Sanjana Kirodiwal

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A Broken Heart – 60

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A Broken Heart
A Broken Heart

A Broken Heart – 60

ईशान जिया को लेकर मिस्टर दयाल के रेस्त्रो पहुंचा जिया दरवाजे के बाहर ही रुक गयी। ईशान जिया का हाथ थामे आगे बढ़ा लेकिन जिया टस से मस नहीं हुई। ईशान ने पलटकर जिया को देखा और कहा,”क्या हुआ तुम रुक क्यों गयी ? चलो !!”
“अंदर सोफी होगी , मिस्टर दयाल भी होंगे अगर उन्होंने हमे साथ देखा तो,,,,,,,,,,,,,,,,अह्ह्ह्ह नहीं हमे साथ साथ अंदर नहीं जाना चाहिए।”,जिया ने परेशानी भरे स्वर में कहा


“तूम यहाँ काम करती हो फिर तुम्हे मेरे साथ अंदर जाने से क्या परेशानी है ?”,ईशान ने पूछा
“अह्ह्ह वो दरअसल यहाँ सब मुझसे गुस्सा है और उन्हें लगता है कि तुमने मुझे धोखा दिया है बस इसलिए अगर अब उन्होंने हमे साथ देखा तो वो मुझ पर और गुस्सा हो जायेंगे,,,,,,,,,,,,,,!!”,जिया ने धीमे स्वर में दबी आवाज में कहा


“व्हाट द,,,,,,,,,,,,तुम ऐसा कैसे कर सकती हो जिया ? मैंने तुम्हे कौनसा धोखा दिया बताओ ? क्या मैं तुम्हारे लिए वापस दिल्ली नहीं आया ? तुमने तो मुझे धोखबाज ही बना दिया जरूर तुमने मेरे बारे में कुछ बकवास की होगी , है ना ?”,ईशान ने लगभग जिया के करीब आकर उसे घूरते हुए कहा


“ओह्ह्ह्ह नहीं मैंने कुछ भी नहीं किया है बस उन्हें ही ये गलतफहमी है,,,,,,,,,,,,,,,!!”,जिया ने घबराकर कहा
“तो फिर चलो मेरे साथ और चलकर उनकी गलतफहमी दूर करो।”,ईशान ने जिया का हाथ पकड़कर उसे अंदर ले जाते हुए कहा

बेचारी जिया घबराहट और परेशानी के भाव उसके चेहरे से साफ झलक रहे थे। ईशान जिया के साथ अंदर आया सोफी उस वक्त काउंटर पर ही थी। उसने दोनों को साथ देख तो गुस्से से उसकी भँवे तन गयी। सोफी के चेहरे पर आये भावो को जिया ने भांप लिया इसलिए उस से नजरे चुराते हुए इधर उधर देखने लगी।


ईशान को वहा देखकर मिस्टर दयाल काफी खुश हुए ईशान उनसे मिला और कुछ देर बातें की।
“अरे ये तो RJ ईशान है , वही जिसकी सुनाई अ ब्रोकन हार्ट काफी फेमस है,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,रेस्त्रो में बैठी एक लड़की ने खुश होकर अपनी सहेलियों से कहा


“क्या सच में ये वही है ? ओह्ह्ह्ह फिर तो मुझे इसका ऑटोग्राफ चाहिए,,,,,,,,,,,,क्या तुम्हारे पास पेन और पेपर मिलेगा ?”,दूसरी लड़की ने एक्साइटेड होकर कहा तो बाकि सब लड़किया भी उठकर ईशान के पास जाने लगी।
“ईशान सर , ईशान सर क्या मुझे आपका एक ऑटोग्राफ मिल सकता है प्लीज ? मैं आपकी बहुत बड़ी फैन हूँ , प्लीज सर !!”,एक लड़की ने जिया को साइड कर ईशान की तरफ जाते हुए कहा। बेचारी जिया तो उस धक्के से घूम सी गयी। 


