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कितनी मोहब्बत है – 16

Kitni mohabbat hai – 16

“कितनी मोहब्बत है”

By Sanjana Kirodiwal

 Kitni mohabbat hai – 16

राधा मीरा का हाथ पकड़ कर उसे वहा से ले आती है ! आदमी गाड़ी में बैठकर निकल जाता है ! उसके जाते ही राधा मीरा का हाथ छोड़ देती है तो मीरा कहती है,”आंटी आप हमे वहा से ऐसे क्यों ले आयी ?”
“आई ऍम सॉरी बेटा !”,राधा ने हताश होकर कहा 
“इट्स ओके लेकिन आप हमे ऐसे लेकर आयी जैसे आप उन्हें जानती है , हमने आपके चेहरे पर डर देखा था ! क्या हुआ आंटी ? क्या आप उन्हें जानती है !”,मीरा ने बेचैनी से कहा 
“हम्म्म्म !”,राधा ने धीरे से कहा
“कौन है वो ?”,मीरा ने कहां 
“वक्त आने पर बता दूंगी , अभी हम लोगो को चलना चाहिए !”,राधा ने कहा और आगे बढ़ गयी ! मीरा भी उनके साथ साथ चलने लगी ! दोनों मॉल के सामने पहुंची निधि , अर्जुन और अक्षत वही खड़े उनका इंतजार कर रहे थे ! उन्हें देखते ही अर्जुन ने कहा,”लो आ गए वो दोनों अब अंदर चलते है !”
सभी अंदर चले आये अंदर नीता पहले से ही अंदर सबका इंतजार कर रही थी ! अर्जुन को छोड़कर बाकि सब हैरान थे क्योकि उसी ने नीता को अक्षत से मिलवाने के लिए वहा बुलाया था ! नीता ने आकर राधा के पांव छुए तो राधा ने हर्ष के साथ कहा,”अरे बेटा तुम यहाँ ?”
“जी आंटी जी वो शॉपिंग करने आये थे !”,नीता ने मुस्कुराकर कहा !
“आंटी जी नहीं मम्मी जी कहो , और अच्छा है तुम यहाँ मिल गयी हम लोग सगाई की शॉपिंग करने यहाँ आये थे , तुम्हारे लिए भी कुछ लेना था अब तुम साथ हो तो तुम्हारी पसंद का ही ले लेंगे !”,राधा ने कहा ! 
“हम्म !”,नीता ने कहा !
“अह्ह्ह अहहह्म्म”,अक्षत ने कहा 
“नीता तुम्हे अपने देवर से मिलना था ना ये रहा अक्षत !”,राधा ने अक्षत की और इशारा करके कहा ! 
“हैलो !”,नीता ने मुस्कुराते हुए कहा ! 
अक्षत आगे बढ़ा और नीता को गले लगाते हुए कहा,”वेल कम इन फॅमिली , भाभी !”
किसी को इसकी उम्मीद नहीं थी अर्जुन तो हक्का बक्का रह गया लेकिन उस वक्त चुप रहा ! दरअसल अर्जुन को चिढ़ाने के लिए ही अक्षत ने ऐसा किया था ! अक्षत को देखकर एक पल के लिए तो नीता भी इम्प्रेस हो गयी ! उसकी पर्सनालिटी ही ऐसी थी अक्षत से नजरे हटाकर नीता मीरा के पास आयी और बाते करने लगी ! “सारी बाते आज ही करनी है या शॉपिंग भी करोगे ?”,निधि ने कहा ! 
सभी आगे बढ़ गए !  अर्जुन और नीता बाते करते हुए साथ साथ चल रहे थे ! निधि राधा को आस पास लगे शो पीस दिखाने में लगी थी ! अक्षत  हमेशा की तरह अपने फोन पर बिजी और मीरा अकेले ही मॉल की चकाचोंध में खोयी धीरे धीरे चल रही थी ! सभी एस्कलेटर के सामने पहुंचे मीरा को छोड़कर सभी चढ़ गए और पलक झपकते ही एस्केलेटर ऊपर मीरा वही निचे खड़ी रह गयी ! किसी का ध्यान मीरा की और नहीं गया सभी शॉपिंग करने आगे चले गए ! चलते चलते अक्षत ने देखा मीरा वही है तो वह सीढिया उतरकर निचे आया और कहा,”चलो , यहाँ क्यों खड़ी हो ? अच्छा अच्छा डर लग रहा होगा ना तुम्हे !”
