Main Teri Heer Season 5 – 50

Main Teri Heer Season 5 – 50

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

सुमित ने वंश को लकडिया लाने को कहा लेकिन वंश तो निशि में ही खो गया। सुमित घूम फिरकर वापस आया उसने जब वंश को वही खड़े देखा तो उसके पीछे एक लात मारकर कहा,”तुम्हारी आशिक़ी खत्म हो गयी हो तो लकडिया लाओगे तुम ?”
“जा तो रहा हूँ,,,,,,,,आपका बर्ताव कुछ खास अच्छा नहीं है मेरे साथ,,,,,!!”,वंश ने मुंह बनाकर बस की तरफ जाते हुए कहा


“बड़े भैया कहा था ना तुमने मुझे तो अपने बड़े भाई होने का फर्ज निभा रहा हूँ अब जल्दी करो,,,,,,!!”,सुमित ने कठोरता से कहा
वंश बस की दिग्गी के पास आया और उसमें से लकडिया उठाई और सुमित के पास ले आया। सुमित ने वही मैदान में लकडिया जलाई और बाकि सब आग के पास आ बैठे। कुछ को नींद आ रही थी इसलिए वे लोग वापस बस में चले गए। आग के पास ही सुमित और कुछ लोगो ने मिलकर मैग्गी बनाई चाय बनाई और सभी वही बैठकर खाने लगे।

वंश ने देखा निशि अकेले बैठी खा रही है तो वह उसके पास चला आया और उसके बगल में बैठते हुए कहा,”तुमने चाय नहीं ली ?”
“मैं चाय नहीं पीती”,निशि ने सामने देखते हुए कहा    
“हेलो मैं यहाँ हूँ तुम सामने देखकर किस से बात कर रही हो ?”,वंश ने अपने कंधे से निशि के कंधे को टकराकर कहा  


बेचारी निशि कैसे कहती कि उस किस के बाद उसे वंश से नजरे मिलाने में शर्म आ रही थी। निशि को खामोश देखकर वंश ने धीरे से कहा,”वैसे तुम होटल रूम से अचानक क्यों चली गयी ?”
“कब ?”,निशि ने अनजान बनते हुए कहा
“जब तुमने मुझे किस किया और उसके बाद तुम कमरे से चली गयी , तुमने पहली बार मुझे खुद से किस,,,,,,,,,,,,!!”,वंश ने कहा वह आगे कुछ कहता इस से पहले निशि उसकी तरफ पलटी और उसके मुंह पर अपना हाथ रखकर कहा,”चुप रहो ! तुम्हे शर्म नहीं आती ये सब कहते हुए,,,,,,,,!!”


वंश ने निशि का हाथ बड़े प्यार से नीचे किया और उसकी आँखों में देखते हुए कहा
“शर्म तो मुझे उस वक्त आयी थी जब तुमने मुझे किस,,,,,,,,,मेरा मतलब आज तक किसी लड़की ने मुझे किस नहीं किया”
निशि ने सुना तो वंश के चेहरे की तरफ देखने लगी। वंश पीछे हटकर बैठा और कहा,”वैसे तुम कितनी अनरोमांटिक हो न , मतलब इतनी अच्छी रात है , सामने आग जल रही है , खुले आसमान के नीचे हम दोनों , ठंडी हवाएं , तुम्हे नहीं लगता तुम्हे मुझे,,,,,,,,,,,!!”


वंश अपनी बात पूरी करता इस से पहले निशि ने घबराहट भरे स्वर में कहा,”तुम्हे क्या ? देखो वंश वो किस बस हीट ऑफ़ द मोमेंट में हुआ था , मैं ऐसा बिल्कुल करना नहीं चाहती थी”
वंश ने सुना तो चौंका और कहा,”किस ? मैं किस की बात नहीं कर रहा , ओह्ह्ह्ह गॉड ये लड़की ओवर थिंक करना कब बंद करेगी,,,,,,,,,!!”
“तो फिर ?”,निशि ने पूछा वह अभी भी उलझन में थी कि आखिर वंश उस से कहना क्या चाहता है ?


