Sanjana Kirodiwal

Story with Sanjana Kirodiwal

Telegram Group Join Now

हाँ ये मोहब्बत है – 29

Haan Ye Mohabbat Hai – 29

Haan Ye Mohabbat Hai
Haan Ye Mohabbat Hai

अक्षत की सूझबूझ से घर का तनाव कुछ कम हुआ। नाश्ता करने के बाद अर्जुन आया और अक्षत के पीछे भागने लगा। अक्षत भागते हुए ऊपर हॉल में आया लेकिन अर्जुन ने उसे दबोच लिया सोफे पर गिराते हुए कहा,”कमीने ये था तेरा प्लान ट्रिप के नाम पर तू मुझे केदारनाथ भेज रहा था”
“मैंने आपके लिए कोई ट्रिप प्लान नहीं की”,अक्षत ने मुश्किल से , अर्जुन ने उसे दबाया हुआ था जिस से उसकी आवाज नहीं निकल रही थी पर जब उसने ये सूना तो उसे छोड़कर उसकी बगल में बैठते हुए कहा,”फिर कल रात जो कहा वो क्या था ?”
“उहू उहू उहू”,खाते हुए अक्षत ने सामने पड़ी पानी की बॉटल उठायी और पानी पीकर रखते हुए कहा,”जब मैं आपसे बात कर रहा था तब भाभी मुझे सीढ़ियों पर दिखाई दी , मुझे लगा वो हमारी बाते सुन रही है इसलिए थोड़ा इमोशनल होकर वो सब बोल दिया। दादू दादी इन दिनों कही जा नहीं पाए इसलिए मैंने उनके नाम से टिकट्स बुक करवा दी”
“ह्म्म्मम्म वेल प्ले”,अर्जुन ने कहा
“भाई भाभी की ग़लतफ़हमी दूर हो गयी इस से ज्यादा और क्या चाहिए आपको ? रही बात बटवारे की तो आपसे बराबर हिस्सा लेने वाला हूँ मैं”,अक्षत ने उठते हुए शरारत से कहा। अर्जुन ने सूना तो पास पड़ा कुशन उठाया और अक्षत की और फेंकते हुए कहा,”रुक देता अभी हूँ तुझे आधा हिस्सा”
अक्षत झुक गया और कुशन अपने कमरे से आती निधि को जा लगा बस फिर क्या था तीनो में झगड़ा होने लगा। राधा ने ऊपर आकर देखा तो पाया हॉल की हालत खराब हो चुकी है और तीनो बच्चे वैसे ही झगड़ रहे है जैसे बचपन में झगड़ते थे। राधा ने उनके पास आकर उन्हें अलग करते हुए कहा,”अर्जुन-अक्षत-निधि क्या है ये सब बेटा बड़े हो चूके हो तुम लोग अब तो झगड़ना बंद करो”
“माँ पहले अर्जुन भैया ने शुरू किया”,निधि ने कहा तो राधा ने बीच बचाव करते हुए कहा,”अर्जुन तुम चलो अपने ऑफिस जाओ और आशु तुम , तुम्हे नीचे तुम्हारे पापा बुला रहे है” राधा की बात सुनकर दोनों भाई चुपचाप जाने लगे तो राधा ने निधि से कहा,”और तुम यहाँ क्या कर रही हो निधि ? नाश्ता करने क्यों नहीं आई नीचे ?”
“माँ अपने हनी बनी के साथ लगी होगी फोन पर”,कहते हुए अक्षत ने जाते जाते निधि के सर पर मारा और चला गया
“देखो ना माँ भाई फिर से”,निधि ने कहा
“छोडो उसे तुम मेरे साथ चलो मुझे कुछ काम है”,कहते हुए राधा निधि को उसके कमरे में लेकर चली गयी।
अर्जुन , विजय जी और सोमित जीजू ऑफिस चले गए। काव्या अपने स्कूल चली गयी चीकू निचे दादू के पास खेल रहा था। निधि से बात करके राधा निचे जाने लगी तो उसने देखा हॉल बहुत गंदा हो गया है उसने नीचे आकर पूजा से ऊपर वाला हॉल साफ करने को कहा। पूजा ऊपर चली आयी और हॉल साफ करने लगी हॉल साफ़ करते हुए उसने देखा नीता अपने कमरे में अकेली है तो पूजा उसके पास चली आयी और कहा,”भाभी ये क्या किया अापने , आप इतनी जल्दी सबकी बातो में आ गयी। अक्षत भैया तो वैसे भी बातें बनाने में माहिर है ,, वो चाहते तो आपको और अर्जुन भैया को भी भेज सकते थे ना घूमने पर नहीं,,,,,,,!”
