Haan Ye Mohabbat Hai – 95
Haan Ye Mohabbat Hai – 95
अखिलेश की बातें सुनकर मीरा का दिल धड़कने लगा। मीरा ने अपना फोन निकाला और कुछ टाइप किया लेकिन वह किसी को भेज पाती इस से पहले ही अखिलेश ने उसके हाथ से फोन लिया और फेंकते हुए कहा,”किसे फोन मिला रही हो मीरा ? उस अक्षत व्यास को , वो तुम्हारा फोन नहीं उठाएगा ,,,,,,,,,,,,,,वो तुम से नफरत करता है मीरा,,,,,,,,,,,!!”
अखिलेश के मुंह से अपने लिये सीधा मीरा और तुम सुनकर मीरा को और भी अजीब लगा और उसने कहा,”ये सब क्या है अखिलेश जी ? आप इस तरह की बातें क्यों कर रहे है ?”
अखिलेश ख़ामोशी से मीरा को देखता रहा और कुछ देर बाद कहा,”ये बकवास नहीं मीरा , प्यार है। वो प्यार जो मैं तुम से करता हूँ। कितने ही सालो से मैं ये इंतजार कर रहा हूँ कि तुम मुझे मिलोगी , उस अक्षत व्यास को छोड़कर मेरे पास आओगी लेकिन तुम,,,,,,,,,,उस अक्षत व्यास ने तुम्हारे साथ इतना गलत किया इसके बाद भी तुम उसके पास वापस जाना चाहती हो,,,,,,,,,,,,क्यों मीरा ? आखिर क्या है ऐसा उस अक्षत में ?”
“हम सोच भी नहीं सकते अखिलेश जी आप हमारे बारे में ये सब,,,,,,,,,,,,,,,,,हमने आपको बहुत अच्छा दोस्त समझा , आप पर भरोसा किया और आपने हमारे साथ,,,,,,,,,,,आप ऐसा कैसे कर सकते है ? आपने हम से पूछा ना अक्षत जी में ऐसा क्या है ? तो सुनिए अक्षत जी वो इंसान है जिन पर हम आप जैसे 100 अखिलेश कुर्बान कर सकते है , अक्षत जी वो इंसान है जो हम से दूर रहकर भी सिर्फ हमारे रहे , अक्षत जी वो इंसान है जो हम से नाराज होकर भी हमारे अच्छे के लिये हमेशा हमारी ढाल बनकर खड़े रहे और अक्षत जी वो मर्द है जिन्होंने अपने फायदे के लिये कभी किसी औरत के साथ गलत नहीं किया।
आप उनकी आप बराबरी क्या करेंगे,,,,,,,,,,,आपके उनके बराबर खड़े होने लायक भी नहीं है। आज हमे समझ आ रहा है क्यों वो हमेशा ये कहते थे कि हम बहुत जल्दी लोगो पर विश्वास कर लेते है और उन्हें अपना समझ लेते है,,,,,,,,,,,,,,आज हमे समझ आया कि आप कितने घटिया और बेकार इंसान है।”,मीरा ने कहा
“मीरा , मीरा तुम मुझे गलत समझ रही हो , तुम , तुम बैठो मैं तुम्हे समझाता हूँ,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए अखिलेश ने जैसे ही अपना हाथ मीरा की तरफ बढ़ाया मीरा ने खींचकर एक थप्पड़ अखिलेश को मारा और गुस्से से कहा,”खबरदार अगर हमे छूने की कोशिश भी की तो हम से बुरा कोई नहीं होगा,,,,,,,,,!!”
मीरा के थप्पड़ मारे जाने का अखिलेश को ज़रा भी अफ़सोस नहीं था। अखिलेश ने अपने गाल से हाथ लगाए मीरा को देखा और कहा,”तुम चाहो तो ऐसे 100 थप्पड़ मुझे मार सकती हो मीरा,,,,,,,,, मैं उफ़ तक नहीं करूंगा लेकिन तुम्हारे होंठो पर उस अक्षत व्यास का नाम मुझे तकलीफ देता है। मैं नफरत करता हूँ उस से , उसकी हर बात से , उसके जिक्र से,,,,,,,,मैं उसे तुम्हारे साथ बर्दास्त नहीं कर सकता मीरा,,,,,,,,,,,,,,तुम ये क्यों नहीं समझती ?”
