Main Teri Heer – 30

Main Teri Heer – 30

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

शिवम् का घर , बनारस
मुन्ना गौरी से बात कर रहा था तभी शिवम् ने उसे आवाज देकर अपने पास बुला लिया। मुन्ना ने फोन रखा और शिवम् के पास चला आया। शिवम् ने मुन्ना से सोफे पर बैठने को कहा और खुद उसके सामने आ बैठा। शिवम् के चेहरे के हाव भाव देखकर मुन्ना समझने की कोशिश कर रहा था कि शिवम् उस से क्या बात करने वाला है।

शिवम् कुछ देर शांत रहा और फिर मुन्ना से कहा,”मुन्ना हमे ये जानकर ख़ुशी हुयी कि तुम मुरारी की जगह इलेक्शन में खड़े हो रहे हो पर हम ये जानना चाहते है कि क्या सच में ये फैसला तुम्हारा है ? क्योकि जितना हम तुम्हे जानते है तुम राजनीती में कदम रखने से पहले 100 बार सोचोगे,,,,,,,,,क्या ये बदले की आग है मुन्ना या फिर कोई और वजह है ?”


शिवम् की बात सुनकर मुन्ना एक टक शिवम् को देखने लगा और फिर धीमे स्वर में कहा,”हमारी वजह से पापा को अपनी राजनीती छोड़नी पड़ी जिसका फायदा दूसरे लोगो ने उठाया , वो लोग जो कभी पापा के सामने हाथ बांधकर खड़े होते थे उन्ही लोगो के सामने जब पापा को हाथ जोड़ते , सर झुकाते देखा तो खुद पर शर्म महसूस हुई बड़े पापा,,,,,,,,,,उस वक्त हमे राजनीती की पॉवर समझ आयी , और उस दिन हमे समझ आया कि राजनीती में हमारा आना क्यों जरुरी है,,,,,,,!!”


“क्या तुमने गौरी को इस बारे में बताया ? उसे तुम्हारे राजनीती में आने से कोई आपत्ति तो नहीं,,,,,!!”,शिवम् ने पूछा
“गौरी तो हम से भी ज्यादा एक्साइटेड है,,,,,ये जानकर कि हम राजनीती में आना चाहते है”,कहते हुए मुन्ना हल्का सा मुस्कुराया
“और तुम्हारे प्यारे भाई को ?”,शिवम् ने पूछा
“नहीं उसे बताना चाहते थे लेकिन वह अपनी सीरीज की शूटिंग में बिजी है,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा


“अब जब तुमने राजनीती में आने का फैसला कर ही लिया है तो बस इतना याद रखना मुन्ना कि राजनीती की कालिख में तुम्हारे हाथ काले ना हो,,,,,,!!”,शिवम् ने कहा
मुन्ना ने हामी में गर्दन हिला दी। उसे पार्टी हॉउस जाना था इसलिए उसने शिवम् से इजाजत ली और वहा से निकल गया। शिवम् भी सीमेंट फैक्ट्री जाने के लिए निकल गया।

लोनावला , पुणे
बस लोनावला हिल स्टेशन के एक आलीशान होटल के बाहर आकर रुकी। सुमित ने सबसे नीचे उतरने को कहा। सभी एक एक करके बस से उतरे। वंश निशि के कंधे पर सर रख के सो रहा था। निशि ने उसे उठाया और नीचे उतरने को कहा। के.डी. अपनी पर्सनल कार से आया था। सीरीज के कुछ सीन्स की शूटिंग लोनावला में होनी थी इसलिए 2 दिन के लिए सबको यहाँ आना पड़ा।


होटल मैनेजर आकर सुमित से मिला। सुमित ने होटल के आधे से ज्यादा रूम बुक किये थे हर कमरे में 3-4 लोग रुके थे। मेल स्टाफ अलग और फीमेल स्टाफ अलग बस एक मायरा थी जिसने अपने लिए पर्सनल रूम की मांग की और उस मिला भी क्योकि सुमित उसे पसंद करता था और के.डी की वह फेवरेट को स्टार थी। वंश की किस्मत तो लोनावला आकर भी खराब ही थी उसे अपना रूम सुमित के साथ शेयर करना पड़ा।

सुमित तो तुरंत मान गया ताकि वह वंश पर नजर रख सके लेकिन वंश को ये मंजूर नहीं था वह सुमित के पास आया और कहा,”ये कैसा भेदभाव है सीरीज के लीड एक्टर को अपना कमरा असिस्टेंट डायरेक्टर के साथ शेयर करना पड़ रहा है और साइड कैरेक्टर को पर्सनल रूम,,,,,,,,,!!”
मायरा वही खड़ी थी उसने सुना तो वह वंश के पास आयी और अपनी ऊँगली उसके गाल पर फिराकर कहा,”तुम चाहो तो मेरे साथ रूम शेयर कर सकते हो , आई डोंट माइंड,,,,,,,,!!”  


