A Broken Heart – 20
A Broken Heart – 20
कुछ दिन यूं ही गुजर गए। ईशान ने खुद को जैसे घर में कैद कर लिया। माया के चक्कर में ईशान ने फिर अपनी नौकरी छोड़ दी। उसके पास अब ना ज्यादा पैसे थे ना ही वह बाहर जाता बस दिनभर माया के बारे में सोचता रहता और परेशान रहता। एक शाम ईशान माया के घर के सामने चला आया और वहा बैठकर उसके आने का इंतजार करने लगा। रात 10 बजे माया अपने दोस्तों के साथ आयी और उन्हें बाय बोलकर जैसे ही जाने लगी ईशान उसके पास आया और कहा,”माया माया प्लीज एक बार मेरी बात सुनो , तुम इस रिश्ते को ऐसे खत्म नहीं कर सकती , झगडे किसके बीच में नहीं होते माया लेकिन कोई ऐसे हमेशा के लिए छोड़कर जाता है क्या ?”
“ईशान जाओ यहाँ से”,माया ने उस से अपना हाथ छुड़ाते हुए कहा।
“माया क्या हो गया है तुम्हे सब ठीक था हमारे बीच फिर ये अचानक से तुम्हे क्या हो गया है ? प्लीज मत करो ये सब मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता माया प्लीज मुझे हर्ट हो रहा है प्लीज”,कहते कहते ईशान की आँखों में फिर आंसू आ गए
“आई डोंट केयर ईशान , कैफे में ऑलरेडी तुम बहुत कुछ बोल चुके हो अब यहाँ तमाशा मत करो , प्लीज जाओ यहाँ से और आज के बाद यहाँ कभी मत आना”,कहते हुए माया वहा से चली गयी।
ईशान घुटनो के बल वही गिर पड़ा और अपना चेहरा अपने हाथो में छुपाकर रोने लगा। वह नहीं समझ पा रहा था की आखिर इस ब्रेकअप की वजह क्या थी ? वह माया से बहुत प्यार करता था और इसलिए उसने माया के अलावा कभी किसी और चीज के बारे में सोचा ही नहीं,,,,,,,,,,,,अपने करियर के बारे में भी नहीं। जब आँखों के सारे आँसू बह गए तो ईशान उठा और अपने बाजू से अपनी आँखों को पोछा और धीमी चाल में रेंगते हुए वहा से चला गया।
देर रात वह अपने फ्लैट पर पहुंचा , फ्लेट का दरवाजा खुला था और लाइट भी ऑन थी। ईशान अंदर आया देखा अंदर उसका दोस्त निर्मल बैठा था। निर्मल ने ईशान को देखा तो उसके पास आया और कहा,”ए कहा था तू ? अपना फोन चेक कर 10 बार से ज्यादा फ़ोन कर चुका हूँ तुझे,,,,,,,,,,,,,,और ये क्या हालत बना रखी है तुमने,,,,,,,,,,,,,,,कुछ हुआ है क्या ? मेरे पास माया का फोन आया था उसने कहा उसने तुझसे ब्रेक अप कर लिया है,,,,,,,,तू ठीक है ना ?”
ईशान ने निर्मल का हाथ झटका और डायनिंग की तरफ आकर पानी का ग्लास उठाते हुए कहा,”तू यहाँ क्यों आया है ?”
