Sanjana Kirodiwal

Story with Sanjana Kirodiwal

Telegram Group Join Now

Love You जिंदगी – 18

Love you Zindagi -18
love-you-zindagi-18

Love You Zindagi – 18

नैना मैनेजर के केबिन में आयी ! उसे देखते ही मैनेजर ने हाथ में पकड़ी फाइल टेबल पर फेंककर कहा,”व्हाट इज दिस नैना ? तुम्हे एक प्रोजेक्ट दिया था वो भी तुमने ढंग से नहीं किया है ,, काम करने का मन नहीं है तुम्हारा या फिर कोई और वजह है !”
हालाँकि मैनेजर उस दिन वाले बदले को लेकर नैना को खूब सुनाना चाहता था लेकिन उसने ऐसा अभी नहीं किया , लेकिन नैना को डांटने का मौका आज उसके हाथ लग चुका था ! नैना ने फाइल उठायी और उसे देखकर कहा,”पर मैंने इस में पूरा काम कर रखा है , टेबल्स का काम रुचिका का था मुझे लगा उसने कम्प्लीट कर दिया होगा !”
“उस से मुझे कोई मतलब नहीं है आज शाम से पहले ये फाइल कम्प्लीट होनी चाहिए , यू गॉट देट ?”,मैनेजर ने अपनी पोजीशन का रौब झाड़ते हुए कहा !
“यस सर !”,नैना ने शांति से कहा और फाइल लेकर चली गयी ! नैना आज बिना जवाब दिए केबिन से चली गयी मैनेजर यही सोच रहा था और फिर उसने खुद से कहा,”आज ये खूंखार बिल्ली इतनी शांत कैसे है ? खैर कोई नहीं तुम्हारा जीना तो अब मैं हराम कर ही दूंगा मिस नैना !”
नैना को रुचिका पर गुस्सा आ रहा था की उसने अधूरी फाइल उसे क्यों थमा दी ? वह अपने केबिन में आयी तक तक बाकि का स्टाफ भी आ चूका था नैना ने फाइल लाकर सीधा रुचिका के सामने रखी और कहा,”ये बिना कम्प्लीट फाइल तुमने मुझे क्यों दी ? मुझे लगा तुमने टेबल्स का काम पूरा कर दिया है इसलिए मैंने ये मैनेजर को सब्मिट कर दी !”
“ओह्ह सो सॉरी नैना , वो मैं सचिन का काम कर रही थी तो मुझे याद नहीं रहा !”,रुचिका ने बिना नैना की और देखे कहा तो नैना को गुस्सा आया और उसने रुचिका का लेपटॉप बंद करके कहा,”तुम्हारे सॉरी बोलने से क्या होगा रूचि ? ऑलरेडी मेरी मैनेजर से एक बार बहस हो चुकी है और मैं नहीं चाहती फिर से हो ,, सचिन का काम करना तुम्हारे लिए आजकल कुछ ज्यादा ही जरुरी हो गया है रूचि !”
“सचिन बीच में कहा से आ गया ?”,रुचिका को सचिन का नाम सुनकर थोड़ा गुस्सा आ गया !
“और क्या कर रही हो तुम पिछले 2-4 दिन से , सैलेरी उस बंदे की मेहनत तुम कर रही हो वो भी अपना काम छोड़कर”,नैना ने कहा तो रुचिका को थोड़ा हर्ट हो गया !
“मैं किसी का भी काम करू नैना तुम्हे बोलने का कोई हक़ नहीं है , रही फाइल की बात तो वो मैं कर दूंगी ! नाउ स्टॉप गिविंग मी लेक्चर !”,रुचिका ने थोड़ा तेज आवाज में कहा सभी नैना और रुचिका की और देखने लगे ! नैना को ये अच्छा नहीं लगा तो उसने फाइल उठायी और रुचिका से कहा,”बाबू/शोना में इतना घुस चुकी हो तुम लोग की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में फर्क समझ नहीं आ रहा ,, जिस दिन दोनों में लात पड़े आ जाना मैं यही मिलूंगी”
इतना कहकर नैना वहा से चली गयी ! रुचिका झुंझलाकर अपनी सीट पर वापस जा बैठी और काम में लग गयी ! नैना फाइल लिए केबिन से बाहर निकली और बाहर पड़े एक्स्ट्रा टेबल पर बैठकर काम करने लगी सबकी नजर नैना पर थी और सबके बिच खुसर पुसर भी चल रहा था ! जय नैना को इम्प्रेस करने के लिये केंटीन से कॉफी लेकर आया और नैना की टेबल पर रखकर पास पड़ी कुर्सी पर बैठकर कहा,”आज तुम यहाँ बैठकर काम कर रही हो , स्ट्रेंज ?”