नीता ने सूना तो गुस्से से पूजा की तरफ देखा और कहने लगी,”देखो पूजा तुम ना तो इस घर की मेंबर हो ना ही तुम्हे हमारे घर के मामलो में बोलने का कोई हक़ है। तुम्हारी बातो में आकर एक बार पहले भी मैं अपना घर बर्बाद करने की गलती कर चुकी हूँ दोबारा नहीं करुँगी , आईन्दा से अगर मुझसे इस तरह की बात की तो मैं जाकर सीधा माँ से कह दूंगी और उसके बाद तुम इस घर में तो क्या इस घर के आस पास भी नहीं रह पाओगी,,,,,,,,,,,,,अब जाओ यहाँ से”
नीता की कड़वी बाते सुनकर पूजा निचे चली आयी , दरअसल पूजा ने ही नीता को ये सब बाते कहकर उलझाया था और घर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। पूजा जल्दी जल्दी में बाहर आयी और चलते हुए ब्लूटूथ कान में लगा लिया। जिसे फोन मिलाया उसका नंबर बंद आ रहा था। झुंझलाते हुए वह अपने कमरे में चली आयी।
दोपहर में दादू दादी केदारनाथ के लिए निकल गए। अक्षत उन्हें एयरपोर्ट छोड़ने गया और फिर वापस चला आया। उसे कुछ केश चाहिए था इसलिए वापसी में वह ATM पर रुका। पैसे निकालते हुए अक्षत की नजर एक लड़की पर गयी जो की बिल्कुल पूजा जैसी ही थी। अक्षत ने उसका पीछा किया लेकिन भीड़ में वो कही गायब हो गयी। उसके जाने के बाद अक्षत ने कहा,”आई थिंक वो पूजा नहीं सकती”
अक्षत घर चला आया , पूजा को लेकर पहले दिन से ही अक्षत को नेगेटिव फील हो रहा था लेकिन मीरा की ख़ुशी के लिए उसने उसे अपने घर में रख लिया। पूजा लॉन में पोधो को पानी देने में बिजी थी अक्षत चुपचाप उसके कमरे में आया और छानबीन करने लगा लेकिन कुछ नहीं मिला। जाते जाते अक्षत की नजर वहा रखे डस्टबिन पर गयी अक्षत ने उसे उलटा तो कुछ कचरा बाहर आ गिरा जिसमे कई टूटी हुई सिम कार्ड्स थी। अक्षत को ये अजीब लगा। वह उन टुकड़ो को देख पाता इस से पहले ही किसी के आने की आहट हुयी और अक्षत दरवाजे के पीछे छुप गया जैसे ही पूजा अंदर आयी अक्षत तुरंत वहा से निकल गया। अंदर आकर अक्षत जब ऊपर जाने लगा तो राधा ने आवाज दी,”आशु आकर खाना खा ले”
“मैं बाद में खा लूंगा माँ”,अक्षत ने कहा
“बाद में तू बिल्कुल नहीं खायेगा चल आ”,राधा ने कहा तो अक्षत आकर बैठ गया। राधा ने उसकी प्लेट में खाना परोस दिया। अक्षत खाते हुए पूजा के बारे में सोचने लगा। अजीब तो वह उसे पहले से लग रही थी और अब टूटे हुए सिम देखकर अक्षत के शक को और मजबूती मिल गयी। कुछ देर बाद ही पूजा कपडे लिए अंदर आई तो अक्षत ने कहा,”पूजा आज तुम डेस्टनी रोड गयी थी क्या ?”
सवाल पूछकर अक्षत उसके चेहरे के हाव भाव देखने लगा जो की तेजी से बदले और पूजा ने लड़खड़ाती जबान में कहा,”न नहीं भैया मैं वहा क्यों जाउंगी ?”
“ठीक है तुम जाओ”,अक्षत ने कहा और खाना खाकर अपने कमरे में चला गया। शाम को सब घर में थे तो अक्षत ने खाना बाहर से आर्डर कर दिया। आज वह बस ऐसे ही फॅमिली के साथ सेलेब्रेशन करना चाहता था। घरवाले भी खुश थे।
सभी हॉल में बैठकर बातों में मगशुल थे की पूजा उठी और बाहर चली आयी। उसने कान में लगा ब्लूटूथ ऑन किया तो दूसरी और से आवाज आयी,”व्हाट्स गोइंग ऑन ?”