आखिर में अखिलेश चिल्ला उठा जिस से मीरा एक बार फिर सहम गयी। मीरा को अब यहाँ रुकना सही नहीं लगा तो उसने कहा,”आपका दिमाग खराब हो चुका है अखिलेश जी ये सब आप नहीं आपके सर चढ़ी ये शराब बोल रही है। हम आपसे कल बात करेंगे,,,,,,,,,,,,!!”
कहकर मीरा दरवाजे की तरफ बढ़ गयी अखिलेश कुछ देर ख़ामोशी से खड़े रहा और फिर एकदम से मीरा के सामने आकर कहा,”मीरा , तुम मुझे ऐसे छोड़कर नहीं जा सकती ,, मैं जानता हूँ तुम भी मुझसे प्यार करती हो तुम , तुम बस उस अक्षत की वजह से डर रही हो,,,,,,,, तुम्हे , तुम्हे उस से डरने की जरूरत नहीं है मीरा मैं हूँ न मैं उसे रास्ते से हटा दूंगा,,,,,,,,,,वैसे ही जैसे उसकी बेटी को हटाया था,,,,,,,,,,!”
अखिलेश की बात सुनकर मीरा को एक धक्का सा लगा उसने फटी आँखों से अखिलेश को देखते हुए कहा,”क्या कहा आपने ? ज़रा फिर से कहिये,,,,,,,,,,,,,!!”
लेकिन अगले ही पल अखिलेश को भी याद नहीं रहा उसने नशे में मीरा से क्या कहा ? वह ऐसे ही कुछ बड़बड़ाने लगा तो मीरा ने दोनों हाथो से उसकी कॉलर पकड़ी और तड़पते हुए कहा,”क्या किया आपने हमारी बेटी के साथ ? क्यों मारा आपने उसे ? अखिलेश जी बोलिये क्या किया आपने हमारी बेटी के साथ ?”
अखिलेश ने मीरा से अपनी कॉलर छुड़वाई और कहा,”छोडो ना मीरा इन बातो का अब कोई मतलब नहीं है , तुम , तुम मुझसे शादी कर लो बस ,, मेरे साथ रहोगी तो सब अच्छा हो जायेगा,,,,,,,,,,!!”
“हम आपसे शादी नहीं कर सकते अखिलेश,,,,,,,,,,,,,अपनी हद में रहो।”,मीरा ने अखिलेश को पीछे धकियाते हुए गुस्से से कहा
अखिलेश गिरते गिरते बचा उसने खुद को सम्हाला और मीरा की तरफ आते हुए कहा,”शादी नहीं कर सकती तो क्या हुआ मेरे साथ सुहागरात तो मना ही सकती हो”
मीरा ने सुना तो गुस्से से उसका चेहरा लाल हो उठा। अखिलेश अब बदतमीजी पर उतर आया था। मीरा ने दरवाजे की तरफ जाने की कोशिश की तो अखिलेश ने उसे पीछे धक्का दे दिया और वह सोफे पर आ गिरी
“हमारे पास मत आना अखिलेश , हमे छूना नहीं”,मीरा ने घबराये हुए स्वर में कहा लेकिन शराब अखिलेश पर हावी थी वह मीरा को देखते हुए उसकी तरफ बढ़ा। उसने मीरा के गले मे पड़ा दुपट्टा निकालकर फेंक दिया और जैसे ही अपना हाथ मीरा की तरफ बढ़ाया मीरा ने डर के मारे अपनी आँखे बंद कर ली।
