Sanjana Kirodiwal

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Love You जिंदगी – 11

Love You Zindagi – 11

Love You Zindagi - Season 2
Love You Zindagi – Season 2

शीतल से राज की मुलाकात पहले ही हो चुकी थी और वह नहीं चाहती थी सार्थक उसे यहाँ देखे लेकिन थियेटर के बाहर आख़िरकार राज और सार्थक की मुलाकात हो ही गयी। शीतल के लिए सार्थक ने जो किया उस से राज का मुंह बंद हो गया और राज अपनी शीतल को लेकर बाइक के पास चला आया। दोनों खामोश थे। सार्थक और शीतल आमने सामने खड़े थे। इस वक्त सार्थक के दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था लेकिन बाहर से वह खुद को नार्मल दिखाने की कोशिश कर रहा था। सार्थक का चेहरा देखकर शीतल समझ गयी की सार्थक परेशान है उसने आगे बढ़कर सार्थक को गले लगाया और धीरे धीरे उसकी पीठ थपथपाते हुए कहा,”वो एक बुरा सपने जैसा था , हम नींद से जाग चुके है। तुम मेरे साथ हो ये काफी है , कुछ देर पहले तुमने जो मेरे लिए किया वो प्राइसलेस था,,,,,,,,,,,,,आई लव यू”
सार्थक ने सूना तो मुस्कुरा उठा। शीतल के शब्द उसकी परेशानी को कम करने के लिए ये कुछ शब्द काफी थे। सार्थक ने भी शीतल को गले लगाए रखा और उसके बालों को सहलाता रहा। आस पास से गुजरते कुछ लोग उन्हें देख रहे थे लेकिन दोनों को परवाह नहीं थी। कुछ देर बाद शीतल सार्थक से दूर हटी और कहा,”रात बहुत हो गयी है चलो घर चलते है और ये अपने जूते पहनो तुम , मैं ऐसे ठीक हूँ”
शीतल ने सार्थक के जूते अपने पैरो से निकाले और सार्थक की तरफ बढ़ा दिए। सार्थक ने जूते पहने और शीतल को लेकर वहा से चला गया।

