Love You जिंदगी – 17
Love You Zindagi – 17
अवि नैना के कंधो को थामे उसकी आँखों में देखे जा रहा था और नैना उसे,,,,,,,,,,,,,,,नैना को अवि के साथ बिजी देखकर दोनों लड़के वहा से भाग गए।
“अभी तुमने क्या कहा ?”,नैना ने एकदम से अपनी आँखे जोर से मींचते हुए कहा
“मैंने कहा मैं तुमसे प्यार करता हूँ और मैं नहीं चाहता तुम किसी मुसीबत में पड़ो”,अवि ने एक बार फिर बड़े प्यार से कहा
”ऐसा लगा जैसे अभी अभी मेरे डेड ने मुझसे ये कहा हो,,,,,,,,,,,,,,!”,नैना ने खोये हुए स्वर में कहा।
अवि ने नैना को अपनी तरफ खींचकर गले लगाया और उसका सर सहलाते हुए धीमी आवाज में कहा,”तुम जब गुस्से में होती हो तो तुम्हे नहीं पता होता तुम क्या करने वाली हो ? मैं तुम्हे तक़लीफ में नहीं देख सकता नैना इसलिए मुझे बस तुम्हारी परवाह है”
“पडोसी तुम अब ज्यादा सेंटी हो रहे हो”,नैना ने क्यूट सा फेस बनाकर कहा
अवि ने उसके सर को चूमा और कहा,”अब चलो मेरे साथ”
रुचिका शीतल मोंटी सार्थक भी अवि नैना के पास चले आये और फिर साथ साथ आगे बढ़ गए
रुचिका मोंटी की बाँह थामे चल रही थी , शीतल सार्थक का हाथ थामे बातें करते हुए चल रही थी और अवि नैना साथ साथ चलने लगे। चलते चलते अवि की नजर वहा साइड शॉप पर लगाए स्कार्फ पर गयी उसने एक स्कार्फ लिया और नैना के बगल में आकर उसका हाथ मजबूती से थाम लिया। नैना ने देखा तो अवि की तरफ देखकर अपनी भँवे उचकाई लेकिन अवि ने कोई जवाब नहीं दिया बल्कि हाथ में पकडे स्कार्फ से अपने और नैना के हाथ को बांधने लगा
“ये तुम क्या कर रहे हो ?”,नैना ने हैरानी से अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करते हुए पूछा
“तुम्हारा हाथ अपने हाथ के साथ बांध रहा हूँ”,अवि ने बिना नैना की तरफ देखे उसका हाथ बांधते हुए कहा
“हाहह लेकिन क्यों ?”,नैना ने हैरानी से कहा तो अवि ने उसकी आँखों में देखते हुए कहा,”ताकि तुम फिर से इधर उधर ना निकल जाओ,,,,,,,,,,,अब चलो”
अवि नैना को लेकर आगे बढ़ गया।
“पडोसी ये ज्यादा हो रहा है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम क्या पुरे ट्रिप में मुझे ऐसे बांध के रखोगे ?”,नैना ने सवाल किया
“अगर मेरा बस चले ना तो मैं पूरी जिंदगी तुम्हे ऐसे अपने साथ रखू लेकिन फ़िलहाल के लिए ये ठीक है,,,,,,,,,,,,,,चलो तुम्हे यहाँ का खाना टेस्ट करवाता हूँ”,कहते हुए अवि नैना को साथ लेकर चला गया और अवि किसी आज्ञाकारी बच्चे की तरह उसके साथ साथ चल पड़ी।
शाम में सभी बागा बीच पहुंचे। तीनो लड़के शॉर्ट्स में थे और बीच पर पड़ी कुर्सियों पर लेटे हुए शाम के खूबसूरत नजारो का मजा ले रहे थे। अवि ड्रिंक नहीं करता था इसलिए उसके हाथ में जूस था वही मोंटी और सार्थक की गोआ आकर अच्छी दोस्ती हो चुकी थी इसलिए दोनों बियर की बोतल लेकर शाम के नजारो का आनंद ले रहे थे। सामने ही समंदर में लड़के लड़किया नहा रहे थे। कुछ लोग फोटोशूट करवा रहे थे। कुछ वही बीच की मिटटी पर लेटे हुए थे। हलकी सुहावनी धुप थी जिसमे सभी चिल कर रहे थे। अवि सार्थक और मोंटी लेटे लेटे बाते कर रहे थे। बातों बातो में सार्थक ने कहा,”थैंक्स मोंटी तुम्हारे इस आइडिआ ने तो सारी टेंशन ही खत्म कर दी। यहाँ आकर अब थोड़ा रिलेक्स लग रहा है दिल कर रहा है शीतल के साथ यही बस जाऊ”
“हाँ भाई मुझे भी ऐसा ही लग रहा है कितनी मस्त लाइफ है यहाँ की ना कोई टेंशन , ना ऑफिस की झिक झिक,,,,,,,,,,,,!!”,मोंटी ने इतना ही कहा की बगल में पड़ा उसका फोन बज उठा उसने मुस्कुराते हुए फोन उठाया लेकिन स्क्रीन पर बॉस का नंबर देखकर मोंटी के चेहरे की ख़ुशी एकदम से गायब हो गयी। मोंटी ने बेमन से फोन उठाया और कहा,”हेलो ! क्या आप वीकेंड में भी मुझे चैन से जीने नहीं देंगे बॉस ?”
