Love You जिंदगी – 66
Love You Zindagi – 66
राज को वहा देखकर शीतल हैरान थी वह कुछ कहती इस से पहले ही राज ने उसकी बांह पकड़ी और ग़ुस्से से अपनी और घुमाकर कहा,”तो ये सब चल रहा है मेरी पीठ पीछे इसलिए तुम यहाँ आना चाहती थी ताकि इन लफंगे लोगो के साथ गुलछर्रे उड़ा सको”
“ऐसा कुछ भी नहीं है राज,,,,,,,,,,,,,,,!”,शीतल ने घबराकर कहा उसकी आँखों में डर साफ नजर आ रहा था वह आगे बोल पाती इस से पहले ही सार्थक आया और एक घुसा राज को मारकर कहा,”दूर रह इस से समझा”
सार्थक के हाथ उठाने से राज और गुस्सा हो गया उसने आगे बढ़कर सार्थक की कॉलर पकड़ ली और घूरते हुए कहा,”क्या लगती है ये तेरी ? है कौन तू इसके और मेरे बिच में बोलने वाला ?”
“प्यार करता हूँ मैं इस से”,सार्थक ने सबके सामने राज को दुसरा घुसा मारकर कहा इस बार राज लड़खड़ा कर निचे जा गिरा उसके होंठ से खून निकल आया था। वहा सार्थक के मम्मी पापा भी खड़े थे जब उन्होंने सूना तो परेशान हो गए साथ ही शीतल अवाक् खड़ी सार्थक को देखे जा रही थी , सार्थक के होंठो पर खून लगा था उसने खून पोछा और कहा,”हां ये सच है की मैं इस से बहुत प्यार करता हूँ और इसकी बहुत इज्जत भी करता हूँ। इसके इंकार से कभी मेरा ईगो हर्ट नहीं हुआ बल्कि इसकी मासूमियत ने मुझे हमेशा इस से जोड़े रखा। मैं सबके सामने ये कह सकता हूँ हां मैं इस से बहुत प्यार करता हूँ और करता रहूंगा , हमारे बिच का रिश्ता तुम जैसे घटिया इंसान को समझ नहीं आयेगा !”
राज गुस्से से उठा और शीतल की और आकर कहा,”देखी अपने यार की हिम्मत कैसे सबके सामने ये कह रहा है ? मुझे तो लगता है तुम भी इस से मिली हुई हो मन जो भर गया है तुम्हारा अब मुझसे , लेकिन तुम जैसी लड़किया कभी किसी एक की नहीं होती है उन्हें हर बार नया बिस्तर चाहिए , देखना जल्दी ही तुम इसे भी छोड़ दोगी तुम जैसी लड़कियों को पता है क्या कहा जाता है ?,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,बाजारू”
राज के मुंह से ऐसी बाते सुनकर नैना का खून खौल वह जैसे ही उसकी और जाने लगी अवि ने उसका हाथ पकड़कर उसे रोक लिए और धीरे से ना में गर्दन हिला दी। शीतल को खामोश देखकर राज ने उसे बुरा भला कहना जारी रखा और उसके बाद “सटाक !”,एक झन्नाटेदार थप्पड़ आकर राज के गाल पर पड़ा और राज बौखला सा गया उसने शीतल की और देखकर गुस्से से कहा,”साली मुझे थप्पड़ मारा तूने !”
“सटाक !”,शीतल ने दूसरे गाल पर थप्पड़ मारा और गुस्से से कहा,”बस,,,,,,,,,,,,,,,एक शब्द और मत बोलना इसके आगे !”
