बेपनाह इश्क़
Bepanah Ishq – 1
Bepanah Ishq by Sanjana Kirodiwal
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Bepanah Ishq – 1
कब , कहा , किससे होना है ये किसी को चुनता कहा है
ये इश्क़ है मेरे साहिब , ये तेरी मेरी सुनता कहा है
कॉलेज की पढ़ाई ख़त्म होते ही घर में भूमि की शादी की बातें शुरू हो गयी ! भूमि का पूरा नाम भूमिका अग्रवाल है अपने पिता विक्रम अग्रवाल और माँ जया अग्रवाल की इकलौती बेटी होने के कारण बचपन से ही उसकी हर जिद और खवाहिश को पूरा किया गया , घर में सब उसे भूमि के नाम से ही बुलाते थे , विक्रम तो उस पर जान छिड़कता था , भूमि की जरा सी तकलीफ पर वह तड़प उठता था l
पढ़ाई में भूमि औसत थी पर उसे लिखना बहुत पसंद था , बचपन से उसे एक मुकाम हासिल करने का जूनून सवार था , वह हमेशा अपनी कल्पनाओ को कविता और कहानियो का रूप दिया करती थी , उसकी कुछ कविताये अख़बार और पत्रिकाओं में भी प्रकाशित हो चुकी थी l
दोस्त के नाम पर स्कूल कॉलेज में सबसे वह हमेशा हसकर बात करती थी , पर बचपन से एक खास दोस्त थी आरफा थी , आरफा और भूमि का घर पास में ही था दोनों बचपन से लेकर अब तक साथ साथ थी , कोई भी बात होती तो दोनों सबसे पहले एक दूसरे को आकर बताती थी , और अपना अधिकतर समय एक दूसरे के साथ ही बिताया करती थी …
विक्रम हॉल में सोफे पर बैठे अख़बार में नजर गड़ाए हुए थे , जया चाय लेकर आयी और उनके पास बैठते हुए कहा – आप भूमि से बात कीजिये ना , भाईसाहब ने उसके लिए बहुत अच्छा रिश्ता बताया है , लड़का सुन्दर सुशील है सरकारी नौकरी है और सबसे बड़ी बात हमारे शहर से ही है जब भी दिल किया उस से मिल सकते है !!
विक्रम ने अख़बार समेट कर साइड में रखा और चाय का कप उठाते हुए कहा – जया आप खामखा परेशान हो रही है अभी भूमि सिर्फ 21 साल की हुयी है , और मुझे नहीं लगता इतनी जल्दी हमे उसकी शादी के बारे में सोचना चाहिए वो ये जिम्मेदारी ले नहीं पायेगी
जया – आपकी बात समझ सकती हु , और कौनसा अभी उसकी शादी कर रहे पर एक बार लड़के और उसके घरवालों से मिल लेते है …
विक्रम – हम्म्म ! जैसा आप ठीक समझे .
तभी पीछे से आकर भूमि ने उनके गले में बांहे डालते हुए प्यार से कहा – पर हमे अभी शादी नहीं करनी है पापा
विक्रम ने उसका हाथ पकड़कर उसे अपने पास बैठाते हुए कहा – शादी कौन करवा रहा है आपकी माँ की ख़ुशी के लिए बस लड़के से मिलना है ..
भूमि – हमे किसी लड़के से नहीं मिलना , और हम आपको छोड़कर कही नहीं जायेंगे !!