वंश निशि की तरफ थोड़ा सा झुका और कहा,”तुम्हे नहीं लगता तुम्हे मुझे बाकी सब कपल्स की तरफ अपने हाथो से मग्गी खिलानी चाहिए”
“हैं क्या ? तुम मैग्गी की बात कर रहे थे ?”,निशि ने कहा
“हाँ”,वंश ने कहा तो निशि ने आस पास बैठे कुछ कपल्स को देखा जिनमे कुछ लड़के तो कुछ लड़किया अपने साथ बैठे लोगो को अपने हाथो से खिला रहे थे। निशि उन्हें देख ही रही थी तभी वंश ने उसके कान के पास आकर धीरे से कहा,”वैसे तुम चाहो तो मुझे किस भी कर सकती हो,,,,,,,,,,,मैं बिल्कुल माइंड नहीं करूंगा”


निशि ने सुना तो हैरानी से उसकी आँखे बड़ी हो गयी और उसने वंश की तरफ देखा , वंश उसके कुछ ज्यादा ही करीब था  निशि ने उसे पीछे धकियाते हुए कहा,”मैं मुंह तोड़ दूंगी तुम्हारा”
वंश ने बस निशि को तंग करने के लिए ऐसा कहा था वह मुस्कुराया और कहा,”तोड़ दो कम से कम इसी बहाने तुम मुझे छू तो लोगी”

“तुम कितनी चीप बाते कर रहे हो वंश,,,,,,सच में तुम , तुम बहुत गंदे हो”,निशि ने कहा
वंश एक बार फिर निशि के बगल में आकर बैठा और कहा,”मैंने गन्दी बाते अभी शुरू कहा की है , वो तो मैं तुमसे शादी के बाद करूँगा”
निशि ने सुना तो बेचारी का मुंह खुला का खुला ही रह गया और उसने वंश की तरफ देखकर कहा,”मैं तुम से शादी नहीं करूँगी , नहीं करुँगी मतलब नहीं करुँगी”


“मत करो , वैसे भी मैं तुमसे शादी करने वाला हूँ और इसके लिए पहले मुझे उस हिटलर को पटाना होगा”,वंश ने मैग्गी खाते हुए कहा
निशि ने सुना तो वंश की बांह पर मारते हुए कहा,”तुम फिर मेरे डेड को हिटलर बोल रहे हो”
“ओह्ह्ह सॉरी ! मैं भूल गया था तुम यही हो , हाँ तो मैं कहा था हाँ हिटलर आई मीन नवीन अंकल , तुम्हारे डेड ,,  तुम से शादी करने के लिए पहले मुझे उन्हें पटाना होगा एक बार उन्होंने हाँ बोला तो फिर तुम्हारी ना से मुझे फर्क नहीं पड़ता,,,,,,,,,!!”,वंश ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा


“तुम सच में मुझसे शादी करने वाले हो ?”,निशि ने गंभीरता से पूछा
“हम्म्म,,,,,,,,,4 सेकेण्ड का एक किस इतना रोमांटिक हो सकता है तो सोचो तुम्हारे साथ पूरी लाइफ कितनी रोमांटिक होगी ?”,वंश ने एक बार फिर निशि को छेड़ते हुए कहा
“तुम सिर्फ किस के लिए मुझसे शादी करोगे ?”,निशि ने चिढ़कर कहा
“अह्ह्ह्ह नहीं अब मैं तुम्हे सारी बाते खुलकर नहीं बता सकता ना , मुझे शर्म आती है”,वंश ने अपने जैकेट की कोलर चबाते हुए कहा


बेचारी निशि वंश की बहकी बहकी बाते सुनकर परेशान हो गयी और उठकर वहा से चली गयी। वंश ने देखा तो निशि को फिर से छेड़ते हुए कहा,”अरे होने वाले बच्चो का नाम तो सुनती जाओ,,,,,,,,,!!!”
निशि पलटी और कहा,”तुम्हारी तरह उनके नाम भी बेशर्म ही होंगे”
वंश ने सुना तो हसने लगा और निशि बस में चली गयी।

