A Broken Heart – 43
A Broken Heart – 43
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सोफी की बात सुनकर जिया ने जग में बचा हुआ पानी अपने सर पर डाल लिया। कुछ देर बाद वह झुंझलाई और फिर बिस्तर पर औंधे मुंह गिरकर अपने पैर पटकते हुए कहा,”ओह्ह्ह्ह मैं इतनी बड़ी बेवकूफ कैसे हो सकती हूँ ?”
“वैसे तुम अब तक थी कहा ?”,सोफी ने अपने बिस्तर से गीली बेडशीट हटाते हुए कहा
“मैं डेस्टिनी के साथ थी,,,,,,,,,,,,!”,जिया ने तकिये में मुंह छुपाये कहा
“अह्ह्ह तुम फिर उस पिल्ले से मिलने चली गयी जिया , तुम्हारी जिंदगी में ईशान और उस पिल्ले के अलावा भी कोई है या नहीं ?”,सोफी ने अपने बिस्तर पर बैठते हुए कहा
सोफी की बात सुनकर जिया उठकर बैठ गयी और कहा,”ऐसा नहीं है सोफी , ईशान मुझे अपनी दोस्त मानता है और वो डेस्टिनी उसका मेरे अलावा इस दुनिया में कोई नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,और ये किसने कहा कि उन दोनों के अलावा मेरी जिंदगी में कोई नहीं है , तुम हो , लिली आंटी घोष अंकल है और मिस्टर दयाल भी तो है।”
“तुम समझ नहीं रही हो जिया , मैं ये नहीं कह रही कि ईशान बुरा लड़का है पर ना जाने क्यों मुझे लगता है जैसे वो तुम्हारा दिल तोड़ देगा। तुम्हे उसके इतना करीब नहीं जाना चाहिए।”,सोफी ने जिया की चिंता जताते हुए कहा
“सोफी ईशान अच्छा लड़का है , मुझ पर भरोसा रखो। अच्छा मैं तुम्हे एक बात बताना तो भूल ही गयी।”,जिया ने एकदम से एक्साइटेड होकर कहा
“क्या ?”,सोफी ने पूछा।
“ईशान रेडिओ पर अपनी कहानी सुनाने वाला है , अपनी और माया की लव स्टोरी,,,,,,,,,,,,,,,ओह्ह्ह्ह कितना मजा आएगा ना !”,जिया ने ख़ुशी से चहकते हुए कहा
“हह क्या वो पागल हो गया है उसे अपनी पर्सनल लाइफ ऐसे लोगो के सामने शेयर नहीं करनी चाहिए।”,सोफी ने कहा
“ये तुम क्या कह रही हो सोफी ? उसे क्यों नहीं करनी चाहिए ? उस माया ने उसे कितना हर्ट किया , बुरा भला कहा , उसे रुलाया क्या अब ईशान को इन सब से बाहर नहीं आ जाना चाहिए,,,,,,,,,,,,,,,,मुझे तो लगता है वो बिल्कुल सही कर रहा है।”,जिया ने ईशान की साइड लेते हुए कहा
“हम्म्म्म शायद,,,,,,,,पर तुम इतना खुश क्यों हो ? तुम्हे तो उन दोनों की कहानी सुनकर बुरा लगना चाहिए , आखिर तुम ईशान को इतना पसंद करती हो।”,सोफी ने कहा
“हाँ मैं उसे बहुत पसंद करती हूँ इसलिए तो उसकी तरक्की में खुश हूँ और मेरे साथ तुम्हे भी खुश होना चाहिए। वैसे तुमने खाने में क्या बनाया है मुझे बहुत भूख लगी है।”,जिया ने उठकर किचन एरिया की तरफ जाते हुए कहा
“तुम्हारे लिए कुछ पास्ता और सुप रखा है , रुको मैं उन्हें गर्म कर देती हूँ।”,सोफी भी उठकर जिया के पास चली आयी और उसके लिए खाना गर्म करने लगी।
सोफी जो कुछ देर पहले जिया को डाट रही थी अब जिया के लिए खाना गर्म कर रही थी। जिया ने देखा तो सोफी को पीछे से हग करते हुए कहा,”ओह्ह्ह सोफी तुम कितनी अच्छी हो , तुम सच में बहुत प्यारी हो !”