“हम्म्म !”,मीरा ने धीरे से कहा 
“डरो मत कुछ नहीं होगा , चलो !”,कहकर अक्षत आगे बढ़ा लेकिन मीरा नहीं आयी अक्षत ने पीछे देखा और अपना हाथ आगे बढ़ा दिया ! मीरा ने झिझकते हुए उसका हाथ पकड़ा और सीढ़ियों पर चढ़ गयी ! उसने डर से अक्षत का हाथ और कसकर पकड़ लिया ! ऊपर पहुंचे और मीरा एस्केलेटर से सीधा फर्श पर ! वह जाने के लिए आगे बढ़ी उसे ये भी ख्याल नहीं रहा की अक्षत का हाथ अभी भी उसके हाथ में है ! अक्षत का हाथ पकडे पकडे जब वह आगे बढ़ी तो अक्षत ने रोकते हुए कहा,”ओह्ह हेलो , मेरा हाथ तो छोड़ दो !”
अक्षत की बात सुनकर मीरा को अपनी बेवकूफी का अहसास हुआ उसने अपनी जबान अपने दांतो तले दबा ली और पलटकर धीरे से कहा,”सॉरी ! 
अक्षत ने कोई रिएक्शन नहीं दिया तो मीरा उसका हाथ छोड़कर वहा से चली गयी ! मीरा के जाते ही अक्षत मुस्कुराने लगा और अपने उस हाथ को देखने लगा जो कुछ देर पहले मीरा ने पकड़ रखा था ! अक्षत अपने लिए कपडे देखने सामने शॉप में चला गया ! निधि और मीरा भी एक शॉप में सगाई में निधि के पहनंने के लिए कुछ कपडे देखने लगे ! आख़िरकार एक क्रीम कलर का गाउन निधि को पसंद आया और उसने वो खरीद लिया !! 
“मीरा तुम भी अपने लिए कुछ ले लो ना , सगाई में पहनने के लिए !”,निधि ने शॉप से बाहर आते हुए कहा
“हमारे पास बहुत कपडे है !”,मीरा ने कहा 
“हाँ पर वो तो नार्मल है ना यार , भैया की सगाई में सब अच्छे अच्छे कपडे पहनेंगे !!”,निधि ने कहा 
“अभी हमारे पास इतने पैसे नहीं है !”,मीरा ने अपनी मज़बूरी जताते हुए कहा  
“तुम भी ना हद करती हो ! तुम भी तो मेरी तरह बाकि सबकी तरह शर्मा फैमिली का हिस्सा हो तो फिर क्यों ऐसी बाते करती हो ?”,निधि ने रूखे स्वर में कहा 
“हम समझते है निधि पर इस तरह से कुछ नहीं ले सकते !”,मीरा ने कहा !
“ले लो ना प्लीज़ !”,निधि ने कहा तो मीरा ने ना में अपनी गर्दन हिला दी और आगे बढ़ गयी ! दोनों चलकर राधा के पास आयी राधा ने नीता के लिए कुछ साडिया और सगाई में पहनने के लिए लहंगा ख़रीदा ! निधि और मीरा ने देखा तो उन्हें भी वह बहुत पसंद आया ! नीता भी वही थी !

खरीदारी करते हुए अर्जुन ने उनके पास आकर कहा,”माँ भूख लगी है , हम सब निचे खाने जा रहे है , आप भी चलेगी ?”
“नहीं बेटा तुम सब जाओ , तब तक मैं कुछ और सामान देख लू !! वैसे मैंने आते वक्त नाश्ता कर लिया था !”,राधा ने कहा ! 