“हेलो मानव मैं बोल रही हूँ माला,,,,,,,,,,,,,,,,मेरे पास तुम्हारा नंबर नहीं था इसलिए सर क फोन से फोन किया”,दूसरी तरफ से माला की प्यार भरी आवाज उभरी। माला की आवाज सुनते ही मोंटी उठकर बैठ गया और अपनी बियर की बोतल साइड में रख फोन सम्हालते हुए कहा,”आई ऍम सो सॉरी मुझे लगा बॉस,,,,,,,,,,,,,,,,,आप कहिये ना क्या कर रही थी ?”
“मानव एक्चुअली वो जो नए प्रोजेक्ट की डील थी वो मैं तुम्हारी मौजूदगी में करना चाहती थी। मुझे तुम्हारा काम काफी पसंद आया एंड मेरे पास तुम्हारे लिए ऑफर भी था सो अगर तुम फ्री हो तो आज शाम में मिले,,,,,,,,,,,,,,,,,,डिनर भी बाहर ही कर लेंगे”,माला ने सहजता से कहा
“मैं जरूर आता मेम बट,,,,,,,,,,,,,,,,!”,मोंटी ने अफ़सोस भरे स्वर में कहा
“बट क्या ? देखो ये एक अच्छा ऑफर है एंड आई थिंक इस से तुम्हे आगे बढ़ने में काफी हेल्प मिलेगी”,माला ने कहा
“आई अंडरस्टेंड लेकिन अभी मैं शहर से बाहर हूँ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,एक्चुअली मैं वीकेंड के लिए बाहर आया हूँ एंड मुझे यहाँ दो दिन और लग जायेंगे”,मोंटी ने अपनी परेशानी बताई
“ओह्ह्ह आई सी,,,,,,,,,,,,,,,,मुझे कल सुबह ही वापस बैंगलोर के लिए निकलना था , सोचा जाने से पहले तुम से नए प्रोजेक्ट और ऑफर को लेकर डिस्कस कर लू,,,,,,,,,,,,,,,,,खैर तुम अपना वीकेंड एन्जॉय करो”,माला ने कहा
“मैं कोशिश करूंगा नए प्रोजेक्ट में अपना 100% दे सकू,,,,,,,,,,!!”,मोंटी ने सहजता से कहा
“ठीक है हेव अ गुड डे”,माला ने कहा और फोन काट दिया
मोंटी ने जैसे ही फोन काटकर रखा देखा अवि और सार्थक उसी पर चढ़े हुए है और घूर रहे है । मोंटी ने पीछे खिसकते हुए कहा,”क्या है ?”
