Sanjana Kirodiwal

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मनमर्जियाँ – S86

Manmarjiyan – S86

Manmarjiyan Season 2

Manmarjiyan – S86

गुड्डू के हाथ गोलु का फोन लगा जिसमे गुड्डू का विडिओ था जो उसने एक्सीडेंट से पहले शगुन के लिए बनाया था। गुड्डू ने जैसे ही उस फोन को ऑन किया शगुन आ गयी और गुड्डू को उसके साथ जाना पड़ा। एक बार फिर गुड्डू उस विडिओ को देख नहीं पाया। शगुन को देखकर आज तो गुड्डू की नजरे उस से नहीं हट रही थी। गुड्डू शगुन के पीछे पीछे चल रहा था की उसकी नजर की शगुन की पीठ पर चली गयी। डीप कट नेक था जिस पर लगी डोरिया शगुन की पीठ पर झूल रही थी। गुड्डू ने अपनी नजरे हटाई और अपने हाथ को अपनी जेब पर रखा महसूस हुआ की अंगूठी जेब में थी। दरअसल वो अंगूठी गुड्डू के सगाई की वक्त की थी जब उसे छोटी लगी तो उसने अपनी सबसे छोटी ऊँगली में पहन लिया था , आज उसी अंगूठी के साथ गुड्डू शगुन को प्रपोज करने वाला था। गुड्डू मन ही मन बहुत खुश था शगुन के रूप में उसे इतनी समझदार और अच्छी लड़की जो मिलने वाली थी। गुड्डू और शगुन दोनों बाहर आये गुड्डू ने अपनी बाइक निकाली जैसे ही शगुन बैठने लगी गुड्डू ने रुकने का इशारा किया जेब से रुमाल निकाला और उस से सीट पोछते हुए बैठने का इशारा किया। शगुन ने गुड्डू को एक नजर देखा और कहा,”थैंक्यू”
“योर वेलकम”,गुड्डू ने बड़ी ही प्यारी अदा के साथ कहा
शगुन गुड्डू के पीछे आ बैठी और अपना हाथ गुड्डू के कंधे पर रख लिया। गुड्डू को अपने कंधे पर शगुन का हाथ देखकर बहुत अच्छा लग रहा था। उसने बाइक गोलू के घर की तरफ बढ़ा दी।

