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Love You जिंदगी – 32

Love You Zindagi
Love You Zindagi by Sanjana Kirodiwal

Love You Zindagi – 32

सार्थक और शीतल एक दूसरी की आँखो में खोये हुए थे की नैना ने झूठ मुठ का ख़ासा तो दोनों अलग अलग दिशाओ में चले गए ! सबने साथ बैठकर खाना खाया और उसके बाद सार्थक वहा से चला गया ! सार्थक के जाते ही नैना गुनगुनाने लगी,”दिल मेरा पूछ रहा है तुझसे ,, क्या प्यार करोगे मुझसे ? हां हां है मुझसे” नैना को इस तरह गाते देखकर शीतल ने हैरानी से कहा,”क्या ?”


“क्या ? कुछ भी नहीं बस ऐसे ही गाने का मन हो रहा है !”,नैना ने कहा तो फिर गुनगुनाने लगी जबकि वह कुछ देर पहले सार्थक और शीतल वाले मोमेंट को याद करके गुनगुना रही थी ! शीतल भी आज अच्छे मूड में थी इसलिए कहा,”क्यों तुम्हारी कोई यादें जुडी है इस गाने से ?”
शीतल ने जैसे ही कहा नैना की आँखों के सामने अवि का चेहरा आ गया ! उस रात जब वह अवि के साथ थी और बारिश हो रही थी तब उसके बिल्कुल सामने खड़ा था उसकी आँखो में देखते हुए !

नैना शीतल को परेशान करना चाहती थी लेकिन शीतल उसे ही परेशान करके चली गयी ! नैना ने ध्यान हटाने की कोशिश भी की लेकिन नहीं अब तो बार बार अवि का चेहरा उसकी आँखों के आगे आता जा रहा था ! लिफ्ट वाला सीन , बार बार टकराना , बाइक राइड सब एक के बाद एक याद आते ही जा रहे थे ! नैना झुंझला गयी और पानी की बोतल लेकर बालकनी में आकर खड़ी हो गयी और पानी पिया , बेचैनी कुछ कम हुई नैना खाली बोतल को हाथ में पकडे वही खड़ी निचे घूमते लोगो को देखती रही !

एक बार फिर उसके होंठ वही गाना गुनगुनाने लगे तो नैना ने खुद को ही कोसते हुए कहा,”ये तुझे हो क्या गया है ? बड़ी अजीब बातें होती है कभी कभी जो बाउंसर जाती है !”
नैना ने खुद को गाने से रोक लिया और ध्यान दूसरी और लगा लिया लेकिन अवि का ख्याल फिर लौट आया और नैना के मन को परेशान करने लगा !नैना ने हाथ में पकड़ी बोतल गुस्से में निचे फेंक दी

लेकिन उसकी किस्मत इतनी ख़राब की बोतल जाकर सीधा निचे बैठे शुभ के सर पर लगी उसने सर सहलाते हुए ऊपर की और देखा तो नैना खड़ी दिखी ! बस फिर क्या था शुभ का गुस्सा सांतवे आसमान पर था वह निचे से ही नैना पर चिल्लाया,”अरे मारना ही है तो एक बार में मार दो ना , ये थोड़ा थोड़ा करके क्यों जख्म दे रही हो ? मैंने क्या बिगाड़ा है तुम्हारा अभी तो मेरी शादी भी नहीं हुई है और तुम तो जैसे हाथ धो के पीछे पड़ गयी हो !”


नैना ने सूना तो उसने अपने कान पकड़ लिए शुभ ने देखा तो बेचारा फिर पिघल गया और मुस्कुरा कर चिल्लाया,”अरे अरे कोई बात नहीं नैना होता हैं होता है”
नैना ने उसे इग्नोर किया और जैसे ही जाने के लिए मुड़ी उसकी कोहनी पास रखे छोटे गमले से टकराई और वह सीधा जाकर शुभ के पैर पर जा गिरा , शुभ कराहता हुआ निचे गिर गया ! बेचारी नैना हक्की बक्की थी की आज ये उसके साथ हो क्या रहा था ?