लड़कियों ने ईशान को घेर सा लिया और सब उस से ऑटोग्राफ मांगने लगी। जिया को ये देखकर मीठी मीठी जलन भी महसूस हो रही थी और वह सोफी के बारे में सोचकर घबरा भी रही थी। जिया ने देखा ईशान बाकी लड़कियों के साथ बिजी है तो वह सोफी के पास चली आयी। जिया सोफी से कुछ कहती इस से पहले ही सोफी ने कहा,”मुझे लगा नहीं था ये वापस आएगा,,,,,,,,,,जरूर इसने तुम्हे अपनी मज़बूरी की कोई झूठी कहानी सुनाई होगी।”


“ऐसा कुछ भी नहीं है सोफी,,,,,,,,,,,,,वो मेरे साथ अब भी पहले जैसा ही पेश आ रहा है एक अच्छे दोस्त की तरह , मैं ही पागल थी जिसने इस दोस्ती को प्यार समझ लिया। ये एकतरफा फीलिंग्स थी जिनका अब कोई मतलब नहीं रहा है। क्या तुम ईशान को माफ़ कर सकती हो प्लीज ? मेरे लिए , वो बुरा लड़का नहीं है ,, वो दिल्ली अपने एक अवार्ड फंक्शन के लिए आया है उसने जो सपना देखा था वो पूरा हो गया। हमे अपने दोस्त के लिए खुश होना चाहिए सोफी,,,,,,,,,,,,,!!”,जिया ने सोफी से कहा


“हम्म्म्म मुझे माफ़ कर दो मैंने तुम्हारे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया , मुझे तुम्हारे साथ ऐसे पेश नहीं आना चाहिए था। मैं तुम्हारे और ईशान के रिश्ते को लेकर कुछ ज्यादा ही इमोशनल हो गयी थी। मुझे माफ़ कर दो जिया।”,सोफी ने जिया के हाथो को थामकर कहा
जिया मुस्कुरा उठी आज कितने दिनों बाद सोफी ने उस से अच्छे से बात की थी। जिया ख़ुशी के मारे सोफी के गले आ लगी और कहा,”ओह्ह्ह्ह सोफी मैं तुम्हे बता नहीं सकती आज मैं कितना खुश हूँ , तुम सच में एक बहुत अच्छी दोस्त हो।”


“हाँ बिल्कुल मेरी तरह !”,ईशान ने जिया और सोफी के पास आकर कहा
ईशान की आवाज सुनकर जिया सोफी से दूर हटी। ईशान ने सोफी की तरफ देखा और कहा,”हाय सोफी ! कैसी हो ?”
“मैं ठीक हूँ तुम कैसे हो ?”,सोफी ने कहा


“मैं तुम्हारे सामने हूँ , बाय द वे मुझे बहुत भूख लगी है तो मिस्टर दयाल के इस रेस्त्रो की जो जो फेमस डिशेस है वो सब ले आओ,,,,,,,,,,,,,और हाँ चॉकलेट डोनट्स लाना बिल्कुल मत भूलना मुझे वो बहुत पसंद है,,,,,,,,,,!”,आखरी शब्द ईशान ने जिया की तरफ देखते हुए कहे
“हाँ जरूर !”,सोफी ने खुश होकर कहा और वहा से चली गयी
“इतना खाना कौन खायेगा ?”,जिया ने हैरानी से पूछा


“हम दोनों !”,ईशान ने जिया की कलाई पकड़कर उसे टेबल की तरफ ले जाते हुए कहा।
ईशान ने जिया के लिए कुर्सी खिसकाई और उस से बैठने का इशारा किया। जिया कुर्सी पर आ बैठी हालाँकि भूख उसे भी लगी थी लेकिन वह बस जताना नहीं चाहती थी। ईशान उसके बगल में आ बैठा और कहा,”मिस्टर दयाल का रेस्त्रो वैसे काफी खूबसूरत है।”
“ये इतना अच्छा भी नहीं है,,,,,,,,,,!”,जिया ने मुंह बनाकर कहा


