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बेपनाह इश्क़ – 12

Bepanah Ishq – 12

Bepanah Ishq

Bepanah Ishq by Sanjana Kirodiwal

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Bepanah Ishq – 12

भूमि ने कभी सोचा नहीं था कार्तिक का ये रंग भी देखने को मिलेगा , दूसरी तरफ खड़ा आकाश ख़ामोशी से सा सुन रहा था उसका मन किया अभी जाकर उस कार्तिक का मुंह तोड़ दे , भूमि वहा से निकलकर बाहर मैदान में आ गयी और वही रखी एक बेंच पर बैठ गयी , उसे उदास देखकर आकाश को बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था , आकाश आकर बेंच के दूसरे कोने पर बैठ गया भूमि ने उसे वहा देखा तो अपनी आँखों में आये आसुंओ को छुपाते हुए कहा – अरे ! आप कब आये

आकाश ने अपनी जेब से रुमाल निकालकर भूमि की तरफ बढ़ा दिया , भूमि ने रुमाल लिया और अपना चेहरा साफ किया कुछ देर दोनों खामोश बैठे रहे फिर आकाश ने कहा – चलो तुम्हे होटल छोड़ देता हु

आकाश ने जय को फोन करके बता दिया की वो भूमि के साथ होटल जा रहा है वो बाकि सब के साथ आ जाये !!

भूमि आकाश के साथ चलने लगी पर उन दोनों की किस्मत उन्हें उस रात कोई गाड़ी नहीं मिली भूमि को हँसाने के लिए आकाश उसे अजीबो गरीब किस्से सूना रहा था , और आख़िरकार भूमि के चेहरे पर स्माइल वापस लौट आयी , दोनों पैदल ही होटल की तरफ चल पड़े ,, आकाश के साथ भूमि बहुत सहज थी चलते चलते आकाश ने कहा – भूमि एक बात पुछु ?

भूमि – पूछिए

आकाश – तुम कार्तिक के साथ खुश हो ?

आकाश के इस सवाल से भूमि खामोश हो गयी और फिर कहा – कार्तिक बहुत अच्छे है पर आज उन्होंने ऐसी हरकत क्यों की समझ नहीं आया ,

आकाश ने कुछ नहीं कहा बस चलता रहा उसने देखा भूमि ठण्ड के कारण हाथो को बांधकर चल रही है तो उसने अपना जैकेट उतार कर भूमि के कंधो पर डाल दिया , भूमि को आकाश का इस तरह परवाह करना अच्छा लगा चलते हुए बार बार उसकी नजरे आकाश के चेहरे पर ठहर जाती फिर उसने कहा – वो लड़की का क्या हुआ जिसके बारे में आपने हमे बताया था

आकाश – कुछ नहीं

भूमि – आपने उस से कहा क्यों नहीं ?

आकाश – हिम्मत नहीं होती

भूमि – बहुत आसान है , अगली बार जब उस से मिले तो जाकर कह देना अपने दिल की बात

आकाश मुस्कुराने लगा और फिर ख़ामोशी से चलने लगा कुछ देर बाद भूमि ने कहा – अगले महीने हमारी शादी है आप आओगे ना

शादी का नाम सुनकर आकाश के पैर रुक गए उसने भूमि की तरफ देखा उसकी आँखों में भूमि को खो देने का डर साफ नजर आ रहा था , उसने अपना दिल मजबूत करके कहा – सॉरी मैं नहीं आ सकता

क्यों – भूमि ने चौंककर पूछा

“बस ऐसे ही , तुम मेरी अच्छी दोस्त हो इतना काफी है मेरे लिए – आकाश ने कहा और आगे बढ़ गया ,,, भूमि को अजीब लगा पर आकाश के चेहरे की बेचैनी को उसने भांप लिया था … दोनों होटल पहुंचे भूमि को उसके कमरे में छोड़कर आकाश अपने रूम में चला आया उसे कार्तिक पर अब भी बहुत गुस्सा आ रहा था , वो बैचैन सा कमरे में इधर उधर टहलने लगा ,, कुछ देर बाद जय और बाकि लोग भी आ गए , कार्तिक ने बहुत ज्यादा पि रखी थी इसलिए उसे कोई होश नहीं था ,,

