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हां ये मोहब्बत है – 8

Haan Ye Mohabbat Hai – 8

Haan Ye Mohabbat Hai
Haan Ye Mohabbat Hai

विजय जी सबको लेकर घर पहुंचे। सभी हॉल में जमा थे राधा ने मीरा के सर पर लगी खरोंच को साफ किया ओर उस पर बैंडेज लगा दिया। मीरा बिल्कुल खामोश थी सभी घरवाले उसके चारो और बैठे थे।
“ये कैसा हॉल बुक किया तुमने इस बार विजय इतना बड़ा हादसा हो गया बच्चो को चोट आ जाती , कुछ नुकसान हो जाता कौन जिम्मेदार होता इसका ?”,दादू ने गुस्सा होकर कहा
“पापा इंदौर का सबसे बढ़िया हॉल है वो और सब सही था वहा बस अचानक ये हादसा हो गया”,विजय ने कहा
“हाँ दादू मैंने मैनेजर से बात की उन्हें भी नहीं पता की झूमर नीचे कैसे गिरा जबकि हॉल बुकिंग के टाइम उन्होंने सब चीजे अच्छे से चेक की थी”,अर्जुन ने कहा
“बंद करो ये सब बातें नीता तुम मीरा को लेकर अंदर जाओ , बच्ची पहले से इतना घबराई हुई है और उसके सामने ये सब बाते”,दादी ने कहा तो नीता मीरा को लेकर अंदर चली गयी। विजय जी ने अर्जुन को गाड़ी की चाबी देकर कुछ काम से बाहर भेज दिया। दादू दादी विजय और राधा वही बैठकर बातें करते रहे। तनु निधि , चीकू और काव्या को लेकर ऊपर कमरे में चली गयी अक्षत की आँखों के सामने बार बार वो हादसा आ रहा था वह घर से बाहर निकलकर लॉन में चला आया। सोमित ने देखा तो वे भी उसके पीछे पीछे लॉन में चले आये। अक्षत को परेशान देखकर जीजू ने कहा,”मीरा अब ठीक है आशु”
“मीरा ठीक है जीजू लेकिन कोई तो है जो उसे नुकसान पहुँचाना चाहता है”,अक्षत ने कहा
“मतलब ?”,जीजू ने हैरानी से पूछा
“मतलब ये भी जबसे हमारी शादी हुई है कोई ना कोई मुसीबत मीरा के सर पर रहती ही है , उस दिन मार्किट में भी एक गाड़ी वाला मीरा को टक्कर मार देता अगर मैं उसे नहीं बचाता और आज जो हुआ आपने देखा ही,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,जीजू आप बताओ कोई नया झूमर ऐसे नीचे कैसे गिर सकता है वो भी उस वक्त जब मीरा उसके नीचे थी”,अक्षत ने बैचैन होकर कहा
अक्षत की बात सुनकर जीजू समझ गए की वह मीरा को लेकर बहुत पजेसिव है और परेशान है इसलिए कहा,”आशु तू क्रिमिनल लॉयर है इसलिए ये सब बाते सोच रहा है , वो बस एक हादसा था जो हम में से किसी के साथ भी हो सकता है। मैं जानता हूँ तू मीरा से बहुत प्यार करता है और उसे लेकर बहुत डिस्टर्ब है ,,,लेकिन मीरा ठीक है वो इतनी अच्छी है की कोई उसे नुकसान पहुँचाने का सोच भी नहीं सकता है”
“लेकिन,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,अक्षत ने कहना चाहा तो जीजू ने उसे बीच में ही रोक दिया और कहा,”लेकिन वेकिन कुछ नहीं अंदर चल और मीरा को सम्हाल उसे फ़िलहाल तुम्हारी जरूरत है”
जीजू के कहने पर अक्षत ऊपर मीरा के पास चला आया। अक्षत को देखकर नीता ने उठते हुए कहा,”देवर जी अब आप मीरा का ख्याल रखिये मैं ज़रा चीकू को देख लू” कहकर नीता कमरे से बाहर चली जाती है अक्षत आकर मीरा के पास बैठता है और कहता है,”तुम ठीक हो ना मीरा ?”
“हम्म्म”,मीरा कहती और उसकी नजर अक्षत के हाथ पर चली जाती है वह उठकर ड्रेसिंग के पास आती है और दवाई वाला डिब्बा लेकर अक्षत के सामने बैठ जाती है। अक्षत उसे हैरानी से देखता है और भँवे उचकाता है तो मीरा कहती है,”अपना दाहिना हाथ आगे कीजिये”