“हाँ तुम ये कह सकती हो लेकिन मेरे लिए ये जगह इसलिए खास है क्योकि यहाँ तुम मेरे साथ हो !”,ईशान ने जिया की तरफ देखकर सर्द आवाज में कहा।
एक पल के लिए जिया ईशान की गहरी आँखों में खो सी गयी। वह कुछ बोल ही नहीं पायी बस एकटक ईशान को देखते रही। ईशान भी प्यार भरी नजरो से जिया को देखता रहा। सोफी ने खाने की प्लेट्स लाकर रखी तो ईशान और जिया की तंद्रा टूटी।
“आह्हः फाइनली खाना आ गया,,,,,,,,,,,,,,!!”,ईशान ने कहा


जिया ने सोफी को देखा तो सोफी मुस्कुरा कर वहा से चली गयी। ईशान ने सब खाना जिया की पसंद का आर्डर किया था ये देखकर जिया थोड़ा हैरान भी थी कि ईशान क्या करने वाला है।
“क्या हुआ जिया ? शुरू करो,,,,,,,,,,,,देखो यहाँ तुम्हारी पसंद का सब है। सेंडविच है , पेस्ट्री है , चीज पास्ता है , नूडल्स है और देखो तुम्हारे फेवरेट डोनट्स “,कहते हुए ईशान ने सामने पड़े चॉकलेट डोनट्स में से एक उठाया

और उसे प्यार से देखते हुए कहा,”ओह्ह्ह डोनट तुम कितने यम्मी और टेस्टी दिखाई दे रहे हो , तुम्हारी खूबसूरती को देखकर मेरा तुम्हे खाने को बिल्कुल दिल नहीं कर रहा है लेकिन मैं क्या करू मैं खुद को तुम्हे खाने से रोक भी नहीं पा रहा। अब बिना देरी किये तुम्हे सीधा मेरे मुंह में आ जाना चाहिए,,,,,,,,,,,!”
कहकर ईशान ने डोनट का एक टुकड़ा खाया और कहा,”अहम्म्म्म तुम सच में काफी यम्मी हो !”
जिया हैरानी से ईशान को देख रही थी। ईशान ने जिया को अपनी ओर देखता पाया तो अपनी भँवे उचकाई।


“तुम तो बिल्कुल मेरे जैसे हो गए हो !”,जिया ने आँखों में आँसू भरकर कहा
“हाँ और तुम मेरे जैसी,,,,,,,,,,,,शांत , बोरिंग और खड़ूस,,,,,,,,,,,,,,तुम पहले वाली जिया ही ठीक थी , ये नया वर्जन तुम पर अच्छा नहीं लग रहा।”,ईशान ने डोनट्स का दुसरा टुकड़ा खाते हुए कहा
जिया को महसूस हुआ कि वह सच में पहले से काफी बदल गयी है सिर्फ इसलिए क्योकि ईशान उसके साथ नहीं था।

जिया ने अपनी आँखों के किनारे पोछे और मुस्कुरा कर कहा,”मैं बोरिंग नहीं हूँ और ये खड़ूस तुम्हारा टैग है मेरा नहीं,,,,,,,,,,,,,क्या हम खाने पर सोफी और मिस्टर दयाल को भी बुला ले।”
“हाँ क्यों नहीं ? एक मिनिट,,,,,,,,,,,,हे सोफी , मिस्टर दयाल प्लीज कम एंड ज्वाइन अस !”,ईशान ने पलटकर सोफी और मिस्टर दयाल को आवाज देते हुए कहा।


कुछ देर बाद मिस्टर दयाल और सोफी भी चले आये। जिया खुश हो गयी। सभी साथ मिलकर खाना खाने लगे। जिया का छोटा सा सपना आज पूरा हो रहा था। वह हमेशा से मिस्टर दयाल के रेस्त्रो में बने सभी महंगे डिश खाना चाहती थी और आज ईशान ने उसके लिए ये कर दिया। ईशान खुद कम खा रहा था और खाते हुए प्यार से जिया को देख रहा था।