सुबह जब होश आया तो उसे पता चला की उसने भूमि के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया भूमि से अपनी गलती की माफ़ी मांगने के लिए कार्तिक ढेर सारे गुलाबो का बुके लेकर उसके रूम में पहुंचा और दोनों घुटनो पर बैठकर बुके उसकी तरफ बढ़ाते हुए अपनी गलती के लिए माफ़ी मांगी , आकाश के अलावा सभी वहा मौजूद थे ,

भूमि वहा से बाहर जाने लगी तो कार्तिक ने उसका हाथ पकड़कर उसे रोक लिया और कहने लगा – “आई ऍम सॉरी भूमि , कल रात जो कुछ भी हुआ वो सब नशे में हुआ मैं तुमसे वादा करता हु की आज के बाद मैं कभी भी ड्रिंक को हाथ नहीं लगाऊंगा , प्लीज़ गिव मी ए लास्ट चांस प्लीज़

कार्तिक के रिक्वेस्ट करने पर वहा मौजूद सभी लोग भूमि से कार्तिक को माफ़ करने के लिए कहने लगे भूमि ने कार्तिक को माफ़ किया और उसके गले लग गयी सभी उन दोनों के प्यार के लिए हूटिंग करने लगे तभी कार्तिक ने कहा – भूमि आज का पूरा दिन सिर्फ तुम्हारे लिए है , आज सिर्फ वही होगा जो तुम कहोगी और जैसा तुम चाहोगी

उसके बाद सभी तैयार होकर अलग अलग घूमने निकल पड़े , आरफा और युवान भी अकेले में वक्त बिताने के लिए बाहर चल गए , कार्तिक ने भूमि से तैयार होने को कहा , कुछ देर बाद कार्तिक और भूमि भी बाहर चले गए , आकाश अपने कमरे की खिड़की से उन दोनों को जाते हुए देखता रहा ,, जय अभी तक सो रहा था उसके जागने के बाद आकाश उसके साथ बाहर लोन में आकर बैठ गया जय आकाश की परेशानी अच्छे से भांप सकता था

, लेकिन वो जानता था आकाश कभी भी भूमि से अपने दिल की बात नहीं कहेगा अपने प्यार से बढ़कर उसके लिए भूमि की ख़ुशी थी !! शाम को घूम फिर के सब वहा वापस आये कार्तिक ने होटल के लोन में ही सबके लिए एक छोटी सी पार्टी रखी , सभी पार्टी एन्जॉय कर रहे थे , उन सबके अलावा भी वहा और बहुत लोग थे ,, जय को उसका कोई पुराना दोस्त मिल गया वो उससे बात करने के लिए वहा से बाहर चला गया ,

आकाश एक कोने में अकेला बैठा ख़ामोशी से सब देख रहा था , पार्टी में कुछ लड़के थे जो एक टेबल पर बैठकर भूमि को घूरे जा रहे थे , आकाश की नजर एक दो बार उनपर गयी लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया ,, पार्टी खत्म होने के बाद सभी डिनर करने लगे

कार्तिक ने सबसे अलग कुछ ही दूर अपने और भूमि के लिए एक खास टेबल बुक की हुयी थी वह भूमि को वहा लेकर गया , भूमि बहुत खुश थी कार्तिक ने उसे बैठने को कहा और खुद उसके सामने रखी कुर्सी पर बैठ गया खाना आ चूका था दोनों खाना खाने लगे तभी सामने बैठे उन लड़को में से एक ने कहा – क्या चीज है यार

भूमि के कानो में ये शब्द पड़े , उसने घूरकर उन लड़को की तरफ देखा तो दुसरा वाला बोल पड़ा – भाई देख तो ऐसे रही है जैसे खा ही जाएगी …

