Main Teri Heer Season 5 – 31
Main Teri Heer Season 5 – 31

वंश ने निशि को साड़ी में देखा तो बस देखता ही रह गया पहली बार वंश ने निशि को साड़ी में मुन्ना की सगाई में देखा था और तब निशि को लेकर उसकी फीलिंग्स स्ट्रांग होने लगी थी और आज ये दूसरी बार था जब निशि उसके सामने साड़ी में खड़ी थी।
“हेलो , हेलो , हेलो वंश , तुम सुन रहे हो ?”,फोन से गौरी की आवाज आयी लेकिन वंश ने फोन को साइड में फेंका और निशि की तरफ बढ़ गया गनीमत था वंश का फ़ोन बिस्तर पर गिरा था।
“तुम , तुम , तुम बहुत प्यारी लग रही हो,,,,,,,!!”,वंश ने निशि के सामने आकर कहा
“थैंक्यू ! तुम ठीक हो ना आई मीन आर यू ओके ?”,निशि ने वंश को देखकर पूछा क्योकि अभी तक वंश ने एक बार भी अपनी पलके नहीं झपकाई थी।
निशि की बात सुनकर वंश ने अपनी पलकें झपकाई और कहा,”अह्ह्ह्हह हाँ हाँ मैं ठीक हूँ,,,,,,,,मुझे 5 मिनिट दो मैं रेडी होकर आता हूँ,,,,,,,जस्ट गिव मी 5 मिनिट्स”
“ओहके,,,,,,!!”,निशि ने कहा तो वंश ने अपने बैग से कपडे निकाले और बाथरूम में घुस गया। निशि बिस्तर पर आकर बैठ गयी। वंश का फोन उसके बगल में ही पड़ा था स्क्रीन पर गौरी का नाम देखकर निशि ने फोन उठाया और कान से लगाया तो दूसरी तरफ से गौरी की आवाज आयी,”हेलो वंश ! स्टुपिड ऐसे कौन फोन साइड में रखता है ? हेलो , आर यू देयर ?”
“दी मैं निशि बोल रही हूँ , वंश चेंज करने गया है”,निशि ने कहा
“ओह्ह्ह हाय निशि ! कैसी हो एंड डोंट कॉल मी दी , कॉल मी भाभी ,, वंश की भाभी लगती हूँ तो तुम्हारी भी भाभी हुई ना,,,,,,,,,,आई मीन तुम और वंश इतने अच्छे दोस्त जो हो,,,,,,,,,!!”,गौरी ने कहा
“ठीक है भाभी,,,,,,,!!”,निशि ने संकुचाते हुए कहा
“गुड , अब ये बताओ कहा हो ?”,गौरी ने पूछा
“लोनावला,,,,,,,,,!!”,निशि ने कहा वह आगे कहती इस से पहले गौरी ने कहा,”क्या ? तुम दोनों तो बहुत एडवांस निकले यार,,,,,,,,मतलब रोमांस करने सीधा लोनावला निकल गए,,,,,,,!!”
“रोमांस करने , आपको कुछ ग़लतफ़हमी हुई है,,,,, हम लोग लोनावला,,,,,!!”,निशि ने कहा लेकिन गौरी कहा पूरी बात सुनती है उसने कहा,”अरे बाबा इट्स ओके आजकल के रिलेशनशिप में ये नार्मल है , और मुंबई में तो बहुत ज्यादा नार्मल है,,,,,,,,,,वैसे शादी के बाद मैं और मान भी मुंबई आएंगे अपने हनीमून के लिए,,,,,,आई ऍम सो एक्साइटेड”
“आपसे रोमांस का किसने कहा ?”,निशि ने पूछा
“किसने कहा क्या ? वंश ने इसलिए तो मुझे फोन किया था वह पूछ रहा था कि रोमांस कैसे होता है ?”,गौरी ने कहा
वंश और गौरी की बात का निशि ने गलत मतलब निकाल लिया और चिढ़कर कहा,”क्या ? वंश आपसे ये सब पूछ रहा था , किसके लिए ?”
