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कितनी मोहब्बत है – 50

Kitni Mohabbat Hai – 50

”कितनी मोहब्बत है – 50”

By – Sanjana Kirodiwal

मोना का सच सबके सामने आ चूका था ! घरवाले खुश थे लेकिन विजय हैरान था की वह मोना पर भरोसा करने की भूल कैसे कर सकता है ? विजय के साथ साथ अक्षत भी हैरान था उसे लगा नहीं था मीरा ऐसा कुछ करेगी ! जैसे ही मोना की माँ ने मोना को थप्पड़ मारा वह बोखला गयी और मीरा के पास आकर कहा,”झूठ है ये सब , ये लड़की मीरा फंसा रही है मुझे ! मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है !”
“सच सबके सामने है मोना !”,मीरा ने सहजता से कहा
“यू ब्लडी बिच”,कहते हुए मोना ने जैसे ही मीरा को मारने के लिए हवा में हाथ उठाया मीरा ने उसकी कलाई पकड़ कर उसका हाथ रोक लिया और दूसरे हाथ से झन्नाटेदार थप्पड़ मोना को मारते हुए कहा,”ये थप्पड़ तुम्हारे बिगड़ैल स्वाभाव के लिए !”
मोना लड़खड़ा गयी तो मीरा ने दूसरा थप्पड़ उसे रसीद करते हुए कहा,”ये दुसरा थप्पड़ इस परिवार की भावनाओ को ठेस पहुंचाने के लिए उन्हें इतनी तकलीफ देने के लिए !”
“और ये तीसरा थप्पड़ अक्षत जी को झूठे प्यार में फांसने के लिए !”,मीरा ने आखरी थप्पड़ मारते हुए कहा ! आज उसकी आँखों में एक अलग ही गुस्सा और रौब था जो लावे की तरह फुटकर बाहर आ रहा था ! निधि और जीजू तो मिलकर मोना को पड़ने वाले थप्पड़ो की काउंटिंग कर रहे थे ! मोना को गुस्सा आया तो उसने चिल्लाकर कहा,”हां हां हां फसाया है मैंने उसे तो क्या गलत किया ? अपने प्यार को हासिल करना गलत है क्या ? अक्षत को हासिल करने के लिए मैं किसी भी हद तक जा सकती हु यू नो देट !”
“यस आई नो देट मोना बट देटस नॉट लव , प्यार वो नहीं है जो तुमने किया प्यार में परवाह होती है , सम्मान होता है , प्यार होता है , दर्द होता है , भावनाये होती है ,,, झूठ और फरेब नहीं !!”,मीरा ने कहा
मोना के पास अब कहने को कुछ नहीं बचा था वो जान चुकी थी की अब कोई उस पर भरोसा नहीं करेगा , मोना शर्मिंदगी से सर झुकाये खड़ी थी ! मोना के पापा विजय के पास आये और हाथ जोड़ते हुए कहा,”हमे माफ़ कर दीजिये विजय जी , आज इस लड़की की वजह से ये सब हुआ हम किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहे”
विजय ने उनके हाथो को थामा और कहा,”ऐसा मत कहिये , हम अपने बच्चो की अच्छी परवरिश कर सकते है लेकिन उनके मन की भावनाये नहीं बदल सकते ,, हो सके तो अपनी बेटी को समझने की कोशिश कीजियेगा और माफ़ करना हम ये रिश्ता नहीं कर सकते !”
विजय की बात सुनकर मोना के पापा को दुःख तो हुआ लेकिन वो जानते थे की इसके बाद मोनालिसा से वो क्यों रिश्ता रखना चाहेंगे उसने सबका भरोसा जो तोड़ा था ! मोना के मम्मी पापा मोना को वहा से लेकर चले गए ! घर में ऐसा माहौल देखकर जो इक्के दुक्के रिश्तेदार बचे थे वो भी पलायन कर गए !
घर के सभी लोग हॉल में जमा थे विजय जी को खामोश खड़ा देखकर मीरा उनके पास आयी और नजरे झुकाकर कहने लगी,”हमे माफ़ कर दीजिये अंकल मोना का सच सामने लाने के लिए हमे ये सब करना पड़ा ! अनजाने में हुई गलती अक्षत जी के लिए जिंदगीभर की सजा होती और ये हमसे नहीं देखा गया ! हम मानते है हमने बिना किसी को बताये ये सब किया , लेकिन हम मजबूर थे ! हमे माफ़ कर दीजिये !”
