Category: Pakizah Ak Napak Jindagi

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 21

Pakizah – 21 Pakizah – 21 ट्रेन में आकर रुद्र अपनी सीट पर आ बैठा l डिब्बे में लोग ठसाठस भरे थे l रुद्र उनके बीच से होता हुआ अपनी सीट पर आ बैठा l किस्मत अच्छी थी कि उसे खिड़की...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 20

Pakizah – 20 Pakizah – 20 अम्माजी के बुलाने पर पाकिजा सर झुकाये उनके सामने आकर खड़ी हो गयी l अम्माजी ने साथ बैठे अधेड़ उम्र के आदमी से कहा,”देख लीजिए ! एकदम नया पीस है अभी तक इसकी मुंह दिखाई...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 18

Pakizah – 18 Pakizah – 18 ( अब तक आपने पढ़ा रूद्र रागिनी को असलम की फीलिंग्स के बारे में बताता है और मुंबई के लिए निकल जाता है l सफर में रूद्र एक बार फिर पाकीजा की डायरी खोलकर पढ़ने...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 17

Pakizah – 17 Pakizah – 17 ( अब तक आपने पढ़ा रागिनी रुद्र के घर उसे शाम के फंक्शन के लिए इनवाइट करने आती है , साथ ही अलसम से मुलाकात के दौरान उसे पता चलता है कि वह रागिनी को...

पाकीजा – एक नापाक जिंदगी 16

Pakizah – 16 Pakizah – 16 ( अब तक आपने पढ़ा अम्माजी मुरली को अपने कोठे से निकाल देती है !! कहानी को पढ़ने वाले रूद्र को अहसास होता है की वह रातभर सोया नहीं है , सुबह जब दरवाजे पर...
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