Kitni Mohabbat Hai – 21
Kitni Mohabbat Hai – 21

अक्षत और मीरा की बढ़ती नजदीकियां उनके जीवन में आने वाले नए रिश्ते का आगाह कर रही थी !! अक्षत की आँखों में देखते हुए मीरा को अहसास हुआ की वो कहा खड़ी है ! वह तेजी से नीचे चली आई !! सभी मेहमान आ चुके थे राधा को परेशान देखकर मीरा उनके पास आयी और कहा,”क्या हुआ आंटी आप परेशान क्यों है ?”
“बेटा मेरी कुछ सहेलिया आयी है , उन्हें चाय कॉफी सर्व करनी थी ! ये रघु पता नहीं कहा चला गया !”,राधा ने परेशानी भरे शब्दों में कहा
“बस इतनी सी बात , लाईये हम सर्व कर देते है !”,मीरा ने कहा
“अरे नहीं बेटा तुम ये सब थोड़े करोगी !”,राधा ने उसे रोका
“ये क्या बात हुई भला , हम भी तो इस घर के सदस्य है ,, लाईये हम ले जाते है !”,मीरा ने टेबल से ट्रे उठाते हुए कहा !
राधा ने उसके गाल को प्यार से छुआ और खुद दूसरी और मेहमानो के पास चली गयी ! मीरा ट्रे लेकर राधा के कमरे में बैठी औरतो की और बढ़ गयी ! तभी सामने से आती मोना ने उसे रोककर कहा,”ये काम बिल्कुल सूट करता है तुम्हे , कीप इट अप !”
मीरा मुस्कुराई और कहा,”घर के काम में कैसी शर्म ?”
“ओह्ह या तुम ये सब काम कर रही हो क्यों ? क्योकि तुम्हारी औकात यही है ,, पुअर गर्ल !”,मोना ने मीरा के साथ बदतमीजी से पेश आते हुए कहा !
लेकिन मीरा बहुत शांत दिमाग वाली थी उसने मोना को सर से लेकर पांव तक एक नजर देखा और फिर कहा,”हमारी औकात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकती है की हम इस घर के सदस्य है और आप एक मेहमान !!”
मोना को प्यार से जलील करके मीरा वहा से चली गयी और मोना पैर पटकते हुए बाहर की और ! मीरा ने अंदर बैठी औरतो को चाय/कॉफी सर्व की ! जिसने भी मीरा को देखा बस देखता ही रह गया !! उसकी खूबसूरती के आगे सब फीका था !! राधा की एक सहेली को तो मीरा इतनी पसंद आई की उसने मीरा से कहा,”क्या तुम्हारी शादी हो गयी ?”
“जी नहीं !”,मीरा ने शांत स्वर में कहा
“फिर तो अच्छा है , मैं दरअसल अपने बेटे के लिए तुम्हारे जैसी ही सुन्दर , सुशील और घरेलु लड़की ढूंढ रही थी !”,औरत ने ख़ुशी से भरकर कहा !
मीरा अब क्या कहती बस मुस्कुराकर वहा से चली गयी !! खाली ट्रे लेकर वह जैसे ही बाहर आयी सामने से आते अक्षत से टकरा गयी उसके हाथ में ट्रे देखकर अक्षत ने कहा,”तुम ये सब क्यों कर रही हो ?”
“बस ऐसे ही !”,मीरा ने कहा !
अक्षत ने उसके हाथ से ट्रे लेते हुए कहा,”तुम्हे ये सब करने की कोई जरूरत नहीं है , ये सब करने के लिए घर में बहुत नौकर है !”
“तो फिर हम क्या करे ?”,मीरा ने शरारत से अक्षत की आँखों में झांकते हुए कहा
“तुम बस मुझे यु ही देखती रहो !”,अक्षत ने मन ही मन कहा ! उसे चुप देखकर मीरा जाने लगी तो सीढ़ियों से आते हुए अर्जुन ने कहा,”मीरा सुनो ना , ये पिन नहीं लग रहा लगा दोगी प्लीज !”
“जी !”,मीरा अर्जुन की और बढ़ गयी और उसके हाथ से पिन लेकर लगाने लगी ! मीरा का अर्जुन के करीब जाना अक्षत को अच्छा नहीं लगा तो उसने मीरा के हाथ से पिन लेकर कहा,”मैं लगा देता हु , तुम्हे और भी तो काम होंगे ना तुम जाओ !!”