उधर गोलू दूल्हा बन चुका था सब मेहमान आ चुके थे। गोलू को अब भी उम्मीद थी की गुड्डू आएगा उसकी नजरे बार बार अपने घर के दरवाजे पर चली जाती। मिश्राइन और वेदी अंदर औरतो में थी और मिश्रा जी बाहर गुप्ता जी और बड़े लोगो के साथ थे। सजी धजी घोड़ी और बेंड वाले घर के बाहर आ चुके थे। सभी के चेहरे ख़ुशी से चमक रहे थे सिवाय गोलू के , मनोहर ने देखा तो उसके पास आया और कहा,”अबे गोलू आज तुम्हायी शादी है और तुम ऐसे मुंह लटका के खड़े हो ,, मुस्कुराओ यार”
“का खाक मुस्कुराये ? एक हय जिगरी दोस्त थे हमाये उह भी नहीं आये हमायी शादी में का नहीं किया हमने उनके लिए लेकिन उह तो बस एक बात को पकड़ के बैठे है”,गोलू ने गुस्सा होकर कहा
“शांत हो जाओ गोलू पहले बताया होता हम जाकर मना लेते गुड्डू को”,मनोहर ने कहा
“नहीं मानेंगे वो , हमारा फोन तक नहीं उठाया उन्होंने,,,,,,,,,,,हमे जे शादी करनी ही नहीं चाहिए थी”,गोलू ने झुंझलाते हुए कहा
“गोलू भैया वो आपके फूफाजी नाराज हो रहे है कह रहे है की मेहमानो के लिए गाडी क्यों नहीं करवाई , पैदल थोड़े जायेंगे लड़की वालो के घर”,छोटू ने आकर कहा
गोलू एक तो पहले ही इतना परेशान था ऊपर से ये सब उसने अपना साफा उतारा और छोटू की तरफ फेंककर गुस्से में कहा,”एक काम करो जे साफा भी फूफा को पहना दो और घोड़ी पर भी उनको ही बैठा दो”
गोलू को गुस्से में देखकर बेचारा छोटू चुपचाप वहा से जाने लगा तो मनोहर ने उसके हाथ से साफा लिया और जाने का इशारा करके गोलू के पास आकर कहा,”गोलू एक गुड्डू के ना आने पर इतना परेशान क्यों हो रहे हो ? देखना वो हमारा दोस्त है जरूर आएगा”
मनोहर गोलू को समझा ही रहा था की गुप्ताइन वहा आयी और कहा,”अरे गोलू सब वहा तुम्हारा इंतजार कर रहे है और तुम हो की हिया खड़े बतिया रहे हो,,,,,,,,,,,मनोहर बेटा तुम भी चलो , बारात लेकर निकलना भी तो है,,,,,,,,,,ऊपर से जे गोलू के फूफाजी बिना बात के सुबह से बिगड़े पड़े है,,,,,,,,,चलो जल्दी चलो”
गोलू ने सूना तो कहा,”जे फूफाजी को भी चैन नहीं है , कहा है वो ?”
“घोड़ी के पास खड़े है चलो”,कहते हुए गोलू की अम्मा गोलू और मनोहर को वहा से ले गयी। गोलू ने देखा , रिश्तेदारों और मोहल्ले वालो की भीड़ जमा है। गुप्ता जी ने गोलू को घोड़ी पर बैठने को कहा। गोलू बेमन से घोड़ी की तरफ बढ़ गया , पैर रखने के लिए एक हाथ आगे आया उस हाथ की कलाई में पहना कडा देखकर गोलू का चेहरा खिल उठा। गोलू ने गर्दन घुमाई बगल में ही उसका दोस्त गुड्डू खड़ा था। गोलू की आँखों में ख़ुशी के आंसू भर आये तो गुड्डू ने कहा,”हमे का देख रहे हो हमसे शादी करोगे का ? घोड़ी चढ़ो और चलो अपनी दुल्हिन को लेने”
“सॉरी भैया,,,,,,,,,,,,,,!!”,गोलू ने कहा
“वो हिसाब किताब बाद में देखेंगे , चलो चलो देर मत करो”,कहते हुए गुड्डू ने अपना हाथ फिर आगे कर दिया गोलू ने अपना पैर गुड्डू के हाथ पर रखा और घोड़ी पर जा बैठा। अब जाकर गोलू के चेहरे पर ख़ुशी और चमक आयी। गुप्ता जी बेंड वालो के पास आये और कहा,”का पैसे नहीं मिले ?”
