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कितनी मोहब्बत है – 44

Kitni mohabbat hai – 44

“कितनी मोहब्बत है”

By Sanjana Kirodiwal

Kitni mohabbat hai – 44

सुबह जब मीरा उठी तो खुद को अक्षत में कमरे में पाकर हैरानी में पड़ गयी ! वह उठकर बैठ गयी उसका सर दर्द से फटा जा रहा था उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था की वह यहाँ कैसे आई ? और ये किसका कमरा है ? मीरा अपने सर पर हाथ लगाए बैठी थी तभी अक्षत हाथ में चाय का कप लिए कमरे में दाखिल हुआ और आकर मीरा के सामने बैठ गया ! उसने मीरा की और चाय का कप बढ़ाते हुए कहा,”सर दर्द हो रहा है ?”
मीरा ने देखा अक्षत उसके सामने बैठा है तो उसने कहा,”हां बहुत , लेकिन ये किसका कमरा है ? और हम यहाँ कैसे आये ?” उसे कुछ याद नहीं था !
“ये मेरा कमरा है और तुम्हे यहाँ मैं लेकर आया था , अब आधी बोतल शराब एक साथ पिओगी तो सर तो दुखेगा ना !”,अक्षत ने कहा
“क्या शराब और हमने ? कब कैसे ?”,मीरा ने चौंकते हुए कहा हुए कहा !
“पहले चाय पि लो फिर बताता हु !”,अक्षत ने कहा तो मीरा चाय पिने लगी ! चाय खत्म कर मीरा ने कप साइड में रखा और अक्षत से कहा,”अब बताईये क्या किया हमने ?
मीरा को घबराया हुआ देखकर अक्षत को उसे परेशान करने की सूझी तो वह उठ खड़ा हुआ और कमरे में घूमते हुए कहने लगा,”ये पूछो क्या नहीं किया ? मिस मीरा राजपूत ! तुमने तो मुझे कही का नहीं छोड़ा , तार तार कर दिया मेरी इज्जत को , किसी को , किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा , अब मैं मासूम किस से इंसाफ मांगू ?” अक्षत ने कुछ ज्यादा ही नौटंकी कर दी
“हमने कुछ गलत किया क्या ?”,मीरा ने बैचैन होकर कहा
“गलत नहीं बहुत गलत , शराब पिने के बाद तुम बिल्कुल होश में नहीं थी , कभी गाल कभी सर कभी हो…. अब क्या बताउ मुझे तो बताने में भी शर्म आ रही है , मेरे मासूम से चेहरे का एक कोना नहीं छोड़ा तुमने , उफ्फ्फ !”,अक्षत ने झूठ मुठ का बेचैनी से भरकर कहा
बेचारी मीरा परेशान हो गयी ये सोचकर की बीती रात उसने अक्षत के साथ ना जाने कैसा व्यवहार किया होगा ? उसे सोचता देखकर अक्षत उसके पास आया और कहने लगा,”तुम्हारे और मेरे होंठो के बिच सिर्फ इतना सा फासला था , मैं तो लूट गया बर्बाद हो गया अब कौन लड़की इस अबला लड़के को अपनाएगी बोलो ? बोलो मीरा बोलो ?” अक्षत ने कहा और आना सर पकड़ लिया ! मीरा पहले से ज्यादा परेशान हो गयी उसने अक्षत के कंधे पर हाथ रखकर कहा,”हमे माफ़ कर दीजिये अक्षत जी , जो कुछ हुआ नशे में हुआ और हमे तो वो सब याद भी नहीं !”
“तुम्हे क्यों याद होगा मीरा ? इज्जत तो मेरी तार तार हुई है”,अक्षत ने झूठ मुठ का नाराज होकर कहा
“आई ऍम सो सॉरी , हमारा ऐसा कोई इरादा था ,, हमारी ही गलती है हमे शराब नहीं पीनी चाहिए थी ,, हमे माफ़ कर दीजिये”,मीरा की आँखों में आंसू भर आये , मीरा की आँखों में आंसू आते ही अक्षत उसे देखकर हसने लगा और कहा,”अरे बाबा मजाक कर रहा हु मैं !”