कार्तिक जी वो लड़के हमे छेड़ रहे है – भूमि ने कहा

“भूमि बिगड़े हुए लड़के है उन्हें इग्नोर करो – कार्तिक ने बेपरवाही से कहा

भूमि चुपचाप खाना खाने लगी तो उनमे से फिर एक ने कहा – “भाई लगता है मुझे ही जाना पडेगा” वो लड़का उठकर भूमि की तरफ बढ़ने लगा भूमि का दिल घबरा रहा था .. वो लड़का जैसे ही आग बढ़ा आकाश ने उसे रोकते हुए कहा – लड़की की तरफ मत जा

“मुझे रोकने वाला तू है कौन बे – लडके ने कहा

दोस्त हु उसका – आकाश ने उसे घूरते हुए कहा

भाई बड़ा याराना लगता है इसका – पीछे से किसी ने कहा तो लड़के ने आकाश को साइड में करके आगे बढ़ना चाहा आकाश ने एक घुसा मारा और लड़का सीधा जमींन पर पड़ा धूल चाट रहा था , तभी बाकि लड़के आकाश की तरफ बढे आकाश उन्हें पीटने लगा , भूमि ने देखा तो वो दौड़कर उनके पास पहुंची उसने आकाश से रुकने को कहा लेकिन आकाश ने उसकी एक नहीं सुनी वह बुरी तरह उन लड़को को मारता रहा ,

कार्तिक , और उसके बाकि दोस्त भी वहा जमा हो गए पर आकाश को रोकने की हिम्मत किसी में नहीं थी , जिस गुस्से से आकाश उन्हें मार रहा था किसी मे हिम्मत नहीं थी की वो जाकर उसे रोके कुछ देर बाद सारे लड़के गिरते पड़ते वहा से भाग गए , आकाश के होंठ से खून निकलने लगा गुस्सा उसकी आँखों से साफ झलक रहा था , भूमि उसके पास आयी और उसके होठ पर लगा खून अपने दुपट्टे से साफ करके कहा – क्या जरुरत थी ये सब करने की आकाश , क्यों किया ये सब

आकाश – वो तुम्हारे साथ बदतमीजी कर रहे थे

भूमि – तो क्या हुआ , वो हमारे लिए कह रहे थे , इग्नोर करना था

नहीं कर सकता इग्नोर , कोई तुम्हारे साथ बदतमीजी करे तुम्हे गलत कहे नहीं बर्दास्त होता मुझसे – आकाश ने चिल्लाकर कहा आकाश को देखकर भूमि डर गयी आकाश ने एक गहरी साँस ली और फिर भूमि की आँख में देखते हुए कहा – वो चार थे अगर चालीस भी होते तो उनका भी वो ही हाल करता , अगर किसी ने तुम्हारे साथ बदतमीजी की तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा !!

आकाश की आँखों में भूमि को गुस्सा साफ नजर आ रहा था तभी कार्तिक ने आकाश की बांह पकड़कर भूमि से दूर करते हुए कहा – तुम्हारी हिम्मत कैसे हुयी भूमि से इस तरह बात करने की , मैंने तुम्हे यहाँ बुलाया था नाउ गेट आउट

कार्तिक की बात सुनकर आकाश वहा से जैसे ही जाने के लिए मुड़ा भूमि ने उसकी बांह पकड़ कर रोक ली , कार्तिक को इसकी उम्मीद नहीं थी उसने भूमि का हाथ पकड़ लिया भूमि उन दोनों के बिच थी , न वो अपना प्यार खोना चाहती थी ना अपना दोस्त ,

आकाश ने पलटकर देखा तो खुद ही भूमि से अपनी बांह छुड़ाकर वहा से चला गया … भूमि आँखों में आंसू लिए उसे जाते हुए देखती रही ,, जय बाहर ही था उसने आकाश को गुस्से में जाते देखा तो उसके पीछे चला आया आकाश ने अपना बैग पैक किया और जैसे ही निकलने लगा जय वहा आ गया और कहा

– क्या हुआ आकाश ? तू इस तरह इस वक्त कहा जा रहा है ?

आकाश – मुझे अभी के अभी यहाँ से जाना है प्लीज़ चल यहाँ से

जय – हां चलते है पर हुआ क्या ये तो बता ?