“ओके , फिर मैं , निधि , नीता और मीरा जा रहे है !”,अर्जुन ने कहा और उन तीनो को लेकर निचे चला आया ! निचे चारो एक ओपन रेस्त्रो में आये उन्हें बैठने का कहकर अर्जुन आर्डर देने चला गया ! सब थे बस अक्षत कही गायब था और मीरा की नजरे उसे ही ढूंढ रही थी ! अर्जुन सबके लिए खाने को ले आया ! बर्गर , फ्राइज , कॉफी और पेस्ट्री !! अर्जुन और नीता को अकेला छोड़ने के लिए निधि और मीरा अपना अपना खाना लेकर दूसरी टेबल पर जा बैठे ! अर्जुन खुश था की नीता के साथ अब उसे बात करने का मौका मिल जाएगा ! अर्जुन अपने हाथ से नीता को खिला रहा था ! उन्हें देखकर निधि ने मीरा से कहा,”भैया और भाभी साथ में कितने अच्छे लग रहे है ना , दे आर परफेक्ट !”
“हां दोनों बहुत प्यारे लग रहे है , इन्हे किसी की नजर ना लगे !”,मीरा ने प्यार से दोनों को देखते हुए कहा ! 
 “मुझे तो बिल्कुल भैया जैसा लड़का चाहिए , जो खुद कम बोले और सिर्फ मेरी सुने !”,निधि ने कहा !
“तुम्हारे सामने वैसे भी कोई क्या बोल पायेगा ?”,मीरा ने ताना मारते हुए कहा ! 
“वेरी फनी , अच्छा ये बताओ तुम्हे कैसा लड़का चाहिए ?”,निधि ने सवाल किया 
“हमे , हमे तो ऐसा लड़का चाहिए जो बहुत कम शब्दों में अपनी बात कह दे , जिसकी आँखे देखकर ही हम उनके दिल का हाल जान ले ! जो हमसे बहुत प्यार करे , हमेशा हमारा साथ दे और कभी हमे टूटने ना दे !”,मीरा ने कहा 
“हम्म्म्म , अच्छी चॉइस है पर ऐसे लड़के असल जिंदगी में नहीं होते मीरा जी , वो या तो फिल्मो में मिलते है या कहानियो में !”,निधि ने पेस्ट्री खाते हुए कहा ! 
“असल जिंदगी में भी होते है , और हम ढूंढ लेंगे !”,मीरा ने कहा !
अभी दोनों बैठकर बाते कर ही रही थी की कही से अक्षत आ टपका और निधि से कहा,”शर्म नाम की चीज तो तुम में है नहीं !”
“अब मैंने क्या किया ?”,निधि ने पेस्ट्री खाते हुए कहा ! 
“वहा माँ अकेले है और तुम लोग यहाँ बैठकर ठूस रही हो , उठो और ये कॉफी माँ को देकर आओ !”,अक्षत ने अपने हाथ में पकड़ी कॉफी निधि की और बढाकर कहा ! 
“लेकिन मैं क्यों देकर आउ ? आप भी तो जा सकते हो ना !”,निधि ने कहा !! 
“बड़ा कौन है ?”
“आप”
“तो आर्डर कौन करेगा ?”
“आप”
“और मानेगा कौन ?”
“मैं”
“तो चुपचाप जाकर ये कॉफी माँ को देकर आओ , और उनसे पूछना कुछ खाना हो तो बता दे मैं वही भिजवा दूंगा !”,अक्षत ने मीरा के साइड में पड़ी कुर्सी पर बैठते हुए कहा ! निधि पैर पटकते हुए वहा से चली गयी ! अक्षत वही बैठा रहा निधि की कॉफी पिता रहा ! मीरा अक्षत को देख रही थी और अक्षत सामने बैठे एक कपल को ! मीरा ने जब देखा की अक्षत बड़े गौर से उस कपल को देख रहा है तो पूछ बैठी,”आप उन्हें ऐसे घूर क्यों रहे है ?’
“देख रहा हु लोग खुश रहने का नाटक कैसे कर लेते है ?”,अक्षत ने सामने देखते हुए कहा 
“हम कुछ समझे नहीं !”,मीरा ने कहा 
अक्षत मीरा की और पलटा और कहा,”उस कपल को देखकर तुम्हे क्या समझ आता है ?”