विजय ने मीरा के सर पर हाथ रखते हुए कहा,”तुम क्यों माफ़ी मांग रही हो मीरा ? तुमने तो बल्कि मुझे मेरी गलती का अहसास दिलाया है जल्दबाजी और गुस्से की वजह से किये गए फैसले से मैं अपने ही बच्चे की जिंदगी बर्बाद करने जा रहा था ! तुमने एक बार नहीं बल्कि दो बार मुझे रोका है अर्जुन के लिए और आज अक्षत के लिए ! मुझे गर्व है तुम पर मीरा , तुमने बहुत समझदारी वाला काम किया है !” उनकी आँखे नम थी विजय के मुंह से ये सब सुनकर मीरा का डर दूर हो गया और वह मुस्कुरा उठी ! राधा उसके पास आयी और उसे गले लगाकर कहा,”थैंक्यू मीरा !! थैंक्यू”
“थैंक्यू किसलिए आंटी आपने मदद ना की होती तो मैं ये सब नहीं कर पाती !”,मीरा ने कहा
जीजू निधि अर्जुन नीता और तनु भी मीरा की और आ गए और अपने किये गए व्यवहार के लिए माफ़ी मांगने लगे ! अक्षत अकेला खड़ा था विजय जी उसके पास आये और कहा,”मुझे माफ़ कर दो बेटा मैं आज तक तुम्हे समझ ही नहीं पाया , मैंने तुम पर हाथ उठाया आई ऍम सो सॉरी !”
अक्षत ने देखा आज पहली बार पापा के शब्दों में उसके लिए अपनापन और प्यार था उसने आगे बढकर विजय को गले से लगा लिया और कहा,”सॉरी मत कहिये पापा , सब ठीक हो चूका है ! मैं आपसे बहुत प्यार करता हु”
“और बस इसलिए तूने हसते हँसते मेरे इस फैसले को मान लिया , पगला कही का !”,विजय ने अपनी आँखों से आंसू पोछते हुए कहा !
सभी खुश थे की विजय जी की ग़लतफ़हमी दूर हो चुकी थी वे दादू के पास आये और उनसे माफ़ी मांगी साथ ही साथ राधा से भी ! अक्षत और मीरा ख़ामोशी से अब भी एक दूसरे की और देख रहे थे ! सबकी नम आँखे देखकर जीजू ने कहा,”अरे कोई खाना भी खिलायेगा या आज बस प्यार से पेट भरने वाला है सबका !”
जीजू की बात सुनकर सभी हंस पड़े और राधा सबको डायनिंग टेबल के पास ले आयी ! मीरा और नीता को छोड़कर सभी डायनिंग टेबल की कुर्सियों पर पर बैठे थे ! राधा ने मीरा से बैठने को कहा तो वो बोली,”आज हम आप सबको परोसेंगे !” अक्षत विजय के पास बैठा था क्योकि विजय को अक्षत पर आज बहुत प्यार आ रहा था ! मीरा ने सबके लिए प्लेट लगायी नीता उनमे खाना परोसने लगी ! विजय ने आज कितने सालो बाद अक्षत को अपने हाथ से निवाला खिलाया ! मीरा बस सबको खाते हुए देख रही थी
खाना खाने के बाद सभी हॉल में आ बैठे ! आज सभी के चेहरे पर सुकून था और सभी बहुत खुश थे सोफे पर बैठे अक्षत की नजर बार बार डायनिंग के पास बैठी मीरा पर चली जाती वह अकेले ही बैठकर खाना खा रही थी ! अक्षत उठा और उसकी और चला आया उसने देखा प्लेट में सिर्फ एक रोटी और थोड़ी सी सब्जी रखी है उसने पास पड़ी प्लेट उठायी और उसमे से मीरा को बाकि सब चीजे भी परोसने लगा तो मीरा ने कहा,”आप रहने दीजिये हम खुद से ले लेंगे !”
अक्षत ने कोई जवाब नहीं दिया और खाना परोसकर दो कुर्सी छोड़कर बैठ गया ! अंदर नीता काम कर रही थी तो अक्षत ने आवाज लगाई,”भाभी !”
नीता ने सूना तो बाहर आयी और कहा,”हां देवर जी कहिये !”
“एक कप कॉफी चाहिए आपके हाथ से बनी , पिलायेंगी !”,अक्षत ने बड़े प्यार से कहा
“जरूर ! मैं अभी लाती हु”,नीता ने ख़ुशी ख़ुशी कहा और अंदर चली आयी !