“किसका फोन था ?”,सार्थक ने एकदम से पूछा
“तूमने उसे मेम कहा ? मतलब फोन पर कोई लड़की थी , कौन है ये लड़की ?”,अवि ने भी गंभीरता से पूछा
“कही तेरा घर से बाहर अफेयर तो नहीं चल रहा ?”,सार्थक ने सवाल किया
“तू रूचि को धोका देने की तो नहीं सोच रहा ?”,अवि ने भी लगभग मोंटी पर चढ़ते हुए पूछा
“देख भाई रूचि अच्छी लड़की है उसके साथ ऐसा मत करना”,सार्थक ने कहा
मोंटी वहा से उठा और साइड में आकर कहा,”स्टॉप इट गाईज ऐसा कुछ भी नहीं है , ये बस ऑफिस से एक कॉल था”
मोंटी का उतरा हुआ चेहरा देखकर सार्थक और अवि पहले तो खामोश रहे और फिर अपनी अपनी कुर्सियों पर बैठकर जोर जोर से हसने लगे। उन्हें हँसते देखकर मोंटी उनकी शरारत समझ गया और अपनी कुर्सी पर आकर बैठते हुए कहा,”क्या यार गाईज तुम दोनों भी,,,,,,,,,,,,!!”
“हम दोनों बस तुम्हारी टाँग खींच रहे थे , सॉरी”,अवि ने कहा
“इट्स ओके,,,,,,,,,,,,,,ये लड़किया कही दिखाई नहीं दे रही ?”,मोंटी ने इधर उधर देखते हुए कहा तो नजर बगल में बैठे सार्थक पर चली गयी जो की मुँह फाड़े सामने देख रहा था। उसे ऐसे देखकर मोंटी ने कहा,”अब तुम्हे क्या हुआ ?”
“सामने देख भाई,,,,,,,,,,,!”,सार्थक ने खोये हुए स्वर में कहा
मोंटी ने देखा तो उसका भी मुंह खुला का खुला रह गया। सामने कुछ ही दूर पानी में रुचिका , शीतल और नैना थी लेकिन जिन कपड़ो में थी उन्हें देखकर मोंटी और सार्थक के मुंह खुले के खुले रह गए। रुचिका ने वन पीस पहना था , शीतल ने भी शार्ट ड्रेस और नैना ने शॉर्ट्स के साथ सफेद रंग की झीनी कमीज जिस से अंदर पहनी सेंडो साफ नजर आ रही थी। तीनो पानी में अठखेलिया कर रही थी और काफी प्यारी भी लग रही थी। अवि ने जूस पीते हुए जैसे ही सामने पानी में भीगती नैना को देखा जूस फनवारे के साथ उसके मुंह से आ गिरा। नैना खूबसूरत तो थी ही लेकिन आज वह इस लुक में काफी हॉट लग रही थी। अवि बस एकटक नैना को देखता रहा। मोंटी से जब रहा नहीं गया तो वह उठा और सार्थक अवि को हाथ पकड़कर उठाते हुए कहा,”ब्रो उनके पास चलते है,,,,,,,,,,,,वो लोग कितनी स्टनिंग लग रही है”
अवि मोंटी और सार्थक तीनो लड़कियों के पास चले आये और फिर शुरू हुई मस्ती,,,,,,,,,,,,,,,सब खूब इंजॉय कर रहे थे पानी के साथ इस वक्त किसी को कुछ याद नहीं था बस सब अपने आज में जी रहे थे। अवि अपना ऑफिस भूल चुका था , सार्थक राज को भूल चुका था और मोंटी माला और उसके ऑफर को,,,,,,,,,,,उनकी आँखों में इस वक्त कोई था तो बस वो थी नैना , शीतल और रुचिका और सब बहुत खुश थे। सूरज ढलने लगा था और ढलते सूरज के साथ ही वहा लाइट्स जलने लगी और माहौल काफी खुशनुमा हो गया। रही सही कसर वहा मौजूद DJ ने कर दी जिस पर वहा मौजूद सभी लोग थिरकने लगे थे। नैना भी आज काफी खुश थी उसने अवि का हाथ पकड़ा और सबके बीच आकर डांस करने लगी। हालाँकि वो डांस के मामले में थोड़ी अनाड़ी थी लेकिन फिर भी उसने कोशिश की के वह अवि के साथ डांस करे और वह काफी फनी डांस कर रही थी।
म्यूजिक पर थिरकते हुए नैना ने अवि के गाल को बड़े ही प्यार से छुआ और मुस्कुराते हुए उसकी आँखों में देखने लगी। पीछे बजते बैकग्राउंड म्यूजिक ने भी नैना की भावनाओ का पूरा साथ दिया और वह भी साथ साथ गुनगुनाने लगी,”जब यार करे परवाह मेरी , मुझे क्या परवाह इस दुनिया की,,,,,,,,,,,जग मुझपे लगाए पाबंदी , मैं हूँ ही नहीं इस दुनिया की”
मोंटी और सार्थक ने देखा तो दोनों नैना के अगल बगल चले आये और उसके कंधे पर हाथ डालकर ख़ुशी से चिल्लाये,”तुम्ही दिन चढ़े , तुम्ही दिन ढले , तुम ही हो बंधू सखा तुम ही”
नैना भी उनके साथ नाचने और मस्ती करने लगी तो वही अवि रुचिका शीतल के साथ डांस करने लगा। गोआ की ये शाम इन सबके लिए यादगार शाम बन चुकी थी और सब काफी खुश थे। सूरज ढलते ही सभी रिसोर्ट लौट आये जो कि बागा बीच से थोड़ी ही दूर था। कुछ देर रेस्ट करने के बाद सभी तैयार हुए और घूमने निकल पड़े। रात के समय गोआ और भी खूबसूरत नजर आता था। बीच साइड पार्टी , शोर-शराबा , खाना-पीना और सबसे बड़ी बात ये कि यहाँ राते नार्मल रातों जैसी होती ही नहीं थी,,,,,,,,,,,,,,!!
