Shah Umair Ki Pari-48 Shah Umair Ki Pari-48 दूसरी दुनिया ”ज़ाफ़रान क़बीला ” :- एक साल बाद :- अपने बेड पर लेटा उमैर अपने कमरे में रखे आईने को घूरता रहता है ! ”अरे उमैर बेटा तुम इसी तरह उदास कब...
Shah Umair Ki Pari – 47 Shah Umair Ki Pari – 47 शहर धनबाद में :- परी कमरे में जल्दी जल्दी उमैर के कपड़े को तलाश करती है मगर उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा होता है के वो...
Shah Umair Ki Pari – 42 Shah Umair Ki Pari-42 शहर धनबाद में :- अपने उजड़े हुए सपनो का बोझ लिए परी बोझल क़दमों के साथ उदास मायूस चेहरा आँसुओ से डबडबाये हुई सूजी आँखे लिए अपने मम्मी पापा के पास...
Shah Umair Ki Pari – 41 Shah Umair Ki Pari – 41 शहर धनबाद में :- नदिया जी , हसन जी और रफ़ीक साहब चटाई बिछा कर बैठ कर बातें करने लगते है ! आसिफ भी उनके पास बैठ जाता है...
Shah Umair Ki Pari-38 Shah Umair Ki Pari-38 शहर धनबाद में :- ”यह कौन सा कबाड़ उठा लाया है तू और तुझे क्या लगता है दिन भर उस परी के साथ घूमेगा तो वो तेरे झांसे में आ जायेगी? वो हसन...