मीरा को अक्षत का ये अंदाज समझ नहीं आया फिर वो वहा से चली गयी ! अक्षत अर्जुन के कोट पर पिन लगाने लगा तो अर्जुन ने कहा,”आजकल तू मीरा को लेकर कुछ ज्यादा ही पजेसिव हो रहा है , बात क्या है ?”
“कोई बात नहीं है !”,अक्षत ने बिना अर्जुन की और देखे पिन लगाते हुए कहा !
“बेटा लोगो को बेवकूफ बना सकते हो मुझे नहीं , कुछ दिनों से देख रहा हु काफी बदले बदले नजर आ रहे हो !”अर्जुन ने कहा
“मेरी छोडो अपने बारे में सोचो , आज सगाई कुछ दिन बाद शादी ,, जिंदगी झंड होने वाली है आपकी !”,अक्षत ने पिन लगाकर अर्जुन का सीना थपथपाते हुए कहा !
“अच्छा तो तेरा मतलब है शादी के बाद जिंदगी झंड हो जाती है !”, अर्जुन ने कहा
“हां बिल्कुल बाद में वो स्पेस नहीं रहता ना सारा दिन चिक चिक झिक झिक टोटली बोरिंग लाइफ”,अक्षत ने कहा
“मतलब तू शादी नहीं करेगा !”,अर्जुन ने पूछा
“चांस ही नहीं है !”, अक्षत ने कहा
“और अगर लड़की मीरा जैसी हो तब भी नहीं ?”,अर्जुन ने अक्षत का मन टटोलते हुए कहा ! अर्जुन की बात पर अक्षत खामोश हो गया तो अर्जुन ने उसके कंधे पर हाथ रखकर कहा,”मीरा बहुत अच्छी है आशु , अगर वो तुम्हारी जिंदगी में आयी तो सब सही हो जाएगा ! वो सच में एक एंजल है !”
“हम्म्म्म ! बाहर चलना चाहिए सभी इंतजार कर रहे है ! भाभी के घरवाले भी आने वाले होंगे !”,कहते हुए अक्षत वहा से चला गया !!
बाहर गार्डन में बहुत खूबसूरत डेकोरेशन किया हुआ था ! सभी मेहमान खाने और म्यूजिक का लुफ्त उठा रहे थे ! नीता और उसके घरवाले आ चुके थे ! हनी भी आया था लेकिन मीरा के बजाय वह वह निधि को ढूंढ रहा था अक्षत के कुछ दोस्त आये थे इसलिए अक्षत उनमे बिजी हो गया ! मीरा काव्या के साथ थी और उसे खिला पीला रही थी !! तनु बाकि रिश्तेदारों के बिच थी और सोमित जीजू मौके का फायदा उठाकर अब तक 4-5 रसमलाई खा चुके थे !
विजय ने बुलाया तब उनका अपनी जबान पर कंट्रोल हुआ ! विजय सोमित जीजू और तनु को अपने बच्चो की तरह ही समझते थे ! उन्होंने जीजू को मेहमानो से मिलाया !! स्टेज पर लगे सोफों पर अर्जुन और नीता बैठे थे जो की बहुत ही प्यारे लग रहे थे !
जो मेहमान दूर से थे वो दोनों को आशीर्वाद देकर जल्दी निकल गए ! उसके बाद डांस प्रोग्राम शुरू हुआ ! सबसे पहले अर्जुन और नीता ने डांस किया , डांस इतना रोमांटिक था सभी देखते ही रह गए !! उनके बाद विजय और राधा ने डांस किया उनके साथ साथ विक्रम और उनकी पत्नी भी शामिल हो गयी !
माहौल काफी खुशनुमा हो चुका था और ये सब देखकर दादू खुद को रोक नहीं पाए ! उन्होंने दादी का हाथ पकड़ा और स्टेज तक ले आये उनके स्टेज पर आते ही सभी तालियां और सीटिया बजाने लगे ! अक्षत ने देखा तो दौड़कर म्यूजिक वाले के पास गया और गाना चेंज करने को कहा ! अक्षत ने जो गाना लगवाया वो दादू का फेवरेट था ! जैसे ही गाना बजा दादू दादी माँ के साथ साथ ठुमकने लगे
“क्यों आगे पीछे डोलते हो भंवरो की तरह
क्यों देखते हो मुझको यु बेसब्रो की तरह
क्या मेरे दीवाने हो ? नहीं नहीं
क्या कोई परवाने हो ?
