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Love You जिंदगी – 97

Love You Zindagi – 97

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By Sanjana Kirodiwal

शीतल के भैया गुस्से में शीतला से हमेशा हमेशा के लिए रिश्ता तोड़कर चले गए। शीतल को इस बात से बहुत दुःख पहुंचा लेकिन रुचिका और नैना ने उसे सम्हाल लिया। अपार्टमेंट में सबको इस बात का पता चल चुका था कुछ खुश थे तो कुछ नाक भौ सिकोड़ रहे थे। मिसेज शर्मा ने देखा तो उन्होंने सार्थक के पापा से बात की और अगले दिन सुबह सार्थक और शीतल की सगाई का दिन तय कर दिया ! सभी खुश थे और अपने अपने घरो में चले आये। ऊपर आकर अवि अपने फ्लैट में गुस्से से यहाँ वहा चक्कर काट रहा था उसे बार बार शीतल के भाई का नैना पर हाथ उठाना याद आ रहा था ! जैसे ही नैना वहा आयी अवि ने उसकी बांहो को थामकर कहा,”नैना , क्या जरूरत थी तुम्हे उसके मुंह लगने की देखा ना वो कितना बद्तमीज इंसान था ! अगर उसने छू लिया होता ना तो बताता मैं उसे”
“रिलेक्स पडोसी , सब ठीक हो गया न और क्या चाहिए ?”,नैना ने कहा
“बात ये नहीं है नैना अभी मैं यहाँ था कल जब मैं नहीं रहूंगा तब भी ये लोग तुम्हारे साथ ऐसे बिहेव करेंगे यार ,,, मैं ये सब नहीं देख सकता !”,अवि ने कहा
“पडोसी नैना इतनी भी कमजोर नहीं है यार ,, वो तो मैं बस अपने मामले में थोड़ी लेजी हूँ बाकि सबकी बैंड बजा सकती हूँ !”,नैना ने कहा
“नहीं नैना तुम अब कोई नयी मुसीबत में नहीं पड़ोगी , शीतल और रुचिका की लाइफ सेट है अब तुम अपने बारे में सोचो , प्लीज !”,अवि ने कहा
“वही तो सोच रही हूँ ना पडोसी डोंट वरी मैं सब ठीक कर दूंगी और नहीं हुआ तो तूम हो ना सम्हालने के लिए”,नैना ने कहा
अवि कुछ देर ख़ामोशी से नैना को देखता रहा और फिर कहा,”मैं तुम्हे खोना नहीं चाहता नैना !”
अवि की आवाज में एक अलग सा दर्द था जिसे जानने के बाद नैना उसके पास आयी और कहा,”मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ !”
अवि ने उसे गले लगाया और कहा,”मैं चंडीगढ़ वापस जा रहा हूँ कुछ दिन बाद तूम्हारे डेड से मिलूंगा !”,अवि ने कहा
“नो मेरा मतलब आज नहीं जाना कल शाम को निकल जाना ना , शीतल और सार्थक की सगाई के बाद”,नैना ने एकदम से दूर होकर कहा
“लेकिन डेड,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने कहा तो नैना ने कहा,”अपना फोन दो !”
अवि ने अपना फ़ोन निकालकर नैना को दे दिया तो नैना ने अवि की मॉम को फोन लगाया दो रिंग के बाद उन्होंने फोन उठाया था नैना ने कहा,”हे सासु माँ , पाय लागू !”
सौंदर्या जी ने जैसे ही नैना के मुंह से ये सूना उन्हें तो एक पल को चक्कर सा ही आ गया और उन्होंने खुद को सम्हालते हुए कहा,”नैना तुम ठीक हो ना !”
“अरे हां मैं फर्स्ट क्लास , अच्छा सुनिए अवि आज चंडीगढ़ नहीं आ रहा है कल आएगा वो थोड़ा सा काम है इसे इसलिए आपको परेशानी तो नहीं है ना ?”,नैना ने कहा
“अरे नहीं नहीं परेशानी कैसी ? उसे कहो आराम से आये !”,सौंदर्या ने कहा
“थैंक्यू , आप कितनी अच्छी है हमारी अच्छी बनेगी !”,नैना ने कहा तो सौंदर्या हसने लगी और कहा,”अवि को हां बोल दिया तुमने ?”
“हां बेचारा इतना रो रहा था मैंने भी सोचा चलो इतना परेशान हो रहा है लड़का हां कह देती हूँ !”,नैना ने कहा तो उधर से सौंदर्या ने कहा,”ए नैना मेरा बेटा बहुत सीधा है इसे ज्यादा परेशान मत करना !”
“क्या सासुमा अभी से आप हुकुम चला रही है !”,नैना ने कहा तो सामने खड़े अवि ने उसके हाथ से फोन लेकर कहा,”मॉम मैंने बताया था ना आपको सार्थक के बारे में कल उसकी इंगेजमेंट है सो उसके बाद शाम को निकलूंगा यहाँ से !”
“हां बेटा कोई बात नहीं , और हो सके तो नैना को साथ ले आओ ना मुझे बहुत मन हो रहा है उस से मिलने का !”,सौंदर्या ने कहा
“मॉम अभी थोड़ी प्रॉब्लम्स चल रही है फिर कभी , अच्छा मैं रखता हूँ बाय लव यू !”,कहकर अवि ने फोन काट दिया
“अपनी मॉम को दिन में दस बार लव यू बोलते हो मुझे एक बार भी नहीं कहा,”नैना ने कहा
“अच्छा तो तुम्हे सुनना है !”,अवि ने कहा
“नाह मुझे कोई इंट्रेस्ट नहीं है , अच्छा तुम्हारा बुखार कैसा है अब ?”,नैना ने उसके सर को छूकर देखा , अवि का बुखार काफी कम हो चुका था नैना ने उसे आराम करने को कहा और खुद अपने फ्लैट में चली आयी जहा शीतल , मोंटी और रुचिका पहले से मौजूद थे !