मीरा ने सुना की अक्षत सिर्फ मजाक कर रहा है तो उसने अक्षत को साइड में धक्का मारा और उठकर जाने लगी तो अक्षत ने उसका हाथ पकड़कर उसे रोकते हुए कहा,”लेकिन पिने के बाद तुम लग बहुत प्यारी रही थी , उस वक्त तुम्हारे चेहरे पर कोई बनावटी पन नहीं था !”
मीरा पलटी और कहा,”हमने गलती से पि ली थी”
अक्षत ने मीरा का हाथ छोड़ा और उसके पास आकर कहा,”हां पता है , इसलिए तुम्हे सम्हालना थोड़ा मुश्किल हो रहा था , तुम्हे तो जैसे तैसे सम्हाल लिया लेकिन “
“लेकिन क्या ?”,मीरा ने अक्षत की आँखों में देखते हुए कहा
“लेकिन तुम्हे देखने के बाद खुद को सम्हालना मुश्किल हो रहा था , लेकिन मैं अपनी मर्यादा जानता हु मीरा”,अक्षत ने कहा
“आपसे एक बात पूछे !”,मीरा ने कहा
“हां पूछो !”,अक्षत ने कहा
“शराब पीने के बाद लोग उलटी सीधी हरकते करते है , जैसे की ज्यादा बोलना , हसना , रोना और भी अजीब चीजे ,, हम किस तरह के शराबी है ?”,मीरा ने कहा
अक्षत ने उसकी आँखों में देखते हुए कहा,”रोमांटिक !”
अक्षत ने जब कहा तो मीरा का दिल धड़क उठा उसने अपनी पलके झुका ली और खामोश हो गयी ! अक्षत उसे देखता रहा और फिर उसके सामने से हटकर दिवार से पीठ लगाकर कहने लगा,”मैंने आज से पहले इतनी रोमांटिक लड़की नहीं देखी , नशे में थी लेकिन फीलिंग्स तो तुम्हारी ही थी ना !
“हमे चलना चाहिए”,कहकर मीरा जाने लगी तो अक्षत ने कहा,”सुनो !”
“जी”,मीरा ने बिना अक्षत की और देखे कहा अक्षत उसे ही देख रहा था उसने कहा,”आज शाम तुम्हारा थोड़ा वक्त चाहिए , मिलेगा ?”
“हमारा सारा वक्त आपका है जब चाहे ले सकते है”,मीरा ने कहा और चली गयी अक्षत ने सूना तो ख़ुशी से झूमकर बिस्तर पर जा गिरा और कम्बल को खुद से लपेट लिया उसमे मीरा की मौजूदगी का अहसास जो था !
