Sanjana Kirodiwal

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Love You जिंदगी – 37

Love You Zindagi – 37

नैना के फ़ोन पर लाइफ लाइन नाम से कॉल देखकर अवि थोड़ा अपसेट हो गया ! उसने शीतल और रुचिका की और देखा तो शीतल ने कहा,”नैना ने हमे तो इस बारे में कभी कुछ नहीं बताया , इन्फेक्ट उसे तो लड़को के नाम से भी प्रॉब्लम है !”


“पर हो सकता है नैना की लाइफ में कोई ऐसा हो जिसके बारे में हमे नहीं पता ? वरना इतनी रात में उसे फोन कोई क्यों करेगा ?”,रुचिका ने कहा तो अवि और अपसेट हो गया ! उसने फोन वापस टेबल पर रखा और दोनों को गुड़ नाईट बोल कमरे से बाहर चला आया ! बालकनी में आकर अपने बिस्तर पर लेट गया और उस फोन कॉल के बारे में सोचने लगा ! कुछ देर लेते रहने के बाद उठकर बैठ गया और खुद से कहने लगा,”अब ये लाइफलाइन कौन आ गया इसकी जिंदगी में ? एक तो पहले ही मैं बिना नैना के दिल की बात जाने उसे प्रपोज करके इतनी बड़ी गलती कर चुका हूँ ! अब ये लाइफ लाइन लगता है बहुत मुस्किले आने वाली है तेरी लाइफ में अवि ,, नैना को पाना इतना आसान भी नहीं है ! रात के 1 बज रहे थे लेकिन अवि की आँखों से नींद कोसो दूर थी !वह उठकर फ्लेट से बाहर आया और ऊपर छत पर चला आया ! उसने सिगरेट निकाली और मुंह में रख ली कुछ देर वही खुले आसमान के निचे खड़े होकर अवि सिगरेट के कश लगाता रहा और फिर वही दिवार से पीठ लगाकर खड़ा हो गया ! फोन कॉल वाली बात अभी भी उसके दिमाग में घूम रही थी ! नैना अवि के लिए एक पहेली बन चुकी थी !
अवि को लगता था की वह नैना के बारे में बहुत कुछ जानने लगा है लेकिन ऐसा नहीं था अवि जितना उसके बारे में जानता उतना ही कुछ नया उसे नैना के बारे में जानने को मिल रहा था ! अवि ने अपनी आँखे मूँद ली और लम्बी लम्बी सांसे लेने लगा ! कुछ देर बाद अवि वापस निचे चला आया नैना हॉल में ही सो रही थी उसकी नींद में खलल ना पड़े सोचकर अवि धीरे धीरे अंदर आया ! चलते चलते उसकी नजर नैना पर गयी उसने देखा बालो की एक लट नैना के गालो पर झूलते हुए बार बार उसे परेशान कर रही थी अवि नैना के पास आया थोड़ा झुका और अपनी ऊँगली से धीरे से उस बालो की लट को साइड में कर दिया ! अवि की नजर नैना के चेहरे पर थम सी गयी ! कितना मासूम था वो चेहरा जिस पर कोई गुस्सा कोई शिकन नहीं थी , एक सुकून था , आराम था और कशिश थी जिसमे अवि बंधता चला जा रहा था ! अवि ने जी भर कर अभी नैना को ठीक से देखा भी नहीं था की नैना की आँखे खुली उसने जैसे ही अवि को वहा देखा जोर से चिल्लाई,”भूत भूत भूत”
नैना के चिल्लाने से अवि भी डर गया और उसके साथ चिल्लाने लगा ! नैना ने सोफे से कुशन उठाया और ताबड़तोड़ अवि को मारना शुरू किया अवि कुछ समझ पाता इस से पहले ही नैना की मार से वह सोफे पर जा गिरा गिरते हुए उसके हाथ में नैना का हाथ आया और नैना भी उसके ऊपर आ गिरी ! खिड़की से आती हल्की रौशनी में नैना ने देखा वो अवि था ! नैना अवि की आँखों में देखने लगी ना चाहते हुए भी वह खामोश हो गयी या यु कहिये अवि की आँखों ने उस पर फिर से जादू कर दिया था ! नैना की आवाज सुनकर शीतल बाहर आयी उसने लाइट जलाई जैसे ही उसकी नजर नैना पर गयी वह चौंक गयी क्योकि जिस हालत में नैना और अवि थे वो किसी रोमांटिक हिंदी मूवी के किसी सीन से कम नहीं था ! शीतल लो वहा देखकर अवि थोड़ा ऑकवर्ड हो गया उसने उठने की कोशिश की लेकिन नैना पहले से उसके ऊपर गिरी हुई थी ऐसे में वह कैसे उठता ? शीतल ने झूठ मुठ का खासा तो नैना को होश आया वह उठकर तुरंत खड़ी हो गयी और अवि से कहा,”तुम यहाँ क्या कर रहे हो ?”