सुमित ने वंश को हँसते देखा तो उसके पास आकर कहा,”तुम क्यों उसे इतना तंग करते हो ?”
“मैं उसे तंग नहीं कर रहा था बल्कि उसकी परवाह कर रहा था”,वंश ने अपनी बची हुई मैग्गी खाते हुए कहा
“ये परवाह थी ?”,सुमित ने पूछा


“अब देखिये यहाँ बाहर कितनी ठण्ड है और इस लड़की ने फैशन के नाम पर वो छोटा सा टॉप पहना है , गर्म कपडे तक नहीं पहने अब मैं उसे आकर ये कहता कि बस के अंदर जाओ या गर्म कपडे पहनो तो क्या वो मेरी बात सुनती ? बिल्कुल नहीं सुनती उलटा मुझे सुना देती और अब देखो मेरी बातो से चिढ़कर खुद ही वो बस में चली गयी,,,,,,,,,अभी वहा वो सेफ है”,वंश ने कहा


“अनबिलीवेबल ! तुम्हारे परवाह करने का तरिका भी बहुत अजीब है,,,,,,,,,!!”,सुमित ने हैरानी से कहा
“हाँ इसलिए तो मैं सबसे अलग हूँ,,,,,,,,,आई ऍम द बेस्ट ,, बाय दे वे ये मैग्गी बहुत ही घटिया बनी है , किसने बनाई इतनी बेकार मैग्गी उसके तो हाथ ही काट देने चाहिए,,,,,,,,!!”,वंश ने निशि के टॉपिक से हटकर कहा और जैसे ही सुमित की तरफ देखा पाया कि गुस्से से भरा सुमित उसे ही देख रहा है।
“आह्ह्ह्ह आई थिंक ये आपने ही बनाया है , अच्छा है वैसे ये इतनी बुरी भी नहीं है,,,,,,,मैं खा लूंगा”,वंश ने झेंपते हुए कहा


सुमित उठा और वहा से जाते हुए कहा,”कुछ नहीं हो सकता तुम्हारा , मुंबई जाओ और उसके बाद 1 महीना अपनी शक्ल मत दिखाना मुझे”

“नहीं दिखाऊंगा ! और देखना उस एक महीने में आप मुझे बहुत मिस करने वाले हो”,वंश ने कहा और वही लेटकर हाथो को सर के नीचे लगाया और आसमान में चमकते सितारों को देखने लगा।

इंदौर रेलवे स्टेशन , दोपहर 2 बजे
“काशी इस वक्त तो तुम्हारा कॉलेज होता है ना , सिर्फ हमे बाय बोलने के लिए तुम स्टेशन चली आयी,,,,,,,,,!!”,शक्ति ने काशी से कहा
“ओहफ़ो शक्ति अगर हम नहीं आते तो तुम्हे ज्यादा बुरा लगता,,,,,,,,,,!!”,काशी ने शक्ति की टीशर्ट की कोलर सही करते हुए कहा


“हम्म्म ये बात तो है , वैसे हम तुम्हे मिस कर रहे थे , बनारस जाने से पहले तुम्हे देखना चाहते थे ,, वैसे तो हम चाहते थे तुम साथ ही चलो लेकिन तुम्हारा कॉलेज है और हम तुम्हारी पढाई को लेकर बहुत गंभीर है,,,,,,,,!!”,शक्ति ने काशी के चेहरे को अपने हाथो में लेकर प्यार से कहा
दोनों स्टेशन पर खड़े थे और एक दूसरे में खोये थे आस पास खड़े लोगो से उन दोनों को ही कोई फर्क नहीं पड़ रहा था।

काशी ने मुस्कुराते हुए शक्ति के हाथो को नीचे किया और कहा,”हम मन लगाकर पढ़ेंगे और अपने सपने को पुरा करेंगे शक्ति ताकि तुम गर्व से सबके सामने कह सको “मीट माय वाइफ काशी शक्ति शर्मा ,, ये होटल मैनेजमेंट से है और बहुत अच्छा खाना बनाती है”
शक्ति ने सुना तो काशी को साइड हग किया और कहा,”काशी तुम होटल मैनेजमेंट में नहीं भी होती तब भी हम तुम पर इतना ही गर्व करते,,,,,,,,,तुम्हारा नाम हमेशा हमारे नाम से पहले ही आएगा”
“अच्छा तुमने माँ पापा को बताया कि तुम बनारस जा रहे हो ? वो लोग सुनेंगे तो खुश हो जायेंगे,,,,,,,,,!!”,काशी ने चहकते हुए कहा