जया – बेटा एक दिन तो हर लड़की को अपने घर जाना पड़ता है
“तो क्या ये घर हमारा नही है माँ – भूमि ने उदास होकर कहा तो विक्रम ने उसका सर सहलाते हुए कहा – किसने कहा ये घर आपका नहीं है , हम , आपकी माँ और ये घर सब आपसे ही तो है , शादी के बाद भी आपका हम सब पर वही हक़ रहेगा जो आज है ,
भूमि – लेकिन हमे शादी नहीं करनी
जया – लड़के से और उसके घरवालों से मिलना है बस , एक बार उनसे मिल लो
भूमि – ठीक है माँ लेकिन लड़के को शायरी तो आती है न
जया – तुम फिर शुरू हो गयी , भूमि उम्मीद है की तुम ऐसी कोई हरकत नहीं करोगी
भूमि – पापाजी एक शेर अर्ज किया है
विक्रम – इरशाद
भूमि – “नशीली आँखे हो , गाल गुलाबी , चाहे पान चबाये …….. लड़का अगर शायरी न जानता तो उसे कहदो टाटा बाय बाय
“वाह्ह वाह बहुत खूब – विक्रम ने हँसते हुए कहा
“आप दोनों बाप बेटी से तो कुछ कहना ही बेकार है , हर बात को हंसी में उड़ा देते है – जया ने कहा
विक्रम ने जया का हाथ पकड़ा और खींचकर उसे भी अपनी दूसरी तरफ बैठा लिया और भूमि और जया के कंधे पर हाथ रखकर कहा – आप दोनों से बढ़कर मेरी जिंदगी में और कुछ नहीं है , और जया आप इतना परेशान मत होईये देखिएगा हमारी भूमि के लिए बहुत अच्छा लड़का मिलेगा जो इसे हमसे भी ज्यादा प्यार करेगा
“आपसे ज्यादा प्यार हमे कोई नहीं कर सकता पापा , मेरा पहला प्यार हमेशा आप ही रहोगे – भूमि ने उनके सीने से लगकर कहा !
विक्रम की आँखों में नमी आ गयी उन्होंने प्यार से भूमि के सर पर हाथ रखते हुए कहा – हमारा बस चले तो हम आपको कभी खुद से दूर ना जाने दे
तीनो की आँखे नम थी तभी आरफा ने अंदर आते हुए कहा – क्या बात है , हम साथ साथ है ,,,,,, एक मिनिट ऐसे ही रहना सब मैं सबकी एक फोटो ले लू – कहकर आरफा ने अपने फोन में उनकी एक अच्छी सी तस्वीर ले ली ,, जया किचन में चली गयी और विक्रम दोनों को वहा छोड़ अपने कमरे की तरफ बढ़ गए ..
“लगता अब हमेशा हमेशा के लिए तूझसे पीछा छूट जाएगा – आरफा ने सामने पड़ी चेयर पर बैठते हुए कहा
भूमि ने कुशन उठाकर आरफा की तरफ फेका और कहा – नहीं छूटेगा , क्योकि तेरी शादी से पहले तो कही जाना है नहीं हमे
आरफा भूमि की शक्ल देख हसने लगी और कहा – हम तो कल ही निकाह करने को तैयार है पर युवान मिया माने तब ना ,
“हां क्योकि वो जानते है तुम जैसी मुसीबत को झेलना कितना मुश्किल है – कहकर भूमि हसने लगती है ,, आरफा नकली गुस्सा दिखाती है और फिर खुद भी भूमि के साथ हसने लगती है कुछ देर बाद आकर भूमि के नजदीक बैठ जाती है और कहती है
” हमने सूना लड़का देखने आ रहा है तुमको ?
“हाँ यार , और हमे ना अभी शादी बिल्कुल नहीं करनी , माँ तो हमारी बात ही नहीं सुन रही और तो और पापा भी आज उनकी हाँ में हाँ मिला रहे है – भूमि ने परेशान होते हुए कहा
आरफा – हाँ तो सही तो है , वैसे भी उम्र निकली जा रही है तुम्हारी
आरफा की बात सुनकर भूमि का चेहरा उतर गया तो आरफा ने कहा – अरे !! बाबा मैं तो मजाक कर रही हु
भूमि – आरफा अभी हमने शादी का सोचा भी नहीं है और तू तो जानती है न अभी हमारी कितनी सारी विश अधूरी है , क्या पता शादी के बाद वो सब पूरी हो या ना हो ?