“मुझे मक्खन लगना बंद करो और चुपचाप ये खाना खाओ , आजकल तुम खुद को लेकर बहुत लापरवाह हो गयी हो जिया।”,सोफी ने जिया के लिए प्लेट में खाना परोसते हुए कहा
जिया ने अपनी प्लेट उठायी और लेकर बिस्तर पर आ बैठी। सोफी की नींद उड़ चुकी थी इसलिए वह भी जिया के सामने अपने बिस्तर पर आ बैठी और कहा,”क्या तुमने इस महीने अपनी मॉम को पैसे भेजे ?”
जिया ने सूना तो खाते खाते खांसने लगी और फिर नार्मल होकर कहा,”नहीं उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें पैसे की जरूरत नहीं है मैं उन्हें अपने लिए खर्च कर लू और उन्हें अगले महीने कुछ भेज दू।”
“हम्म्म तुम्हारे डेड के जाने के बाद तुम्हारी मॉम और बहन को सर्वाइव करने में परेशानी होती होगी ना , तुम्हे उन्हें यहाँ क्यों नहीं बुला लेती।
वो दोनों यहाँ रहेंगी तो तुम्हारे साथ कुछ ना कुछ काम करके थोड़े पैसे कमा सकती है और ये तुम्हारे लिए आसान हो जाएगा।”,सोफी ने अपनेपन से कहा
सोफी की बात सुनकर जिया खामोश हो गयी ना जाने क्यों उसे अपनी फॅमिली के बारे में बात करना अच्छा नहीं लगता था।
“ये सुप बहुत अच्छा बना है , क्या मुझे थोड़ा और मिलेगा ?”,जिया ने सोफी की बात को इग्नोर करते हुए कहा
“हम्म्म हाँ मैं ले आती हूँ।”,सोफी ने कहा और किचन की तरफ चली गयी
सोफी के जाते ही जिया ने एक गहरी साँस ली उसकी आँखों में नमी उभर आयी और मन बैचैन हो उठा। सोफी के आने से पहले ही जिया ने अपनी आँखों के किनारे साफ किये और मुस्कुराते हुए कहा,”खाने के लिए तुम्हारा शुक्रिया।”
“इसमें शुक्रिया कैसा ये तो मैं रोज करती हूँ। इस वीकेंड मैं तुम्हे भी खाना बनाना सिखाऊंगी,,,,,,,,,,,,वरना मेरे बाद तुम्हे कौन बनाकर खिलायेगा ?”,सोफी ने कहा
“अह्ह्ह्ह उसकी चिंता नहीं है मैं ऐसे लड़के से शादी करुँगी जिसे खाना बनाना आता हो,,,,,,,,,,,!”,जिया ने कहा तो सोफी हंस पड़ी और जिया की आँखों के सामने ईशान का चेहरा घूमने लगा। ईशान के बारे में सोचते हुए जिया भी मुस्कुरा उठी। जिया ने खाना खाया और कुछ देर बाद दोनों सोने चली गयी।
जिया और सोफी मन लगाकर रेस्त्रो का काम कर रही थी। मिस्टर दयाल और रेस्त्रो में काम करने वाले लोगो की मेहनत ही थी कि इन दिनों वह रेस्त्रो अच्छा चलने लगा था और काफी डिमांड में भी था। ईशान ने जिस रेडिओ कम्पनी को अपने सेम्पल भेजे थे उन्होंने वो पसंद किये और ईशान को बेंगलोर आने को कहा।
ईशान की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। जिस शाम ईशान को ये खबर मिली थी तब से ही वो बहुत खुश था और उसके पैर जमीन पर नहीं टिक रहे थे। इतने सालों में जो सपना उसने देखा था ईशान उस सपने के बहुत करीब खड़ा था। ईशान सबसे पहले जिया से मिलना चाहता था उसने कपडे बदले और घडी में देखा बार जाने में अभी टाइम था इसलिए ईशान जिया से मिलने मिस्टर दयाल के रेस्त्रो जा पहुंचा।
ईशान रेस्त्रो में आया ख़ुशी उसके चेहरे से साफ झलक रही थी। ईशान काउंटर के पास आया और सोफी से कहा,”हे ! सोफी जिया कहा है ?”
