Sanjana Kirodiwal

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Love You जिंदगी – 33

Love you Zindagi
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Love You Zindagi – 33

अवि के एग्जीबिशन में अपनी तस्वीरें देखकर नैना थोड़ा हैरान भी थी और परेशान भी की अवि के पास ये तस्वीरें कहा से आई ? अवि ने नैना की तस्वीर उस आदमी को नहीं बेचीं तो वह आदमी आगे बढ़ गया ! अवि कुछ कहने के लिए नैना की और बढ़ा की नैना वहा से चली गयी ! अवि उसके पीछे आया बाहर लॉन में आकर अवि ने नैना को आवाज दी तो नैना रुक गयी ! शीतल और रुचिका भी वहा चली आयी उन दोनों को भी कुछ समझ नहीं रहा था ! नैना पलटी तो अवि ने कहा,”नैना प्लीज मुझे तुमसे बहुत कुछ कहना पहले वो सुन उसके बाद तुम जो सकती हो”
“हम्म्म्म कहो !”,नैना ने अपने दोनों हाथो को आपस में बांधकर कहा !
अवि ने पास खड़ी शीतल और रुचिका को देखा और फिर नैना को देखकर कहने लगा,”नैना मैं एक फोटोग्राफर हूँ जो अपने कैमरे से इमोशंस कैप्चर करता है ! मैंने बहुत से फोटोज कैप्चर किये है लेकिन तुम में मैंने वो रियल इमोशंस देखे है जो मैं हमेशा से कैप्चर करना चाहता था ! दिल्ली मैं अपने इसी काम की वजह से आया हूँ लेकिन यहाँ मुझे तुम मिल गयी ! पहली बार तुम्हे तुम्हारे फ्लेट में देखा था जब तुमसे पानी लेने आया था उस वक्त मुझे तुम थोड़ी अजीब लगी , अजीब मतलब अच्छी वाली अजीब बाकि लड़कियों से थोड़ी अलग ,, उस वक्त तुम्हारा वो बेपरवाह अंदाज मुझे बहुत अच्छा लगा ! दूसरी बार मैंने तुम्हे कॉरिडोर में देखा उस वक्त तुम आपर्टमेंट की दो लेडीज से बाते कर रही थी ,, पहली बार मैंने तुम्हे मुस्कुराते हुए देखा उनके लिए तुम्हारी रिस्पेक्ट तुम्हारी मुस्कान में नजर आ रही थी ! बहुत बार तुमसे बात करना चाहता था लेकिन जब तुम सामने होती हो तो सब भूल जाता हूँ ! उस सुबह जब मैं अपने शूट के लिए जा रहा था तब तुम्हे बहुत मिस कर रहा था और मेरी किस्मत अच्छी थी की मुझे ट्रैफिक में तुम मिल गयी ! वहा मैंने फिर तुम्हारा एक नया रूप देखा , जिस तरह तुम उस ठेले वाले की मदद कर रही थी और बाकि सब तमाशा देख रहे थे ,, तुम्हारा वो इमोशस मेरे दिल को छू गया !! एग्जीबिशन में जो तुम्हारी तस्वीर लगी है वो मैंने उसी ट्रैफिक में ली थी !! हर गुजरते दिन के साथ मैं तुम्हारे और करीब आता जा रहा था , मैं तुम्हे और जानना चाहता था नैना , इसलिए जहा भी जाता वहा तुम मिल ही जाती ! एक रोज फिर जब मैं अपने काम से गया था तब तुम्हे मॉल में देखा , तुम अपने हाथो में कॉफी का ग्लास पकडे खड़ी थी उस वक्त तुम्हारी आँखों में जो चमक थी उसके सामने दुनिया की सारी रौशनी भी मुझे फीकी लगी थी ! कॉफी के लिए तुम्हारा प्यार तुम्हारी आँखों से झलक रहा था ! मुझे सबसे ज्यादा कॉफी पसंद है और उस दिन देखकर महसूस हुआ की हां तुम मेरे जैसी ही हो तुम्हारी पसंद मुझसे मिलती जुलती है ! उसके बाद तुम्हे थियेटर में रोमांटिक फिल्म देखते हुए देखा यहाँ भी मुझे बहुत ज्यादा ख़ुशी हुई क्योकि एक के बाद एक करके मेरी और तुम्हारी पसंद मिलती