काम क्या है ? मुझसे इतना कह दो जी ज़रा !!”
दादू और दादी की एक्टिंग इतनी जिंदादिल थी की सभी बस एकटक उन्हें ही देखते रहे ! अक्षत तो खुद को कंट्रोल ही नहीं कर पाया और दौड़कर स्टेज पर चढ़कर उनके साथ ही ठुमके लगाने लगा ! दादी के गाल पर किस करके कहा,”लव यू दादी माँ , यू आर जस्ट किल्ड इट !”
सभी के चेहरों पर मुस्कराहट तैर गयी ! मीरा के चेहरे की तो रंगत ही कुछ और थी उस वक्त अक्षत को इतना खुश उसने शायद पहले कभी नहीं देखा था ! आज तो उसे अक्षत से प्यार हो जाना था !! दादू दादी निचे आ गए तो हनी पहुंचा स्टेज पर और कहा,”मैं अकेले डांस कैसे करू ? पार्टनर चाहिए साथ में !”
कुछ लड़कियों ने हाथ उठाया लेकिन सबको इग्नोर करके वह पहुंचा निधि के पास और उसे साथ में डांस करने के लिए कहा ! निधि ने मना कर दिया तो हनी ने नीता से कहा अब बेचारी निधि अपनी भाभी की बात कैसे टालती ? वह हनी के साथ चली गयी लेकिन हनी को मजा चखाने के लिए उसने गाना भी कुछ वैसा ही चुना पर हनी एक अच्छा डांसर था खुद को हर गाने में ढालना उसे आता था ! गाना बजा
” चाय में डूबा बिस्कुट हो गया ,,, मैं तो ऐंवे ऐंवे ऐंवे ऐंवे लूट गया !
निधि ने हनी को घुरा और डांस करने लगी
“हट रे निगोड़े , नीम के पकोड़े , पीछा क्यों ना छोड़े घूमे दांये बांये
तुझको सुधारू , जूती मैं उतारू , सर पे ले मारू तेरे धाये धाये
रोमियो बिना परमिट हो गया !!
तू तो , ऐंवे ऐंवे ऐंवे ऐंवे लूट गया ! ऐंवे ऐंवे ऐंवे ऐंवे लूट गया !”
दोनों की जुगलबंदी काफी अच्छी थी !! सबने दोनों के लिए खूब तालिया बजाई दोनों निचे चले आये ! अक्षत आज किसी को भी बक्शने के मूड में नहीं था !
उसने दी और जीजू को भी उठाया और डांस करने को कहा उन्होंने भी डांस किया ! सभी बहुत खुश थे और यही मौका था जब मोना अक्षत के घरवालों को इम्प्रेस कर सकती थी ! वह स्टेज पर आयी और गाना लगाने को कहा ! गाना बजने लगा,
“मैं बावरी हु तेरी तू जान है ना मेरी ,
बस प्यार ही है मांगा किस बात की है देरी !!
आजा चल तू , मेरे साथ यारा चल तू
ये रात कभी ना आये आये आये “
मोना का डांस इतना हॉट था की सर्दी में भी गर्मी का अहसास दिला दे ! नीता और उसके घरवालों को निकलना था इसलिए विजय और राधा उन्हें गेट तक छोड़ने चले गए ! दादू दादी को बहुत बुरा लग रहा था लेकिन मेहमानो के बिच उसे कुछ कहना सही नहीं होता जीजू तो बस मोना के डांस में खोये थे और बेचारा अक्षत सर पकड़ कर बैठा था ! ! धीरे धीरे करके सभी मेहमान जा चुके थे बस अक्षत की फैमिली , शुभ और मोना बचे थे ! मोना के घर से फोन आने पर उसने अक्षत से कहा,”बेबी मुझे घर छोड़ दो ना प्लीज !”
“मोना मैं नहीं जा पाऊंगा , मैं तुम्हारे लिए ओला मंगवा देता हु !”,अक्षत ने अपनी जेब से फोन निकालते हुए कहा !
“नो थेंक्स मैं खुद चली जाउंगी !”,मोना ने उखड़े स्वर में कहा और वहा से चली गयी उसके जाने के बाद अक्षत ने राहत की साँस ली और वापस गार्डन में आ गया जहा दादू दादी , तनु , जीजू , अर्जुन , मीरा ,शुभ और विजय बैठे हुए थे अक्षत ने गार्डन के बीचोबीच कुछ लकडिया जलाई और सबको आवाज लगाकर कहा,”यहाँ आ जाओ सब !”