नैना टेंशन फ्री थी इसलिए रुचिका शीतल का हाथ थामे पार्टी में चली आयी। अवि ने सबके लिए एक टेबल बुक कर दिया ताकि पार्टी के बाद सभी साथ बैठकर खाना खा सके।
नैना , शीतल और रुचिका तीनो डांस फ्लोर पर चली आयी जहा और भी लड़के लड़किया थे। अवि घर से फोन आने की वजह से थोड़ा साइड में चला आया। सार्थक और मोंटी वही घूमते हुए आसपास के नज़ारे देखने लगे। डांस करते हुए नैना एकदम से अपने पीछे खड़े लड़के से टकरा गयी वह सॉरी बोलने जैसे ही पलटी लड़के ने भी पलटते हुए कहा,”सॉरी”
नैना ने देखा तो उसकी आँखे फ़टी की फ़टी रह गयी और दिल एकदम से धड़का। वो आवाज और वो चेहरा जाना पहचाना था। नैना को ये भरम लगा इसलिए उसने अपनी आँखों को दो तीन बार मसला और जैसे ही सामने देखा कोई नहीं था बस कुछ अनजान लड़के लड़किया वहा डांस कर रहे थे। नैना हैरान परेशान सी इधर उधर देखने लगी लेकिन वह लड़का उसे दोबारा नहीं दिखा।
“हे नैना क्या हुआ ? तुम किसी को ढूंढ रही हो क्या ?”,रुचिका ने डांस करते हुए उसके कंधे पर हाथ रखकर पूछा तो नैना ने असमझ की स्तिथि में अपना सर हिला दिया और उस बात को अपना भरम समझकर फिर से शीतल और रूचि के साथ डांस करने लगी।
घूमते घामते मोंटी और सार्थक भी वहा चले आये उनके साथ अवि को ना देखकर नैना ने पूछा,”अवि कहा है ?”