नैना आते ही शीतल के गले लगी और कहा,”कोन्ग्रेचुलेशन डार्लिंग ! आई ऍम सो हैप्पी !”
“थैंक्यू नैना ये सब तुम लोगो की वजह से ही हुआ है लेकिन भैया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,कहते कहते शीतल उदास हो गयी तो नैना ने उसके चेहरे को अपने हाथो में लेकर कहा,”डोंट वरी एक दिन वो तुम्हारे और सार्थक के प्यार को जरूर समझेंगे ! वैसे भी सार्थक और सार्थक के घरवाले काफी अंडरस्टैंडिंग है तुम्हे खुश रखेंगे और किसी चीज की कमी नहीं होने देंगे !”
शीतल ने कुछ नहीं कहा नैना उसे लेकर सोफे पर आ बैठी और उसका हाथ पकड़कर कहने लगी,”शीतल तुम बिल्कुल परेशान मत हो मेरे डेड ने कहा था ना वो तुम्हारे भी डेड है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,क्यों ना हम सब साथ में शादी करे , मजा आयेगा !”
“ए नैना लड़की होकर लड़की से शादी करोगी तुम पागल हो क्या ?”,रुचिका ने कहा
“हे भगवान ! ये पांडा को इतना बड़ा शरीर दिया थोड़ी अक्ल भी दे देता , लड़की से शादी क्यों करुँगी मैं , मेरे कहने का मतलब है तेरी मेरी और शीतल की शादी अगर एक ही घर से हो तो कितना मजा आएगा ! पैसे बचेंगे सो अलग , शीतल को भी पेरेंट्स मिल जायेंगे और हम तीनो साथ रहेंगे अपनी शादी वाले दिन !”,नैना ने कहा तो रुचिका के भेजे में बात घुसी और उसने कहा,”वाओ ये तो बहुत ही अच्छा आइडिआ है लेकिन शादी साथ कैसे होगी ?”
“देख शर्मा जी (मोंटी के पापा) वैसे भी तुम्हारी शादी लखनऊ में करेंगे और लखनऊ में ही मेरा घर है बचे शीतल और सार्थक तो इन्हे भी लखनऊ ले जायेंगे , फिर तीन शादिया साथ होगी कितना मजा आएगा !”,नैना ने ख़ुशी से भरकर कहा।
“आइडिआ तो अच्छा है , लेकिन शर्मा जी मानेंगे ?”,मोंटी ने शंका जताई
“बेटा ना माने तो तुम किसलिए हो घर में ? तुमाई शादी है मनाओ उन्हें ,, ये तो तय है की तीनो शादिया साथ होगी वरना किसी को नहीं होगी !”,नैना ने कहा
“अब ये क्या नया ड्रामा है नैना ?”,रुचिका ने कहा
“पांडा हम तीनो दोस्त है सोच तीनो एक साथ दुल्हन बनेंगी , सात फेरे लेंगी , शादी करेंगी कितना मजा आएगा यार !”,नैना ने कहा
“बात तो तेरी भी सही है , मोंटी हम लोग ऐसा ही करेंगे !”,रुचिका ने मोंटी से कहा