अक्षत बिना किसी सवाल के अपना हाथ आगे कर देता है मीरा उसका हाथ पलटती है और कहती है,”सबको बस हमारा दर्द दिखाई दिया आपका नहीं”
अक्षत मुस्कुराया और कहा,”सबको दिखाई नहीं देता लेकिन तुम फिर भी देख लेती हो”
“भई वाह क्या प्यार है , मेरी तो आँखे भर आयी”,जीजू ने कमरे के दरवाजे पर खड़े खड़े कहा जो की मीरा और अक्षत के लिए चाय लेकर आये थे। उन्हें देखते ही मीरा ने कहा,”जीजू आईये ना वहा क्यों खड़े है आप ?”
“सोचा अब तक तुम ही सबको अपने हाथो की चाय पिलाती आयी हो तो सोचा आज मैं पीला दू”,जीजू ने कप साइड टेबल पर रखते हुए कहा
मीरा मुस्कुरा दी और फिर अक्षत के हाथ पर पट्टी बांधने लगी , अक्षत को थोड़ा दर्द हुआ तो उसने कहा,”आह मीरा आहिस्ता से”
“सॉरी”,कहकर मीरा आराम आराम से अक्षत के हाथ की पट्टी बांधने लगी। पट्टी बांधकर मीरा साइड हुई तो जीजू ने दोनों को चाय देते हुए कहा,”तुम दोनों के प्यार को किसी की नजर ना लगे”
“जीजू इनसे कहो की बस गुस्सा थोड़ा कम करे बाकि सब तो हम सम्हाल लेंगे”,मीरा ने अक्षत की और देखते हुए कहा तो अक्षत को याद आया आज शाम कैसे वह मैनेजर पर चिल्लाया था। उसने धीरे से कहा,”जीजू को पता है मैं बेजवाह गुस्सा नहीं करता”
“रहने दो साले साहब आपके गुस्से के सामने किसी की मजाल है जो कुछ बोले”,जीजू ने मीरा की साइड अपना झंडा लहराते हुए कहा
“अच्छा कब किया गुस्सा”,अक्षत ने कहा
“याद है उस दिन अर्जुन की शादी के वक्त सब बाहर गए थे कैसे पीटा था तुमने उन चार लड़को को और क्या कहा था “मेरी बंदी”,जीजू ने अक्षत को पुरानी बातें याद दिलाते हुए कहा , अक्षत ने सुना तो झेंपते हुए कहा,”अरे वो तो पुरानी बाते है”
“अच्छा ठीक है मैं चलता हूँ तुम दोनों आराम करो,,,,,,,,,,,,,गुड़ नाईट”,जीजू उठते हुए कहते है और कमरे से बाहर निकल जाते है।
मीरा के साथ हुए हादसे की वजह से सबका मूड ऑफ हो जाता है जीजू और तनु नीचे गेस्ट रूम में सोने चले जाते है। निधि हनी से बाते कर रही थी
“सॉरी बेबी आज मीरा के साथ जो हुआ उसके बाद सब थोड़ा अपसेट हो गए , मैं तो तुमसे ठीक से बात भी नहीं कर पाई”,निधि ने कहा
“इट्स ओके जान , फॅमिली इम्पोर्टेन्ट है। अब कैसी है मीरा जी ?”,हनी ने बड़े प्यार से कहा
“वो अब ठीक है , वैसे मैं आज बहुत खुश हूँ की हमारी इंगेजमेंट हो गयी अब तुम आराम से केनेडा जा सकते हो”,निधि ने कहा
“हां अब तुम पर मेरी मोहर लग चुकी है मिस निधि , केनेडा जाने से पहले एक बार तुमसे जरूर मिलूंगा”,हनी ने कहा
“मैं तो चाहती हूँ की ये दो साल जल्दी से निकल जाये और फिर हमारी शादी हो और हम साथ साथ रहे”,निधि ने कहा
“दो साल तो यु ही निकल जायेंगे मैं वहा जाकर हर रोज तुम्हे विडिओ कॉल करूँगा”,हनी ने कहा
“सो स्वीट,,,,,,,,,,,,अच्छा अब मैं फोन रखती हूँ ,, गुड़ नाईट लव यू”,निधि ने कहा
“लव यू तू मुह्हह्हआ”,कहकर हनी ने भी फोन काट दिया। निधि सोने चली गयी। उस हादसे की वजह से मीरा रात भर ठीक से सो नहीं पाई। सुबह भी जल्दी उठ गयी और तैयार होकर नीचे चली आयी। दादू और दादी सुबह की चाय पीने के सुबह टहलने निकल गए। इस उम्र में भी उनका प्यार बना हुआ था