“तुम आज फिर गलत वक्त पर आये हो जिया अभी अभी घर के लिये निकल गयी , उसने कहा उसकी तबियत खराब है और उसे आराम की जरूरत है ।”,सोफी ने कहा
“क्या हुआ उसे वो ठीक तो है ना ? दरअसल इन दिनों मैं उस से मिल नही पाया”,ईशान ने जिया की चिंता करते हुए कहा
“हाँ वो ठीक है , इन दिनों उसने बहुत ज्यादा काम किया है ।”,सोफी ने कहा
“वो लडक़ी सच मे पागल है , उसे अपनी जरा भी परवाह नही है वो इतनी बेपरवाह क्यो है ?”,ईशान ने कहा
“क्योकि वो दुसरो की खुशी में अपनी खुशी देखती है । उसका मन बहुत साफ है और वो हर हाल में खुश रहती है शायद इसलिए…….।”,सोफी ने भी ईशान की तरफ देखकर धीमे स्वर में कहा
“हाँ तुमने ठीक कहा , मैं घर जाकर उस से मिल लेता हूं , लिली आंटी मुझे घर मे तो घुसने देगी ना ?”,ईशान ने कहा
“हाँ अगर तुमने कहा कि तुम मेरे भाई हो”,सोफी ने ईशान को घूरते हुए कहा
“हम्म्म्म मैं चलता हूं , तुम्हारा शुक्रिया फिर मिलेंगे ।”,कहकर ईशान वहां से आगे बढ़ गया
“ईशान……!!”,सोफी ने ईशान को आवाज दी
“हाँ…..!!”,ईशान ने पलटकर कहा
“जिया बहुत अच्छी लड़की है तुम कभी उसे हर्ट मत करना”,सोफी ने कहा
“कभी नही”,ईशान ने कहा और चला गया ।
ईशान जिया से मिलने लिली आंटी के घर पहुंचा । जिया को बुखार था और वह अपने कमरे में सो रही थी । ईशान ने लिली आंटी के घर का दरवाजा खटखटाया दरवाजा मिस्टर घोष ने खोला और कहा,”अरे तुम ? तुम शायद सोफी के भाई हो , लेकिन सोफी तो इस वक्त रेस्त्रो में होती है ।”
“अहह जी अंकल मैं सोफी से मिलकर आ रहा हूं उसने बताया कि जिया की तबियत खराब है तो सोचा उस से मिल लू , तो क्या मैं जिया से मिल सकता हूं ?”,ईशान ने पूछा
मिस्टर घोष कुछ कहते इस से पहले ही लिली आंटी वहां आयी और कहा,”क्या तुम में इतनी भी समझ नही है कि इतनी रात में किसी लड़की सब तुम्हे नही मिलना चाहिए ? जिया बीमार है मैंने उसको दवा देकर सुला दिया है तुम उस से मिलोगे तो उसकी नींद खराब होगी ,, तुम उस से सुबह मिलना !”
ईशान ने सुना तो उसका मुँह उतर गया लेकिन जिया से मिले बिना उसका मन भी नही मान रहा था इसलिए उसने कहा,”मैं बस उसे देख कर चला जाऊंगा ।”
“मैंने कहा ना नही , तुम्हे अब यहां से जाना चाहिए ।”,लिली आंटी ने कहा और दरवाजा बंद कर दिया
बेचारा ईशान उदास होकर वहां से चला गया |
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संजना किरोड़ीवाल
ईशान जिया से मिलने लिली आंटी के घर पहुंचा । जिया को बुखार था और वह अपने कमरे में सो रही थी । ईशान ने लिली आंटी के घर का दरवाजा खटखटाया दरवाजा मिस्टर घोष ने खोला और कहा,”अरे तुम ? तुम शायद सोफी के भाई हो , लेकिन सोफी तो इस वक्त रेस्त्रो में होती है ।”
“अहह जी अंकल मैं सोफी से मिलकर आ रहा हूं उसने बताया कि जिया की तबियत खराब है तो सोचा उस से मिल लू , तो क्या मैं जिया से मिल सकता हूं ?”,ईशान ने पूछा
मिस्टर घोष कुछ कहते इस से पहले ही लिली आंटी वहां आयी और कहा,”क्या तुम में इतनी भी समझ नही है कि इतनी रात में किसी लड़की सब तुम्हे नही मिलना चाहिए ? जिया बीमार है मैंने उसको दवा देकर सुला दिया है तुम उस से मिलोगे तो उसकी नींद खराब होगी ,, तुम उस से सुबह मिलना !”