“जो हुकुम देवियो ,, शीतल जी आपके भी कुछ विचार हो इस बारे में तो कह दीजिये !”,मोंटी ने कहा तो शीतल मुस्कुरा उठी और कहा,”जिंदगी ने इतने अच्छे दोस्त दे दिए , इतना प्यार करने वाला लड़का दे दिया , एक नहीं दो दो माँ बाप दे दिए इस से ज्यादा जिंदगी से और क्या चाहिए मुझे , मैं खुश हूँ अपनी जिंदगी से !”
शीतल की बात सुनकर नैना ने पसरते हुए कहा,”यस आई लव माय लाइफ , असली जिंदगी ना वही होती है जब हमे उस से कोई शिकायत नहीं होती है !”
“तुम और तुम्हारी बाते ,, छोटी छोटी बातो में कितना बड़ा तर्क होता है ना”,रुचिका ने कहा
“देखो बाबू ऐसा है सबक सीखाने में स्कूल कॉलेज दूसरे नंबर पर है पहले नंबर पर अभी भी जिंदगी ही है , जो सबक जिंदगी सिखाती है ना वो किसी स्कूल में नहीं सिखाये जाते ,,, इसलिए जिंदगी से प्यार करो , उसे समझो और जिओ ना की काटो ! जो नहीं मिलता उसके लिए रोने से अच्छा है जो मिला है उसके साथ खुश रहा जाये !”,नैना ने कहा तो शीतल रुचिका और मोंटी तीनो ने उसके सामने हाथ जोड़ लिए और कहा,”समझ गए”
“गुड़ !”,कहते हुए नैना उठी और जाने लगी तो शीतल ने कहा,”अब तू कहा चली ?”
“पड़ोसी की मोहब्बत में मैं अपनी असली मोहब्बत को तो भूल ही गयी !”,नैना ने कहा और किचन एरिया की और चली आयी , गैस ऑन किया और उस पर पतीला चढ़ाया तो मोंटी शीतल रुचिका को अपने सवाल का जवाब खुद ब खुद मिल गया नैना की पहली मोहब्बत थी चाय ! चाय बनाकर उसे बड़े कप में डालकर नैना बालकनी की और चली आयी अँधेरा हो चुका था और नैना चाय पीते हुए बाहर आसमान को देखते हुए खुद से कहने लगी,”सब ठीक हो गया , शीतल रुचिका दोनों को उनका प्यार मिल गया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,और मैं भी कहा बच पायी इस प्यार से , वैसे पडोसी को खूब तंग करने वाली हूँ मैं शादी के बाद,,,,,,,,,,,,,,उस से पहले उस रॉयल फॅमिली के झंडू को उसकी औकात दिखानी होगी पडोसी को अपना प्लान बताया तो वो गुस्सा करेगा,,,,,,,,,,,,नहीं नहीं नैना बिल्कुल नहीं अकेले ही निपटना होगा तुम्हे इस मुसीबत से बात अगर डेड तक पहुंची तो पंगा हो जाएगा नई !,,,,,,,,,,,बस कल शीतल और सार्थक की सगाई हो जाये , ऑफिस जाना शुरू करू और अनुराग के सारे राग ख़राब करू तो जिंदगी में कुछ थ्रिल आये !”
नैना अपने ही ख्यालो में खोयी हुई थी और रुचिका नैना आपस में बातें करने में बिजी थे !