“क्यों कोई परेशानी है ?”,नैना ने कहा
“नहीं नहीं मुझे क्या परेशानी होगी , मैंने तो बस ऐसे ही ! वैसे तुम्हारा काम बहुत अच्छा है देखा मैंने !”,जय ने कहा
“मेरा काम देखने के बजाय अपने काम पर ध्यान दिया होता तो आज इस ऑफिस में मैनेजर होते तुम !”,नैना ने बिना जय की तरफ देखे कीबोर्ड चलाते हुए कहा !
बेचारा जय कहा नैना को इम्प्रेस करने आया था और कहा नैना ने उसकी ही बेंड बजा दी ! जय ने चुपचाप उठकर जाने में ही अपनी भलाई समझी जैसे ही जाने लगा नैना ने कहा,”कॉफी !”
“लगता है पट गयी”,जय ने मन ही मन खुश होते हुए कहा और पलटकर नैना से कहा,”हां हां बिल्कुल बताओ कब चलना है ?”
“अपनी कॉफी लेकर जा यहाँ से जो टेबल पर रखी है !”,नैना ने कहा तो बेचारे जय का सपना टूट गया उसने कप उठाया और चला गया अपने डेस्क पर आकर बैठा तो पास बैठे लड़के ने कहा,”करवा ली फिर से बेइज्जती ?”
“यार ये लड़की खुद को समझती क्या है ? इतना अच्छे से बात कर रहा हु फिर भी भाव नहीं देती है !”,जय ने उदास होकर कहा
“भाई मेरी मान तो इस से पंगा मत ले , इसका जूनून मैंने सिर्फ दो चीजों के लिए देखा है एक चाय और दुसरा काम ,, शी इज परफेक्ट इन हर वर्क”,लड़के ने जय को नसीहत दी !
“हम्म्म !”,कहकर जय अपने काम में लग गया !
रुचिका अपनी डेस्क पर बैठे बैठे काम कर रही थी लेकिन नैना की बातो से वह अपसेट हो चुकी थी ! कुछ देर बाद उठकर वह सचिन के केबिन के बाहर आयी और सचिन से कहा,”तुमसे जरुरी बात करनी है , केंटीन में आओ !”
सचिन घबरा गया उसे लगा नैना ने रुचिका को वाशरूम वाली बात बता दी होगी और इस मेटर में उसे बात करनी है !
सचिन रुचिका के पीछे ही केंटीन चला आया दोनों सबसे लास्ट कोने वाली टेबल पर जाकर बैठे और रुचिका ने कहा,”मुझे तुमसे कुछ बात करनी है ?”
सचिन नहीं चाहता था रुचिका सुबह वाले मेटर को लेकर बात करे इसलिए उसने कहा,”अरे मुझे भी तुम्हे कुछ बताना है !”
“हां बताओ”,रुचिका ने कहा
“आज शाम मैंने तुम्हारे और मेरे लिए डिनर टेबल बुक की , तुम चलोगी न !”,सचिन ने बातो का जाल फेंकते हुए कहा
रुचिका ने सूना तो हैरान रह गयी क्योकि इस से पहले जब जब उसने सचिन से बाहर चलने को कहा सचिन ने मना कर दिया और आज वह खुद से उसे डिनर के लिए बोल रहा था ! रुचिका को हैरान देखकर सचिन ने उसका हाथ अपने हाथो में लिया और कहने लगा,”आई ऍम सॉरी मैं तुम्हे बिल्कुल टाइम नहीं दे पाता , ऑफिस में तुमसे ठीक से बात भी नहीं कर पाता इसलिए मैंने सोचा क्यों ना तुम्हारे साथ एक क्वालिटी टाइम बिताया जाये जिसमे सिर्फ तुम और मैं हो !”
रुचिका ने सूना तो मुस्कुरा उठी और कहा,”आई लव यू , मैं भी तुम्हारे साथ टाइम स्पेंड करना चाहती हु ,, थैंक्यू सो मच सचिन तुम बहुत अच्छे हो !”
सचिन की चिकनी चुपड़ी बातें सुनकर रुचिका पिघल गयी और साथ ही नैना पर जो गुस्सा था वो भी ! सचिन ने देखा रुचिका मुस्कुरा रही है तो उसने कहा,”तुम अपना काम ख़त्म कर लो शाम को मैं तुम्हे पिक कर लूंगा !”
“ओके !”,रुचिका ने ख़ुशी से भरकर कहा
“अच्छा तुम कुछ बताने वाली थी !”,सचिन ने रुचिका का मन टटोलते हुए कहा !
“छोडो उसे वो तो बस ऐसे ही , तो हम लोग पक्का चल रहे है ना ?”,रुचिका ने कहा