जीजू भी जल्दी उठ गए थे उन्हें हॉल में देखकर मीरा उनके लिए चाय ले आयी और उन्हें देकर कहा,”गुड़ मॉर्निंग जीजू”
“गुड़ मॉर्निंग मीरा अब कैसी तबियत है तुम्हारी ?”,जीजू ने पूछा
“हम बिल्कुल ठीक है”,मीरा ने मुस्कुरा कर कहा
“साले साहब उठ गए ?”,जीजू ने चाय पीते हुए कहा
“नहीं जीजू वो अभी सो रहे है”,मीरा ने कहा
“मीरा तुमने ना अक्षत को सर पर चढ़ा रखा है सुबह के 7 बज रहे है और जनाब सो रहे है। कितना आलसी लॉयर है”,जीजू ने कहा
“ऐसी बात नहीं है जीजू वे हमेशा से ऐसे है और हमे नहीं लगता की हमे उनकी कुछ आदतों को बदलना चाहिए”,मीरा ने कहा
“वाह क्या बात है आशु कितनी भी गलतिया करे तुम उसे सम्हाल लेती हो”,जीजू ने कहां
“जीजू एक पत्नी का सबसे बड़ा फर्ज तो यही होता है ना की वो अपने पति को हर हालात में सम्हालना सीखे”,मीरा ने कहा
“तुम्हे सिखने की जरूरत नहीं है मीरा तुम में ये गुण पैदायशी है”,जीजू ने मीरा के सर पर हाथ रखते हुए कहा
“नाश्ते में क्या लेंगे आप ?”,मीरा ने कहा
“कुछ हल्का चलेगा वैसे भी कल रात बहुत ज्यादा खा लिया था”,जीजू ने कहा
मीरा चली गयी नीता भी तैयार होकर नीचे चली आयी और मीरा से कहा,”मीरा नाश्ता मैं बना लेती हू , मैंने अर्जुन के कुछ कपडे रखे है प्लीज उन्हें प्रेस कर दोगी उन्हें किसी जरुरी मीटिंग से बाहर जाना है”
“हां भाभी हम कर देते है”,कहकर मीरा बाहर चली आयी और अर्जुन के कपडे प्रेस करने लगी। जीजू नहाने चले गए। तनु दी भी किचन में नीता के पास चली आयी और उसकी हेल्प करने लगी तो नीता ने कहा,”अरे दी आप रहने दीजिये मैं कर लुंगी”
“क्यों नीता तुम मुझे इस घर की नहीं मानती ?”,तनु ने पूछा
“बिल्कुल मानती हूँ दी ऐसा किसने कहा आपसे ?”,नीता ने परेशान होकर कहा
“तो फिर मुझे भी कुछ काम करने दो यार ऐसे तो मैं बोर हो जाउंगी”,तनु ने कहा तो नीता हसने लगी और कहा,”अच्छा ठीक है आप काव्या और चीकू के लिए दूध बना दीजिये”
“हम्म ठीक है”,कहकर तनु दूध गर्म करने लगी। मीरा ने कपडे प्रेस कर दिए। राधा पूजा घर में थी , विजय जी हॉल में बैठकर अख़बार पढ़ने में बिजी थी। अर्जुन भी तैयार होकर नीचे चला आया उसके हाथ में बैग देखकर विजय जी ने कहा,”बेटा आज इतनी जल्दी ?”
“हां पापा वो सिंघानिया जी है ना उनके साथ मीटिंग है तो उन्होंने होटल बुला लिया , मैं बाद में ऑफिस में ही मिलता हूँ आपको”,कहते हुए अर्जुन जल्दी में वहा से निकल गया। अक्षत भी नहाकर नीचे चला आया , जीजू हॉल में बैठे विजय जी से बाते कर रहे थे की अक्षत को देखकर कहा,”अरे वाह साले साहब आज तो बड़ी जल्दी उठ गए”
“हां क्योकि हम सब लोग बाहर जा रहे है”,अक्षत ने जीजू की बगल में बैठते हुए कहा
“बाहर कहा बेटा ?”,विजय जी ने पूछा
“पापा वो मैंने काव्या से प्रॉमिस किया था की मैं उसे झील दिखाने ले जाऊंगा तो सोचा क्यों ना सब साथ ही चले ?”,अक्षत ने कहा
“अरे वाह ये तो बहुत अच्छा प्लान है , जरूर जाओ”,राधा ने आकर सबको प्रशाद देते हुए कहा
“हां माँ लेकिन आप और पापा भी चल रहे है”,अक्षत ने कहा
“नहीं बेटा तुम सब बच्चे जाओ मैं नहीं जा पाऊंगा मुझे ऑफिस में कुछ काम है”,विजय जी ने उठते हुए कहा