मीरा अपने कमरे में चली आयी अक्षत की बातो से अभी भी उसके दिल की धड़कने तेज थी ! मीरा आईने के सामने खड़े होकर कभी खुद को देखती तो कभी आईने को ये कैसा अहसास था ? ये कैसी बेचैनी थी मीरा समझने की कोशिश कर रही थी ! गनीमत था उस रात निधि निचे ही सो गयी अगर ऊपर आती तो मीरा को वहा ना पाकर परेशान हो जाती और फिर सबको पता चल जाता की मीरा ने ड्रिंक की है ! मीरा ने राहत की साँस ली और तैयार होकर निचे आयी , दादी माँ पूजा घर में थी कुछ मेहमान हॉल में बैठकर बाते कर रहे थे , राधा रघु के साथ मिलकर सबके लिए नाश्ता लगवा रही थी मीरा भी उनके पास आयी उनकी मदद करने लगी !! सबने नाश्ता किया और अपने अपने कामो में लग गए दिनभर में आज कोई काम नहीं था बस मेहमानो की आवाजाही ही थी ! सोमित जीजू , निधि , तनु और लक्ष्य फिल्म देखने चले गए ,, मीरा घर पर ही रुक गयी उसे फिल्मे देखना पसंद नहीं था ! उसने देखा अक्षत नाश्ता करने निचे नहीं आया है तो उसने एक प्लेट में उसके लिए नाश्ता रखा और ऊपर चली आयी , घडी में सुबह के 10 बज रहे थे और अक्षत सो रहा था , मीरा उसके कमरे में आयी , मीरा पहली लड़की थी जो अक्षत के कमरे में बिना परमिशन आयी थी अक्षत को सोते देखकर उसने प्लेट टेबल पर रखी और उसे उठाने गई लेकिन कैसे ? उसने अक्षत का कंधा थपथपाया तो अक्षत ने नींद में ही कम्बल मुंह तक ओढ़ लिया ! मीरा ने कम्बल खींचकर जगाने की कोशिश की लेकिन अक्षत करवट बदलकर सो गया ! उसने एक बार फिर अक्षत के कंधे को थपथपाना चाहा तो अक्षत ने नींद में उसका हाथ पकड़कर उसे अपनी और खिंच लिया और बांहो में भरकर सो गया ! बेचारी मीरा उसकी तो साँस ही अटक गयी उसने मिमियाते हुए कहा,”अक्षत जी , अक्षत जी हम है , छोड़िये हमे !”
मीरा की आवाज अक्षत के कानो में पड़ी तो उसने आँखे खोली मीरा को अपनी बांहो में देखकर अक्षत ने एक झटके में मीरा को खुद से दूर करते हुए कहा,”आई ऍम सो सॉरी , मुझे लगा !” मीरा ने कुछ नहीं कहा बस चुपचाप उठकर जमीन पर आयी अक्षत उसकी और पलटा और अगले ही पल वापस नजरे घुमा ली और बेड से मीरा का दुप्पटा उठाकर उसकी और बढाकर कहा,”अपना दुपट्टा सही करो !”
मीरा ने अक्षत के हाथ से दुपट्टा लिया और लगा लिया अक्षत ने बिना उसकी और देखे कहा,”तुम यहाँ क्या कर रही हो ?”
“वो आप नाश्ते के लिए नहीं आये तो आपके लिए नाश्ता लेकर आयी थी !”,मीरा ने कहा
“मैं पूछ रहा हु मेरे कमरे में क्या कर रही हो ? किसी को भी आने की परमिशन नहीं है !”,अक्षत मीरा के इस तरह आने से थोड़ा नाराज हुआ !
“पर सुबह भी तो हम थे आपके कमरे में “,मीरा ने मासूमियत से कहा
अक्षत मीरा की और पलटा और कहा,”क्योकि वो मैं लेकर आया था दोबारा मत आना विथाउट माय परमिशन !”
मीरा को अच्छा नहीं लगा लेकिन उसने धीरे से कहा,”नाश्ता लेकर आये थे , वरना हमे कोई शौक नहीं है यहाँ आने का”
“ओह्ह रियली ! मुझे जब खाना होगा मैं खा लूंगा मीरा ये सब करने की जरूरत नहीं है , ये सिर्फ एक कमरा नहीं है मेरी निजी दुनिया है !”,अक्षत ने कहा
मीरा ने कुछ नहीं कहा तो अक्षत को लगा उसने गलती कर दी मीरा पर ज्यादा ही गुस्सा कर दिया वह मीरा की और पलटा और नरम होकर कहा,”आई ऍम सॉरी !”
मीरा ने कुछ नहीं कहा अक्षत को घुरा और नाश्ते की प्लेट उठाकर जाने लगी तो अक्षत ने कहा,”एक ये कहा ले कर जा रही हो ?”