“दोनों एक दूसरे के साथ खुश है , शायद एक दूसरे से प्यार भी करते है ! और यहाँ साथ में वक्त बिताने आये है !”,मीरा ने दोनों को देखकर कहा !

अक्षत मुस्कुराया और कहा,”हम्म्म्म ऐसा कुछ नहीं है , दोनों एक दूसरे के साथ बिल्कुल खुश नहीं है बस लोगो के सामने उनका रिलेशनशिप स्टेटस ख़राब ना लगे इसलिए साथ साथ है ! यहाँ बैठने की वजह सिर्फ खाना है !”
“ऐसा कुछ भी नहीं है !”,मीरा ने कहा 
“वेट !”,कहते हुए अक्षत उठा और सामने बैठते उस कपल की पास वाली टेबल के पास कुर्सी पर जा बैठा ! मीरा को सब साफ साफ दिख रहा था ! अक्षत ने लड़की की और देखकर स्माइल किया तो बदले में लड़की ने भी स्माइल दे दी ! अक्षत ने इशारो ही इशारो में उसे कुछ कहा और वहा से उठकर वापस आ गया और मीरा से कहा,”अब देखना रिएक्शन !!”
कुछ देर बाद जब लड़की के साथ बैठा लड़का बिल भरने कोउन्टर की और चला गया तो लड़की उठकर अक्षत की और आई और एक चिट उसकी और बढाकर कहा,”कॉल मी एनी टाइम !” और चली गयी ! मीरा का मुंह खुला का खुला ही रह गया उसके जाते ही मीरा ने अक्षत से कहा,”कितनी कमीनी है वो लड़की उस लड़के के साथ होकर भी आपको नंबर चली गयी !”
“तुम्हे क्या लगता है , वो लोग प्यार करते है एक दूसरे से ! दोनों ही टाइम पास कर रहे है !”,अक्षत ने कहा 
“पर आपको कैसे पता चला ?”,मीरा ने कहा 
“जब वो दोनों वहा बैठे थे ! तब लड़का फोन में बिजी था और लड़की अपने फोन में ! अगर उनमे प्यार होता और वो यहाँ टाइम स्पेंड करने आये होते तो दोनों की नजर एक दूसरे पर होती ना की फोन में ! जब मैंने लड़की को स्माइल दी तब भी उस लड़के के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे , अगर वह उसे लेकर पजेसिव होता तो कोई न कोई रिएक्शन तो जरुर देता !! दोनों साथ जरूर है पर प्यार की वजह से नहीं अपनी अपनी जरूरतो की वजह से !”,अक्षत ने सारी बात समझाई !
“कैसी जरूरते ?”,मीरा ने सवाल किया !
अक्षत कुछ पल के लिए खामोश हो गया और फिर कहा,”वो मैं तुम्हे खुलकर नहीं समझा सकता , तुम्हारी कॉफी ठंडी हो रही है पि लो !”
मीरा ने कप उठाया और कॉफी पिने लगी ! निधि नहीं आयी तो अक्षत ने निधि का बर्गर उठाया और खाने लगा ! खाते हुए चीज उसके होंठ पर लगी रह गयी मीरा की नजर उसे होंठो पर लगी उस चीज पर जा टिकी ! अक्षत ने देखा तो इशारे से पूछा मीरा हाथ आगे करके अपनी ऊँगली से हटा दिया ! बर्गर का आधा हिस्सा अक्षत के हाथ में ही रह गया ! आज से पहले किसी ने उसे ऐसे नहीं छुआ था ! मीरा ने देखा अक्षत उसे ही देख रहा है तो वह उठी और कहा,”हमारा हो गया हम हाथ धोकर आते है !”
