Main Teri Heer – 35 गौरी के हाथो में मेहँदी लग रही थी वही ऋतू , प्रिया और काशी मिलकर पिज्जा खा रहे थे। काशी ने मेहँदी लगाने वाली लड़कियों को भी खाने को कहा।“ए ! तुम लोग कितने बुरे हो...
Main Teri Heer – 34 वंश ने अपनी आवाज बदल कर नवीन से बात की और कहा कि मैं गौरी बोल रही हूँअनजान नंबर से एक लड़की की आवाज सुनकर नवीन ने कहा,”गौरी कौन ?”“अरे अंकल गौरी , इंदौर से जिसकी...
Main Teri Heer – 33 सुबह सुबह मुरारी के घर में लग्जरी बस खड़ी थी। इंदौर के लिये सुबह जल्दी निकलना था। इतने लोगो के लिये फ्लाइट के और ट्रैन के टिकट्स बुक करने से अच्छा मुरारी ने बस ले जाना...
Main Teri Heer – 32 शक्ति का घर , इंदौरदेर रात शक्ति घर आया। मेन गेट से अंदर आकर जैसे ही घर दरवाजा खोलने के लिये जेब से चाबी निकाली शक्ति का ध्यान गेट के बाहर रखे बैग पर गया। शक्ति...
Main Teri Heer – 31 रात के 10 बज रहे थे और शाम को घर आया वंश अभी तक सो रहा था। वंश अकेला था और मुन्ना भी वापस बनारस जा चुका था। वंश की आँख खुली वह अपनी आँखे मसलते...