चंडीगढ़ , अवि का ऑफिस
शाम के 7.30 बजे एक चमचमाती गाड़ी आकर अवि के ऑफिस के सामने आकर रुकी जिसकी ड्राइवर सीट पर ब्लैक साड़ी में लिपटी नैना बैठी थी। नैना ने गाड़ी बंद की और नीचे उतरी। नैना गाड़ी से पीठ लगाकर खड़ी हो गयी। ब्लैक साड़ी में आज वो बला की खूबसूरत लग रही थी उस पर खुले बाल सीधी माँग में भरा लाल सिंदूर , होंठो पर गहरा लाल रंग , ललाट पर एक छोटी बिंदी , कानों में झुमके , गले में मंगलसूत्र और हाथो में लाल रंग की चूडिया सब मिलकर नैना को एक अलग ही नैना बना रहे थे। ये सब नैना ने आज अवि के लिए किया था , अवि उस से नाराज था और नैना भी उसे अब और हर्ट करना नहीं चाहती थी इसलिए रुचिका की बात मानकर उसने अवि के लिए एक खूबसूरत डेट प्लान की जिसके बारे में अवि को कुछ पता नहीं था। अवि आज किसी नयी एग्जीबिशन के लिए क्लाइंट्स के साथ मीटिंग में था। नैना ने कलाई पर बंधी घडी में समय देखा और सामने देखने लगी। आज उसे अवि के आने का इंतजार था और क्यों ना हो आखिर नैना के दिल में अवि के लिए प्यार तो था ही जिसे कभी कभी वो समझ नहीं पाती थी। नैना अवि का इंतजार कर ही रही थी की थोड़ी देर बाद अवि अपने कुछ क्लाइंट्स और ऑफिस के दो कलीग्स के साथ बाहर आया। अवि अपने हाथ में फाइल लिए क्लाइंट्स से बातें किये चल रहा था उसने सामने ध्यान ही नहीं दिया लेकिन बाकी सबकी नजर जब नैना पर पड़ी तो सब उसे देखते ही रह गए। क्लाइंट को खामोश देखकर अवि ने कहा,”मिस्टर चोपड़ा वो मैं ये,,,,,,,,,,,,,,,,,,मिस्टर चोपड़ा मिस्टर चो,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!” कहते हुए अवि ने जैसे ही सामने देखा नैना को इस अवतार में देखकर आगे के शब्द उसके गले में ही अटक गए। धड़कने बढ़ गयी और पलकों ने झपकने से इंकार कर दिया। ऐसा नहीं था कि अवि पहली बार नैना को साड़ी में देख रहा था वह पहले भी कई बार उसे साड़ी में देख चुका था लेकिन आज नैना उसे कुछ ज्यादा ही आकर्षक और अलग नजर आ रही थी। अवि बुत बनकर खड़ा रहा। नैना ने अवि को देखा तो उसके सामने चली आयी।
“अबे ! चल यहाँ से ये सर की वाइफ है याद है उस दिन ऑफिस आयी थी। इसे ऐसे मत देख याद है ना सर ने क्या कहा था ?”,नैना को पास से देखकर ऑफिस का लड़का पहचान गया की ये अवि की वाइफ है इसलिए उसने धीमी आवाज में दूसरे लड़के से कहा लेकिन लड़का तो जैसे नैना को देखकर बावला हो चुका था उसने नैना को बड़े प्यार से देखते हुए कहा,”इस बला को देखने के लिए मैं अपनी नौकरी तो क्या खुद को क़ुरबानी दे सकता हूँ”
गनीमत था की अवि ने नहीं सूना और पहला लड़का दूसरे वाले को खींचकर वहा से ले गया। अवि और उसके क्लाइंट्स वही खड़े नैना को देखते रहे। अवि कुछ कहता या नैना से वहा होने का कारण पूछता इस से पहले ही नैना ने कहा,”अगर आपका काम खत्म हो गया हो तो चले ?”
“हाँ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,एक मिनिट,,,,,,,!”,अवि जैसे नींद से जागा और फिर क्लाइंट की तरफ पलटकर कहा,”मिस्टर चोपड़ा मैं आपको कल फोन करता हूँ”
“ओके मिस्टर चौधरी मैं आपके कॉल का इंतजार करूंगा , बाय द वे आप दोनों साथ में काफी अच्छे लग रहे है”,मिस्टर चोपड़ा ने मुस्कुराते हुए कहा
“थैंक्यू”,अवि ने कहा और उसके बाद अपने क्लाइंट्स को वहा से विदा करके नैना की तरफ मुखातिब होकर कहा,”ये सब क्या है ?”
“क्या आप देख नहीं पा रहे है या फिर मेरी खूबसूरती देखकर आपकी आँखे खराब हो गयी है ?”,नैना ने अवि को देखते हुए कहा
नैना का बदला हुआ बिहेव देखकर अवि को थोड़ी हैरानी हुई और उसने नैना के सर को छूकर कहा,”तुम ठीक हो ना ?”
“मैं बिल्कुल ठीक हूँ मिस्टर हस्बेंड , क्या अब हम चल सकते है ?”,नैना ने कहा
“कहा ?”,अवि ने कहा
“मैंने तुम्हारे लिए कुछ प्लान किया है , चलो”,नैना ने अवि की बाँह थामकर लगभग उसे खींचते हुए कहा।
नैना जो की थोड़ी टेढ़ी लड़की थी अवि को उसकी बातो पर जरा भी यकीन नहीं हुआ सरप्राइज के नाम पर वह हमेशा अवि को शॉक ही दिया करती थी। आज भी कुछ ऐसा ही होगा सोचकर अवि ने मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना की और नैना के साथ गाड़ी की तरफ चला आया। अवि जैसे ही ड्राइवर सीट की तरफ का दरवाजा खोलने लगा नैना ने उसे रोकते हुए कहा,”अहह अहह एक मिनिट गाडी मुझे चलानी है तो मैं यहाँ बैठूंगी”
“तुम चला लोगी ? आई मीन तुमने ये साड़ी पहनी है”,अवि ने कहा
“ऑफकोर्स मैं साड़ी पहन के एरोप्लेन चला लू गाड़ी क्या चीज है ?”,नैना ने इतराते हुए कहा