अगली सुबह सार्थक के पापा ने एक छोटा सा प्रोग्राम अरेंज करवाया और सुबह शुभ मुहूर्त में शीतल और सार्थक की अँगूठिया बदली गयी ! अपार्टमेंट में पहली बार ऐसा हो रहा था की वहा रहने वाले दो लोगो में रिश्ता हुआ हो ! सभी बहुत खुश थे और उनसे भी ज्यादा खुश थी नैना क्योकि उसने इन सबको मिलाने में इतनी मेहनत जो की थी ! सार्थक के घर पर नाश्ता करने के बाद नैना ने कहा,”दिल्ली आये हुए काफी टाइम हो गया अब ऑफिस के दर्शन कर लेने चाहिए , शीतल तुम यही रुको मैं और रूचि जा रहे है ऑफिस ,, कितना काम पेंडिंग है यार उसे भी तो पूरा करना होगा न !”
“मैं भी चलती हूँ !”,शीतल ने कहा
“तुम कहा जा रही हो , अरे सार्थक के साथ टाइम स्पेंड करो एक काम करो मूवी देखने चले जाओ और शर्मा जी को भी दो टिकिट देकर दूसरे सिनेमा भेज दो !”,नैना ने शरारत से कहा तो शर्मा जी ने झूठ मुठ का गुस्सा दिखाते हुए कहा,”बदमाश लड़की , हम लोगो की उम्र है ये सब देखने की !”
“अरे का शर्मा जी मतलब यही तो उम्र है प्यार दिखाने की”,नैना ने कहा तो अवि ने उसका मुंह बंद करते हुए कहा,”बड़ो के सामने ऐसी बाते नहीं करते !”
कुछ देर हंसी मजाक के बाद शर्मा जी ने सार्थक और शीतल को बाहर जाने की परमिशन दे दी , रुचिका और नैना अपने ऑफिस के लिए निकल गयी बचे मोंटी और अवि। एक नैना का बेस्ट फ्रेंड था तो दूसरा नैना का प्यार दोनों खामोशी से लिफ्ट में चले आ रहे थे। मोंटी ने ही बात की शुरुआत की,”वैसे नैना में क्या देखा तुमने सच सच बताना ?”
“नैना का दिल बहुत बड़ा है , वो हमेशा सबके बारे में सोचती है। जो दिल में होता है बोल देती है। उसकी नियत आईने की तरह साफ है , अगर कोई उसे समझने वाला हो तो उसे पता होगा की नैना के गुस्से में कही न कही परवाह छुपी होती है , उसकी जिद में कही ना कही प्यार छुपा होता है , उसकी बातो में एक अलग ही लॉजिक होता है जो दिमाग में घुसे ना घुसे दिल को जरूर टच कर जाता है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,एंड”,कहते कहते अवि रुक गया
“एंड ? एंड क्या ? मैंने कहा था ना कुछ छुपाना मत !”,मोंटी ने कहा
“एंड शी इज अ गुड़ किसर”,अवि ने धीरे से कहा तो मोंटी ने कहा,”अहम्म्म्म्म , ये कब हुआ ?”
“उसके बर्थडे वाले दिन !”,अवि ने कहा
“तुम्हे इतना सब पता है इसलिए आज तुम उसके लवर हो और मैं फ्रेंड”,मोंटी ने कहा तो लिफ्ट ऊपर आकर रुकी और दोनों बाहर आये और मोंटी ने कहा,”वैसे मेरे बारे में सुनकर कभी तुम्हे सौतन वाली फीलिंग तो नहीं आयी ना ?”
“वो तो मुझे अभी भी आती है लेकिन अच्छी वाली सौतन”,अवि ने कहा तो मोंटी ने मुंह बना लिया
“कॉफी पिओगे ?”,अवि ने पूछा
“तुम बनाओगे ?”,मोंटी ने सवाल किया
“हां ! आओ !”,कहकर अवि अपने फ्लेट की और बढ़ गया और मोंटी भी उसके पीछे पीछे चला आया ! अवि ने दो कप कॉफी बनायीं और दोनों बैठकर बाते करते हुए कॉफी पीने लगे और बातो ही बातो में मोंटी ने जाना की अवि एक बहुत ही सुलझा हुआ और समझदार लड़का है !