आरफा – तुझे कोई और पसंद है क्या
“ये कैसी बात कर रही है तू , तुझसे भला मैंने कभी कुछ छुपाया है आज तक ऐसी कोई बात नहीं है यार – भूमी ने कहा तो आरफा थोड़ा सीरियस हो गयी और कहने लगी – मार्किट चलते है , और तेरी वाली तीखी पानी पूरी खाकर आते है तब तक शादी से बचने का कोई ना कोई तरिका निकाल ही लेंगे
आरफा की बात सुनकर दोनों मुस्कुरा उठी !!
कुछ ही देर में तैयार होकर दोनों घर से निकल जाती है भूमि अपनी स्कूटी को लखनऊ शहर के हजरतगंज की तरफ मोड़ देती है वहा पहुंचकर दोनों पहले ढेर सारी शॉपिंग करती है फिर अपने पसंदीदा चाट वाले के पास जाकर तीखी पानीपुरी बनाने को कहती है , लेकिन आज भूमि कही खोयी खोयी सी थी आरफा ने उसके कंधे पर हाथ रखकर कहा – “अरे परेशान ना हो मेरी जान कुछ न कुछ जरूर करेंगे हम
“यार इस बार तो पापा भी माँ की साइड में है , हमारा मन बहुत अशांत है आरफा ! – भूमि ने कहा
आरफा – ठीक है हम दोनों दरगाह चलते है , वहा जाकर थोड़ा अच्छा लगेगा ठीक है
ठीक है – कहकर भूमि मुस्कुरा दी …
अलग अलग धर्म होने के बाद भी आरफा और भूमि ने कभी कोई भेदभाव नहीं किया , भूमि हर साल आरफा के घर ईद मनाती तो आरफा भूमि के साथ दिवाली पर दिए जलाती , दोनों मंदिर साथ जाती और मस्जिद भी ,, घरवालों से छुपकर भूमि ने आरफा के साथ कई बार बिरयानी खायी थी , चाट खाने के बाद दोनों पीर बाबा की दरगाह जा पहुंची , अंदर जाकर आरफा ने भूमि को मन्नत का धागा देते हुए कहा – “तुम मन्नत मांगो हम अब्बू से मिलकर आते है !!
दरअसल आरफा के पिता इसी दरगाह में काम करते थे , आरफा भूमि को छोड़कर दूसरी तरफ चली गयी , आज दरगाह में भीड़ बहुत थी भूमि ने दुपट्टे को सर पर लिया और मन्नत का धागा बांधने के लिए आगे बढ़ गयी जब वो धागा बांध रही थी उसकी उंगलिया यकायक ही जाली के दूसरी तरफ खड़े किसी सख्स की उंगलियों से छू गयी , छूते ही भूमि के दिल में एक अजीब सी बेचैनी हुयी ,
उसने नजरअंदाज कर धागे को बांध दिया , दूसरी तरफ खड़ा शख्स भी मन्नत का धागा बांध रहा था पर भीड़ के कारण भूमि उसे देख नहीं पा रही थी दोनों के धागे एक दूसरे से जुड़कर बंधे थे यही बात भूमि को परेशान कर रही थी ,, धागा बांध वो दूसरी तरफ गयी लेकिन तब तक वो सख्स वहा से जा चूका था ,,
भूमि को परेशान देख आरफा ने कहा – क्या हुआ ?
“कुछ नहीं” – भूमि ने कहा और फिर दोनों दरगाह से निकलकर घर की तरफ चल दी .. भूमि का मन नहीं था इसलिए उसने आरफा से स्कूटी चलाने को कहा और खुद पीछे बैठ गयी ,, आरफा को लगा शायद भूमि शादी की बात से परेशान है …
दूसरी तरफ दरगाह में जो सख्स था वो था आकाश खन्ना ! आकाश पंजाब से था और अपने दोस्तों के साथ घूमने लखनऊ आया था , आकाश के घर में मम्मी पापा और एक छोटी बहन थी , पंजाब में आकाश का ट्रांसपोर्ट का खुद का बिजनेस था वो 24 साल का खूबसूरत नौजवान था ,
घर से ज्यादातर बाहर ही रहता था उसका मानना था जब तक जिंदगी है दुनिया घूम लो ! और इसलिए हर 6 महीने से वो कही न कही घूमने चला जाता कभी दोस्तों के साथ तो कभी अकेले ,, अब तक वो इंडिया की बहुत सी खूबसूरत जगहों पर घूम चुका था !!