सभी वहा आकर गोला बनाकर बैठ गए !
निधि भी कपडे चेंज करके आ गयी ! राधा काव्या को सुलाने अंदर चली गयी थी ! सब खामोश बैठे थे तभी जीजू ने कहा,”सबने डांस किया पर मीरा ने नहीं किया , अब बताओ इसे क्या सजा दी जाये !!”
“जीजू मीरा बहुत अच्छा गाती है !”,मीरा के बिल्कुल सामने बैठे अक्षत ने कहा
“तुम्हे बड़ा पता है इसके बारे में , और तुमने कहा सुन लिया हम लोगो ने तो कभी नहीं सूना मीरा को गाते हुए !”,तनु ने टोंड मारते हुए कहा !
“अरे दी , घर में एक बार अंताक्षरी में सूना था मैंने इसलिए कह दिया !”,अक्षत ने झेंपते हुए कहा !
“मीरा बेटा सूना दो फिर कुछ !”,विजय ने बड़े प्यार से कहा तब तक राधा भी आकर उनकी बगल में बैठ गयी !! सभी मीरा की और देखने लगे तो उसने कहा,”आप सब लोग ऐसे देख्नेगे तो हम गए नहीं पाएंगे !”
सभी हसने लगे और इधर उधर देखने लगे !! लेकिन अक्षत की आंखे तो बस मीरा पर ही टीकी थी आज वह उसे रोजाना से ज्यादा प्यारी लग रही थी और मासूम भी !
मीरा ने गाना शुरू किया हमको मिली है आज ये घडिया नसीब से !
जी भरके देख लीजिये हमको करीब से
फिर आपके नसीब में ये रात हो ना हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाकात हो ना हो !
लग जा गले के फिर ये हंसी रात हो ना हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाकात हो ना हो !
लग जा गले के फिर !!!
सभी उस गाने में गुम से हो गए थे ! ऐसा लगा जैसे वक्त रुक गया हो मीरा की आवाज भी उसकी ही तरह खूबसूरत थी जिसे सुनकर सभी यादो में खो गए !! जैसे ही मीरा रुकी जीजू ने कहा,”अरे बस भी करो और कितनी बार दिल जितोगी यार !”
“हम्म्म थकान भरे दिन के बाद ऐसा गाना सुनकर सच में सुकून मिल रहा है !”,विजय ने कहा
“भई मीरा तुमने तो आज पुराने दिनों की याद दिला दी !”,दादू ने कहा तो मीरा मुस्कुरा उठी और फिर कहा,”बहुत बहुत धन्यवाद दादू , रात बहुत हो गयी है अब आप सबको चलकर आराम करना चाहिए !”
“हां ये सही कहा तुमने !”,दादू ने कहा तो सभी उठकर वहा से अंदर जाने लगे !!
“शुभ , चल तुझे घर छोड़ देता हु !”,अक्षत ने घडी में वक्त देखते हुए कहा जिसमे रात के 11:30 बज रहे थे !! अक्षत ने गाड़ी निकाली और शुभ को घर छोड़ने चला गया ! सबके जाने के बाद मीरा भी जाने लगी तभी उसकी नजर गार्डन में काम कर रहे रघु पर गयी ! मीरा उसके पास आयी और कहा,”रघु भैया !”
“जी दीदी !”,रघु ने कहा , उसके चेहरे से साफ जाहिर हो रहा था की वो काफी थका हुआ है !!
मीरा ने उसके बुझे चेहरे को देखा और कहा,”खाना खाया आपने ?
“बस ये सब रखकर खा ही रहा हु !”,रघु ने मरी हुई आवाज में कहा !
“छोड़िए ये सब और चलिए !”,मीरा ने रघु का हाथ पकड़ा और उसे लेकर एक टेबल के पास आयी उसने रघु से बैठने को कहा उसके हाथ धुलवाए और एक खाली प्लेट लाकर उसके सामने रख दी ! मीरा खाने का सामान लायी और एक एक करके उसकी प्लेट में रखने लगी ! सब रखने के बाद उसने रघु से खाने को कहा तो रघु की आँखों में आंसू छलक आये !! उसकी आँखों में आंसू देखकर मीरा ने कहा,”क्या हुआ ? आप रो क्यों रहे हो ?”