“आपको तो इन सबकी जरुरत है ही नहीं , तो अब निचे आकर खुद से ही खा लीजियेगा !”,मीरा ने थोड़ा गुस्सा होकर कहा
“तुम बहुत जिद्दी हो मीरा”,अक्षत ने कहा
“और आप एक नंबर सडु हो”,मीरा ने गुस्से से कहा
“क्या मैं और सडु ?”,अक्षत ने कहा
“जी हां आप , आप सडु थे , सडू हो और सडु रहोगे”,मीरा ने कहा और जाते जाते दरवाजा जोर से बंद किया !
“आउच !”,अंदर से अक्षत की आवाज आई
मीरा ने सूना तो दरवाजा खोला और अंदर आकर कहा,”लगी आपको ?”
“तुमको उस से क्या ?”,अक्षत ने अपनी ऊँगली को हाथ में दबाते हुए कहा
“अरे दिखाईये हमे !”,कहते हुए मीरा ने प्लेट साइड में रखी और अक्षत का हाथ लेकर देखने लगी ! उसे बुरा लग रहा था की उसकी वजह से अक्षत को लग गयी अक्षत बड़े प्यार से उसे देख रहा था जब मीरा ने उसकी और देखा तो वह इधर उधर देखने लगा ! मीरा को परेशान देखकर अक्षत ने उस से अपना हाथ छुड़ाकर कहा,”अरे कुछ नहीं हुआ ठीक है”
“आप ऐसा क्यों करते हो ? क्यों परेशान करते हो हमे ?”,मीरा ने कहा
“अच्छा लगता है , इस घर में एक तुम ही तो हो जिसे मैं जब चाहे तब परेशान कर सकता हु !”,अक्षत ने प्यार से उसे देखते हुए कहा !
मीरा जाने के लिए पलटी तो उसकी नजर दिवार पर गयी जहा कुछ नक़्शे जैसा बना हुआ था ! मीरा उसके पास आयी और गौर से देखने लगी उसने उसे देखकर अक्षत से कहा,”यही है ना वो जिसकी वजह से आप किसी को अपने कमरे में नहीं आने देना चाहते !”
“हां , और मैं चाहता भी नहीं कोई आये !”,अक्षत ने कहा !
“हम भी नहीं आएंगे !”, मीरा ने पलटकर कहा
“तुम आ सकती हो !”,अक्षत ने कहा
“हम क्यों ?”, मीरा ने कहा
अक्षत दिवार के पास आया और उस नक़्शे को देखते हुए कहा,”क्योकि तुम भी मेरी इस दुनिया का एक हिस्सा हो !”
“वो कैसे ?”, मीरा ने कहा अक्षत की बाते उसके लिए रहस्य्मय होती जा रही थी !
“धीरे धीरे पता चल जाएगा मिस राजपूत !”,अक्षत ने कहा
“हमे कोई जल्दी नहीं है , आपका नाश्ता ठंडा हो रहा है खा लीजिये !”,कहकर मीरा वहा से चली गयी !!
अक्षत नहाने चला गया वापस आकर नाश्ता किया और तैयार होकर नीचे चला आया l दिन में घर में विजय के कहे काम करता रहा शाम को सभी लोकेशन पर जाने के लिए तैयार होने लगे जहा अर्जुन ने बैचलर पार्टी रखी थी l अक्षत ने लाइट ब्लू जीन्स उस पर सफेद टीशर्ट और ब्लैक रंग का ब्लेजर पहना हुआ था , हाथ पर अच्छी कम्पनी की घडी दूसरे में मीरा का दिया ब्रेसलेट पहना हुआ था , बालो को जेल लगाकर सेट किया हुआ था , कान में एक साइड में ब्लैक रंग की बाली , परफ्यूम लगाया और एक नजर खुद को शीशे में देखा और मुस्कुरा उठा , आज वह बहुत कातिलाना लग रहा था l नीचे आया तो देखा नीचे अर्जुन जीजू और लक्ष्य थे लक्ष्य ने पिच शर्ट और ब्लैक पेंट पहना था l जीजू ने नेवी ब्लू रंग का सूट और ब्लैक सूज पहने थे वह बहुत डेशिंग लग रहे थे l अर्जुन ने ब्राउन कलर का सूट पहना था l सभी चमक रहे थे लेकिन अक्षत को देखकर सभी हैरान थे वो लग ही इतना प्यारा रहा था l जैसे ही वक्त जीजू के पास आया तो जीजू ने कहा,”आज कहा बिजली गिराने का इरादा है साले साहब ?”