वह अंदर चली आयी लेकिन ये तो उसके साथ शुरुआत थी कुछ ही देर बाद उसे हिचकिया आनी शुरू हो गयी ! नैना का दिमाग पहले से ख़राब था अब और ज्यादा खराब हो चुका था ! पानी , जूस , उसने हर नुस्खा आजमा लिया लेकिन ये हिचकिया ना रुकी ! नैना हिचकते हुए रूम में आयी शीतल और रूचि बैठे थे नैना की ऐसी हालत देखकर शीतल ने कहा,”नैना ये लो पानी पि लो शायद ये रुक जाये !”


“नहीं ना यार , मैंने सब करके देख लिया हिच्च , लेकिन ये नहीं रुक रही !”,नैना ने परेशान होकर कहा
“अरे नैना हो सकता है तेरा चाहने वाला तुझे याद कर रहा हो , लॉजिकली ये सच भी होता है”,रुचिका ने कहा
“अगर तेरा ये लॉजिक सही हुआ ना , हिच्च ! तो उसकी ऐसी की तैसी कर देनी है मैंने , हिच्च !”,नैना ने कहा
नैना को परेशान देखकर शीतल उसके पास आयी और उसकी पीठ सहलाने लगी और उसे शांत होकर लम्बी लम्बी सांसे लेने को कहा !

बंगलौर –
अपना काम खत्म होने के बाद होटल के रूम में बैठा अवि हाथ में डायमंड रिंग लिए नैना के बारे में सोच रहा था , उसकी आँखों के सामने नैना के साथ बिताये पल आ जा रहे थे अवि खुद से बातें करने लगा,”पता है सब होते हुए भी आजकल तुम्हारी कमी महसूस करने लगा हूँ ! नैना मैं नहीं जानता तुम्हारे दिल में मेरे लिए क्या फीलिंग्स है लेकिन मेरे पास तुमसे कहने को बहुत कुछ है !

यहाँ का काम ख़त्म जल्दी से ख़त्म हो जाये बस फिर मैं सबसे पहले तुमसे मिलना चाहता हूँ ,, तुम्हे अपने दिल की हर बात बताना चाहता हूँ और आई ऍम स्योर इस बार मैं तुम्हारी आँखों में देखकर खामोश नहीं होने वाला !! बहुत गहरी आँखे है तुम्हारी लेकिन उन आँखों को कभी जी भरकर देखा ही नहीं ! आई ऍम इन लव विथ यू नैना , और बहुत जल्दी मैं तुम्हे इस रिंग के साथ शादी के लिए प्रपोज करने वाला हूँ ,, तुम्हारे बारे में जितना जाना है उस से मैं यही कहूंगा तुम मेरे लिए परफेक्ट हो नैना !! आई मिस यू सो मच नैना ,, आई मिस यू”


अवि नैना को बहुत मिस कर रहा था ! नैना के लिए उसकी जो फीलिंग्स थी वो बहुत ही खूबसूरत थी लेकिन नैना इस से अनजान थी !!
अगले दिन नैना शीतल और रुचिका ऑफिस पहुंची दिनभर के काम के बाद शाम को नैना सुस्ता रही थी तभी चपरासी ने आकर कहा,”नैना मेम आपको अनुराग सर ने बुलाया है !”
चपरासी के जाने के बाद रुचिका ने नैना को छेड़ते हुए कहा,”नैना कही रात वाला लॉजिक यहाँ तो फिट नहीं हो रहा है !”


नैना उठी और जाते हुए कहा,”हां बे पांडा , तू खुद फिट नहीं है तेरा लॉजिक फिट होगा क्या बात है ? किसी दिन तेरा लॉजिक तेरे ही “L” लगा देगा !”
“इस लड़की को कोई नहीं समझ सकता है !”,रुचिका ने कहा और अपना काम करने लगी ! नैना अनुराग के केबिन के सामने आयी और दरवाजा नॉक करके कहा,”मे आई कम इन सर ?”


अनुराग ने जब नैना को देखा तो बस देखता ही रह गया , ब्लू जींस ब्लैक टीशर्ट उस पर सफेद रंग का ब्लेजर ! वह एकटक नैना को देखता रहा अनुराग की और से जवाब ना पाकर नैना ने फिर से कहा,”क्या मैं अंदर आ सकती हूँ
नैना के दोबारा कहने पर अनुराग का ध्यान उस पर से हटा और उसने कहा,”यस कम इन !”
अनुराग अपनी शर्ट की कॉलर और बालो को ठीक करने लगा लेकिन नैना ने उस तरफ ध्यान ना देकर कहा,”आपने मुझे बुलाया था , कहिये क्या काम है ?”