“मेरे घर में मैं क्या कर सकता हूँ ? कुछ बोलता इस से पहले ही तुमने मारना शुरू कर दिया , शीतल तुम नहीं आती ना तो इसने तो मेरी जान ही ले लेनी थी आज”,अवि ने कहा
“ये घर नहीं भूत बँगला है , ऐसे आधी रात को घूमोगे तो कोई भी भूत ही समझेगा तुम्हे !”,कहकर नैना अवि के रूम की और चली गयी जहा रुचिका सो रही थीं ! नैना भी जाकर उसकी बगल ने लेट गयी ! शीतल अवि को देख रही थी तो अवि ने कहा,”आई ऍम सॉरी वो मैं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”
“रात बहुत हो चुकी है तुम सो जाओ !”,कहकर शीतल वहा से चली गयी !
अवि वही सोफे पर लेट गया कुछ देर बाद उसे नींद आ गयी सुबह खिड़की से सूरज की किरणे जब उसके चेहरे पर पड़ी तो वह उठ खड़ा हुआ ! उसने देखा घर एकदम साफ सुथरा है और शीतल नहाकर बालकनी के पास खड़ी अपने बाल सूखा रहीं थी ! अवि उठा और अपने रूम में झांककर देखा नैना अभी तक सो रही थी , सुबह के 6 बज रहे थे अवि शीतल के पास आया और कहा,”गुड मॉर्निंग !”
“गुड़ मॉर्निंग , किचन में कॉफी रखी है ! सॉरी वो मुझे सुबह जल्दी उठने की आदत है और मैंने बिना तुम्हारी परमिशन के कॉफी बना ली !”,शीतल ने अपने बालो को समेटते हुए कहा
“अरे इट्स ओके , मैं आता हूँ,”कहकर अवि किचन की और चला गया ! उसने कॉफी कप उठाया और पीने लगा ! नैना उठी उसने घडी में टाइम देखा तो उठकर जल्दी से नहाने भागी जल्दी जल्दी तैयार होकर वह शर्ट की बाजु फोल्ड करते हुए बाहर आयी ! अवि की नजर जैसे ही नैना पर पड़ी वह नैना को देखता ही रह गया ! ब्लैक शर्ट लाइट ब्लू जींस हाथ प्लेटिनम घडी , चेहरे पर कोईं मेकअप नहीं सिवाय लिपस्टिक के और बाल खुले ! आज तो नैना सच में कहर ढा रही थी ! वह शीतल के पास आयी और कहा,”शीतू जल्दी से रेडी हो जाओ मैंने बताया था ना लखनऊ जाना है !”
“लेकिन टिकट्स ?”,शीतल ने कहा
“अरे डोंट वरी वो सब मैंने कर लिया है , मैं थोड़ी देर में आती हूँ तुम लोग तब तक तैयार हो जाओ ! और थोड़ा जल्दी हां 7:30 की बस है !”
“तुमने बस की टिकट क्यों ली ? मेरा मतलब ट्रेन से चलते ना !”,शीतल ने कहा
“मुझे बस में खिड़की वाली सीट बहुत पसंद है , वैसे भी ट्रेन से देर से पहुँचते 7-8 घंटो में पहुँच जायेंगे ! चल मैं आती हूँ तू और रुचि तैयार रहना”,नैना ने कहा और चली गयी ! शीतल तैयार होने चली गयी उसने रुचिका से भी तैयार होने को कह दिया ! 7 बजे तक नैना लौट आयी उसने अपना बैग उठाया और रुचिका शीतल से चलने को कहा ! जैसे ही गेट के पास आयी अवि ने कहा,”इफ यू डोंट माइंड आप लोगो को बस स्टेण्ड तक छोड़ने चलू !”