“नहीं हमने उन्हें नहीं बताया,,,,,,,हम जाकर ही उनसे मिलेंगे वैसे भी हम डिपार्टमेंट के काम से जा रहे है काशी , पहले उसे पूरा करेंगे उसके बाद घरवालों से मिलेंगे,,,,,,!!”,शक्ति ने कहा
“हम मुन्ना भैया को बता दे तुम्हारे आने के बारे में वो तुम्हे लेने स्टेशन आ जायेंगे,,,,,,,,,,,,!!”,काशी ने कहा
“नहीं काशी मुन्ना इस वक्त हम से खफा है , बनारस जाकर हम खुद उस से मिलेंगे और अपनी गलती के लिए पुरे दिल से उस से माफ़ी मांगेंगे,,,,,,,,हमे यकीन है मुन्ना हमे माफ़ कर देगा”,शक्ति ने कहा


“हाँ जैसा तुम्हे ठीक लगे , अगर नहीं भी माने तो 3 हफ्ते बाद तो उन्हें मानना ही पडेगा,,,,,,,,आखिर तुम उनके और वंश भैया के होने वाले जीजाजी जो हो”,काशी ने कहा
“अभी शादी हुई भी नहीं और तुमने अपने भाईयो को पराया कर दिया,,,,,,वाह काशी वाह”,गौरी की आवाज शक्ति और काशी दोनों के कानो में पड़ी तो दोनों ने देखा सामने गौरी खड़ी ही
“अरे गौरी तुम यहाँ क्या कर रही हो ?”,काशी ने पूछा


गौरी शक्ति के पास आयी और कहा,”मैं अपने प्यारे जीजाजी को बाय बोलने आयी हूँ,,,,,,,,,,अब आप बनारस जा ही रहे है तो मेरा भी एक छोटा सा काम कर दीजियेगा , ये खत हमारे उन तक पहुंचा दीजियेगा”
“उन तक किन तक ?”,शक्ति ने पूछा
“अरे हमारे वो , भारतीय नारी अपने होने वाले उनका नाम नहीं लेती है जीजाजी”,गौरी ने नौटंकी करते हुए कहा


“अच्छा मुन्ना,,,,,,,,ठीक है हम दे देंगे”,शक्ति ने खत को जेब में रखते हुए कहा
गौरी का नया रूप देखकर काशी ने उसे अपनी तरफ करके हैरानी से कहा,”तुमने मुन्ना भैया के लिए खत लिखा है सीरियसली ? आई मीन तुम उन्हें फोन भी  तो कर सकती थी ना गौरी”

“ओह्ह्ह काशी तुम नहीं समझोगी ! ये पुराने ज़माने का रोमांस है”,गौरी ने शरमाते हुए कहा
“वैसे तुम यहाँ क्या कर रही हो ?”,काशी ने फिर अपना सवाल दोहराया
“तुमने ही मुझे फोन करके कहा था कि आज हमे टेलर के पास जाना है और मैं तुम्हे स्टेशन से पिक कर लू,,,,,,,,,,शक्ति जितनी जल्दी हो इस लड़की से शादी कर लो वरना ये कही तुम्हे ना भूल जाए”,गौरी ने कहा


काशी ने सुना तो उसे याद आया और वह झेंपते हुए गौरी को देखने लगी। शक्ति की ट्रेन आ चुकी थी शक्ति ने गौरी को बाय कहा और काशी को साइड हग करके अपना ख्याल रखने को कहकर ट्रेन में चढ़ गया।

केदार खण्डर , बनारस
“एकदम नया कट्टा है भूषण भैया , कल ही माल आया है। फुल्ली लोडेड है बस ट्रिगर दबाओ और एक ही गोली में सामने वाले का काम तमाम,,,,,,,,,,!!”,भूषण के सामने खड़े लड़के ने हाथ में पकड़ा कट्टा भूषण की ओर बढाकर कहा।
भूषण ने कट्टा हाथ में लेकर देखा और कहा,”एक गोली से मुन्ना का होइ है ? साला 6 की 6 गोलिया ओह के भेजा मा उतार दी है तब जाकर पड़ी है हमाये कलेजे को ठंडक,,,,,,,,,!!”