“आज से पहिले कोई भी हमसे इतने प्यार से बात नहीं किया है ! आप कितनी अच्छी है हमसे खाने को बोल रही है !”,रघु ने आंसू पोछते हुए कहा !
“पागल हो सच में ! आप सुबह से इतना काम कर रहे हो थकान तो आपको भी हुई ना ,, अब जल्दी से खा लीजिये वरना खाना ठंडा हो जाएगा ! तब तक वो सामान हम रखते है , आपको कुछ चाहिए हो तो बताना”,मीरा ने जाते हुए कहा !
“हम्म्म !”,कहकर रघु खाने लगा ! सच में उसे बहुत भूख लगी थी जैसे ही खाना उसके गले से निचे उतरा एक सुखद अनुभूति हुई उसे ! ! मीरा ने सामान व्यवस्तिथ किया और रघु के लिए पानी का ग्लास ले आयी ! पानी का ग्लास उसके सामने रखकर कहा,”अब जाकर आराम करना बाकि का काम कल सुबह कर लेना ! कोई कुछ नहीं कहेगा !”
“जी दीदी !! आप बुरा ना माने तो आपसे एक बात कहे ?”,रघु ने कहा
“हां कहो ना !”,मीरा ने अपने हाथ धोते हुए कहा
“आप बहुत अच्छी है दीदी , जबसे आप यहाँ आयी है तब से खुशिया ही खुशिया है ,, भगवान आपको लम्बी उम्र दे , और आप हमेशा ऐसे ही मुस्कुराते रहो”,रघु ने कहा
“थैंक्यू रघु ! अब हम जाये , हमे सच में बहुत नींद आ रही है !”,मीरा ने उबासी लेते हुए कहा !
“हां दीदी !!”,रघु ने कहा तो मीरा चली गयी ! उधर अक्षत ने शुभ को घर के सामने छोड़ा तो शुभ ने कहा,”क्या चल रहा है ?”
अक्षत शुभ की बात सुनकर गाड़ी से निचे उतरा और कहा,”क्या ? क्या चल रहा है ?”
“मैंने देखा आज !”,शुभ पहेलियाँ बुझाने लगा था !
“क्या देखा ?”,अक्षत ने असमझ के भाव से कहा !
“जिस तरह से तू मीरा को देख रहा था , तुझे उस से प्यार हो गया है ना ?”,शुभ ने कहा
“क्या बोल रहा है तू ? ऐसा कुछ नहीं है !”,अक्षत ने नजरे चुराते हुए कहा !!
“अच्छा ऐसा नहीं है तो फिर क्यों उसके सामने आते ही तेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है ! हर वक्त ऐटिटूड में रहने वाला अक्षत व्यास एक लड़की के सामने पिघल जाता है , क्यों ? जवाब दे ! आज भी जब वो गाना गा रही थी तब कैसे देख रहा था तू उसे ? पलके झपकना तक भूल गया था !”,शुभ ने कहा
अक्षत खमोश हो गया तो शुभ ने कहा,”मैं तुझे बचपन से जानता हु यार , आज तक तेरी आँखों में किसी लड़की के लिए इतना प्यार नहीं देखा है मैंने , लेकिन मीरा वो लड़की है !!”
“मुझे जाना चाहिए !”,अक्षत जैसे ही जाने के लिए मुडा शुभ ने गुस्से से कहा,”कब तक तू उस एक गलती के लिए खुद को सजा देता रहेगा !! तू भी जानता है की तू मोना के साथ क्यों है ? तू उस से प्यार नहीं करता ना ही पसंद करता है ,, ख़त्म क्यों नहीं कर देता ये सब ?”
अक्षत पलटा और शुभ का चेहरा अपने हाथो में लेकर कहा,”इतना सब मत सोचा कर , कल सुबह तैयार रहना सिन्हा सर से मिलना है !! गुड़ नाईट !”
