Sanjana Kirodiwal

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हां ये मोहब्बत है – 5

Haan Ye Mohabbat Hai – 5

Haan Ye Mohabbat Hai
Haan Ye Mohabbat Hai

“अमायरा” अक्षत का सपना था। “अमायरा” एक डायमंड के ब्रांड का नाम था जिसे अक्षत अपने नए ऑफिस में लॉन्च करना चाहता था। वैसे ये सपना विजय जी ने देखा था लेकिन काम और जिम्मेदारियों के चलते वे कभी इस पर ध्यान ही नहीं दे पाए लेकिन अक्षत जो की अपने पापा से बहुत प्यार करता था पर कभी जताता नहीं था उसने इस सपने को पूरा करने की जिम्मेदारी अपने कंधो पर ली और आज वह अपने इस सपने के बहुत करीब था। “अमायरा” के बारे में सिर्फ अक्षत मीरा और अर्जुन को पता था और जल्द ही अक्षत विजय जी को सरप्राइज देने वाला था।
रात लेट सोने की वजह से अक्षत सुबह देर तक सोता रहा। आज पहली बार मीरा की आँखे भी 6 बजे खुली वरना वह 5 बजे ही उठ जाया करती थी। मीरा उठी और नहाने चली गयी। नहाकर आयी देखा अक्षत गहरी नींद में सो रहा था इसलिए मीरा ने उसे नहीं उठाया और तैयार होकर नीचे चली आयी। नीचे आकर उसका रोजाना वाला रूटीन शुरू हो गया। विजय जी तो सुबह सुबह ही फोन पर बिजी हो गए। दरअसल इस बार निधि की सगाई का फंक्शन घर में नहीं बल्कि घर से कुछ ही दूर नए बने गेस्ट हॉउस में करने वाले थे। विजय जी उसी की बुकिंग में लगे थे। सोफे पर आकर बैठे और फ़ोन को साइड में करके कहा,”मीरा बेटा एक कप चाय”
“जी पापा”,वही आस पास काम करती मीरा ने कहा और किचन की और चली गयी। नीता भी आज जल्दी उठ चुकी थी सगाई की इतनी सारी तैयारियां जो करनी थी। चीकू अपने पापा के साथ बाहर गया हुआ था। दरअसल सोमित जीजू और तनु आने वाले थे दिल्ली से अर्जुन गाड़ी लेकर उन्हें ही लेने गया हुआ था। राधा पूजा पाठ करने के बाद विजय जी के पास आयी और कहा,”जी वो आपने सारे अरेंजमेंट्स करवा दिए ना , ध्यान रहे दामाद जी के घरवालों को किसी तरह की परेशानी न हो”
विजय ने राधा का हाथ पकड़ा और बड़े प्यार से कहा,”राधा सब हो जाएगा , तुम इतनी टेंशन क्यों ले रही हो ?”
“टेंशन नहीं जी बस किसी तरह की कमी नही रहे हमारी निधि की शादी में”,राधा ने पास बैठते हुए कहा
“शादी कहा अभी तो सिर्फ सगाई हो रही है शादी में अभी वक्त है राधा और तुम ना निश्चिंत रहो मेहमानो को सम्हालो बाकि सब काम मुझ पर छोड़ दो”,विजय जी ने कहा।
मीरा इतने में दोनों के लिए चाय ले आयी। राधा ने चाय ली और कहा,”आशु उठ गया मीरा ?”
“नहीं माँ वो रात में देर तक काम कर रहे थे इसलिए लेट सोये थे”,मीरा ने कहा और फिर चली गयी
राधा आने चाय का एक घूंठ भरा और कहा,”ये लड़का भी ना कभी कभी तो इसे समझना मुश्किल हो जाता है , इतना सब है इसके लिए इस घर में फिर भी हर वक्त काम काम काम”
“राधा तुम्हे तो खुश होना चाहिए की तुम्हारा बेटा अब जिम्मेदार बन चुका है”,विजय ने अक्षत पर गर्व करते हुए कहा
“हां लेकिन ये सब मीरा की वजह से , उसी ने हमारे नालायक बेटे को सुधार कर लायक बनाया है”,राधा ने कहा तो विजय जी मुस्कुरा उठे और चाय खत्म करते हुए कहा,”अच्छा राधा मैं जाकर ज़रा कल के खाने का मेन्यू देख लेता हूँ”
“जी ठीक है , मैं भी मीरा से कहकर कल आने वाले गेस्ट की लिस्ट बनवा लेती हूँ”,राधा ने उठते हुए कहा और दोनों अलग अलग दिशाओ में बढ़ गए।