नैना और रुचिका ऑफिस पहुंची , ऑफिस का लुक पहले से काफी अच्छा लग रहा था नैना को देखते ही सब गुड़ मॉर्निंग मेम कहने लगे। रुचिका और नैना को कुछ समझ नहीं आया की आखिर ये हो क्या रहा है ? तभी सचिन हाथ में बुके लेकर आया और नैना की और बढाकर कहा,”वेलकम मेम , बहुत जल्द आप मिसेज मित्तल बनने वाली है , कोन्ग्रेचुलेशन !”
“मतलब उस चू#ये ने ऑफिस में भी बता दिया”,नैना बड़बड़ाई और सचिन से कहा,”ये फूल लेजाकर ना अपने सर के केबिन में रख दो और उनसे कहना ऑफिस में नैना बजाज आयी है मिसेज मित्तल नहीं”
कहकर नैना अपने केबिन की और बढ़ गयी केबिन में आते ही उसके साथी स्टाफ भी उसे देखकर खड़े हो गए नैना ने झुँझलाकर कहा,”अबे बैठो यार , क्या है ये सब ? एक गधे ने आकर कुछ कहा और तुम सब ने मान भी लिया ,, डेड ने पसंद किया है उसे शादी नहीं हुई है अभी”
“लेकिन मेम,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,केशव ने जैसे ही कहना चाहा नैना ने उसे घूरते हुए कहा,”अबे ओह्ह्ह भूतनी के एक बार मेम बोला ना तेरा के अलग और शव अलग कर दूंगी !”
नैना को गुस्से में देखकर विशाल ने उसे पीछे खींच लिया और नैना ने कहा,”सॉरी नैना लेकिन अनुराग सर ने ही कहा है की तुमसे रिस्पेक्ट से बात की जाये”
“सारा बोया काटा उसी का तो है ये पिताजी ने भी ना , ना जाने कैसी चरस बोई है हमायी जिंदगी में”,नैना ने कहा तो रुचिका ने कहा,”शांत हो जा नैना तू जाकर अनुराग सर से बात कर ना”
“हम्म्म्म !”,कहकर नैना ने अपना बैग कुर्सी पर पटका और दनदनाते हुए अपने केबिन से बाहर आयी , उसे देखते ही सचिन फिर खड़ा हो गया , दरअसल अनुराग ने सचिन को पनिशमेंट दी थी की जब भी नैना को देखेगा खड़ा होगा , नैना के साथ शुरू में जो बदमाशियां हुई उनके बारे में अनुराग जानता था , नैना जैसे ही सचिन के सामने से गुजरी दो कदम चलकर वापस आयी और सचिन से पूछा,”तुमको बवासीर है ?’
“नहीं तो !”,सचिन ने हैरानी से कहा
“तो फिर बार बार खड़े काहे हो जाते हो बैठो ना आराम से !”,नैना ने फटकार लगाते हुए कहा तो आसपास बैठे लोग हसने लगे ! नैना वहा से सीधा अनुराग के केबिन में आयी नैना को देखते ही सचिन उठा और खुश होकर कहा,”हे नैना , वेलकम माय डियर”
“सर क्या है ये सब ? ऑफिस वाले मुझसे अजीब बिहेव कर रहे है !”,नैना ने कहा
“वो करेंगे ही ना नैना आफ्टर आल तुम मेरी होने वाली वाइफ हो !”,अनुराग ने कहा
“सर प्लीज ये मेरे काम करने की जगह है , पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को मिक्स क्यों कर रहे है आप ? मुझे शांति से काम करने दीजिये ना”,नैना ने कहा तो अनुराग ने उसके पास आते हुए कहा,”नैना बेबी मैं नहीं चाहता तुम काम करो या तुम्हे किसी भी तरह की प्रॉब्लम हो”
नैना का चेहरा गुस्से से लाल होने लगा और उसने अनुराग को सुनाना शुरू किया,”सुन बे फटी हुयी कढ़ी के बेसन , तेरा ये बेबी बाबू शोना र#-रोना ना अपने पास रख ,,, मेरे बाप ने मेरा रिश्ता तुझसे करने की बात क्या कह दी तू तो सच में बोखला गया है ! पहले लगता था की अच्छा मैनेजर मिला है लेकिन नहीं यहाँ तो साला सबकी नियत में शक्ति कपूर डोल रहा है। जो फूल मेरे वेलकम के लिए भेजे है उन्हें उखाड के तेरी ही,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,और ये बेबी बेबी क्या लगा रखा है तुमने ? बचपन में गोद में खिलाया है क्या मुझे ?,,,,,,,,,,,,,,,,,रॉयल लाइफ का मतलब भी पता है तुम्हे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,जब देखो तब पैसा पैसा पैसा , हर लड़की पैसे के पीछे नहीं भागती है समझे,,,,,,,,,,,,,,,मैं नहीं पटी तो डेड को फंसा लिया शादी के लिए और डेड इतने अच्छे की उन्होंने हां भी कर रही तुम्हारी लोमड़ जैसी शक्ल के पीछे का सच नहीं देख पाए ना वो इसलिए , पर बेटा मैं वैसी बिल्कुल नहीं हूँ मेरे साथ ज्यादा फ्रेंक होने की कोशिश की ना तो याद रखना तेरी रॉयलिटी के “L” लगा देने है मैंने और यहाँ “L” का मतलब लंका नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”
“नैना , नैना , नैना कहा खोयी हो ? आर यू ओके ?”,अनुराग ने नैना के सामने हाथ हिलाते हुए कहा तो नैना होश में आयी , अब तक जो कुछ वह अनुराग से कह रही थी वो सिर्फ उसकी मन की आवाज थी। नैना होश में आयी और कहा,”नथिंग सर”
“कम ऑन नैना धीरे धीरे तुम्हे इन सबकी आदत हो जाएगी, उसके बाद ये लाइफ जीने में तुम्हे बहुत मजा आने वाला है !”,अनुराग ने उसके थोड़ा पास आकर कहा तो नैना ने अनुराग के गाल को छूकर कहा,”बिल्कुल सर मजा तो बहुत आने वाला है !”
और फिर नैना वहा से बाहर निकल गयी

क्रमश – Love You Zindagi – 98

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संजना किरोड़ीवाल !

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