पर भूमि को उसके छू जाने से भावनाये क्यों जगी ये कोई नहीं जानता था , दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अनजान थे ..
दोपहर 2 बजे भूमि और आरफा घर पहुंची घर पहुंचते ही जया ने उनपर बम गिराया
“भूमि भाईसाहब से हमारी बात हो गयी है , लड़के वाले कल शाम ही हमारे घर आ रहे है “
भूमि के चेहरे पर हवईया उड़ने लगी उसने आरफा की तरफ़ देखा तो उसने आँखों ही आँखों में उसे शांत रहने का इशारा किया जया के जाने के भूमि ने मिमियाते हुए कहा – यार , वो तो कल ही आ रहा है ? अब हम क्या करे
आरफा – तू चिंता मत कर कल जब वो आएंगे मैं तेरे साथ रहूंगी … कहकर आरफा अपने घर चली गयी
भूमि को सारी रात नींद नहीं आयी अगली सूबह जया घर के कामो में लगी थी मदद के लिए उन्होंने आरफा की अम्मी शबनम को भी बुला लिया , भूमि परेशान सी घर में इधर उधर घूम रही थी दोपहर में भूमि को देखने लड़के वाले आ गए विक्रम और जया आदर सत्कार के साथ उन्हें अंदर ले आये l लड़के के साथ उसके माँ पापा आये थे ,,
सभी अंदर आकर हॉल में बैठ गए विक्रम ने सबका आपस में परिचय करवाया और बैठकर बातें करने लगे !! लड़का इनकम टेक्स विभाग में सरकारी पद पर था उसका शांत स्वभाव और सोच विक्रम और जया को बहुत पसंद आया , शबनम ने भी लड़के से बात की उसे भी लड़का अच्छा लगा ,, सभी चाय नाश्ता करने लगे l
आरफा आयी और सबको नमस्ते करके ऊपर भूमि के कमरे में चली गयी … भूमि सूट पहने तैयार हुए कमरे में इधर उधर घूम रही थी आरफा को देख उसकी जान में जान आयी आरफा उसे शादी से बचने की उटपटांग तरकीब बताने लगी और एक छोटा सा पैकेट देते हुए कहा – अब देखना कैसे वो लड़का खुद ही शादी से इंकार कर देता है
दोनों मुस्कुराने लगी और निचे आ गयी , जया ने चाय की ट्रे भूमि को दी और मेहमानो को तरफ इशारा किया भूमि ने सबको चाय का कप दिया और नजरे झुकाकर सोफे पर बैठ गयी , लड़के के माँ पापा को भूमि बहुत पसंद आयी उन्होंने भूमि से कुछ सवाल जवाब किये और भूमि ने भी पूरी शालीनता से उनके सवालों का जवाब दिया , भूमि के जवाब सुनकर लड़के के घरवाले पूरी तरह संतुष्ट हो चुके थे !!
सब बातो के बाद बारी थी लड़के की उनसे भूमि की तरफ देखा गोल चेहरा , बड़ी बड़ी आँखे , सुर्ख गुलाबी होंठ , बालो को सलीके से बांधा हुआ था , सादगी में उसकी सुंदरता और भी निखर के आ रही थी , लड़के को भूमि अच्छी लगी पर अपनी पसंद नापसंद बताने से पहले उसने भूमि से अकेले में बात करने की इच्छा जताई …
विक्रम ने ख़ुशी ख़ुशी दोनों से ऊपर छत पर जाने के लिए कहा , लड़का उठकर छत पर चला गया कुछ देर बाद भूमि भी छत पर आ गयी ,, भूमि को वहा देखकर लड़के ने कहां – हैलो ! मेरा नाम प्रणय है और आपका ?