“एक्चुअली मैं कुछ पुरानी फाइल्स देख रहा था , इनमे से एक फाइल मुझे मिली जिसके आखिर में आपके सिग्नेचर है , इसका काम मुझे थोड़ा समझ नहीं आया सो केन यू एक्सप्लेन ?”
“स्योर सर !”,नैना ने फाइल देखते हुए कहा
“प्लीज हेव अ सीट !”,अनुराग ने कहा तो नैना कुर्सी लेकर बैठ गयी ! फाइल देखकर उसने कहा,”सर लेपटॉप चाहिए”


“ये रहा इसे यूज़ कर सकती हो !”,अनुराग ने अपना लैपटॉप नैना की और खिसका दिया ! नैना का पूरा ध्यान स्क्रीन पर और साथ में अपने काम पर था ! नैना ने अनुराग को प्रोजेक्ट के बारे में समझाना शुरू किया ! जैसे जैसे नैना बताते जा रही थी अनुराग का ध्यान स्क्रीन पर नैना की आवाज और उसकी आँखो पर ज्यादा था जो की बार बार झपक रही थी !

साथ में नैना की हिंदी में भी कनपुरिया असर झलक रहा था जिसने अनुराग को नैना का और दीवाना बना दिया ! नैना प्रोजेक्ट क्लियर किया और लेपटॉप अनुराग की और घुमाकर कहा,”हो गया सर आप देख लीजिये !”
“हम्म्म्म !”,कहकर अनुराग ने नैना से नजर हटाकर स्क्रीन पर जमा ली और कुछ देर बाद कहा,”थैंक्स , इट्स गुड ! थोड़ा समझ आ गया है बाकि मैं कर लूंगा”


नैना उठी और बिना अनुराग की और देखे कहा,”आसान है सर बस अपना ध्यान मुझपे लगाने के बजाय प्रोजेक्ट समझने में लगाते तो पूरा समझ आ जाता !”
अनुराग उसकी इस बात से खामोश हो गया और नैना वहा से चली गयी ! अनुराग ने कोहनी टेबल पर टिका ली और हथेली गाल से लगाकर बुदबुदाया,”उफ्फ्फ ये लड़की इसे इम्प्रेस करना इतना भी आसान नहीं है अनुराग , बहुत मेहनत करनी पड़ेगी !”


नैना अनुराग के केबिन से निकलकर सीधा केंटीन में ही चली आयी चाय ली और लेकर टेबल पर आ बैठी ! केंटीन में कुछ और लोग भी थे जो अपनी धुन में थे ! कोई खा रहा था कोई कॉफी पि रहा था कोई बैठकर गप्पे लड़ा रहा था ! नैना ने अपनी चाय ख़त्म की और वापस अपने केबिन में आ गयी ! सभी अपने अपने कामो में लगे थे नैना का आज का काम खत्म हो चुका था ऑफिस छूटने में अभी आधा घंटा था ऐसे में नैना बैठकर क्या करे ?

वह अपने कम्प्यूटर पर गेम खेलने लगी लेकिन नैना को कुछ समझ नहीं आ रहा था कुछ देर बाद ही जय उधर से निकला नैना को गेम खेलते देखकर वह उसके पास आया और कहा,”ये गेम खेलना लड़कियों के बस की बात नहीं है !” नैना ने जय की और देखा और कहा,”बेटा हम तुम्हारी जिंदगी से खेल ले ये तो फिर भी गेम है !”
बेचारा जय एक बार फिर नैना से अपनी बेइज्जती करवाकर वहा से चला गया !! शाम को तीनो साथ साथ घर के लिए निकल गयी ! नैना रुचिका और शीतल तीनो की लाइफ अब पहले जैसे ही खुश और अच्छी चल रही थी !!