वंश ने मुस्कुराते हुए मायरा का हाथ नीचे किया और कहा,”बट आई माइंड , मुझे अपनी इज्जत प्यारी है,,,,,,,,,,,!!”
“व्हाट ?”,मायरा ने चौंककर कहा
“रूम नंबर क्या है ?”,वंश ने मायरा पर ध्यान नहीं दिया और सुमित से पूछा। वंश का ऐटिटूड देखकर मायरा अंदर ही अंदर जल उठी और वहा से चली गयी। वंश को जो रूम मिला था वो निशि के रूम के बगल में ही था। निशि टीम की दो लड़कियों के साथ रुकी थी। वंश कमरे में आया अपना बैग और सूटकेस रखा और बिस्तर पर आ पड़ा।

बिस्तर काफी मुलायम और गद्देदार था वंश ने अपने जूते निकालकर फेंके और बिस्तर पर यहाँ वह गुलाटी मारने लगा। ये सब करते हुए उस बड़ा मजा आ रहा था। वह अकेले ही अपने आप से खुश हो रहा था। उसने अपना जैकेट निकालकर फेंका , टीवी पर फुल आवाज में रोमांटिक गाना बजाकर तकिये को निशि समझकर उसे अपनी बाँहो में लेकर कमरे में डांस करते हुए यहाँ वहा घूमने लगा और जो सामान बीच में आ रहा था उसे यहाँ वह फेंकने लगा।

5 मिनिट के अंदर अंदर वंश ने उस कमरे को बिखेर कर रख दिया। जब थक गया तो सोफे पर आ गिरा और अपना फोन निकालकर एक प्यारी सी सेल्फी ली और पोस्ट कर दी। सोफा बैठने के लिए होता है लेकिन वंश तो उस पर फैला पड़ा था , उसका एक पैर सोफे के हत्थे पर तो दूसरा जमीन पर था और वह अपने फ़ोन में आये मैसेज देख रहा था।

के.डी. से बात करते हुए सुमित अपने कमरे में आया लेकिन फैला हुआ कमरा देखकर उसका चेहरा गुस्से से भर गया और वह चिल्लाया,”वंशश्श्श्श्”
हड़बड़ाकर वंश सोफे से नीचे आ गिरा और घबराहट में उसका फोन भी बिस्तर के नीचे चला गया। वंश उठा और कहा,”हां क्या हुआ ?”


“ये सब क्या है ? मैंने पहले ही कहा था इस लड़के के साथ मुझे रूम मत दो लेकिन तुमने सुना नहीं,,,,,,,,,तुमने देखा ये लड़का कितना हइपर एक्टिव है,,,,,,,,,अह्ह्ह्हह अच्छे खासे कमरे का कबाड़ा कर रखा है इसने,,,,,,,,!!”,सुमित ने गुस्से का घूंठ पीकर के.डी से कहा तो के.डी ने अपने हाथ खड़े कर दिए और वहा से चला गया।
“आपकी वजह से मेरा फोन बेड के नीचे चला गया चलिए उसे निकालने में मेरी मदद कीजिये”,वंश ने कहा
“व्हाट?”,सुमित ने हैरानी से कहा  


“व्हाट क्या पुरे 65 हजार का फोन है , पापा ने गिफ्ट किया था ,, आपके हाथ लम्बे है आप कोशिश कीजिये,,,,,,,,आईये ना”,वंश ने कहा
वंश जो कि सुमित की एक नहीं सुनता था लेकिन सुमित हर बात उसकी हर बात मान लेता था कभी प्यार से तो कभी गुस्से में,,,,,वह वंश की तरफ आया और जमीन पर घुटनो के बल बैठकर वंश का फोन निकालने की कोशिश करने लगा। वंश का फोन कुछ ज्यादा ही आगे चला गया।


“अरे ऐसे नहीं मिलेगा आप लेट जाओ और फिर कोशिश करो”,वंश ने सुमित के बगल में लेटकर कहा और बिस्तर के नीचे देखने लगा। सुमित पेट के बल लेट गया और अपना हाथ बिस्तर के नीचे डालकर वंश का फोन ढूंढने लगा।
काफी देर कोशिश करने के बाद आख़िरकार वंश का फोन सुमित के हाथ में आ ही गया। सुमित ने उसे बाहर निकाला , वह इतना थक चुका था कि हाथ बाहर निकालकर वही पीठ के बल जमीन पर लेट गया। वंश ने देखा सुमित ने उसका फोन निकाल दिया है तो वह मारे ख़ुशी के सुमित के गले आ लगा और ख़ुशी भरे स्वर में कहा,”ओह्ह्ह्ह बड़े भैया आपने तो कमाल ही कर दिया”