– जी भूमि , भूमि नाम है हमारा
“nice name , मेरे काम or फैमिली के बारे में तो आप सब जानती ही है इसके अलावा भी अगर आप कुछ जानना चाहती है तो बेझिझक पूछ सकती है”
– आप अरेंज मैरिज क्यों करना चाहते है ? क्या आपकी कोई गर्लफ्रेंड…………… भूमि ने बात अधूरी छोड़ दी
“जी नहीं मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है , काम के चलते इतना वक्त ही नहीं मिला के मैं इन सबके बारे में सोच पाउ , हां कुछ फीमेल फ्रेंड्स जरूर है” – प्रणय ने मुस्कुराते हुए कहा
भूमि को समझ नहीं आ रहा था क्या बात करे फिर उसने कहा – आपको क्या क्या पसंद है ?
प्रणय – मुझे पढ़ना पसंद है , खाने पिने में मेरी कोई खास पसंद नहीं है , जब अकेले होता हु तो म्यूजिक सुनता हु . और आपको ?
भूमि – मुझे ……… मुझे तो शोर शराबा घूमना फिरना पसंद है , मेरे अधिकांश दोस्त लड़के ही है , नाईट आउट करना , पब जाना बहुत पसंद है , कभी कभी वोदका , शेम्पेन भी पी लेती हु …. भूमि सफेद झूठ बोल जाती है
ये सब सुनकर भी प्रणय के चेहरे के हाव भाव बिलकुल नहीं बदलते वह पहले की तरह ही मुस्कुराते हुए भूमि को देखता रहता है , भूमि परेशान हो जाती है फिर उसे आरफा की बात याद आती है वो अपने दुप्पटे में छुपाई सिगरेट निकालती है मुंह में रखकर प्रणय की तरफ पलटकर कहती है
– आपके पास लाइटर मिलेगा , वो क्या है ना जब तक रोज की 8-10 सिगरेट ना पि ले हमे तो चैन ही नहीं आता …
भूमि की बात सुनकर प्रणय हंसने लगा और उसके करीब आकर सिगरेट उसके मुंह से निकालकर कहां – आपने सिगरेट उल्टी साइड से मुंह में रखी है , भूमि झेंप गयी और प्रणय फिर हंसने लगा और कहा – आपको नहीं लगता आपको मेरे आने से पहले थोड़ी प्रेक्टिस कर लेनी चाहिए थी
भूमि ने कुछ नहीं कहा तो प्रणय ने सामान्य होकर कहा – देखिये आप मुझे बहुत पसंद आयी , और मैं ये भी जानता हु की अभी जो आपने कहा वो सब भी झूठ है ,, अगर आप शादी नहीं करना चाहती या मैं आपको पसंद नहीं आया तो आप बेझिझक मुझसे कह सकती है , मुझे अच्छा लगेगा , शादी जैसा फैसला दोनों की आपसी सहमती से हो तो ज्यादा बेहतर है
प्रणय की बात सुनकर भूमि को थोड़ी हिम्मत मिली उसने कहा – हमे माफ़ कर दीजिये , वो दरअसल अभी हमे शादी नहीं करनी थी इसलिए हमने ये सब किया , हमारे सपने पुरे करना चाहते है , आप इस रिश्ते से इंकार कर दीजिए
भूमि की बात सुनकर प्रणय ने हाँ में अपनी गर्दन हिला दी कुछ देर वहा रुकने के बाद प्रणय ने कहा
– मैं आपकी भावनाओ की कद्र करता हु , अगर आप शादी के लिए राजी नहीं है तो मैं कोई जोर जबरदस्ती नहीं करना चाहता अब आप ज्यादा परेशान ना होकर मुस्कुरा दीजिये
प्रणय की बात सुनकर भूमि को थोड़ी तसल्ली हुयी उसने मुस्कुरा कर प्रणय का शुक्रिया अदा किया , प्रणय सीढ़ियों की तरफ बढ़ गया कुछ कदम चलकर रुका और फिर पलटकर भूमि से कहा – वैसे आप मुझे बहुत अच्छी लगी , जिससे भी आपकी शादी होगी वो सख्स बहुत खुशनसीब होगा
कहकर प्रणय तेजी से सीढिया उतारकर निचे चला गया .. भूमि ने राहत की साँस ली और कुछ देर बाद निचे आ गयी ,,
प्रणय के घरवालों ने सबके साथ खाना खाया और फिर घर जाने की इजाजत मांगी , अपनी हां ना के लिए उन्होंने कुछ दिन में फोन करने को कहा ..