ऑफिस में भी एक महीना पूरा होने वाला था और तीनो खुश थी अपनी आने वाली सेलेरी को लेकर !! दिन इतनी जल्दी गुजरे की पता ही नहीं चला एक सुबह नैना सो रही थी , शीतल उठ चुकी थी और नहाकर आयी थी !! तभी बेल बजी शीतल अपने गीले बालो को तौलिये इ लपेटकर आयी और दरवाजा खोला तो पाया सामने हाथ में लिफाफा लिए अवि खड़ा था ! शीतल ने उसे देखा तो मुस्कुरा दी और कहा,”अरे आप ! सुबह सुबह !”


“दरअसल कल रात में ही वापस आया हूँ , आज शाम को मेरी पोर्ट्रेट्स का एग्जीबिशन है ,, अब यहा दिल्ली में मेरे कोई फ्रेंड्स तो नहीं है इसलिए सोचा ये पासेज आपको दे दू ,, इफ यू डोंट माइंड आज शाम आप सब वहा आये तो मुझे अच्छा लगेगा मैंने सार्थक को भी कहा है आने के लिए आप लोग उसके साथ आ सकती है ! दिल्ली में ये मेरी फर्स्ट एग्जीबिशन है !”,अवि ने सारी बातें सहजता से कही !
“कॉंग्रेट्स ! मैं कोशिश करुँगी !”,शीतल ने पास लेते हुए कहा !


“थैंक्स !”,अवि ने कहा उसकी नजरे तो बस नैना को ढूंढ रही थी लेकिन नैना के दर्शन उसे नहीं हुए उसे खोया देखकर शीतल ने कहा,”कुछ चाहिए आपको ?”
“न न नहीं , रुचिका दिखाई नहीं दे रही !”,अवि ने कहा
“वो नहाने गयी है !”,शीतल ने पास देखते हुए कहा


“ओह ओहके , आप उसे भी आने को बोल देना और.,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,अवि के मुंह में बात अटक गयी तो शीतल ने कहा,”और ?”
“और नैना भी आएगी तो मुझे अच्छा लगेगा !”,अवि ने कहा
“ठीक है मैं उसे भी कह दूंगी !”,शीतल ने कहा और अंदर चली गयी ! अवि वापस अपने कमरे में लौट आया और बेड पर रखे अपने सारे फोटोज देखने लगा ! उसने एक खूबसूरत सा पोर्ट्रेट उठाया और उसे उंगलियों से छूकर कहा,”ये तस्वीरें मेरी जिंदगी के सबसे बेस्ट और परफेक्ट क्लिक है !”


उधर नैना उठी और बाहर आयी अपने लिए चाय बनाकर वह पिने लगी तो शीतल ने उसे पासेज के बारे में बताया जो की अवि ने दिए थे ! नैना ने जब सूना तो कहा,”सॉरी बेब मैं नहीं जा रही तुम और रुचिका जाना , मुझे ये सब देखने में कोई इंट्रेस्ट नही है !”
“चलो यार अवि खुद पैसेज देकर गया है , उसने कहा है तुम्हे और रूचि को भी साथ लाने को !”,शीतल ने कहा
“कौन वो पडोसी ?”,नैना ने चाय पीते हुए कहा


“अब उस से क्या प्रॉब्लम है तुम्हे ?”,शीतल ने कहा तो नैना उसके पास आयी और कहा,”वो आँखों से जादू करता है , 10 सेकेण्ड उसकी आँखों में देखो ना इंसान सब भूल जाता है !”,नैना ने अपनी बड़ी बड़ी पलके झपकाते हुए कहा
“ये क्या बोल रही हो तुम ? सुबह सुबह चाय का नशा हो गया है तुम्हे ,, जाकर नहा लो ऑफिस जाना है !”,शीतल ने उसे साइड करते हुए कहा और चली गई ! नैना नहाने चली गयी , तैयार होकर तीनो ने नाश्ता किया और उसके बाद ऑफिस जाने लगी लेकिन नैना को उसका फोन नहीं मिल रहा था !