अक्षत चला गया और शुभ बस वही खड़े उसे जाते हुए देखता रहा ! मीरा जैसे ही ऊपर आयी उसने देखा उसके कमरे में निधि , तनु दी और काव्या सोये हुए कहा वहा जगह कम थी ! वो लोग नींद से ना जाग जाये सोचकर मीरा ने हल्के से दरवाजा वापस बंद कर दिया और बाहर आ गयी ! पहले उसने निचे जाने का सोचा लेकिन निचे भी वह किसी को परेशान करना नहीं चाहती थी कमरे के बाहर खड़ी वह सोच ही रही थी की सामने बरामदे में पड़ा सोफा उसे खाली दिखा ! मीरा वहा आयी और लेट गयी ! आज की रात उसे यही सोना था सर्दी कम थी इसलिए इतनी परेशानी नहीं हुई !
लेटने के कुछ देर बाद ही उसे नींद आ गयी ! अक्षत घर आया उसने गाड़ी पार्किंग में लगाई और ऊपर चला आया , शुभ की बाते अभी भी उसके दिमाग में चल रही थी !! चलते हुए वह ऊपर आया जैसे ही उसकी नजर सोई हुई मीरा पर गयी ! अक्षत उसके पास आया मीरा सो रही थी ! ठण्ड की वजह से वह खुद में सिमटती जा रही थी ! उसके गाल ठण्ड से लाल हो चुके थे ! अक्षत अंदर गया और अपने ब्लेंकेट ले आया और मीरा को ओढ़ा दी ! कुछ देर वह खड़े खड़े उसे देखता रहा और फिर अपने कमरे में चला आया ! थकान की वजह से उसे भी नींद आ गयी
अगली सुबह मीरा उठी तो उसने खुद को ब्लेंकेट मे पाया जिसमे से मेल दियोरेन्ट की स्मेल आ रही थी ! मीरा उठी और अपने कमरे में चली गयी ! नहाकर वह निचे आयी तो उसने देखा तनु दी और सोमित जीजू जाने की तैयारी करने लगे है ! उन्हें जल्दी निकलना था ! राधा ने उनके लिए सफर में खाने के लिए सूखा नाश्ता बनाकर पैक कर दिया ! राधा और विजय ने दोनों को ढेर सारे तोहफे दिए और रुकने को कहा लेकिन जीजू के ऑफिस की छुट्टी ना होने की वजह से उन्हें जाना पड रहा था !! शादी में 1 हफ्ते पहले ही आने का बोल दिया उन्होंने !
काव्या तो मीरा को छोड़ ही नहीं रही थी !! सारी तैयारियां होने के बाद उन्होंने अपना सामान गाड़ी में रखा और सबसे विदा लेकर बैठ गए ! अर्जुन उन्हें स्टेशन छोड़ने जा रहा था ! काव्या को रोता देखकर मीरा थोड़ा उदास हो गयी लेकिन सोमित ने कहा की वो जल्दी ही वापस आएंगे ! गाड़ी चली गयी सभी अंदर आ गए ! निधि भी तैयार होकर निचे चली आयी ! दोनों ने नाश्ता किया और कॉलेज के लिए निकल गयी ! विजय घर पर ही रुक गए !
कॉलेज पहुंचकर मीरा को पता चला की एग्जाम्स की डेट आ चुकी है और इन कुछ दिनों में उसने कुछ नहीं पढ़ा है !! क्लास लेने के बाद वह बाहर ग्राउंड में आयी और खाली पड़ी टेबल पर बैठ गयी ! निधि की एक क्लास और थी उसके आने में टाइम था सोचकर मीरा ने अपने नोटस निकाले और पढ़ने लगी ! कुछ देर बाद चपरासी उसके पास आया और कहा,”मीरा राजपूत !”
“जी !”,मीरा ने कहा
“तुम्हारे लिए ये लेटर आया है !”,चपरासी से लेटर मीरा को दिया और चला गया !
मीरा ने देखा ये लेटर भी पहले वाले लेटर की तरह ही था ऊपर से खाली लिफाफे पर कुछ भी नहीं लिखा हुआ था ! मीरा उसे लेकर बैठी रही उसका दिल तेजी से धड़क रहा था , इस खत में उसे कोनसे सच का सामना करना होगा सोचकर ही उसका दिल धड़क रहा था ! मीरा बूत बनी उस खत को हाथ में लिए बैठी रही ! कुछ देर बाद निधि आयी उसके हाथ में खत देखकर कहा,”ये क्या है ?”
मीरा ने बुझी आँखों से निधि की और देखा और कहा,”माँ का भेजा दुसरा खत”
क्रमश – Kitni mohabbat hai – 22
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संजना किरोड़ीवाल


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Ye story mai bar bar read kr skti hu
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