ईशान ने सुना तो उसका मुँह उतर गया लेकिन जिया से मिले बिना उसका मन भी नही मान रहा था इसलिए उसने कहा,”मैं बस उसे देख कर चला जाऊंगा ।”
“मैंने कहा ना नही , तुम्हे अब यहां से जाना चाहिए ।”,लिली आंटी ने कहा और दरवाजा बंद कर दिया
बेचारा ईशान उदास होकर वहां से चला गया |
ईशान जिया से मिलने लिली आंटी के घर पहुंचा । जिया को बुखार था और वह अपने कमरे में सो रही थी । ईशान ने लिली आंटी के घर का दरवाजा खटखटाया दरवाजा मिस्टर घोष ने खोला और कहा,”अरे तुम ? तुम शायद सोफी के भाई हो , लेकिन सोफी तो इस वक्त रेस्त्रो में होती है ।”
“अहह जी अंकल मैं सोफी से मिलकर आ रहा हूं उसने बताया कि जिया की तबियत खराब है तो सोचा उस से मिल लू , तो क्या मैं जिया से मिल सकता हूं ?”,ईशान ने पूछा
मिस्टर घोष कुछ कहते इस से पहले ही लिली आंटी वहां आयी और कहा,”क्या तुम में इतनी भी समझ नही है कि इतनी रात में किसी लड़की सब तुम्हे नही मिलना चाहिए ? जिया बीमार है मैंने उसको दवा देकर सुला दिया है तुम उस से मिलोगे तो उसकी नींद खराब होगी ,, तुम उस से सुबह मिलना !”
ईशान ने सुना तो उसका मुँह उतर गया लेकिन जिया से मिले बिना उसका मन भी नही मान रहा था इसलिए उसने कहा,”मैं बस उसे देख कर चला जाऊंगा ।”
“मैंने कहा ना नही , तुम्हे अब यहां से जाना चाहिए ।”,लिली आंटी ने कहा और दरवाजा बंद कर दिया
बेचारा ईशान उदास होकर वहां से चला गया |ईशान जिया से मिलने लिली आंटी के घर पहुंचा । जिया को बुखार था और वह अपने कमरे में सो रही थी । ईशान ने लिली आंटी के घर का दरवाजा खटखटाया दरवाजा मिस्टर घोष ने खोला और कहा,”अरे तुम ? तुम शायद सोफी के भाई हो , लेकिन सोफी तो इस वक्त रेस्त्रो में होती है ।”
“अहह जी अंकल मैं सोफी से मिलकर आ रहा हूं उसने बताया कि जिया की तबियत खराब है तो सोचा उस से मिल लू , तो क्या मैं जिया से मिल सकता हूं ?”,ईशान ने पूछा
मिस्टर घोष कुछ कहते इस से पहले ही लिली आंटी वहां आयी और कहा,”क्या तुम में इतनी भी समझ नही है कि इतनी रात में किसी लड़की सब तुम्हे नही मिलना चाहिए ? जिया बीमार है मैंने उसको दवा देकर सुला दिया है तुम उस से मिलोगे तो उसकी नींद खराब होगी ,, तुम उस से सुबह मिलना !”
ईशान ने सुना तो उसका मुँह उतर गया लेकिन जिया से मिले बिना उसका मन भी नही मान रहा था इसलिए उसने कहा,”मैं बस उसे देख कर चला जाऊंगा ।”
“मैंने कहा ना नही , तुम्हे अब यहां से जाना चाहिए ।”,लिली आंटी ने कहा और दरवाजा बंद कर दिया
बेचारा ईशान उदास होकर वहां से चला गया |ईशान जिया से मिलने लिली आंटी के घर पहुंचा । जिया को बुखार था और वह अपने कमरे में सो रही थी । ईशान ने लिली आंटी के घर का दरवाजा खटखटाया दरवाजा मिस्टर घोष ने खोला और कहा,”अरे तुम ? तुम शायद सोफी के भाई हो , लेकिन सोफी तो इस वक्त रेस्त्रो में होती है ।”
“अहह जी अंकल मैं सोफी से मिलकर आ रहा हूं उसने बताया कि जिया की तबियत खराब है तो सोचा उस से मिल लू , तो क्या मैं जिया से मिल सकता हूं ?”,ईशान ने पूछा
मिस्टर घोष कुछ कहते इस से पहले ही लिली आंटी वहां आयी और कहा,”क्या तुम में इतनी भी समझ नही है कि इतनी रात में किसी लड़की सब तुम्हे नही मिलना चाहिए ? जिया बीमार है मैंने उसको दवा देकर सुला दिया है तुम उस से मिलोगे तो उसकी नींद खराब होगी ,, तुम उस से सुबह मिलना !”