अक्षत मुस्कुराया और कहा,”आप भी कुछ कम नही लग रहे “
“अरे यार कोई तो हम पर भी ध्यान दे लो”,अर्जुन ने कहा
“अरे भाई आप तो शान हो आज की पार्टी की”,अक्षत ने अर्जुन को गले लगाते हुए कहा
जीजू ने घडी देखते हुए कहा,”अब चले वरना पार्टी खत्म हो जायेगी”
“हां चलते है लेकिन बाकी सब कहा है ?”,अक्षत ने मीरा को ढूंढते हुये कहा
“वो सब तैयार होने बाहर गयी है सो वही मिलेगी”,अर्जुन ने कहा
सभी घर से निकल गए मीरा को देखने के लिए अक्षत कुछ ज्यादा ही बैचैन हो रहा था जीजू और अक्षत उसकी बेचैनी साफ साफ समझ रहे थे l सभी लोकेशन पर पहुंचे अर्जुन के दोस्त और ऑफिस के लोग वहा पहले से मौजूद थे l अक्षत के कुछ कॉलेज फ्रेंड्स भी आये थे अक्षत सबसे मिला और एन्जॉय करने का कहकर बार काउंटर की और चला आया जीजू भी उसके साथ आ गए और वेटर से कहा,”एक ड्रिंक !”
अक्षत ने अपने लिए जूस आर्डर किया तो जीजू ने कहा,”क्या यार साले साहब तुम बच्चे ही रहोगे हमेशा बैचलर पार्टी में जूस कौन पिता है ?”
“जीजू मैं ये सस्ते नशे नही करता”,अक्षत ने जूस का घुठ भरते हुए कहां
“अच्छा तो महंगा नशा क्या है ?”,जीजू ने ड्रिंक पिते हुए कहा
“करियर , पैसा , प्यार सब महंगे नशे है”,अक्षत ने कहा
“वाह तुम ना दुनिया के आठवें अजूबे साबित हो सकते हो अगर तुम्हारा नाम गिनीज बुक में आये तो”,जीजू ने अक्षत का मजाक उड़ाते हुए कहा लेकिन अक्षत को कुछ नही सुनाई दे रहा था उसकी नजर सामने से आती मीरा पर गयी l ब्लेक रंग की फ्रिल वाली साड़ी पहने वह तनु और निधि के साथ चली आ रही थी , उसके लंबे बालों को कर्ल किया हुआ था , हाथ में घडी पहने थे , साड़ी में उसका फिगर और भी अच्छा लग रहा था और उसका गोरा रंग किसी की भी आँखे चुंधिया दे l अक्षत तो बस उसे देखता ही रह गया उसका मुंह खुला का खुला रह गया l जीजू ने देखा तो कहा मुंह तो बंद कर लो साले साहब”
काहत झेंप गया लेकिन आज उसकी नजर मीरा से हटने का नाम नही ले रही थी l जीजू उन लोगो के पास गए उन्हें अच्छे कॉमेंट्स दिए और फिर अर्जुन ने मीरा निधि और तनु दी को अपनी फीमेल फ्रेंडस से मिलवाया सभी पार्टी एन्जॉय करने में लगे थे l अक्षत घूमते घामते मीरा के पास आया और उसे साइड में ले जाकर उसकी आँख से काजल निकालकर उसके कान के पीछे लगाते हुए कहा,”आज तुम्हे पक्का मेरी नजर लगने वाली है”
“क्यों ?”,मीरा ने मासूमियत से कहा
“क्योंकि आज मेरी आँखे तुमसे हटना नहीं चाहती है”,अक्षत ने मीरा की आँखों में देखते हुए कहा
मीरा मुस्कुरा कर जाने लगी तो अक्षत ने कहा,”मीरा एक फोटो ले सकता हु तुम्हारे साथ ?”