“मैडम कुछ ठीक नहीं है मुझे लगा वो नीता घर में झगड़ा करेगी और ये लोग अलग अलग हो जायेंगे लेकिन उस अक्षत ने आकर सब चौपट कर दिया”,पूजा ने कहा
“अक्षत इज सच अ डार्लिंग , उसकी इसी अदा पर तो मैं फ़िदा हूँ,,,,,,,,!!”,दूसरी और से आवाज आयी
“मुझे लगता है की अक्षत को मुझ पर शक हो गया है , आज मैं किसी काम से बाहर गयी थी और उसने मुझे देख लिया”,पूजा ने कहा
“आर यू मेड ? मैंने तुमसे मना किया था कुछ भी करने को,,,,,,,,,,,,,लिस्टन तुम वहा से जितनी जल्दी हो सके निकल जाओ , मैं नहीं चाहती तुम्हारी वजह से मेरा प्लान फ़ैल हो जाए”,दूसरी और से लड़की ने गुस्से में कहा
“लेकिन मेरे पैसे ?”,पूजा ने कहा
“कल सुबह 7 बजे तुम्हे एक आदमी मिलेगा जो तुम्हे पैसे और ट्रेन की टिकट देगा , वो लेकर यहाँ से दफा हो जाओ”,दूसरी तरफ से लड़की ने कहा और फोन काट दिया। पूजा जैसे ही जाने के लिए पलटी पीछे अक्षत खड़ा था। अक्षत को देखते ही पूजा के चेहरे पर हवईया उड़ने लगी। अक्षत ने सधे हुए शब्दों में पूछा,”किस से बात कर रही थी ?”
“क क किसी से भी नहीं”,पूजा ने हकलाते हुए कहा। अक्षत थोड़ा उसके करीब आया और उसके कान से ब्लूटूथ निकालकर कहा,”तुम्हारे पास तो खाने के पैसे नहीं थे फिर ये इतना महंगा डिवाइस तुम्हारे पास कहा से आया ?”
पूजा के पास कोई जवाब नहीं था उसे चुप देखकर अक्षत ने कहा,”देखो पूजा तुम्हारा मैं जान चुका हूँ बेहतर होगा तुम सब सच सच बता दो , अगर मैंने तुम्हे पुलिस के हवाले किया तो वो अपने तरीके से सच्चाई उगलवाएगी”
अक्षत की बात सुनकर पूजा डर गयी और कहने लगी,”इन सब में मेरी कोई गलती नहीं है सर मुझे फसाया गया है , प्राइवेट नंबर से एक फोन आता है मुझे उसने कहा की अगर मैं उसका काम करुँगी तो वो मुझे पैसे देगी”
“कैसा काम ?”,अक्षत की भँवे तन गयी
“मुझे यहाँ मीरा को मारने के लिए भेजा गया है”,पूजा ने कहा
अक्षत ने जैसे ही सूना एक पल को उसका दिल बैठ गया और चेहरे पर गुस्से के भाव उभर आये। उसने दबी आवाज में गुस्से से कहा,”किसने ?”
“मुझे कुछ नहीं पता है सर , भगवान कसम मैं उनसे कभी मिली भी नहीं हूँ बस फोन पर ही बात हुई है”,पूजा ने डरते हुए कहा
“नंबर दो उसका”,अक्षत ने कहा
“नंबर नहीं है सर कोई प्राइवेट नंबर है , प्लीज सर मुझे पुलिस के हवाले मत कीजिये मेरी लाइफ खराब हो जाएगी”,पूजा ने गिड़गिड़ाते हुए कहा
“और जो तुम कर रही हो वो , क्या बिगाड़ा है मीरा ने तुम्हारा , जो लड़की तुम्हारी मदद करना चाहती थी जो तुम्हे इस घर में लेकर आयी तुमने उसे मारने का सोचा”,अक्षत ने गुस्से से कहा
“मैं मजबूर थी सर , मुझे पैसो की बहुत जरूरत थी और मेरे पास कोई रास्ता नहीं था। मुझे माफ़ कर दीजिये सर”,कहते हुए पूजा फूट फूट कर रो पड़ी। अक्षत को उसकी आँखों में बेबसी और बातो में सच्चाई नजर आ रही थी। उसने कुछ देर सोचने के बाद कहा,”आखरी बार उस इंसान से तुम्हारी क्या बात हुई ?”
“उन्होंने कहा है की कल सुबह 7 बजे मुझे एक आदमी मिलेगा और मेरे पैसे देगा , उन्होंने कहा है मैं यहाँ से चली जाऊ”,पूजा ने अपने आंसू पोछे और कहा