“साथ आने को नहीं कहूँगी , लेकिन आना चाहोगे तो मना भी नहीं करुँगी !”,नैना ने कहा तो अवि मुस्कुरा उठा और कहा,”दो मिनिट में आया !” अवि अंदर गया और कपडे चेंज करके आया आज उसने भी ब्लेक शर्ट ही पहना था और नैना भी ज्यादा अच्छा लग रहा था ! रुचिका ने देखा तो कहा,”इस ब्लेक शर्ट में तुम बहुत हॉट लग रहे हो”
“छू के भस्म हो जाओ फिर , क्या सुबह सुबह तुम भी रूचि चलो लखनऊ इस से ज्यादा हॉट लड़के देखने को मिलेंगे”,नैना ने रुचिका को झिड़कते हुए कहा और फिर अपना बैग उठाये आगे बढ़ गयी ! शीतल , रुचिका और अवि भी उसके साथ हो लिए ! चारो अपार्टमेंट से बाहर आये अवि ने ऑटो रुकवाया और चारो उसमे सवार होकर बस स्टेण्ड के लिए निकल गए ! अवि थोड़ा अपसेट था उसे नैना का जाना अच्छा नहीं लग रहा था वह बस खांमोशी से बैठा नैना को देखे जा रहा था ! कुछ देर बाद ऑटो रुका अवि ने तीनो का सामान बस में रखा ! बस चलने में अभी 10 मिनिट बाकि थे इसलिए चारो बस के बाहर खड़े हो गए नैना इधर उधर देख रही थी ! अवि ने नैना की नजरो को भाँप लिया वह चला गया कुछ देर बाद वापस आया तो उसके साथ केतली पकडे चाय वाला भी था ! अवि ने उस से सबको चाय देने को कहा ! नैना ने चाय पि बस के चलने का वक्त हुआ तो तीनो बस मे चढ़ गयी नैना गेट पर खड़ी अवि को देखने लगी तो अवि ने कहा,”सेफ्ली जाना और पहुंचकर मैसेज कर देना”
“हम्म्म्म ठीक है !”,नैना ने कहा
“पानी पानी रख लिया !”,अवि ने पूछा
“जरूरत नहीं है , रिजर्व्ड बस है सब मिल जाता है”,नैना ने कहा
“ओहहके कब तक , कब तक पहुँचोगी ?”,अवि ने फिर पूछा तो नैना निचे उतरी और कहा,”एक काम करो साथ ही चलो !”
“नहीं नहीं मैं तो बस ऐसे ही,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने कहा तभी नैना के बगल से बाइक गुजरी अवि को लगा उसे लगेगी तो उसने अपना हाथ बिच में कर नैना को साइड कर लिया लेकिन उसके हाथ पर स्क्रेच लग गया ! नैना ने देखा तो चिल्लाई,”अबे ओह्ह चू#ये , साले सुबह सुबह पी रखी है क्या ?”
बाइक वाला चला गया नैना ने अवि के हाथ को देखना चाहा तो अवि ने कहा,”अरे इट्स ओके मैं ठीक हूँ ! तुम जाओ बस निकल जाएगी !”अवि ने अपनी चोट छुपाते हुए कहा ! बस का हॉर्न बजने लगा तो नैना चली गयी ! अवि ने उसे देखकर हाथ हिला दिया उसके चेहरे की उदासी बता रही थी की उसे नैना का जाना अच्छा नहीं लग रहा था ! बस चली गयी अवि ने ऑटो पकड़ा और अपार्टमेंट चला आया लिफ्ट से ऊपर आया अपने फ्लैट की और जाते हुए उसने पलटकर अपने सामने वाले फ्लैट की और देखा जिसमे नैना रहती थी ! अवि को नैना की बहुत याद आ रही थी वह अंदर चला आया घर के हर कोने में उसे नैना ही नजर आ रही थी ! अवि अपने रूम में आया और नहाने चला गया नहाने के बाद उसे कुछ अच्छा लगा वह बालो को तौलिये से पोछते हुए बाहर आया और शीशे के सामने आकर खड़ा हो गया शीशे में देखते हुए अवि नैना के बारे में सोचने लगा , अपनी आँखों में उसे नैना के लिए प्यार नजर आ रहा था , एक कशिश जो उसे नैना की और खींचे जा रही थी ! अवि कुछ देर वैसे ही खड़ा रहा और फिर कपडे पहनकर बाहर आया किचन में आकर उसने पतीला चढ़ाया अवि ने अपने लिए कॉफी बनाने की सोची और फिर चाय चढ़ा दी ! अवि ने चाय कप में छानी और एक घूंठ पीकर कहा,”नॉट बेड , चाय इतनी भी बुरी नहीं होती !”