“मुझे लगा माया से ब्रेकअप के बाद तू कही डिप्रेस्ड न हो जाये और दारू,,,,,,,,,,,,,,,!!”,कहते कहते निर्मल रुक गया
“तुझे क्या लगता है ब्रेकअप के बाद दूसरे लड़को की तरह मैं दारू पिऊंगा , उसे याद करके आंसू बहाऊंगा,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मैं उसे वापस लेकर आऊंगा अपनी जिंदगी में इस घर में , वो मुझे ऐसे छोड़कर नहीं जा सकती।
उसने कह दिया तो हो गया क्या ब्रेक अप,,,,,,,,मैं नहीं मानता ऐसे किसी ब्रेकअप को”,कहते कहते ईशान ने हाथ में पकड़ा गिलास दिवार पर दे मारा और वहा कांच के टुकड़े फ़ैल गए।
“ए पागल हो गया है क्या तू ? ये सब क्यों कर रहा है ? वो तेरे साथ रहना नहीं चाहती तो जाने दे उसे लड़कियों की कमी नहीं है और मिल जाएगी”,निर्मल ने उसे सम्हालते हुए कहा
“ऐसे कैसे जाने दू उसे हाँ ? जब उसे मेरी जरूरत थी तब मैं उसके साथ था तो आज जब मुझे उसकी जरूरत है तो वो मुझे गुड बाय कैसे कह सकती है ?”,ईशान ने चिल्लाकर कहा उसकी आँखों से फिर आँसू छलकने लगे।
“तू चल मेरे साथ चल,,,,,,,,,,,,इधर आ”,कहते हुए निर्मल ईशान को लेकर उसके रूम में चला आया।
उसने ईशान को बिस्तर पर बैठाया और खिकड़ी खोल दी। ईशान के दिमाग में अभी भी माया की कही बातें घूम रही थी , वो उसे इतनी आसानी से जाने नहीं दे सकता था। वह एकदम से उठा और कहा,”मैं उसे लेने जा रहा हूँ , वो वो मेरे बिना परेशान होगी,,,,,,,,,,,आई नो उसने गुस्से में बोल दिया लेकिन वो ऐसे ब्रेक अप नहीं कर सकती”
ईशान को ऐसे देखकर निर्मल ने उसे रोका और थोड़ी ऊँची आवाज में कहा,”वो तुझे लात मारकर जा चुकी है , और क्या कहा तूने तेरे बिना वो परेशान होगी ?,,,,,एक मिनिट ये देख , देख इसे स्टेटस सिंगल और ये आज की पार्टी की तस्वीरें,,,,,,,,,,,देख इन्हे,,,,,,इनमे तू कहा है ? वो अपने दोस्तों के साथ खुश है उसे इस ब्रेकअप से कोई फर्क नहीं पड़ा है समझ रहा है ना,,,,,,,,,,,,,,इट्स ओवर ईशान , माया तुझे छोड़कर जा चुकी है”
ईशान ने फोन देखा उसमे माया ने कुछ घंटो पहले ही पार्टी के फोटोज पोस्ट किये थे , जिनमे वह काफी खुश नजर आ रही थी। ईशान ने फोन निर्मल को दे दिया और खुद बिस्तर पर आकर गिर गया। उसकी आँखों में उदासी पसर गयी।
“मैं तेरे लिए खाना ले आता हूँ”,निर्मल ने कहा
“मुझे भूख नहीं है”,ईशान ने कहा और अपनी आँखे मूंद ली , उसकी आँखों में भरे आँसू बहकर गालों पर निकल आये।
निर्मल वही रुक गया ताकि आज की रात ईशान अकेला महसूस ना करे। निर्मल वहा रखे बिन बैग पर आकर पसर गया। देर रात किसी के सिसकने की आवाज निर्मल के कानो में पड़ी तो वह नींद में कुनमुनाया। कुछ देर बाद फिर वही आवाज आयी तो निर्मल ने अपनी आँखे खोली और देखा बिस्तर के बगल में दिवार से पीठ लगाए बैठा ईशान रो रहा है। निर्मल उठा और उसकी तरफ चला आया ईशान के बगल में बैठते हुए कहा,”ईशान ये क्या कर रहा है तू ?”