मीरा चुपचाप गर्दन झुकाये खा रही थी , अक्षत की और देखने की उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी इस वक्त , अक्षत ख़ामोशी से बैठा मीरा को देख रहा था ! कुछ देर बाद नीता उसके लिए कॉफी ले आयी तो अक्षत ने उन्हें वही बैठने को कहा ! नीता पास वाली कुर्सी पर आकर बैठ गयी तो अक्षत ने अपनी कॉफी के दो हिस्से करके एक हिस्सा नीता की और बढ़ा दिया और कहा,”कल आपके साथ जो बदतमीजी से पेश आया मैं उसके लिए आई ऍम सॉरी , आज के बाद ऐसा कभी नहीं होगा !” नीता ने मुस्कुराते हुए कॉफी ली और कहा,”कोई बात नहीं , मुझे बिल्कुल बुरा नहीं लगा !”
“मेरी वजह से घर का माहौल काफी तनाव वाला हो चुका है , आप भी अभी अभी आई और ये सब !”,अक्षत ने कहा
“क्या देवर जी ? आप ना ऐसे सीरियस बिल्कुल अच्छे नहीं लगते !”,नीता ने कहा
दोनों कॉफी पिने लगे इस बिच मीरा ने खाना खाया और प्लेट लेकर किचन में चली गयी उसने प्लेट धोकर रखी और बाहर चली आयी ! सभी हॉल में थे लेकिन मीरा वहा न जाकर ऊपर अपने कमरे में चली आयी उसके पीछे पीछे ही चले आये जीजू , निधि , तनु , अर्जुन और नीता !! सभी मीरा के कमरे में आये निधि ने मीरा को गले लगाते हुए कहा,”आई ऍम सो हैप्पी , तुमने सब ठीक कर दिया मीरा !!”
“ऐसे कैसे ठीक नहीं होता ? हमने कहा था ना सब सही हो जाएगा !”,मीरा ने निधि से कहा
“भई मानना पडेगा राजपूतनी के दिमाग को , हम लोग दिमाग लगा लगा कर मर गए लेकिन मोना हमसे भी चालाक निकली पर तुमने तो सबके सामने ही उसका पर्दा फाश कर दिया !”,जीजू ने मीरा से कहा
“आप लोगो ने बड़ी जल्दबाजी की जीजू , हर काम को शांति से करना चाहिए !”,मीरा ने ताना मारते हुए कहा
“हां और उसी चक्कर में 20 हजार भी गए मेरी जेब से”,अर्जुन ने हताश होकर कहा
मीरा मुस्कुरायी और अपने कबर्ड की और गयी उसने अलमारी से पैसे निकाले और अर्जुन की और बढाकर कहा,”ये रहे आपके 20 हजार !”
मीरा के हाथ में पैसे देखकर सभी हैरान थे ! मीरा ने देखा तो सबको बैठने को कहा और कहने लगी,”मोना के इरादों से हम वाकिफ थे और उसकी फितरत भी पता थी लेकिन हमारे पास उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं था ! दादी माँ के साथ मंदिर में हमने उसे एक लड़के के साथ देखा था वो लड़का हमारे ही कॉलेज का था , मोना ने उसे कुछ पैसे दिए और क्लिप की बात की ! हमे लगा वो क्लिप ही है जो अक्षत जी को बेगुनाह साबित कर सकती है हमे हर हाल में वो क्लिप हासिल करनी थी लेकिन कैसे करे समझ नहीं आ रहा था ? आज सुबह रागिनी जब हमसे मिलने आयी थी तब अपना केमेरा वो रूम में ही छोड़ गयी और किस्मत से वो ऑन रह गया , उसी वक्त मोना हमारे कमरे में आयी , पहले दिन हम मोना के घर गए थे ताकि उसे खुद पर शक करने के लिए मजबूर कर सके और वही हुआ ! मोना को लगा हमे कुछ पता चला है तो वो हमारे पास आई और गुस्से गुस्से में उसने हमारे सामने सारा सच उगल दिया जो की उस केमेरे में कैद हो गया , जिसके बारे में न हमे पता था ना मोना को ,, मोना के जाने के बाद रागिनी हमारे पास आयी हमने उस से मदद मांगी और उसे मोना के पीछे जाने को कहा , मोना उस लड़के से मिली लेकिन रागिनी पहुँच पाती इस से पहले ही आप लोगो ने पहुंचकर वो क्लिप उस लड़के से खरीद ली ! आपके जाने के बाद रागिनी उस लड़के के पास गयी वो लड़का कोई और नहीं बल्कि रागिनी के ताऊजी का लड़का था , रागिनी ने डांटकर और घर में बताने की धमकी देकर वो पैसे उस से वापस ले लिए ! घर आकर उसने हमे बताया तो हम थोड़ा शांत हुए की चलो क्लिप तो आपके पास है पर हम आप लोगो के भरोसे नहीं रह सकते थे ! और उसके बाद हमारे सामने आया वो विडिओ जिसके लिए हमने राधा आंटी की मदद ली और फॅमिली फोटो शो के बहाने उसे सेट किया जिस से मोना का सच सामने आ जाये !”