आकाश ने सारी बात जय को बता दी तो जय ने कहा – पर तुझे क्या जरुरत थी उन्हें मारने की

मारता नहीं तो और क्या करता वो उसके साथ बदतमीजी किये जा रहे थे नहीं बर्दास्त हुआ मुझसे – आकाश ने चिल्लाकर कहा

जय – अच्छा तो जब उस कार्तिक ने बदतमीजी की थी तब क्यों चुप था तू तब क्यों नहीं मारा उसे ? जवाब दे

आकाश चुप हो गया और जय के सामने घुटनो के बल बैठ गया पहली बार वो जय के सामने रोने लगा और कहने लगा – 

मैं उसे नहीं भूल सकता और वो भी मुझे नहीं भूल पायेगी , वो तो ये भी नहीं जानती की मैं जिस लड़की को चाहता हु वो कोई और नहीं वो खुद , ये जानते हुए भी की वो कभी मेरी नहीं हो सकती फिर उस से प्यार करता हु मैं , जितना उस से खुद को दूर रखता हु उतना ही उसके करीब चला जाता हु ,, मैं उसे खो नहीं सकता मैं उसे खोना भी नहीं चाहता पर मैं क्या करू समझ नहीं आता !!

जय ने उसके पास बैठते हुए कहा – तू जानता है की उस से बहुत प्यार करता है , और ये भी जानता है की कार्तिक भूमि के लायक नहीं है , और तू ये भी जानता है की तू उसे कभी भूल नहीं पायेगा ,, तो फिर क्यों रोक रखा है खुद को , क्यों नहीं कहता भूमि से अपने दिल की बात ,

आकाश – मैं सिर्फ उसे खुश देखना चाहता हु जय , उसका पहला प्यार कार्तिक है मैं नहीं और अगर मैंने उसे ये सब बता भी दिया तो वो हमेशा हमेशा के लिए मुझसे दूर हो जाएगी !!

जय – तो क्या करना है अब

आकाश – यहाँ से चलना है प्लीज़

जय ने आकाश की बात मान ली और दोनों बिना किसी को बताये वहा से स्टेशन की तरफ निकल गए

दूसरी तरफ भूमि आकाश के बारे में सोचकर परेशान हो रही थी वो होटल गयी लेकिन तब तक आकाश जा चूका था ,,भूमि को बहुत बुरा लगा कार्तिक ने जिस तरह सबके सामने आकाश को बेइज्जत किया वो खुद को इन सबका कसूरवार मानने लगी वो रोने लगी कुछ देर बाद कार्तिक उसके पास आया और कहा – जो कुछ भी हुआ सब भूल जाओ , कल हम सब लोग घर वापस जा रहे है

अब तक खामोश भूमि ने कार्तिक से कहा – आपने उसे सबके सामने जाने को क्यों कहा ?

कार्तिक – तुम्हे उसकी बड़ी चिंता हो रही है भूमि , आखिर तुम दोनों के बिच चल क्या रहा है

भूमि – वो दोस्त है हमारे

कार्तिक – सिर्फ दोस्त है या उस से भी आगे

भूमि – आप ऐसा क्यों पूछ रहे है , आपकी भी लड़किया दोस्त है हमने तो आपसे कभी कुछ नहीं पूछा

कार्तिक – क्योकि मैं मर्द हु बाहर रहता हु लड़कियों का मेरी दोस्त होना कोई बड़ी बात नहीं है पर तुम्हारा और आकाश का रिश्ता मुझे पसंद नहीं है ,

भूमि – पर हमारे बिच ऐसा कुछ नहीं है

कार्तिक – उसने कभी छुआ है तुम्हे

भूमि – आपको हो क्या गया है ऐसी बातें क्यों कर रहे हो आप

“क्योकि उसकी आँखों में देखा है मैंने , चाहता है वो तुम्हे , ड्रिंक नहीं करता क्योकि तुम्हे पसंद नहीं , शोर शराबे से दूर रहता है क्योकि तुम्हे पसंद नहीं है , तुम्हारे लिए उन लड़को से लड़ पड़ा वो , तुम्हारी ख़ुशी के लिए वो कुछ भी कर सकता है ,, मुझसे प्यार होकर भी तुम्हार्रे होंठो पर सिर्फ उसकी बात होती है – आकाश ने चिल्लाकर कहा