जा रही थी !! उसके बाद से मैं तुम्हे पसंद करने लगा था !! कुछ दिन बाद मैं बुक्स लेने लायब्रेरी गया वहा फिर तुम्हे देखा तुम्हारे हाथ में किताबे थी तुम यकीन नहीं करोगी मुझे नॉवेल्स पढ़ना बहुत पसंद है और जब तुम्हे वहा देखा तो मुझे और भी ख़ुशी हुई ! हमारी किस्मत हमारी पसंद के जरिये ही सही हमे बार बार मिलाना चाहती थी ! तुम्हारे जाने के बाद मैंने वो दोनों किताबे ली और जब उन्हें पढ़ा तो जाना की तुम्हे लव स्टोरीज बहुत पसंद है ,, जो लड़की इतनी डीप फीलिंग्स की बुक्स पढ़ती है उसके दिल में प्यार को लेकर कितनी फीलिंग्स होगी !! नैना तुम वैसी ही हो जैसा मैं , तुम्हे लेकर अब तक मेरे दिल में बहुत सारी फीलिंग्स थी लेकिन उन्हें मैं कोई नाम नहीं दे पा रहा था ! उस शाम जब तुम सीढ़ियों पर बैठकर रुचिका और शीतल का इंतजार कर रही थी सोचा तुमसे थोड़ी बात करू , तुम्हारे बारे में जानू लेकिन तुम्हारे सामने आते ही खामोश हो जाता हूँ ! आज भी ये सब बोलने के लिए बहुत हिम्मत जुटाई है ,, उस शाम बारिश की वजह जब तुम पानी में गिर गयी थी और जैसे ही तुमने मुझे गले लगाया 440 वाल्ट का करंट मेरे पुरे जिस्म में दौड़ गया था ! ये वो फीलिंग्स थी जो आज से पहले मैंने कभी महसूस नहीं की थी ,, तुम्हारे बेहोश होने के बाद मैं तुम्हे जब अपने रूम में लेकर आया था तो काफी घबरा गया था ! तुम्हे होश में लाना जरुरी था , तुम्हारे होश में आने के बाद मुझे थोड़ी तसल्ली मिली ! उस रात बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही थी पहली बार मैंने तुम्हे मेरे कपड़ो में देखा थोड़े बड़े थे पर तुम उनमे भी उतनी ही खूबसूरत लग रही थी जितनी हमेशा हमेशा लगती हो ! खिड़की के पास खड़ा मैं बारिश को देखते हुए यही सोच रहा था की काश ये बारिश ना रुके और तुम मेरे साथ ही रहो ! मेरे मन में उस वक्त बहुत था जो मैं तुमसे उस रात कहना चाहता था पर शब्दो ने मेरा साथ नहीं दिया , लेकिन तुमने मदद कर दी ,, रेडिओ पर बजता वो गाना उस वक्त वो सारी फीलिंग्स बयां कर रहा था जो मैं तुमसे कहना चाहता था ! उस पल तुम्हारी आँखों में देखते हुए मुझे महसूस हुआ की मैं , मैं तुमसे प्यार करता हूँ !! वो सारी फीलिंग्स प्यार ही थी नैना जिन्हे मैं समझ नहीं पाया था ! लेकिन जब तुमसे दूर रहा तो जान चुका था की ये प्यार ही है !! पता है वो गाना अब मेरा फेवरेट हो चुका है जब बैंगलोर था तो हर रोज सुनता था ! ये सब बातें मैं तुम्हे इसलिए बता रहा हूँ क्योकि मैं वो एक पल भी जाया नहीं करना चाहता जो मैंने तुम्हारे लिए मह्सूस किया है ! मैं नहीं जानता इस वक्त ये सब सुनकर तुम्हारे मन में क्या चल रहा है लेकिन मैंने तुम्हारी आँखों में देखा है नैना उनमे मेरे लिए कुछ तो है ! आज हिम्मत करके मैं तुम्हे ये कहना चाहता हूँ की आई लव यू नैना , तुमसे मिलने के बाद मैंने जाना है की प्यार दुनिया का सबसे खूबसूरत अहसास है ! मैं अपनी पूरी जिंदगी तुम्हारे साथ बिताना चाहता हूँ (कहते हुए अवि घुटनो पर बैठ गया और जेब से अंगूठी निकालकर नैना की और बढाकर कहा) नैना मुझसे शादी करोगी ?”