राज शीतल का गुस्सा देखकर थोड़ा पीछे हट गया नैना ने देखा तो उसकी ख़ुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं रहा था वह दोनों हाथो को (चैम्पियन सांग) घुमाते हुए डांस कर रही थी। रुचिका भी उसके पास चली आयी अवि बस ख़ामोशी से नैना को देख रहा था और मन ही मन कह रहा था,”सच में पागल है ये लड़की”
शीतल की आँखो में दुःख से आंसू भर आये लेकिन आज उसने अपने आंसुओ को इन आँखों से बाहर नहीं आने दिया , गुस्से से उसका चेहरा तमतमा रहा था उसने राज की और देखा और कहने लगी,”समझ क्या रखा है तुमने मुझे ? मैं कोई तुम्हारी खरीदी हुई चीज नहीं हूँ जिसे तुम जैसे चाहे वैसे इस्तेमाल कर सकते हो ,, ना ही मैं कोई तुम्हारी जागीर हूँ जिस पर तुमने अपना कब्जा जमाया है ,, मैं भी एक इंसान हूँ इन सबकी तरह तुम्हारी तरह लेकिन तुमने मुझे खिलौना बनाकर छोड़ दिया। जैसे किसी खिलोने को चाबी लगाकर छोड़ दिया जाता है वैसे ही मेरी हालत हो चुकी है। तुम्हारे हिसाब से जिंदगी जीना नहीं हो पायेगा मुझसे ,, प्यार करती थी मैं तुमसे सोचती थी तुम जैसे भी हो कम से कम मेरे साथ हो , मेरे अपने हो , लगता था एक दिन तुम बदल जाओगे लेकिन मैं गलत थी,,,,,,,,,,,,,,,बहुत गलत थी मैं जो मैंने तुमसे उम्मीद की,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम्हारी नजर में मेरी कोई इज्जत नहीं है तुम जैसे चाहे वैसे मुझे नोच सकते हो मेरा इस्तेमाल कर सकते हो और चाहते हो की मैं एक ज़िंदा लाश बनकर बस ये सब ख़ामोशी से सहती रहू तो मुझसे अब ये और नहीं होगा ! थक चुकी हूँ मैं इन सबसे , सबके सामने झूठी मुस्कराहट लिए , तुम्हे अच्छा मानते हुए , थक चुकी हूँ मैं (रो पड़ती है और फिर अपने आंसू पोछकर कहती है) जब तुम मेरी जिंदगी में आये तब मेरा कोई नहीं था , लगता था यही प्यार है , तुम्हारी हर जायज नाजायज बात पर आँख बंद करके भरोसा करती रही मैं और आज,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आज सबके सामने तुमने मुझे बाजारू कह दिया,,,,,,,,,,,,,,,,,एक बार भी नहीं सोचा की ये सुनकर मुझपर क्या गुजरेगी,,,,,,,,,,,,,तुम इतने घटिया कैसे हो सकते हो राज ?,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,वो लड़की (नैना की और ऊँगली करती है और नैना एकदम से शांत खड़ी हो जाती है) वो हमेशा मुझसे कहती थी की तुम मेरे लायक नहीं हो लेकिन मैंने कभी उसकी बात नहीं सुनी ,, सच कहती थी वो तुम मेरे तो क्या किसी भी लड़की के लायक नहीं हो ,, तुम किसी लड़की का प्यार डिजर्व ही नहीं करते हो। (अपनी हथेलियों में अपना चेहरा छुपाकर रोने लगती है)
राज उसके पास आकर उसे जैसे ही छूता है शीतल गुस्से से उसे धक्का देकर कहती है,”छूना मत मुझे , तुम्हारे गंदे इरादों से मैं अनजान नहीं हूँ राज ,,, मैंने तुम्हारी हर गलती हर गुस्से को नजरअंदाज किया लेकिन आज नहीं ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आज तुम मेरी नजरो में गिर चुके हो ,, चले जाओ यहाँ से और आईन्दा से मुझे अपनी शक्ल मत दिखाना। जाओ चले जाओ यहाँ से”,कहकर वह रोते हुए राज के सीने पर अपने को मारते हुए उसे धक्का देती है। हाथ में पहनी वो लाल चुडिया टूटकर बिखर जाती है और कुछ टुकड़े शीतल के हाथ में भी धंस जाते है। वह रोने लगती है वहा खड़े सभी लोगो को उसका दर्द साफ नजर आ रहा था। गुस्से से भरा हुआ राज कभी सार्थक तो कभी शीतल को देख रहा था। नैना ने शीतल को रोते देखा तो उसके पास आयी और उसे गले लगा लिया शीतल फूट फूट कर रो पड़ी ! शीतल ने रोते हुए कहा,”तुम सही थी नैना वो मेरे लायक नहीं है , वो मेरे प्यार के लायक नहीं है , वो किसी भी लड़की के लायक नहीं है। तुमने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम्नसे सूना ना उसने क्या कहा ?,,,,,,,,,,,,,,,,,,,बाजारू कहा मुझे ? उस से इतना प्यार किया मैंने और उसने,,,,,,,,,,,,,,,,,उसने सबके सामने आज ये सब कहा,,,,,,,,,,,,,,,,,,मुझसे बहुत बड़ी गलती हुई है नैना मुझसे बहुत बड़ी गलती हुई है !”