भूमि सहम गयी पर उसके कानो में कार्तिक की आखिर में कही गयी बाते बार बार गूंजने लगी .. उसे खामोश देखकर कार्तिक ने कहा – देखो भूमि एक महीने बाद हमारी शादी है और मैं इस तरह का तमाशा नहीं चाहता , तुम्हे हम दोनों में से किसी एक को चुनना होगा ,, आगे तुम्हारी मर्जी !! कहकर कार्तिक वहा से चला गया …

भूमि बूत बनी अभी भी वही खड़ी आकाश के बारे में सोच रही थी ,,और फिर अपने कमरे में आकर बैग पैक करने लगी उस रात भूमि सारी रात जागकर सिर्फ आकाश के बारे में सोचती रही , दूसरी तरफ आकाश भी नहीं सो पाया ,,, अगली सुबह भूमि कार्तिक से बिना मिले ही आरफा और युवान के साथ घर के लिए निकल गयी …घर पहुंचकर आकाश ने भूमि से दूर हो जाने का फैसला ले लिया ,, जय ने उसे अपना ख्याल रखने को कहा और अपने रूम पर चला गया !!

भूमि भी घर आयी आते ही विक्रम ने उसे सोफे पर बिठाया और कार्ड उसकी तरफ बढ़ाते हुए कहा – बेटा ये देखो तुम्हारी और कार्तिक की शादी का कार्ड आ चुका है , तुम एक बार देख लो ,,,

“हां बेटा तुम्हारी शादी के लिए जो कपडे गहने बनवाये है वो भी सब मेरे रूम में रखा है तुम एक बार देख लेना – जया ने भूमि की तरफ कॉफी का कप बढ़ाते हुए कहा

भूमि ने देखा विक्रम और जया बहुत खुश नजर आ रहे थे कॉफी पीकर वो चुपचाप अपने कमरे में आ गयी , शादी की अधिकतर तैयारियां हो चुकी थी , विक्रम ने मैरिज हॉल बुक कर दिया था , जो मेहमान दूर थे उन्हें स्पीड पोस्ट से कार्ड भेजा गया , इकलौती बेटी की शादी थी विक्रम शादी में कोई कमी नहीं रखना चाहते थे ,

भूमि ने माफ़ी मांगने के लिए आकाश को फोन लगाया लेकिन आकाश ने ना उसके कॉल का जवाब दिया ना ही किसी मेसेज का , भूमि ने फोन साइड में रखा और अलमारी खोलकर अपने कपडे जमाने लगी तभी उसकी नजर आकाश के दिए गिफ्ट पर गयी भूमि ने उसे उठाया और खोलकर उसमे रखे झुमके निकाले और आईने के सामने आकर उन्हें अपने कानो में पहनने लगी ,

वो उसके कानो में बहुत खूबसूरत लग रहे थे भूमि उन्हें देखकर मुस्कुराने लगी लेकिन कुछ ही पल बाद उसकी आँखे भर आयी ,, उसने झुमके निकालकर वापस रख दिये … उसे आकाश की बातें याद आने लगी बातो बातो में उसे वो शायरी भी याद आ गयी जो आकाश ने उसे पहली बार सुनाई थी , भूमि हसने लगी वो जानती थी आकाश ज्यादा दिन उस से नाराज नहीं रहेगा ,, तभी भूमि का फोन बजा कार्तिक का फोन था भूमि ने फोन उठाया तो कार्तिक उस से अपने किये की माफ़ी मांगने लगा और कहने लगा

– ” भूमि मैंने जो किया वो मुझे नहीं करना चाहिए था , मुझे माफ़ कर दो तुम्हारे और आकाश के बारे मे मैंने गलत सोचा पर मैं क्या करता मैं तुम्हे खोना नही चाहता था और इसलिए ये सब हो गया … वैसे भी एक महीने बाद शादी है और मैं ये सब भूलकर एक नयी शुरुआत करना चाहता हु प्लीज़ भूमि ,, तुम भी वो सब भूल जाओ i realy love you भूमि …

