर उठाकर सामने बैठे शक्ति को देखा तो पाया वह मुस्कुराते हुए नमक वाला पम्पकिन हलवा खा रहा था।
काशी हैरानी से शक्ति को देखने लगी , वह शक्ति को समझ नहीं पा रही थी।


“आज से पहले इतना टेस्टी और माउथ वाटरिंग पम्पकिन हलवा हमने कभी नहीं खाया”,शक्ति ने एक और चम्मच खाते हुए कहा। शक्ति एक के बाद एक चम्मच नमक वाला हलवा खा रहा था और ये देखकर काशी को अब मन ही मन बुरा लग रहा था लेकिन शक्ति के चेहरे पर एक शिकन तक ना थी।
शक्ति की बात सुनकर होटल मैनेजर ने राहत की साँस ली और मुस्कुराकर कहा,”माय प्लेजर सर”

शक्ति की बात सुनकर टीम मेंबर में से एक लड़की ने चम्मच हलवे की तरफ बढाकर कहा,”सर ! क्या मैं इसे टेस्ट कर सकती हूँ ?’
“अह्ह्ह्ह नहीं ! माफ़ करना लेकिन इसे सिर्फ हम खाने वाले है,,,,,,,,,तुम्हे अगर खाना है तो तुम दूसरा आर्डर कर सकती हो”,शक्ति ने कहा


“नहीं सर ! इसे आप ही खाइये वैसे भी मैं ये पम्पकिन वाला खाना नहीं खाती”,लड़की ने कहा और अपना खाना खाने लगी
शक्ति ने काशी की तरफ देखा , सभी इंटर्न्स के गले में आई डी कार्ड था जिसमे नाम के साथ बाकि सभी जानकारी भी शामिल थी  
“मिस काशी ! थैंक्यू सो मच फॉर दिस डिलिशियस पुडिं,,,,,,,,आप बहुत आगे जाएँगी”,शक्ति ने कहा


हुसैन सर ने सुना तो उन्होंने राहत की साँस ली , काशी ने शक्ति को देखा और मरे हुए स्वर में कहा,”थैंक्यू सर”
“एन्जॉय योर मील सर”,मैनेजर ने कहा और फिर सबके साथ वहा से चला गया। जाते जाते काशी ने पलटकर शक्ति को देखा जो कि मुस्कुराते हुए ख़ुशी ख़ुशी नमक वाला हलवा खा रहा था। काशी शक्ति को मजा चखाना चाहती थी लेकिन अब उसे शक्ति के लिए बुरा लग रहा था।

काशी अपने ग्रुप के साथ साइड में चली आयी तो आदिल ने उस से हाथ मिलाते हुए कहा,”वाओ काशी ! लास्ट मोमेंट पर हलवे में चीनी मिक्स करके तुमने तो हम सबको बचा ही लिया”
काशी ने आदिल को देखा और फीका सा मुस्कुरा दी।
हुसैन सर ने भी काशी की तारीफ की और फिर बाकि स्टूडेंट्स की तरफ चले गए। रूबी , नितिन और काजल ने भी काशी की तारीफ की और फिर पाँचो  अपनी अपनी रिपोर्ट तैयार करने लगे।

शक्ति ने अपनी टीम के साथ खाना खाया और फिर वहा से चला गया। काशी ने शक्ति को बाहर जाते देखा तो अपने ग्रुप वालो से कहा,”गाईज हम थोड़ी देर में आते है हुसैन सर पूछे तो कहना हम वाशरूम में गए है।”
“कही तुम पम्पकिन हलवे के पीछे तो नहीं जा रही ?”,काजल ने काशी को छेड़ते हुए कहा
“ओह्ह्ह शट-अप काजल हम कुछ काम से जा रहे है,,,,,,,,!!”,काशी ने चिढ़ते हुए कहा


“अरे काशी ! तुम जाओ मैं बोल दूंगा सर से,,,,,,,,!”,आदिल ने कहा और अपनी रिपोर्ट बनाने लगा
काशी वहा से निकल गयी। वह शक्ति के पीछे होटल से बाहर आयी उसने देखा शक्ति अपनी टीम के साथ चले जा रहा था तो काशी ने उसे आवाज दी,”शक्ति,,,,,!!”
शक्ति के साथ साथ उसके टीम मेंबर भी पलटे , कुछ देर पहले जो लड़की होटल में खाना परोस रही थी वो शक्ति को सीधा नाम से बुला रही थी ये देखकर शक्ति को छोड़ बाकी सब हैरान थे। शक्ति ने सबको रुकने को कहा और खुद काशी के पास चला आया।