“और मैं भी नहीं जा पाऊँगी मुझे बहुत सारे काम है कल जो सगाई में नहीं आ पाए उनके यहाँ मिठाई भिजवानी है”,कहकर राधा भी चली गयी।
“ये लो प्लान तो बनने से पहले ही केंसल हो गया”,जीजू ने कहा
“वैसे पापा सही कह रहे है , हम सबके बीच वो और माँ क्या करेंगे ? आप तनु दी को तैयार करो मैं मीरा से पूछकर आता हु”,कहते हुए अक्षत उठा और जाने लगा तो जीजू ने उसे रोकते हुए कहा,”तुम्हे तो बस मीरा के आस पास जाने का मौका चाहिए होता है , तुम जाओ तनु के पास बाकि सबको मैं बोलकर आता हूँ”
“ओके फाइन जाईये”,कहकर अक्षत किचन की और चला गया और जीजू ऊपर निधि को बोलने , जीजू इतने स्वीट है की निधि और मीरा ने तो तुरंत हाँ कर दी ,,, बची तनु और नीता वो दोनों भला अक्षत को कैसे मना करती वो दोनों भी मान गयी।
अक्षत जब ऊपर आया तो मीरा ने उसके सामने आकर उसके शर्ट की कॉलर सही करते हुए कहा,”वैसे ये झील जाने का आईडिया आपको अचानक क्यों आया ?”
“तुम्हारे इस सवाल का जवाब मैं कल दूंगा , बाकि काव्या तो बहना थी दरअसल मैं तुम्हे वहा लेकर जाना चाहता हूँ फिर सोचा क्यों ना सबके साथ ही जाया जाये”,अक्षत ने प्यार से मीरा के चेहरे को अपने हाथो में लेकर कहा तो मीरा मुस्कुरा उठी और कहा,”हम तैयार होकर आते है”
“हम्म्म”,कहकर अक्षत जाने लगा तो महसूस हुआ किसी ने उसके पैर को पकड़ा हुआ है अक्षत ने नीचे देखा तो मुस्कुरा उठा चीकू था जो की उसके पैर से चिपटा हुआ था , अक्षत ने उसे गोद में उठाया और लेकर निचे चला आया। जैसा की तय है लेडीज हमेशा तैयार होने में टाइम लगाती है यहाँ भी यही था। जीजू अक्षत चीकू और काव्या तैयार थे इसलिए बाहर लॉन में चारो फुटबॉल से खेल रहे थे। मीरा और नीता ने सूट पहना था , तनु ने भी गाउन पहन लिया और निधि ने जींस और कुर्ती। चारो बाहर चली आयी। जीजू ने देखा तो अक्षत को इशारा किया और वे चारो भी गाड़ी के पास चले आये। सबसे पीछे वाली सीट पर काव्या , निधि और चीकू बैठे , उनसे आगे वाली पर नीता मीरा और तनु आ बैठी ,ड्राइवर सीट पर अक्षत और सोमित जीजू उसकी बगल में। राधा जिसे हमेशा सबकी फ़िक्र रहती थी उसने रघु को एक टोकरी वाला बॉक्स दिया और गाड़ी की डिग्गी में रखने को कहा जिसमे पानी के बोतल , चीकू के लिए दूध और कुछ खाने का सूखा सामान था। माँ तो आखिर माँ होती है ना , राधा ने सबको बाय कहा और अंदर चली गयी। जीजू ने घडी में देखा 11 बज रहे थे उन्होंने अक्षत से चलने को कहा।
अक्षत सबको लेकर जहा जा रहा था वो जगह इंदौर से 22 किलोमीटर दूर थी जिसका नाम था “गुलावत लोटस वेल्ली” यह इंदौर का एक बहुत ही खूबसूरत पिकनिक स्पॉट था , जहा बड़ी सी झील में बहुत से कमल के खिले हुए फूल होते है। मीरा को झील बहुत पसंद थी और उसकी इसी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए अक्षत ने यहाँ आने का प्लान बनाया और सबको साथ लेकर घर से निकल पड़ा !

Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8 Haan Ye Mohabbat Hai – 8

क्रमश – हाँ ये मोहब्बत है – 9

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संजना किरोड़ीवाल

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