उनमे से एक मेन आदमी ने हाँ में गर्दन हिलायी तो गुप्ता जी ने कहा,”अरे तो फिर बजाओ ना”
बेंड शुरू हुआ। सबसे पहले डांस गुप्ता जी ने ही शुरू किया क्या है की गोलू की सबसे ज्यादा ख़ुशी उन्हें ही हो रही थी। अपने साथ साथ उन्होने मिश्रा जी को भी ले लिया उसके बाद मनोहर और गोलू के दूसरे रिश्तेदार भी डांस करने लगे। गुड्डू की नजरे तो बार बार भीड़ में पीछे खड़ी शगुन पर चली जा रही थी आज वह लग ही इतनी सुंदर रही थी की गुड्डू उसे देखने से खुद को रोक नहीं पा रहा था। बारात रवाना हुई। बेंड वालो के पीछे बाराती नाच रहे थे , उनके पीछे घोड़ी पर बैठा गोलू और गोलू के पीछे घर की सभी औरते और लड़किया। गुड्डू गोलू के साथ साथ ही चल रहा था नुक्कड़ पर जाकर बारात रुकी वहा सबने जमकर डांस किया बेंड वाले ने एक धुन छेड़ी जिसे सुनकर गुड्डू ने गोलू को देखा और इशारा किया
गोलू नीचे कूदा और गुड्डू के साथ सबके बीच में चला आया सभी साइड हो गए गुड्डू और गोलू साथ में डांस करने लगे क्योकि ये उन दोनों का फेवरेट गाना था और बचपन से हर बारात में दोनों इस गाने पर डांस जरूर करते थे। गाना बजने लगा
“हमको मैरी नहीं मांगता , हम लिली नहीं मांगता
हमको सैंड्रा फ्रॉम बेन्द्रा नहीं मांगता
तो कौन मांगता ?
हे जुली जुली , जॉनी का दिल तुम पे आया जुली
तेरे लिए चढ़ जाऊ सूली , तू ही तो मेरी जान है”
( Credit – जीते है शान से by अनु मलिक )
इस गाने पर डांस करते हुए दोनों इतने प्यारे लग रहे थे की सब उन्हें देखकर मुस्कुरा रहे थे। गुड्डू को कोट की वजह से दिक्कत हो रही थी उसने उसे निकाल दिया और वेदी को थमा दिया। बिना कोट के गुड्डू और ज्यादा हॉट लग रहा था डांस करते हुए। उसके शर्ट के ऊपर के दो बटन खुले थे वहा खड़ी लड़कियों की नजरे गुड्डू से हटने का नाम नहीं ले रही थी और ये सब देखकर शगुन को थोड़ी थोड़ी जलन भी हो रही थी पर सच तो ये था की नजरे उसकी भी नहीं हट रही थी अपने गुड्डू से। वेदी के बगल में खड़ी वह बड़े प्यार से अपने गुड्डू को देख रही थी। मनोहर ने नोटों की एक गड्डी दोनों पर उछाल दी। रौशनी भी इस शादी में आना चाहती थी लेकिन प्रेग्नेंसी की वजह से वो रेस्ट पर थी।
खैर दोनों के धमाकेदार डांस के बाद गोलू वापस घोड़ी पर आ बैठा और बारात आगे बढ़ी। डांस की वजह से गुड्डू के चेहरे पर पसीने की बुँदे उभर आयी शगुन ने देखा तो उसे हाथ पकड़कर सबसे पीछे ले आयी और उसका कोट उसकी तरफ बढ़ाकर कहा,”ये लीजिये आपका कोट , लड़कियों के सामने आज बड़ा स्टाइल मार रहे है आप , देखा कैसे घूर रही थी सब आपको”
कहते हुए शगुन ने अपनी रुमाल से गुड्डू के माथे पर आयी पसीने की बूंदो को पोछ दिया। शगुन का यू परवाह करना और बाकि लड़कियों से जलना गुड्डू को अच्छा लग रहा था। वह प्यार से शगुन के चेहरे की तरफ देखता रहा तो शगुन ने कहा,”अब यहाँ क्यों रुके हो चलो न सब आगे निकल गए है”
गुड्डू और शगुन एक बार फिर बारातियो में शामिल हो गए।