“हाँ तुम सब चला सकती हो सिवाय दिमाग के,,,,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने दबी आवाज में कहा
“कुछ कहा ?”,नैना ने पूछा
“नहीं कुछ नहीं,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने बड़ी सी स्माइल के साथ कहा
“तो फिर चलो बैठो,,,,,,,,,,,,,,अह्ह्ह्ह एक मिनिट आईये”,कहते हुए नैना दूसरी तरफ आयी और अवि के लिए दरवाजा भी खुद ही खोला। ये देखकर तो अवि को लगभग चक्कर ही आ गया था। हर वक्त उस से बहस करने वाली , उसे तंग करने वाली नैना आज एकदम से उसकी इतनी परवाह कर रही थी।
“क्या हुआ बैठिये ना ?”,अवि को सोच में डूबा देखकर नैना ने कहा
“बैठिये ना ?”,अवि ने हैरानी से नैना की तरफ देखकर कहा
“आप बैठेंगे तभी ना जायेंगे”,नैना ने उतने ही प्यार से कहा
“आप ? नैना ये कुछ ज्यादा नहीं हो रहा ?”,आख़िरकार अवि से रहा नहीं गया तो उसने पूछ लिया लेकिन नैना आज पूरी तरह से खुद को तैयार करके आयी थी की वह ना तो अवि से बहस करेगी ना ही कोई उलटा जवाब देगी इसलिए वह मुस्कुराई और कहा,”जी नहीं बिल्कुल नहीं ये तो बहुत कम है,,,,,,,,,,,,,,अब बैठ भी जाओ हमे देर हो जाएगी”
“वैसे हम जा कहा रहे है ?”,अवि ने अंदर बैठते हुए कहा
नैना ने दरवाजा बंद किया और खिड़की पर अपने दोनों हाथ टीकाकार प्यार से कहा,”एक बहुत खास जगह,,,,,,,,,,,,,,,जहा सिर्फ हम दोनों होंगे”
अवि ने सूना तो उसका दिल ही धड़कने लगा , आज से पहले तो नैना ने कभी इतने प्यार से उसके सवालो का जवाब नहीं दिया था। उसने हाँ में गर्दन हिला दी। नैना आकर ड्राइवर सीट पर बैठी और सीट बेल्ट लगा लिया।
दोनों वहा से निकल गए। अवि तो अभी भी नैना को इस रूप में देखकर उलझन में था। गाड़ी में फैली ख़ामोशी को तोड़ने के लिए नैना ने गाड़ी का म्यूजिक सिस्टम ऑन कर दिया जिस पर एक बहुत ही खूबसूरत गाना बजने लगा,”देखा जो तुमको ये दिल को क्या हुआ है ? मेरी धड़कनो पे ये छाया क्या नशा है हाँ”
अवि ने गाना सूना तो नैना की तरफ देखने लगा जो कि सामने देखते हुए गाडी चला रही थी। हमेशा इंग्लिश म्यूजिक सुनने वाली नैना आज एकदम से रोमांटिक हिंदी गाने सुन रही थी वो भी अवि की पसंद के जानकर ही अवि को ख़ुशी भी हो रही थी और हैरानी भी। नैना ने अपनी तरफ की खिड़की का शीशा थोड़ा नीचे कर दिया जिस से ठंडी हवा के झोंके उसके गालों को सहलाने लगे और उसके एक आध बालो की लट भी उड़कर उसके गाल को सहलाने लगी। अवि तो बस उसके चेहरे में खोकर रह गया। नैना के साथ इस ड्राइव पर आकर वह बहुत खुश था। दोनों खामोश थे अवि नैना से बात करना चाहता था लेकिन आज बातों से ज्यादा उसे ये ख़ामोशी अच्छी लग रही थी। सहसा ही उसकी नजर गेयर पर रखे नैना के हाथ पर चली गयी जिसकी ऊँगली में अवि की पहनाई हुई अंगूठी थी। शादी में नैना को ढेरो गहने मिले थे लेकिन नैना बस हमेशा इस अंगूठी को पहनती थी जो अवि ने उसे शादी के वक्त पहनाई थी।
गाड़ी के गेयर पर रखा नैना का काफी खूबसूरत लग रहा था। अवि उस हाथ को थामना चाहता था लेकिन नैना के मूड का कोई भरोसा नहीं था वह कब बदल जाये सोचकर उसने ऐसा नहीं किया लेकिन उसका दिल नहीं मान रहा था उसने एक दो बार नैना के हाथ की तरफ अपना हाथ बढ़ाया भी लेकिन वापस पीछे खिंच लिया। नैना ने जब देखा तो सामने देखते हुए अवि के हाथ को उठाकर गेयर पर रखा और फिर अपने हाथ को उसके हाथ पर रख गाडी का गेयर चेंज करते हुए कहा,”सिर्फ लड़के ही क्यों ? लड़किया भी अगर लड़को के लिए ऐसा करे तो उन्हें अच्छा लगता है। आई थिंक हर लड़का ये फीलिंग डिजर्व करता है।”
“नैना,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने एकदम से कहा
“हाँ,,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने कहा तो अवि थोड़ा सा नैना की तरफ झुका और उसके गाल को अपने होंठो से छूकर कहा,”थैंक्यू”
“थैंक्यू किसलिए ?”,नैना ने अवि की तरफ देखकर पूछा
“यहाँ आने के लिए,,,,,,,,,,,,,,पता है सुबह से मेरा मूड काफी खराब था क्योकि मैं तुमसे ठीक से बात नहीं कर पा रहा था लेकिन तुमने मेरे लिए ये सब किया इसलिए एक थैंक्यू तो बनता है”,अवि ने बड़े प्यार से नैना को देखते हुए
“अहहह अब ऐसे भी मत देखो मुझे शरम आ जाएगी”,नैना ने झूठ मुठ का शरमाते हुए कहा तो अवि दूसरी तरफ देखते हुए मुस्कुराने लगा। नैना भी मुस्कुराते हुए गाड़ी चलाने लगी। अवि को कुछ याद आया तो उसने अपना फोन निकाला और गेयर पर रखे अपने और नैना के हाथ की एक प्यारी सी तस्वीर ले ली।