“ह्म्म्म”,मीरा ने कहा और अक्षत के बगल में आकर खड़ी हो गयी अक्षत ने फोटो लिया और मीरा वहां से चली गयी l सभी डांस कर रहे थे कुछ ड्रिंक और कुछ खा पि रहे थे l पार्टी बहुत शांति से चल रही थी अर्जुन की फीमेल दोस्तों ने अक्षत को घेर रखा था , जीजू और लक्ष्य बार काउंटर पर खड़े थे तभी अर्जुन वहा आया और जीजू से कहा,”जीजू क्या हुआ ? आपका हाथ खाली क्यों है ?
“अरे यार ये आशु क्या कर रहा है ?”,जीजू ने कहा
“मतलब ?”,अर्जुन ने कहा
“अरे मतलब , आज मीरा को अपने दिल की बात कहने वाला था वो लेकिन वो तो वहां बिजी है”,जीजू ने सामने लड़कियों में फंसे अक्षत की और इशारा करके कहा
“अब इसमें हम लोग क्या कर सकते है ? वो हमेशा से ही इतना लकी रहा है कि लड़कियां उसके आस पास रहती है”,अर्जुन ने अफ़सोस जताते हुए कहा
“उसे मजबूर तो कर सकते है ना बोलने के लिए”,जीजू ने कहा
“हां लेकिन कैसे ?”,अर्जुन ने कहा
“मीरा से अक्षत के सामने फ्लर्ट करके जिससे वो जलन के मारे आकर मीरा को बोल दे “,जीजू ने कहा
“हां लेकिन ऐसा करेगा कौन ? कौन है जो अक्षत से पीटना चाहेगा ?”,अर्जुन ने ड्रिंक बनाने का इशारा करते हुए कहा
“तुम करो “,जीजू ने कहा
“मैं , जीजू मेरी कल शादी है नीता के साथ अगर मैंने मीरा के साथ फ्लर्ट किया ना तो मेरी शादी खतरे में आ जानी है”,अर्जुन ने कहा
“फिर तो एक ही है”,जीजू ने कहा
“कौन ?”,अर्जुन ने कहा
“अरे अपना लक्ष्य ये सिंगल भी है और मीरा इसे अच्छी भी लगती है”,जीजू ने अर्जुन को आँख मारते हुए कहा
अर्जुन और जीजू लक्ष्य को बातो में फुसलाने लगे और बेचारा लक्षय उनकी बातों में आ भी गया l जीजू और अर्जुन के कहने पर वह मीरा के पास आया और उसे अपने साथ डांस करने को कहा l लक्ष्य घर का सदस्य था तो मीरा ने मना नहीं किया l लक्ष्य बहुत ही अच्छे तरीके से मीरा का हाथ पकड़ कर उसके साथ डांस कर था अक्षत की नजर जैसे ही उन दोनों पर गयी वह लड़कियों के बीच से निकलकर जीजू के पास आया और कहा,”ये सब क्या हो रहा है ? मैं मुंह तोड़ दूंगा उसका “
जीजू ने अक्षत ने पकड़ा और कहा,”अरे अरे साले साहब डांस ही तो कर रहे है बेचारे करने दो , क्या जल्दी है ? आप कर देना 10 15 सालो में प्रपोज”
अक्षत को कुछ नही दिख रहा था बस लक्ष्य के हाथ में मीरा का हाथ और कमर पर लक्ष्य का हाथ दिख रहा था l गुस्से गुस्से में उसने बार काउंटर पर रखा ग्लास उठाया और अर्जुन की ड्रिंक पि गया l कड़वी थी लेकिन अक्षत में गुस्सा बहुत था उसका नुकसान ये हुआ की उसने दो चार ड्रिंक पि ली ! अर्जुन ने उसे रोककर कुर्सी पर बैठाया जीजू का प्लान उलटा पड़ गया l अर्जुन ने जीजू को अक्षत को सम्हालने को कहा और खुद अपने दोस्तों की और चला गया जीजू ने अक्षत को सम्हाला तो अक्षत ने कहा,”अरे वो मेरी बंदी है यार वो लक्ष्य क्यों डांस कर रहा है उसके साथ ?”