मीरा जल्दी जल्दी से वाशबेसिन के सामने आयी और बड़बड़ाते हुए हाथ धोने लगी,’क्या कर रही हो ?  ऐसे बर्ताव करोगी तो उन्हें शक हो जाएगा की तुम उन्हें ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,हां हां मालूम है पसंद करने लगी हो लेकिन पहले से वो इतना सडु है की ठीक से बात नहीं करते अगर ये पता चला तो कही बात करना ही ना बंद कर दे !! उफ्फ्फ लेकिन क्या करे वो सामने होते है तो कुछ समझ नहीं आता और हम कुछ ना कुछ उटपटांग कर जाते है ! एक काम करेंगे अब से उनके सामने ही नहीं जायेंगे ! हां हां ये सही रहेगा !!”  कहते हुए उसने जैसे ही ऊपर देखा शीशे में पीछे खड़े अक्षत का चेहरा दिखा ! मीरा को लगा ये उसका वहां है उसने शीशे पर हाथ घुमाया लेकिन अक्षत तो जस का तस था ! वह मीरा के पास आया और उसके हाथ को शीशे से हटाकर कहा,”पागल हो गयी हो , जानती नहीं कितने बैक्टीरिया होते है इन चीजों पर ! ” उसने मीरा का हाथ अपने हाथ में लिया उसपर हैंडवाश डाला और धोने लगा ! ऐसा करते हुए उसका ध्यान सिर्फ मीरा के हाथ पर था और मीरा का उस पर ! अक्षत के हाथो की छुअन उसके मन को गुदगुदा रही थी ! अक्षत ने उसका हाथ धोया और अपनी जेब से रूमाल निकालकर उसकी और बढ़ा दिया ! मीरा ने अपने हाथ पोछे और जब वापस रुमाल अक्षत की और बढ़ाया तो अक्षत ने कहा,”कल धोकर दे देना !”
अक्षत चला गया !

मीरा ने एक बार रुमाल को देखा और दूसरी बार अक्षत को देखकर कहा,”सडु !!
अर्जुन और नीता भी अपना अपना नाश्ता खत्म कर चुके थे ! निधि ऊपर ही रुक गयी सोचकर अक्षत ने उसके लिए एक बर्गर लिया और फिर चारो ऊपर चले आये ! तब तक राधा लगभग आधी से ज्यादा शॉपिंग कर चुकी थी !! अक्षत ने बर्गर निधि की और बढ़ा दिया ! निधि ने मुस्कुराते हुए लिया और वही खाना शुरू कर दिया !! अक्षत और अर्जुन अपने लिए कपडे देखने चले गए ! अक्षत ने लाइट पिंक कलर का कुरता और चूड़ीदार खरीदा ! अर्जुन के लिए गोल्डन कुरता और रेड सलवार !! सभी अपने अपने बैग्स सम्हाले निचे आ गए ! नीता अपनी स्कूटी से आयी थी इसलिए सबको बाय बोलकर वहा से चली गयी ! 
सभी घर आ गए ! जैसे ही सभी गाड़ी से उतरे हैरान थे घर लाईटो और फूलो से सजा हुआ था ! गार्डन में डेकोरेशन का काम चल रहा था और विजय सबको आर्डर दे रहे थे ! राधा ने देखा तो हैरान थी विजय ने जैसे ही सबको देखा उनके पास आये और कहा,”आ गए सब लोग मार्किट से , चलो चलो अंदर चलो मैं अभी आता हु !”
“वो सब तो ठीक है लेकिन आप ये सब क्या कर रहे है ?”,राधा ने कहा !
“अरे भई मेरे बेटे की सगाई है , बार बार थोड़ी होगी ! तुम सब चलो ना मैं उन लोगो को बाकि काम समझाकर आता हु !”,विजय ने कहा ! 
सभी अंदर चले आये ! राधा बुरी तरह थक चुकी थी आते ही सोफे पर बैठ गयी !  दादू दादी भी वही बैठे थे कुछ देर में विजय भी आ पहुंचा !!
सभी बैठकर बाते कर रहे थे तभी मोनालिसा वहा आयी और कहा,”घर में क्या हो रहा है ? ये डेकोरेशन लाइटिंग कोई ओकेजन है क्या ?”
“अर्जुन की सगाई है”,राधा ने कहा
मोनालिसा ने आकर अक्षत के कंधे पर अपनी कोहनी टिकाई और अर्जुन से कहा,”कॉंग्रेचुलेशन अर्जुन ! कौन है वो लकी गर्ल ?”