चीकू और अर्जुन रेलवे स्टेशन पहुंचे और इंतजार करने लगे कुछ देर बाद ट्रेन आयी और उसमे से सोमित जीजू , तनु और काव्या उतरे। उन्हें देखते ही अर्जुन ने हाथ हिला दिया। जीजू ने देखा उन्हें लेने अर्जुन आया है खुश हो गए और बैग उठाये तनु और काव्या के साथ अर्जुन की और चले आये। अर्जुन ने चीकू को गोद से नीचे उतारा और जीजू तनु के पैर छुए। ये देखकर चीकू ने भी तनु और जीजू के पैर छुए तो दोनों मुस्कुरा उठे और जीजू ने कहा,”क्या बात है अर्जुन चीकू तो पूरा संस्कारी लड़का है”
“ये सब हमारी मीरा का कमाल है”,अर्जुन ने कहा तो तनु ने कहा,”हां भई हमारी मीरा ने अकड़ू अक्षत को सुधार दिया तो हमारे चीकू क्या चीज है ?”
कहते हुए तनु ने चीकू को गोद में उठा लिया और उसके लाड दुलार करने लगी। काव्या ने अर्जुन के पैर छुए तो अर्जुन ने उसके गालो को खींचते हुए कहा,”अये कितनी बड़ी हो गयी है कवी , मेरी शादी में तो छुटकू सी थी”
“आप भी तो कितने मोटू हो गए हो ना मामू”,काव्या ने कहा तो सभी हंस पड़े
“अरे भई हमारे साले साहब कहा है ? हमे लगा वो आएंगे लेने”,जीजू ने अक्षत को मिस करते हुए कहा
“जीजू आपको शायद पता नहीं है की आपके साले साहब की शादी हो चुकी है , अब वो पहले वाले साले साहब नहीं रहे”,अर्जुन ने कहा
“हां भई शादी के बाद बड़े बड़े बदल जाते है”,जीजू ने अफ़सोस से कहा
“सारी बाते यही करनी है या घर भी चलोगे”,तनु ने कहा तो अर्जुन सबके साथ बाहर चला आया। सभी गाड़ी के पास आये तनु और जीजू पीछे बैठ गए। चीकू ने तो आते ही काव्या से दोस्ती कर ली। पहले काव्या दुबली पतली थी लेकिन अब थोड़ी बड़ी भी हो गयी थी और पहले से ज्यादा क्यूट भी , उसके गुलाबी गाल बहुत ही प्यारे लग रहे थे। चीकू और काव्या आकर आगे बैठ गए , अर्जुन की बगल वाली सीट पर। अर्जुन ने सामान पीछे डिग्गी में रखा और आकर ड्राइवर सीट पर बैठा। पहले काव्या और चीकू को सीट बेल्ट पहनाया और फिर खुद ने पहना और गाडी आगे बढ़ा दी। चीकू बड़े आराम से काव्या की गोद में बैठा हुआ था।
गाडी चलाते हए अर्जुन ने जीजू से कहा,”अच्छा जीजू वो आपके ऑफिस वाला मामला खत्म हुआ ? क्या कह रहे है वो लोग ?”
“कहा यार अभी तक वही सब चल रहा है , उनका कहना है की लॉस में जाने की वजह से कम्पनी से वर्कर्स कम करने होंगे ,, हालाँकि मैं मैनेजर हूँ पर ये दुविधा तो मेरे साथ भी हो सकती है”,सोमित ने कहा जो की पिछले कुछ दिनो से ऑफिस में चल रही खटर पटर से परेशान था।
“आप लीगली कोई स्टेप लीजिये ना , वैसे निधि की सगाई के बाद आशु भी दिल्ली जा रहा है अपनी वकालत के लिए ,, आशु आपका केस देख लेगा”,अर्जुन ने सलाह दी