“श्श्श्श श्श्श्श शश कुछ नहीं हुआ है , तुम एक बुरा सपना देख रही थी और आज नींद से जाग चुकी हो”,नैना ने शीतक का सर सहलाते हुए कहा और रुचिका की और देखकर उसे अपनी और आने का इशारा किया। रुचिका नैना के पास चली आयी तो नैना ने कहा,”सम्हाल इसे” और खुद राज के सामने चली आयी। बिखरे बाल , नशे से लाल पड़ चुकी आँखे , गुस्से से तमतमाता चेहरा और होंठो पर लगा खून देखकर नैना ने उसके थोड़ा करीब आकर उसे दुत्कारते हुए कहा,”कैसे कुत्ते जैसी हालत हो गयी ना तेरी , तेरी इंटेंशन तो मैंने उसी दिन भांप ली थी जिस दिन तुझसे पहली बार बात की थी लेकिन वो लड़की देख रहा है उसकी वजह से चुप थी ,, और आज तो कमाल हो गया उसने खुद ही तुम्हे अपनी जिंदगी से निकाल दिया। कहा था एक दिन तुझे लात जरूर पड़ेगी।”
कहते हुए नैना थोड़ा पीछे हो गयी तो राज ने उसे ऊँगली दिखाते हुए कहा,”तुझे छोडूंगा नहीं मैं , देख लूंगा तुझे !”
राज की ये गीदड़भभकी सुनकर नैना ने कहा,”सुन बे लपड़झंटुस , तेरे जैसे अच्छे अच्छो का बैंड बजाया है मैंने ,, ये धमकी ना किसी और को जाकर देना वरना ऐसा हाल करुँगी तेरा की लड़की को नजर उठाकर देखने से पहले 7 बार सोचेगा। मैं शीतल नहीं हूँ बेटा,,,,,,,,,,,,,,,,ना ना ना ना,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,बिल्कुल नहीं मुझे शीतल समझने की गलती मत कर लेना ,,,वरना जिंदगीभर पछतायेगा रही बात मुझे देखने की तो बाबू तेरे सामने खड़ी हूँ जितना देखना है देख ले क्योकि उसके बाद तू देखने लायक नहीं बचेगा तेरी तो मैं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए नैना जैसे ही उसकी और बढ़ी अवि ने उसे रोक लिया और कहा,”नैना कंट्रोल योरसेल्फ”
“घंटा कन्ट्रोल करू मैं इस चू#ये के सामने”,कहते हुए नैना साइड हुयी और उसके बाद कहने लगी,”इसके जैसे लोगो ने ही प्यार को बदनाम कर रखा है , अच्छे खासे लोग भी ना प्यार करने से पहले 10 बार सोचते है। एक सीधी साधी लड़की इन जैसे लौंडो में अपना प्यार ढूंढती है , ख़ुशी ढूंढती है अपना जीवनसाथी ढूंढती है और इनको लगता है हम से अच्छा तो कोई है ही नहीं इन चू#यो को ये लगता है की मुझसे पट गयी है मतलब किसी से भी पट जाएगी तो उस लड़की के पर ही काट देते है जिस से वो उड़ ना पाए या फिर उन्हें ऐसे फसाते है की लड़की कभी इनके चंगुल से निकल ही नहीं पाती है। जिस से प्यार करते है उसे गाली देना , उस पर हाथ उठाना कहा की मर्दानगी है ? एक लड़की जब तुमसे प्यार करती है तो सबसे पहले वो चाहती है रिस्पेक्ट लेकिन तुम जैसे हरामी लोग पहले उसी की धज्जिया उड़ाते है , एक लड़की ना तुम्हारा पैसा चाहती है ना महंगे तोहफे चाहती है , वो चाहती है बस