“नीता नाम है उसका अर्जुन के साथ पढ़ी है”,इस बार भी राधा ने ही जवाब दिया l घर में ऐसा कोई नहीं था जो मोना से बात करना पसंद करता हो लेकिन राधा घर आये मेहमान को हमेशा इज्जत देती थी और यही वजह थी की वह मोनालिसा से कभी कभी बहुत कम बात कर लिया करती थी l
“ओह वाओ इसका मतलब लव मैरिज है”,मोना ने कहा
“ह्म्म्म”,अर्जुन ने कहा
“हमारी भी लव मैरिज होगी है ना अक्षत”,मोना ने अक्षत की और देखकर कहा l
मीरा को मोनालिसा का अक्षत के यु करीब खड़े होना बिलकुल अच्छा नही लग रहा था उसने कहा,”हम सबके लिए पानी लेकर आते है”
मीरा के जाने के बाद मोना ने राधा से कहा,”आंटी अर्जुन की सगाई है और मुझे किसी ने बताया तक नहीं , बुलाना नही चाहते क्या ?”
“तुम्हे बुलाकर सबका मूड खराब थोड़े करना है”,निधि ने फुसफुसाते हुए अर्जुन से कहा।
“ऐसी बात नहीं सब इतना जल्दी तय हुआ की , अभी तक किसी को इन्विटेशन भी नही भेजा है l तुम आना !”,राधा ने कहा
“वो तो मैं आऊंगी ही , आफ्टर आल मेरा भी कुछ हक़ बनता है इस घर में”,कहते हुए मोना आकार सोफे पर बैठ गयी l दादी को तो बहुत गुस्सा आ रहा था उस पर उन्होंने बात बदलने के लिए कहा,”राधा क्या लायी हो सबके लिए दिखाना जरा ?”
“हां माँ”,कहते हुए राधा ने एक एक बैग खोलना शुरू किया l दादाजी के लिए कुरता पाजामा , दादी माँ के लिए सिल्क की साड़ी थी l विजय के लिए मेहरून रंग का सुनहरी किनारी वाला कुरता था l सबको बहुत पसंद आया l अर्जुन अक्षत और निधि ने भी सगाई में पहनने वाले अपने अपने कपडे दिखाये सबके कपडे देखकर विजय ने राधा से कहा,”राधा सबके लिए कुछ ना कुछ लायी हो , मीरा के लिए कुछ नही खरीदा ?”
“हां वो मुझे लगा उसने निधि के साथ खरीद लिया होगा”,राधा ने निधि की और देखकर कहा
“मैंने बोला था माँ लेकिन आप तो जानती है ना उसने साफ मना कर दिया”,निधि ने कहा
“आप लोग इतना क्यों सोच रहे हो , नही ख़रीदा तो इट्स ओके वो निधि की दोस्त है कोई इस घर की मेंबर तो नही जो इतना सोच रहे हो “,मोना ने कहा
अक्षत के साथ साथ सभी को बहुत गुस्सा आया लेकिन सब चुप रहे l मीरा पानी के ग्लास लेकर खड़ी थी जैसे ही उसने मोना की बात सुनी उसे बहुत बुरा लगा उसने ट्रे टेबल पर रखा और वहा से चली गयी l अक्षत को मीरा का यु जाना खल गया l उसने मोनालिसा की और देखकर कहा,”माँ मीरा को नए कपड़ो की जरूरत नही है वो इतनी खूबसूरत है कि लोग उसके सामने फीके लगे”
मोनालिसा उठी और कहा,”बाय सगाई में मिलती हु!”