“मैं उसे नहीं भूल सकता यार,,,,,,,,,,,,,उसने कहा था वो हमेशा मेरे साथ रहेगी , मैंने कभी उसे हर्ट करने का नहीं सोचा उसने जैसा चाहा मैं,,,,,,,,,मैं वैसा बनकर रहा उसके साथ,,,,,,,,,,हर वीकेंड जब वो मेरी साथ होती थी तो मुझे लगता था दुनिया की सारी खुशिया मेरे पास है और उस एक दिन के लिए जब मैं पुरे वीकेंड का इंतजार करता था तो लगता था मुझसे ज्यादा बदनसीब इंसान इस दुनिया में कोई नहीं है। खराब से खराब मूड भी उसकी एक स्माइल से ठीक हो जाता था। उसके एक मैसेज का मैं,,,,,,,,,
मैं घंटो इंतजार करता था। वो जब गुस्सा हो जाती थी तो उसे मनाने के लिए बहुत ही स्टुपिड थिंक्स किया करता था मैं,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुझे याद है उस दिन पूरा शहर बंद था और उस से मिलने के लिए मैं पैदल ही घर से निकल गया था। पुरे 60 किलोमीटर,,,,,,,,,,तुझे कैसे याद नहीं होगा उस रात तूने ही मेरे पैर दबाये थे,,,,,,,,,,,माया सिर्फ एक इंसान नहीं थी मेरी जिदंगी बल्कि वो उम्मीद थी , जिसे देखकर मैं जीता था , खुश होता था मुस्कुराता था वो ऐसे चली जाएगी तो क्या बचेगा मेरे पास,,,,,,,,,,,,,,,,,
इतने सालो में एक दिन भी ऐसा नहीं गया होगा जब मैं उसके बारे में सोचकर मुस्कुराया ना हो , वो मेरे साथ नहीं भी होती थी तो लगता था की वो मेरे साथ है,,,,,,,,,,,,,,तुझे पता है उसने एक मामूली सी बात के लिए मुझे छोड़ दिया की मैं अपनी लाइफ में कुछ नहीं कर रहा,,,,,,,,,,,,मैं करना चाहता हूँ लेकिन सब उलझा हुआ है जिसे सिर्फ वो सुलझा सकती है। वो अगर मेरे साथ रही तो मैं सब सब ठीक कर लूंगा,,,,,,,मैं उसे ऐसे जाने नहीं दे सकता यार,,,,,,,,,,,,,,तू तू उस से बात कर ना प्लीज,,,,,,,,,,,,उसे बोल ना वापस लौट आये , मैं उसे कभी कुछ नहीं कहूंगा,,,,,,,,बस वो मेरे साथ रहे , मुझे प्यार करे जैसे वो हमेशा करती थी”
ईशान की इमोशनल बाते सुनकर एक बार के लिए निर्मल का दिल भी भारी हो गया लेकिन उसके लिए ईशान को इस बात का अहसास दिलाना बहुत जरुरी था की माया उसकी जिंदगी से जा चुकी है और वापस नहीं आएगी। उसने अपना हाथ ईशान के हाथ पर रखा और कहा,”वो अब कभी नहीं आएगी ईशान उसे भूल जा”
ईशान ने सूना तो उसकी आँखों में फिर आँसू भर आये और वह फिर सिसकने लगा। रोने से उसकी आँखे लाल हो चुकी थी। रोते रोते उसने अपना सर निर्मल की गोद में टिका दिया। इस वक्त उसके लिए अपने आप को सम्हालना मुश्किल हो रहा था।
निर्मल ने ईशान के सर को सहलाते हुए कहा,”मैं जानता हूँ इस वक्त तू बहुत तकलीफ में है लेकिन तुझे माया को भूलना होगा , एक लड़की के लिए तुझे इस तरह रोने की जरूरत नहीं है,,,,,,,,,तू सुन रहा है ना”
ईशान ने कोई जवाब नहीं दिया तो निर्मल ने देखा की वह सो चुका है। जतिन उसका सर सहलाने लगा। गर्वित की हालत देखकर उसे अच्छा नहीं लग रहा था।