नैना ख़ामोशी से अवि की सारी बातें सुन रही थी उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं था ना ही उसने कुछ कहा बस अवि को देखती रही ! पास ही खड़ी शीतल और रुचिका ने जब अवि की फीलिंग्स सुनी थी दोनों ख़ुशी से भर गयी ! रुचिका ने तो शीतल को ख़ुशी के मारे गले लगा लिया और अपनी उंगलियों को क्रॉस करके धीरे से कहा,”बस नैना हां कह दे , ये कितना रोमांटिक है यार !”
“मैंने सोचा नहीं था ये इतना बोलता भी होगा , लेकिन इसने जो भी कहा सब दिल से कहा ! नैना और ये दोनों साथ में बहुत प्यारे लगेंगे !”,शीतल ने कहा !
अवि के साथ साथ अब शीतल और रुचिका भी नैना के जवाब का इंतजार कर रही थी ! नैना ने अवि से उठने का इशारा किया अवि हैरान और थोड़ा सा डरा हुआ सा उठ खड़ा हुआ ! नैना ने इधर उधर देखा , अपने निचले होंठ को दांतो तले दबाया और फिर अपने ही ललाट पर अपनी हथेली मारकर कहा,”माँ की आँख !”
“नैना ?”,अवि ने कहना चाहा तो नैना ने उसे हाथ के इशारे से रोक दिया और फिर हंसने लगी ! अवि , शीतल और रुचिका तीनो हैरान थे ! नैना हंसती रही और फिर खुद को कंट्रोल किया अवि बस हैरानी से उसे देख रहा था ! नैना ने एक नजर अवि को देखा और फिर कहने लगी,”सो मिस्टर फोटोग्राफर तुमने जो देखा वो सिर्फ तुम्हारी आँखो का धोखा था और कुछ नहीं क्योकि असली नैना तो कुछ और है जिस नैना के लिए तुमने फीलिंग्स रखी वो कभी थी ही नहीं !”
“मतलब ? मैं कुछ समझा नहीं ?”,अवि ने कहा उसके साथ साथ शीतल और रुचिका भी थोड़ा घबरा रही थी के नैना कही अवि को गुस्से में उलटा सीधा ना बोल दे ! नैना अपनी शर्ट के बाजु फोल्ड किये और फिर कहने लगी,”सोसायटी की जिन औरतो से तुमने मुझे बतियाते हुए देखा था , मुझे घंटा कोई शौक नहीं है ऐसी सो-कोल्ड आंटियो से हंसकर बात करने का जिन्हे कपड़ो में लड़की का कैरेक्टर नजर आता हो ! उस दिन भी यही हुआ था उनसे बहस हो गई थी मेरी लेकिन नए थे वहा मुस्कुराकर उतारी उनकी ! आगे सुनो ट्रेफिक में जिसकी मदद करते देखा वो भी तुम्हारी आँखों का भ्रम था ! उस सुबह जल्दी के चक्कर में मैंने शुभ की बाइक ले ली थी , और उस बाइक को मैंने ट्रेफिक में ठोक दिया था इस वजह से मुझे ही उसकी हेल्प करनी पड़ी वरना वहा काफी पंगा हो जाता ! मुझे रोमांटिक फिल्मे देखना बिल्कुल पसंद नहीं है मैंने अपनी जिंदगी में आज तक एक भी रोमांटिक फिल्म नहीं देखी है , उस दिन मैं वहा जरूर थी पर सो रही थी क्योकि इन दोस्तों ने वो मूवी प्लान की थी और मुझे इनके साथ पड़ा ! कॉफी और मैं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आई जस्ट हेट कॉफी मुझे पसंद ही नहीं है बल्कि एक बार मैंने अपनी दोस्त के साथ पी थी और उस दिन मैंने अपने 120 रूपये ख़राब किये थे जिनसे मैं 12 कप चाय पि सकती थी ! मुझे चाय पसंद है कॉफी नहीं ,, तुमने जिस कॉफी कप के साथ मॉल में मुझे देखा था वो रुचिका का था ये मुझे थमाकर चली गयी थी ! मैंने हवा में किस उस कप को नहीं बल्कि मेरे सामने कुछ ही दूर खड़े एक छोटे बच्चे को किया था क्योकि वो बहुत क्यूट था !! मैंने जिंदगी में कभी कोर्स की किताबे नहीं पढ़ी तुम्हे लगता है मैं नॉवेल्स पढूंगी ,, वो दो