“रिंग जा रही है लेकिन सुनाई क्यों नहीं दे रहा ?”,रुचिका ने अपना फोन से लगाए हुए कहा !
“साइलेंट पर है !”,कहकर नैना ने अपना निचला होंठ दाँतो तले दबा लिया ! रुचिका ने देखा तो कहा,”तुम्हारा फोन कबसे साइलेंट पर रहने लगा ?”
“अरे कुछ नहीं यार वो रिश्तेदारों के फोन बार बार आ रहे थे , इसलिए मैंने ही कर दिया !”,नैना ने मासूमियत से कहा


“अब कहा ढूंढे उसे ? ऑफिस के लिए भी देर हो रहा है”,रुचिका ने परेशानी भरे भाव में कहा तो नैना ने कहा,”तुम लोग चलो मैं ढूंढकर लाती हूँ !”
“आर यू स्योर ?”,शीतल ने पूछा
“अरे हां बाबा , तुम लोग चलो !”,नैना ने कहा और कमरे में चली आई ! रुचिका और शीतल निकल गयी नैना अपना फोन ढूंढने लगी ! उसकी किस्मत अच्छी थी बेड के एक कोने में दबा उसे अपना फोन मिल गया !

उसने फोन जेब में रखा और जल्दी से अपना बैग लेकर चली गयी ! बाहर आकर गेट लॉक किया और लिफ्ट की और भागी लिफ्ट को बंद होता देखकर वह चिल्लाई,’रुको रुको रुको प्लीज !”
लिफ्ट रुकी नैना जल्दी से अंदर घुसी और निचे जाने के लिए बटन दबा दिया ! लिफ्ट में अवि भी था नैना को वहा देखकर उसके होंठो पर मुस्कान तैर गयी जबकि नैना का ध्यान उस और गया ही नहीं जैसे ही वह पलटी अवि को देखकर कहा,”तुम ?”


अवि कुछ कहता इस से पहले ही नैना का पैर फिसला जैसे ही वह गिरने को हुई अवि ने उसे अपनी बांहो में सम्हाल लिया और एक बार फिर नैना की नजरे अवि की नजरो से जा मिली और वह उनमे देखते रही ! अवि ने मजबूती से नैना की कमर को थामा हुआ था नैना के बालो का जुड़ा खुल गया बाल निचे झूल रहे थे ! लिफ्ट निचे आकर रुकी दरवाजा खुला लेकिन अवि नैना को थामे उसकी आँखों में देखते हुए वैसे ही खड़ा रहा ! कुछ ही दूर खड़ी रूचि और शीतल ने जब ये नजारा देखा तो दोनों के मुंह खुले के खुले रह गए !

नैना वो भी अवि के साथ रुचिका को तो ये सबी देखकर ही गुदगुदी सी होने लगी थी ! नैना को होश आया तो उसने खुद को सम्हाला और अवि को पीछे धक्का देकर बाहर चली आई , लेकिन अवि अभी भी बदहवास सा नैना को देख रहा था ! लिफ्ट वापस बंद होकर ऊपर चली गयी !
“देखा मैंने कहा था ना वो लड़का आँखों से जादू करता है , शीतल को मेरी बात पर यकीन ही नहीं है !”,बड़बड़ाते हुए नैना उन दोनों के पास आयी और फिर तीनो ऑफिस के लिए निकल गयी !

नैना के उखड़े मूड को देखकर रुचिका ने उस से कुछ ना पूछने में ही भलाई समझी ! तीनो ऑफिस आकर अपना काम करने लगी ! अनुराग किसी ना किसी बहाने सिर्फ नैना को देखने के लिए ऑफिस के 4 चक्कर लगा लेता था लेकिन नैना ने अनुराग में कोई इंट्रेस्ट नहीं दिखाया ,, ऑफिस में वह सिर्फ अपने काम पर नजर रखती थी , बाकि टाइम अपने फोन में या फिर केंटीन !! शाम को तीनो ऑफिस से बाहर आयी 5 बज रहे थे ! शीतल ने पासेज निकालकर कहा,”अवि का एग्जीबिशन 6 बजे तक है , हमे चलना चाहिए !”


“तुम दोनों जाओ मैं घर जा रही हूँ”,नैना ने अपने फोन में देखते हुए कहा
“क्यों ? तुम भी चलो ना !”,रुचिका ने कहा
“हां तो तुम लोग जाओ ना मुझे नहीं जाना”,नैना ने चिढ़ते हुए कहा


“तुम्हे अवि से प्रॉब्लम है या उसके प्रोफेशन से ,, या फिर तुम्हे लगता है की उस से बार बार मिलने से तुम्हे उस से प्यार हो जाएगा !”,शीतल ने कहा , शीतल की आखरी बात ने सीधा नैना के दिल पर चोट की नैना ने शीतल के हाथ से पासेज लिए और देखकर कहा,”चलो !”