शक्ति काशी के सामने अपने हाथ बांधकर खड़े हो गया और प्यार भरी नजरो से काशी को देखने लगा। काशी को लगा शक्ति उस से नाराज होगा लेकिन उसे मुस्कुराते देखकर काशी और ज्यादा परेशान हो गयी और कहा,”हमे माफ़ कर दो,,,,,,,,,हमने जान बूझकर उस हलवे नमक मिला दिया था”
कहते हुए काशी ने शक्ति की तरफ देखा तो पाया शक्ति अब भी मुस्कुराते हुए उसे देख रहा है तो उसने बच्चो की तरह मचलते हुए कहा,”हमने ऐसा इसलिए किया क्योकि तुमने हमे इग्नोर किया,,,,,,,तुम ऐसे बिहेव कर रहे थे जैसे तुम हमे जानते तक नहीं,,,,,,,,,,,तो बस हमे थोड़ा बुरा लगा”


शक्ति ने अपने हाथो को नीचे किया और काशी के कंधो को थामकर उसकी आँखों में देखते हुए कहा,”काशी ! हम यहाँ अपनी टीम के साथ लंच पर आये थे और तुम यहाँ अपनी इंटर्न प्रेक्टिस के लिए,,,,,,,,,अगर हम वहा ये कहते कि तुम हमारी मंगेतर हो तो क्या इसके बाद कोई भी तुम्हे तुम्हारी गलती पर डाँटता या समझाता ? नहीं क्योकि उस वक्त तुम एक DCP की होने वाली वाइफ होती और किसी में तुम्हे कुछ कहने की हिम्मत नहीं होती,,,,,,हम नहीं चाहते काशी की लोग तुम्हे सिर्फ हमारी पत्नी के रूप में पहचाने , तुम्हारी अपनी भी एक पहचान होनी जरुरी है ताकि कभी कभी हमे ये सुनने को मिले कि हम काशी के पति है”


काशी को अब जाकर समझ आया कि शक्ति क्यों उसे इग्नोर कर रहा था ? काशी को अपनी हरकत पर शर्मिंदगी होने लगी उसने धीमे स्वर में कहा,”ऐसा था तो फिर तुमने हमारा नमक मिलाया हलवा क्यों खाया ? तुम वहा सच बोल सकते थे ना शक्ति”
“काशी , हम तुम्हे जिम्मेदार और मजबूत बनते देखना चाहते है लेकिन तुम्हारा सम्मान बनाये रखना भी हमारी जिम्मेदारी है,,,,,,,,हम अगर सच्चाई बताते तो तुम्हे सबके सामने शर्मिंदा होना पड़ता , बजाय इसके हमने वो नमक वाला हलवा खा लिया”,शक्ति ने कहा


“लेकिन क्यों ?”,काशी ने आँखों में आँसू भरकर कहा
 शक्ति ने काशी को देखा और प्यार से कहा,”क्योकि तुमने हमे इतने प्यार से परोसा था,,,,,,,,,और अगर तुम आगे भी इतने ही प्यार से हम खाना परोसो तो हम जिंदगीभर तुम्हारे हाथ से बना नमक वाला हलवा खाने के लिए तैयार है”

शक्ति की बातें सुनकर तो काशी को प्यार ही होने लगा था। काशी कुछ कहती इस से पहले शक्ति ने गर्दन घुमाकर अपनी टीम के लोगो को अपनी तरफ बुलाया। सभी चले आये तो शक्ति काशी के बगल में आया और कहा,”गाईज इनसे मिलिए ये है काशी गुप्ता फ्रॉम बनारस ,उत्तर-प्रदेश,,,,,,,हमारी मंगेतर और हमारी होने वाली पत्नी,,,,,,,,!!”
सबने सुना तो हैरानी से शक्ति को देखने लगे और फिर सबने काशी से हेलो कहा। काशी ने भी सबको नमस्ते किया बेचारी उन सबके सामने क्या बोले उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था।

शक्ति ने सबको काशी से मिलवाया और फिर जीप की तरफ चलने को कहा। सभी मुस्कुराते हुए वहा से चले गए। शक्ति काशी की तरफ पलटा तो पाया काशी उसे घूर रही है तो शक्ति ने अपनी भँवे उचकाई तो काशी ने उसकी बांह पर मारते हुए कहा,”अह्ह्ह्ह तुम कितने बुरे हो , तुमने उन सबके सामने अंदर हमे कैसे इग्नोर किया , अब वो सब हमारे बारे में क्या सोच रहे होंगे ?”