कार्तिक की बात सुनकर भूमि ने कहा – माफ़ी मत मांगिये , बस आगे से ऐसा कुछ मत कीजियेगा … अभी हम फोन रखते है हमे कुछ काम है बाद में करते है

कहकर भूमि ने फोन काट दिया !! दिन गुजरते जा रहे थे लेकिन आकाश ने भूमि के फोन और मेसेज का कोई जवाब नहीं दिया ये सब करने से उसने खुद को कैसे रोका हुआ था ये सिर्फ वही जानता था पर वो भूमि की खुशियों के बिच आना नहीं चाहता था , वो बस भूमि को खुश देखना चाहता था …

इधर शादी की तैयारियों में वक्त कब गुजर गया कुछ पता ही नहीं चला शादी में 3 दिन बाकि थे , मेहमान आ चुके थे विक्रम ने सभी को मैरिज हॉल में ठहरा दिया , आज शाम से शादी के फंक्शन शुरू होने वाले थे , कार्तिक के घरवाले भी आ चुके थी भूमि उदास सी अपने कमरे में बैठी थी विक्रम उसके कमरे में आये और कहा – भूमि बेटा अपना जरूरी सामान पैक कर लो आज शाम को यहाँ से मैरिज हॉल जाना है शादी के सभी फंक्शन और रस्मे वही होगी !!

“जी पापा – कहकर भूमि ने अपना सूटकेस टेबल पर रखा और उसमे कपडे रखने लगी , विक्रम उसकी हेल्प करने लगा भूमि विक्रम को सामान रखते हुए बड़े प्यार से देख रही थी सारा सामान रखने के बाद विक्रम ने बैग बंद करते हुए कहा – और कुछ करना है बेटा … भूमि ने हां में सर हिलाया और विक्रम के पास आकर सूटकेस खोला और बेड पर उड़ेल दिया विक्रम को अजीब लगा उन्होंने भूमि की तरफ देखा भूमि की आँखों आंसुओ से लबालब भरी हुई थी विक्रम ने पूछा उसने ऐसा क्यों किया तो भूमि ने रुंधे गले से कहा – हमे आपको छोड़कर नहीं जाना पापा प्लीज़

आँखों में भरे आंसू गालो पर आ गए , विक्रम की आँखे भी नम हो गयी उन्होंने भूमि को सिने से लगाते हुए कहा – एक दिन तो सबको जाना पड़ता है ना बेटा , तेरे पापा भी तो तुझसे बहुत प्यार करते है अगर तू ऐसे करेगी तो कैसे चलेगा ,, वहा कार्तिक तेरा इन्तजार कर रहा है और देखना वो तुम्हे मुझसे भी ज्यादा प्यार करेगा और खुश रखेगा

Iविक्रम की बात सुनकर भूमि बच्चो की तरह फूटफूटकर रोने लगी , अपने पिता से दूर होने का दर्द की होता है ये भूमि अच्छी तरह जानती थी , विक्रम ने उसे चुप कराया और उसके आंसू पोछकर कहा – अब अगर एक भी आंसू बहाया ना तो तेरे पापा कमजोर पड जायेंगे बेटा … विक्रम ने अपनी आँखो की नमी छुपाई और कमरे से बाहर निकल गए ,,

एक अजीब सी बैचैनी उसे घेरे हुयी थी कार्तिक से मिलने के बाद पहली बार भूमि को ना जाने क्यों ये लग रहा था की वो कुछ तो गलत कर रही है . कुछ समझ नहीं आ रहा था उसने फोन उठाया और आकाश को फोन लगाया लेकिन हमेशा की तरह आकाश ने आज भी भूमि का फोन नहीं उठाया . भूमि ने फोन साइड में रखा और बैग जमाने लगी ,,

अलमारी खोली और आकाश का दिया तोहफा निकाला उसे खोलकर देखा आंसू की दो बुँदे गालो पर लुढ़क आयी ,, उसने डिब्बे को सूटकेस में रखा और रूम से बाहर आ गयी ,, उसने देखा विक्रम और जया बहुत खुश थे उन्हें देखकर भूमि मुस्कुरा उठी ….