भूषण के मुंह से मुन्ना का नाम सुनकर लड़के के चेहरे का रंग उड़ गया और उसने घबराहट भरे स्वर में कहा,”का , का कहे तुमहु ? जे कट्टा से तुमहू मुन्ना भैया को उड़ाने वाले हो ?”
“तुमहू मुन्ना के नाम से इत्ता का बिलबिलाय रहे हो बे ? एक ठो बार हमहू जे युवा नेता इलेक्शन जीत जाए ओह्ह के बाद बनारस मा मुन्ना का नाम नाही हमाओ खौफ चली है”,भूषण ने कट्टे को जेब में रखते हुए कहा


“भूषण भैया हमहू अब भी आप से कह रहे है मुन्ना भैया से दूर रहिये , मुन्ना भैया सीधे और सरल है पर उह मुरारी मिश्रा ओह्ह को अगर जे सब पता चला ना तो बीच मा से फाड़कर गंगा में फेंक दी है तोह का,,,,,,,,,जे कट्टा हमको वापस देइ दयो हमहू इह मामले मा ना पड़ी है,,,,,,,,,!!”,लड़के ने परेशानी भरे स्वर में कहा
भूषण ने कट्टा निकालकर लड़के की गर्दन से लगाकर कहा,”मुन्ना के लिए 5 गोली भी काफी है कहो तो एक गोली तुम्हाये भेजे मा उतार दे,,,,,,,,,!!”


गर्दन से सटा कट्टा देखकर लड़के की सांसे हलक में अटक गयी और माथे से पसीना टपकने लगा। भूषण ने कट्टा उसकी गर्दन से हटाया और कहा,”साला जब से आये हो तब से मुन्ना भैया मुन्ना भैया का राग अलाप रहे हो,,,,,,,,,,आज के बाद तुम्हारे मुंह पर एक ही नाम होना चाहिए,,,,,,,,,,भूषण भैया ,,,,,,,,का समझे ?”
लड़के ने कुछ नहीं कहा और हामी में अपनी गर्दन हिला दी। भूषण ने कट्टा जेब में रखा और वहा से चला गया

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संजना किरोड़ीवाल  

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal
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Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

नहीं हमने उन्हें नहीं बताया,,,,,,,हम जाकर ही उनसे मिलेंगे वैसे भी हम डिपार्टमेंट के काम से जा रहे है काशी , पहले उसे पूरा करेंगे उसके बाद घरवालों से मिलेंगे,,,,,,!!”,शक्ति ने कहा
“हम मुन्ना भैया को बता दे तुम्हारे आने के बारे में वो तुम्हे लेने स्टेशन आ जायेंगे,,,,,,,,,,,,!!”,काशी ने कहा
“नहीं काशी मुन्ना इस वक्त हम से खफा है , बनारस जाकर हम खुद उस से मिलेंगे और अपनी गलती के लिए पुरे दिल से उस से माफ़ी मांगेंगे,,,,,,,,हमे यकीन है मुन्ना हमे माफ़ कर देगा”,शक्ति ने कहा

नहीं हमने उन्हें नहीं बताया,,,,,,,हम जाकर ही उनसे मिलेंगे वैसे भी हम डिपार्टमेंट के काम से जा रहे है काशी , पहले उसे पूरा करेंगे उसके बाद घरवालों से मिलेंगे,,,,,,!!”,शक्ति ने कहा
“हम मुन्ना भैया को बता दे तुम्हारे आने के बारे में वो तुम्हे लेने स्टेशन आ जायेंगे,,,,,,,,,,,,!!”,काशी ने कहा
“नहीं काशी मुन्ना इस वक्त हम से खफा है , बनारस जाकर हम खुद उस से मिलेंगे और अपनी गलती के लिए पुरे दिल से उस से माफ़ी मांगेंगे,,,,,,,,हमे यकीन है मुन्ना हमे माफ़ कर देगा”,शक्ति ने कहा

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