निर्मल वही जमीन पर बैठा रहा उसने बिस्तर पर पड़ी कम्बल हाथ से अपनी तरफ की और ईशान को ओढ़ा दी। कुछ देर बाद उसे भी नींद आने लगी और उसने अपना सर पीछे दिवार से लगा लिया।सुबह ईशान की आँख खुली उसने खुद को जमीन पर पाया तो उठा और निर्मल को भी उठाया। निर्मल आँखे मसलते हुए बाथरूम की तरफ चला गया। ईशान ने अपना फोन उठाया इस उम्मीद में की शायद माया का कोई मैसेज हो लेकिन उसके चेहरे पर फिर उदासी छा गयी। उसने फोन साइड में रख दिया। निर्मल बाथरूम से बाहर आया और कहा,”सुन जो हुआ उसे भूल जा और अपने करियर पर ध्यान दे ,
मैंने कुछ दिन पहले ही अपनी कम्पनी को तेरा रिज्यूम भेजा था 10 बजे इंटरव्यू है तो तैयार होकर चला जा मैं तुझसे वही मिलूंगा”
ईशान खामोशी से जमीन को देखता रहा तो निर्मल उसके पास आया और बगल में बैठकर उसके कंधो को थामकर कहा,”ब्रेकअप होना था हो गया अब मूव ऑन कर , मैं चलता हूँ और हां तू वक्त से पहुँच जाना”
कहते हुए निर्मल उठा और चला गया। उसके जाने के कुछ देर बाद ईशान उठा , बाथरूम से फ्रेश होकर आया और कमरे से बाहर निकल गया।
डायनिंग पर कल रात का खाना रखा हुआ था , ईशान ने ढक्कन उठाकर देखे और फिर फ्रिज की तरफ बढ़ गया। फ्रीज खाली थी उसमे सिर्फ दूध के बॉटल्स और पानी रखा था। ईशान ने उसे भी बंद कर दिया और सोफे पर आकर बैठ गया। माया की यादो ने फिर उसे घेर लिया। वह चाहकर भी उन पलों को भूल नहीं पा रहा था जो उसने माया के साथ बिताये थे। घंटो वह वही बैठा रहा और फिर नहाकर फ्लेट से बाहर निकल गया। निर्मल के कहने के बाद भी ईशान इंटरव्यू देने नहीं आया। दिनभर वह शहर की सड़को पर घूमता रहा , हर वो जगह उसे माया की याद दिला रही थी जहा उसने माया के साथ वक्त बिताया था।
सुबह से दोपहर , दोपहर से शाम और शाम से रात हो गयी लेकिन ईशान घूमता रहा। जब भूख लगी तो सड़क किनारे खड़े ठेले के पास डिवाइडर पर बैठ गया। ठेले वाला उसे जानता था शायद इसलिए बिना ईशान के कुछ कहे उसने 4 अंडो की ऑमलेट लाकर उसे दे दी। दो दिन से भूखे ईशान के सामने खाना आया तो उसने जल्दी से प्लेट ली और जल्दी जल्दी खाने लगा। खाते खाते भी उसकी आँखो से आंसू बह रहे थे और इस वक्त वो बहुत दुखी था। खाते खाते भी उसे माया याद आ रही थी। उसने आधा खाया और फिर पैसे देकर चला गया।
सोफी बीते कुछ दिनों से परेशान थी उसे पैसो की सख्त जरूरत थी। जिया को जब इस बारे में पता चला तो सोफी की मदद करने के लिए वह भी ओवर टाइम करने लगी। देर रात जिया अपना आर्डर देने आयी थी। जिया ने अपना स्कूटर रोका और पार्सल देने चल पड़ी। कुछ देर बाद ही उस गली में हड़कंप मच गया और पुलिस के सायरन की आवाजे आने लगी। जिया डर गयी और इधर उधर देखने लगी। कुछ लड़के लड़किया यहाँ वहा भाग रहे थे। दरअसल जिया जहा अपना आर्डर देने आयी थी उसी के पास वाले क्लब पर पुलिस ने छापा मार दिया था।