“अरे नहीं यार अर्जुन लीगली स्टेप लेकर इस मामले को बढ़ावा थोड़े देना है , देखते है क्या कर सकते है ? फ़िलहाल इन ऑफिस की बातो को यही छोड़ दो वरना मौसीजी को पता चला तो खामखा परेशान हो जाएगी”,सोमित ने कहा
“हां जीजू ये बात तो है माँ आजकल कुछ ज्यादा ही टेंशन लेती है”,अर्जुन ने कहा
“दादू कैसे है अर्जुन बीच में पता चला की कुछ तबियत ठीक नहीं है उनकी”,तनु ने पूछा
“दादू अब बिल्कुल ठीक है दी , डॉक्टर ने उन्हें मीठा खाने से मना किया है लेकिन वो छुपकर खा लेते है और कभी कभी ड्रिंक भी ,, पिछली बार बीमार हुए तो शुगर लेवल काफी हाई चला गया था। तबसे दादू का ख्याल रखने की जिम्मेदारी मीरा ने ले ली और 2 हफ्ते में ही उन्हें ठीक कर दिया ,, अब तो सुबह की चाय भी उन्हें बिना मीठे के मिलती है और उस वक्त दादू की शक्ल देखने लायक होती है”,अर्जुन ने हँसते हुए कहा
अर्जुन की बात सुनकर तनु और सोमित भी हंस पड़े और जीजू ने कहा,”कुछ भी कहो यार अर्जुन पर मीरा के सामने किसी की नहीं चलती , और आपकी मैडम के क्या हाल है ?”
“कौन नीता ?”,अर्जुन ने हैरानी से कहा
“अरे भई और कितनी मैडम है तुम्हारी ? लगता है नीता से बात करनी पड़ेगी”,सोमित ने अर्जुन की टाँग खींचते हुए कहा
“अरे जीजू नहीं नहीं कैसी बाते कर रहे हो ? नीता ही है सबकुछ खामखा मरवा दोगे आप”,अर्जुन ने कहा
“अरे मजाक कर रहा हूँ मैं”,जीजू ने कहा तो अर्जुन मुस्कुराया और गाड़ी थोड़ी तेज कर दी कुछ ही देर बाद सभी घर पहुंचे। रघु ने दरवाजा खोला अर्जुन गाड़ी अंदर ले आया सभी नीचे उतरे विजय जी बाहर ही थे सोमित और तनु ने उनके पैर छुए , काव्या ने भी विजय जी के पैर छुए तो उन्होंने उसे गोद में उठा लिया और कहा,”मेरी गुड़िया कैसी हो ? , आओ आओ सब अंदर आओ राधा तो सुबह से सबका इंतजार कर रही है”
विजय जी सबको अंदर लेकर आये। अर्जुन ने रघु को गाड़ी से सामान निकालने को कहा और खुद बाकि सब के साथ अंदर चला आया। राधा ने तनु को देखा तो ख़ुशी से गले लगा लिया और कहा,”अक्षत की शादी के बाद अब आ रही हो”
“क्या करे मौसी टाइम ही नहीं मिला और फिर काव्य की स्कूल भी थी”,तनु ने कहा।
“अरे मौसीजी जिस तरह बार बार आप लोग बुला रहे हो मुझे तो लगता है मुझे और तनु को यही इंदौर में बस जाना चाहिए”,जीजू ने राधा के पैर छूते हुए कहा
“बिल्कुल ये आपका ही घर है सोमित जी , आईये बैठिये”,राधा ने कहा तो सोमित और तनु आकर सोफे पर बैठ गए। वही दादाजी बैठे हुए थे सोमित ने दादाजी केर पैर छुए और कहा,”कैसी चल रही है आपकी बिना चीनी वाली ट्रीटमेंट ?”
“ओह्ह तो बात दिल्ली तक पहुँच गयी ?”,दादाजी ने कहा
“अरे कहा दादू आपके घर में ही है कुछ खबरी जो खबर लीक कर देते है”,कहते हुए जीजू ने गर्दन अर्जुन की और घुमा दी तो दादाजी ने कहा,”इसलिए तो मैं सिर्फ आशु पर भरोसा करता हूँ”