तुम्हारा थोड़ा सा प्यार और वक्त लेकिन नहीं ये सब छोड़कर तुम उन्हें क्या देते हो जिल्लत , घुटन और डर , डर की कही तुम उन्हें छोड़ ना दो , डर की वो तुम्हारे बिना रह नहीं पायेगी। क्यों करते हो ऐसा ? प्यार किया है उसे निभाना सीखा उसे किसी के गले का फंदा मत बनाओ !,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,और तू चू#ये (राज को ऊँगली दिखाकर कहती है) अभी के अभी अपना मनहूस शरीर उठा और निकल , इस से पहले मेरा दिमाग और ख़राब हो चला जा यहाँ से और आज के बाद अगर शीतल के आस पास भी नजर आया तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा”
राज ने शीतल की और देखा और कहा,”जा रहा हूँ मैं और देखना जो थप्पड़ तूने मुझे मारा है ना इसके लिए एक दिन तू जरुर पछ्तायेगी” कहते हुए राज जैसे ही जाने लगा नैना ने कहा,”अबे ओये सुन !”
राज को लगा नैना को अपनी गलती का अहसास हुआ है शायद इसलिए वह उसे रोक रही है वह पलटा तो नैना उसके पास आयी और कहा,”एक थप्पड़ तो बनता है यार” कहकर नैना ने खींचकर उसे एक तमाचा मारा और कहा,”इसे कहते है कनपुरिया कंटाप , का समझे ? दोबारा धमकी मत देना वरना अपने पैदा होने पर जिंदगीभर अफ़सोस होगा ,, चल निकल !”
राज अपना गाल सहलाते हुए वहा से चला गया ! शीतल अभी भी रोये जा रही थी प्रोग्राम में भंग पड़ चुका था , सभी एक एक करके वहा से जाने लगे। नैना सार्थक के पास आयी और उसके होंठ से खून साफ करके कहा,”ज्यादा जोर से मारा का ? बाबू क्या है ना मोहब्बत में जब तक पीटो नहीं ना मजा नहीं आता ,, जाओ सम्हालो उसे और हां आज के बाद उसकी आँखों में आंसू ना आये ये ध्यान रखना वरना राज से बुरा हाल तेरा मैंने कर देना है।”
सार्थक ने हां में गर्दन हिलायी और शीतल के पास चला आया शीतल ने भीगी पलकों से सार्थक को देखा और वहा से चली गयी ! रुचिका भी उसके पीछे पीछे वहा से चली गयी नैना अवि के पास आयी और कहा,”यार पडोसी बचा लिया तुमने बाय गॉड ,, आज ये नहीं होता ना तो ये बंदी जिंदगीभर ऐसे ही आंसू बहाती ,, थैंक्यू नहीं बोलूंगी तुम्हे क्योंकी तुमने जो किया है उसे अहसान का नाम देना गलत होगा,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,दिल कर कस के तुझे गला लगा लू लेकिन नहीं फिर से तुम वो फीलिंग विलिंग की बातें करने लगोगे ! बाद में मिलती हूँ !”
कहकर नैना वहा से चली गयी। अवि उसे ने जाते हुए देखा और खुद से कहा,”फीलिंग तो दिन-ब-दिन तुम्हे लेकर और स्ट्रांग होने लगी है नैना पर आज तुमने जो किया है उसके लिए मैं जिंदगीभर तुम्हारी रिस्पेक्ट करूंगा !”
क्रमश – love-you-zindagi-67
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संजना किरोड़ीवाल !