मीरा ने अपनी बात ख़त्म की तो सभी उसके मुंह की तरफ देखने लगे ! मासूम सी दिखने वाली मीरा अपने दिमाग का इतना इस्तेमाल कर लेगी किसी ने सोचा नहीं था ! जीजू उठे और मीरा की और आकर कहा,”मुझे माफ़ कर दो मीरा मैंने तुम पर गुस्सा किया , जबकि उस वक्त तुम भी दर्द से गुजर रही थी !”
“कैसी बाते कर रहे है आप वैसे आप सबने भी हमारी बहुत हेल्प की !”,मीरा ने कहा
“कैसे ?”,सबने हैरानी से कहा
“आप सबने अपने प्लान में मोना को उलझाए रखा इसलिए वो हम पर ध्यान ही नहीं दे पाई !”,मीरा ने मुस्कुराते हुए कहा तो सभी हंस पड़े ! सभी काफी देर वहा बैठकर बाते करते रहे , सब सही हो चूका था लेकिन मीरा का मन अभी भी बैचैन था ! अक्षत की ख़ामोशी उसे अभी भी खल रही थी ! वह जानती थी इन दो दिनों में उसने अक्षत को बहुत ठेस पहुंचाई है लेकिन अब वह उस से कैसे बात करे ? मीरा बैठे बैठे सोच ही रही थी की तभी अक्षत का मेसेज आया ! मीरा ने मैसेज देखा – छत पर आओ !”
मीरा ने मेसेज पढ़कर फोन साइड में रख दिया ! मीरा उठी और कहा,”हम अभी आते है !”
“हां हां मीरा तुम जाओ , वैसे भी साले साहब की शिकायत भी तो दूर करनी है ना ,, तुम्हारे चक्कर में काफी थप्पड़ खाये है बेचारे ने !”,जीजू ने शरारत से कहा ! मीरा झेंप गयी और चली गयी !
मीरा ऊपर छत पर चली आयी अक्षत पहले से वहा उसका इंतजार कर रहा था ! अक्षत रेलिंग से पीठ टिकाकर खड़ा था मीरा के आते ही वह उसके पास आया और कहा,”आज शाम जो कुछ हुआ वो यु ही तो नहीं था ना मीरा मैं जानना चाहता हु आखिर तुम्हारे दिल में है क्या ?”
मीरा ने पलके उठाकर अक्षत की और देखा तो पाया की अक्षत उसके जवाब का इंतजार कर रहा है ! मीरा ने कहना शुरू किया,”जब इस घर में आये थे तब हर किसी के मुंह से आपका नाम सूनने को मिला , लेकिन अगले दिन भी आपकी आँखे ही देखने को मिली थी हमे और उन्हें देखते हुए हम गिर भी पड़े दो दिन तक आपको देखा तक नहीं था हमने बस आपका नाम सुन सुन कर खीजते रहे , उस रात जब आप छुपकर बालकनी से घर आये तो चोर समझ बैठे आपको लेकिन हमे क्या पता था आपकी ये आँखे हमारा सुकून ही चुरा लेगी !! आज से पहले हमने इतनी गहरी आँखे किसी की नहीं देखी थी ! शुरुआत में आपका बार बार परेशान करना अच्छा नहीं लगता था पर धीरे धीरे वह सब हमारी आदत बन गया !! आपके लिए चाय बनाना कब हमारे लिए हमारा पसंदीदा काम बन गया पता ही नहीं चला ,, कई बार घंटो आपको सोते हुए निहारते रहे है , कब आप हमारी आँखों से होते हुए हमारे मन में समाते चले गए ! आपके बारे में सोचना , आपकी परवाह करना अच्छा लगने लगा था ,, आपने हमारे लिए इतना कुछ किया है की हम इस जीवन में चाहकर भी नहीं भूल सकते ! हमे आपसे प्यार हो गया , आपके गुस्से , आपकी जिद , आपकी शरारते , आपका बचपना , आपकी बाते , आपका रूठना और आपका मनाना सब से प्यार हो गया था हमे ! आपसे कभी कह नहीं पाए , बहुत कुछ था हमारे बिच जिसके चलते इन दिल की बातो को बयाँ नहीं कर पाए हम ! बहुत बार आपकी आँखो में , आपकी बातो में , आपकी परवाह में अपने लिए प्यार देखा है , महसूस कीया है लेकिन आपके मुंह से सुनना चाहते थे ! नशे में भी आपने कभी अपनी हदे नहीं भूली आपकी छुअन से कभी हमे हवस की बू नहीं आई और उस वक्त महसूस हुआ की आप हमारी जिंदगी में वो पहले इंसान है जिस पर हम आँखे बंद करके भी भरोसा कर सकते है ! आपको खो देने के ख्याल से ही हमारी आँखे भर आती थी , इतना प्यार हो गया आपसे की घर में सबको नजर आने लगा था सिवाय आपके आप ही नहीं समझ पाए ! सगाई वाली शाम जब आपको मोना के साथ देखा तो हमारा दिल जानता है हमने खुद को कैसे सम्हाला था ?