Manmarjiyan Season 2

बारात पिंकी के घर के सामने पहुँची । इन गलियों से गुड्डु ना जाने कितनी बार गुजरा था लेकिन आज उसके मन मे कोई भावना नही थी । चेहरे पर खुशी थी और दिल मे था ढेर सारा प्यार वो भी शगुन के लिए । शर्मा जी ने बहुत अच्छा इंतजाम किया था । दरवाजे पर गोलू की तिलक आरती के बाद सभी डेरे की तरफ चले गए जहां टेंट लगा हुआ था । शगुन और वेदी महिलाओं में थी तो गुड्डु मनोहर के साथ गोलू की बगल में स्टेज पर बैठा था । गोलू ने गुड्डु को खुश देखा तो सब गीले शिकवे भूल गया । मिश्रा जी अपने जान ने वालो के साथ थे और गुप्ता जी अपने समधी के साथ हालांकि दोनों मजबूरी में साथ थे वरना इस से पहले दोनों एक दूसरे को फूटी आंख नही सुहाते थे । खैर सभी खाने पीने का लुफ्त उठा रहे थे ।
गोलू की नजर तो अपनी पिंकी को ढूंढ रही थी और पिंकी का कोई अता पता नही था ।गुड्डु ने देखा तो गोलू के हाथ पर हाथ रखते हुए कहा,”आजायेगी भाई थोड़ा सब्र रख”
“अरे नही नही भैया हम तो बस………..!”,गोलू ने शर्माते हुए कहा
“वैसे तुम्हायी होने वाली दुल्हिन की बहन सहेलिया कही नजर नही आ रही है”,मनोहर ने कहा
“पता नही कहा है सब ?”,गोलू ने कहा
तभी चार मुस्टंडे से दिखने वाले लड़के आये और कहा,”जीजू चलिए आपके लिए दीदी ने सरप्राइज रखा है वहा डांस फ्लोर की तरफ”
गोलू उठा और जैसे ही जाने लगा एक लड़के ने रोककर कहा,”नही नही जीजू आपको ना हम सब मिलकर उठाएंगे ओर वहां तक लेकर जाएंगे”
“का कंधों पर ?”,गोलू ने आँखे बड़ी करते हुए कहा
“इसकी शादी है जे लोग जनाजे की बात कर रहे है”,मनोहर ने गुड्डु के कान में कहा
“अरे इनके यहां रस्म होगी , बेटा उठाओ अपने जीजा को और लेकर जाओ और हो सके तो चार आदमी हमाये लिए भी भेज देना” ,गुड्डु ने कहा तो मनोहर हसने लगा ।
लड़को ने गोलू को कंधे पर उठाया और डांस फ्लोर की और लेकर गए जहां अपनी सहेलियों के साथ पिंकी दुल्हन के जोड़े में पहले से खड़ी थी । सभी लोग वहां जमा हो गए । पिंकी ने गोलू के साथ डांस किया गोलू की तो नजर नही हट रही थी पिंकी से आज दुल्हन के जोड़े में वह इतनी सुंदर जो लग रही थी । गुड्डु और मनोहर भी वहां चले आये । गुड्डु ने शगुन को देखा तो उसके पास चला आया और उसकी बगल में खड़ा हो गया । वह डांस कम और शगुन को ज्यादा देख रहा था । डांस खत्म हुआ सबने खूब तालियाँ बजायी । गोलू पिंकी के बाद और लोग भी डांस करने लगे गोलू ने गुड्डु शगुन को साथ देखा तो गुड्डु के पास आया और धीरे से कहा,”भैया आज मौका है , भाभी भी ,,,,,,,,,,,हमारा मतलब शगुन जी भी है इतना अच्छा माहौल भी है , कुछ कमाल हो ही जाए”
गुड्डु ने गोलू की तरफ देखा और मुस्कुरा कर कहा,”आज तुम्हाये भाभी कहने पर गुस्सा नही आएगा”
गोलू ने सुना तो उसकी खुशी का ठिकाना नही रहा ।
एक साथ उसे इतनी खुशिया मिल रही थी। शगुन को गोलू ने जब भी भाभी कहकर पुकारा गुड्डू हमेशा चिढ जाता था लेकिन आज उसने ऐसा नहीं किया और गोलू को ये देखकर बहुत अच्छा लगा। गुड्डू ने अपनी बगल में खड़ी शगुन को देखा तो पाया की शगुन मुस्कुराते हुए सामने डांस करते लोगो को देख रही थी। गुड्डू ने अपने कंधे से धीरे से शगुन के कंधे को मारा तो शगुन ने हैरानी से गुड्डू को देखा और अपनी भँवे उचकाई। गुड्डू ने उसे डांस करने का इशारा किया तो शगुन ने ना में गर्दन हिला दी लेकिन आज गुड्डू घर से फैसला करके आया था की उसे आज किसी की नहीं सुननी सब अपने मन की करनी है। उसने शगुन का हाथ पकड़ा और उसे लेकर डांस करने चला गया। देखने वालो को भला ऐतराज क्यों होता ? गुड्डू को छोड़कर सब जानते थे की शगुन गुड्डू की पत्नी है। मिश्राइन ने देखा तो खुश होकर अपनी साथ वाली से कहने लगी,”हमायी बहू है गुड्डू की दुल्हिन”