बीकानेर , JM कम्पनी
बॉस के कहने पर मोंटी ने ऑफिस से कुछ ही दूर बने एक होटल में बढ़िया शानदार मीटिंग रूम बुक कर दिया साथ ही मीटिंग में आने वाले सभी लोगो के डिनर का भी इंतजाम कर दिया। सभी मीटिंग के लिए होटल पहुंचे , मोंटी भी अपने बॉस के साथ चला आया। बॉस ने जब सब अरेजमेंट देखा तो खुश होकर कहा,”यार मानव मैं तुम पर कितना भी चिल्लाऊं लेकिन तुम हमेशा बढ़िया काम करते हो,,,,,,,,,,,,,,जिनियस हो यार तुम”
“हाँ ठीक है ज्यादा फ्रेंक होने की जरूरत नहीं है”,मोंटी ने उखड़े स्वर में कहा उसे जल्दी घर जाना था ताकि वह क्रिकेट देख सके लेकिन बॉस ने उसे इस मीटिंग में बुला लिया और यही वजह थी कि वो थोड़ा चिढ़ा हुआ था।
“अरे यार ठीक है हो जाता है कभी कभी वैसे भी हम लोग मीटिंग में आये है ये ऑफिस नहीं है सो बिहेव लाईक अ फ्रेंड”,बॉस ने अपना हाथ मोंटी के कंधो पर रखते हुए कहा
“मैं अरेजमेंट्स देखकर आता हूँ”,मोंटी ने मुंह बनाकर कहा और चला गया
“हाहहहह इस लड़के का कुछ नहीं हो सकता”,कहते हुए बॉस मीटिंग रूम में चले गए। कुछ देर बाद ही सभी बोर्ड मेम्बर्स आ गए और मीटिंग रूम में जमा हो गए। मिस माला अभी तक नहीं आयी थी ये देखकर बॉस ने मोंटी को अपने पास बुलाया और कहा,”मिस माला को फोन करो और पूछो वो कहा है ? अभी तक आयी क्यों नहीं ?”
“मेरे पास उनका नंबर नहीं है”,मोंटी ने धीमी आवाज में कहा
“तुम कैसे इम्प्लॉय हो ?”,बॉस ने गुस्से से लेकिन धीमी आवाज में कहा
“कैसे से आपका क्या मतलब है ? एम्प्लॉय हु प्लेबॉय थोड़े हु जो हर लड़की का नंबर मांगता रहूंगा। आपकी मेहमान है आप सम्हालो”,इस बार मोंटी ने भी गुस्से से लेकिन दबी आवाज में कहा
“क्या तुम कल से ऑफिस नहीं आओगे ?”,बॉस ने मोंटी की तरफ देखकर कहा
“आऊंगा , क्यों नहीं आऊंगा ?”,मोंटी ने भी उलझन भरे स्वर में कहा तो बॉस बड़ी सी स्माइल के साथ उसे देखने लगे और अगले ही पल मोंटी समझ गया की उसका बॉस उसे नौकरी के नाम पर फिर ब्लैकमेल कर रहा है इसलिए उसने खीजते हुए कहा,”हाँ हाँ जा रहा हूँ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आता हूँ लेकर,,,,,,,,,,,,,,,आपकी मेहमान को”
बॉस ने मुस्कुराते हुए हामी में सर हिला दिया तो मोंटी वहा से बाहर चला आया। मोंटी उस होटल के एंट्री गेट पर आया और माला का इंतजार करने लगा। बॉस ने माला को लेने के लिए अपनी गाडी भेजी थी कुछ देर बाद बॉस की गाड़ी मेन गेट से अंदर आयी तो मोंटी ने राहत की साँस ली। गाड़ी मोंटी से कुछ दूर सामने आकर खड़ी हुई उसमे से माला नीचे उतरी। मोंटी ने देखा तो बस देखता ही रह गया। हलके गुलाबी रंग की साड़ी में लिपटी वह बहुत प्यारी लग रही थी साथ ही उसने हल्का मेकअप भी किया था। मोंटी कुछ देर एकटक उसे देखता रहा और फिर एकदम से अपना सर झटकते हुए कहा,”क्या कर रहा है मोंटी ? मला जी बॉस की मेहमान है और तू शादीशुदा है ऐसे मत देख उसे,,,,,,,,,,,,,!!”
मोंटी ने अपने आप को सम्हाला और देखा माला अभी भी वही खड़ी है आगे नहीं बढ़ रही तो मोंटी उसके पास आया और कहा,”माला जी सब मीटिंग के लिए आपका इंतजार कर रहे है।”
“हाँ मानव ये मेरी साड़ी जरा दरवाजे में अटक गयी है , क्या तुम मेरी हेल्प करोगे प्लीज ?”,माला ने अपनी साड़ी का पल्लू निकालने की कोशिश करते हुए कहा। मोंटी ने देखा माला की साड़ी का एक सिरा गाड़ी के दरवाजे में अटक गया है और यही वजह थी की वो वहा से आगे नहीं जा रही थी। मोंटी उसकी मदद करने लगा।
“ए रूचि वो मोंटी है न ?”,उसी होटल के लॉबी में चलते हुए मधु ने रुचिका से कहा जो कि आज डिनर करने इस होटल में आयी थी
मधु की बात सुनकर रुचिका ने उस दिशा में देखा मोंटी को वहा देखकर उसे थोड़ी हैरानी हुई और उसने कहा,”हाँ है तो मोंटी ही लेकिन ये यहाँ क्या कर रहा है ?”
“अबे गधी वो छोड़ ये देख उसके साथ लड़की भी है , कही तेरे मोंटी का,,,,,,,,,,,,,!!”,मधु ने बात अधूरी छोड़ दी लेकिन उसके एक्सप्रेशन से रुचिका समझ गयी इसलिए कहा,”क्या कुछ भी बोलती है , मोंटी मुझसे बहुत प्यार करता है वो ऐसा बिल्कुल नहीं है अब चल”
कहते हुए रुचिका मधु को वहा से ले गयी। मोंटी को किसी के साथ देखकर रुचिका के मन में तो काफी कुछ चल रहा था लेकिन मधु के सामने उसने अपनी हलचल को चेहरे पर नहीं आने दिया।