उनके जाने के बाद सभी हॉल में आ बैठे तभी शबनम ने कहा – जया बाजी लगता है भूमि बिटिया उनको पसंद आ जाएगी देखना उनकी तरफ से हाँ ही होगी !!
“हां शबनम दीदी , और लड़का भी बहुत सुशिल है – जया ने प्रत्युत्तर में कहा
“हा लड़का और उसके घरवाले अच्छे है , बस वो हमारी भूमि को पसंद कर ले तो इसी साल इसकी विदाई करके मैं और जया गंगा नहाये ” – कहकर विक्रम भूमि की तरफ देखकर मुस्कुराने लगे !!
“हम कही नहीं जायेंगे अपने पापा को छोड़कर – भूमि ने तुनक कर कहा तो सभी हसने लगे ,, भूमि और आरफा भी उनके पास आकर बैठ गयी , जया ने प्यार से भूमि का गाल सहलाते हुए कहा – हमारी भूमि तो इतनी प्यारी है , इसे भला कोई ना कैसे कर सकता है ..
भूमि को मन ही मन में बहुत हंसी आ रही थी उसने जो किया उसके बाद तो कोई भी लड़का हाँ नहीं करेगा , वह आरफा की तरफ देखकर मुस्कुराने लगी .. कुछ देर बाद शबनम और आरफा अपने घर चली गयी , भूमि भी अपने कमरे में चली गयी
कुछ दिन गुजरे और फिर एक शाम विक्रम को प्रणय के पापा का फोन आया उन्होंने रिश्ते से इंकार कर दिया , विक्रम को बहुत बुरा लगा लेकिन उन्होंने खुद को संयत रखा और जया को सारी बात बता दी , लेकिन दुखी होने के बजाय जया लड़के वालो पर बिगड़ गयी और कहा – हमारी भूमि के लिए लड़को की कमी नहीं है , एक से एक बढकर लड़के है लखनऊ में …
कहकर वह वहा से चली गयी , भूमि को जब पता चला तो ख़ुशी से दौड़ती हुयी आरफा के पास पहुंची और उसे बताया दोनों को हँसता देखकर शबनम ने कहा – पहली बार ऐसी लड़की देखि है जो अपना रिश्ता ना होने से खुश हो रही है ,
शबनम की बात सुनकर भूमि ने हँसते हुए कहा – अरे ! ये ख़ुशी आप नहीं समझेगी ,,,
“क्यों नहीं समझेंगे , समझाओ हमे और पहले तो ये बताओ तुमको शादी क्यों नहीं करनी ? – शबनम ने भूमि से कहा
भूमि – किसने कहा हमे शादी नहीं करनी , शादी तो करनी है बस अभी नहीं करनी , हमारे लिए तो कोई शायर शाहब ही आएंगे जिन्हे हमारी तरह शायरी गजलों का शौक होगा , ऐसा कोई मिलेगा तभी हम शादी करेंगे ..