अखिलेश ने जैसे ही मीरा को छुआ मीरा ने अखिलेश को एक धक्का दे मारा और वहा से भागने लगी लेकिन नीचे जमीन पर गिरे अखिलेश के हाथ में मीरा का हाथ आ गया और वह मुँह के बल नीचे जमीन पर आ गिरी। मीरा के सर और होंठ पर चोट लगी। वह इतनी जोर से गिरी की उठ भी नहीं पायी लेकिन हिम्मत करके उसने अपने दूसरे पैर को अखिलेश के मुँह पर मारा और अखिलेश ने उसका पैर छोड़ दिया। मीरा रेंगते हुए दरवाजे की तरफ आयी।
वह लगभग दरवाजा खोल चुकी थी लेकिन बाहर जाती इस से पहले अखिलेश ने आकर मीरा के बालों को मजबूती से पकड़ा और उसे घसीटते हुए अंदर ले जाने लगा। मीरा पहले से घायल थी और ऐसा करते हुए उसे और चोटे लग गयी वह लगभग बेहोश की हालत में आ गई उसके नाक से खून निकलने लगा। उसने उम्मीद भरी नजरो से दरवाजे की तरफ देखा लेकिन वहा उसे बचाने वाला कोई नहीं था।
अखिलेश ने लाकर मीरा को सोफे पर पटका , शराब का नशा अब लगभग कम हो चुका था लेकिन हैवानियत का नशा अब भी अखिलेश के सर पर सवार था। मीरा में अब इतनी हिम्मत नहीं बची थी कि वह अखिलेश का सामने कर पाये। अखिलेश ने जैसे ही उसकी तरफ अपना हाथ बढ़ाया मीरा ने अपनी आँखे मूंद ली। अखिलेश मीरा को छू पाता इस से पहले ही किसी ने आकर उसकी गर्दन दबोची और एक घूंसा उसके मुंह पर मारते हुए कहा,”तुम्हारी हिम्मत कैसे हुयी मीरा को हाथ लगाने की ?”
अक्षत की दमदार आवाज जैसे ही मीरा के कानों में पड़ी मीरा ने आँखे खोली अक्षत उसके सामने खड़ा था। अक्षत को वहा देखकर मीरा की आँखों में आँसू भर आये। अक्षत ने मीरा को देखा तो कहा,तुम ठीक हो मीरा ?”
मीरा कुछ बोल ही नहीं पायी , उसकी बुरी हालत देखकर अक्षत ने कहा,”जीजू ! मीरा को सम्हालिए,,,,,,,,,!!”
कहते हुए अक्षत ने जमीन पर गिरे अखिलेश को उठाया और दोनों हाथो से उसकी कॉलर पकड़कर गुस्से से कहा,”तेरी हिम्मत कैसे हुई मीरा के साथ ऐसा बर्ताव करने की,,,,,,,,,,,,,!!”
अक्षत ने अखिलेश को बुरी तरह से पीटना शुरू कर दिया। आज मीरा ने अक्षत को नहीं रोका अखिलेश ने जो किया वो शर्मनाक था और उसकी यही सजा थी। अक्षत की मार से अखिलेश अधमरा हो गया उसके नाक मुंह से खून निकलने लगा लेकिन अक्षत कहा रुकने वाला था। अक्षत को तकलीफ में देखकर मीरा ने रोते हुए कहा,”अक्षत जी , इसने हमारी अमायरा को मार डाला,,,,,,,,,!!”