“थैंक्यू , आई ऍम स्योर तुम्हे बड़ा मजा आएगा !”,रुचिका ने उसे साइड हग करते हुए कहा और उसके बाद तीनो आर्ट गैलरी पहुंची जहा अवि की एग्जीबिशन लगी थी ! तीनो अंदर आयी अवि उन्हें दूर से ही दिख गया ब्लैक शर्ट और डेनिम में वह बहुत स्मार्ट लग रहा था , उस पर उसकी हल्की दाढ़ी मुछे उस पर जच रही थी ! नैना धीरे चल रही थी रुचिका और शीतल थोड़ा आगे निकल गयी ! अवि शीतल और रुचिका के पास आया और कहा,”तुम लोग देखो मैं दो मिनिट में आया !”


शीतल और रुचिका ने देखा नैना पीछे है तो उसे आवाज देकर बुला लिया ! नैना उनके पास आयी और तीनो अवि के कलेक्शन के सामने आकर रुक गयी ,, अवि का सब्जेक्ट था इमोशन्स , पहली तस्वीर एक बच्ची की थी जो स्कूल की और देख रही है , उसकी आँखों में पढ़ने का भाव साफ नजर आ रहा था ! ऐसी ही दूसरी अच्छी तस्वीरें और थी लेकिन जैसे ही शीतल आगे बढ़ी उसकी नजर एक तस्वीर पर गयी जिसमे सड़क पर एक लड़की जो बिल्कुल नैना जैसी दिख रही थी अपने बालो को साइड करने के लिए हाथ को सर से लगाए हुए थी !

शीतल को थोड़ा अजीब लगा रुचिका और नैना तो अभी तक दूसरे नंबर की फोटो के लिए ही बहस कर रहे थे ! शीतल आगे बढ़ी अगली तस्वीर भी नैना की ही थी जिसमे वह एक कप थामे ख़ुशी से भरकर उसे चुम रही थी ! शीतल को कुछ समझ नहीं आ रहा था की आखिर अवि ने नैना की तस्वीरें क्यों बनाई ! अगली तस्वीर बारिश में भीगती लड़की का पोर्ट्रेट था और वह भी लगभग नैना जैसी ही थी ! इनके अलावा अलग अलग इमोशंस लिए नैना की 4-5 तस्वीरें वहा और थी और सब एक से बढकर एक थी !

शीतल ने रुचिका को बुलाया और नैना की वो सब तस्वीरें दिखाई तो रुचिका ने कहा,”यार ये कितनी ऑसम लग रही है , इतनी सुन्दर फोटोज ओह्ह माय गॉड !”
“अगर नैना ने इन्हे देखा तो अवि के लिए उसका रिएक्शन क्या होगा ?”,शीतल ने थोड़ी चिंता जताते हुए कहा


“क्या रिएक्शन ? , मुझे भी दिखाओ !”,नैना ने दोनों को साइड करके कहा तो उसकी नजर अपनी तस्वीरों पर गयी उसे कुछ समझ नहीं आया की उसकी तस्वीरें यहाँ क्यों है ? नैना कुछ कहती इस से पहले ही एक आदमी आया और उन तस्वीरों को देर तक देखता रहा , अवि भी तब तक आ चुका था आदमी ने अवि से उनमे से एक तस्वीर देने को कहा !


“सॉरी सर ये मैं नहीं दे सकता !”,अवि ने कहा
“व्हाई आप दुगुने पैसे ले लीजिये”,आदमी जैसे उस तस्वीर पर मर मिटा था लेकिन पास खड़ी नैना पर उसका ध्यान नहीं गया नैना कभी अवि तो कभी उस आदमी को देख रही थी ! अवि ने अपनी जेब से रुमाल निकाला और नैना की तस्वीर को साफ करते हुए कहा,”सॉरी सर ये इमोशंस बेचने के लिए नहीं है !”

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Sanjana Kirodiwal

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