“वो किसी के साथ फोन पर बिजी है,,,,,,,,,,,,,अहम अहम यू नो समथिंग”,मोंटी ने नैना को चिढ़ाने के लिए कहा
“मैं उसे देखकर आती हूँ”,नैना ने मोंटी का कंधा थपथपाते हुए कहा
“ए नैना तुम कही अपने पडोसी पर शक तो नहीं कर रही,,,,,,,,,,,,,,,,,,,वो लड़का खरा सोना है बेटा”,मोंटी ने मुस्कुराते हुए कहा
“मैं आती हूँ”,नैना ने भी मुस्कुरा कर कहा और वहा से चली गयी। रुचिका सार्थक शीतल और मोंटी साथ साथ एन्जॉय करने लगे।
नैना क्राउड से निकल कर अवि को ढूंढते हुए साइड में चली आयी। हल्की लाइट्स थी नैना ने अवि को आवाज दी,”अवि,,,,,,,,,,,,,,,अवि”
“बेबी क्या हुआ तुम मुझे क्राउड से ऐसे अचानक क्यों ले आये ?”,एक जानी पहचानी आवाज नैना के कानो में पड़ी और वह ध्यान लगाकर सुनने लगी। अगले ही पल एक और जानी पहचानी लेकिन मर्दाना आवाज नैना के कानों में पड़ी,”एक्चुअली वहा क्राउड बहुत ज्यादा था एंड मुझे तुम्हारे साथ कुछ अच्छा टाइम स्पेंड करना था”
“आहहह ये आवाज इसे कही तो सूना है मैने,,,,,,,,,,,,,,,,,,लेकिन कहा ? और ये लड़की,,,,,,,,,,,,,क्या ये निबेदिता की आवाज है ?,,,,,,,,,,,,,,,,,नहीं नहीं वो यहाँ कैसे हो सकती है वो तो बैंगलोर में है ना,,,,,,,,,,,,!!”,नैना बड़बड़ाई
“अच्छा टाइम वो भी यहाँ इस अँधेरे में , इस से अच्छा तो हम लोग रिसोर्ट चलते है,,,,,,,,,,,,,,,आई हेव अ सरप्राइज फॉर यू”,लड़की की आवाज नैना के कानो में पड़ी। जैसे ही नैना ने आखरी शब्द सुने “आई हेव अ सरप्राइज फॉर यू” वह खुद से ही बोल पड़ी
,”शिट ये निबी ही है , वही सरप्राइज को प्राइज बोलती है ,लेकिन ये यहाँ कैसे ? और किसके साथ है ? मुझे देखना पडेगा”
कहते हुए नैना आवाज वाली दिशा में जाने लगी। वह बड़ी सावधानी से उस तरफ जा रही थी उसे एक लड़का और लड़की नजर आये जो की वहा खड़े बाते कर रहे थे और हलकी रौशनी उन पर पड़ रही थी लेकिन नैना उनका चेहरा नहीं देख पाई। वह थोड़ा सा आगे बढ़ी और झुककर सावधानी से उन दोनों को देखने लगी तभी किसी ने उसका कंधा थपथपाया। एक पल को नैना की सांसे ही रुक गयी और कलेजा मुंह को आ गया वह पलटी तो देखा उसके पीछे अवि खड़ा था। नैना ने अपने सीने पर हाथ रखा और गहरी साँस लेकर कहा,”ओह्ह्ह तुमने तो मुझे डरा ही दिया पडोसी”
“तुम यहाँ क्या कर रही हो ? वो भी ऐसे अकेले ?”,अवि ने थोड़ा हैरानी से कहा
“अवि अभी अभी मैंने निबेदिता की आवाज सुनी,,,,,,,,,,,,,,,,,वो यहाँ है किसी के साथ”,नैना ने धीमी आवाज में कहा
“ये तुम क्या कह रही हो ? निबी यहाँ कैसे हो सकती है ? वो इस वक्त बैंगलोर में है अभी थोड़ी देर पहले उसी से बात करके तो आया हूँ मैं”,अवि ने अपना फोन नैना को दिखाते हुए कहा जिसमे लास्ट डायल निबेदिता के नाम से था
नैना ने देखा तो उलझन में पड़ गयी निबेदिता की आवाज और उसके बोलने के टोन को वह अच्छे से पहचानती थी। नैना को सोच में पड़े देखकर अवि ने कहा,”तुम्हे जरूर कोई मिस अंडरस्टेंडिंग हुई है,,,,,,,,,,,,,,,,आओ चलते है”
नैना अवि के साथ वहा से चली गयी जाते जाते उसने पलटकर देखा लेकिन वहा कोई नहीं था।
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क्रमश – Love You Zindagi – 18
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संजना किरोड़ीवाल
ये निबोदिता ही थी, जो झूठ बोलकर गोवा आई है अपने ब्वायफ्रेंड के साथ….और पक्का ये लड़का या तो अनुराग होगा मा फिर मनीष…आखिर दोनों को नैना से बदला जो लेना है…
Nivi Raj ke sath hai,m sure
Kahin nivi raj k Saath to nhi Aayi
Khi nivi aur Anurag to nhi
Nice story
Kya Naina nibi or uske boyfriend ko pakad payegi nibi ka sach Abhi ke samne la payegi
Bo nibi ka boyfriend kon hai jo nibi ka fayda uthana chahta hai
Superb part…goa ka trip inki life badal dega..