तभी कमरे का दरवाजा खुला और के.डी सुमित से बात करने अंदर आया लेकिन अंदर का नजारा देखकर बेचारा हैरान रह गया। सुमित नीचे जमीन पर और वंश उसके ऊपर ,, के.डी  के पीछे मायरा और निशि भी चली आयी लेकिन उन दोनों ने जब सुमित और वंश को एक साथ देखा तो निशि का मुंह खुला का खुला रह गया और मायरा ने कहा,”व्हाट द,,,,,,,,,,,,सुमित ये सब क्या है ?”
के.डी. , मायरा और निशि को वहा एक साथ देखकर वंश चिल्लाते हुए सुमित से दूर हटा और कहा,”अह्ह्ह्हह ऐसा कुछ भी नहीं है तुम तीनो गलत समझ रहे हो , सुमित सर तो बस मेरी मदद कर रहे थे,,,,,,,,,,सुमित सर बताओ ना”

“क्या मैं बाद में आउ ?”,के.डी ने सुमित से कहा
“ओह्ह्ह प्लीज के.डी. ऐसा कुछ भी नहीं है , हम बाहर चलकर बात करते है,,,,,,,,लेटस गो”,सुमित ने उठकर अपने कपडे सही करते हुए कहा
के.डी. सुमित के साथ कमरे से बाहर चला गया , मायरा ने वंश को देखा और मुंह बनाकर कहा,”डिस्कस्टिंग,,,,,,,,,ईयू , अब समझ आया तुम्हे लड़कियों में इंट्रेस्ट क्यों नहीं है ?”


“क्या बकवास,,,,,,,,,!!”,वंश ने इतना ही कहा कि मायरा उसकी पूरी बात सुने बिना ही चली गयी निशि अभी भी वही खड़ी हैरानी से वंश को देख रही थी। वंश निशि के पास आया और कहा,”तुमने जो देखा वो सच नहीं है,,,,,,,,मैं मै , मैं तुम्हे कैसे समझाऊ ?”
“तुम्हे मुझे समझाने की जरूरत नहीं है , आई नो तुमने कुछ नहीं किया,,,,,,,,!!”,निशि ने शांत स्वर में कहा
“हाह ! पक्का तुम कुछ गलत नहीं समझ रही,,,,,,,,,!!”,वंश ने हैरानी से पूछा


“नहीं,,,,,,क्योकि मैं जानती हूँ तुम ऐसे लड़के नहीं हो,,,,,,,में बी वो गलती से हुआ हो”,निशि ने कहा
वंश ने निशि के दोनों गालो को पकड़कर खींचा और कहा,”ओह्ह्ह्ह निशि यू आर सच अ डार्लिंग,,,,,,,,,,मुझे बस ऐसी ही पार्टनर चाहिए थी जो मेरी वर्स्ट सिचुएशन में मुझे समझ सके,,,,,,,!!”
वंश को बच्चो की तरह खुश होते देखकर निशि मुस्कुरा दी क्योकि वह ज्यादा तो नहीं पर हाँ वंश से तो ज्यादा ही समझदार थी।

वंश ने उसके गालो को छोड़ा और बिस्तर पर आकर बैठते हुए कहा,”ए तुम खड़ी क्यों हो बैठो ना”
“नहीं मैं यहाँ बैठने नहीं बल्कि तुम्हे ये बताने आयी थी कि तैयार हो जाओ एक घंटे बाद हमारी शूटिंग है,,,,,,,,!!”,निशि ने कहा और बिना वंश का जवाब सुने ही वहा से चली गयी


“हाह ! ये क्या बात हुई ? ये लड़की भी ना रोमांस नहीं समझती,,,,,लगता है शूटिंग में ही इसे सब सिखाना पडेगा,,,,,,,,लेकिन कैसे मुझे तो खुद नहीं पता रोमांस होता क्या है ? मैं भी कितना बेवकूफ हूँ मेरे तो अपने घर में शाहरुख़ खान और रानी मुखर्जी है,,,,,,,,,,,,,अरे अपने मुन्ना और गौरी एक काम करता हूँ मुन्ना को फोन लगाता हूँ इस मामले में उस से बेटर एडवाइस और कौन दे सकता है”,वंश खुद से बातें करते हुए शीशे के सामने चला आया और मुन्ना का नंबर डॉयल कर फ़ोन कान से लगा लिया 