“हां बाबा !”,सचिन ने कहा
“तुम मजाक तो नहीं कर रहे ना ?”,रुचिका ने कहा तो सचिन ने एक बार फिर उसके हाथ को अपने हाथो में लेकर कहा,”तुम्हे मुझपे भरोसा है ना ?”
सचिन ने उस लाइन का इस्तेमाल किया जहा शक पर तुरंत मिटटी डालकर दबा दिया जाता है ! रुचिका ने भी वही किया जिस बात के लिए वो यहाँ आयी थी वह तो उसने पूछी नहीं उलटा वह तो सचिन के साथ डिनर पर जाने को लेकर एक्साइटेड थी उसने कहा,”हां खुद से भी ज्यादा !”
“अच्छा तो फिर मैं चलता हु शाम को मिलते है , बाय !”,सचिन ने कहा और चला गया
“बाय !”,रुचिका ने कहा और वेटर से अपने लिए सेंडविच लाने को कहा
वेटर 2 चीज सेंडविच रुचिका के सामने रखकर वहा से चला गया , सचिन के ख्यालो में खोयी रुचिका सेंडविच खाने लगी ! सेंडविच खाने के बाद उठकर जाने लगी तो काउंटर के पास आयी और एक बड़ा कप चाय देने कहा और लेकर ऑफिस में चली आयी नैना अपने काम में लगी थी उसे बिना डिस्टर्ब किये रुचिका ने उसकी टेबल पर चाय से भरा कप रखा और चली गयी ! आँखों में दर्द महसूस हुआ तो नैना ने स्क्रीन से नजरे हटा ली और साइड में देखा , चाय का कप देखकर हैरान थी लेकिन चाय तो चाय होती है उसने कप उठाया और इत्मीनान से चाय पिने लगी !
शीतल अपनी डेस्क पर बैठकर काम कर रही थी की कुछ देर बाद राज का मेसेज आया,”ब्रेक अप विथ मी”
शीतल ने जैसे ही मेसेज देखा तुरंत राज को फोन लगाया लेकिन राज ने फोन काट दिया ! शीतल वहा से उठकर बाहर आयी और एक बार फिर राज को फोन लगाया इस बार राज ने फोन उठा लिया !
“हैलो राज , राज मेरी बात सुनो प्लीज ऐसा मत करो !”,शीतल ने कहा
“बस बहुत हो चुका शीतल , वो दो कौड़ी की लड़की नैना उसने मुझे कितना सब सुनाया जानती हो तुम”,राज ने गुस्से से कहा
“उसके लिए मैं तुमसे माफ़ी मांगती राज , नैना से गलती हो गयी वो हमारे बारे में सब नहीं जानती है ,, आज के बाद वो ऐसा कभी नहीं करेगी ! प्लीज राज आई लव यू सो मच !”,शीतल ने कहा
“लव करती हो मुझसे तो कान खोलकर सुन लो वही करोगी जो मैं कहूंगा , अगर तुम्हे मेरी जरूरत है तो आज के बाद उस लड़के से दूर रहोगी तुम !”,राज ने कहा
“मैं सिर्फ तुमसे प्यार करती हु राज , मैं किसी और की तरफ देखूंगी भी नहीं ,, आई रियली लव यू !”,शीतल कहते कहते रो पड़ी !
“ओके , और उस नैना बजाज को तो मैं छोड़ने वाला नहीं हु , मुझे तमीज सीखा रही थी ना वो उसे तो मैं बताऊंगा की राज कौन है ?”,राज ने शीतल से कहा
“नैना ने कुछ नहीं किया है उसे माफ़ कर दो प्लीज मैं भरोसा दिलाती हु आज के बाद ऐसा कुछ नहीं होगा ,, मैं सिर्फ तुम्हारी हु !”,शीतल ने कहा
“अच्छा ठीक है रोना बंद करो ! मुझे तुम्हे कुछ बताना है !”,राज ने कहा
“हां कहो !”,शीतल ने अपने आंसू पोछते हुए कहा
“मेरी जॉब लग गयी है कोलकत्ता में ,, 3 महीने बाद मैं वहा जा रहा हु उसके बाद सैटल होकर तुम्हे भी वहा बुला लूंगा ! शादी करके एक नयी जिंदगी की शुरुआत करेंगे हम लोग !”,राज ने खुश होकर कहा
“क्या तुम सच कह रहे हो राज ? क्या सच में हम लोग शादी करने वाले है ?”,शीतल की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा अपने और राज के जिस रिश्ते को वह नाम देना चाहती थी वो अब मुकम्मल होने जा रहा था !