“ऑफकोर्स निशि उसकी जिंदगी में और कौन लड़की है , वो तुम्हारे सामने ही रोमांटिक होना चाहेगा ना”,गौरी ने कहा
“चिरकूट , चिपडा , फ्लर्टी ड्रामेबाज,,,,,,,,,,,,हाह उसकी इतनी हिम्मत वो मेरे साथ रोमांस करना चाहता है और उसने ये सब गौरी को भी बता दिया , कितना
गधा है ये लड़का गौरी मेरे बारे में क्या सोच रही होगी,,,,,,,,,अह्ह्ह्हह मैं इसके साथ यहाँ आयी ही क्यों ? सही कहते है डेड ये एक्टिंग वगैरह मेरे लिए सही नहीं है पर नहीं इस चिरकुट के प्यार में अंधी होकर मैं ही इसके पीछे पीछे यहाँ तक चली आयी,,,,,,,,
लोनावला में शूटिंग रखने का आइडिआ भी इसी ने दिया होगा,,,,,,,,बेशर्म , डेड को ये सब पता चला तो वो तो वंश को कभी एक्सेप्ट नहीं करेंगे”,निशि मन ही मन ये सब बड़बड़ाने लगी
“हेलो , हेलो हेलो निशि,,,,,,,,,,अह्ह्ह ये दोनों ही अजीब है,,,,,,,,,,बाय”,गौरी ने कहा और फोन काट दिया
वंश का फोन निशि के हाथ में ही था और वह अपने ही ख्याली पुलाव पका रही थी जबकि सच कुछ और था
बाथरूम का दरवाजा खुला और वंश जैसे ही बाहर आया निशि की तंद्रा टूटी और उसने जल्दी से वंश का फोन साइड रखकर उठते हुए कहा,”मैंने सोचा नहीं था तुम ऐसे हो,,,,,,,,,,,!!”
“ऐसे हो मतलब ? मैंने क्या किया ?”,वंश ने निशि की तरफ आते हुए कहा
“इसलिए तुम मुझे शूटिंग के लिए लोनावला लेकर आये थे ना ताकि मेरा फायदा उठा सको,,,,,,,,!!”,निशि ने कहा
“व्हाट ? क्या बकवास है निशि मैं तुम्हारा फायदा क्यों उठाऊंगा ? और लोनावला में शूटिंग सुमित सर और के.डी. ने रखी है मैंने नहीं,,,,,,,,,!!”,वंश ने हैरानी से कहा तो निशि उसके सामने आयी और उसे ऊँगली दिखाकर कहा,”मैं बच्ची नहीं हूँ , सब समझती हूँ। रोमांस के नाम पर तुम मेरे साथ,,,,,,,लेकिन मैं ऐसी वैसी लड़की नहीं हूँ , मैं तुम्हे पसंद करती हूँ इसका मतलब ये नहीं है कि तुम मेरे साथ,,,,,,,,,,!!”
वंश का अब दिमाग खराब होने लगा था एक तो निशि उसे ठीक से पूरी बात नहीं बता रही थी ऊपर से वह कुछ भी बोले जा रही थी। उसने हैरानी से कहा,”रोमांस ?”
“हाँ गौरी ने मुझे सब बता दिया , तुम उस से रोमांस के बारे में पूछ रहे थे,,,,,,,,,,,देखो वंश मैं सब समझती हूँ”,निशि ने कहा
वंश ने सुना तो उसे समझ आया कि गौरी ने उसे जो कहा है निशि ने उसको गलत ले लिया है वह निशि को समझाने के लिए जैसे ही उसकी तरफ बढ़ा उसका पैर फिसला और वह निशि के साथ बिस्तर पर आ गिरा। निशि वंश की बांहो में थी और वंश एकटक उसे देखे जा रहा था। अभी अभी नहाकर आने की वजह से उसके बाल गीले थे और उनसे पानी टपककर निशि के चेहरे पर गिर रहा था।
पहली बून्द निशि की आँखों पर गिरी , दूसरी उसके गाल पर तीसरी बून्द निशि के होंठो पर तो वंश की नजरे निशि के होंठो पर ठहर गयी। वह कुछ बोल नहीं पाया वही निशि आँखे बंद किये मन ही मन भगवान से प्रार्थना कर रही थी कि वंश उसके साथ कुछ गलत ना करे।
वंश ने खुद को सम्हाला और निशि से दूर होकर कहा,”तुम बाहर जाओ मैं आता हूँ,,,,,,,,!!!”