जिया और मुसीबतो का तो जैसे कोई गहरा संबंध हो वह हमेशा ऐसी किसी परेशानी में फंस जाती जिस से उसका दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं था। जिया ने देखा अँधेरे में एक पुलिस वाला उसकी तरफ ही चला आ रहा है तो वह घबरा गयी। कही पुलिस वाला उसे गलत समझकर जेल में ना बंद कर दे सोचकर ही जिया के पसीने छूटने लगे। जैसे ही पुलिस वाला जिया की तरफ आया किसी ने जिया का हाथ पकड़ा और उसे पास वाली गली में खींच लिया।
हड़बड़ाई सी जिया ने सामने देखा तो पाया कि वह लड़का कोई और नहीं बल्कि ईशान ही था। ईशान ने अपने होंठो पर ऊँगली रख के जिया को चुप रहने का इशारा किया। जिया ने कुछ नहीं कहा बस एकटक उसे देखते रही। जब तक पुलिस वहा से नहीं चली गयी तब तक ईशान जिया को लेकर वही खड़ा रहा।
पुलिस के जाने के बाद ईशान जिया को लेकर बाहर आया और कहा,”तुम पागल हो क्या ? इतनी रात में यहाँ क्या कर रही हो ? ये अच्छी जगह नहीं है तुम्हे यहाँ नहीं होना चाहिए”
“मैं यहाँ किसी कस्टमर का आर्डर देने आयी थी”,जिया ने कहा
“ये जगह बिल्कुल सेफ नहीं है , तुम्हे यहाँ से जाना चाहिए”,ईशान ने कहा
जिया ने देखा ईशान ठीक नहीं है वह काफी मायूस और टुटा हुआ नजर आ रहा है। जिस चेहरे पर चमक होती थी वो आज फीका दिखाई दे रहा है।
“क्या तुम ठीक हो ? तुम चाहो तो मुझसे बात कर सकते हो मैं तुम्हे सुनने के लिए तैयार हू”,जिया ने ईशान की बात को नजरअंदाज करके कहा
“मुझे अकेला छोड़ दो,,,,,,,,,,,,,और जाओ यहाँ से”,ईशान ने वहा से आगे बढ़ते हुए कहा
जिया उसके पीछे पीछे आयी और कहा,”हे सुनो तुम ठीक नहीं हो मैंने तुम्हे ऐसे पहले कभी नहीं देखा,,,,,,,,,,,,,तुम्हे क्या हुआ है ?”
“मैंने कहा ना जाओ यहाँ से”,ईशान ने चलते चलते कहा लेकिन पलटकर नहीं देखा।
जिया दौड़कर ईशान के सामने आयी और कहा,”रुको ! इस वक्त तुम गुस्से में हो और उस से भी ज्यादा तुम किसी तकलीफ में हो। तुम चाहो तो मुझे अपनी परेशानी के बारे में बता सकते हो ,मैं इसे समझूंगी ,,,,,,,,,,,,,,,लिली आंटी कहती है बताने से दुःख कम हो जाता है”
“दिल टुटा है मेरा और तुम इसका दर्द नहीं समझ सकती,,,,,,,,,,,,,,,,,अब मुझे और परेशान मत करो,,,,,,,,,,,,,प्लीज”,ईशान ने हाथ जोड़कर गुस्से से कहा
जिया ने सुना तो वह खामोश हो गयी और ईशान को जाते हुए देखती रही। ईशान का दिल टूटा है जानकर जिया को दुःख हो रहा था उसने अपने दोनों हाथो की उंगलियों को आपस में फंसाया और आसमान की तरफ देखते हुए कहा,”वो अभी बहुत तकलीफ में है , उसकी तकलीफ कम कर देना भगवान,,,,,,,,,,,,,वो अच्छा इंसान है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,प्लीज प्लीज प्लीज,,,,,,,!!”