अवि चाय पीते हुए बालकनी में आकर खड़ा हो गया ! आज उसे नैना के बिना सब अधूरा लग रहा था उसने अपना हाथ जैसे ही बालकनी पर लगी रेलिंग पर रखा उसके मुंह से एक आह निकल गयी ! अवि ने हाथ देखा तो उसे याद आया की नैना को बचाते हुए उसे चोट लगी थी ! अवि ने चाय ख़त्म की और रूम में आकर फर्स्ट ऐड बॉक्स निकालकर बेड पर बैठ गया ! उसने बॉक्स से दवा निकाली और लगाने के लिए हाथ बढ़ाया तो सामने बैठी नैना ने उसका हाथ थाम कर उसे रोक लिया ! अवि अपलक नैना को देखता रहा नैना ने ट्यूब से दवा निकालकर अवि के हाथ पर लगी चोट पर लगाईं और फूंक मारने लगी ! नैना की सांसो से आती महक अवि को महसूस हो रही थी ! उसकी छुअन का अहसास उसे अपने दिल तक महसूस हो रहा था ! नैना ने पट्टी निकाली और उसे धीरे धीरे अवि के हाथ पर बांधने लगी अवि को तो यकीन ही नहीं हो रहा था की नैना उसके सामने बैठी है ! वह बस प्यार से नैना के मासूम चेहरे को देखे जा रहा था जिस पर इस वक्त कोई गुस्सा नहीं था ! नैना की आँखों में अवि के लिए बस परवाह थी और ढेर सारा प्यार था ! पट्टी करने के बाद नैना ख़ामोशी से मुस्कुराते हुए अवि को देखती रही ना वह कुछ बोल रही थी ना ही अवि से बात कर रही थी ! नैना के बालों की लटे जब उसके गालों पर आ गयी तो अवि ने उन्हें हटाने के लिए अपना हाथ बढ़ाया , जैसे ही अवि ने नैना को छुआ वह गायब हो गयी !! अवि ने इधर उधर देखा नैना कही नहीं थी एकदम से उसका दिमाग ब्लॉक हो गया ! कुछ देर पहले नैना उसके सामने थी और अब अचानक से गायब अवि कुछ समझ नहीं पा रहा था ! उसने जब हाथ उठाकर देखा तो उसके हाथ पर कोई पट्टी नहीं बंधी थी चोट वैसी ही थी ! अवि को समझ आया की वह सिर्फ एक सपना था जो अवि खुली आँखों से देख रहा था ! वह मुस्कुराने लगा उसने जख्म पर दवा लगाई और खुद ही पट्टी बांधने लगा ! पट्टी बांधकर अवि आईने के सामने आया और कहने,”ये मुझे क्या हो रहा है ? नैना यहाँ नहीं है फिर भी ऐसा क्यों लग रहा है जैसे वो यही है ? उसका अहसास मैं भुला नहीं पा रहा हूँ , वो जब पास होती है तो हार्ट बीट बढ़ी रहती है ये प्यार है या उसका डर कुछ समझ नहीं आ रहा !”
अवि खड़े खड़े सोच ही रहा था की तभी उसका फोन बजा ! अवि ने फोन उठाया तो दूसरी और अवि की मम्मी थी उन्होंने फ़ोन उठाते ही कहा,”सुबह से कहा बिजी हो जनाब ?”