“ठीक है कल मैं तुम्हारे साथ चलूँगा और अगर तुमने कोई होशियारी की तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा”,अक्षत ने पूजा को वार्निंग देते हुए कहा और उसका ब्लूटूथ अपने पास रख लिया।
पूजा के जाने के बाद अक्षत ने अपने चेहरे पर दोनों हाथ फेरे और उन्हें बालो में से निकालते हुए कहा,”तुम जो कोई भी हो मैं तुम्हे ढूंढ निकालूंगा”
“आशु वहा क्या कर रहा है ? अंदर आजा”,अर्जुन ने आवाज दी तो अक्षत वापस अंदर चला आया। मीरा के बारे में सोचकर अब उसे डर लगने लगा था आखिर वह कौन है जो उसे मारना चाहता है ?
अक्षत कुछ देर घरवालों के साथ रहा और फिर ऊपर अपने कमरे में चला आया। अभी भी उसके दिमाग में पूजा की बाते चल रही थी। इस बारे में घर में बताकर वह सबको परेशान करना नहीं चाहता था। ना ही वह मीरा को पूजा के बारे में बताना चाहता था , अगर वह ऐसा करता तो शायद मीरा का किसी की मदद करने का भरोसा हमेशा के लिए टूट जाता। अक्षत का दिमाग उलझने लगा तो उसने मीरा को फोन लगाया। एक दो रिंग के बाद मीरा ने फोन उठाया और कहा,”हेलो”
अक्षत ने कुछ नहीं कहा बस मीरा को उसकी सांसो की आवाज सुनाई दे रही थी। अक्षत को खामोश देखकर मीरा समझ गयी की जरूर वो किसी परेशानी में है तो उसने बड़े प्यार से कहा,”आप ठीक है ना ?”
“मीरा,,,,,,,,,!!”,अक्षत ने अपनी सर्द आवाज में कहा
“हां कहिये , क्या हुआ आज आप थोड़ा अपसेट लग रहे है , सब ठीक है ना ?”,मीरा को चिंता होने लगी
“घर में तुम्हारी कमी महसूस कर रहा हु , जहा भी जाओ वहा सब होते है बस तुम नहीं होती,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम्हे मिस कर रहा , बहुत मिस कर रहा हूँ”,अक्षत ने मायूस होकर कहा
“अक्षत जी हम तो हमेशा आप के पास ही है , आप कहे तो हम कल ही वापस आ जाते है”,मीरा ने कहा
“मीरा,,,,,,,,,,,,,,,!!”,अक्षत ने कहा
“हाँ कहिये”,मीरा ने कहा
“कुछ गाकर सुनाओगी मुझे प्लीज”,अक्षत ने कहा
“हम्म्म,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,मीरा ने कहा तो अक्षत फोन कान से लगाए हुए बेड पर लेट गया। दूसरी और से मीरा गुनगुनाने लगी।
“आँखे हूँ मैं तुम , ख्वाब हो मेरे
उलझे सवालो का , जवाब हो मेरे
तुझसे जुदा रहना गवारा नहीं
पूरी हु मैं तुम साथ हो मेरे
साँसो में साँसे घुलने लगे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,एक दूजे से हम ये कहने लगे
मेरी बांहो को तेरी सांसो की आदत है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,हाँ ये मोहब्बत है,,,,,,,,,,,,,,,हम्म्म ये मोहब्बत है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!!!!!”
मीरा ने जैसे ही गाना बंद किया उसे सिर्फ अक्षत की साँसो की आवाज सुनाई दे रही थी। अक्षत सो चुका था और मीरा ने मुस्कुरा कर फोन काट दिया

Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29 Haan Ye Mohabbat Hai – 29

क्रमश – हाँ ये मोहब्बत है – 30

Read More – हाँ ये मोहब्बत है – 28

Follow Me On – facebook | instagram | youtube

संजना किरोड़ीवाल

Haan Ye Mohabbat Hai
Haan Ye Mohabbat Hai

9 Comments

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!