मुन्ना उस वक्त पार्टी हॉउस में था इसलिए उसने वंश का फोन काट दिया। इधर फोन काटने से वंश ने शीशे में देखकर मुंह बनाया और कहा,”ये शादी की डेट फिक्स होने के बाद मुन्ना कुछ ज्यादा ही बिजी हो गया है इस से तो मैं बनारस जाकर बात करूंगा,,,,,,,गौरी को फोन लगाकर देखता हूँ”
 वंश ने गौरी का नंबर डॉयल किया एक दो रिंग के बाद ही गौरी ने फोन उठा लिया। बैंक से निकाले जाने के बाद वह किसी रेस्त्रो में बैठकर सेंडविच खाते हुए कॉफी का लुफ्त उठा रही थी।

वंश का फोन आते देखकर गौरी ने उसका फोन उठाया और कहा,”हेल्ल्लो देवर जी,,,,,,,,आज आपको मेरी याद कैसे आ गयी ?”
वंश ने कान से फोन हटाया और स्क्रीन देखकर कहा,”नंबर तो गौरी का ही है पर ये मुझे इतनी इज्जत क्यों दे रही है ,, लिखे आप,,,,,,सीरियसली ?”
वंश ने फोन कान से लगाया तो दूसरी तरफ से गौरी ने हैल्लो हैल्लो की बाढ़ लगा दी।


“मुन्ना तुम्हे कैसे झेलता होगा,,,,,,,,अह्ह्ह्ह सगाई के बाद तुम कितनी इरिटेटिंग हो गयी हो गौरी,,,,,!!”,वंश ने कहा
“क्या गौरी ? मैं तुम्हारी होने वाली भाभी हूँ,,,,,,,,,होने वाली क्या ऑलमोस्ट हो चुकी हूँ,,,,,,तो आज से ये गौरी बुलाना बंद करो वरना मैं अपने विधायक जी से तुम्हारी शिकायत कर दूंगी”,गौरी ने इतराते हुए कहा
“विधायक जी ? मुरारी चाचा फिर से इलेक्शन में खड़े हो रहे है क्या ?”,वंश ने हैरानी से कहा


“मुरारी चाचा,,,,,,,,,अह्ह्ह्ह पापा तो,,,,,,,,,!!”,गौरी ने असमझ की स्तिथि में कहा तो वंश ने उसकी बात काटकर कहा,”अच्छा गौरी,,,,,,,,,,आई मीन भाभी , सुनो ना मुझे तुम्हारी एक हेल्प चाहिए,,,,,!!”
“ओह्ह्ह हाँ बोलो न वंश तुम अब अपनी भाभी से नहीं कहोगे तो किस से कहा हाँ,,,,,,,,,!!”,गौरी ने कहा
“ओह्ह्ह गौरी प्लीज फॉर गॉड सेक ये भाभी वाले कैरेक्टर से बाहर आओ,,,,,,,,,,मुझे ये बताओ रोमांस कैसे होता है ?”,वंश ने सीधे सीधे पूछ लिया


“क्या बात है वंश रोमांस,,,,,,,,अहमम अहमम कौन है वो लड़की ? कही वो निशि तो नहीं हाँ,,,,,,,,,,तुम तो बड़े छुपे रुस्तम निकले कहो तो पापा से कहकर तुम्हारी और निशि की शादी की डेट भी फिक्स करवा दू ?”,गौरी ने वंश को छेड़ते हुए कहा

“जी नहीं थैंक्यू ! मैं मुन्ना की तरह बेवकूफ नहीं हूँ , आज प्यार , दो दिन बाद सगाई और चार दिन बाद शादी,,,,,,,,,मैं तो पहले वो सारी क्यूट क्यूट चीजे करूंगा जो एक लड़का प्यार में करता है,,,,,,,,,उसका हाथ पकड़ कर पूरा शहर घूमूँगा , उसके साथ रोमांटिक डेट पर जाऊंगा , उसके साथ बारिश में डांस करूँगा , उसके साथ स्ट्रीट शॉपिंग करूंगा , नाईट में अपनी बाइक पर लॉन्ग ड्राइव पर जाऊंगा , उसके हाथो से बना खाना खाऊंगा , उसके लिए कोई क्यूट सा नोट लिखूंगा , उसके हेयर कॉम्ब करूंगा , उसके साथ मूवी देखूंगा ,