ईशान ने सुना तो उसका मुँह उतर गया लेकिन जिया से मिले बिना उसका मन भी नही मान रहा था इसलिए उसने कहा,”मैं बस उसे देख कर चला जाऊंगा ।”
“मैंने कहा ना नही , तुम्हे अब यहां से जाना चाहिए ।”,लिली आंटी ने कहा और दरवाजा बंद कर दिया
बेचारा ईशान उदास होकर वहां से चला गया |
ईशान जिया से मिलने लिली आंटी के घर पहुंचा । जिया को बुखार था और वह अपने कमरे में सो रही थी । ईशान ने लिली आंटी के घर का दरवाजा खटखटाया दरवाजा मिस्टर घोष ने खोला और कहा,”अरे तुम ? तुम शायद सोफी के भाई हो , लेकिन सोफी तो इस वक्त रेस्त्रो में होती है ।”
“अहह जी अंकल मैं सोफी से मिलकर आ रहा हूं उसने बताया कि जिया की तबियत खराब है तो सोचा उस से मिल लू , तो क्या मैं जिया से मिल सकता हूं ?”,ईशान ने पूछा
मिस्टर घोष कुछ कहते इस से पहले ही लिली आंटी वहां आयी और कहा,”क्या तुम में इतनी भी समझ नही है कि इतनी रात में किसी लड़की सब तुम्हे नही मिलना चाहिए ? जिया बीमार है मैंने उसको दवा देकर सुला दिया है तुम उस से मिलोगे तो उसकी नींद खराब होगी ,, तुम उस से सुबह मिलना !”
ईशान ने सुना तो उसका मुँह उतर गया लेकिन जिया से मिले बिना उसका मन भी नही मान रहा था इसलिए उसने कहा,”मैं बस उसे देख कर चला जाऊंगा ।”
“मैंने कहा ना नही , तुम्हे अब यहां से जाना चाहिए ।”,लिली आंटी ने कहा और दरवाजा बंद कर दिया
बेचारा ईशान उदास होकर वहां से चला गया
|ईशान जिया से मिलने लिली आंटी के घर पहुंचा । जिया को बुखार था और वह अपने कमरे में सो रही थी । ईशान ने लिली आंटी के घर का दरवाजा खटखटाया दरवाजा मिस्टर घोष ने खोला और कहा,”अरे तुम ? तुम शायद सोफी के भाई हो , लेकिन सोफी तो इस वक्त रेस्त्रो में होती है ।”
“अहह जी अंकल मैं सोफी से मिलकर आ रहा हूं उसने बताया कि जिया की तबियत खराब है तो सोचा उस से मिल लू , तो क्या मैं जिया से मिल सकता हूं ?”,ईशान ने पूछा
मिस्टर घोष कुछ कहते इस से पहले ही लिली आंटी वहां आयी और कहा,”क्या तुम में इतनी भी समझ नही है कि इतनी रात में किसी लड़की सब तुम्हे नही मिलना चाहिए ? जिया बीमार है मैंने उसको दवा देकर सुला दिया है तुम उस से मिलोगे तो उसकी नींद खराब होगी ,, तुम उस से सुबह मिलना !”
ईशान ने सुना तो उसका मुँह उतर गया लेकिन जिया से मिले बिना उसका मन भी नही मान रहा था इसलिए उसने कहा,”मैं बस उसे देख कर चला जाऊंगा ।”
“मैंने कहा ना नही , तुम्हे अब यहां से जाना चाहिए ।”,लिली आंटी ने कहा और दरवाजा बंद कर दिया
बेचारा ईशान उदास होकर वहां से चला गया |
Bhaut he khubsurat part hai Jiah ka life main kuch tho aise hai apni family ka Baar main baat nhi kar na chahte hai. Ab bechara Ishan Jiah se mile bana nhi chal Jay.❤️♥️♥️❤️❤️
Pta nhi aj sofi ki baaton se asa lg rha h ki ziya ka dil bhi tootne wala h
💜💜💜💜
Aww…kahin Jiya ka dil na toot jaye….
Par mujhe lagta hai Ishaan bina mile toh nhi jayega….
Bht acha part tha….♥️♥️😍😍😍
Khi Sofee ki khi bat Sach na ho jaye Ishan ki vajh se jiya ka dil na toot jaye aur kya jiya ki family m koi problem h
Uska part kab ayega
Jab Sofy ne Jiya se pucha kyu usne is mahine ghar paise nahi beje toh usne jhoot keh diya ki unhe jaroorat nahi jabki usne voh paise jo advance liya tha usme kcut karva diya tha..isliye voh aur zyada mehnaat karne lagi iske chalte uski halth kharab hogayi aur Ishaan bahut excited hai Jiya ko batane ke liye ki uska sapna pura hone wala per Jiya ke na mil pane ki wajase voh udaas hogaya…Sofy ne Ishaan se kaha voh Jiya kabhi hurt na karre toh usne tikhe hai kaha…