Main Teri Heer – 44 शक्ति के घर से निकलकर काशी गौरी की स्कूटी लेकर घर के लिये निकल गयी। काशी घर पहुंची तो पाया अधिराज जी घर के बाहर लॉन में ही घूम रहे थे। काशी को देखते ही उन्होंने...
Main Teri Heer – 43 होटल के कमरे में खड़ी उर्वशी हँसते-मुस्कुराते हुए फोन पर किसी से बात कर रही थी। कुछ देर बाद उसने फोन रखा और बिस्तर की तरफ चली आयी। उर्वशी ने अपना फोन रखा और सूटकेस से...
Main Teri Heer – 42 देर रात शक्ति की आँख खुली शक्ति ने देखा उसे सुलाते सुलाते काशी खुद भी वहा सो गयी है तो शक्ति धीरे से काशी का हाथ साइड कर उठा और काशी को बहुत ही आराम से...
Main Teri Heer – 39 राजन अपने पिताजी के सामने खड़ा था। उसका चेहरा ढका हुआ था जिस से प्रताप उसे पहचान नहीं पाया और कहा,”हाँ भाई ! जे छोरी छुपे कहा जा रहे हो ?”राजन ने कुछ नहीं कहा वह...
Main Teri Heer – 38 उर्वशी अचानक से इंदौर क्यों जा रही थी ये कोई नहीं जानता था , आप लोग भी नहीं जानते पर मैं जानती हूँ। उर्वशी बनारस से इंदौर के लिये निकल चुकी थी। मुरारी सपरिवार इंदौर जा...