निशि उठी और वंश को घूरते हुए उसके सामने से चली गयी , वंश ने जाती हुई निशि को देखा तो उसकी नजर निशि के बलाउज पर गयी जिसकी डोरी खुली हुई थी उसने निशि को आवाज देकर रोका,”निशि”
“अब इसे क्या चाहिए ? भगवान् जी प्लीज प्लीज प्लीज ये कोई हरकत ना करे”,निशि ने मन ही मन कहा
वंश निशि के पीछे आया और उसकी डोरी हाथो में लेकर उन्हें बांधते हुए कहा,”डोंट वरी सिर्फ ये बांधना था , ऐसे बाहर जाती तो गलत इम्प्रेशन पड़ता,,,,,,हम्म्म हो गया”
निशि ने जैसा सोचा वंश ने वैसा कुछ नहीं किया , उसने पलटकर वंश को देखा और कहा,”वंश वो मैं,,,,,,,,,,,!!”
वंश ने निशि की तरफ देखा और मुस्कुराया लेकिन उस मुस्कुराहट में एक तंज था जिसके साथ वंश ने कहा,”गौरी ने तुमसे एक रोमांस वर्ड कहा और तुम्हे लगा मैं तुम्हारे साथ,,,,,,,,,,,तुम्हारा फायदा उठाना चाहता हूँ,,,,,,,,,,,
निशि मैं कितना भी कूल मॉर्डन हो जाऊ अपनी मर्यादा और अपनी माँ के दिए संस्कार नहीं भूलता स्पेशली लड़कियों के मामले में और तुम तो फिर मेरी,,,,,,,,,हाह मैं तुम्हारे बारे में ऐसा कुछ सोच भी नहीं सकता,,,,,,मैंने अपने पापा से हमेशा एक चीज सीखी है जिस से मोहब्बत होती है वो पूजने लायक होता है एक मर्द के दिल में उसके लिए कभी बुरा ख्याल आ ही नहीं सकता,,,,,,,,!!”
वंश की बात सुनकर निशि को अपनी गलती का अहसास हुआ उसने वंश से माफी माँगते हुए कहा,”आई ऍम सॉरी वो मैं,,,,,,,,,!!!”
“आई थिंक तुम्हे यहाँ से जाना चाहिए,,,,,,,,,,,!!”,वंश ने कहा निशि की वजह से वह हर्ट था। वंश निशि को पसंद करता था लेकिन उसने निशि को लेकर कभी भी कुछ गलत नहीं सोचा
निशि वंश को अकेला छोड़कर वहा से बाहर चली गयी। निशि होटल से बाहर चली आयी सुमित बाकी सबको सीन समझा रहा था निशि को देखते ही उसने कहा,”निशि ! इस साड़ी में तुम बहुत प्यारी लग रही हो , वंश कहा है वो तैयार हुआ या नहीं ?”
“मैं यहाँ हूँ,,,,,,,!!”,निशि के पीछे आते वंश ने कहा हालाँकि बाहर आने के बाद उसने निशि की तरफ देखा तक नहीं और उसके बगल से गुजरते हुए सीधा सुमित के पास चला आया।
वंश ने डेनिम और उस पर सफ़ेद रंग की शर्ट पहन रखी थी। लोनावला के एक खूबसूरत झरने के नीचे बारिश का एक रोमांटिक सीन था जिसमे वंश और निशि को एक दूसरे के करीब आकर अपना प्यार दिखाना था। निशि को थोड़े मेकअप की जरूरत थी इसलिए मेकअप आर्टिस्ट ने उसे अपने पास बुला लिया। सुमित वंश को सीन समझाने लगा। निशि ने अंदर वंश से जो कुछ कहा वो सोचकर उसे बहुत बुरा लग रहा था। उसे वंश पर विश्वास करना चाहिए था।
“अच्छा वंश सुनो निशि वहा झरने के नीचे बारिश में नाहा रही है और तुम प्यार से उसे देखते हुए उसकी तरफ बढ़ते हो , तुम जैसे ही उसके पास पहुँचते हो वह तुम्हे देखकर हैरान हो जाती है कि अचानक बिजली कड़कती है और वह घबराकर तुमसे लिपट जाती है,,,,,,,,,यहाँ से तुम दोनों का लव सीन चालू होता है , तुम दोनों एक दूसरे के प्यार में डूब चुके हो और बैकग्राउंड में सीरीज का लव सांग चलता है। मायरा तुम दोनों को ढूंढते हुए यहाँ आती है और दोनों को साथ देखकर जल जाती है”,सुमित ने वंश को सीन समझाते हुए कहा
वंश ने सुना और बुरा सा मुंह बनाकर कहा,”इतना घटिया सीन किसने लिखा है ? ये किसी C ग्रेड फिल्म का घटिया सीन लग रहा है”