नैना मस्त ख़ुशी ख़ुशी अवि के साथ गाड़ी से जा रही थी कि आगे जाकर ट्रेफिक होने की वजह से उसे रुकना पड़ा। नैना आज बहुत कूल और अच्छे मूड में थी और उसे ऐसे देखकर अवि भी खुश था वह तो बस इंतजार कर रहा था कब वह नैना के साथ उस खास जगह पहुंचे। नैना को अच्छे मूड में देखकर अवि ने जैसे ही नैना से कुछ कहना चाहा उनकी गाड़ी से जस्ट बगल में कुछ आगे खड़ी गाडी वाले लड़के ने हॉर्न बजाना शुरू कर दिया और अवि रुक गया। नैना को ये बेवजह हॉर्न बजाने वालो से बहुत चिढ थी उसने जैसे तैसे खुद को कंट्रोल किया , जबरदस्ती मुस्कुराती रही लेकिन गाड़ी वाला लड़का तो जैसे रुकने को तैयार ही नहीं था। नैना से जब नहीं रहा गया तो उसने गाड़ी का शीशा नीचे किया और तेज आवाज में कहा,”अबे ओह्ह चू,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”
नैना पूरा शब्द बोलती इस से पहले ही उसे याद आया की वह अवि के साथ है इसलिए अवि की तरफ देखा और खिंसियाते हुए मुस्कुरा कर वापस गर्दन बाहर निकाली और कहा,”ओह्ह हेलो भाईसाहब जरा शांति रखिये क्या उड़ के जायेंगे ? हम सब भी तो खड़े है ना आराम से,,,,,,,,,,,,,,,,हाँ थोड़ा ध्यान दीजिये”
“सॉरी मेडम”,गाड़ी वाले लड़के ने कहा।
अवि ने सब नजारा देखा और हैरानी से कहा,”एक पल के लिए तो लगा जैसे तूम उसे गाली दे दोगी”
नैना मुस्कुराई और मन ही मन कहा,”ये तो सिर्फ मैं ही जानती हूँ पडोसी तुम्हारे सामने गाली कंट्रोल करना कितना मुश्किल होता है”

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संजना किरोड़ीवाल

Love You Zindagi - Season 2
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