“कुछ नहीं मॉम बस ऐसे ही , आप बताओ कैसी हो ?”,अवि ने पूछा
“मैं तो ठीक हूँ पर तू मुझे ठीक नहीं लग रहा , बता क्या हुआ है ?”,अवि की मम्मी ने अवि की आवाज से सब भांपते हुए कहा
अवि बिस्तर पर आ बैठा और कहने लगा,”मॉम ऐसा पहले कभी नहीं हुआ मेरे साथ , मुझे हर जगह वो नजर आती है ,, मैं चाहकर भी खुद को उसके बारे में सोचने से रोक नहीं पा रहा हूँ ! वो साथ ना होकर भी मेरे साथ होती है , आपको पता है कॉफी पीने वाला लड़का चाय पिने लगा है क्योकि उसे चाय बहुत पसंद है ! अभी कुछ देर पहले वो बिल्कुल मेरे सामने थी फिर अचानक से गायब ,, मेरा माइंड एकदम से ब्लॉक हो चुका मॉम !”
अवि की मम्मी ने अवि की सारी बातें सुनी और कहा,”सो ये बात है , तुम कही अपनी पड़ोसन की तो बात नहीं कर रहे ?”
“ऑफकोर्स मॉम वही , उसी ने मेरी ऐसी हालत बना रखी है !”,अवि ने हताश कहा
“सो प्रॉब्लम क्या है ? अच्छा सा रोज बुके लेकर उसे प्रपोज कर दो , आई नो वो मेरे बेटे को ना नहीं कह पायेगी !”,अवि की मम्मी ने कहा
“मॉम डेड कैसे है ?”,अवि अपनी मम्मी को नैना का सच बताना नहीं चाहता था इसलिए बात बदलते हुए कहा !
“तुम्हारे डेड ठीक है , किसी मीटिंग के सिलसिले में शहर से बाहर है !”,उसकी मम्मी ने कहा !
“ओके मॉम मुझे किसी से मिलना है एग्जीबिशन के सिलसिले में मैं निकलता हूँ शाम को फ़ोन करता हूँ !”,अवि ने कहकर फोन काट दिया ! उसने कपडे बदले , तैयार हुआ , रूम से बाहर आया और अपना बैग उठाकर फ्लेट से बाहर चला आया ! अवि ने पार्किंग से अपनी बाइक ली और वहा से निकल गया ! बाइक चलाते हुए भी अवि के मन में बार बार नैना का ही ख्याल आ रहा था ! सिग्नल पर आकर उसने बाइक रोकी उसकी बगल में एक बहुत ही शानदार गाड़ी खड़ी थी अवि ने एक नजर उस गाडी को देखा और फिर सामने देखते हुए सिग्नल के हरे होने का इंतजार करने लगा ! कुछ ही देर बाद अवि के पैर को आकर कुछ लगा अवि ने देखा तो पास खड़ी गाड़ी में बैठे आदमी ने कोई रफ पेपर मोड़कर बाहर फेंका था उसने दो चार पेपर और फेंके तो अवि ने कहा,”ओह्ह हेलो मिस्टर तमीज नहीं है तुम्हे ऐसे सड़क पर पेपर फेंक रहे हो !”
अवि की बात सुनकर लड़के ने कोई ध्यान नहीं दिया तो अवि बाइक से उतरा वो सारे पेपर सड़क से उठाये और उसी खिड़की से अंदर फेंक दिये ! अंदर बैठे लड़के ने गुस्से से अवि से कुछ बोलना चाहा तो अवि ने अपने होंठो पर ऊँगली रखकर शशशशशश किया और कहा,”चल निकल !”
ट्रेफिक सिग्नल ग्रीन हुआ और वो गाड़ी आगे बढ़ गयी ! अवि भी अपनी बाइक लेकर निकल गया !! गाडी में बैठे लड़के ने उन सारे कागज को उठाया और गुस्से से बाहर फेंक दिया ! पास बैठे आदमी ने लड़के के कंधे पर हाथ रखकर कहा,”अनुराग बेटा इतनी सी बात के लिए इतना गुस्सा नहीं करते ! रिलेक्स !”
अनुराग गुस्से से खिड़की के बाहर देखने लगा

क्रमश :- love-you-zindagi-38

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संजना किरोड़ीवाल !

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