विडिओ गेम्स खेलूंगा , जिम करूंगा , उसके साथ क्रिकेट खेलूंगा , उसके बालो में चम्पी करूंगा , उसके लिए अपने हाथ से खाना बनाऊंगा,,,,,,,,,,ज्यादा अच्छा नहीं लेकिन बना लूंगा और खुले आसमान के नीचे उसके साथ बैठकर बहुत सारी बातें करूंगा” ,वंश एक साथ सब बोल गया।
गौरी ने सुना तो मुस्कुराने लगी और बड़े प्यार से कहा,”ओह्ह्ह वंश ! इसी को तो रोमांस कहते है,,,,,,,,,,इस से बेटर रोमांस कुछ हो ही नहीं सकता,,,,,,,,,,!!”


“क्या सच में ? मतलब मैं रोमांटिक हूँ,,,,,,!!”,वंश ने बच्चो की तरह खुश होकर पूछा
“हाँ तुम बहुत रोमांटिक लड़के हो , वैसे क्या तुमने निशि को बताया कि तुम्हे उस से प्यार हो गया है ?”,गौरी ने पूछा
“ऐसे उसे पता है कि आई लाईक हर बट मैंने उसे आई लव,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए वंश जैसे ही पलटा दरवाजे पर  हलके गुलाबी रंग की साड़ी में निशि खड़ी थी। उसके खुले लम्बे बाल हवा में उड़ रहे थे और मेकअप के नाम पर बस उसकी आँखों में गहरा काजल था।

वंश ने उसे देखा तो पलके झपकाना भूल गया। वह गौरी से भी आगे कुछ नहीं बोल पाया तो उधर से गौरी ने कहा,”वंश , वंश , हेलो”
वंश ने निशि को देखते हुए खोये हुए स्वर में कहा,”गौरी आई थिंक मुझे उस से फिर से प्यार हो रहा है”

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संजना किरोड़ीवाल  

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal
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Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

अरे ऐसे नहीं मिलेगा आप लेट जाओ और फिर कोशिश करो”,वंश ने सुमित के बगल में लेटकर कहा और बिस्तर के नीचे देखने लगा। सुमित पेट के बल लेट गया और अपना हाथ बिस्तर के नीचे डालकर वंश का फोन ढूंढने लगा।
काफी देर कोशिश करने के बाद आख़िरकार वंश का फोन सुमित के हाथ में आ ही गया। सुमित ने उसे बाहर निकाला , वह इतना थक चुका था कि हाथ बाहर निकालकर वही पीठ के बल जमीन पर लेट गया। वंश ने देखा सुमित ने उसका फोन निकाल दिया है तो वह मारे ख़ुशी के सुमित के गले आ लगा और ख़ुशी भरे स्वर में कहा,”ओह्ह्ह्ह बड़े भैया आपने तो कमाल ही कर दिया”

अरे ऐसे नहीं मिलेगा आप लेट जाओ और फिर कोशिश करो”,वंश ने सुमित के बगल में लेटकर कहा और बिस्तर के नीचे देखने लगा। सुमित पेट के बल लेट गया और अपना हाथ बिस्तर के नीचे डालकर वंश का फोन ढूंढने लगा।
काफी देर कोशिश करने के बाद आख़िरकार वंश का फोन सुमित के हाथ में आ ही गया। सुमित ने उसे बाहर निकाला , वह इतना थक चुका था कि हाथ बाहर निकालकर वही पीठ के बल जमीन पर लेट गया। वंश ने देखा सुमित ने उसका फोन निकाल दिया है तो वह मारे ख़ुशी के सुमित के गले आ लगा और ख़ुशी भरे स्वर में कहा,”ओह्ह्ह्ह बड़े भैया आपने तो कमाल ही कर दिया”

अरे ऐसे नहीं मिलेगा आप लेट जाओ और फिर कोशिश करो”,वंश ने सुमित के बगल में लेटकर कहा और बिस्तर के नीचे देखने लगा। सुमित पेट के बल लेट गया और अपना हाथ बिस्तर के नीचे डालकर वंश का फोन ढूंढने लगा।
काफी देर कोशिश करने के बाद आख़िरकार वंश का फोन सुमित के हाथ में आ ही गया। सुमित ने उसे बाहर निकाला , वह इतना थक चुका था कि हाथ बाहर निकालकर वही पीठ के बल जमीन पर लेट गया। वंश ने देखा सुमित ने उसका फोन निकाल दिया है तो वह मारे ख़ुशी के सुमित के गले आ लगा और ख़ुशी भरे स्वर में कहा,”ओह्ह्ह्ह बड़े भैया आपने तो कमाल ही कर दिया”

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