जिया अपना स्कूटर लिए वापस रेस्त्रो के लिए निकल गयी। सोफी अपना काम खत्म कर चुकी थी इसलिए दोनों घर के लिए निकल गयी। ओवर टाइम करने का सोफी और जिया को ये फायदा हुआ की दोनों अब साथ साथ घर जाती थी। घर आकर जिया और सोफी ने कपडे बदले और सोने चली गयी। सोफी को तो बिस्तर पर गिरते ही नींद आ गयी लेकिन जिया की आँखों से नींद गायब थी। उसकी आँखों के सामने ईशान का चेहरा घूम रहा था। जिया उठकर खिड़की के पास चली आयी।
ठंड थी इसलिए जिया ने अपना लंबा ऊनी स्वेटर पहन रखा था जिसकी स्लीवस लम्बी थी। दरअसल जिया ने इसे सेल से खरीदा था और सेल से लाये हुए कपडे अक्सर उसे बिना फिटिंग के ही मिले। खिड़की के पास खड़ी जिया ईशान के बारे में सोच रही थी। उसके जहन में ईशान के दिल टूटने की बात घूम रही थी
आसमान में चाँद चमक रहा था उसे देखते हुए जिया खुद से कहने लगी,”उस लड़के ने,,,,,,,,,,,,,,,मेरा मतलब ईशान ने कितनी तकलीफ से कहा कि उसका दिल टुटा है,,,,,,,,,,,,,,,,,वो कितना परेशान था। उस बुरी लड़की ने उसके साथ अच्छा नहीं किया लेकिन वैसे सही भी किया अगर वो उसका दिल नहीं तोड़ती तो वह हमेशा इस धोखे रहता कि माया उस से प्यार करती है।
ओह्ह्ह्हह मुझे किसी के बारे में इतना बुरा नहीं सोचना चाहिए,,,,,,,,,,,,,,,,,मुझे माफ़ कर देना मॉम,,,,,,,,,,,,,,,,,वैसे दिल तो मेरा भी टुटा जब उसने कहा कि वो उस बुरी लड़की से प्यार करता है और उसके बारे में गलत नहीं सुन सकता। काश तुम देख पाते वो लड़की सिर्फ तुम्हारे अच्छे पन का फायदा उठा रही है और तुम्हे बेवकूफ बना रही है। वो सच में तुम से प्यार नहीं करती,,,,,,,,,,,,,,वो बहुत बुरी है और निहायती बेशर्म भी,,,,,,,,,,,तुम्हे तो खुश होना चाहिए कि तुम एक बड़ी मुसीबत से बच गए।”
“जिया इस वक्त तुम खिड़की के पास क्या कर रही हो ? आकर सो जाओ हमे सुबह रेस्त्रो भी जाना है”,सोफी ने कहा तो जिया वापस चली आयी और बिस्तर पर आकर लेट गयी और इस बार नींद ने उसे अपने आगोश में ले लिया।
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क्रमश – A Broken Heart – 21
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संजना किरोड़ीवाल
Arey ab to Ishan ko Maya ka sach pta chal Jana chahiye…
Ooooo…..Ishan ko sach kab pata chalega….
Post next part soon….
Ishan k samne maya ka Sach aana chahiye
Ishaan ko maya ka sach kb pta chlega
Jiya ko jab pata chala ki Ishaan ka dil tut gaya toh voh bhagwan se pray karne lagi uske liye.. aur kaha ki usse Maya ki asliyat ko bi pata chalna chahiye ki voh kaise hai..Nirnal me bi bahut samjaya Ishaan ko magar voh kuch samaja hi nahi chahata..Voh yeah baat accept nahi kar pa raha ki Maya ne usse chod diya..