नॉवेल्स शीतल के थे इसे कुछ काम था इसलिए सार्थक को लौटाने मैं लायब्रेरी चली गयी और तुम्हे लगा मैं ये सब पढ़ती हु !! उस दिन शाम को जब पानी में गिरने के बाद मैं तुम्हारे गले आ लगी थी वो मेरा डर था तुम्हारे लिए फीलिंग्स नहीं ! मुझे पानी से फोबिया है और इसी वजह से मैं शायद बेहोश हो गयी थी !! उस रात क्या हुआ ? मुझे आज भी याद नहीं है , तुम यहाँ थे तब भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था जब नहीं थे तब भी कोई फर्क नहीं पड़ा क्योकि मेरा सारा ध्यान इन दिनों सिर्फ रूचि पर था !! तुमने उस नैना को देखा जो कभी थी ही नहीं , ये सब तुम्हारी आँखों का भ्रम था और इसे तुमने प्यार समझ लिया !” कहकर नैना कुछ देर चुप हो गयी और फिर कहा,”तुमने नैना की जिन खूबियों से प्यार किया है वो एक भी खूबी नैना में नहीं है , नैना वैसी नहीं है !”
अवि ने नैना की बातें सुनी तो हैरान रह गया ! उसने नैना को लेकर जो कहानी अपने दिमाग में बुनी थी नैना वैसी नहीं थी ! उसे वो सारे पल अब भ्रम ही नजर आ रहे थे लेकिन नैना के लिए उसका प्यार सच्चा था उसने धीरे से कहा,”तो फिर कैसी है नैना ?”
“नैना ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,नैना ने जैसे ही बोलना चाहा पास से गुजरते दो चार लड़को में से किसी एक ने उसके कंधे को अपने कंधे से टकरा दिया और आगे बढ़ गया ! नैना गुस्से से पलटी और जोर से कहा,”अबे ओह्ह चू#ये , अंधा है क्या साले ? देख के नहीं चल सकता ,, तेरी आँख का मोतियाबिंद साले रुक !!”
नैना अवि को भूलकर उस लड़के के पास आयी और घूरते हुए कहा,”क्यों बे साले ? बाप का माल समझा है ,, इतनी जगह पड़ी है लेकिन तुझे घुस के निकलना है ! साले एक कंटाप देंगे ना घुमा के सारी की सारी रंगबाजी धरी की धरी रह जाएगी ,, का समझे ?”
नैना का गुस्सा देखकर लड़का घबरा गया और कहा,”सो सॉरी !”
“सॉरी , साले तेरे सॉरी की बत्ती बनाके ना तेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,चल निकल !!!”,नैना ने गुस्से से कहा तो लड़का चुपचाप वहा से चला गया !!

अवि ने नैना का ये रूप देखा तो हक्का बक्का रह गया ! जिस नैना को उसने अपनी नजर से देखा था वो नैना सामने खड़ी नैना के बिल्कुल विपरीत थी ! नैना अवि के पास आयी और कहा,”ये है नैना , ऐसी ही है द प्योर नैना बजाज ! गाली देती है , झगडे करती है , मुंहफट है , प्यार व्यार में कोई इंट्रेस्ट नहीं है , अक्सर लोग इस चेहरे को देखकर ग़लतफ़हमी में पड़ जाते है ,, जितनी अच्छी शक्ल है उतनी ही जबान ख़राब है !”अवि कुछ देर नैना को देखता है , नैना की जिन आँखों में उसे अपने लिए प्यार नजर आता था आज उन आँखों में उसे सिर्फ खालीपन नजर आ रहा था ! नैना की इसमें कोई गलती नहीं थी वो आज भी वैसी ही थी जैसी पहले दिन थी बस अवि की नजरो ने सिर्फ उसकी अच्छाई देखी उसकी कमियों पर उसका ध्यान कभी गया ही नहीं ! शीतल और रुचिका को जिसका डर था वही हुआ लेकिन नैना के सामने बोलने की उनकी हिम्मत नहीं हो रही थी ! नैना को खामोश देखकर अवि उसके पास आया और कहा,”नैना हो सकता है मैंने जो देखा वो भ्रम था , पर जो अभी देखा है क्या उसे भी भ्रम नहीं बना सकती तुम ?”