मोना वहा से चली गयी तो अक्षत भी वहा से चला गया l दादू और राधा ने एक दूसरे की तरफ देखा और फिर राधा सारा सामान समेटने में लग गयी l अर्जुन विजय के साथ बाहर चला गया और इंतजाम देखने लगा l राधा ने दादा दादी के लिए चाय बनाई और फिर उन्हें देकर अपने कमरे में चली आई l
मीरा अपने कमरे में आयी उसकी आँखे आंसुओ से भरी हुई थी l मोना के कहे शब्द उसके कानों में गूंज रहे थे l

निधि नीचे थी मीरा बैठे बैठे सोचती रही l उसे बहुत बुरा लग रहा था l उधर अक्षत अपने कमरे में आया मोना ने मीरा के लिए जो कहा उसे बहुत बुरा लग रहा था गुस्से में उसने अपने दाहिने हाथ का मुक्का दिवार पर दे मारा l और फिर बिस्तर पर बैठ गया गुस्से से उसका चेहरा लाल हो गया l वह उठा बाथरूम में आया और मुंह धोया कुछ अच्छा महसूस हुआ तो वह कमरे से बाहर आया नजर निधि के कमरे की और चली गयी जो की बंद था l अक्षत बाहर चला गया l शाम को ज्वेलर्स गहने देकर चला गया l राधा ने गहने दादीमाँ को दिखाएं और फिर मीरा के लिए खरीदी पायल लेकर उसके कमरे में आयी l मीरा उदास सी बैठी थी राधा उसके पास आई और कहा,”मीरा , ऐसे अकेले क्यों बैठी हो बेटा ?”
“आंटी आप , आईये ना”,मीरा ने अपनी आँखों के किनारे साफ करते हुए कहा l
राधा उसके पास आई और प्यार से उसके हाथ को अपने हाथो में लेकर कहा,”मोनालिसा की बातो का बुरा मत मानना बेटा , उसे अभी इतनी समझ नही है !”
“नही आंटी हम उनकी बात का बुरा क्यों मानेंगे ? हमे बिल्कुल बुरा नही लगा अपनों की बातों का कैसा बुरा मानना ?”,मीरा ने जबर्दस्ती मुस्कुराते हुए कहा
“ह्म्म्म !”,राधा ने गाल छूकर कहा
राधा ने डिब्बे से पायल निकाली और मीरा को देकर कहा,”ये लो पहन लो”
“सगाई वाले दिन पहन लेंगे आंटी”,मीरा ने पायल लेकर कहा
“नहीं अभी पहनो मेरे सामने मुझे देखनी है कैसी लगेगी ?”,राधा ने प्यार से कहा
राधा का अपनापन मीरा के जख्मो पर मरहम जैसा था l उसने अपने पैरों में पायल पहनी और राधा को दिखाई l उसके गोरे पैरों में पायल बहुत जच रही थी l मीरा मोना को भूल गयी और कमरे में चलने लगी पायल के घुंघरू से छम छम की आवाज आने लगी तो मीरा खिलखिला पड़ी l l
राधा ने उसका गाल थपथपाया और चली गयी l मीरा कमरे में यहाँ से वहा चल रही थी पायलों की छम छम उसे बहुत अच्छी लग रही थी l
वह घूमते हुए बाहर आई छम छम करते हुए यहाँ से वहा घूमने लगी l अक्षत उस वक्त बालकनी में खड़ा फोन पर किसी से बात कर रहा था l मीरा के पायलों की छन छन से उसे बात समझने में परेशानी हो रही थी l l वह पलटा और गुस्से में फोन काटकर मीरा के पास आया और उसकी बाँह पकड़कर अपनी और करके कहा,”ये क्या छम छम लगा रखा है , दिखाई नही देता बात कर रहा हु फोन पर ? तुम तुम अभी उतारो इन्हें , अपने कमरे में जाओ और उतार कर आओ इन्हें”
“लेकिन !”,मीरा ने बोलना चाहा तो अक्षत ने कहा,”लेकिन वेकिन कुछ नही , अभी के अभी जाकर उतारो इन्हें राइट नाउ”
“हम्म्म्म”,कहते हुए मीरा ने जैसे ही दो कदम बढ़ाये फिर से वही आवाज आयी l अक्षत फिर से झुंझला गया और कहा,”रुको !”
मीरा रुक गयी तो अक्षत उसके पास आया और कहा,”ऐसे जाओगी तो आवाज आएगी”
“फिर”,मीरा ने कहा
अक्षत ने मेरे को गोद में उठाया और लेकर कमरे की और बढ़ गया . मीरा बस उसे देखती रही ये हक़ उसने अक्षत को कब दिया वो खुद भी नहीं समझ पाई , और अक्षत बिना उसकी और देखे आगे बढ़ता रहा मीरा ने बड़े प्यार से उसे देखा और धीरे से कहा,”सड़ू !!”

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संजना किरोड़ीवाल

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