“अच्छा बाबा सॉरी , तुम जो सजा दो हमे मंजूर है”,शक्ति ने काशी के हाथो को थामकर कहा
“पक्का हम जो सजा दे मानोगे ?”,काशी ने पूछा
“हाँ जो आप कहे मैडम”,शक्ति ने काशी के सामने अपने हाथ जोड़कर सर झुकाते हुए कहा

“सर ने कभी बताया नहीं वो इंगेज है,,,,,,,,,,काशी कितनी लकी है जो उसे सर जैसे लाइफ पार्टनर मिले”,जीप में बैठी टीम की लड़की ने कहा
“हाँ सर और काशी मैडम दोनों ही लकी है , लेकिन हम लोगो ने माहौल को इतना अनलकी क्यों बना रखा है ?”,टीम के लड़के ने कहा
“मतलब ?”,बगल में बैठे दूसरे लड़के ने कहा


“अरे यार कुछ गाना वाना बजाओ तो ये बोरियत कुछ कम हो”,पहले वाले लड़के ने कहा , सबसे आगे ड्राइवर सीट पर बैठे लड़के ने गाडी में लगा म्यूजिक सिस्टम ऑन कर दिया। म्यूजिक सिस्टम पर गाना बजने लगा जिसे सुनकर पीछे बैठे लड़के ने कहा,”अरे यार ये क्या गाना है चेंज करो इसे,,,,,,,,,!!”
“हम्म्म्म सामने देखो ज़रा”, लड़के के बगल में बैठी लड़की ने सामने देखने को कहा तो लड़के का मुंह खुला का खुला रह गया


“हाउ रोमांटिक यार ! शक्ति सर ऐसे भी हो सकते है मैंने सपने में भी नहीं सोचा था,,,,,,,,,,!!”,दूसरी लड़की ने ख़ुशी से भरकर कहा
सबकी नजरे गाड़ी के शीशे के उस पार सामने खड़े शक्ति और काशी पर चली गयी ,सब के सब एक दूसरे पर गिरकर उन्हें देखने लगे और गाडी में बजते गाने ने भी उस वक्त सिचुएशन का साथ दिया। शक्ति ने काशी को सजा देने के लिए तो कह दिया लेकिन काशी उसे ऐसी सजा देगी ये शक्ति ने भी नहीं सोचा था।


काशी अपने दोनों हाथ बांधे खड़ी थी और शक्ति जो कि इस शहर का एक DCP था वह अपने दोनों हाथो से दोनों कान पकड़कर काशी के सामने उठक-बैठक निकाल रहा था गाडी में बजता गाना जैसे इस पल के लिए ही बना था
“डरता जहा हम से , हम तोसे डरते
ये सब जाने मोरी रनिया”

शिवम् का घर , बनारस
मुरारी , अनु और मुन्ना शिवम् के घर आये हुए थे। चाय नाश्ते के बाद सभी हॉल में जमा हो गए। आई-बाबा , शिवम्-सारिका , मुन्ना-अनु सभी हॉल में पड़े सोफों पर बैठे थे और मुन्ना आई घुटनो पर अपना हाथ टिकाये नीचे जमीन पर ही बैठा था दिवाली में बस एक महीना बाकि था और उसके दो दिन बाद गौरी के घरवाले और शक्ति शादी के लिए बनारस आने वाले था। शक्ति का कोई परिवार नहीं था और गौरी के परिवार में इंदौर से उसकी माँ और छोटा भाई था बाकि सब मेहमान शादी से दो दिन पहले आने वाले थे,,,,,,,,,,!!


मुन्ना-गौरी और काशी-शक्ति की शादी बनारस में ही होने वाली थी , दोनों जोड़ो के फेरे छोड़कर बाकी सब फंक्शन साथ ही होने वाले थे। शिवम् और मुरारी सबके बीच बैठकर शादी के क्या कैसे होगा इसकी चर्चा कर रहे थे , हालाँकि मुन्ना को ये सब सुनने में शर्म भी आ रही थी लेकिन सबके बीच से उठकर जाना सही भी नहीं लग रहा था इसलिए मुन्ना वही बैठा रहा,,,,,,,,,,,!!”