दोपहर तक सभी मैरिज हॉल पहुंचे , लड़के वाले भी आ चुके थे उन्हें अलग गेस्ट हाउस में ठहराया गया … रात में डांस प्रोग्राम में सभी साथ थे , कार्तिक के मम्मी पापा बहुत हाई क्लास लोग थे उन्हें कोई परेशानी न हो इसका विक्रम और जया पूरा पूरा ध्यान रख रहे थे लेकिन फिर भी कार्तिक की मम्मी कोई ना कोई कमी निकाल ही देती , पर डांस के वक्त जब उन्होंने भूमि को देखा तो उनकी सारी ग़लतफ़हमी दूर हो गयी उन्हें समझ आया की क्यों कार्तिक ने भूमि को पसंद किया है ,,

भूमि की खूबसूरती उस रात चार चाँद लगा रही थी , उसका मासूम सा चेहरा सबको अपनी और खिंच रहा था , चेहरे पर भले उसके मुस्कराहट थी पर उसके मन में चल रह द्वंद्व को सिर्फ वही जान सकती थी ,, कार्तिक ने भूमि को बहुत से सरप्राइज दिए , और फिर भूमि के लिए एक डांस भी किया ,, उन सबकी खुशीयो में भूमि अपने अंदर की बेचैनी भूल गयी और सबके साथ खुशिया बाँटने लगी …

डांस के बाद सभी खाना खाने चले गए , कार्तिक आज भूमि को अपने हाथो से खाना खिला रहा था पर भूमि के दिमाग में सिर्फ आकाश चल रहा था जब हर शाम वह उस से खाने के लिए पूछा करता था ,, वो उसके बारे में सोचना नहीं चाहती थी फिर भी उसका ख्याल उसके दिलो दिमाग से नहीं जा रहा था ,,

खाने के बाद कार्तिक वही लोन में भूमि के साथ घूमने लगा और उसे शादी के बाद कहा कहा जाना है , बताने लगा और भूमि ख़ामोशी से सब सुनती जा रही थी चलते चलते भूमि को एक बार फिर दरगाह वाली बात याद आ गयी वो एकदम से कार्तिक के सामने आ खड़ी हुयी और कार्तिक के दोनों हाथो को अपने हाथो में लेकर कुछ महसूस करने लगी , पर उसे कुछ फील नहीं हुआ ,, उसने कार्तिक से गुड़ नाईट कहा और दौड़ते हुए वहा से चली गयी ,,

अंदर आकर कमरे को अंदर से बंद कर लिया और दरवाजे से लगकर सोचने लगी “ये सब क्यों हो रहा है , जिससे हम प्यार करते है वो आज हमारे सामने है दो दिन बाद हमेशा हमेशा के लिए हमारा होने वाला है , फिर भी हम खुश नहीं है , कुछ है जिसने हमे बांध रखा है , एक अजीब सा डर कुछ खो देने का और जब भी कार्तिक जी हमारे करिब आते है हम असहज हो जाते है , क्यों उन्हें छूने से हमे वो अहसास नहीं होता जो उस दिन दरगाह में हुआ था ,, भूमि अपने ही खयालो मे उलझती जा रही थी …

उसने दरवाजा खोला और बाहर आ गयी वो विक्रम से बात करना चाहती थी लेकिन उसे विक्रम कही नजर नहीं आये , विक्रम के बाद सिर्फ आकाश ही था जिस से भूमि अपनी परेशानी शेयर किया करती थी रूम में आकर उसे आकाश को फोन लगाया लेकिन उसका फोन बंद था ,, भूमि लेट गयी और सोचते सोचते उसे नींद आ गयी और नींद के साथ ही उसकी सारी परेशानिया भी चली गयी ..

Bepanah Ishq

Bepanah Ishq by Sanjana Kirodiwal

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