“अरे बाबा हां , सच में ,, जॉब ज्वाइन करते ही मैं तुम्हारे भाई से बात करूंगा !”,राज ने कहा
शीतल ने सूना तो उसे सुकून मिला फोन काटकर वह जल्दी से केबिन में आयी और रुचिका को गले लगाते हुए कहा,”आई ऍम सो हैप्पी”
“बताएगी क्या हुआ है ?”,रुचिका ने हैरानी से कहा
शीतल ने रुचिका के पास पड़ी चेयर पर बैठते हुए कहा,”राज की जॉब लग गयी है कोलकत्ता , और उसके बाद वो मुझसे शादी करने वाला है !”
“वॉव , ये तो बहुत अच्छी न्यूज़ है यार आई ऍम सो हैप्पी फॉर यू शीतल !”,रुचिका ने कहा
शीतल मुस्कुराते हुए कहने लगी,”पता है रूचि कितने सालो में इस दिन का इंतजार कर रही थीं , आज फाइनली उसने बोल दिया ! अब देखना हमारे बिच सब सही हो जाएगा ,, जब एक दूसरे के साथ रहेंगे तो एक दूसरे को जान पाएंगे समझ पाएंगे और उसके बाद उसके बाद ये झगडे नहीं होंगे !”
“आई विश ऐसा ही हो , आज सचिन भी मुझे डिनर पर ले जाना चाहता है”,रुचिका ने शरमाते हुए कहा
“ये तो अच्छी बात है तुम्हे जाना चाहिए !”,शीतल ने कहा
“हम्म्म्म मैंने हां बोला है उसे , आज सीधा ऑफिस से ही जाउंगी !”,रुचिका ने कहा तो शीतल मुस्कुरा दी और उसके बाद दोनों अपने अपने कामो में लग गयी दूसरी तरफ नैना इन दोनों से अनजान अपने काम में लगी हुई थी , शाम से पहले उसने फाइल कम्प्लीट की और लेकर मैनेजर के केबिन में आयी ! मैनेजर किसी से फोन पर बाते करने में लगा हुआ था नैना ने फाइल रखनी चाही तो मैनेजर ने उसे रुकने का इशारा किया , नैना को रुकना पड़ा !
“अरे बेबी आप कहो तो अपना बँगला आपके नाम करवा दू डायमंड का सेट कोनसी बड़ी बात है !”,मैनेजर ने बातो में चाशनी लपेटते हुए कहा !
नैना ने सूना तो वह धीरे से बड़बड़ाई,”साले सब के सब बाबू शोना में बर्बाद है , ठरक तो देखो इसकी”
“नैना तुमने कुछ कहा ?”,मैनेजर ने फ़ोन रखते हुए कहा
“नहीं सर , कन्टीन्यूए !”,नैना ने शांत लहजे में कहा जबकि अंदर तूफान मच रहा था मैनेजर को देखकर उस दिन के बाद से तो नैना को मैनेजर की शक्ल से भी नफरत होने लगी थी ! मैनेजर उठा और नैना से फाइल लेकर देखते हुए कहा,”नैना नैना नैना यू आर अमेजिंग तुमने इतनी जल्दी फाइल क्लियर कर दी , तुम चाहो तो क्या नहीं हो सकता ? लेकिन तुम लेक्चर बहुत देती हो”
“सर , मैं गाली भी बहुत अच्छी देती हु , सुनना चाहेंगे !”,नैना ने उतने ही शांत लहजे में कहा
“नैना नैना नैना , यू सच अ डार्लिंग तुम्हारे जैसी खूबसूरत लड़की के मुंह से गाली भी तारीफ ही लगती है यू नो !”,मैनेजर ने बड़े ही प्यार से कहा
“लेकिन मेरी वाली सुनकर आपके कानो से खून निकलने लगा इसकी फूल गेरेंटी है ! नाउ प्लीज़ चेक फाइल देन आई विल गो !”,नैना ने कहा तो मैनेजर उसके थोड़ा करीब आया और रोमांटिक होते हुए कहा,”और अगर मैं तुम्हे रोक लू तो”
नैना भी उसके थोड़ा करीब आयी और उसकी आँखों में देखते हुए कहा,”रोक के दिखा , अगर अफ़सोस ना हुआ तो मेरा नाम नैना बजाज नहीं !”
नैना की तीखी आँखे और तेवर देखकर मैनेजर पीछे हट गया और कहा,”अरे अरे नैना कूल मैं तो बस मजाक कर रहा था ! फाइल इज ओके तुम जा सकती हो”
नैना वहा से निकल गई और मैनेजर अपने गले की टाई ढीली करने लगा !

क्रमश

Follow Me On – facebook

संजना किरोड़ीवाल !

35 Comments

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!