जिया बस खाने में बिजी थी लेकिन सोफी की नजरे बार बार ईशान पर चली जाती। उसके मन में ईशान और जिया के रिश्ते को लेकर एक बार फिर उम्मीद जागने लगी थी। ईशान ने एकदम से सोफी की तरफ देखा तो सोफी दूसरी तरफ देखने लगी और अपना ध्यान खाने में लगा लिया।

खाना खाने के बाद मिस्टर दयाल ईशान के साथ बैठकर बाते करने लगे और जिया सोफी के साथ काउंटर की तरफ चली आयी। जिया ने जैसे ही स्टोर से रेस्त्रो के लोगो का अपना जैकेट और कैप निकालकर पहनना चाहा सोफी ने उसे रोकते हुए कहा,”ये तुम क्या कर रही हो ?”
“मुझे डिलीवरी करने जाना होगा न , वैसे भी ईशान की वजह से मैं आज देर से रेस्त्रो आयी हूँ मिस्टर दयाल ने देखा तो गुस्सा होंगे।”,जिया ने जैकेट पहनते हुए कहा


“कभी कभी तुम सच में अजीब बिहेव करती हो जिया , बेचारा ईशान इतने दिनों बाद तुमसे मिलने आया है और तुम्हे डिलीवरी की पड़ी है। यहाँ सब हो जायेगा तुम जाओ तुम्हे ईशान के साथ कुछ वक्त बिताना चाहिए,,,,,,,,,,,,,,,!!”,सोफी ने जिया का जैकेट वापस उतारते हुए कहा।
“तुम,,,,,,,,,,,,,,तुम उसे बेचारा कह रही हो ?”,जिया ने हैरानी से पूछा
“अह्ह्ह ये नौटंकी बंद करो और जाओ यहाँ से,,,,,,,,,,,,,,मुझे काम करने दो।”,सोफी ने जिया को बाहर धकेलते हुए कहा


“हाह ये कैसे हुआ ? कल तक तो सोफी ईशान से नफरत करती थी और अब एकदम से वह उसके लिए इतना अच्छा बोल रही है , ओह्ह्ह कही मैं सपना तो नहीं देख रही,,,,,,,,,,,,,,मुझे लगता है मैं पागल हो जाउंगी।”,जिया चलते चलते बड़बड़ाई और सामने से आते ईशान से जा टकराई
“सम्हालकर जिया ! तुम्हे हेंडसम लड़को से टकराने की बीमारी है या फिर तुम जान बूझकर,,,,,,,,,,!”,ईशान ने जिया को छेड़ते हुए कहा


“ओह्ह्ह ऐसा कुछ भी नहीं है,,,,,,,,,,,,मैं बस कुछ सोच रही थी इसलिए ध्यान नहीं दिया।”,जिया ने चिढ़ते हुए कहा
“वैसे तुम क्या सोच रही थी ? कही तुम मेरे बारे में तो नहीं सोच रही थी , देखो मुझे तुम्हारे इरादे कुछ ठीक नहीं लग रहे।”,ईशान ने कहा
जिया ने कुछ नहीं कहा और वहा से बाहर चली गयी। सोफी की तरफ हाथ हिलाकर ईशान भी जिया के पीछे पीछे रेस्त्रो से बाहर चला आया।

जिया जैसे ही बाहर आयी सामने से उसे देवांश आता दिखाई दिया और उसे देखकर जिया रुक गयी। देवांश ने जिया को देखा और मुस्कुराते हुए उसके पास आया। जवाब में जिया भी हल्का सा मुस्कुरा दी और मन ही मन कहा,”अब ये यहाँ क्यों आया है ?”
“हाय ! मैं कुछ दिनों से तुम से मिलना चाह रहा था।”,देवांश ने कहा
जिया और देवांश को साथ देखकर ईशान कुछ दूर पहले ही रुक गया

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क्रमश – A Broken Heart – 61 ( 4th May 2023 )

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