अक्षत ने जैसे ही सुना हैरानी से मीरा की तरफ देखा तो मीरा ने रोते हुए फिर कहा,”हाँ अक्षत जी इसने कहा इसने हमारी अमायरा को मार,,,,,,,,,,,,,,इसे छोड़ना मत अक्षत जी”
अक्षत ने सुना तो एकदम से बीता पल उसकी आँखों के सामने आ गया और उसका गुस्सा और ज्यादा बढ़ गया। अमायरा के कातिल को अक्षत ढूढ़ रहा था और आज वह उसके सामने था। अक्षत ने गुस्से में यहाँ वहा देखा उसे दिवार के पास रखा एक बड़ा सा फ्लावर पॉट नजर आया। अक्षत ने गुस्से में उसे उठाया और अखिलेश की तरफ बढ़ा
ये सब करके अक्षत किसी मुसीबत में ना पड़ जाये सोचकर जीजू चिल्लाये,”आशु रुक जाओ , ऐसा मत करना”
“तूने मुझसे मेरी बेटी को छीन लिया , तुम्हे भी ज़िंदा रहने का कोई हक़ नहीं है”,अक्षत बदहवास सा बड़बड़ाया
“आशु नहीं , रुक जाओ मैं कहता हूँ ऐसा मत करो,,,,,,,,मीरा मीरा रोको उसे , मीरा वो उसे मार डालेगा”,सोमित जीजू फिर चिल्लाये और मीरा से कहा लेकिन मीरा जैसे बुत बन चुकी थी वह बस बड़ी बड़ी आँखों से अक्षत को देख रही थी
अक्षत ने जैसे ही वो पॉट अखिलेश पर फेंकना चाहा इंस्पेकटर कदम्ब वहा आ पहुंचे और अक्षत को रोकते हुए कहा,”अक्षत रुक जाओ , अखिलेश ने तुम्हारी बेटी को नहीं मारा है,,,,,,,,,,,,!!”
इंस्पेक्टर कदम्ब की बात सुनकर अक्षत रुक गया और इंस्पेकटर कदम्ब की तरफ पलटा
अक्षत को अपनी ओर देखते पाकर इंस्पेक्टर कदम्ब ने कहा,”हाँ अक्षत मैं सच कह रहा हु , अखिलेश ने तुम्हारी बेटी को नहीं मारा है।”
अक्षत ने सुना तो पलटकर जमीन पर गिरे अखिलेश को देखा और हाथ में पकड़ा पॉट साइड में फेंक दिया। गुस्सा और तकलीफ उसके चेहरे से साफ झलक रहे थे एक बार फिर वह अमायरा के कातिल के बारे में जाने बिना रह गया और यही बात उसे परेशान कर रही थी।
इंस्पेक्टर कदम्ब अक्षत के पास आया और कहा,”सौंदर्या और विवान सिंह से पूछताछ के दौरान पता चला कि इन सब में अखिलेश भी उनके साथ शामिल था , साथ ही साथ एक फॉरेन कम्पनी से भी अखिलेश की डील चल रही थी , वह चाइल्ड होम को सेल कर वह रह रही बच्चियों को फॉरेन भेजने का प्लान कर रहा था , वो फॉरेन कम्पनी विदेशो में लड़किया सप्लाई करने का काम करती है।
सौंदर्या , विवान सिंह और अखिलेश तीनो अमायरा को रास्ते से हटाना चाहते थे , सौंदर्या और विवान सिंह का मकसद साफ था वे दोनों जायदाद के लिये ऐसा करना चाहते थे और अखिलेश का मकसद सिर्फ मीरा के करीब आना था लेकिन इन तीनो ने ही अमायरा को नहीं मारा ,, उसका कातिल कोई और है,,,,,,,!!”
अक्षत ने सुना तो उसका सर घूमने लगा आखिर अमायरा का कातिल उस से क्या चाहता था ? इंस्पेकटर कदम्ब ने आगे कहा,”कुछ दिन पहले ही सिरपुर झील पर हमारी टीम ने अखिलेश को एक पार्सल बॉक्स के साथ देखा था , पता चला वो पार्सल बॉक्स सौंदर्या ने ही रखवाया था जिस से मीरा अपने पिता को अमायरा का कातिल मानकर उनके जाल में फंस जाये।”
“आखिर वो मुझसे चाहता क्या है ? क्यों खेल रहा है वो मेरे साथ ?”,अक्षत एकदम से चिल्ला उठा
इंस्पेकटर कदम्ब ने अपने साथ आये कॉन्स्टेबल से कहा,”गिरफ्तार कर लो उसे और लेकर चलो थाने , अक्षत होश से काम लो मत भूलो तुम अपनी मंजिल के बहुत करीब हो,,,,,,,,,,,,,हम जल्द ही पता लगा लेंगे इन सब के पीछे कौन है ?”