जब आपने अपने दिल की बाते कही तब अहसास हुआ की आप भी हमसे उतनी ही मोहब्बत करते है जितनी हम आपसे , और जब आपने वो तीन शब्द कहे तो हमारा दिल किया आपके सीने से लग जाये लेकिन जैसे ही आगे बढे हमारी नजर आपसे पीछे खडी मोना पर गयी और हमने खुद को रोक लिया ! हम जानते थे मोना आपको पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है उस शाम अगर उसे ये पता चलता की हम भी आपसे प्यार करते है तो वो जरूर कोई ना कोई नया तमाशा करती इसलिए उसे भटकाने के लिए हमने आपसे ना कहा ! पर जानते थे मोना बहुत चालाक है और इतनी जल्दी हमारी किसी बात का भरोसा उसे नहीं होगा तो मजबूरन हमे आप पर हाथ उठाना पड़ा ! सच तो ये है की हम आपसे कल भी प्यार करते थे , आज भी करते है और हमेशा करते रहेंगे ,, हमे आपसे कितनी मोहब्बत है ये शायद हम भी नहीं जानते पर हां मोहब्बत है !!”
मीरा एक लय में सारी बाते कह गयी अक्षत ने सूना तो उसके दिल को सुकून मिला , हालाँकि मीरा की बाते सुनकर उसकी आँखे नम हो चुकी थी , वह मीरा के सामने आया और मासूमियत से कहा,”लेकिन इतनी जोर से थप्पड़ क्यों मारा ?”
मीरा ने अक्षत की और देखा और कहा,”माफ़ कर दीजिये”
“हम्म ये अच्छा है पहले किसी को थप्पड़ मारो और फिर सॉरी बोल दो !”,अक्षत ने नाराज होते हुए कहा
“तो आप हमे दो थप्पड़ मार लीजिये !”,मीरा ने कहा
“सोच लो !”,अक्षत ने कहा
“हम्म्म सोच लिया , हमने आपको थप्पड़ मारा उसके बदले में आप हमे दो थप्पड़ मार लीजिये !”,मीरा ने कहा
मीरा के कहने पर अक्षत ने उसे थप्पड़ मारने के लिए जैसे ही हाथ उठाया मीरा ने डरकर अपनी आँखे मींच ली अक्षत मुस्कुराया और अपने होठो से उसके गाल को छूकर कहा,”अगर इतने ही प्यार से मारो तो जिंदगीभर थप्पड़ खाने को तैयार हु मैं !”
मीरा का दिल धड़क उठा वह जाने के लिए जैसे ही मुड़ी अक्षत ने उसका हाथ पकड़कर उसे अपनी और खींचकर कहा,”अब अगर दूर गयी न तो सच में थप्पड़ मार दूंगा !” मीरा ने अपनी आँखे मूंद ली और अपना सर अक्षत के सीने पर रख दिया अक्षत ने उसे अपने दोनों हाथो में समेट लिया और आसमान की और देखा , दो दिन पहले जो चाँद अधूरा था आज पूरा दिखाई पड़ रहा था और उसकी दूधिया रौशनी उन दोनों को नहला रही थी !!
हां वो सुकून के पल थे जिनमे दूरियों का अहसास नहीं था !!

क्रमश : kitni-mohabbat-hai-51

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