“मतलब अब सीरीज में सीन तुम्हारी पसंद से लिखे जायेंगे , क्या बकवास है ये ? अगर तुम्हे लव सीरीज का इतना ही नॉलेज है तो तुम बताओ इस से बेहतर रोमांटिक सीन और क्या हो सकता है ?”,सुमित ने चिढ़ते हुए कहा
“मेरे ख्याल से सीन में थोड़ा चेंज होना चाहिए , मायरा को झरने के नीचे होना चाहिए और निशि को हमे साथ देखकर जलना चाहिए तभी तो कहानी में ट्विस्ट आएगा,,,,,,!!”,वंश ने निशि की तरफ देखकर कहा दरअसल वह बस निशि को जलाना चाहता था
“लेकिन तुम्हारा रोमांटिक सीन निशि के साथ है मायरा के साथ नहीं वो इस सीरीज की विलीन है जो तुम्हारे और निशि के बीच आ रही है”,सुमित ने कहा
“ये रोमांटिक सीन ही तो है , मैं निशि समझकर ही मायरा के पास जाता हूँ और जब निशी को देखता हूँ तो उसे मनाने के लिए उसे गोद में उठाकर झरने के पास आता हु एंड इसके साथ बैकग्राउंड में आपकी सीरीज का लव सांग हो तो फिर क्या ही कहना”,वंश ने कहा
“सही कह रहे हो , सुमित सीन बदल दो,,,,,,,,,!!”,सुमित और वंश की तरफ आते हुए के.डी ने कहा
“ओह्ह्ह कम ऑन के.डी. तुम भी इसकी बातो में आ गए ये बहुत ही फ्लॉप जायेगा”,सुमित ने कहा
“रिमेम्बर हम ऑडियंस को निशि और वंश की रियल लव स्टोरी दिखाने वाले है ये सीन इनकी लव स्टोरी के साथ परफेक्ट जाएगा”,के.डी ने सुमित के कान में धीरे से फुसफुसाते हुए कहा
“ये आप दोनों आपस में क्या खुसर फुसर कर रहे है ?”,वंश ने कहा
“अह्ह्ह्ह कुछ नहीं सुमित को तुम्हारा सीन बहुत पसंद आया , लेटस गो”,के.डी के कंधे पर हाथ रखकर कहा और दोनों वहा से चले गए।
“हाह ! अजीब है दोनों”,वंश खुद में बड़बड़ाया और वहा से झरने की तरफ चला गया
पार्टी हॉउस , बनारस
मुन्ना पार्टी हॉउस की मीटिंग में था जहा भूषण भी मौजूद था और मुन्ना के ठीक सामने बैठा था। भूषण और मुन्ना दोनों को पार्टी हॉउस से युवा नेता का टिकट मिल चुका था और आज सभी इलेक्शन के बारे में चर्चा करने के लिए जमा हुए थे। 6 दिन बाद वोटिंग होनी थी और पार्टी हॉउस के अधिकारी ने मुन्ना और भूषण से तैयारी करने को कहा
“हमरी पूरी तैयारी है , हर जगह हमरे पोस्टर लग चुके है और पर्चे बट चुके है , हमरी जीत पक्की है”,भूषण ने घमंडभरे स्वर में कहा तो सब उसकी तरफ देखने लगे। मुन्ना ने भी ख़ामोशी से भूषण को देखा और अधिकारी के बोलने का इंतजार करने लगा। भूषण की बात सुनकर अधिकारी ने उसे ताना मारते हुए कहा,”पोस्टर लगवाने से और पर्चे बटवाने से तुमहू जे इलेक्शन नाही जीतोगे भूषण , इलेक्शन जीतने के लिए बनारस के लोगो का भरोसा जीतना भी जरुरी है”
मुन्ना ने सुना तो फीका सा मुस्कुरा दिया , मुन्ना की मुस्कान देखकर भूषण का खून जल गया लेकिन उसने कुछ कहा नहीं और अधिकारी की बात पर झेंपकर दूसरी तरफ देखने लगा।
“मानवेन्द्र मिश्रा , आपने जो फाइल तैयार की है पार्टी हॉउस उस पर जरूर विचार करेगी,,,,,,,अगर आप ये इलेक्शन जीत जाते है तो फिर हम बनारस में आपके सुझाये ये काम जरूर करवाएंगे,,,,,,,,,लेकिन हमारा एक सवाल था”,अधिकारी ने कहा
“जी सर”,मुन्ना ने सहजता से कहा
“आप चाहते तो इलेक्शन जीतने के बाद 5 साल अपने लिए बहुत कुछ कर सकते थे लेकिन आपने इस शहर में बदलाव का सोचा ऐसा क्यों ?”,अधिकारी ने पूछा