शबनम – हा हा जैसे कोई मिर्जा ग़ालिब आपके लिए पलके बिछाये बैठा आपका इन्तजार कर रहा है , है न
भूमि – क्या आंटी आप भी न हमारा मजाक बना रहे हो , मिर्जा ग़ालिब ना सही उनका कोई छोटा मोटा शागिर्द मिल जाये वही काफी है , हम तो उसी में खुश है बस वो हमारी शायरी सुनते रहे और कुछ न कहे
शबनम – हा तुम्हारे सामने बोलने की हिम्मत किसकी होगी भला
शबनम की बात सुनकर भूमि और आरफा खिलखिलाकर हंस पड़ी ,, कुछ देर बाद भूमि अपने घर चली गयी ..
शादी की बात अब कुछ दिन के लिए आयी गयी हो गयी !! विक्रम और जया न भी भूमि के शादी की बात दोबारा नहीं की जिससे भूमि का दिल ना दुखे , आरफा को सिलाई बुनाई आती थी और भूमि को स्केच बनाने का शौक भी था एक दिन दोनों ने मिलकर शहर में बुटीक खोलने की सोची ,,
दोनों ही अपनी योजना पर काम करने लगे घर से ही थोड़ी दूर उन्होंने एक बड़ी सी शॉप खरीद ली , दोनों ने पूरी मेहनत से दुकान को जमाया …. और पुरे 4 सप्ताह की कड़ी मेहनत के बाद उनका बुटीक तैयार था भूमि और आरफा ने अपने बुटीक का नाम रखा
“ए & बी फेशन्स”
विक्रम जया शबनम और उनके पति जफ़र दोनों बच्चियों की मेहनत देखकर बहुत खुश हुए !!
धीरे धीरे उनका बुटीक लखनऊ में फेमस होने लगा , हर कोई उनकी बनाई डिज़ाइन का दीवाना था !! दोनों बहुत खुश थी बुटीक शुरू हुए 6 महीने हो चूके थे एक शाम आरफा गुमसुम सी बैठी थी उसे परेशान देखकर भूमि उसके पास आयी और कहा – क्या हुआ मुंह क्यों लटका है तुम्हारा ?
“कुछ नहीं – आरफा ने अनमने मन से कहा
भूमि – कुछ नहीं हुआ तो चेहरा क्यों उतरा है तुम्हारा , बताओ क्या बात है ?
आरफा – भूमि वो युवान …………. – आरफा ने बात अधूरी छोड़ दी
भूमि – युवान ……. क्या हुआ है युवान को
आरफा – तूम तो जानती ही हो मैं युवान को कितना चाहती हु पर कभी कहा नहीं और मुझे लगता था की वो भी मुझे चाहता है लेकिन कल मैंने उसे किसी और लड़की के साथ घूमते देखा था , मुझे डर है कही मैं उन्हें खो ना दू !!
भूमि – अच्छा तो ये बात है , पर सच कहे तो तुम हो एक नंबर की पागल , इतने साल हो गए अभी तक उनको अपने दिल की बात नहीं बताई तुमने , और ऊपर से ये बहनजी टाइप बनके घूमती हो तो युवान भला क्यों ध्यान देगा तुम पर ..
भूमि की बात सुनकर आरफा गुस्सा गयी फिर अगले ही पल शांत होकर सोचने लगी “सही तो कह रही है भूमि”
वह उठकर शीशे के सामने जाकर खड़ी हो गयी और खुद को देखने लगी , ढीला सा सलवार कमीज बालो में भर भर के तेल मला हुआ था जो चेहरे तक साफ झलक रहा था ,, आँखों पर बड़े बड़े ग्लास का चस्मा , होठो पर सफेदी , 22 की होकर भी वो 30-32 की नजर आ रही थी … ये सब देखकर वह रोआँसी हो गयी
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To Be Continued With Bepanah Ishq – 2
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संजना किरोड़ीवाल
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Bhut hi khoobsurat starting h
Nice mam but ye story saayad Aapne pahle likhi thi