“भैया हमहू सोच रहे है क्यों ना मुन्ना और काशी की वरमाला का फंक्शन गंगा किनारे रख ले,,,,,,,,,चारो बच्चो को गंगा मैया का आशीर्वाद भी मिल जाही है और मुन्ना की महबूबा भी ओह्ह की सादी देख ली है,,,,,,,,का ख्याल है ?’,मुरारी ने एकदम से कहा
“मुन्ना की महबूबा ? मुन्ना तुम्हारी जिंदगी में गौरी के अलावा भी कोई और लड़की है ?”,शिवम् ने मुन्ना की तरफ देखकर सख्ती से पूछा


मुन्ना बेचारा तो ये सुनकर ही घबरा गया , उसकी जिंदगी में पहली और आखरी लड़की गौरी ही तो थी फिर मुरारी किस महबूबा की बात कर रहा था ? मुन्ना को खामोश देखकर मुरारी ने कहा,”अरे भैया हमहू लड़की की बात नाही कर रहे , 25 साल की उम्र मा आकर तो मुन्ना एक ठो लड़की पसंद किये रहय ओह्ह से भी डायरेक्ट सादी करने जा रहे है इनकी जिंदगी मा कहा से कोनो दूसरी लड़की होगी,,,,,,,,अरे हमहू इनकी महबूबा की बात कर रहे है,,,,,, मतलब अस्सी घाट , अपनी जवानी के बेहतरीन साल अस्सी की सीढ़ियों पर ही तो बैठकर बिताये है इह , तो हुआ ना अस्सी मुन्ना की महबूबा,,,,,,,,,,!!”


“का मुरारी तुमहू भी ? ऐसा कुछो होता है का ?”,शिवम् ने कहा
“काहे नहीं होता ? जब आप और हम थे मुन्ना की उम्र मा तब का आपने दशश्वमेध घाट पर किसी की याद में रातें काली नाही की है ?”,मुरारी ने सारिका की तरफ देखकर शरारत से कहा तो शिवम् मुरारी से नजरे चुराने लगा। शिवम् ने भले ही 14 साल सारिका का इंतजार किया हो लेकिन उस इंतजार में मुरारी ने भी अपनी कई रातें बर्बाद की थी।  


शिवम को खामोश देखकर मुरारी ने कहा,”अरे आज भी हमरी पीठ पर आई के चप्पल के दुइ चार निशान मिल जायेंगे , क्यों आई ?”
“रे मुरारी हिया हमहू मुन्ना और काशी की सगाई की चर्चा के लिए जमा हुए है तुम्हरी जवानी के चर्चे सुनने के लिए नाही ,, जे बताओ अस्सी घाट पर शादी करने की परमिशन तुमको कौन देही ? तुमहाओ फूफा के तुम्हारे चाचा ?”,आई ने कहा


“इत्ते साल बनारस मा विधायक रहे है का इत्ता सा भी ना करेंगे बनारस वाले हमाये लिए,,,,,,,,,,,,जे परमिशन वॉर्मिशन हमहू ले लेंगे,,,,,,,,,,,शिवम् भैया आप डिसाइड करो का करना , आप छोड़ो,,,,,,,,,बाबा आप बताओ हमहू कुछो गलत कह रहे है का ? एक ही बेटा है हमारा ओह्ह की सादी यादगार बनाना चाहेंगे ना हम”,मुरारी ने पहले आई से फिर शिवम् से और आखिर में बाबा के सामने अपना दिल रखा

 “बात तो तुम्हरी भी सही है मुरारी , तुमहू परमिशन लेइ ल्यो ओह के बाद घाट पर ही रचाते है मुन्ना गौरी का विवाह,,,,,,,,,!!”,बाबा ने कहा तो मुरारी ख़ुशी से झूम उठा और खड़े होकर सबके बीच ठुमके लगाने लगा। सभी हसने मुस्कुराने लगे और आई ने कहा,”ल्यो देख ल्यो जे कि रंगबाजी ,, घर मा बहू आने वाली है और इनकी रंगबाजी ना छूट रही,,,,,,,,,,!!”


“अरे आई सीधा कहो ना तुम्हरी उम्र हो चुकी है , अब इह उम्र मा तुमहू तो ठुमका लगा ना सकी हो तो जलन होय रही हमाई पतली कमर देख के,,,,,,,,,,,कहते हुए मुरारी फिर से  ठुमके लगाने लगा और गाना भी खुद ही गाने लगा
सजके सवर के जब आवेलु अय रानी
दिनवे में मन गड़बड़ावेलु
राती में सपना तू अपना दिखाके
हमरा के काहे तू बरावेलु”


गाते गाते मुरारी मुन्ना की तरफ पलटा तो आई अपनी जगह से उठी और मुन्ना को देखकर गाने लगी
राजा कईला ब्याह तू मोटा जाइबा हो
खाईबा मेहरी के हाथ ता घोटा जाइबा हो
और इसके बाद मुरारी के साथ मिलकर जो ठुमके लगाए है उन्होंने मुरारी को गलत साबित कर दिया इस उम्र में भी आई के ठुमके मुरारी के तुमको पर भारी जो पड़ रहे थे 

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संजना किरोड़ीवाल 

Main Teri Heer - Season 5
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