मुन्ना कुछ देर खामोश रहा और कहा,”सर आज हम जो कुछ भी है हमारे पापा यानि पूर्व विधायक मुरारी मिश्रा की वजह से है। हमारे पापा ने हमारे जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रखी इसलिए अपने फायदे के लिए राजनीती में आना बेवकूफी होगी , हाँ इस शहर के लिए हम जितना कर पाए कम होगा”
मुन्ना की बात सुनकर भूषण का मुंह बन गया और अधिकारी मुस्कुरा उठा
“आप अपने पापा से बेशक अलग है लेकिन आप भी उनकी तरह एक ही चीज चाहते है , बनारस की तरक्की,,,,,,,,,,हमे ख़ुशी है आप राजनीती में आये , लगता है बनारस का माहौल अब बदलने वाला है,,,,,,,,,,,बेस्ट ऑफ़ लक”,अधिकारी ने मुन्ना से हाथ मिलाते हुए कहा
“थैंक्यू सर”,मुन्ना ने कहा
मीटिंग खत्म होते देखकर भूषण भी जल्दी से अपनी जगह से उठा और अधिकारी के पास आकर उस से हाथ मिलाने के लिए जैसे ही अपना हाथ बढ़ाया अधिकारी ने उसके सामने हाथ जोड़कर कहा,”पोस्टर पर पर्चो से हटकर इलेक्शन पर भी थोड़ा ध्यान दो भूषण,,,,,,,,,,,चलते है इलेक्शन वाले दिन मिलेंगे”
अधिकारी ने भूषण से हाथ तक नहीं मिलाया और वहा से चला गया। मुन्ना भी उनके साथ ही बाहर निकल गया। भूषण ने अपना हाथ गुस्से से टेबल पर मारा और
कहा,”साला अब तो इह इलेक्शन जीतना हमरे लिए बहुते जरुरी हो गया है”
भूषण भी बाहर चला आया। देखा बाहर बहुत धूप है तो उसने आँखो पर धूप वाला चश्मा लगा लिया। 8-10 लड़के हमेशा अब भूषण के लिए तैयार खड़े रहते थे इसलिए जैसे ही उन्होंने भूषण को देखा उसके पास चले आये। भूषण ने देखा वही बगल में मुन्ना धुप में खड़ा था। मुन्ना के सामने धौंस ज़माने के लिए भूषण ने मुन्ना को सुनाने के लिए तेज आवाज में अपने पास खड़े लड़के से कहा,”छतरी लाओ बे”
भूषण की बात सुनकर लड़के ने तुरंत छतरी तान दी तो भूषण मुन्ना की तरफ देखकर मुस्कुराया और कहा,”का हुआ मुन्ना तुम्हरे साथ कोनो नहीं है ? धुप में खड़े खड़े तुम्हारा रंग जल जाएगा”
मुन्ना ने कुछ नहीं कहा बस भूषण को देखकर मुस्कुरा दिया अगले ही पल मुन्ना के पीछे से एक हाथ आगे आया और छतरी खोलकर मुन्ना के सर पर तान दी। भूषण के चेहर की ख़ुशी उस पल गायब हो गयी जब देखा कि मुन्ना के बगल में छतरी ताने कोई और नहीं बल्कि “रमेश” खड़ा था
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संजना किरोड़ीवाल


Wha wha wha…mazaa aa gaya… Bhushan ko jalane k liye yeh kafi tha ki uska aadmi ab Munna k sath hai…kya baat hai Ramesh Babu…tumne to kahani m aur twist laa diya…ab to Bhushan kuch bhi karega iss election ko jeetne k liye…lakin ses Munna thodi jeetne dega usko…idhar Nishi ne apni betuki baato se sab bekar kar diya…ab Vansh Nishi ko jalane k liye Mayra k sath romance karega.. but Nishi ko dikkat na ho
Nishi ne Vansh ko galat samjha isliye Vansh ko bura laga aur voh Nishi ko jalane ke liye Mayra ke saath romantic seen karna chahata hai…Munna ki Idea se Adhikari bahut impress hue aur unhe lagta hai ki Munna agar election jitgaya toh bahut acche badlav dekhne ko milenge aur yeah sab sunkar bhushan jal bun gaya aur nehle per delha yeah hua ki Ramesh ab Munna ke saath jisse Bhushan ki jalan aur baat gayi..interesting part Maam♥♥♥♥