इंस्पेक्टर कदम्ब अखिलेश को लेकर वहा से चले गए
अक्षत ने डरी हुई मीरा को देखा वह जैसे ही उसके पास जाने लगा उसका फोन बजा अक्षत ने फोन कान से लगाया,”कोन्ग्रेचुलेशन मिस्टर व्यास आखिर तुमने मीरा को बचा लिया लेकिन मीरा के पापा का क्या ? मैंने सुना वो घर पर अकेले है,,,,,,,,,,,,उनके साथ कुछ भी हो सकता है , अगर किसी ने घर के सिलेंडर की गैस लीक कर दी तो दम घुटने से उनकी मौत भी हो सकती है,,,,,,,तुम्हारे पास ज्यादा वक्त नहीं है,,,,,,,,,,,ऑल द बेस्ट”
अक्षत ने जैसे ही सुना उसके चेहरे के भाव बदल गए। उसने जीजू की तरफ देखकर जल्दी से अपना फोन जेब में रखा और कहा,”जीजू आप मीरा को लेकर हॉस्पिटल जाईये मैं बाद में मिलता हूँ,,,,,,,,,,!!”
“लेकिन तू जा कहा रहा है ?”,सोमित जीजू ने परेशानी भरे स्वर में कहा
“जीजू मेरे पास इतना टाइम नहीं है आप मीरा को लेकर हॉस्पिटल जाईये प्लीज”,कहते हुए अक्षत अखिलेश के घर से बाहर निकल गया।
सोमित जीजू मीरा को लेकर उसकी गाड़ी से हॉस्पिटल के लिये निकल गए। मीरा उनके बगल में ही बैठी थी। उन्होंने गाड़ी चलाते हुए मीरा की तरफ देखा और कहा,”बस थोड़ी देर मीरा हम हॉस्पिटल पहुँचने वाले है , तुमने लोकेशन भेजकर अच्छा किया वरना आज कुछ भी हो सकता था।”
“अक्षत जी , वो ठीक नहीं है जीजू ,, आपको उन्हें अकेले जाने देना नहीं चाहिए था,,,,,!!”,मीरा ने दर्द से तड़पते हुए कहा
“वो बहुत जल्दी में कही गया है शायद वो किसी बड़ी मुसीबत में है,,,,,,,,,,तुम चिंता मत करो मैं कुछ करता हूँ।”,सोमित जीजू ने कहा
मीरा ने अपनी आँखे मूंदी और सर सीट से लगा लिया ,, मीरा की आँखों के सामने कुछ देर पहले घटी घटना आ गयी वह अक्षत से मिली भी तो ऐसे हालातो में,,,,,,,,,!!”
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संजना किरोड़ीवाल
Yr yeh Akhilesh to sirf ek mohra hai…lakin asli katil koi aur hai…par kon hai… bahot dimag goom gaya re….khar lakin akhilesh k gande kaarnamo ka to pta chal gaya hai…hey bhagwan usne kya planing ki hui thi…bachchino ko videsh m bechne ki planing aur child home ko bhi bechne ki deal chal rhi thi… Meera to bahut khatarnak logo se gihri hui thi… Akshat aur somit Jiju ne bacha liya usse
Meera dang reh gayi Akhilesh ka asli chehra dekh kar sahi waqt per Akshat ne Meera ko Akhilesh ke galath irade se bacha liya aur Inspector usse pata chala ki Amaira ka khalit Akhilesh nahi hai yeah bi Soundarya aur Vivaan Singh ke saath mila hua hai aur isne foreign country se child home sale karke waha ke bachaoo ko foreign supply ka plan hai bolkar bataya Akhilesh ne Meera ko toh bachaa liya per ab Amar ji ki jaan khatre me hai..i hope Akhilesh jald uss Aadmi tak paunche voh uski life me itni saari pareshani create kar raha hai…interesting part Maam♥♥♥♥♥
🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
Shub hi hh pakka
Akhir ye insan hai kon aur chahta kya hai Akshat se mujhe laga Akhilesh me itni to insaniyat hogi ki vo ek bachee ko nuksan nahi pahunchaega lekin akhilesh to haiwan se bhi battar nikla ab ye insan jo bhi hai Akshat chodna mat usse.
@binduneriya akhilesh nahi akshat