“क्या जीजू आते ही पार्टी बदल ली”,अर्जुन ने कहा तो जीजू और दादाजी हंस पड़े और सफर के बारे में बात करने लगे। दादी माँ भी चली आयी और वही सबके साथ बैठ गयी। नीता ने आकर तनु और जीजू को नमस्ते किया और फिर तनु से बाते करने लगी। कुछ देर बाद मीरा सबके लिए चाय लेकर आयी ट्रे टेबल पर रख दिया मीरा को देखते ही काव्या उसकी और गयी और उस से लिपटते हुए कहा,”मीरु दी , पता है मैंने आपको बहुत मिस किया”
“बेटा मीरु दी नहीं बल्कि छोटी मामीजी कहो”,तनु ने कहा तो मीरा मुस्कुराते हुए उनकी और आयी और कहा,”दी कैसी है आप ?”
तनु ने चूड़े से भरे मीरा के दोनों हाथो को थामा और कहा,”मैं ठीक हूँ , और तुम शादी के बाद कितनी प्यारी लग रही हो ,, किसी की नजर ना लगे”
“अपनों की भला कोई नजर लगती है”,राधा ने सबको चाय दी मीरा ने चाय का कप उठाया और सोमित जीजू की और बढा दी।
“कैसी हो मीरा ?”,जीजू ने मुस्कुरा के पूछा
“हम बिल्कुल ठीक है जीजू आप बताईये ?”,मीरा ने भी उतने ही प्यार से पूछा
“बस ये “हम” सुन लिया तुम्हारे मुंह से अब सब ठीक है”,जीजू ने कहा तो मीरा मुस्कुरा उठी और फिर वही बैठकर तनु से बाते करने लगी। फ़ोन आने की वजह से विजय जी उठकर चले गए। राधा ने नीता और मीरा से नाश्ता बनाने को कहा , अर्जुन काव्या और चीकू के साथ मस्ती करने में लगा हुआ था। राधा ने सोमित और तनु से फ्रेश होने को कहा ताकि दोनों नाश्ता कर सके और फिर शाम में सबको गेस्ट हॉउस भी जाना था।
“भई पहले मैं अपने साले साहब से मिलूंगा कहा है वो ?”,जीजू ने उठते हुए कहा
“सो रहा होगा अपने कमरे में”,दादू ने कहा
“क्या इस वक्त ? मुझे लगा शादी के बाद ये लड़का सुधर जाएगा लेकिन नहीं”,जीजू ने सीढ़ियों की और जाते हुए कहा
सोमित जीजू ऊपर आये अक्षत के कमरे का दरवाजा लॉक नहीं था सोमित जीजू दबे पाँव अंदर आये ,उन्होंने देखा अक्षत पेट के बल सो रहा है और ना शर्ट पहना है न सेंडो बस जींस पहने हुए है। जीजू आये और उसकी बगल में लेटकर पहले अपनी ऊँगली उसके गालो पर घुमाई ,, अक्षत ने नींद से भरी आवाज में कहा,”सोने दो ना मीरा”
जीजू ने सूना तो दबी सी आवाज में हंसने लगे
लेकिन जीजू कहा मानने वाले थे उन्होंने फिर से अपनी ऊँगली को अक्षत की पीठ पर घुमाया और कहा,”गुड़ मॉर्निंग साले साहब”
अचानक से अपने लिए साले साहब सुनकर एकदम से पलटा और देखा उसकी बगल में मीरा नहीं बल्कि उसके सोमित जीजू थे

Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5 Haan Ye Mohabbat Hai – 5

क्रमश – हां ये मोहब्बत है – 6

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संजना किरोड़ीवाल

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