“मतलब ?”,नैना ने कहा
“छोड़ दो ना ये सब , ये गाली-गलौच , ये ऐसी लाइफ , ये गुस्सा , ये ऐटिटूड ,, मिलकर एक नयी जिंदगी शुरू करते है ! माना की मेरी नजरो ने धोखा खाया है लेकिन मेरी फीलिंग्स , मेरी फीलिंग्स गलत नहीं है ! तुम बहुत अच्छी हो नैना मैं तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ !”,अवि ने कहा तो नैना मुस्कुरा उठी और कहा,”बस यही तो मैं नहीं चाहती , किसी के प्यार के लिए खुद को बदलना , अपनी पसंद नापसंद उसके हिसाब से रखना , अपना कैरेक्टर छोड़ देना ! मैं जैसी भी हूँ खुश हूँ आज तक कभी मुझे अपनी पर्सनालिटी से अपने कैरेक्टर से ये महसूस नहीं हुआ की मैने खुद के साथ नाइंसाफी की हो ! किसी लड़के के लिए अपना कैरेक्टर छोड़ देना मरने जैसा है ! मुझसे ये कभी नहीं होगा , मैं ऐसी हूँ और ऐसी ही रहूंगी चाहे कोई मुझसे प्यार करे या ना करे लेकिन मैं खुद से बेइंतहा मोहब्बत करती हूँ शायद इसलिए ऐसी हूँ !! मैं तुम्हारे लिए सही नहीं हूँ इसलिए अपनी ये डायमंड रिंग बचाकर रखो उस लड़की के लिए जो तुम्हारे जैसी हो , जिसे ये रिंग देकर तुम्हे अफ़सोस ना हो !!”
कहकर नैना वहा से जाने लगी दो कदम चलकर रुकी और पलटकर कहा,”किसी को बदलकर उस से प्यार करोगे तो भले प्यार तुम्हे मिल जाये लेकिन उस इंसान की असली पर्सनालिटी तुम खो दोगे ,, और प्यार के लिए मैं अपनी पर्सनालिटी छोड़ दू प्यार अभी इतना महंगा भी नहीं हुआ !!”
अवि कुछ नहीं बोल पाया बस खामोश खड़ा जाती हुई नैना को देखता रहा ! नैना अवि का प्यार ठुकरा कर चली गयी रुचिका और शीतल अवि के पास आयी अवि का उतरा हुआ चेहरा देखकर रुचिका ने कहा,”तुम टेंशन मत लो , नैना हम लोगो से थोड़ी सी अलग है उसे तुम्हारा प्यार एक दिन जरूर समझ आएगा !”
“अवि नैना ऐसी ही है जबसे हम लोग मिले है हम लोगो ने भी उसे इन चीजों में इन्वॉल्व होते नहीं देखा ! ये प्यार , रिश्ते , फीलिंग्स इन सब से वो कोसो दूर है ,, लेकिन तुम उसके दिल में ये सब जगा सकते हो ! नैना बहुत अच्छी लड़की है अवि उसे ये सब समझने में थोड़ा वक्त लगेगा तुम दिल छोटा मत करो !!”,शीतल ने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा !
शीतल और रुचिका को अवि की फीलिंग्स में सच्चाई नजर आ रही थी और उन दोनों की नजर में अवि एक अच्छा लड़का था ! अवि की आँखों में नमी उतर आयी थी नैना को उसने पाने से पहले ही खो दिया था और ये अहसास उसे अंदर तक कचोट गया ! उसने अपनी आँखे रुचिका और शीतल से छुपा ली और वहा से चला गया ! शीतल और रुचिका एक दूसरे की और देखने लगी ! कुछ देर बाद ही वहा सार्थक आया और उन दोनों से कहा,”हे तूम दोनों बाहर क्या कर रही हो ? एग्जीबिशन तो अंदर है ना !”
