Pasandida Aurat – 43 वक्त अपनी रफ़्तार से गुजर रहा था। उदयपुर में जहा सब ठीक था तो वही पृथ्वी अपने काम और अवनि की लिखी कहानियो में व्यस्त ! इस वक्त में अगर कुछ खूबूसरत था तो वो थी अवनि...
Manmarjiyan Season 3 – 98 रामनगर की पहाड़ी पर अब थोड़ी शांति थी , होती भी क्यों नहीं भसड़ फ़ैलाने वाले सारे लग तो खाई में लटक रहे थे। गुप्ता जी , मंगल फूफा , यादव जी और उनका पैर पकडे...
Pasandida Aurat – 42 वीमेन हॉस्टल , सिरोहीअवनि को आज हॉस्टल का कमरा खाली करना था इसलिए सुबह सुबह वह अपना सामान जमा रही थी। उसने अपना सब सामान 2 बड़े सूटकेस में रखा और बाकि एक्स्ट्रा सामान बॉक्स में पैक...
Manmarjiyan Season 3 – 97 गुप्ता जी अपना फोन तो लल्लन से पहले ही तुड़वा चुके थे और अब आदर्श फूफा का फोन भी तोड़ दिया ये देखकर आदर्श फूफा ने उन्हें खा जाने वाली नजरो से देखा और ईंट उठाकर...
Pasandida Aurat – 41 अवनि सिद्धार्थ से बाते करने में इतना खो गयी कि उसे बैंक जाने का ख्याल भी नहीं रहा। सिद्धार्थ से बात करते हुए वह जैसे ही पलटी उसकी नजर घडी पर पड़ी और अवनि ने घबराहट भरे...