“कुछ भी कहो मिश्राइन दोनों की जोड़ी बहुत ही सुंदर है , किसी की नजर ना लगे”,औरत ने कहा तो मिश्राइन ने दोनों की बलाये लेकर कहा,”इन दोनों की जोड़ी ऐसे ही बनी रहे”
उधर गुड्डू शगुन को डांस करने के लिए ले आया तो शगुन ने फुसफुसाते हुए कहा,”गुड्डू जी ये क्या कर रहे है आप ? यहा सब हम दोनों को ही देख रहे है और मुझे डांस नहीं आता”
“अपनी बहन की सगाई में किया था ना , और तुम्हे हमाये साथ डांस करने में का दिक्कत है ?”,गुड्डू ने कहा तो शगुन समझ गयी की अब तो उसे नाचना ही पडेगा। उसने गुड्डू की तरफ देखा और गाना लगवाने का इशारा कर दिया। गुड्डू ने स्पीकर वाले को गाने लगाने का इशारा किया। एक बार फिर गुड्डू ने अपना कोट निकालकर साइड रख दिया और बाजु उपर चढ़ा ली। गुड्डू और शगुन की जोड़ी को देखते हुए डीजे वाले ने भी बहुत ही खूबसूरत गाना चला दिया। धुन सुनकर शगुन जब गुड्डू के सामने से गुजरी तो गुड्डू ने उसका दुपट्टा थाम लिया गाना बजने लगा
“बन्नो की सहेली रेशम की डोरी , छुप छुप के शर्माए देखे चोरी चोरी”
गाने की ये लाइन सुनते ही शगुन ने पलटकर गुड्डू को देखा आगे गाना शुरू हुआ तो गुड्डू ने धीरे से उसका दुपट्टा छोड़ दिया और पीछे जाते हुए डांस किया
“ये माने या ना माने मैं तो इस पे मर गया , ये लड़की हाय अल्लाह ,, आये हाय रे अल्लाह”
शगुन तो शर्म से लाल हो गयी उस गाने के जरिये गुड्डू के दिल का हाल उसे साफ़ साफ नजर जो आ रहा था। मनोहर और गोलू तो दोनों को साथ देखकर ख़ुशी से फुले नहीं समा रहे थे। पिंकी भी अपनी सहेलियों के साथ वहा खड़ी डांस देख रही थी। शगुन गुड्डू को साथ देखकर उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था। पिंकी के भाई कुछ कुर्सियां ले आये गुड्डू पिंकी वहा आ बैठे दोनों ने एक दूसरे का हाथ थाम रखा था। उधर गुड्डू ने तो दो लाइन पर अपनी फीलिंग बता दी लेकिन अब शगुन की बारी थी उसने गुड्डू की तरफ देखा तो गुड्डू ने उसे डांस करने का इशारा किया
बाबुल की गलियां ना छड के जाना
पागल दीवाना इसको समझना
देखो जी देखो ये तो मेरे पीछे पड़ गया
ये लड़का हाय अल्लाह हाय हाय रे अल्लाह
ये लड़का हाय अल्लाह हाय हाय रे अल्लाह
शगुन ने जब डांस किया तो गुड्डू तो अपने गाल से हाथ लगाकर उसे देखता ही रह गया। शगुन डांस करते हुए बहुत प्यारी लग रही थी। गुड्डू शगुन के करीब आया दोनों साथ में डांस करने लगे। डांस करते हुए शगुन के दुपट्टे का पिन एकदम से निकल गया और शगुन का दुपट्टा कंधे के एक साइड से आ गया जिस से उसकी पतली कमर दिखाई देने लगी। गुड्डू ने देखा तो झुककर दुपट्टे का एक सिरा उठाया और उसे लेकर शगुन के कंधे के दूसरी तरफ आया।
इस वक्त माहौल थोड़ा रोमांटिक हो चुका था क्योकि गुड्डू पूरी तरह शगुन में खोया हुआ था और उसकी छुअन ने शगुन की धड़कने बढ़ा दी थी। गाने की बहुत ही खूबसूरत धुन ने उन पलो को और भी खूबसूरत बना रही थी। गुड्डू शगुन के कंधे के पास खड़ा था उसने दुपट्टे को पिन से अटैच किया शगुन ने धड़कते दिल के साथ गुड्डू की तरफ देखा तो उसकी नजरे गुड्डू से जा मिली।
“सजना क्या ये मेरा पहला पहला प्यार है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!” दोनों एक दूसरे की आँखों में देखे जा रहे थे और बैकग्राउंड में ऐसा ही कुछ म्यूजिक चल रहा था। गुड्डू को जब होश आया तो वह शरमा कर जाने लगा लेकिन जाते जाते उसने अपनी उंगलियों को शरारत से शगुन की कमर से छू दिया। शगुन बेचारी शर्म से पानी पानी हो रही थी। सबने उनके लिए तालियाँ बजायी। गोलू तो ख़ुशी से उछल ही पड़ा। शगुन वेदी के पीछे चली आयी। गुड्डू की छुअन का अहसास अभी तक उसे हो रहा था।

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