रुचिका ने सार्थक को सारी बात बता दी सार्थक ने सूना तो उसने कहा,”यार ! ये सब कब हो गया ?”
“अवि नैना को बहुत पसंद करता है लेकिन नैना को तुम जानते हो वो इतनी जल्दी नहीं पिघलेगी !”,शीतल ने कहा
“ये जो प्यार की आग है इसमें बड़े बड़े पत्थर पिघल जाते है , और हमारी नैना तो बाहर से सख्त लेकिन अंदर से मोम है मोम ,, देखना जरूर पिघलेगी !!”,सार्थक ने कहा
रुचिका ने उसे हाई फाई दिया और कहा,”आई विश ऐसा ही हो !!”
नैना वहा से निकल कर बड़बड़ाते हुए चलने लगी,”ये साले सारे हुतियापे मेरी जिंदगी में ही लिखे है क्या ? मतलब कुछ भी देखो और प्यार कर लो !! अजीब चू#या आदमी है प्यार में ऐसी शर्ते कौन रखता है ? खुद को बदल लो ,, कच्ची बनियान है क्या जो बदल ले ? साला जैसे है वैसे प्यार करो ना बदल कर कोनसा मोहब्बत ज्यादा हो जाएगी , पर नहीं रोमांटिक नॉवेल्स पढ़ा पढ़ कर अपना दिमाग इतना सेट कर लेते है की प्रेक्टिकल चीजों को भी किताबी मान बैठेंगे ! जरुरी तो नहीं है साला जो तुम देखो वही सही हो , कभी चीजों को सामने वाले की नजर से भी देखो अलग दिखेगी पर नहीं प्यार मोहब्बत में घुसकर सबके सब अंधे बन चुके है !! मुझे आना ही नहीं चाहिए था यहाँ पर नहीं मुझे तो चूल मची थी खुद को सही साबित करने की ,, ये चूल ना कभी कभी खुद के भी “L” लगा देती है मिस नैना ! पडोसी तो बड़ा डिमांडिंग निकला “तुम ये सब छोड़ क्यों नहीं देती नैना” हां साला जैसे मैंने तो जैसे कोचिंग खोल रखा है गालियों का , मेरा तो पार्ट टाइम जॉब है ना गाली देना ! निकल जाती है गुस्से में ,, लेकिन इन बुद्धिजीवियों को कौन समझाए ? चले है समाज सुधारने !!”
नैना का बड़बड़ाना जारी था ! उसने ऑटो रुकवाया और अपार्टमेंट चलने को कहा ! रास्तेभर नैना के दिमाग में अवि का चेहरा और उसकी बाते घूमती रही ! उसका दिमाग एकदम से बंद हो चुका था ! उसने सर पकड़ लिया ऑटो एक गली में मुड़ा कुछ ही दूर चला था की नैना के कानो में गाने की तेज आवाज पड़ी ! ऑटो रुक गया क्योकि आगे किसी की बारात जा रही थी ! नैना ऑटो से उतरी उसे ना जाने क्या सूझी और वह बारातियो में शामिल हो गयी और नाचने लगी ! सब नाचने में मस्त थे इसलिए नैना पर किसी ने ध्यान नहीं दिया ! ऑटो वाला भीड़ से होकर नैना के पास आया और कहा,”अरे मैडम ये क्या कर रही है आप चलना नहीं है क्या ?”
नैना ने उसके कान के पास मुंह लाकर कहा,”किस्मत जब आपकी बेंड बजाए ना तो थोड़ा नाच लेना चाहिए !” कहकर नैना फिर नाचने लगी और ऑटो वाला अपने बाल नोचते हुए वहा से चला गया ! बेंड वाले ने गाना शुरू किया – ओह्ह मस्ती भरी रात है , सोहणी कुडियो का भी साथ है ,, जीने का लेले मजा ,, ओह्ह डरने दी क्या बात है ? ना ना ना ना ना रे ना रे !!!

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संजना किरोड़ीवाल !!!

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