“तुम्हारी बंदी ? ये कैसी लैंग्वेज है आशु ?”,जीजू ने कहा
“अरे जीजू बंदी नहीं , वो मेरा प्यार , मेरी जान जिंदगी सब है”,अक्षत ने लड़खड़ाते हुए कहा
“सब है तो तुमने कभी बताया उसे ये ?”,जीजू ने कहा
“नही बोला तो क्या वो मेरी बंदी नही है , अरे वो बहुत प्यार करती है मुझसे , कल रात उसने पि ली था ना तब कैसे प्यार जता रही थी मुझसे वो , शी इज सो रोमांटिक “,अक्षत कहते कहते गिरने को हुआ तो जीजू ने सम्हाल लिया l
“क्या मीरा ने कब पि ?”,जीजू ने हैरानी से कहा
“कल रात दादू की आधी बोतल गटक गयी वो , उसका स्टेमिना देखा , देखा मेरी बंदी कितनी स्ट्रांग है”,अक्षत ने मुस्कुराते हुए कहा
जीजू ने अपना सर पिट लिया उनकी ही गलती थी जो उन्होंने इतना बकवास प्लान बनाया अब अक्षत को सम्हालना मुश्किल हो रहा था उनके लिए वो अर्जुन की पार्टी ख़राब नही करना चाहते थे l मीरा की नजर जब जीजू पर पड़ी तो वह उनके पास आई और कहा,”क्या बात है जीजू ? आप कुछ परेशान दिख रहे है और इन्हें क्या हुआ ?”
“मुझे मुझे प्यार हो गया है”,अक्षत ने झूमते हुए कहा
“इन्होंने शराब पी है”,मीरा ने हैरानी से कहा
जीजू ने बेचारगी में अपनी गर्दन हिला दी तो मीरा ने कहा,”लेकिन कैसे ये तो कभी नही पिते है फिर इन्होंने ये सब ?”
“वो सब छोडो मीरा , ये कुछ हरकत करे इस से पहले इसे यहाँ से रूम में ले जाना होगा वरना सबके सामने हम लोगो का तमाशा बनने से कोई नहीं रोक पायेगा”,जीजू ने अक्षत को उठाते हुए कहा
“मैं मीरा के साथ जाऊंगा”,अक्षत ने बच्चों की तरह मचलते हुए कहा
“जीजू हम ले जाते है इनको”,कहकर मीरा ने अक्षत का एक हाथ अपने कंधे पर रखा और दुसरा अपने हाथ से पकड़कर उसे वहा से ले गयी l जीजू टेंशन में आ गए तभी अर्जुन और लक्ष्य आये और अर्जुन ने कहा,”क्या हुआ जीजू प्लान सक्सेज हुआ ?
“प्लान गया भाड़ में एक दूसरे को प्रपोज करते करते ये दोनों बेवड़े बन जायेंगे”,जीजू ने झुंझलाकर कहा और वेटर की और पलटकर कहा,” ड्रिंक बनाओ बे”
जीजू को गुस्से में देखकर अर्जुन और लक्ष्य ने वहा से खिसकने में ही अपनी भलाई समझी !!

क्रमशः – kitni-mohabbat-hai-45

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संजना किरोड़ीवाल

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